औरंगाबाद नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा फ्लाई ऐश का परिवहन,प्रशासन मौन

नबीनगर एनटीपीसी से निकलने वाले फ्लाई ऐश के परिवहन एवं भंडारण के लिए विभिन्ना नियम एनजीटी द्वारा बनाए गए हैं। स्थानीय प्रशासनिक स्तर पर भी कई नियम इसके लिए बनाए गए हैं इन नियमों को दरकिनार करते हुए फ्लाई ऐश का परिवहन दिन रात धड़ल्ले से किया जा रहा है।

एनटीपीसी के द्वारा निकलने वाले फ्लाई ऐश का परिवहन के द्वारा प्रदूषण फैलाया जा रहा है। खास बात यह कि प्रबंधन को इसकी भनक भी नहीं है। या यह कहें कि जानबूझकर प्रबंधन आंखें मूंदे हुए है।

एक और महत्वपूर्ण बात यह कि फ्लाई ऐश का परिवहन कर रही इन गाड़ियों में 10 से 12 बकेट फ्लाई ऐश लोड कर दिया जाता है। जबकि परिवहन के लिए वजन का निर्धारण किया जाना चाहिए। लेकिन बिना वजन किए भारी-भरकम वाहन ओवरलोड फ्लाई ऐश लेकर बेखौफ दौड़ती है, इसका अंजाम यह होता है कि फ्लाइ एस पूरे सड़क में उड़ती रहती है। यह अक्सर पी़छे आ रहे वाहन चालकों की आंख में पड़कर सड़क दुर्घटना का कारण बनता है। फ्लाई ऐश के कारण स्थानीय और क्षेत्रीय लोगों का रहना तक दुर्लभ हो जाता है। नियमानुसार फ्लाई ऐश का परिवहन हमेशा बंद गाड़ियों में करने का प्रावधान है। परंतु ठिकेदार के द्वारा डाला बाडी या ओपन गाड़ियों को फ्लाई ऐश के परिवहन के लिए दे दिया जाता है।

परिवहन विभाग एवं स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल

फ्लाई ऐश उड़ाकर प्रदूषण फैला रही ऐसी गाड़ियों पर चालानी कार्रवाई किए जाने का दावा आरटीओ एवं संबंधित विभाग,एवं स्थानीय थाना बड़ेम ओपी ,एवं खैरा नरारी एवं औरंगाबाद पुलिस के द्वारा किया जाता है। इसके बाद भी खुली गाड़ियों से फ्लाई ऐश का परिवहन होते आसानी से देखा जा सकता है। जो कि नबीनगर बारुण रोड में ग्रामीणों को रहना मुश्किल हो गया है।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि, अगर फ्लाईएश को बंद गाड़ी में नहीं ले जाया जाएगा तो हमलोग उग्र आंदोलन करने के बाध्य हो जाएंगे ,

राष्ट्रीय परिषद की बैठक से पहले इस्तीफा देंगे ललन सिंह! बिहार की सियासत से बड़ी खबर

औरंगाबाद : बिहार के सियासी गलियारे से चौंकाने वाली खबर है. जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललन सिंह इस्तीफा दे सकते हैं.

कहा जा रहा है कि 29 दिसंबर को राष्ट्रीय परिषद की बैठक होने वाली है और इस बैठक से पहले ही ललन सिंह इस्तीफा दे सकते हैं.

सूत्रों के अनुसार ललन सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राष्ट्रीय पद से मुक्त किए जाने का आग्रह किया था. हालांकि नीतीश कुमार ने उनसे लोकसभा चुनाव तक पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहने को कहा.

खबर है कि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पद छोड़ने पर अड़े हुए हैं. ऐसी स्थिति में ललन सिंह के इस्तीफा देने बाद सीएम खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष बन सकते हैं या फिर अपने किसी विश्वस्त को यह पद दे सकते हैं.

