महाराणा फाउंडेशन द्वारा स्वागत समारोह और धन्यवाद यात्रा का आयोजन


औरंगाबाद जदयू जिला मुख्य प्रवक्ता अजिताभ कुमार ऊर्फ रिंकू सिंह ने प्रेस बयान जारी कर कहा की कल दिनाँक 20/12/2023 को महाराणा फाउंडेशन के अध्यक्ष विधान पार्षद संजय कुमार सिंह 11 बजे दिन में औरंगाबाद के महाराणा प्रताप चौक स्थित वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप के मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे तत्पश्चात 11.15 बजे वीर कुंअर सिंह के मूर्ति पर भी माल्यार्पण करेंगे।

वहां से फिर 12.00 बजे दिन में बभंडी गढ़ मैदान अम्बा में सभा को संबोधित करेंगे।पूर्व विधायक रफीगंज सह जदयू जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने औरंगाबाद के सभी युवाओं,बुजुर्गों,माताओं बहनों को इस अवसर पर सभी कार्यक्रम में शामिल होकर अपनी एकता को मजबूत करने का आह्वाहन किया है।

हत्या के आरोपी को कोर्ट ने दिया दोषी करार, 23 दिसंबर को सुनाई जायेगी सजा

औरंगाबाद - आज़ व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे चार ब्रजेश कुमार सिंह ने मदनपुर थाना कांड संख्या -108/08, एसटीआर -168/13 में निर्णय पर सुनवाई करते हुए एकमात्र अभियुक्त कृष्णा सिंह बाबु चौखड़ा मदनपुर को भादंवि धारा 302 और 427 में दोषी ठहराए है और बंधपत्र विखंडित कर जेल भेज दिया है।

एपीपी अनील कुमार चौबे ने बताया कि सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई के तिथि -23/12/23 को निर्धारित किया गया है। बचाव पक्ष के अधिवक्ता देवीनंदन सिंह ने बताया कि इस कांड के दो अभियुक्त मोहन सिंह और सतीश सिंह की मृत्यु हो गई है।

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि प्राथमिकी सूचक प्रदीप सिंह बाबु चौखड़ा मदनपुर ने 04/07/08 को प्राथमिकी में बताया था कि अभियुक्तों ने मिलकर जान मारने के नीयत से कमात मोड़ मुख्य सड़क पर मेरी मारूति गाड़ी को विपरीत दिशा से ट्रक से जोरदार धक्का मारी। जिससे मेरा पुत्र सिनेश कुमार सिंह और भतीजी खुशबू कुमारी गंभीर रूप से ज़ख्मी हो गई।

सदर अस्पताल ने दोनों को मृत घोषित किया था, और में भी इस घटना में जख्मी हो गया था। घटना के पूर्व में दोनों पक्षों में अपराधिक वाद न्यायालय में चल रही थी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद पुलिस के ये है 5 इनामी नक्सली,गिरफ्तार करने या सूचना देकर गिरफ्तारी में सहयोग देने वालों को मिलेंगे ढेर सारी राशि

औरंगाबाद : एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने सोमवार की रात्रि एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि बिहार सरकार के गृह विभाग आरक्षी शाखा द्वारा औरंगाबाद जिले के कुख्यात नक्सलियों के विरुद्ध अगले 2 वर्षों के लिए पुरस्कार की घोषणा की गई है।

इस घोषणा के अनुसार कोई भी पुलिसकर्मी जो फरार नक्सली को गिरफ्तार करेगी या कोई भी नागरिक फरार नक्सली के संबंध में सूचना देकर उसकी गिरफ्तारी में सहयोग प्रदान करेगा वह पुरस्कार की राशि प्राप्त करने के योग्य होगा।

