मण्डलीय उद्योग बन्धु समिति की बैठक सम्पन्न

लखनऊ। मंडलायुक्त डा रोशन जैकब की अध्यक्षता में आज मण्डलीय उद्योग बन्धु समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में औद्योगिक क्षेत्र अमौसी, सरोजनी नगर एवं बंथरा स्थित औद्यानिक इकाईयों में जल भराव की समस्या पर एनएचआई द्वारा समिति को अवगत कराया गया कि कानपुर एक्सप्रेसवे के डीपीआर में एक्सप्रेस के दोनों तरफ मार्ग के के जल निकासी हेतु ट्रेन का प्रावधान किया गया है।

जिसके अन्तर्गत चौड़ी नाली का निर्माण किया जाना है। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे प्रस्तावित नाली के निर्माण के लिए ग्राम-फरुखाबाद, दिल्लायाँ (नादरगंज) परगना बिजनौर तहसील-सरोजनी नगर लखनऊ में भूमि का अर्जन किया जा चुका है।

जिससे सम्बन्धित धनराशि हेतु अनुमोदन प्राप्त हो चुका है. प्रश्नगत क्षेत्र ने प्रशासन के स्तर से परिसम्पत्तियाँ हटवाये जाने के पश्चात् नाले की खुदाई का कार्य प्रारम्भ करा दिया जायेगा, जिससे उक्त समस्या का समाधान हो जायेगा, जिस पर आयुक्त महोदया द्वारा शीघ्र ही अपेक्षित कार्यवाही पूर्ण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक में अमौसी औद्योगिक क्षेत्र में सड़को के चौड़ीकरण एवं सुदृढीकरण के सम्बन्ध में क्षेत्रीय प्रबन्धक, यूपीसीडा द्वारा बैठक में अवगत कराया गया कि औद्योगिक क्षेत्र अमौसी जनपद लखनऊ का अटल मिशन फेज-2 के अर्न्तगत सुदृढीकरण एवं सौदर्यीकरण के कार्य का अनुमानित रुपया 4930.54 लाख की स्वीकृति प्राप्त हो गयी है।

बजट के लिए शासन के अवस्थापना अनुभाग में कार्यवाही प्रक्रियारत है, जिस पर आयुक्त द्वारा यूपीसीडा को शासन से समन्वय स्थापित करते हुए शीघ्र ही आवश्यक कार्यवाही पूर्ण कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

इसी प्रकार जनपद रायबरेली में यूपीएसआईडीसीए से प्रबन्धन के अन्तर्गत औद्योगिक आस्थानों लालगंज, सलोन महाराजगंज, परशदेपुर, छतोह आदि को पूपीएसआईडीसीए से जिला उद्योग केन्द्र को अधिकृत कराये जाने के सम्बन्ध में यूपीसीडा को उपायुक्त उद्योग रायबरेली के साथ बैठक आयोजित कराये जाने सम्बन्धी समिति के पूर्व निर्देशों के क्रम में यूपीसीडा द्वारा अवगत कराया गया कि 13.10.2023 को बैठक आयोजित की जानी थी लेकिन कतिपय कारणों से बैठक का आयोजन नहीं हो सका।

उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि मुख्यालय कानपुर को पत्र प्रेषित किया गया है, जैसे ही अग्रिम निर्देश प्राप्त होते है बैठक का आयोजन किया जायेगा। इस सम्बन्ध में आयुक्त महोदया द्वारा युगोसोडा को मुख्यालय से समन्वय स्थापित करते हुए शीघ्र बैठक आयोजित कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक में उपस्थित रायबरेली जनपद के बछरावां के उद्यमी राकेश जालान द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में सड़क, नाली एवं विद्युत की समस्या से अवगत कराया गया। इस सम्बन्ध में उपायुक्त उद्योग, रायबरेली के द्वारा आयुक्त को अवगत कराया गया कि उक्त औद्योगिक स्थान के उच्चीकरण के लिए धनराशि शासन से स्वीकृत हो चुकी है अतः यूपीसीडा द्वारा शीघ्र कार्य प्रारम्भ कर दिया जायेगा।