राजनीतिक जानकार तो यह मानते हैं कि नीतीश कुमार ललन सिंह की जगह पर अतिपिछड़ा जाति से रामनाथ ठाकुर या दलित समाज से अशोक चौधरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में 30 दिसम्बर से बदलेगा मौसम, कृषि विज्ञान केन्द्र ने किसानो को दी यह सलाह


औरंगाबाद: जिले मे 30 दिसम्बर से मौसम मे बदलाव होने की बात कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से की गई है।

मौसम पूर्वनुमान के अनुसार आगामी पाँच दिनों का

दिनाँक 27, 28, 29, 30 & 31 दिसम्बर 2023 को अधिकतम तापमान 25.5, 26, 25.5, 26, & 26.5 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 11.5, 11, 11.5, 12 & 12.5 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

29 दिसम्बर तक आसमान साफ रहेगा और सुबह में कुहासा भी रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ या वेस्टर्न डिस्टर्बन्स के कारण 30 दिसम्बर 2023 से आसमान में बादल छाए रहेगा एवं 2 से 4 जनवरी 2024 के बीच हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है।

किसान भाइयों के लिए सुझाव

धान के फसल कटाई के बाद थ्रेसिंग करके अनाज को सुरक्षित जगह पर भण्डारण करें। जल्द से जल्द रबी फसलों की बुआई करें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद शहर के मुख्य बाजार स्थित इंडियन बैंक और साड़ी सेंटर में लगी भीषण आग, करोड़ों की संपत्ति के नुक़सान की खबर

औरंगाबाद : आज़ सुबह बड़ी खबर औरंगाबाद शहर के मुख्य बाजार से सामने आई है। जहबां सब्जी मंडी के सामने नवजादिक कम्प्लेक्स में अवस्थित इंडियन बैंक और कन्हैया साड़ी सेंटर में भीषण आगलगी की घटना में करोड़ो रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। 

मिली जानकारी के अनुसार बीते रात्रि 10:30 में आग लगने की खबर तेजी से बाजार में फ़ैल गई। सूचनापरांत इंडियन बैंक के अधिकारी और कन्हैया साड़ी सेंटर के मालिक अनील कुमार गुप्ता सहित मार्केट के अधिकांश व्यवसायी रात्रि से आग बुझाने में जुटे गए। 11 बजे रात्रि में दमकल की गाड़ियां आई और काफी मस्क़त के बाद सुबह 6 बजे आग पर काबू पाया गया।

हालांकि तब तक कन्हैया साड़ी सेंटर पूरी तरह से जल कर राख हो गया है। सेंटर के मालिक अनिल कुमार गुप्ता ने बताया कि इस घटना से उनके तीन से चार करोड़ के कपड़ा जल कर राख हो गया है। हम पूरी तरह बर्बाद हो गये है। आग लगने के कारण पता नहीं चल पाया है। वहीं बैंक मैनेजर ने बताया कि उनके बैंक के खिड़की,दीवार और कुछ कागजात जली है। नुकसान का आकलन 10:30 पर बैंक खुलने पर ही पता चलेगा।

 नवजादिक कम्प्लेक्स के अधिकांश व्यवसायी अपने अपने प्रतिष्ठान के सुरक्षा को लेकर आशंकित रहे। इस घटना से पूर्व भी कन्हैया साड़ी सेंटर में आगलगी कि घटना घट चुकी थी। जिससे प्रशासन ने आगलगी से बचाव के सुझाव व्यवसायियों में कई बार प्रचारित किया था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में प्रतिभा सम्मान समारोह का हुआ आयोजन, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी, एसडीपीओ (सदर) समेत कई अधिकारियों ने छात्रों का बढ़ाया हौसला

औरंगाबाद : जिले में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस प्रतिभा सम्मान समारोह में औरंगाबाद के सदर एसडीपीओ मो. अमानुल्ला खां, शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी(स्थापना) दयाशंकर सिंह, डीपीओ , देव के बीडीओ, अंचल अधिकारी, स्थानीय जन प्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों एवं सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने शामिल होकर स्टूडेंट्स का हौसला बढ़ाया। उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दी। 

