औरंगाबाद आरजेडी के विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह ने अपनी ही पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ कही यह बड़ी बात

औरंगाबाद आरजेडी के विधान पार्षद प्रो. रामबली सिंह ने अपनी ही पार्टी के सुप्रीमो लालू प्रसाद के खिलाफ बड़ी बात कही है। साथ ही उन्होने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ भी खुलकर बोला।

कर्पूरी चर्चा के बहाने हो रही नीतीश की चर्चा

रामबली ने रविवार को औरंगाबाद के दाउदनगर में चंद्रवंशी चेतना मंच द्वारा जरासंध जयंती पर आयोजित 'जाति गणना व अति पिछड़ा वर्ग की स्थिति' विषयक परिचर्चा में बतौर मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि जेडीयू पूरे राज्य में कर्पूरी चर्चा करा रही है।

इस चर्चा के बहाने नीतीश की चर्चा हो रही है। इससे कर्पूरी ठाकुर की मंशा पूरी नहीं हो रही है। अगर कर्पूरी ठाकुर की आत्मा कहीं जीवित होगी तो वह कराह रही होगी।     

 

 कर्पूरी ठाकुर ने पहली बार देश में वर्गीकृत आरक्षण देने का किया था साहस-

जननायक कर्पूरी ठाकुर ने जिन मूल्यों की रक्षा के लिए 1978 में आरक्षण का वर्गीकरण किया था और पहली बार देश में वर्गीकृत आरक्षण देने का साहस किया था, उसे चकनाचूर कर दिया गया। 2015 में अपेक्षाकृत संपन्न जातियों को इसमें शामिल कर दिया गया। ऐसे तो जब लालू प्रसाद यादव जब मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने 19 जातियों को शामिल किया और जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने तो लगभग 15 जातियों को इसमें शामिल कर दिया गया। यह लगातार सिलसिला चल रहा है। आज भी उन्हीं की सरकार है।

तीन संपन्न जातियों को अति पिछड़ा में घुसेड़ने का खामियाजा भगत रहा सम-

कहा कि 2015 में जिन तीन संपन्न जातियों को मूल अति पिछड़ा वर्ग में शामिल कर दिया गया, उसका खामियाजा आठ वर्षों से अति पिछड़ा समाज भुगत रहा है।

समझ सकते हैं कि कर्पूरी चर्चा करने का क्या मतलब है। बिहार में जो सबसे बड़ी समस्या है, उसे कर्पूरी ठाकुर के बाद दूसरा कोई उठाने वाला नहीं है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपने लिए नहीं तो अपनी आने वाली पीढ़ी के लिए सोचें। मैंने सत्तारुढ़ में रहते हुए जनांदोलन का रास्ता अख्तियार किया।  

    तीन जतियों को अति पिछड़ा में धुसेड़ा गया पर लालू की नीतीश से बात करने की नही हुई हिम्-

उन्होंने राज्य सरकार द्वारा जाति गणना के अधिकृत आंकड़े को प्रस्तुत करते हुए कहा कि अति पिछड़ा की आबादी 36 प्रतिशत होते हुए भी मात्र 13 प्रतिनिधित्व नौकरियों में है।

नीतीश कुमार ने तीन जातियों को अतिपिछड़ा में घुसा दिया। जब इस मुद्दे को लेकर वह लालू प्रसाद यादव के पास गए तो उनकी हिम्मत नहीं हुई कि वे नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर बात करें।   

      

अति पिछड़ो का हक मार रहे अगड़े व पिछड-कहा कि अति पिछड़ा का हक अगड़ा या पिछड़े वर्ग के लोग मार रहे हैं। मंडल कमीशन के लागू होने के लगभग तीन दशक बाद भी काफी विसंगतियां हैं।  रोहिणी कमीशन की रिपोर्ट लागू नही कर रहे मोदी-राज्य अतिपिछड़ा पिछड़ा आयोग के सदस्य अरविंद निषाद ने कहा कि केंद्र सरकार ने जस्टिस रोहिणी कमिशन बनाया।

कमेटी द्वारा रिपोर्ट भी सौंपा जा चुका है लेकिन मोदी सरकार उसे लागू करने की दिशा में आगे नहीं बढ़ रही है। उन्होंने रोहिणी आयोग के अनुशंसाओं को लागू करने, अति पिछड़ा वर्ग का वर्गीकरण करने, नौकरी तथा शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण देने की मांग की। वही गया टाउन से महागठबंधन के पूर्व प्रत्याशी निरंजन उर्फ डिंपल चंद्रवंशी ने कहा कि हमारा आरक्षण मारा जा रहा है।