इसी प्रकार जनपद हरदोई के औद्योगिक क्षेत्र संडीला स्थिति फेज-2 के उद्यमी राम मोहन द्वारा आस्थान में अवैध निर्माण की समस्या से अवगत कराया गया, जिस पर आयुक्त द्वारा यूपीपीड़ा को तत्काल समस्या के निस्तारण हेतु निर्देशित किया गया।

इसी क्रम में उद्योग विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना तथा एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण योजना की समीक्षा करते हुए आयुक्त द्वारा समस्त अधीनस्थ जनपदों के उपायुक्त उद्योग तथा अग्रणी जिला प्रबन्धक को समस्त योजनाओं में वित्तीय वर्ष की समाप्ति तक निर्धारित लक्ष्यों को शत प्रतिशत पूर्ति के लिए निर्देशित किया गया।

पार्षद राम नरेश रावत ने अली नगर में डामर सड़क निर्माण कार्य का किया शिलान्यास

लखनऊ। वार्ड सरोजनी नगर द्वितीय के अली नगर सुनहरा गांव मे सुरेश सिंह के घर से भानु प्रताप सिंह के कालेज होकर रेलवे लाइन तक कच्ची जर्जर पड़ी सड़क का पार्षद राम नरेश रावत द्वारा 300 मीटर लंबी और 3 मीटर चौंडी डामर सड़क निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया।

अली नगर सुनहरा गांव की यह सड़क जो कि 300 मीटर लंबी 3 मीटर चौंडी डामर सड़क नाली निर्माण कार्य नगरनिगम निधि द्वारा करवाया जा रहा है। वार्ड के पार्षद राम नरेश रावत नेवार्ड सरोजनी नगर प्रथम की अपनी पुरानी प्रथा को जारी रखते हुए वार्ड केभाजपा कार्यकर्ता गौरव उपाध्याय, सुभाष रावत, राम शंकर, प्रीतम सिंह से अपनी उपस्थिति में नारियल तुड़वाकर विधि विधान से पूजा पाठ करवाकर निर्माण कार्य का शिलान्यास करवाया।

डामर सड़क का निर्माण कार्य बीस लाख रुपए की लागत से नगर निगम विभाग द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में पार्षद राम नरेश रावत एडवोकेट के साथ प्रीतम सिंह , राम शंकर यादव ,सुभाष रावत, गौरव उपाध्याय, कमलेश सिंह, अभयद्रिवेदी, मयंकतिवारी, गीताप्रजापति, नंदनी, अशोक बाजपाई, गणेशयादव, अशोक वर्मा, अनुज कुमार पांडेय , बालकरण यादव, जयराम यादव , सुरेंद्ररावत, सुनील रावत , चंदनसिंह , भानुप्रतापसिंह व गांव के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

पार्षद राम नरेश रावत ने बाल करण यादव से फावड़ा मरवा कर कार्य शुरू करवाया। उसके बाद पार्षद राम नरेश रावत एडवोकेट ने सभी को फूल माला पहनाकर सम्मानित किया। लोगो ने रोड निर्माण की खुशी में आपस में एक दूसरे को मिठाई खिलाकर विधायक राजेश्वर सिंह , केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर, महापौर सुषमा खर्कवाल को धन्यवाद दिया और कहा कि विधायक राजेश्वर सिंह , सांसद कौशल किशोर , महापौर सुषमा खर्कवाल के अथक प्रयास से ही अलीनगर सुनहरा गांव की सड़क का निर्माण कार्य हो रहा है।

बीस वर्षो से यहां के निवासी दलदल वा कच्ची सड़क पर रह रहे थे। स्कूल के बच्चो को स्थानीय लोगो को आने जाने में बहुत समस्या होती थी। अब यहां के निवासियों को पक्की सड़क नाली निर्मित होकर मिलने जा रही है। सभी ने स्थानीय पार्षद राम नरेश रावत एडवोकेट का आभार व्यक्त किया।

पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक के मार्गदर्शन में लगा हेल्थ चेकअप कैंप