वही कार्यक्रम के आयोजक समाजसेवी लक्ष्मण गुप्ता ने कहा कि उद्यम चंद जी ने जो सपना देखा था, वह सपना अब मेरा भी सपना है। इलाके को शिक्षा ही नही हर क्षेत्र में आगे ले जाना है। प्रतिभा खोज परीक्षा का परिणाम जल्द ही सामने आएंगे। यहां के बच्चें भी आरएएस, आइपीएस और बड़े अधिकारी बनकर दिखाएंगे। जिस दिन यह होगा, उस दिन वें खुद को सौभाग्यशाली मानेंगे। 

तब वें यह बात गर्व के साथ कहने की स्थिति में होंगे कि मेरे प्रयास ने रंग लाया। यही वजह है कि इस दिशा में उनका प्रयास निरंतर जारी है और आगे भी जारी रहेगा। उन्हे पूरी उम्मीद है कि वह शुभ दिन भी जल्द ही आएंगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद के अति नक्सल प्रभावित देव में वर्षों बाद RSS के प्रचारक उद्यम चंद का सपना हुआ साकार, शिक्षा के साथ-साथ विकास से बदल गई है तस्वीर

औरंगाबाद : जिले के अति नक्सल प्रभावित देव में वर्षों बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक उद्यम चंद का सपना अब साकार हो रहा है। जिस वक्त उन्होने यह सपना देखा था, उस वक्त विश्व प्रसिद्ध सौर तीर्थ स्थल होने के बावजूद धार्मिक पर्यटन नाम की कोई चीज नही थी। बाहर के लोग इस इलाके में जरूरत पड़ने पर भी डरते हुए आते थे क्योकि इलाके की फिजां में बारूद की गंध थी। बमों के धमाकों की गुंज सुनाई देती थी। बंदूकों की गोलियों की तड़तड़ाहट थी। 

सड़कों का अभाव होने के कारण सुगम यातायात के साधन नही थे। सरकारी योजनाओं की लोगों तक पहुंच नही थी। जन कल्याणकारी योजनाओं के नाम पर लूट थी। सरकारी स्कूल नक्सलियों के निशाने पर थे।डर से शिक्षक स्कूलों में पढ़ाने नही जाते थे। शिक्षा का अभाव था। ज्ञान के प्रकाश की जगह सर्वत्र अंधेरा ही अंधेरा था। कही कोई उम्मीद की किरण दिखाई नही देती थी। उस वक्त लोगों में उम्मीद के बुझते दीएं को जगाने संघ के प्रचारक के रूप में उद्यम चंद ने देव में कदम रखा था। 

यहां आते ही वें तमाम समस्याओं से रूबरू हुए। उन्होने लोगों को जगाना शुरू किया। लोग जागे भी पर संसाधनों की कमी आड़े आती रही। सरकारी परिस्थितियां भी अनुकूल नही रही। इसके बावजूद उन्होने काम जारी रखा। सुदूरवर्ती जंगली इलाके में भी जाकर वन वासियों को भी जगाते रहे। इस बीच उन्हे अविभाजित दक्षिण बिहार(वर्तमान झारखंड) में वनवासी कल्याण केंद्र की जिम्मेवारी मिल गई। वें चले गए लेकिन बीच-बीच में आकर अपने काम को आगे बढ़ाते रहे। उनका प्रयास भी रंग ला रहा था। नक्सल समस्या तो खत्म नही हुई थी, पर लोग अपने हक, अधिकार, शिक्षा और विकास को लेकर जागरुक हो रहे थे लेकिन अभी भी काम करने की जरूरत थी पर उद्यम चंद अपना काम और संकल्प के पूरे होने के पहले ही गुजर गए। 

उनके गुजर जाने से कुछ वर्षों के लिए रिक्तता आई लेकिन जन जागरूकता के आगे यह रिक्ततता धीरे-धीरे भरती चली गई। अब इलाके में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जिला पुलिस की गतिविधियों से नक्सल समस्या खत्म होने को है। केंद्र और राज्य सरकार की योजना से इलाके में गांव-गांव तक सड़कों की पहुंच भी हो गई है। सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं की भी पहुंच लगातार बढ़ रही है। सरकारी स्कूलों में पढ़ाने शिक्षक पहुंच रहे है। इलाके में निजी स्कूल भी खुल आए है। देव के लोगों ने संघ प्रचारक उद्यम चंद की स्मृति में सार्वजनिक पुस्तकालय भी खोल रखा है।