इसके पूर्व कार्यक्रम में विषय प्रवेश कराते हुए परिचर्चा की अध्यक्षता कर रहे हैं निशांत राज ने कहा कि जातिगत सर्वेक्षण में चंद्रवंशी समाज की संख्या पूर्व की अपेक्षा कम दिखाई गई है। उन्होंने केंद्रीय सूची का भी विखंडन करने की आवश्यकता जताई। परिचर्चा का संचालन कपिलेश्वर विद्यार्थी ने किया।कार्यक्रम में ये रहे मौजूद-इस मौके पर बेलवा पंचायत के मुखिया प्रदीप चंद्रवंशी, डॉ. अरविंद कुमार सिंह, प्रीतम सिंह, मनोज सिंह, रामावतार सिंह, सिद्धनाथ सिंह, दिलीप सिंह, प्रमोद यादव, विकास कुमार दीपक कुमार आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

ट्रक और पिकअप वैन में हुई आमने-सामने टक्कर, दोनों वाहनों के चालकों की मौके पर दर्दनाक मौत

औरंगाबाद : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-139 औरंगाबाद-पटना मुख्य पथ पर औरंगाबाद मुफस्सिल थाना क्षेत्र में खैरी मोड़ के पास रविवार को ट्रक और पिकअप वैन की टक्कर में दोनों वाहनों के चालकों की दर्दनाक मौत हो गई। मृत ट्रक चालक की पहचान गोह थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव निवासी 38 वर्षीय नागेंद्र यादव एवं मृत पिकअप चालक की पहचान पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सेखौना मठ दक्षिण टोला निवासी भुआली राम के 19 वर्षीय पुत्र सूरज राम के रूप में हुई है। 

हादसे के बाद पुलिस द्वारा शवों का पोस्टमार्टम कराने के दौरान औरंगाबाद सदर अस्पताल आए मृत ट्रक चालक नागेंद्र यादव के परिजनों ने बताया कि नागेंद्र औरंगाबाद के जसोईया मोड़ स्थित सीमेंट प्लांट से रविवार को ट्रक से सीमेंट लेकर अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन स्थित रैक पॉइंट पर जा रहा था। जैसे ही वह ट्रक लेकर खैरी मोड़ के पास पहुंचा, वैसे ही दाउदनगर से औरंगाबाद की ओर आ रहे सब्जी लदे एक पिकअप वैन से आमने-सामने की टक्कर हो गई। हादसे में दोनों वाहनों के चालकों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। 

स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना औरंगाबाद मुफस्सिल थाना की पुलिस को दी। सूचना के बाद मुफस्सिल थानाध्यक्ष राजू कुमार सदल बल घटनास्थल पर पहुंचे और वाहनों में फंसे दोनों चालकों के शवों को बाहर निकाल कर सदर अस्पताल लाया। 

पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया है। परिजनों में हाहाकार मचा है। उनका रो रोकर बुरा हाल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मंदिर में मांस फेंका, महिला सीओ ने रात को धोया* *औरंगाबाद में बवाल, ग्रामीणों ने पुलिस की एंट्री रोकी; DM-SP को बुलाने पर अड़े रहे

औरंगाबाद : जिले के एक मंदिर में प्रतिबंधित मांस के टुकड़े फेंकने पर बवाल मच गया। गांव में तनाव की स्थिति बन गई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया है। मंदिर में भी प्रवेश पर भी रोक लगा दी।

रात को ही महिला सीओ ने मंदिर को खुद पानी से धोया और शुद्धिकरण कराया, तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।

मांस मंदिर में मिलने की बात शनिवार शाम 4 बजे गांववालों को पता चली। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए। घटना की सूचना पर पहुंचे SDPO ऋषि राज को ग्रामीणों ने रोक दिया। ग्रामीण सीधे DM और SP को बुलाने की मांग पर अड़ गए। मीडिया को भी नहीं जाने की अनुमति नहीं दी। घटना जिले के हसपुरा प्रखंड के समीप काजी बिगहा देवी मंदिर की है। 