लखनऊ। पूर्वाेत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल के मण्डल रेल प्रबन्धक आदित्य कुमार के मार्गदर्शन में तथा अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा दीक्षा चौधरी की अध्यक्षता में आज ऐशबाग स्थित रेलवे पॉली क्लीनिक पर “हेल्थ चेक-अप कैम्प” का आयोजन किया गया।

अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डा संजय तिवारी द्वारा हेल्थ चेक-अप कैम्प में सामान्य चिकित्सीय परामर्श दिया गया, उच्च रक्तचाप के मरीजों को पॉलीक्लीनिक, ऐशबाग आकर जॉच कराने के लिए निर्देशित किया गया।

सुझाव संगोष्ठी के माध्यम से उचित खान-पान, मानसिक स्वास्थ्य तथा दैनिक कार्यशैली में बदलाव हेतु सुझाव का आदान-प्रदान किया गया। कैम्प में जॉच कराने आए कर्मचारियों एवं अन्य रोगियों को ठण्ड के मौसम में होने वाले रोगों के बारे में जानकारी एवं उनसे बचाव के तरीकों के सम्बंध में बताया गया।

जीवन में रोगों से बचने के लिए नियमित योग साधना पर भी बल दिया गया।

इस दौरान चिकित्सकों द्वारा कैम्प में उपस्थित 60 रेलवे कर्मचारियों एवं उनके परिजनों की मेडिकल जॉच की गयी तथा रक्तचाप, मधुमेह, वजन आदि का परीक्षण भी किया गया।

पर्यटक सुविधायें विकसित करने के लिए शुरूआती दौर में 1 करोड़ रूपये की धनराशि जारीः जयवीर सिंह

लखनऊ। जिला सोनभद्र के पीपरी में स्थित डोंगिया जलाशय को ईको पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए लगभग 4.14 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

जिसके सापेक्ष 01 करोड़ रूपये की धनराशि विभिन्न कार्यों के लिए जारी की गयी है। इस धनराशि से डोंगिया जलाशय पर घाट और अन्य पर्यटक सुविधायें विकसित की जायेंगी। पर्यटन की दृष्टि से समृद्ध जनपद सोनभद्र को पर्यटन के मानचित्र पर लाने के लिए विभिन्न पर्यटन विकास कार्य कराये जा रहे हैं। इसी कड़ी में डोंगिया जलाशय के सौन्दर्यीकरण एवं अन्य सुविधायें विकसित करने का निर्णय लिया गया है।

यह जानकारी आज प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि जनपद सोनभद्र अपने मनोरम दृश्यों, हरियाली एवं प्राकृतिक सुन्दरता से भरपूर है। इस जनपद की सीमायें 04 राज्यों को छूती हैं। इनमें छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड और मध्य प्रदेश शामिल हैं। सोनांचल और ऊर्जांचल के नाम से विख्यात इस जिले की तुलना स्वीटजरलैंड से की गयी है।

राज्य सरकार इस जनपद को पर्यटन का हब बनाने के लिए प्रयासरत है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में वाराणसी घरेलू पर्यटकों की पहली पसंद है। यहां वर्ष 2022 में सात करोड़ 12 लाख 31 हजार पर्यटक आए थे। इसमें 83 हजार 741 विदेश से आने वाले पर्यटक थे। काशी विश्वनाथ कारिडोर बनने के बाद बहुत तेजी से पर्यटकों की संख्या बढ़ी है।

वाराणसी के आसपास बहुत से ऐसे धार्मिक, ऐतिहासिक और ईको पर्यटन स्थल हैं, जिसकी लोगों को या तो जानकारी नहीं है या तो बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। इसलिए पर्यटन विभाग प्राथमिकता के तौर पर पड़ोसी जिलों के पर्यटन स्थलों का विकास कर रहा है।

जयवीर सिंह ने बताया कि सोनभद्र जिला वाराणसी से करीब 80 किलोमीटर दूर स्थित हैं। यहां पहाड़, जंगल, नदियां, झरने आदि है। प्रकृति के अनोखे उपहार की वजह से लोग इसे मिनी गोवा के नाम से भी पुकारते हैं। जिला मुख्यालय से करीब 72 किलोमीटर दूर पिपरी नगर पंचायत में डोंगिया जलाशय है। यहां जिला प्रशासन की ओर से बोटिंग शुरू कराई गई है।

