सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के मंसूबे को किया नाकाम, जंगल में लगाए गए दो केन आइईडी बम को किया बरामद

औरंगाबाद : भाकपा माओवादी नक्सलियों के द्वारा मदनपुर थाना क्षेत्र के छकरबंदा जंगल में लगाए गए दो केन आइईडी बम को कोबरा के सुरक्षाबलों ने बरामद किया। बरामद केन बम को जंगल में ही कोबरा के बम निरोधक टीम के द्वारा विनष्ट कर दिया गया।

एएसपी अभियान मुकेश कुमार ने बताया कि मदनपुर थाना क्षेत्र के छकरबंदा जंगल स्थित लंगुराही जंगल में नक्सलियों के होने और नक्सल अभियान के सुरक्षाबलों पर हमला करने की योजना बनाने की सूचना पर जिला पुलिस और कोबरा की संयुक्त टीम के द्वारा छापेमारी अभियान चलाया गया। 

छापेमारी अभियान के दौरान जंगल में नक्सलियों के द्वारा लगाए गए तीन किलोग्राम का दो केन आइईडी बम के होने की जानकारी मिली। 

जानकारी मिलने के बाद उस जगह की घेराबंदी कर बम निरोधक टीम के द्वारा दोनों केन बम को बरामद किया गया। 

बताया कि बरामद केन बम काफी शक्तिशाली था। डिफ्यूज करने के दौरान तेज आवाज के साथ विस्फोट किया। बताया कि केन बम की बरामदगी कर नक्सलियों के सुरक्षाबलों पर हमले की योजना को विफल कर दिया गया है। 

एएसपी अभियान ने बताया कि केन बम की बरामदगी किए जाने के बाद छकरबंदा जंगल में नक्सलियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे बोले उद्योग मंत्री समीर महासेठ, राज्य के प्रति उद्योगपतियों का बढ़ा विश्वास

औरंगाबाद - बिहार सरकार के उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ ने कहा कि बिहार पर उद्योगपतियों का विश्वास बढ़ा है। राज्य में औद्योगिक निवेश का बेहतर माहौल बना है। इसी वजह से हाल में ही संपन्न निवेशक सम्मेलन के माध्यम से राज्य में उद्योग लगाने के लिए देश के प्रतिष्ठित उद्योगपतियों ने 50 हजार करोड़ का निवेश करने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए है। उक्त बातें उन्होंने आज रविवार को औरंगाबाद में आयोजित वैश्य समागम के दौरान पत्रकारों से वार्ता के दौरान कही। 

कहा कि राज्य में उद्योग महकमें में बेहतर काम हो रहा है। बिहार में तेजी से औद्योगिकीकरण की दिशा में राज्य सरकार लगातार काम कर रही है। हमारा उदेश्य राज्य को उद्योगों के मामलें टॉप टेन में लाना है। इसी उदेश्य पर हम काम कर रहे है। हाल में संपन्न निवेशक सम्मेलन में उद्योगपतियों के साथ राज्य में 50 हजार करोड़ के निवेश की सहमति बनी है। इसके लिए एमओयू साईन हुआ है। आगे उन्हे राज्य में 1 लाख करोड़ के औद्योगिक निवेश की उम्मीद है। 

उद्योग मंत्री ने कहा कि बिहार से बाहर दूसरे राज्यों और विदेशों में रह रहे राज्य में निवेश करने में सक्षम लोगों से उनकी अपील है कि उन्हे बिहार उनकी अपनी धरती बुला रही है। वें यहां उद्योग लगाएं। हम उन्हे उद्योग लगाने के लिए जमीन देंगे। हर वह सुविधा देंगे जो उद्योग लगाने के लिए जरूरी है। 

