अनुग्रह इंटर स्कूल औरंगाबाद से रेड रिबन क्विज प्रतियोगिता में अव्वल आयी टीम के दो बच्चे पटना पहुॅंचे।

औरंगाबाद: एड्स नामक बीमारी की रोकथाम के लिए रेड रिबन क्विज प्रतियोगिता के नाम से भारत सरकार एक प्रतियोगिता कराती है, जिसके माध्यम से किशोर वय के बच्चों को इस जानलेवा बीमारी के विरुद्ध जागरूक किया जाता है। 

सरकार का मूल उद्देश्य इसके माध्यम से एड्स के प्रसार को रोकने और इससे बचने के उपाय को जन-जन तक पहुॅंचाना है। यह प्रतियोगिता विद्यालय से शुरू होकर राष्ट्रीय स्तर तक कराई जाती है।दिनांक 25 नवंबर 2023 को जिला स्तरीय क्विज प्रतियोगिता कराइ गयी थी। 

इस प्रतियोगिता में अनुग्रह इंटर स्कूल औरंगाबाद से क्विज में जिला अव्वल आयी टीम के दो बच्चे प्रथम स्थान पर गाँव भरवार निवासी वार्ड सदस्य संघ औरंगाबाद के जिला अध्यक्ष अभय पासवान के पुत्र नीरज कुमार (नवम) और दुसरे पर वैभव कुमार (नवम) जिला स्तरीय प्रतियोगिता से चयनित होकर शुक्रवार को पटना पहुॅंचे। 

जहाॅं पी एंड एम माँल"होटल क्लार्क इन" में बिहार राज्य एड्स कंट्रोल सोसायटी, पटना द्वारा "रेड रिबन क्विज 2023" की जिला स्तरीय टाँपर को सम्मानित करने के साथ साथ राज्यस्तरीय प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। इसमें सम्मिलित होने पर अभिभावक अभय पासवान के साथ प्रतिभागि को सहभागिता सह उत्तमता प्रमाण पत्र तो मिला ही, साथ ही एक बैग और प्रतियोगिता बुक,डायरी,पेन पुरस्कार स्वरूप इन्हें प्रदान की गई है। इस विद्यालय में इसकी सूचना मिलते ही सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाऍं खुशी से झूम उठे।

 विद्यालय के छात्र-छात्राओं को भी यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि अपने विद्यालय से जिला टाँपर का उपलब्धि प्राप्त हुई है। इस उपलब्धि का सारा श्रेय मार्गदर्शक एवं प्रिंसिपल श्री विरेन्द्र राम को जाता है। 

इस उपलब्धि पर स्कुल के वरीय शिक्षक प्रमोद सिंह ,रविन्द्र कुमार,पंकज सर,आनंद सर, वंदना कुमारी,अखिलेश सर, तथा स्कुल के सभी शिक्षक सहित जिला अस्पताल के जिला एडस नियंत्रण पदाधिकारी डाक्टर रवि रंजन आदि ने बच्चों को बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाऍं दी।

बालू के अवैध खनन की शिकायत मिलने के बाद जेसीबी की मदद से रास्ते को कटवाया गया

औरंगाबाद: बालू के अवैध खनन को रोकने के लिए औरंगाबाद पुलिस के द्वारा विभिन्न जगहों पर रास्ते को काटा जा रहा है।

 बड़ेम ओपी क्षेत्र में महुआव बालू घाट के समीप ऐसे ही एक रास्ते को पुलिस ने कटवा दिया। ओपी अध्यक्ष सिमरन राज के नेतृत्व में पुलिस यहां पहुंचा। सोन दियारा क्षेत्र में बालू के अवैध खनन होने का शिकायत मिली थी। इसके बाद जेसीबी की मदद से रास्ते को कटवाया गया। 

थानाध्यक्ष ने बताया कि यहां पर घाट की बंदोबस्ती नहीं हुई है और इसकी शिकायत मिल रही थी कि कुछ लोग बालू की तस्करी कर सकते हैं। 