पिछले क़ुछ सालों तक यह पुस्तकालय भी नाम का ही रह गया था। इसी बीच दो साल पहले देव के सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मण गुप्ता ने पुस्तकालय की कमान संभाली। पुस्तकालय की स्थिति तो उनके प्रयास से दुरूस्त हो गई लेकिन उन्हे उद्यम चंद के पूरे नही हो सके शिक्षा के सपने को पर लगाना था। लिहाजा उन्होंने अपने साथ सामाजिक प्रवृति के कुछ उर्जावान लोगों को जोड़ा। उत्साही लोगो की एक टीम खड़ी हो गई। 

टीम ने इलाके में शैक्षणिक स्थिति का अध्ययन किया। अध्ययन के दौरान पाया कि स्कूलों में बच्चें किताबी ज्ञान तो अर्जित कर ले रहे है लेकिन वे कॉम्पीटिटीव नही बन पा रहे है। इसके समाधान यानि बच्चों में प्रतियोगिता की भावना लाने और स्टूडेंट्स को सिविल सर्विसेज की परीक्षा कंपलीट करने के लायक बनाने के लिए लक्ष्मण गुप्ता ने टैलेंट सर्च परीक्षा की शुरुआत की। इस परीक्षा के दो साल पूरे हो चुके है। इन दो सालों में इलाके के ढ़ेर सारे स्टूडेंट्स ने यह साबित कर दिखाया है कि वें भी शहरी बच्चों के समान कॉम्पीटीटिव परीक्षाओं के लायक हो गए। इस वर्ष की परीक्षा के पारितोषिक वितरण समारोह के दौरान ग्रामीण बच्चों का उत्साह देखने लायक था। 

पारितोषिक के रुप में बच्चें लैपटॉप, साइकिल, एजुकेशनल किट, प्रशस्ति पत्र, मोमेंटो एवं अन्य सम्मान पाकर बेहद खुश दिखे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत आयोजित कार्यक्रम में समस्या का समाधान नही होने पर भड़की महिला, MLC दिलीप सिंह ने दस दिनों के अंदर कार्रवाई का दिया आश्वासन तो महिला ने साग भात खाने के लिए किया आमंत्रित


औरंगाबाद : जिले के देव प्रखंड के पूर्वी केताकी पंचायत के भटकूर में विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत आयोजित कार्यक्रम में पंचायत के आधा दर्जन से अधिक गाँव के ग्रामीण लोग शामिल हुए। 

इस कार्यक्रम में भाजपा के विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह ,जिलाध्यक्ष भाजपा मुकेश शर्मा ,नगर परिषद् अध्यक्ष उदय गुप्ता ,भाजपा जिला उपाध्यक्ष सतीश कुमार सिंह ,प्रदेश कार्य समिति सदस्य अशोक कुमार सिंह ,नगर अध्यक्ष भाजपा औरंगाबाद पिंटू कुमार ,भाजपा जिला कोषाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह सहित अन्य भाजपा कार्यकर्ता शामिल रहे। 

इस कार्यक्रम में बिजली, पेयजल, स्वास्थ्य, आयुष्मान योजना, पेंशन योजना, जॉब कार्ड , मनरेगा, आपूर्ति सहित अन्य विभाग के कर्मियों की उपस्थिति होनी थी लेकिन एक दो विभाग छोड़कर कई विभागों अधिकारी और कर्मी गायब रहे ,जिसके कारण ग्रामीणों की समस्याओ का समाधान नहीं हुआ।

इन सबके बीच पेंशन नहीं मिलने से नाराज एक ग्रामीण महिला ने कार्यक्रम के दौरान जमकर खरी खोटी सुनाई। 

पूर्वी केताकी पंचायत के गंजोइ टोले शबरी नगर की एक महिला बृहस्पति देवी ,पति स्वर्गीय रामेश्वर भुइयां ने कहा कि हमको पता चला कि यहाँ पेंशन से सम्बन्धित काम होगा। इसलिए यहाँ पहुंची थी। लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई और बलॉक के अफसर के नहीं रहने के कारण उसका काम नहीं हुआ। 

