वाराणासी में सामूहिक खुदकुशी : दंपती और उनके दो बेटों ने फांसी लगाकर दी जान

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है। यहां के वनाथपुरा स्थित आंध्रा आश्रम के काशी कैलाश भवन के दूसरे तल पर स्थित कमरे में फंदा लगाकर आंध्र प्रदेश निवासी दंपती और उनके दो बेटों ने जान दे दी। बृहस्पतिवार की शाम भवन के मैनेजर की सूचना पर पहुंची दशाश्वमेध थाने की पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर चारों का शव फंदे से नीचे उतारा।कमरे में मिली एक डायरी के ढाई पेज में तेलुगू में लिखे गए सुसाइड नोट के अनुसार सामूहिक आत्महत्या की वजह पैसे के लेनदेन का विवाद और आर्थिक तंगी है। आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना देकर दंपती और उनके दोनों पुत्रों का शव शिवपुर स्थित मोर्चरी में रखवाया गया है।

आंध्र प्रदेश के ईस्ट गोदावरी जिले के धर्मागुड़मू स्ट्रीट, मंडापेटा निवासी कोंडा बाबू (50), पत्नी लावन्या (45) और दो बेटों राजेश (25) व जयराज (23) के साथ बीते तीन दिसंबर की सुबह साढ़े 11 बजे देवनाथपुरा स्थित काशी कैलाश भवन पहुंचे थे। भवन के मैनेजर सुंदर शास्त्री ने बताया कि चारों लोगों के लिए 350 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से द्वितीय तल पर स्थित एस-6 कमरा राजेश ने बुक कराया।

सात दिसंबर की सुबह उन्हें चेक आउट करना था और पूरा भुगतान छह दिसंबर को ही कर दिया गया था। बृहस्पतिवार की सुबह नौ बजे सफाईकर्मी पुष्पा साफ-सफाई के लिए कमरे का दरवाजा खटखटाई तो नहीं खुला। शाम पांच बजे के लगभग वॉचमैन ने फिर कमरे का दरवाजा खटखटाया तो नहीं खुला। शंकावश उसने कमरे की खिड़की को धकेल कर देखा तो एक व्यक्ति फंदे के सहारे लटका दिखा। आनन-फानन इसकी सूचना पुलिस को दी गई। डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर घुसने पर दंपती और उनके दोनों बेटे कमरे की छत में लगे लोहे के एंगल के चार अलग-अलग हुक के सहारे नायलॉन की रस्सी से लटके हुए थे।

पुलिस आयुक्त मुथा अशोक जैन के मुताबिक सुसाइड नोट के अनुसार, चारों लोगों के आत्महत्या की वजह पैसे के लेनदेन का विवाद और आर्थिक तंगी है। आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना दी गई है। दशाश्वमेध थाने में मुकदमा दर्ज करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

*नेशनल एक्शन फ़ॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम के अंतर्गत एक दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स फॉर नमस्ते कार्यशाला का आयोजन*

लखनऊ। नगरीय निकाय निदेशालय ने नेशनल एक्शन फ़ॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम के तहत एक दिवसीय ट्रेनिंग ऑफ ट्रेनर्स फॉर नमस्ते कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय सफ़ाई कर्मचारी वित्त एवं विकास निगम के विशेषज्ञों ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक स्वच्छ भारत मिशन एवं नगरीय निकाय निदेशालय डॉ नितिन बंसल (आईएएस) द्वारा किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने सीवर एवं सेप्टिक टैंक की सफाई में कार्यरत कर्मचारियों के हित में चलाई जा रही योजना के विषय एवं इसके द्वारा सभी सफाई कर्मचारियों को लाभान्वित करने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने ‘नमस्ते’ के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए योजना को सफल बनाने पर सभी को योगदान देने के लिए प्रेरित किया।इस दौरान अपर निदेशक ऋतु सुहास द्वारा सभी प्रशिक्षुओं को सफाई मित्र सुरक्षा, स्वच्छ भारत मिशन योजना के तहत की जाने वाली कार्यवाहियों से अवगत कराया गया और सफाई मित्रों की सुरक्षा एवं सामाजिक विकास हेतु की जाने वाली आवश्यक कार्यवाही हेतु जिला स्तर की टीम को निर्देशित किया गया।