इसी वजह से यह रास्ते को कटवा दिया गया है। अन्य जगह को भी चिन्हित करने की कार्रवाई की जा रही है। बताया कि अवैध बालू खनन को पूरी तरह बंद करने के लिए बड़ेम ओपी के मझियाव बालू घाट के समीप एक पुलिस चेक पोस्ट स्थापित किया जाएगा। 

पुलिस चेक पोस्ट के रहने से बालू का अवैध खनन नहीं हो पाएगा। बड़ेम ओपी में अवैध बालू खनन पर रोक लगाने के लिए खनन विभाग एवं पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी क्रम में शनिवार को न्यूनगर मझियाव घाट जाने वाले कच्ची सड़क को जेसीबी लगाकर कटवाया गया।

 इससे पहले भी माझियाव के पास सड़क को कटवाया गया था। ओपी अध्यक्ष सिमरन राज ने बताया कि उक्त सड़क के कटवाने के बाद भी अवैध बालू कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी जारी रहेगा।

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत जागरुकता रैली का आयोजन

औरंगाबाद: "नई चेतना अभियान- पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम के तहत आज दिनांक 09 दिसंबर को महिला एवं बाल विकास निगम, जीविका एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वाधान में लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा रोकने के मुद्दों पर जागरुकता रैली का आयोजन समाहरणालय परिसर औरंगाबाद से किया गया।

रैली को हरी झंडी दिखाकर जिला पदाधिकारी महोदय ने रवाना किया! रैली को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी महोदय ने उपस्थित महिलाओ एवं छात्राओं को हिंसा के खिलाफ हमेशा आवाज उठाने,कभी मूकदर्शक बनकर नहीं रहने , सहायता देने में पीछे नहीं रहने, सबके साथ समान व्यवहार करने, लिंग आधारित हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङने एवं इसकी शुरुआत हम अपने घर से करें जैसे विन्दुओं के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि हम सभी लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित भेदभाव तथा हिंसा को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें! इसके लिए महिलाओं एवं बालिकाओं को आगे आना होगा और हिंसा के खिलाफ चुप्पी तोङनी होगी! लङकियां आज हर क्षेत्र में परचम लहरा रही हैं सिर्फ उन्हें अवसर देने की आवश्यकता है! जिला परियोजना प्रबंधक ने कहा कि नई चेतना अभियान-पहल बदलाव की ओर" कार्यक्रम 25 नवम्बर से शुरु हुआ जो 20 दिसंबर तक चलेगा इसके तहत महिला एवं बाल विकास निगम एवं जीविका के संयुक्त तत्वावधान में जिला,प्रखंड,पंचायत,विद्यालय, आंगनबाङी केंद्र,क्लस्टर लेवल फेडरेशन, ग्राम संगठन एवं स्वयं सहायता समूह स्तर पर विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से लैंगिक समानता एवं लिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए उन्मुखीकरण कार्यक्रम, शपथ ग्रहण, सखी वार्ता, जागरकता रैली, परिचर्चा, सेमिनार, भाषण पेंटिंग रंगोली प्रतियोगिता इत्यादि कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं! इसी कङी में आज जिलास्तरीय जागरूकता रैली का आयोजन किया गया।

रैली में जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक एवं जीविका के पदाधिकारी,जिला मिशन समन्वयक,महिला पर्यवेक्षिका,जीविका दीदी, विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाङी सेविका सहायिका, ICDS के कर्मी , वन स्टाॅप सेंटर, अल्पावास गृह कर्मी एवं विद्यालय के शिक्षकों ने भाग लिया। रैली समाहरणालय परिसर से निकलकर रमेश चौक होते हुए जामा मस्जिद से पुनः वापस ब्लाक मोङ होते हुए समाहरणालय परिसर आकर समाप्त हुआ।