महिला ने इस दौरान जमकर खरी खोटी भी सुनाई। मौके पर मौजूद भाजपा के विधानपार्षद दिलीप कुमार सिंह ने महिला से उसकी समस्याओ को लेकर करीब पांच मिनट तक बात की और उसकी समस्याओ को जाना। महिला के पति के मौत के बाद पारिवारिक पेंशन का लाभ नहीं मिलने से वो काफी नाराज थी। 

बताते चले कि विधान पार्षद दिलीप कुमार सिंह सरल, सौम्य एवं सहज स्वभाव के धनी, व्यक्तित्व वाले इंसान है। ग्रामीणों के बीच ग्रामीण बनकर महिला की समस्याओ को सुना और वहां मौजूद कर्मियों तथा कार्यकर्ताओ को कहा कि महिला का कार्य दस दिनों के अंदर हो जाना चाहिए नहीं तो सम्बंधित अधिकारियों के खिलाफ मामला सदन तक उठाया जायेगा। 

महिला को जब यह पता चला कि उनके सामने खड़ा व्यक्ति विधान पार्षद है तो महिला भी उनसे हँसते हुए बात की और विधान पार्षद दिलीप सिंह को अपने घर चना के साग और भात खाने के लिए आमंत्रित किया। 

विधान पार्षद ने महिला को आश्वासन दिया कि आपका काम हो जाने के बाद घर आऊंगा और साथे बैठकर साग भात खाएंगे। 

दिलीप सिंह ने कहा कि जिन अधिकारियों को यह सब कार्य करना है वो अधिकारी गायब है। सरकार और जिला प्रशासन के अधिकारियों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को भटकना पड़ रहा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद आरजेडी के विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह ने अपनी ही पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ कही यह बड़ी बात

औरंगाबाद आरजेडी के विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह ने अपनी ही पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ बड़ी बात कही है। साथ ही उन्होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ भी खुलकर बोला।

कर्पूरी चर्चा के बहाने हो रही नीतीश की चर्चा

रामबली ने रविवार को औरंगाबाद के दाउदनगर में चंद्रवंशी चेतना मंच द्वारा जरासंध जयंती पर आयोजित 'जाति गणना व अति पिछड़ा वर्ग की स्थिति' विषयक परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि जेडीयू पूरे राज्य में कर्पूरी चर्चा करा रही है।

इस चर्चा के बहाने नीतीश की चर्चा हो रही है। इससे कर्पूरी ठाकुर की मंशा पूरी नहीं हो रही है। अगर कर्पूरी ठाकुर की आत्मा कहीं जीवित होगी तो वह कराह रही होगी।     

 

 कर्पूरी ठाकुर ने पहली बार देश में वर्गीकृत आरक्षण देने का किया था साहस-

जननायक कर्पूरी ठाकुर ने जिन मूल्यों की रक्षा के लिए 1978 में आरक्षण का वर्गीकरण किया था और पहली बार देश में वर्गीकृत आरक्षण देने का साहस किया था, उसे चकनाचूर कर दिया गया। 2015 में अपेक्षाकृत संपन्न जातियों को इसमें शामिल कर दिया गया। ऐसे तो जब लालू प्रसाद यादव जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने 19 जातियों को शामिल किया और जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो लगभग 15 जातियों को इसमें शामिल कर दिया गया। यह लगातार सिलसिला चल रहा है। आज भी उन्हीं की सरकार है।

तीन संपन्न जातियों को अति पिछड़ा में घुसेड़ने का खामियाजा भगत रहा सम-

कहा कि 2015 में जिन तीन संपन्न जातियों को मूल अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर दिया गया, उसका खामियाजा आठ वर्षों से अति पिछड़ा समाज भुगत रहा है।