निदेशालय के अपर निदेशक, नोडल अधिकारी डॉ असलम अंसारी द्वारा सभी प्रतिनिधियों को नमस्ते योजना के बारे में जानकारी व जागरुकता, ‘नमस्ते ऐप’ के संचालन के लिए जानकारी, समस्त यूएलबी में ट्रेनिंग हेतु रणनीति पर अवगत कराया गया।

नमस्ते पोर्टल के प्रतिनिधियों तथा एनएसकेएफडीसी की टीम श्री गौरव, प्रोजेक्ट मैनेजर एनएसकेएफडीसी व डॉ. प्रियंबदा त्रिपाठी टीएसयू (यूएमसी) नमस्ते, अभिजीत, यूएमसी व डॉ. प्रियंबदा त्रिपाठी टीएसयू (यूएमसी) ‘नमस्ते’ द्वारा सफाई कर्मचारियों का सर्वे कर एकत्रित जानकारी को नमस्ते पोर्टल एवं नमस्ते एप के माध्यम से एकत्रित किये जाने की प्रक्रिया हेतु व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण एवं प्रोसेस से अवगत कराया गया।

इस प्रशिक्षण में 75 जनपदों से आये हुये 206 प्रशिक्षुओं, यथा स्वच्छ भारत मिशन में कार्यरत डीपीएम, डिविजनल मैनेजर एवं कम्प्यूटर आपरेटर्स तथा नोडल निकायों के सैनिटरी इंस्पेक्टर/प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया एवं निकाय स्तर पर इसके व्यापक प्रचार प्रसार एवं ट्रेनिंग हेतु रणनीति पर भी विचार विमर्श किया गया।

कार्यक्रम के धन्यवाद ज्ञापन स्वरूप एवं निकायों से ऐसे सभी वर्कर्स को चिन्हित कर उन्हे शासन की योजनाओं का लाभ दिलाने की दिशा में इसे महत्वपूर्ण कदम बताया गया। उक्त कार्यक्रम के सफल संचालन में स्वच्छ भारत मिशन नगरीय टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

*नई दिल्ली में आयोजित छठे टॉफ्ट वाइल्डलाइफ टूरिज्म अवार्ड्स में उत्तर प्रदेश को मिले तीन पुरस्कार*


लखनऊ। वन्यजीव पर्यटन पुरस्कार टॉफ्ट सैंक्चुअरी नेचर फाउण्डेशन तथा पर्यटन विभाग के संयुक्त तत्ववधान में नई दिल्ली के बीकानेर हाउस में आयोजित छठा टॉफ्ट वन्यजीव पर्यटन पुरस्कारों में पर्यावरण एवं वन्यजीव में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए उत्तर प्रदेश को तीन पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।

ये पुरस्कार उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है।यह जानकारी आज यहां उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश समृद्ध जैव-विविधता और प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है, जिसके कारण पर्यावरण एवं वन्यजीव पर्यटन के लिए एक आदर्श गन्तव्य स्थल के रूप में विख्यात है।

राज्य में कई संरक्षित क्षेत्र, राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभ्यारण्य हैं, जो पर्यटकों को वन्यजीवों को नजदीक से देखने और प्राकृतिक सुन्दरता का अनुभव कराने का अवसर प्रदान करते हैं।

जयवीर सिंह ने बताया कि इन पुरस्कारों के लिए उत्तर प्रदेश को नामित करने से राज्य में पर्यावरण पर्यटन तथा ईको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा। पर्यावरण संरक्षण एवं प्राकृतिक पर्यावासों को खूबसूरत बनाये रखने के लिए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।