उन्होंने औरंगाबाद की चर्चा करते हुए कहा कि यह एक्सपोर्ट ओरिएंटेड जिला है। यह तीन-तीन नेशनल हाईवेज और रेलवें के डेडिकेटेड फ्रेट कोरिडोर की कनेक्टिविटी हैं। यहां उद्योग लगाने की अपार संभावनाएं है। राज्य सरकार ने औद्योगिकीकरण की दिशा में जब कदम बढ़ाए है, तो बाहर में रह रहे औरंगाबाद के सक्षम लोगों की भी यह जिम्मेवारी बनती है कि वें भी यहां आए और उद्योग लगाकर क्षेत्र में समृद्धि लाएं। यहां के लोगों के लिए रोजगार सृजन का काम करे। 

समीर महासेठ ने कहा कि अपने वैश्य समाज के लोगों से भी उनका आग्रह होगा कि वें खुद को औद्योगिक उत्पादों के व्यापार तक ही सीमित नही रखे। वें भी उद्योग लगाने में सक्षम हैं। उनमें भी उद्योगों को चलाने की कार्यकुशलता है। वें भी उद्योग लगाने में रुचि ले। वें लाभ और रोजगार दोनों के लिए निवेश करे। हम आपको हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएं। आपके समाज का व्यक्ति राज्य का उद्योग मंत्री है। आप मुझ पर भरोसा कर सकते है। मैं विश्वास दिलाता हूं कि उद्योग लगाने में होने वाली किसी भी प्रकार की परेशानी से निजात दिलाउंगा। 

कहा कि राज्य सरकार केंद्र से लगातार बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रही है। यह मांग शत प्रतिशत जायज है। राज्य को विशेष दर्जा मिलेगा तो यहां औ प्रगति होगी। यहां उद्योग-धंधे और बढ़ेंगे। रोजी रोजगार का सृजन होगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

शिकंजा: सीबीआई ने आरा की अदालत में पूरक आरोपपत्र दाखिल किया, बरमेश्वर मुखिया की हत्या में हुलास समेत 8 पर चार्जशीट

औरंगाबाद : बरमेश्वर मुखिया हत्याकांड मामले में सीबीआई ने पूरक चार्जशीट आरा के जिला एवं सत्र न्यायालय में दायर की है सेशन जज 3 के कोर्ट में दायर चार्जशीट में पूर्व एमएलसी हुलास पांडेय समेत आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। इनमें अभय पांडेय, नंद गोपाल पांडेय उर्फ फौजी, रीतेश कुमार उर्फ मोनू, अमितेश कुमार पांडेय उर्फ और मनोज राय उर्फ मनोज पांडेय शामिल हैं।

सीबीआई के स्तर से दायर इस चार्जशीट में कहा गया है कि हुलास पांडेय ने सात अन्य आरोपितों के साथ मिलकर बरमेश्वर नाथ सिंह उर्फ बरमेश्वर मुखिया की हत्या का षडयंत्र रचा था। साजिश के तहत ही पहले सभी आरोपित आरा के कतिरा मोड़ पर 1 जून 2012 की अहले सुबह 4 बजे एकत्र हुए थे। जब बरमेश्वर मुखिया अपने रोजाना की दिनचर्या के तहत सुबह टहलने के लिए निकले और अपने आवास की गली के पास पहुंचे, तभी नजदीक से छह गोलियां मारकर हुलास पांडेय समेत अन्य लोगों ने उनकी हत्या कर दी। सभी गोलियां देसी पिस्टल से चलाई गईं थी। सीबीआई ने इस मामले की पूरी गहनता से जांच करने के बाद यह अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। जिसमें इन आठ को मुख्य रूप से अभियुक्त बनाया गया है। 

10 साल तक जांच के बाद चार्जशीट दायर की

रणवीर सेना के प्रमुख 70वर्षीय बरमेश्वर मुखिया की हत्या के तकरीबन एक साल बाद 12 जुलाई 2013 को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। उनकी हत्या से संबंधित एफआईआर आरा के नवादा थाने में दर्ज की गई थी, जिसको एफआईआर संख्या 139/2012 है।