समझ सकते हैं कि कर्पूरी चर्चा करने का क्या मतलब है। बिहार में जो सबसे बड़ी समस्या है, उसे कर्पूरी ठाकुर के बाद दूसरा कोई उठाने वाला नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने लिए नहीं तो अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए सोचें। मैंने सत्तारुढ़ में रहते हुए जनांदोलन का रास्ता अख्तियार किया।  

    तीन जतियों को अति पिछड़ा में धुसेड़ा गया पर लालू की नीतीश से बात करने की नही हुई हिम्-

उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जाति गणना के अधिकृत आंकड़े को प्रस्तुत करते हुए कहा कि अति पिछड़ा की आबादी 36 प्रतिशत होते हुए भी मात्र 13 प्रतिनिधित्व नौकरियों में है।

नीतीश कुमार ने तीन जातियों को अतिपिछड़ा में घुसा दिया। जब इस मुद्दे को लेकर वह लालू प्रसाद यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर बात करें।   

      

अति पिछड़ो का हक मार रहे अगड़े व पिछड-कहा कि अति पिछड़ा का हक अगड़ा या पिछड़े वर्ग के लोग मार रहे हैं। मंडल कमीशन के लागू होने के लगभग तीन दशक बाद भी काफी विसंगतियां हैं।  रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट लागू नही कर रहे मोदी-राज्य अतिपिछड़ा पिछड़ा आयोग के सदस्य अरविंद निषाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने जस्टिस रोहिणी कमिशन बनाया।

कमेटी द्वारा रिपोर्ट भी सौंपा जा चुका है लेकिन मोदी सरकार उसे लागू करने की दिशा में आगे नहीं बढ़ रही है। उन्होंने रोहिणी आयोग के अनुशंसाओं को लागू करने, अति पिछड़ा वर्ग का वर्गीकरण करने, नौकरी तथा शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण देने की मांग की। वही गया टाउन से महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी निरंजन उर्फ डिंपल चंद्रवंशी ने कहा कि हमारा आरक्षण मारा जा रहा है।

इसके पूर्व कार्यक्रम में विषय प्रवेश कराते हुए परिचर्चा की अध्यक्षता कर रहे हैं निशांत राज ने कहा कि जातिगत सर्वेक्षण में चंद्रवंशी समाज की संख्या पूर्व की अपेक्षा कम दिखाई गई है। उन्होंने केंद्रीय सूची का भी विखंडन करने की आवश्यकता जताई। परिचर्चा का संचालन कपिलेश्वर विद्यार्थी ने किया।कार्यक्रम में ये रहे मौजूद-इस मौके पर बेलवा पंचायत के मुखिया प्रदीप चंद्रवंशी, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, प्रीतम सिंह, मनोज सिंह, रामावतार सिंह, सिद्धनाथ सिंह, दिलीप सिंह, प्रमोद यादव, विकास कुमार दीपक कुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

ट्रक और पिकअप वैन में हुई आमने-सामने टक्कर, दोनों वाहनों के चालकों की मौके पर दर्दनाक मौत

औरंगाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-139 औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर औरंगाबाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र में खैरी मोड़ के पास रविवार को ट्रक और पिकअप वैन की टक्कर में दोनों वाहनों के चालकों की दर्दनाक मौत हो गई। मृत ट्रक चालक की पहचान गोह थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव निवासी 38 वर्षीय नागेंद्र यादव एवं मृत पिकअप चालक की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सेखौना मठ दक्षिण टोला निवासी भुआली राम के 19 वर्षीय पुत्र सूरज राम के रूप में हुई है। 

हादसे के बाद पुलिस द्वारा शवों का पोस्टमार्टम कराने के दौरान औरंगाबाद सदर अस्पताल आए मृत ट्रक चालक नागेंद्र यादव के परिजनों ने बताया कि नागेंद्र औरंगाबाद के जसोईया मोड़ स्थित सीमेंट प्लांट से रविवार को ट्रक से सीमेंट लेकर अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन स्थित रैक पॉइंट पर जा रहा था। जैसे ही वह ट्रक लेकर खैरी मोड़ के पास पहुंचा, वैसे ही दाउदनगर से औरंगाबाद की ओर आ रहे सब्जी लदे एक पिकअप वैन से आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में दोनों वाहनों के चालकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। 