इसके साथ ही जल, जमीन और जंगल को बचाये रखने के लिए काम किया जा रहा है, जो समन्वित रूप से उत्तर प्रदेश को पर्यावरण पर्यटन के लिए उपयुक्त बनाते हैं। इसके साथ ही इन स्थलों को देखने के लिए बेहतर कनेक्टीविटी तथा उच्चस्तर की कानून व्यवस्था भी है।

पर्यटन मंत्री ने बताया कि इस कार्यक्रम में भारत सरकार के क्षमता निर्माण आयोग के सदस्य प्रशासन श्री प्रवीण परदेशी मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। पीलीभीत टाइगर रिजर्व को ट्रांसफार्मेटिव ससटेनेबल टूरिज़म पोटेनशियल के लिए ‘कैलाश सांखला पुरस्कार’ भी मिला है।

यह नया पुरस्कार बाघों के आवासों के संरक्षण और स्थानीय समुदाय के समर्थन से एकीकृत वन्यजीव पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दिया गया। इस वर्ष पुरस्कारों के आयोजन में उत्तर प्रदेश पर्यटन एक भागीदार राज्य के रूप में शामिल था।

जयवीर सिंह ने बताया कि मेला कोठी-चंबल सफारी लॉज, उत्तर प्रदेश को उत्कृष्ट पग रेटिंग लॉज के लिए संयुक्त विजेता के रूप में सम्मानित किया गया है। यह लॉज अपने उत्कृष्ट पग प्रमाणन के लिए समर्पित है, जो क्षेत्र की प्राकृतिक और सांस्कृतिक विरासत में एक गहन अनुभव प्रदान करता है।

पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के प्रति प्रतिबद्धता के साथ, पर्यावरणीय प्रबंधन और सांस्कृतिक अन्वेषण का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण पेश करता हैं।पर्यटन मंत्री ने बताया कि अमिथ बांगरे को वर्ष 2023 के लिए संयुक्त विजेता के रूप में लॉज नेचुरलिस्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

अमित जागीर मनोर- आईएचसीएस सेलेक्शन्स, दुधवा में मुख्य प्रकृतिवादी हैं, एक प्रकृतिवादी और संरक्षणवादी के रूप में वो 20 वर्षों का अनुभव रखते हैं। अमिथ की श्द एन्डेंजर्ड एटीनश् और ‘उधबिलाव झील प्रोग्राम’ जैसी पहल लुप्तप्राय प्रजातियों के लिए जागरूकता बढ़ाने की उनकी प्रतिबद्धता को उजागर करती है। प्रखर मिश्रा, आईएफएस, निदेशक, उत्तर प्रदेश पर्यटन और नवीन खंडेलवाल उप निदेशक, पीलीभीत टाइगर रिजर्व ने कार्यक्रम में सहभागिता की।

प्रखर मिश्रा ने कहा कि हमें टॉफ्ट टाइगर वाइल्डलाइफ टूरिज्म अवार्ड्स 2023 का समर्थन करने पर गर्व है, जो न केवल वन्यजीव संरक्षण में उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देता है बल्कि उत्तर प्रदेश में सस्टेनेबल और रिस्पांसिबल पर्यटन के लिए हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप भी है।

*महापरिनिर्वाण दिवस पर याद किए गए डॉ. भीमराव अंबेडकर, दी गई श्रद्धाजंलि*

लखनऊ। गोमती नगर स्थित भागीदारी भवन तथा प्राग नारायण रोड स्थित निदेशालय समाज कल्याण विभाग, लखनऊ में बुधवार को बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर का 67वां परिनिर्वाण दिवस श्रद्धापूर्वक मनाया गया।

कार्यक्रम की शुरुआत पुष्पाजंलि सभा से हुई। कल्याण भवन के चतुर्थ फ्लोर स्थित सभागार में हुए कार्यक्रम के दौरान निदेशक कुमार प्रशांत ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के चित्र का माल्यार्पण करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।

इसके बाद हुए व्याख्यान कार्यक्रम में उन्होंने बाबा साहब के विचारों एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इस मौके पर निदेशालय के समस्त अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।

