संत शिरोमणि अनंत विभूषित ने किया श्री राम कथा का सुंदर वर्णन
सीतापुर- नगर के श्री राम जानकी मंदिर में चल रहे श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए संत शिरोमणि अनंत विभूषित पंडित राम शंकर दास महाराज वेदांती ने प्रभु श्री राम नाम की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान के श्री चरणों से अनुराग करो, प्रेम करो तभी सच्चे प्रेम की अनुभूति होगी उन्होंने कहा कि श्री राम कथा सुनने से प्रभु के प्रति प्रेम अनुराग के साथ भक्ति की अनुभूति होती है। उन्होंने कहा कि प्रभु सर्वज्ञ हैं उन्हें सब पता है परंतु हम भगवान से अपने कर्मों को छुपाते हैं।
संत शिरोमणि ने इस मौके पर जनकपुर धाम में प्रभु श्री राम लक्ष्मण एवं ऋषि विश्वामित्र की कथा का सुंदर वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु श्री राम लक्ष्मण के दर्शन को पाने के लिए सभी जनकपुर के बालक सुंदर-सदन के दरवाजे पर जमा हो जाते हैं परंतु पहरेदार उनको आज्ञा नहीं देते परंतु बालक हठ करके वहीं पर बैठ जाते हैं संत शिरोमणि ने श्री राम की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि प्रभु से कुछ भी छुपा हुआ नहीं है वह तो सर्वज्ञ है उन्हें सब पता है कि -क्या हो रहा है, बालकों के हठ को देखकर प्रभु श्री राम, सुंदर सदन के दरवाजे पर आकर बालकों को दर्शन देकर कृतार्थ करते हैं। उसके उपरांत प्रभु श्री राम ऋषि विश्वामित्र से नगर दर्शन की आज्ञा मांगते हैं जिस पर मुनिश्रेष्ठ उन्हें सबको दर्शन देने की आज्ञा प्रदान करते हैं, प्रभु श्री राम जनक धाम की प्रत्येक गलियों से गुजर कर लोगों को दर्शन देकर कृतार्थ करते हैं।
उसके बाद संत शिरोमणि ने पुष्प वाटिका की कथा का सुंदर एवं मार्मिक वर्णन किया, उन्होंने कहा जहां राम है वहां काम नहीं जहां काम है वहां श्री राम नहीं, राम नाम का जप करने से काम नष्ट हो जाता है। इस मौके पर उन्होंने जानकी जी की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि, जानकी जी प्रभु से भी लोगों पर कृपा करने में आगे हैं अगर उनकी कृपा मिल जाए तो भगवान श्री राम भी कृपा करते हैं, संत शिरोमणि ने इस मौके पर उपस्थित भक्त जनों से कहा कि प्रभु श्री राम कथा कोटि-कोटि के जन्मों के पुण्य के बाद रसपान करने को मिलती है। प्रातः काल की बेला में भक्त घनश्याम लाल शुक्ल के आवास पर एक महा आरती का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में भक्त जनों ने प्रतिभाग किया इस मौके पर भगवान का 56 भोग लगाया गया और लोगों को प्रसाद वितरित किया गया आरती के उपरांत भारी संख्या में लोगों ने संत शिरोमणि महाराज से दीक्षा ली।
Dec 16 2023, 18:06