अगहन अमावस्या श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
विवेक शास्त्री
नैमिषारण्य ।मार्गशीर्ष मास की अमावस्या का पर्व नैमिषारण्य तीर्थ में श्रद्धालुओं के जयघोष के साथ संपन्न हुआ । मंगलवार को तीर्थ में सुबह 4 बजे से भक्तों द्वारा गोमती व चक्रतीर्थ में आचमन, पूजन, दान के साथ तीर्थ के मठ मंदिरों में आस्था का जो क्रम शुरू हुआ वो देर शाम तक चलता रहा ।
शास्त्रों के अनुसार मार्गशीर्ष को अगहन मास भी कहते हैं । धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस महीने में दान, स्न्नान धर्म कर्म करने से व्यक्ति की आयु बढ़ती है एवं मन को शांति और स्थिरता प्राप्त होती है ।
इस अवसर पर तीर्थ में भक्तों ने आज बड़ी संख्या में तीर्थ के प्रमुख मंदिरों मां ललिता देवी मंदिर, व्यास गद्दी, हनुमानगढ़ी, देवदेवेश्वर, सूत गद्दी, शौनक गद्दी, कालीपीठ, देवपुरी आदि धर्म स्थलों पर दर्शन पूजा पाठ किया । मान्यता है कि इस दिन नैमिषारण्य तीर्थ में स्नान-पूजन-दान करने से नकारात्मक उर्जा नष्ट हो जाती है ।
इस दिन गंगा गोमती आदि नदियों में डुबकी लगाने से भक्तों को मोक्ष की प्राप्ति होती है ।
"भीषण ठंड में नदारद दिखे अलाव"
मंगलवार सुबह पर आठ डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया । अमावस्या पर्व के लिए श्रद्धालु एक दिन पहले ही आ जाते हैं । रात्रि में भीषण ठंड के चलते श्रद्धालु इधर उधर भटकते दिखे ।
प्रशासन द्वारा प्रमुख स्थलों पर अलाव की व्यवस्था नहीं की गई ।
अगहन अमावस्या श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
Dec 12 2023, 20:34