प्रतिदिन भ्रमण के लिए ढाई से तीन सौ लोग आते हैं। इसमें कुछ विदेशी पर्यटक भी होते हैं। पर्यटन विभाग इस स्थान को ईको पर्यटन के रूप में विकसित करेगा। इसमें डोंगिया जलाशय पर 50 मीटर तक घाट का विकास किया जाएगा। इसके अलावा गजिबो, बेंच, प्रकाश व्यवस्था समेत अन्य कार्य कराए जाएंगे।

उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में ग्रामीण क्षेत्र की तकनीकी समस्याओं एवं समाधान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का किया गया

लखनऊ।Rural Technology Action Group (RuTAG) IIT, Delhi एवं उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के संयुक्त तत्वाधान में आज यहाँ उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड, 8 तिलक मार्ग, लखनऊ स्थित सभागार में ग्रामीण क्षेत्र की तकनीकी समस्याओं एवं तकनीकी सहायता के माध्यम से उनका समाधान विषय पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में IIT Delhi के मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रवि सहित IIT Delhi के 11 प्रोफेसर एवं 6 वरिष्ठ वैज्ञानिक सम्मिलित हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप्र खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, अरूण प्रकाश द्वारा की गयी।

कार्यशाला में ग्रामीण क्षेत्र की तकनीकी समस्याओं एवं उन्हें तकनीकी सहायता प्रदान करने पर विस्तृत चर्चा हुई। RuTAG मिशन में ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न तकनीकी समस्याओं को चिन्हित कर, रिसर्च कर तकनीकी सहायता निःशुल्क उपलब्ध करायी जाती है।

इस अवसर पर प्रो प्रमोद खाण्डेलकर ने बताया कि Rural Technology Action Group (RuTAG) कार्यक्रम की संकल्पना भारत सरकार द्वारा की गयी है, जिसकी गतिविधियों के संचालन एवं समन्वय का कार्य IIT Delhi को सौपा गया है। RuTAG क्षेत्रीय प्रौद्योगिकी आवश्यकताओं एवं जमीनी स्तर पर मौजूदा प्रौद्योगिकियों को अपनाने में आने वाली समस्याओं की पहचान करने के साथ ही स्थानीय परिस्थितियो के अनुरूप प्रौद्योगिकी को बेहतर बनाने के लिए कार्य करता है।

इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए RuTAG IIT Delhi सम्भावित तकनीकी समाधान विकसित करने के लिए स्थानीय भागीदारों और समस्याओं की पहचान करने के लिए विभिन्न राज्यों में नियमित कार्यषालाएं आयोजित कर रहा है, ताकि लोग नवीन तकनीको के बारे में जानकारी प्राप्त कर सके और जागरूक हो सके।

कार्यक्रम में IIT Delhi के मैकेनिकल विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो रवि, प्रो संगीता गुलाटी, प्रो0 ढाका, निदेशक KVIC नितेश धवन, नाबार्ड, सीमैप, एनबीआरआई के निदेशक के अतिरिक्त खादी बोर्ड के उद्यमी, कॉमन फैसिलिटी सेन्टर के प्रतिनिधि एवं बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारी भी सम्मिलित हुए। कार्यशाला के सफल आयोजन में बोर्ड के RuTAG नोडल अधिकारी, राजीव त्यागी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

*पोस्टमार्टम के दौरान महिला के शव से आंखें निकालने के मामले में सीएमओ डॉ. प्रदीप कुमार निलंबित*

लखनऊ। यूपी के बदायूं में पोस्टमार्टम के दौरान महिला के शव की आंखें निकालने के मामले में शुक्रवार को सीएमओ डॉ. प्रदीप कुमार वार्ष्णेय को निलंबित कर दिया गया। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के निर्देश पर यह कार्रवाई हुई है। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आई है।

पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने महिला के परिवार वालों से पूरा मामला छिपाया था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी आंखें गायब होने का जिक्र नहीं किया गया था। इस पर मृतका के भाई राजकुमार ने डॉक्टरों समेत पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने दोनों डॉक्टरों को जेल भेज दिया था।