स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना औरंगाबाद मुफस्सिल थाना की पुलिस को दी। सूचना के बाद मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजू कुमार सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे और वाहनों में फंसे दोनों चालकों के शवों को बाहर निकाल कर सदर अस्पताल लाया। 

पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों में हाहाकार मचा है। उनका रो रोकर बुरा हाल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मंदिर में मांस फेंका, महिला सीओ ने रात को धोया* *औरंगाबाद में बवाल, ग्रामीणों ने पुलिस की एंट्री रोकी; DM-SP को बुलाने पर अड़े रहे

औरंगाबाद : जिले के एक मंदिर में प्रतिबंधित मांस के टुकड़े फेंकने पर बवाल मच गया। गांव में तनाव की स्थिति बन गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया है। मंदिर में भी प्रवेश पर भी रोक लगा दी।

रात को ही महिला सीओ ने मंदिर को खुद पानी से धोया और शुद्धिकरण कराया, तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।

मांस मंदिर में मिलने की बात शनिवार शाम 4 बजे गांववालों को पता चली। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। घटना की सूचना पर पहुंचे SDPO ऋषि राज को ग्रामीणों ने रोक दिया। ग्रामीण सीधे DM और SP को बुलाने की मांग पर अड़ गए। मीडिया को भी नहीं जाने की अनुमति नहीं दी। घटना जिले के हसपुरा प्रखंड के समीप काजी बिगहा देवी मंदिर की है। 

सड़क पर आगजनी, बांस-बल्ली लगाकर रोका

ग्रामीणों ने काजी बिगहा मोड़ के पास हसपुरा मेहंदिया रोड में आगजनी कर तथा बांस-बल्ले लगा कर सड़क को पूरी तरह बंद कर दिया। ग्रामीण सड़क पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताने लगे। 

ग्रामीणों का आरोप है पुलिस प्रशासन के उदासीनता के चलते बार-बार धार्मिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है। पहले भी चार बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।

ग्रामीण मौके ओर एसपी डीएम को बुलाने की मांग करने लगे। ग्रामीणों में इतना आक्रोश है कि किसी भी अधिकारी, जनप्रतिनिधियों को पास फटकने नहीं दिया। ग्रामीणों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस दिखी। 

ग्रामीणों के तेवर के आगे पुलिस प्रदर्शन कर लोगों से 50 मीटर दूर खड़ी रही। सूचना पाकर प्रभारी सीओ डॉ. शोभा कुमारी के पहल पर हसपुरा थानाध्यक्ष अजय शंकर कुमार, एसआई सुमेश्वरनाथ झा को लेकर ग्रामीणों से बात करने पहुंचे, लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। 

थोड़ी देर बाद दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ग्रामीणों से वार्ता करने का प्रयास किया। ग्रामीण डीएम एसपी को  

बुलाने पर अड़ गए। 

ग्रामीणों ने कहा कि मांस के साथ मंदिर में पर्चा भी फेंका गया है।

रात 2 बजे सीओ ने मंदिर धोया

हालांकि डीएम और एसपी नहीं पहुंचे। रात 2 बजे प्रभारी सीओ डॉ. शोभा कुमारी ने ग्रामीणों को मनाया। मंदिर के अंदर गईं और बॉल्टी झाड़ू से मांस को हटाया। मंदिर को धोया और पूजा कराई। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम हटाया।

इस संबंध में औरंगाबाद पुलिस ने बताया गया है कि हसपुरा थाना क्षेत्र ग्राम काजी बिगहा में एक धार्मिक स्थल में आपत्तिजनक सामग्री रखे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। 

सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर, सर्किल इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष हसपुरा घटनास्थल पर पहुंचे हैं।

स्थानीय लोगों से बात कर घटना के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। घटनास्थल का निरीक्षण के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। सीसीटीवी की जांच की रही है। असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना के संबंध में सटीक जानकारी देने या अपराधियों के पहचान करने में सहयोग करने वाले व्यक्ति को 25 हजार नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र