पटना स्थित न्यूरो व ट्रॉमा स्पेशलिस्ट मेडाज हॉस्पिटल द्वारा निकाला गया स्ट्रोक जागरूकता रथ शनिवार को औरंगाबाद पहुंचा

औरंगाबाद: प्रदेश की राजधानी पटना स्थित न्यूरो व ट्रॉमा स्पेशलिस्ट मेडाज हॉस्पिटल 

द्वारा निकाला गया स्ट्रोक जागरूकता रथ शनिवार को औरंगाबाद पहुंचा। 

इस मौके पर यहां एक जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अस्पताल के मार्केटिंग मैनेजर महताब हुसैन ने कहा कि स्ट्रोक(लकवा) एक न्यूरो इमरजेंसी है और दुनिया में हर चार में से एक व्यक्ति अपने जीवन काल में स्ट्रोक(लकवा) का प्रभाव झेलते है। यह लाइलाज नहीं है। 

इसका इलाज संभव है।समय पर लक्षण की पहचान कर पीड़ित की जान बचाई जा सकती है। अगर मरीज को “गोल्डन आवर्स”(पहले 4.5 घंटे) के अंदर नजदीकी अस्पताल या स्ट्रोक सेंटर पहुंचाया जाए तो अत्यावश्यक मस्तिष्क कोशिकाओं के स्थायी रूप से क्षतिग्रस्त होने से होने वाली मृत्यु या आजीवन विकलांगता से बचाया जा सकता है। कहा कि अस्पताल प्रबंधन ने विश्व स्ट्रोक दिवस पर आम लोगों में स्ट्रोक के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जागरूकता रथ को अस्पताल के डायरेक्टर व चीफ कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट प्रो.(डॉ.) जेड आजाद ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया है। ऐसे कई जागरूकता रथ राज्य के विभिन्न जिलों में घूम-घूम कर लोगों को स्ट्रोक(लकवा) के कारण, लक्षण, इलाज व इससे बचाव के उपायों के बारे में जागरूक कर रहे है। 

लकवा के इलाज में हर मिनट महत्वपूर्ण-उन्होने कहा कि

स्ट्रोक दुनिया में विकलांगता का प्रमुख और भारत में मृत्यु का तीसरा प्रमुख कारण है। दुनिया में हर चार में से एक व्यक्ति अपने जीवन काल में स्ट्रोक(लकवा) का प्रभाव झेलते हैं। यह किसी को भी और किसी उम्र में हो सकता है। स्ट्रोक के संकेत व लक्षणों की जल्दी पहचान कर इसके प्रभाव को काफी कम किया जा सकता है। कहा कि स्ट्रोक के इलाज में हर मिनट महत्वपूर्ण है। 

आपकी तत्काल कार्रवाई पीड़ित की मस्तिष्क क्षति और दीर्घकालीन विकलांगता को रोकने में मदद कर सकती है। इसलिए जरूरी है कि लोग इसके लक्षणों को पहचानें। किसी में भी यह लक्षण दिखने पर उसे तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर या अस्पताल तक पहुंचाएं। स्ट्रोक का शिकार होने वाले हर चार में से एक व्यक्ति को पुन: स्ट्रोक की संभावना बनी रहती है। धूम्रपान से बचाव तथा ब्लडप्रेशर, ब्लड शुगर और हाइ कॉलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण कर इसे रोका जा सकता है।

ऑडियो-वीडियो कंटेट से लोगों में फैला रहे जागरूकता-कहा कि 

जागरूकता वाहन के साथ चलनेवाले कर्मी पंपलेट और बेहद सरल आडियो-वीडियो कंटेंट के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। इसके लिए एजुकेशनल कंटेट विशेषज्ञों द्वारा सरल भाषा में तैयार किया गया है। 