वहीं समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित प्रदेश भर के जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्वालयों, अभ्युदय कोचिंग केंद्रों, वृद्धाश्रमों और राजकीय अनुसूचित जाति छात्रावासों में भी महापरिनिर्वाण दिवस मनाया गया।

बाबा साहब को पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और छात्रावास अधीक्षक और संस्थाध्यक्षों ने उनके व्यक्तित्व एवं दर्शन पर विचार रखे । इस दौरान विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर उनके योगदान को भी याद किया गया।

पोस्टर व स्लोगन के माध्यम से दिया संदेश सर्वोदय विद्धालयों और छात्रावासों में निबंध और भाषण प्रतियोगिताएं हुईं, जिसमें छात्र-छात्राओं और आवासित छात्रों ने बाबा साहब डॉ. भीमराव के जीवन दर्शन तथा उनके द्वारा किए गए प्रयासों, जाति आधारित भेदभाव के विरुद्ध लड़ाई, सामाजिक न्याय की प्रतिस्थापना, संविधान निर्माण में उनकी भूमिका तथा स्त्री शिक्षा पर अपने विचार रखे।

इसके बाद पोस्टर बनाए और स्लोगन लिखे। छात्र-छात्राओं की प्रतिभा देखते बन रही थी। कार्यक्रम के अंत में विद्यालयों के प्रधानाचार्यों और छात्रावास अधीक्षक ने बाबा साहब के जीवन संघर्षों से सबक लेकर आगे बढ़ने का संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया। वृद्धाश्रमों में आवासित वृद्धजनों ने बाबा साहब के जीवन दर्शन और समाज में उनके द्वारा किए महत्वपूर्ण कार्यों पर सामूहिक चर्चा की।

कार्यक्रम के समापन पर संस्थाध्यक्षों ने उनके आदर्शों पर चलते हुए हक के लिए हमेशा संघर्ष करने का आह्वान किया।

*मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डा. अांबेडकर को दी श्रद्धाजंलि, बोले - अांबेडकर पर शोध करने वाले छात्रों को दी जाएगी छात्रवृति*

लखनऊ । डॉ भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके अस्थिकलश स्थल का जायजा लिया और उनकी प्रतिमा पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर उन्होंने एलान किया निर्माणाधीन आंबेडकर स्मारक में शोध करने वाले छात्रों को प्रदेश सरकार की तरफ से छात्रवृत्ति दी जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी

आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश वासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। बाबा साहब ने कहा था कि हम सबसे पहले और अंत में भारतीय हैं। जो लोग भारत को कोसते हैं वह बाबा साहब का भी अपमान करते हैं। दुनिया में जब भी दबे-कुचले समाज के उत्थान की बात आती है तो बाबा साहब का नाम याद आता है। हमने समाज को जाति के आधार पर नहीं बांटा बल्कि गरीब, दलित, कमजोर वर्ग के विकास पर ध्यान दिया। हर गरीब और वंचित को प्रधानमंत्री आवास और शौचालय की सुविधा का लाभ मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यूपी में सपा की सरकार चेहरा देखकर लाभ देती थी। दलितों और गरीबों के नाम पर राजनीतिक रोटी सेकी जाती थी लेकिन करते कुछ नहीं थे। मोदी सरकार ने बाबा साहब के सपनों को साकार किया है। जो लोग भारत विरोधी गतिविधियां चला रहे हैं वह बाबा साहब का अपमान करते हैं। यह सरकार हर गरीब और दलित के साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि बाबा साहब की प्रेरणा से हर गरीब और दलित को आवास और राशन कार्ड की सुविधा दी गई है। किसी प्रकार का छुआछूत नहीं हो इस मिशन पर काम कर रहे हैं। प्रत्येक गरीब को आवास दिलाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। श्रमिकों के बच्चों के लिए कॉन्वेंट स्कूल की तर्ज पर अटल आवासीय विद्यालय बनाया गया है। हर जिले में परिनिर्वाण दिवस के कार्यक्रम हो रहे है। बाबा साहब के संकल्प से लोगों को जोड़ रहे हैं।