यह मामला शासन तक पहुंच गया है। वहां से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गई थी। इस संबंध में शुक्रवार को शासन स्तर से बड़ी कार्रवाई हुई। सीएमओ डॉ. प्रदीप कुमार वार्ष्णेय को निलंबित कर दिया गया। उन्हें महानिदेशक कार्यालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं लखनऊ से संबद्ध कर दिया गया है। इस कार्रवाई से स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है।

मुजरिया थाना क्षेत्र के ग्राम रसूला निवासी पूजा (20) ने फंदे से लटककर जान दे दी थी। सोमवार दोपहर उसके शव का पोस्टमार्टम कादरचौक सीएचसी के डॉ. मोहम्मद उवैस और जिला अस्पताल के क्षय रोग विभाग में तैनात डॉ. मोहम्मद आरिफ हुसैन के पैनल ने किया था। पोस्टमार्टम के बाद मायके वाले जब पूजा का शव लेकर घर पहुंचे। जब बॉडीबैग खोला गया तो पूजा के आंखें नहीं थीं। मायके वालों ने पोस्टमार्टम के दौरान आंखें निकाले जाने का आरोप लगाकर डीएम को प्रार्थना पत्र दिया था। इसके बाद दोबारा पोस्टमार्टम और जांच कराई गई।

*किशोरी से दुष्कर्म के मामले में भाजपा विधायक को पचीस साल की सजा*

लखनऊ । यूपी के सोनभद्र में दुद्धी सीट से भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को किशोरी से दुष्कर्म मामले में सजा का एलान हो गया है। भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को कोर्ट ने 25 साल की कैद तथा 10 लाख रूपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। बताया जा रहा है कि सजा सुनाते समय विधायक जज के सामने खूब गिड़गिड़ाया सजा कम करने के लिए। बोला बच्चों की पढ़ाई चल रही है, इसलिए कम सजा कर दीजिए। अर्थदंड की धनराशि पीड़िता को मिलेगी।किशोरी से दुष्कर्म के मामले में सोनभद्र की एमपी-एमएलए कोर्ट ने ये फैसला सुनाया है। नवंबर 2014 में म्योरपुर थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था और आठ सालों की लंबी सुनवाई के बाद फैसला आया है।

एमपी-एमएलए कोर्ट ने भाजपा विधायक रामदुलार गोंड के 25 वर्ष कैद और दस लाख रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई है। विधायक को किशोरी के साथ दुष्कर्म का दोषी पाया गया है। आठ साल तक चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद बृहस्पतिवार को कोर्ट ने फैसला सुनाया। एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश एहसानुल्लाह खां ने अर्थदंड की समूची राशि पीड़िता को देने का आदेश दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा और विधायक समर्थकों को तगड़ा झटका लगा है। आदेश के बाद रामदुलार गोंड की विधायकी जानी तय मानी जा रही है। विधायक के अधिवक्ता ने फैसले को उच्च अदालत में चुनौती देने की बात कही है।

किशोरी से दुष्कर्म के मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने 12 दिसंबर को भाजपा विधायक रामदुलार गोंड को दोषी करार दिया था। मंगलवार को सुनवाई के बाद एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश एहसानुल्लाह खान ने सजा सुनाने के लिए 15 दिसंबर की तिथि निर्धारित की थी। एमपी-एमएलए कोर्ट से विधायक रामदुलार गोंड को सजा होने पर पीड़िता के भाई ने खुशी जाहिर की। सुनवाई के दौरान मंगलवार को आए पीड़िता के भाई जब इस संबंध में वार्ता की गई तो उनका कहना था कि अदालत के फैसले वे वह बेहद खुश है। नौ साल के संघर्ष के बाद आज उसे न्याय मिला है। बता दें कि पीड़िता के भाई की शिकायत पर ही नौ साल पहले रामदुलार गोंड के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ था।

*डीजीपी निर्देश पर चलाये जा रहे अभियान के तहत मिल रही भारी सफलता ,गोवध के मामलों में चालीस प्रतिशत आयी कमी*