पटना से निकलने के बाद यह जागरूकता वाहन अब तक वैशाली, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, फारबिसगंज, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, खगड़िया, बेगूसराय, मुंगेर, भागलपुर, नवादा, बिहारशरीफ, गया और औरंगाबाद के कई प्रखंडों में घूम चुका हैं। अगले दो महीने तक यह वाहन इसी तरह अन्य जिलों में घूम-घूम कर जागरूकता का संदेश देंगा। पिछले साल भी ऐसे कई स्ट्रोक जागरूकता वाहन जिलों में रवाना किये गये थे।

न्यूरो व ट्रॉमा के लिए मेडाज राज्य का उत्कृष्ट संस्थान-हॉस्पिटल के मार्केटिंग मैनेजर ने कहा कि मेडाज अस्पताल न्यूरो व ट्रॉमा से जुड़ी तमाम बीमारियों के इलाज में सूबे के उत्कृष्ट संस्थानों में से एक है। प्रतिष्ठित संस्थाओं ने कई बार सम्मानित कर यह साबित भी किया है। रियायती दर पर इलाज की सुविधा-कहा कि हॉस्पिटल में स्ट्रोक से संबंधित आकस्मिक घटना व इलाज को लेकर विशेषज्ञ चिकित्सकों व अत्याधुनिक उपकरणों के साथ रियायती दरों पर सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। आयुष्मान कार्ड एवं स्वास्थ्य बीमा कार्ड के माध्यम से कैशलेश इलाज की भी सुविधा है। 

स्ट्रोक के लक्षण सीख बचाएं किसी का जीवन व उसके चेहरे की मुस्कान-एफएएसटी तरीके से स्ट्रोक पीड़ित की पहचान की जा सकती है। 

इनमें एफ(फेस) यानी चेहरे का एक भाग झुकने लगे या उस पर नियंत्रण समाप्त हो जाए। ए(आर्म) यानी

बांह में कमजोरी महसूस हो, व्यक्ति हाथ उठाने में असमर्थ महसूस करे।

एस(स्पीक) यानी बोलने में परेशानी या लड़खड़ाहट महसूस हो।

टी(देन) यानी तब यह सही समय है एंबुलेंस बुलाने और उनको बताने का कि यह स्ट्रोक है।

ऋषिकेश योग नगरी देहरादून एक्सप्रेस का ठहराव,लोगों ने ट्रेन को फूलों से सजाया, प्रखंड सांसद ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को किया रवाना ।

 

औरंगाबाद , फेसर के लोगों का का सपना उस समय साकार हो गईं जब सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर देहरादून एक्सप्रेस आकर फेशर स्टेशन पर पहली बार रुकी।

 पहली बार छोटे से स्टेशन ,,फेसर ,, पर किसी एक्सप्रेस का ठहराव सांसद सुशील कुमार सिंह के प्रयास से हुई । लोगो का खुशी का ठिकाना न रहा। लोगों ने सांसद के समर्थन में जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए।

हावड़ा देहरादून एक्सप्रेस(13009/13010) को सुबह 5 बजकर 54 मिनट पर अपने निर्धारित समय और तय कार्यक्रम के तहत जैसे ही प्लेटफार्म पर रुकी लोगों ने ट्रेन को फूलों से सजाया फिर प्रखंड सांसद प्रतिनिधि भरत सिंह एवं सहायक वाणिज्य प्रबंधक फैजान अहमद ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया।

सांसद प्रतिनिधि ने कहा कि फेसर रेलवे स्टेशन पर कोरोना काल के समय से हावड़ा-देहरादून एक्सप्रेस का ठहराव हटा दी गई थी लेकिन सांसद सुशील कुमार सिंह के प्रयास से दुबारा ठहराव आज से शुरू हो गया है।लोकसभा का सत्र चल रहा है और आज पार्टी के तरफ से सदन में विहिप जारी होने के कारण सांसद इस कार्यक्रम में शामिल नही हो सके ।

बताते चलें कि इस क्षेत्र के लाभुक यात्रियों , एवम स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा सांसद से फेसर स्टेशन पर मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने, 