सुराग देने वालों को 10 लाख इनाम के पोस्टर जारी हुए थे

इस मामले की जांच में शुरुआती 8-9 वर्ष तक सीबीआई के हाथ एकदम खाली रहे। बाद में इस मामले को लेकर जनवरी 2021 में सीबीआई ने पोस्टर जारी किया आरा सदर अस्पताल के मुख्य गेट के अलावा शहर में दूसरे कई स्थानों पर इसे चस्पा भी किया। इसमें इस हत्याकांड को सुलझाने में मदद करने वाले अहम सुराग देने वालों को 10 लाख रुपये इनाम देने की बात कही गई थी। इस तरह के पोस्टर सीबीआई के स्तर से दो बार चिपकाए गए। इसके बाद मामले की तफ्तीश के दौरान कुछ अहम सुराग जांच एजेंसी के हाथ लगे। जिसके आधार पर मामले की तपतीश आगे बढ़ी। अब सीबीआई ने आठ लोगों को आरोपित ठहराते हुए अनुपूरक चार्जशीट दायर की है। इससे पहले दायर चार्जशीट में भी कुछ लोग आरोपित बनाए गए थे।

इसमें हत्या, आपराधिक षडयंत्र समेत अन्य संगीन आपराधिक धाराएं लगाते हुए अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। सीबीआई की 10 वर्ष की लंबी जांच के बाद मुख्य आरोपितों को चिन्हित करते हुए उनके खिलाफ चार्जशीट दायर की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में 17 दिसंबर को वैश्य महासम्मेलन का आयोजन, जुटेंगे 50 हज़ार से अधिक वैश्य

औरंगाबाद। वैश्य समाज के सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक एवं बौद्धिक उत्थान को लेकर औरंगाबाद शहर के गांधी मैदान में रविवार को वैश्य समागम का आयोजन किया जा रहा है।

समागम की सफलता को लेकर समाज के लोगों के द्वारा पिछले कई दिनों से मैराथन बैठक एवं जनसंपर्क अभियान चलाए जा रहे है ताकि समाज के लाखों लोग इसमें अपनी उपस्थिति दर्ज कर इसका लाभ उठाएं।

कार्यक्रम की तैयारी में जुटे जितेंद्र गुप्ता एवं रामजी गुप्ता ने बताया कि समागम की तैयारी पुरी कर ली गई है।

इस समागम के मुख्य अतिथि उद्योग मंत्री समीर महासेठ होंगे और सभी दुकानदार 17 दिसंबर को सिर्फ एक उद्देश्य 'अपना दुकान,गांधी मैदान' लेकर चल रहे है।

17 दिसंबर को शहर की अधिकतर दुकानदार अपनी अपनी दुकानों को बंद कर गांधी मैदान में अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे।

इसके लिए आज शाम को भी एक संपर्क यात्रा निकाल कर अन्य व्यवसायियों के घरों तक जाएंगे और उन्हें पूरे परिवार के साथ आमंत्रित करेंगे। .  

बाईट जितेन्द्र गुप्ता          

बाईट रामजी गुप्ता

क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक पूर्व-1, एनटीपीसी ने किया बीआरबीसीएल परियोजना का किया दौरा, परिचालन प्रदर्शन की समीक्षा की

औरंगाबाद : सुदीप नाग, क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक, पूर्व-1, एनटीपीसी ने बीआरबीसीएल के दौरे पर स्टेशन के परिचालन प्रदर्शन की समीक्षा की। बीआरबीसीएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री रवि प्रकाश ने अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में श्री नाग का स्वागत किया।