सड़क पर आगजनी, बांस-बल्ली लगाकर रोका

ग्रामीणों ने काजी बिगहा मोड़ के पास हसपुरा मेहंदिया रोड में आगजनी कर तथा बांस-बल्ले लगा कर सड़क को पूरी तरह बंद कर दिया। ग्रामीण सड़क पर उतरकर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध जताने लगे। 

ग्रामीणों का आरोप है पुलिस प्रशासन के उदासीनता के चलते बार-बार धार्मिक भावनाओं को आहत किया जा रहा है। पहले भी चार बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं।

ग्रामीण मौके ओर एसपी डीएम को बुलाने की मांग करने लगे। ग्रामीणों में इतना आक्रोश है कि किसी भी अधिकारी, जनप्रतिनिधियों को पास फटकने नहीं दिया। ग्रामीणों के आक्रोश के आगे पुलिस बेबस दिखी। 

ग्रामीणों के तेवर के आगे पुलिस प्रदर्शन कर लोगों से 50 मीटर दूर खड़ी रही। सूचना पाकर प्रभारी सीओ डॉ. शोभा कुमारी के पहल पर हसपुरा थानाध्यक्ष अजय शंकर कुमार, एसआई सुमेश्वरनाथ झा को लेकर ग्रामीणों से बात करने पहुंचे, लेकिन ग्रामीण कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। 

थोड़ी देर बाद दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषिराज ग्रामीणों से वार्ता करने का प्रयास किया। ग्रामीण डीएम एसपी को  

बुलाने पर अड़ गए। 

ग्रामीणों ने कहा कि मांस के साथ मंदिर में पर्चा भी फेंका गया है।

रात 2 बजे सीओ ने मंदिर धोया

हालांकि डीएम और एसपी नहीं पहुंचे। रात 2 बजे प्रभारी सीओ डॉ. शोभा कुमारी ने ग्रामीणों को मनाया। मंदिर के अंदर गईं और बॉल्टी झाड़ू से मांस को हटाया। मंदिर को धोया और पूजा कराई। तब जाकर ग्रामीणों ने जाम हटाया।

इस संबंध में औरंगाबाद पुलिस ने बताया गया है कि हसपुरा थाना क्षेत्र ग्राम काजी बिगहा में एक धार्मिक स्थल में आपत्तिजनक सामग्री रखे जाने की सूचना प्राप्त हुई है। 

सदर अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर, सर्किल इंस्पेक्टर, थानाध्यक्ष हसपुरा घटनास्थल पर पहुंचे हैं।

स्थानीय लोगों से बात कर घटना के बारे में और जानकारी जुटाई जा रही है। घटनास्थल का निरीक्षण के लिए एफएसएल टीम को बुलाया गया है। सीसीटीवी की जांच की रही है। असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना के संबंध में सटीक जानकारी देने या अपराधियों के पहचान करने में सहयोग करने वाले व्यक्ति को 25 हजार नगद पुरस्कार दिया जाएगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद: जनता दल यूनाइटेड के जिला कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित

औरंगाबाद: किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ औरंगाबाद के द्वारा जनता दल यूनाइटेड के जिला कार्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम के अध्यक्षता किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बृजमोहन मेहता ने किया कार्यक्रम का संचालन जनता दल यूनाइटेड नबीनगर के प्रखंड अध्यक्ष कमलेश कुमार सिंह ने किया।

 इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में औरंगाबाद जिला के पूर्व सांसद सह नबीनगर के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह किसानों के सच्चे हितैषी थे। वे गांव, गरीब और किसान के शोषण के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले चौधरी चरणसिंह खुद को प्रधानमंत्री से ज्यादा एक किसान व सामाजिक कार्यकर्ता मानते थे। किसानों के हित में उनकी कोशिशों की सदैव सराहना हुई। भारत के पांचवें प्रधानमंत्री चरणसिंह की व्यक्तिगत छवि एक ऐसे देहाती पुरुष की थी, जो सादा जीवन और उच्च विचार में विश्वास रखता था। भूमि हदबंदी कानून उनके कार्यकाल की प्रमुख‍ विशेषता है।

वे कांग्रेस और लोकदल के प्रमुख नेता थे। 

 पूर्व सांसद ने कहा कि 

 उनका ध्येय वाक्य था कि भारत के समस्त किसान आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हों। उनके दिल में किसानों के प्रति काफी हमदर्दी थी। वे हिन्दी, अंग्रेजी के साथ ही उर्दू के भी अच्छे जानकार थे। 