 स्टेशन पर यात्री सुविधा, रिजर्वेशन टिकट कॉउंटर, और ट्रेन ठहराव ,

 की मांग करते आ रहें थे। जिसे सांसद नेअपने अथक प्रयाश से संभव कर अपने क्षेत्र की जनता को सपनो की नई उड़ान दी है। जिसे संसद ग्रामीणों की मांगों को पूर्ण करवाने का भरपूर प्रयास करने का आश्वासन दिया था। 

रफीगंज से प्रत्याशी रहे एलजेपीआर के प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह ने रफीगंज के आरजेडी विधायक मो. नेहालुद्दीन पर लगाया बड़ा आरोप

औरंगाबाद: विधानसभा चुनाव में औरंगाबाद के रफीगंज से प्रत्याशी रहे एलजेपीआर के प्रदेश महासचिव प्रमोद सिंह ने रफीगंज के आरजेडी विधायक मो. नेहालुद्दीन पर बड़ा आरोप लगाया है। 

श्री सिंह ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि विधायक के दो पुत्र-अशरफ और लल्लू रफीगंज विधानसभा क्षेत्र की सरकारी योजनाओं में अधिकारियों और ठेकेदारों से कमीशन की वसूली किया करते है।

 कहा कि विधायक क्षेत्र में सिर्फ एक समुदाय के लिए विकास कार्य कराते है। तीन सालों में उन्होने सिर्फ क्रबिस्तानों की घेराबंदी कराई है। किसी भी हिंदू धर्मस्थल की उन्होने चहारदीवारी नही कराई है, जबकि ऐसा कराए जाने का सरकारी प्रावधान हैं। उन्होने कहा कि विधायक की ऐच्छिक निधि से क्षेत्र में चापाकल गाड़ने में भी अनियमितता बरती जा रही है।

 इस कार्य में गुणवत्ता का कोई ख्याल नही रखा जा रहा है। इसे लेकर उन्होने डीएम और पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को पत्र लिखकर योजना की जांच कराने की मांग की है। कहा कि चापाकल लगाने के मामले में संवेदक द्वारा पुराने चापाकलो की मरम्मत और पेंट कर नया बोर्ड लगाकर पैसों की निकासी की जा रही है। 

जहां कही बोरिंग हो भी रहा है तो सिर्फ खानापूर्ति कर अवैध रूप से पैसे की निकासी की जा रही है जबकि रफीगंज विस क्षेत्र सूखाग्रस्त क्षेत्र है। इलाके में भूगर्भीय जल भी उपयुक्त मात्रा में नहीं है।इसलिए जहां भी बोरिंग हो कम से कम 200 फीट या जहां ज्यादा जरूरत हो वहां अधिक बोर हो ताकि जल संकट से निजात मिल सके। 

प्रेसवार्ता में पूर्व जिला पार्षद अजय पासवान, एलजेपीआर महिला सेल की जिलाध्यक्ष रंजू वर्मा एवं पार्टी नेता सुधीर शर्मा आदि मौजूद रहे।

औरंगाबाद: जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक

आज दिनांक- 08 दिसंबर 2023 को जिला पदाधिकारी, श्री श्री कांत शास्त्री द्वारा समाहरणालय के सभा कक्ष में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की गई. बैठक में उपस्थित सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी सहित जिले के सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं डेवलपमेंट पार्टनर प्रतिनिधियों को जिला पदाधिकारी द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर निर्देश दिए गए.

उक्त आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मोहम्मद अनवर आलम द्वारा बताया गया कि पिछली बैठक में लिए गए निर्णय की समीक्षा के क्रम में सदर अस्पताल के प्रबंधक हेमंत राजन द्वारा बताया गया कि सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन से प्रसव का कार्य प्रारंभ हो गया है. इस क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि इस कार्य को और प्रभावित तरीके से कराया जाए तथा अस्पताल में जगह-जगह साइन बोर्ड लगाकर यह प्रदर्शित किया जाए कि अस्पताल में ऑपरेशन हो रहे हैं. 