श्री सुदीप नाग ने संयंत्र के व्यापक दौरे में भाग लिया और इसके संचालन के विभिन्न पहलुओं को प्रत्यक्ष रूप से देखा। इस दौरान उन्होंने सभी महाप्रबंधकों व अन्य विभागाध्यक्षों सहित परियोजना समीक्षा बैठक की। समीक्षा करते हुए उन्होंने परियोजना की कार्य संस्कृति की प्रशंसा की व साथ ही परियोजना के संचालन में नए आयामों को हासिल करने हेतु विभिन्न सुझाव दिए। श्री नाग ने संयंत्र संचालन के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा मापदंडों के महत्व पर जोर दिया। 

उन्होंने संचालन के सभी पहलुओं में निरंतर सुधार के महत्व पर चर्चा की। श्री नाग ने उत्कृष्टता की खोज में प्रौद्योगिकियों और सर्वोत्तम प्रथाओं को आगे बढ़ाने के लिए बीआरबीसीएल द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की। 

उनकी यात्रा ग्राहक संतुष्टि, कर्मचारी विकास और सतत विकास पर नए सिरे से ध्यान देने के साथ, ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी के रूप में बीआरबीसीएल की स्थिति को मजबूत करने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में वर्षों से अधूरा पड़े सड़को का हुआ जीणोद्धार, सड़क बनने से जल्द मिलेगी ओबीपुर ग्रामीणों को एनटीपीसी के द्वारा सुविधाए

औरंगाबाद : एनटीपीसी नबीनगर (नबीनगर सुपर थर्मल पावर स्टेशन) ने शुरू किया ग्रामीण इलाको में सड़क निर्माण। मुख्य महाप्रभंधक श्री चन्दन कुमार सामंता ने शुक्रवार को चयनित स्थानों का दौरा कर, सड़क निर्माण कार्यों का उद्घाटन किया गया।। एनटीपीसी नबीनगर निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व एवं सामुदायिक विकास के अंतर्गत परियोजना के निकटतम ग्रामीण क्षेत्र में सड़क निर्माण का काम कर रही है।

एनटीपीसी नबीनगर सिमरा दुसाध गाँव में पीसीसी (PCC) सड़क का निर्माण सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत करने जा रही है, जिसका अनुमानित खर्च 38 लाख रुपए होगा। 

वही पंचमो ब्रिज से हरचंपुर एवं ओबीपुर गांवो तक की पीसीसी (PCC) सड़क का निर्माण निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत किया जाएगा जिसका कुल खर्च लगभग 40 लाख रुपए होगा। 

सड़क निर्माण कार्यों के इलावा, एनटीपीसी नबीनगर ग्रामीण लोगो के लिए अनेको और योजनाओ के तहत काम कर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बहन रोहिणी आचार्य के साथ दाउदनगर के हिच्छन बिगहा पहुंचे मंत्री तेज प्रताप यादव, राव रणविजय सिंह को किया याद

औरंगाबाद - राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के समधी एवं रोहिणी आचार्या के ससुर राव रणविजय सिंह की स्मृति में दाउदनगर के हिच्छन बिगहा में गुरुवार को सादा समारोह आयोजित किया गया. 

इस समारोह में पर्यावरण,वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तेज प्रताप यादव,उनकी बहन और राव रणविजय सिंह की पुत्रवधू रोहिणी आचार्या एवं इनके पति समरेश सिंह,अरवल के पूर्व विधायक रविंद्र सिंह,उपेंद्र यादव, जिला पार्षद अमरेंद्र उर्फ अरविंद यादव, राजद नेता सुमित कुमार यादव समेत राजद के कई नेताओं एवं विभिन्न दलों के नेताओं ने पहुंचकर दिवंगत राव रणविजय सिंह की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया.