ये है पांच नक्सली

एसपी ने बताया कि फरार नक्सलियों में गया जिला के मैगरा थाना क्षेत्र के तरवाडीह निवासी बबूई यादव के पुत्र नंदलाल यादव उर्फ नितेश जी उर्फ इरफान, गया के ही कोठी थाना क्षेत्र के कनेरगढ़ टोला समाथ गांव निवासी राजेंद्र यादव उर्फ विवेक यादव उर्फ सुनील यादव, एनटीपीसी खैरा थाना क्षेत्र के सल्वा गांव निवासी सीताराम रजवार उर्फ रमन जी, झारखंड के पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के देवगंज निवासी सरयू यादव के पुत्र संजय यादव उर्फ गोदराई तथा माली थाना क्षेत्र के सॉरी गांव निवासी राजेंद्र सिंह पर तीन-तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया है।

एसपी ने बताया कि नक्सली को गिरफ्तार करने वाले पुलिसकर्मी एवं सूचना देने वाले आम नागरिकों को उपरोक्त राशि से पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा।

सूचना देने के लिए व्हाट्सएप नंबर

9431822974, लैंडलाइन नंबर 06186 295201, अपर पुलिस अधीक्षक अभियान का व्हाट्सएप नंबर 8544428349, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का नंबर 9431800106, माली थानाध्यक्ष का व्हाट्सएप नंबर 9431822248, खैरा थाना अध्यक्ष का व्हाट्सएप नंबर 8340712700 अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दाउदनगर का व्हाट्सएप नंबर 9431800105 है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

उत्तर कोयल परियोजना को लेकर सांसद सुशील कुमार सिंह ने कही यह बात

औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने लोकसभा में नियम 377 के तहत लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से

 भारत सरकार को बिहार झारखंड के बहुत हि महत्वपूर्ण उत्तर कोयल परियोजना के बारे में ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बिहार-झारखंड दो-दो राज्यों के लगभग 25 लाख किसानों की 1.25 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई करने वाली

 अंतरर्राज्यीय उत्तर कोयल परियोजना का कार्यारंभ 1975 में हुआ।अभी तक हज़ारों करोड़ रुपये से अधिक ख़र्च करने के बावजूद भी दोनों राज्यों के तीन जिलों पलामू, औरंगाबाद और गया के किसान एक निश्चित सिंचाई सुविधा से वंचित है।

 जबकि शेष कार्यों को पूर्ण करने हेतु 2017 में केंद्रीय मंत्री परिषद ने 1622 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी। 5 जनवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शेष कार्यों को पूरा करने हेतु शिलान्यास किया गया और कार्यावधि 30 महीने निर्धारित की गई।

समय पर कार्य पूर्ण नहीं होने की वजह से निर्माण लागत में वृद्धि के कारण पुनः अक्टूबर 2023 में केंद्रीय मंत्री परिषद ने 2436 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की।जिसके तहत डूब क्षेत्र के किसानों को पुनः मुआवज़ा,मंडल डैम में लोहे का फाटक,मोहम्मदगंज बराज और दाएँ-बाएँ नहरों के जीर्णोद्धार का कार्य होना है।

इन सभी कार्यों विशेषकर मुआवज़ा भुगतान करने में झारखंड सरकार का सहयोग अपेक्षित है।मेरी भारत सरकार से माँग है कि लाखों किसानों के हित में 48 वर्षों से लंबित परियोजना के मंडल डैम में अविलम्ब लोहे का गेट लगाया जाए।

यूट्यूबर व एक न्यूज पोर्टल के संचालक आलोक कुमार पर हमले के आरोपी के गिरफ्तार नही होने से पत्रकारों मे आक्रोश

औरंगाबाद : जिले के पत्रकारों ने अम्बा के यूट्यूबर व एक न्यूज पोर्टल के संचालक आलोक कुमार पर कातिलाना हमला करने वाले परता पंचायत के मुखिया श्याम बिहारी राय उर्फ श्याम बिहारी राम की घटना घटना के पांच दिन बाद भी मुखिया की गिरफ्तारी नही होने पर गहरी नाराजगी जताई है। 

पत्रकारों ने सोमवार को यहां बैठक कर मुखिया की गिरफ्तारी नही होने पर नाराजगी जताते हुए पुलिस कप्तान से शीघ्र गिफ्तारी कराने की मांग की। 