जिले के डीपीएम द्वारा बताया गया कि कार्य में रुचि नहीं लेने वाली एवं निष्क्रिय रहने वाली आशा के विरुद्ध कार्रवाई में विलंब होने को लेकर नबीनगर एवं मदनपुर के प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों का वेतन अगले आदेश तक बंद रखने का निर्देश दिया गया.  

अवैध अल्ट्रासाउंड सेंटरों को चिंहित कर कार्रवाई करने तथा सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न अस्पतालों में अनधिकृत रूप से भ्रमण करने वाले एवं रोगियों को बहला फुसला कर बाहर के अस्पतालों में ले जाने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. 

अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर के दो चिकित्सकों को उनके मनमानी भरे कार्यों को देखते हुए हसपुरा एवं नबीनगर में भेजने हेतु आदेश दिया गया. 

सभी टीकाकरण सत्र स्थान पर प्रसव पूर्व जांच की व्यवस्था सुदृढ़ करने का निर्देश दिया गया. पोषण पुनर्वास केंद्र में बच्चों को भेजने हेतु आंगनवाड़ी कर्मियों से समन्वय एवं प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी के अध्यक्षता में होने वाली बैठक में नियमित रूप से पोषण पुनर्वास केंद्र से संबंधित विषय को रखने का निर्देश दिया गया. टीकाकरण सत्र को नियमित रूप से आयोजित करने एवं होम डिलीवरी की संख्या में कमी लाने का निर्देश दिया गया.

इस बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह सहीत जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद के तमाम अधिकारी एवं डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि, सभी उपाधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं अन्यान्य उपस्थित रहे.

गोह थाना क्षेत्र की एक युवती को शादी का झांसा देकर डेढ़ साल तक यौन शोषण करने का मामला आया सामने

औरंगाबाद: गोह थाना क्षेत्र की एक युवती को शादी का झांसा देकर डेढ़ साल तक यौन शोषण करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर पाथमिकी दर्ज की है। मामले में पुलिस ने त्वरित करवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस युवती की मेडिकल जांच कराने के बाद न्यायालय में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया को पूरी करने में जुटी है।

युवती ने दर्ज कराई प्राथमिकी में कहा है कि गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र के कनउसी गांव निवासी देववंश भगत के पुत्र शैलेश कुमार से लगभग दो वर्षों पूर्व उसकी पहचान स्कूल में बनी थी।धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हो गई। इस बीच युवक शैलेश ने उससे शादी करने और साथ जीने-मरने का वादा किया। शादी का झांसा देकर वह युवती के साथ शारीरीक संबंध बनाने लगा। यह सिलसिला लगभग डेढ़ वर्षो तक चलता रहा। 

कई बार आरोपी युवक ने तरह-तरह के बहाना बनाते हुए शादी करने की बात को टालता रहा। युवती का आरोप है कि कई लड़कियों से शैलेश का अवैध संबंध था। इस कारण शैलेश उससे शादी करने से इनकार कर गया। थानाध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि पीड़िता के बयान पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

मामले में कोच थाना के कनउसी गांव निवासी देववंश भगत के पुत्र शैलेश कुमार को आरोपी बनाते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

दो बाइकों के बीच आमने-सामने की टक्कर ने हिंसा का रूप लिया

औरंगाबाद: बारूण प्रखंड के रिसियप थाना क्षेत्र में सनथुआ मोड़ पर शुक्रवार को दो बाइकों के बीच आमने-सामने की टक्कर ने हिंसा का रूप ले लिया। टक्कर के बाद पहले दोनों बाइकर आपस में भिड़े। इसके बाद दोनों के समर्थक भारी संख्या में मौके पर आ धमके और सनथुआ मोड़ जंग का मैदान बन गया। 