दिवंगत राव रणविजय सिंह आयकर अधिकारी थे. बताया जाता है कि 14 दिसंबर 2013 को उनका निधन हो गया था. तब से हर वर्ष 14 दिसंबर को उनकी याद में समारोह आयोजित किया जाता रहा है.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने सड़कों के रखरखाव के नाम पर बड़ा घोटाला किए जाने का लगाया आरोप, उच्चस्तरीय जांच की

औरंगाबाद - जिले में सड़कों के रखरखाव के नाम पर बहुत बड़ा घोटाला हुआ है। यह रहस्योद्धाटन करते हुए बीजेपी के बड़े नेता और पूर्व सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह ने कहा कि बहुत बड़े इस घोटालें को विभागीय अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से अंजाम दिया गया है। कहा कि मामले की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए। मेरा दावा है कि जांच होने पर करोड़ों रूपयें का बड़ा घोटाला सामने आएगा। 

उन्होने कहा कि वित्तीय वर्ष 2019-20 से अबतक ग्रामीण सड़कों की न तो मरम्मत की गई है और न ही बरसात के दौरान सड़कों के किनारे उगने वाले झाड़-झखाड़ की ही कटाई कराई की गई है। धरातल पर इसे देखा जा सकता है। हकीकत यह है कि कागजों में यह कार्य पूरा दिखाया गया है और करोड़ों का घोटाला किया गया। घोटालें में ग्रामीण कार्य विभाग और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों की गहरी मिलीभगत है। इस मिलीभगत से पिछले चार सालों से लगातार इस घोटालें को अंजाम दिया जा रहा है। 

रामाधार सिंह ने अपने निर्वाचन क्षेत्र औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र की सड़कों का नाम गिनाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी ग्रामीण सड़कों का पिछले चार साल से मेंटेनेंस नही कर कागजों में रखरखाव दिखा कर घोटाला किया गया है। कहा कि इब्राहिमपुर से बाकन-नेहुटी भाया पहरमा, हरिहरगंज से मेहंदिया, रजोई रोड से बिगहा, सोखेया से रजोई, नौगढ़ से बिसैनी, बिसैनी से भेड़ियां, अकौना मोड़ से सोखेया भाया इंदा बिगहा, इबनपुर रोड, पोखराहा मोड़ से जीटी रोड भाया पोईवां, हरिहरगंज से मेहंदिया एवं पोईवां मोड़ से वार आदि सड़कों के मेंटेनेंस के नाम घोटाला किया गया है। 

कहा कि यह घोटाला सिर्फ औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र तक सीमित नही है बल्कि इसका दायरा और जाल पूरे औरंगाबाद जिले में फैला हुआ है। इस बारे में पूछे जाने पर ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता मो. अरशद ने कहा कि सड़कों का रखरखाव हो रहा है, तभी तो सड़कों पर आवागमन हो रहा है। सड़कों के खराब होने पर जहां शॉर्ट पैच की जरूरत होती है, वहां पैच किया जाता है। यह काम निरंतर चलता रहता है। बरसात के दिनों में थोड़ी दिक्कत होती है लेकिन बरसात बात मरम्मत और झाड़-झखाड़ की सफाई करा दी जाती है। कहा कि हो सकता है कि कुछ सड़कों की मरम्मत नही हुई हो और तकनीकी कारणों से ठेकेदार को इसके लिए समय दिया गया हो। जिन सड़कों की मरम्मत नही हुई है, उनकी मरम्मत कराई जाएंगी। 

यह पूछे जाने पर कि विभाग द्वारा सड़कों के मेंटेनेंस के नाम पर कितनी राशि खर्च की गई है, इस पर विभाग के बड़े अधिकारी होने के बावजूद उन्होने पल्ला झाड़कर नीचे के अधिकारियों पर थोपते हुए कहा कि यह मामला डिविजन का है। डिविजन के एकाउंटेंट और कैशियर ही बता सकते है कि सड़कों के रखरखाव के लिए कितनी राशि आबंटित हुई है और अबतक कितनी खर्च हुई है। इन बातों से साफ है कि अधीक्षण अभियंता इतने गंभीर मामले को इस कारण हल्के में ले रहे है क्योकि मामला उनके विभाग का है और मामले की जांच होती है तो जांच की आंच उन तक भी पहुंच सकती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