लखनऊ।पुलिस महानिदेशक विजय कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा अपराध, अपराधियों एवं माफियाओं के विरूद्ध जीरो टॉलरेन्स नीति तथा अपराध की रोकथाम एवं अपराध होने पर उसके शीघ्र अनावरण एवं गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। इसके तहत यूपी पुलिस द्वारा समय-समय पर विभिन्न अभियान चलाये जा रहे हैं। जिसके तहत पुलिस को भारी सफलता मिल रही है। लगातार अभियान चलाने के फलस्वरूप गोवध के मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है।

गोवध एवं गोतस्करी के अपराधों में प्रभावी नियन्त्रण के लिए वर्ष 2017 से अब तक पंजीकृत अभियोगों में संलिप्त अपराधियों का सत्यापन कराकर सक्रिय अपराधियों के विरूद्ध प्रभावी निरोधात्मक कार्रवाई किये जाने के लिए 27 अक्टूबर से 10 नवंबर तक 15 दिवसीय अभियान चलाया गया । जिसकी सफलता को देखते हुए पुनः 18 नवंबर से 28 नवंबर तक 10 दिवसीय अभियान चलाकर उनके विरूद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की गयी। जिसके फलस्वरूप अपराधों में कमी आयी है।

गोवध में माह नवम्बर 2023 में नवम्बर 2022 की तुलना में 27 प्रतिशत की कमी आयी है। गोवध में माह नवम्बर 2023 में सितम्बर 2023 की तुलना में 38 प्रतिशत की कमी आयी है। गोवध में माह नवम्बर 2023 में अगस्त 2023 की तुलना में 40 प्रतिशत की कमी आयी है। इस प्रकार से देखा जाए तो अभियान के चलते गोवध के मामलों तेजी से कमी आ रही है। चूंकि गोवध रोकने के लिए डीजीपी के निर्देश पर लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है।

गो तस्करी में माह नवम्बर 2023 में नवम्बर 2022 की तुलना में 10 प्रतिशत की कमी आयी है। गो तस्करी में माह नवम्बर 2023 में सितम्बर 2023 की तुलना में 42 प्रतिशत की कमी आयी है। गो तस्करी में माह नवम्बर 2023 में अगस्त 2023 की तुलना में 30 प्रतिशत की कमी आयी है।अभियान के सार्थक परिणाम प्राप्त हुये है। भविष्य में समय-समय पर अपराध नियत्रंण से सम्बन्धित अभियान चलाये जायेगें।

*बरेली की शिक्षिका नेहा असमत ने अपनाया हिंदू धर्म, चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी से की शादी, मामला प्रकाश में आने के बाद बना चर्चा का विषय*

लखनऊ । बरेली की शिक्षिका नेहा असमत के हिंदू धर्म अपनाने के बाद उनकी मां रानी बेगम आगे आई हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें हिंदू धर्म से एतराज नहीं है, वह बेटी को साथ रखना चाहती हैं। वहीं, शिक्षिका के सहकर्मी मोहित की पत्नी और दो बच्चे होने की बात सामने आने से विवाह प्रमाणपत्र खारिज होने की भी बात सामने आ रही है। अब यह मामला प्रकाश में आने के बाद चर्चा का विषय बन गया है।

नेहा असमत 10 नवंबर को लापता हुई थीं। रानी बेगम ने नेहा के सहकर्मी मोहित सिंह पर शक जताकर बारादरी थाने में अपहरण की रिपोर्ट कराई थी। अब नेहा ने खुद के धर्म परिवर्तन करने और नाम नेहा सिंह रखने की बात सोशल मीडिया के जरिये प्रसारित की है। मां और रिश्तेदारों पर अधेड़ व्यक्ति से शादी करने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया। कहा था कि जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। उससे शादी करने के लिए दबाव बनाया गया। इसलिए उन्होंने घर छोड़ दिया। रानी बेगम ने कहा कि बड़ी बेटी की शादी के बाद नेहा ही उनका सहारा थी। वह काफी पढ़ी लिखी है।