कहा कि मामले में अम्बा थानाध्यक्ष की भूमिका संदिग्ध है और वें मुखिया की गिरफ्तारी में रुचि नही ले रहे है। इस कारण थानाध्यक्ष पर भी एसपी कार्रवाई कर न्याय का मार्ग प्रशस्त करे। 

बैठक की अध्यक्षता दीनानाथ मौआर ने की। बैठक में आकाश कुमार ,गणेश प्रशाद आलोक कुमार, धनंजय वैद्य, धीरेंद्र कुमार, प्रमोद कुमार सिंह सचिन सिंह, गणेश कुमार, , मिथिलेश पांडेय, मो. रिजवान अंसारी, मो. अरशद अली, राहुल कुमार, अभिनेष कुमार एवं अंबुज कुमार आदि मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में नकाबपोस चोर ने सुरक्षित एरिया में दिन के उजाले में दिया बड़ी घटना को अंजाम, जज के माँ के गले से छीना चैन

औरंगाबाद : शहर में अपराधियों के हौसले इस कदर बुलंद है कि वें रात के अंधेरे में ही नही दिन के उजाले में भी सरेआम घटनाओं को अंजाम दे डाल रहे है। 

ताजा मामला आज सोमवार का है, जब बाइक सवार दो नकाबपोश स्नैचर्स ने सोमवार की शाम प्रखंड कॉलोनी स्थित अति सुरक्षित एरिया ज्यूडिसियल आवासीय परिसर स्थित आवास के लॉन में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी(एसीजेएम) प्रथम श्रेणी सौरभ सिंह के दो बच्चों को खेला रही उनकी मां के गले से सोने की चेन छीन कर फरार हो गए। 

घटना को लेकर औरंगाबाद के न्यायिक पदाधिकारियों में गहरा आक्रोश है। घटना की सूचना मिलते ही दौड़ी-भागी मौके पर पहुंची औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस मामले की तहकीकात में जुटी है। 

औरंगाबाद व्यवहार न्यायालय के अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि मामले की छानबीन में पुलिस को सीसीटीवी कैमरे के फुटेज मिले है। फुटेज के आधार पर पुलिस नकाबपोश स्नैचर्स और स्नैचिंग की घटना को अंजाम देने में प्रयुक्त हुई बाइक की शिनाख्त में जुटी है। 

उन्होने बताया कि पूरा घटनाक्रम जज आवास में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है, जिसे पुलिस को उपलब्ध कराया है। इसी के आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है। चेन स्नैचिंग की घटना में न्यायाधीश की मां का गला छिल गया है। उनका इलाज कराया गया है। इलाज के बाद उनकी हालत खतरे से बाहर है। 

घटना को लेकर व्यवहार न्यायालय के न्यायधीशों में दहशत और आक्रोश है। जिला विधिज्ञ संघ, औरंगाबाद के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह और महासचिव नागेंद्र सिंह ने घटना की घोर निंदा करते हुए अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की है। न्यायाधीशों ने घटना को लेकर पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर

सवाल उठाया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

वैश्य समाज के बड़े नेताओं ने औरंगाबाद में किया ऐसा बड़ा ऐलान, राज्य की राजनीति गलियारे मे मचा हड़कंप

औरंगाबाद : बिहार में वैश्य समाज के बड़े नेताओं ने औरंगाबाद में एक बड़ा ऐलान कर राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। नेताओं ने हुंकार भरते हुए कहा कि जिस तरह देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर वैश्य का बेटा बैठा है। 2024 के चुनाव में भी पीएम की कुर्सी पर वैश्य समाज का बेटा ही बैठेगा। साथ ही बिहार में भी 2025 में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर वैश्य का बेटा ही बैठेगा। 