दोनों पक्षों में करीब डेढ़ घंटें तक लाठी-डंडे चलते रहे। चाकूबाजी भी हुई। आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें चाकू लगने से एक की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है, जिसे बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है। हद तो यह है कि घटना की सूचना मिलने के बावजूद पुलिस ने मौके पर पहुंचने में विलंब किया। 

मौके पर पहुंची 112 नंबर की पुलिस ने हिंसा के रौद्र रूप को देखकर दोनों पक्षों को अलग करने से परहेज किया। जब स्थानीय लोगों के प्रयास से मामला शांत हुआ और जब बारूण पुलिस मौके पर पहुंची तो भाग रहे लोगों में से ग्रामीणों की पकड़ में आ गए एक व्यक्ति को हिरासत में लिया, जिसे रिसियप पुलिस को मौके पर आने के बाद सुपुर्द कर दिया गया। मामले में रिसियप पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

दो बाइकों में आमने-सामने की टक्कर के बाद एक-दूसरे से क्षतिपूर्ति की मांग को ले शुरू हुआ विवाद-पूरे विवाद की शुरुआत सनथुआ मोड़ पर दो बाइकों में आमने-सामने की टक्कर से हुई। टक्कर में दोनों बाइक क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बाद दोनों ही बाइकर एक-दूसरे को गलत ठहराते हुए एक-दूसरे क्षतिपूर्ति मांगने लगे। इस दौरान एक बाइकर ने मोबाइल से कॉल कर अपने गांव सनथुआ के कुछ साथियों को मौके पर बुला लिया। मौके पर आए बाइकर के साथियों ने दूसरे बाइकर की जमकर पिटाई कर दी।

पिटने के बाद नथुनी बिगहा के बाइकर ने कॉल कर दो गांवों के साथियों को बुलाया, फिर सनथुआ मोड़ बन गया जंग का मैदान-सनथुआ के लोगों के हाथों पिटने के बाद नथुनी बिगहा के बाइकर ने भी अपने गांव और बगल के गांव सहया के लोगों को मौके पर आने के लिए कॉल किया। 

कॉल के बाद नथुनी बिगहा और सहया गांव के 20-25 लोग आठ-दस बाइको से लाठी-डंडे के साथ मौके पर आ धमके। मौके पर आते ही दोनो गांव के लोगों ने अपने गांव के बाइकर को पीटने वालों को लाठी-डंडे से बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। इसकी खबर मिलते ही सनथुआ से भी दो दर्जन से अधिक लोग मौके पर लाठी-डंडे लिए चले आए। इसके बाद सनथुआ मोड़ जंग का मैदान बन गया। दोनों पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चलने लगे। चाकू भी चलने लगा।

 इस दौरान दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में अधिकांश का सर फटा है जबकि एक को पेट में चाकू लगा है और उसकी आंत बाहर आ गई है। चाकू लगने से घायल हुआ व्यक्ति सनथुआ गांव का निवासी है। उसे औरंगाबाद सदर अस्पताल में प्रारंभिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है। 

सूचना मिलने पर भी पुलिस विलंब से पहुंची-स्थानीय लोगों द्वारा मामले की जानकारी 112 नंबर डायल कर पुलिस को दी गई। सूचना मिलने पर 112 नंबर की औरंगाबाद मुफ्फसिल पुलिस एक घंटें में मौके पर पहुंची। 

इसके बावजूद पुलिस ने दोनों पक्षों में हो रही हिंसा के रौद्र रूप को देखकर बीच बचाव से परहेज किया क्योकि बचाकर लाने के बाद पुलिस जीप में सुरक्षित रखी गई दो महिलाओं को भी हमलावर पुलिस के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश करने लगे। इसके बाद पुलिस दोनों महिलाओं को सुरक्षित आगे ले गई। इस दौरान जब सनथुआ मोड़ के पास के लोगों ने बीच-बचाव कर झगड़ा समाप्त कराया। 