दरअसल, बरेली से लापता निजी स्कूल की शिक्षिका नेहा असमत ने हिंदू धर्म अपना लिया। शिक्षिका ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन कर खुद के हिंदू धर्म अपनाने और नाम नेहा असमत से नेहा सिंह रखने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि तीन तलाक और हलाला से डरकर उन्होंने हिंदू धर्म अपनाया है। उन्होंने खुद और अपने सहकर्मी मोहित की जान का खतरा भी जताया।

नेहा की मां रानी बेगम ने 11 नवंबर को बारादरी थाने में उसके अपहरण की रिपोर्ट कराई थी। उन्होंने नेहा के सहकर्मी मोहित सिंह पर अपहरण का शक जताया था। बारादरी पुलिस नेहा की तलाश कर रही थी। अब सोशल मीडिया पर नेहा का उज्जैन मंदिर का फोटो वायरल हो रहा है। नेहा की ओर से एसएसपी दफ्तर में पत्र देकर बताया गया है कि उसके पिता असमत अली की मौत हो चुकी है। बहन, बहनोई और एक अन्य व्यक्ति मां के साथ मिलकर उसकी शादी ऐसे शख्स से करने का दबाव बना रहे थे जो अपनी पत्नी को तलाक देने के बाद उसका हलाला करा चुका था। उन्हें यह शादी पसंद नहीं थी। परिवार ने दबाव बनाया तो उन्होंने घर छोड़ दिया।

*सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आज से शुरू ,डीजीपी के निर्देश पर पूरे 15 दिन तक प्रदेश भर में चलेगा अभियान*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश शासन के निदेशानुसार पुलिस महानिदेशक विजय कुमार के निर्देशन में शीत ऋतु में घने कोहरे व कम दृश्यता होने के कारण प्रदेश में संभावित सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम एवं उनमें होने वाली मृतकों की संख्या में कमी लाये जाने के लिए समस्त कमिश्नरेट व जनपदों को सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित स्टेकहोल्डर्स के समन्वय से वाहन चालकों तथा आमजनमानस में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाये जाने के उद्देश्य से 15 से 31दिसंबर तक सड़क सुरक्षा पखवाड़ा आयोजित किया जा रहा है।

उक्त क्रम में पब्लिक एड्रेस सिस्टम व सोशल मीडिया के माध्यम से आमजनमानस, बस,ट्रक,आॅटो, ई-रिक्शा तथा टैक्सी चालकों को उनके यूनियन के पदाधिकारियों के माध्यम से, ट्रैक्टर ट्रलियों के पीछे रेट्रो रिफलेक्टिव टेप, बैंक लाइट,फॉग लाइट लगाने एवं हाई सिक्योरिटी नम्बर प्लेट लगाने, ड्रंकन ड्राइविंग, ओवरस्पीडिंग, रेड लाइट जम्पिंग, दोपहिया पर हेलमेट व मोबाइल फोन लगाने पर जोर दिया जाएगा। साथ ही चारपहिया पर सीटबेल्ट लगाने, व गलत दिशा में वाहन चलाना, वाहनों पर मॉडीफाइड साइलेन्सर, हूटर सायरन, प्रेशर हॉर्न व काली फिल्म का प्रयोग करना, प्रदेश के बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं को रैली के माध्यम से जागरूक किया जाना है।

तत्पश्चात यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरूद्ध एवं आईटीएमएस, एक्सप्रेसवेज, नेशनल हाइवे, पर कैमरे व डिवाइस के माध्यम से प्रवर्तन की कार्रवाई किया जाना तथा ट्रैफिक व्यवस्था में लगे कर्मियों को इलेक्ट्रिानिक उपकरणों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। चूंकि ठंड के दौरान सड़क हादसे बढ़ जाते है। क्योंकि कुहासा पड़ने के कारण सड़क पर दिखाई नहीं पड़ता है। जिसके चलते हादसे की संभावना अधिक रहती है। इसी को देखते हुए पुलिस महकमा अभी से ही हादसों से निपटने के लिए सक्रिय हो गया है। इसीलिए डीजीपी के निर्देश पर शुक्रवार से सड़क सुरक्षा पखवाड़ा शुरू हो रहा है, जो पूरे पंद्रह दिन यानि 31 दिसंबर तक चलेगा।