अहोबिल मठ में तीसरे दिन मनाया गया निर्वाण दिवस
विवेक शास्त्री।नैमिषारण्य (सीतापुर)। नैमिष तीर्थ स्थित दक्षिण भारत के प्रसिद्ध संस्था अहोबिल मठ में संत श्री यतेंद्र महादेसिकन की पुण्य स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में आचार्यों द्वारा चार वेद, भागवत, गीता आदि का पारायण किया गया । संध्याकालीन बेला में मंदिर से पंचायती धर्मशाला तक शोभायात्रा निकाली गई ।
गुरुवार शाम को नैमिषारण्य तीर्थ स्थित अहोबिल मठ में चल रहे महोत्सव के अंतर्गत मठ के तैंतालीसवें पीठाधीश्वर श्री यतेंद्र महादेसिकन की स्मृति में वृद्धाश्रम में कार्यक्रम आयोजित हुआ । मठ की व्यवस्थापक विनिया माता ने बताया कि यतेंद्र स्वामी ने नैमिष प्रवास के समय इसी पंचायती धर्मशाला में निवास किया था, इसलिए प्रत्येक वर्ष हम यहां आकर उनकी स्मृति में दंडी स्वामियों, बुजुर्गों और ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है ।
उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए सारनाथन अप्पा स्वामी ने बताया कि स्वामी जी बड़े तपस्वी और भगवान नृसिंह के परम भक्त थे । उन्होने अपनी साधना के बल पर मोक्ष को प्राप्त किया । इस अवसर पर अहोबिल मठ से चक्रतीर्थ होते हुए पंचायती धर्मशाला तक शोभायात्रा निकाली गई और आचार्यों द्वारा वेदपाठ किया गया ।
Dec 15 2023, 15:12