दोहरे हत्याकांड के आरोपी को कोर्ट ने सुनाई आजीवन कारावास सजा, लगाया अर्थ दंड भी

औरंगाबाद : आज व्यवहार न्यायालय औरंगाबाद में एडिजे सात सुनील कुमार सिंह ने पौथु थाना कांड संख्या -31/07 में सज़ा के बिन्दु पर सुनवाई करते हुए एकमात्र काराधीन बंदी अभियुक्त शम्भू शर्मा उर्फ शम्भू सिंह ग्राम इंटवा थाना पौथु को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। 

एपीपी इंद्रदेव यादव ने बताया कि अभियुक्त को भादंवि धारा 302/149 में आजीवन कारावास की सजा और पच्चीस हजार जुर्माना लगाया गया है। जुर्माना न भरने पर एक साल अतिरिक्त कारावास होगी। 

भादंवि धारा-147 में एक साल की सजा एक हजार जुर्माना, जुर्माना न देने पर एक माह अतिरिक्त कारावास होगी। भादंवि धारा -148 में दो साल की सजा और एक हजार जुर्माना, जूर्माना न देने पर एक माह अतिरिक्त कारावास होगी। 

वहीं 27 आर्म्स एक्ट में तीन साल की सजा और पांच हजार जुर्माना लगाया गया है। जूर्माना न देने पर छः माह अतिरिक्त कारावास की सजा होगी। सभी सजाएं साथ साथ चलेंगी। 

अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि अभियुक्त को 13/12/23 को उल्लेखित धाराओं में दोषी ठहराया गया था। आज सजा सुनाने के पश्चात जेल भेज दिया गया है। 

अधिवक्ता ने आगे बताया कि प्राथमिकी सूचक रामश्लोक शर्मा ग्राम इंटवा थाना पौथु के द्वारा प्राथमिकी 18/09/2007 को दर्ज कराई थी। जिसमें कहा था कि अभियुक्तों ने जमीनी विवाद में दो सहोदर भाई योगेन्द्र सिंह और जय गोविन्द सिंह को बंदुक और घातक हथियार से हमला कर हत्या कर दिया था। 

13/12/23 को निर्णय पर न्यायालय ने अन्य अभियुक्तों को साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त कर दिया गया था। काराधीन बंदी अभियुक्त को दोषी ठहराया गया था।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अपनी 7 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवक संघ ने आज शुक्रवार को प्रधान डाक घर परिसर में धरने का किया आयोजन

औरंगाबाद : अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ संयुक्त संघर्ष समिति औरंगाबाद मंडल के तत्वाधान में 7 सूत्री मांगों को लेकर शुक्रवार को चौथे दिन प्रधान डाक घर परिसर में धरने का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा ने की। 

धरने पर बैठे कर्मियों ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर लगातार धरना एवं प्रदर्शन तथा भूख हड़ताल किए जा रहे हैं। उसके बावजूद भी डाककर्मियों की समस्याओं पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है।इसलिए अपनी जायज मांगों को लेकर सभी कर्मी 12 दिसंबर से ही कार्य बंद करके अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है और अपनी एकजुट को प्रदर्शित कर रहे हैं। 

कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता है तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को और भी विकराल स्वरूप प्रदान किया जाएगा। 

धरने पर बैठे कर्मियों ने कहा कि उनकी मांगों में 8 घंटे का काम पेंशन सहित सभी सरकारी लाभ कमलेश चंद्र कमेटी की सभी सिफारिश को लागू करना ग्रामीण डाक सेवकों की एसडीपीएस में सेवा निर्माण लाभ 3% से बढ़कर 10% करना और ग्रामीण डाक सेवक को पेंशन प्रदान करना साथ ही साथ सभी प्रकार की प्रोत्साहन योजना को समाप्त कर आईपीपीबीएल, आरपीएलआई बचत योजना, मनरेगा भुगतान को बंद कर कार्यभार की गणना करना आदि शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र