वैश्य समाज के नेताओं ने आज रविवार को औरंगाबाद के गांधी मैदान में राष्ट्रीय वैश्य महासभा के बैनर तले आयोजित वैश्य समागम में एक सुर में कहा कि वैश्य समाज जागरूक समाज है। समाज में राजनीतिक रूप से जागरूकता आई है। समाज के लोगों ने राजनीति में भी मजबूती के साथ कदम बढ़ाएं है। समाज अब किसी दल का बंधुआ नही है। समाज को आबादी के अनुरूप राजनीति में हिस्सेदारी चाहिए और समाज इसे लेकर रहेगा। समाज को अपनी ताकत को पहचानने की जरूरत है। वैश्य समाज में इतनी ताकत है कि बिहार में हम अपने समाज का मुख्यमंत्री बना सकते है। इस पर समाज काम कर रहा है और 2025 में बिहार का अगला मुख्यमंत्री वैश्य समाज का ही होगा। इसके लिए राष्ट्रीय वैश्य महासभा वैश्य समाज की सभी 56 उप जातियों को एकजुट करने में लगा है। 

वैश्य समागम में बतौर मुख्य अतिथि राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष व बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने दलीय बाध्यता के कारण खुलकर नही बोलते हुए कहा कि वैश्य समाज में अपार क्षमता है। यह क्षमतावान समाज है। इस समाज में इतनी क्षमता है कि वह जो चाहे कर सकता है। समाज में दृढ़ इच्छा शक्ति की जरूरत है। समाज को राजनीतिक रूप से अभी और जागरूक होने की जरुरत है। राजनीतिक रूप से जागरुक और एकजुट होने से ही वैश्य समाज के सभी उदेश्य पूरे होंगे। 

उन्होने कहा कि समाज को आगे बढ़ने की जरूरत है। पीछे देखने और पिछलग्गु बनने की नही बल्कि अपने समाज के साथ ही सर्व समाज को लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है। ऐसा करने से समाज का हर राजनीतिक उदेश्य पूरा होकर रहेगा। 

वैश्य समागम को संबोधित करते हुए मोरवां के विधायक रणविजय साहू ने कहा कि वैश्य समाज किसी राजनीतिक पार्टी का बंधुआ नही है। देश और राज्य के विकास में सबसे ज्यादा योगदान देने के बावजूद यह समाज उपेक्षित है। हम जिंदा कौम है। जिंदा कौम अपने पुरखों को याद रखती है। हमारे ही पुरखे के चंद्रगुप्त ने शासन किया था, जिसे इतिहास में स्वर्ण युग कहा जाता है। कहा कि समाज वे पिछड़़ेपन को दूर करने के लिए बिहार में वैश्य आयोग गठित करने की जरूरत है। वें राज्य सरकार से यह मांग करते है कि जल्द ही यहां वैश्य आयोग गठित करे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शेरघाटी की विधायक मंजू अग्रवाल ने कहा कि वैश्य समाज पहले नेता बनाने में विश्वास रखता था। इस विश्वास के कारण समाज के साथ छल होता रहा। अब ऐसा नही होगा। अब समाज नेता बनाने के लिए नही बल्कि नेता बनने को तैयार है। वही नोखा के पूर्व विधायक रामेश्वर चौरसियां ने कहा कि वैश्य समाज अब लगातार एकजुट हो रहा है। यह एकजुटता बनी रहनी चाहिए। एकजुटता के बदौलत ही आनेवाले समय में वैश्य समाज क व्यक्ति बिहार का मुख्यमंत्री बनेगा। 

कार्यक्रम में देव निवासी समाजसेवी लक्षमण गुप्ता ने कहा कि महासभा 56 उप जातियों में बंटे वैश्य समाज को एकजुट करने में लगा है। हम उप जाति को वर्ग बनाने में जुटे है। इसमें लगातार सफलता मिल रही है। वही महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष सह एलजेपीआर के प्रदेश उपाध्यक्ष डाॅ. प्रकाश चंद्रा ने कहा कि महासभा वैश्य समाज के सम्मान की लड़ाई लड़ रहा है। वें इस लड़ाई के अग्रिम पंक्ति के सिपाही है। समाज के सिपाही के रूप में वें समाज को निरंतर जागरूक करने में लगे है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के मंसूबे को किया नाकाम, जंगल में लगाए गए दो केन आइईडी बम को किया बरामद