 औरंगाबाद के पूर्व जिला अध्यक्ष और प्रदेश के उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह ने कहा कि चौधरी चरण सिंह के पद चिन्हों पर चलकर ही उनकी असली जयंती का फलाफल मिलेगा।

इस अवसर पर किसान एवं सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष बृजमोहन मेहता, बारुण के प्रखंड अध्यक्ष उपेंद्र कुमार यादव, राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार यादव, अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार चंद्रवंशी, जिला उपाध्यक्ष ओंकार नाथ सिंह, जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह, युवा नेता पंकज कुमार मेहता, मिथिलेश मेहता, सुनील शर्मा, टेंगरा के पंचायत अध्यक्ष दुर्गा प्रजापति सहित बेैरिया के उप मुखिया प्रमोद चंद्रवंशी आदि उपस्थित थे।

औरंगाबाद में हुई पहली रिलायंस डिजिटल स्टोर की शुरुआत

औरंगाबाद : देश के सबसे बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स प्लेटफार्म रिलायंस डिजिटल ने शनिवार को औरंगाबाद के जगदेव नगर स्थित जगदेव सिंह कॉम्प्लेक्स में अपने स्टोर का शुभारंभ किया। इस स्टोर का उद्घाटन उपस्थित अतिथि सतीश कुमार सिंह रेड क्रॉस चेयर मैन, रामस्वारिथ सिंह अजीत कुमार सिंह, रिलायंस डिजिटल के बिहार क्लस्टर हेड आदिल परवेज़ एवं स्टोर मनेजर रोमी मुखर्जी के द्वारा फीता काटकर किया गया। 

इस अवसर पर उन्होंने रिलायंस डिजिटल के सभी कर्मचारियों को अपनी शुभकामनाएं दी और कहा कि यह स्टोर इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों की खरीदारी के लिए उचित स्थान साबित होगा। वही रिलायंस डिजिटल के बिहार क्लस्टर हेड आदिल परवेज़ ने बताया कि यह औरंगाबाद का पहला स्टोर है। यहाँ टीवी, लैपटॉप, फ्रीज, मोबाइल, स्पीकर्स, स्मार्ट वॉच, हैडफ़ोन, ईयरबड्स से लेकर सभी इलेक्ट्रॉनिक्स सामान एक ही छत के नीचे उपलब्ध हैं।

 उन्होंने बताया कि ग्राहक मल्टी बैंक कार्ड का उपयोग कर दस प्रतिशत तक का कैशबैक पा सकते हैं। इस फेस्टिवल के दौरान ग्राहकों को सामान की खरीदारी पर विशेष छूट दी जाएगी। 

स्टोर मनेजर रोमी मुखर्जी ने बताया कि कंपनी रिलायंस डिजिटल से शॉपिंग करने वाले ग्राहकों को जीरो प्रतिशत इंट्रेस्ट फाइनेंस के बेहतर ऑप्शंस और ढेर सारे ऑफर्स दे रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा ग्राहक खरीदारी का लाभ उठा सकें। इसके साथ ही कंपनी पूरे भारत में फ्री होम डिलीवरी की भी सुविधा दे रही है। मौके पर रिलायंस डिजिटल से जुड़े सभी कर्मचारी मौजूद रहे।

प्रधानाध्यापिका को छुट्टी नहीं मिली तो विरोध स्वरूप विद्यालय में ही कटी पूरी रात

 छुट्टी नहीं मिली तो औरंगाबाद के दाउदनगर की एक प्रधानाध्यापिका ने विरोध स्वरूप विद्यालय में ही रात गुजार दी।

वह भी इस कड़कड़ाती ठंड में मात्र एक शॉल के सहारे जबकि उनकी तबीयत भी ठीक नहीं थी

।मामला दाउदनगर के पटवा टोली स्थित राजकियाकृत मध्य विद्यालय संख्या-2 से जुड़ा है जहां की प्रधानाध्यापिका मीरा कुमारी ने विशेषावकास मांगा जो उन्हें नहीं मिला तो उन्होंने गुस्से में घर जाने की बजाय विरोध स्वरूप स्कूल में ही रात बिताने का फैसला लिया।

उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक का खौफ ऐसा है कि मारे भय के कोई छुट्टी का आवेदन लेने तक की हिम्मत नहीं जुटा पाता है वह भी तब जबकि वह विशेषावकस मांग रही थी

।हालांकि इस बात को लेकर प्रधानाध्यापिका काफी चिंतित और सहमी नजर आईं कि कहीं उनका यह विरोध प्रदर्शन उनकी नौकरी पर ही भारी न पड़ जाए।

सांसदों के निलंबन के खिलाफ आक्रोश मार्च निकालकर किया नरेंद्र मोदी का पुतला दहन

सांसदों के निलंबन के खिलाफ में मोदी सरकार के विरुद्ध महागठबंधन का संयुक्त आक्रोश मार्च गांधी मैदान से रमेश चौक तक पैदल मार्च निकाला गया और नरेंद्र मोदी जी का पुतला दहन किया गया।इस आक्रोश मार्च में जदयू,राजद,कांग्रेस,सीपीआई, माले सभी के नेता व कार्यकर्ता शामिल हुए।

इस हिटलर साही सरकार के खिलाफ सड़क से संसद तक मोर्चा खोल दिया गया है,आने वाले लोकसभा 2024 के चुनाव में बिहार में खाता नहीं खुलने दिया जाएगा।सिर्फ हिंदू,मुस्लिम करके देश और समाज को बांटने का काम भाजपा सरकार द्वारा किया जा रहा है।

महंगाई,बेरोजगारी चरम पर है,इसका सुध लेने वाला कोई नहीं है,सिर्फ वोट लेने के लिए समाज में विभिन्न वर्गों में धर्मों में खाई पैदा किया जा रहा है।इस कार्यक्रम में राजद जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा जी,कांग्रेस जिलाध्यक्ष राकेश कुमार सिंह,जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ कुमार ऊर्फ रिंकू सिंह,सुरेश पासवान जी पूर्व मंत्री,सुरेश मेहता पूर्व विधायक, कोलेश्वर यादव पूर्व

जिलाध्यक्ष,सुबोध कुमार सिंह प्रदेश महासचिव राजद, उप प्रमुख बादशाह यादव,यूसुफ आजाद अंसारी,जदयु जिलाउपाध्यक्ष ओंकार नाथ सिंह,सतेंद्र चंद्रवंशी,मुमताज अहमद जुगनू,मुजफ्फर इकबाल कादरी,प्रदीप कुमार सिंह कांग्रेस नेता,मृत्युंजय सिंह,संजय यादव राजद,संजय राणा,ब्रजेश सिंह,सुनील वर्मा,सुरेंद्र सिंह जदयू नेता,राजू सिद्धी यादव,राहुल यादव युवा राजद वगैरह शामिल हुए।

छेड़खानी आरोपी को तीन साल की सजा एवं बारह हजार का लगा जुर्माना,

आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में स्पेशल पोक्सो कोर्ट ने बारूण थाना कांड संख्या -230/22, पोक्सो- जी. आर -35/22 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन बंदी

अभियुक्त सोनू कुमार सिन्दुरिया बारूण को तीन साल की सजा सुनाई है स्पेशल पीपी शिवलाल मेहता ने बताया कि अभियुक्त को भादंवि धारा 341 में एक माह की सजा पांच सौ जुर्माना, जुर्माना न देने पर पन्द्रह दिन अतिरिक्त कारावास, धारा 323 में छः माह सजा, पांच सौ जुर्माना , जुर्माना न देने पर पन्द्रह दिन अतिरिक्त कारावास, धारा 354 में तीन वर्ष की सजा और पांच हजार

जुर्माना, जुर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास, धारा 504 में तीन माह की सजा, पांच सौ जुर्माना, जुर्माना न देने पर पन्द्रह दिन अतिरिक्त कारावास, धारा 506 मे तीन माह की सजा पांच सौ जुर्माना, जूर्माना न देने पर पन्द्रह दिन अतिरिक्त कारावास, और पोक्सो एक्ट की धारा 08 में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना, जूर्माना न देने पर तीन माह अतिरिक्त कारावास