तब जाकर दिवा गश्ती पर निकली बारूण पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद दोनों थानों की पुलिस एक साथ एक्शन में आई। एक्शन में आई पुलिस ने दोनों गांवों के लोगों को पकड़ने के लिए खदेड़ना शुरू किया लेकिन वें पुलिस के पकड़ में नही आ सके। इस दौरान सनथुआ के लोगों ने भाग रहे एक युवक को पकड़ कर बारूण पुलिस को सौंप दिया।

मामले में रिसियप पुलिस कर रही आगे की कार्रवाई-मौके पर पहुंचे बारूण थाना के एसआई मनोज कुमार सिंहा ने बताया कि वें अपनी टीम के साथ दिवा गश्ती पर थे। सनथुआ मोड़ पर दो बाइको में टक्कर को लेकर हुए हिंसक संघर्ष की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे। मामला शांत कराया गया है।

 मामले में नथुनी बिगहा के एक युवक को पकड़ा गया है, जिसे घटनास्थल सिसियप थाना का होने के कारण वहां की पुलिस को सौंप दिया गया है। हिंसा में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए है, जिनका आसपास के निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।

 वही चाकू लगने से घायल सनथुआ के युवक को औरंगाबाद सदर अस्पताल में प्रारंभिक इलाज के बाद बेहतर इलाज के लिए अन्यत्र रेफर किया गया है। मामले में रिसियप थाना की पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।

दो पावर सब स्टेशन से नही सिर्फ एक ही से हो जम्होर पंचायत में विद्युत आपूर्ति : अजीत कुमार सिंह

औरंगाबाद: भारतीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अजीत कुमार सिंह ने औरंगाबाद सदर प्रखंड के जम्होर पंचायत में किसी एक अनुमंडल विद्युत ग्रिड से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने की मांग की है। 

श्री सिंह ने कहा कि जिले में जम्होर ही एकमात्र ऐसा पंचायत है, जिसे दो अनुमंडलों के ग्रिड से विद्युत आपूर्ति की जाती है। एक बारून विद्युत अनुमंडल के टेंगरा से तो दूसरे औरंगाबाद विद्युत अनुमंडल के औरंगाबाद से यहा बिजली की आपूर्ति की जाती है। कहा कि टेंगरा से विद्युत आपूर्ति औरंगाबाद से बेहतर है। वही औरंगाबाद से विद्युत आपूर्ति आंख मिचौली खेलती रहती है।

उन्होने कहा कि अभी टेंगरा से विद्युत आपूर्ति जारी है जबकि औरंगाबाद से विद्युत आपूर्ति मध्यरात्रि से ही बाधित है। कहा कि औरंगाबाद से विद्युत आपूर्ति लाईन में सड़क के किनारे वृक्ष होने एवं लम्बी दूरी होने के कारण फॉल्ट को पकड़ने एवं मरम्मत करने में घंटो लग जाते है जबकि टेंगरा से विद्युत आपूर्ति जारी रहती है। 

इससे विद्युत उपभोक्ताओं में आक्रोश पनपता है। उन्होने कहा कि आखिर ऐसी व्यवस्था की आवश्यकता क्यों है? क्यों नहीं किसी एक ही विद्युत स्टेशन से जम्होर पंचायत को विद्युत आपूर्ति की जाती है? उन्होने कहा कि दो अनुमंडलों के नियंत्रण से राजस्व संग्रह में बाधा, रखरखाव एवं उपभोक्ताओं को दो जगहों से शिकायत एवं सुझाव में असमंजस होता है। 

उन्होने पूरे पंचायत को किसी एक अनुमंडल से ही विद्युत आपूर्ति किए जाने की मांग करते हुए कहा कि टेंगरा से बेहतर विद्युत आपूर्ति को देखते हुए संपूर्ण जम्होर पंचायत को टेंगरा से ही जोड़ा जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो यहां के विद्युत उपभोक्तागण आंदोलन करने को बाध्य होंगे।