औरंगाबाद : भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा मदनपुर थाना क्षेत्र के छकरबंदा जंगल में लगाए गए दो केन आइईडी बम को कोबरा के सुरक्षाबलों ने बरामद किया। बरामद केन बम को जंगल में ही कोबरा के बम निरोधक टीम के द्वारा विनष्ट कर दिया गया।

एएसपी अभियान मुकेश कुमार ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र के छकरबंदा जंगल स्थित लंगुराही जंगल में नक्सलियों के होने और नक्सल अभियान के सुरक्षाबलों पर हमला करने की योजना बनाने की सूचना पर जिला पुलिस और कोबरा की संयुक्त टीम के द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया। 

छापेमारी अभियान के दौरान जंगल में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए तीन किलोग्राम का दो केन आइईडी बम के होने की जानकारी मिली। 

जानकारी मिलने के बाद उस जगह की घेराबंदी कर बम निरोधक टीम के द्वारा दोनों केन बम को बरामद किया गया। 

बताया कि बरामद केन बम काफी शक्तिशाली था। डिफ्यूज करने के दौरान तेज आवाज के साथ विस्फोट किया। बताया कि केन बम की बरामदगी कर नक्सलियों के सुरक्षाबलों पर हमले की योजना को विफल कर दिया गया है। 

एएसपी अभियान ने बताया कि केन बम की बरामदगी किए जाने के बाद छकरबंदा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे बोले उद्योग मंत्री समीर महासेठ, राज्य के प्रति उद्योगपतियों का बढ़ा विश्वास

औरंगाबाद - बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि बिहार पर उद्योगपतियों का विश्वास बढ़ा है। राज्य में औद्योगिक निवेश का बेहतर माहौल बना है। इसी वजह से हाल में ही संपन्न निवेशक सम्मेलन के माध्यम से राज्य में उद्योग लगाने के लिए देश के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों ने 50 हजार करोड़ का निवेश करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए है। उक्त बातें उन्होंने आज रविवार को औरंगाबाद में आयोजित वैश्य समागम के दौरान पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही। 

कहा कि राज्य में उद्योग महकमें में बेहतर काम हो रहा है। बिहार में तेजी से औद्योगिकीकरण की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। हमारा उदेश्य राज्य को उद्योगों के मामलें टॉप टेन में लाना है। इसी उदेश्य पर हम काम कर रहे है। हाल में संपन्न निवेशक सम्मेलन में उद्योगपतियों के साथ राज्य में 50 हजार करोड़ के निवेश की सहमति बनी है। इसके लिए एमओयू साईन हुआ है। आगे उन्हे राज्य में 1 लाख करोड़ के औद्योगिक निवेश की उम्मीद है। 

उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार से बाहर दूसरे राज्यों और विदेशों में रह रहे राज्य में निवेश करने में सक्षम लोगों से उनकी अपील है कि उन्हे बिहार उनकी अपनी धरती बुला रही है। वें यहां उद्योग लगाएं। हम उन्हे उद्योग लगाने के लिए जमीन देंगे। हर वह सुविधा देंगे जो उद्योग लगाने के लिए जरूरी है। 

उन्होंने औरंगाबाद की चर्चा करते हुए कहा कि यह एक्सपोर्ट ओरिएंटेड जिला है। यह तीन-तीन नेशनल हाईवेज और रेलवें के डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर की कनेक्टिविटी हैं। यहां उद्योग लगाने की अपार संभावनाएं है। राज्य सरकार ने औद्योगिकीकरण की दिशा में जब कदम बढ़ाए है, तो बाहर में रह रहे औरंगाबाद के सक्षम लोगों की भी यह जिम्मेवारी बनती है कि वें भी यहां आए और उद्योग लगाकर क्षेत्र में समृद्धि लाएं। यहां के लोगों के लिए रोजगार सृजन का काम करे। 