होगी, अभियुक्त 07/06/22 से जेल में बंद हैं और आज सजा सुनाकर जेल भेज दिया गया है, अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि अभियुक्त को उल्लेखित धाराओं में 19/12/23 को दोषी करार दिया गया था प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया था कि प्रतिदिन बारूण ब्लोक पर कम्प्यूटर सीखने जाती थी 06/06/22 को अभियुक्त ने रास्ते में जबरदस्ती हाथ पकड़ कर टेम्पु में गंदे

नियत से खींच लिया विरोध करने पर मारपीट किया,जब में अपने 

घर लौटी तो घर पर भी अभियुक्त आ धमका और गाली गलौज करने लगा,तब परिजन और आसपास के लोगों के साथ मिलकर हमने अभियुक्त को पकड़ कर थाने में सुपुर्द करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी, पीड़िता के परिजनों ने घटना के समय से आज तक अभियुक्त को जेल में बंद रहने और आज सज़ा सुनाई जाने के पश्चात फिर जेल भेजे जाने पर संतोष व्यक्त किया और त्वरित न्याय पर संतुष्ट दिखे,

अनियंत्रित स्कार्पियो ने बाइक सवार पति,पत्नी एवं उनके बच्ची को रौंदा, इलाज के दौरान पत्नी की मौत

औरंगाबाद – जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के मदनपुर बाजार में अनियंत्रित स्कार्पियो ने बाइक सवार पति,पत्नी एवं उनके बच्ची को रौंद दिया। जिससे बाइक पर सवार पत्नी की सदर अस्पताल में इलाज के दौरान दर्दनाक मौत हो गई।इस हादसे में गंभीर रूप से घायल महिला के पति को प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया गया।हालांकि इस हादसे में बाइक पर रही बच्ची बाल बाल बच गई।

मृतक महिला की पहचान रोहतास जिले के नारायणपुर गांव निवासी बिट्टू कुमार की पत्नी ललिता देवी के रूप में की गई है। हादसे के बाद स्कार्पियो चालक अपने वाहन को लेकर भागने में सफल रहा।

बताया जाता है कि बिट्टू अपने बच्ची और पत्नी के साथ अपने मामा के घर मदनपुर आया था और आज वह अपने गांव बाइक से जा रह था।लेकिन हादसे का शिकार हो गया।स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों का इलाज सामुदायिक स्वस्थ्य केंद्र मदनपुर कराया गया।मगर स्थिति को गंभीर देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल रेफर किया गया।मगर यहां इलाज के दौरान बिट्टू की पत्नी की मौत हो गई।

घटना के बाद परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।इधर नगर थाना पुलिस शव के पोस्टमार्टम के प्रक्रिया में जुट गई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत डेमो विद्यालयो के प्रधानाध्यापकों की प्रोफ़ेशनल लर्निग कम्यूनिटी हुई संपन्न

औरंगाबाद – जिले के रफीगंज प्रखंड के बीआरसी भवन में आकांक्षी जिला कार्यक्रम अंतर्गत डेमो विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन संपन हुवा। इस कार्यशाला में डेमो विद्यालयों के लगभग 23 विद्यालयो के प्रधानाध्यापको ने भाग लिया। 

इस कार्यक्रम की सहयोगी संस्था पीरामल फाउंडेशन के प्रोग्राम लीडर - शुभम वाघ और गांधी फैलो - कुशल मोंडल, मास्टर ट्रेनर -गौरव कुमार, सुरेंद्र प्रसाद, प्रमोद कुमार, अभय कुमार के सहयोग से कार्यशाला सम्पन्न हुई।

इस कार्यक्रम के बारे में विस्तृत चर्चा करते हुए मास्टर ट्रेनर्स ने प्रतिभागियों को चेतना सत्र, विद्यालय समय - प्रबंधन, चाइल्ड प्रोफाइल, मिशन दक्ष, बाल संसद, पुस्तकालय आदि अवधारणाओं पर जोर दिया गया। विद्यालय और समुदाय को जोड़ने पर जोर दिया गया। चेतना सत्र को कैसे रोचक बना सकते है, बाल सांसद को गठीत करने के फायदे और बुनियादी भाषा और संख्याज्ञान जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला गया। 

इस कार्यक्रम में 23 विद्यालय के प्रधानाध्यापक उपस्थित रहे, आगे आने वाले समय में हम किस तरह से शिक्षा क्षेत्र में अच्छे तरीके से बदलाव लाया जा सकता है, इस पर भी चर्चा संपन्न हुई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र