समीर महासेठ ने कहा कि अपने वैश्य समाज के लोगों से भी उनका आग्रह होगा कि वें खुद को औद्योगिक उत्पादों के व्यापार तक ही सीमित नही रखे। वें भी उद्योग लगाने में सक्षम हैं। उनमें भी उद्योगों को चलाने की कार्यकुशलता है। वें भी उद्योग लगाने में रुचि ले। वें लाभ और रोजगार दोनों के लिए निवेश करे। हम आपको हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएं। आपके समाज का व्यक्ति राज्य का उद्योग मंत्री है। आप मुझ पर भरोसा कर सकते है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि उद्योग लगाने में होने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी से निजात दिलाउंगा। 

कहा कि राज्य सरकार केंद्र से लगातार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही है। यह मांग शत प्रतिशत जायज है। राज्य को विशेष दर्जा मिलेगा तो यहां औ प्रगति होगी। यहां उद्योग-धंधे और बढ़ेंगे। रोजी रोजगार का सृजन होगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

शिकंजा: सीबीआई ने आरा की अदालत में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, बरमेश्वर मुखिया की हत्या में हुलास समेत 8 पर चार्जशीट

औरंगाबाद : बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड मामले में सीबीआई ने पूरक चार्जशीट आरा के जिला एवं सत्र न्यायालय में दायर की है सेशन जज 3 के कोर्ट में दायर चार्जशीट में पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इनमें अभय पांडेय, नंद गोपाल पांडेय उर्फ फौजी, रीतेश कुमार उर्फ मोनू, अमितेश कुमार पांडेय उर्फ और मनोज राय उर्फ मनोज पांडेय शामिल हैं।

सीबीआई के स्तर से दायर इस चार्जशीट में कहा गया है कि हुलास पांडेय ने सात अन्य आरोपितों के साथ मिलकर बरमेश्वर नाथ सिंह उर्फ बरमेश्वर मुखिया की हत्या का षडयंत्र रचा था। साजिश के तहत ही पहले सभी आरोपित आरा के कतिरा मोड़ पर 1 जून 2012 की अहले सुबह 4 बजे एकत्र हुए थे। जब बरमेश्वर मुखिया अपने रोजाना की दिनचर्या के तहत सुबह टहलने के लिए निकले और अपने आवास की गली के पास पहुंचे, तभी नजदीक से छह गोलियां मारकर हुलास पांडेय समेत अन्य लोगों ने उनकी हत्या कर दी। सभी गोलियां देसी पिस्टल से चलाई गईं थी। सीबीआई ने इस मामले की पूरी गहनता से जांच करने के बाद यह अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। जिसमें इन आठ को मुख्य रूप से अभियुक्त बनाया गया है। 

10 साल तक जांच के बाद चार्जशीट दायर की

रणवीर सेना के प्रमुख 70वर्षीय बरमेश्वर मुखिया की हत्या के तकरीबन एक साल बाद 12 जुलाई 2013 को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। उनकी हत्या से संबंधित एफआईआर आरा के नवादा थाने में दर्ज की गई थी, जिसको एफआईआर संख्या 139/2012 है।

सुराग देने वालों को 10 लाख इनाम के पोस्टर जारी हुए थे

इस मामले की जांच में शुरुआती 8-9 वर्ष तक सीबीआई के हाथ एकदम खाली रहे। बाद में इस मामले को लेकर जनवरी 2021 में सीबीआई ने पोस्टर जारी किया आरा सदर अस्पताल के मुख्य गेट के अलावा शहर में दूसरे कई स्थानों पर इसे चस्पा भी किया। इसमें इस हत्याकांड को सुलझाने में मदद करने वाले अहम सुराग देने वालों को 10 लाख रुपये इनाम देने की बात कही गई थी। इस तरह के पोस्टर सीबीआई के स्तर से दो बार चिपकाए गए। इसके बाद मामले की तफ्तीश के दौरान कुछ अहम सुराग जांच एजेंसी के हाथ लगे। जिसके आधार पर मामले की तपतीश आगे बढ़ी। अब सीबीआई ने आठ लोगों को आरोपित ठहराते हुए अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। इससे पहले दायर चार्जशीट में भी कुछ लोग आरोपित बनाए गए थे।

इसमें हत्या, आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य संगीन आपराधिक धाराएं लगाते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई की 10 वर्ष की लंबी जांच के बाद मुख्य आरोपितों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र