*ठाकुरगंज में महिला की गला रेतकर हत्या ,डॉक्टर पति घर में शव छोड़कर भागा ,पंद्रह साल पहले की थी लव मैरिज शादी*

लखनऊ । राजधानी के ठाकुरगंज थानाक्षेत्र में डॉक्टर पति ने अपनी ही पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद वह घर से फरार हो गया। हत्या के दौरान किसी को भनक तक नहीं लगी। दोपहर में जब बच्चे शो कर जगे और कमरे में खून से लथपथ मां का शव देखा तो उनकी चीख निकल गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। बताया जा रहा है कि डॉक्टर ने पंद्रह साल पहले लव मैरिज शादी की थी। पुलिस ने मृतका के भाई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के बाद हत्यारोपी पाति की तलाश शुरू कर दी है।

थानाक्षेत्र के रोशननगर निवासी आनंदेश्वर अग्रहरि पेश से फिजियोथेरेपिस्ट है। इनकी लव मैरिज शादी नाका निवासी संध्या साहू (38) से करीब 15 साल पहले हुई थी। उनके दो बेटे तनिष्क (11) व छोटा बेटा शौर्य (9) है। पुलिस के मुताबिक अब तक जांच में सामने आया कि बीती रात किसी बात पर हुए विवाद के बाद आनंदेश्वर ने संध्या की गला रेतकर हत्या कर दी। कुछ देर तक वहां रहने के बाद सुबह होने के पहले वह घर छोड़कर चला गया।

इधर सुबह दोनों बेटे जब उठे तो कुछ देर बाद देखा कि मां खून से सनी पड़ी हुई हैं। दोनों की चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। इस बीच संध्या की मां कमला साहू भी वहां पहुंच गईं तब पुलिस को सूचना दी गई। जिसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेने के बाद छानबीन शुरू कर दी। एसीपी चौक सुनील शर्मा ने बताया कि प्रकरण की जांच की जा रही है। आनंदेश्वर की तलाश में टीमें लगाई गई हैं। वह जल्द पकड़ा जाएगा। वारदात की वजह पता की जा रही है। ताकि सच्चाई सामने आ सके।

पुलिस को अहत साहू पुत्र कमलेश साहू निवासी नगर दुगांना थाना नाका की तरफ से दी गई है। जिसके द्वारा अवगत कराया गया है कि उसकी बड़ी बहन सन्ध्या साहू की शादी 2008 में आनंदेश्वर अग्रहरि पुत्र राजकुमार अग्रहरि नविासी रोशन नगर से हुई थी। मंगलवार को सुबह दस से बारह बजे के बीच सध्या की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई। इस घटना से पहले आनंदेश्वर व उसके सगे भाई बिंदू द्वारा उसकी बहन के साथ मारपीट की गई थी। जिसकी शिकायत ठाकुरगंज थाने में की गई थी। अब उसकी बहन की आनंदश्ेवर उर्फ आनंद ने हत्या कर दी। तहरीर मिलने पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद हत्यारोपी पति की तलाश शुरू कर दी है।

*एनसीआरबी 2022 के आंकड़े हुए जारी, स्पेशल डीजी बोले- यूपी से ज्यादा अपराध 19 राज्यों में*

लखनऊ । स्पेशल डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एनसीआरबी के द्वारा प्रकाशित क्राइम इन इण्डिया 2022 के अनुसार भारत वर्ष में कुल 35,61,379 अपराध पंजीकृत हुए। जिनमें से 401787 अपराध उत्तर प्रदेश में घटित हुए एवं भारतवर्ष में घटित कुल अपराधों में यूपी का 11.28 प्रतिशत है एवं भारतवर्ष का क्राइम रेट 258.1 के सापेक्ष यूपी का क्राइम रेट 171.6 है तथा देश में घटित कुल अपराधों में उत्तर प्रदेश का समस्त राज्यों एवं केन्द्र शासित राज्यों के सापेक्ष 20वां स्थान है। जबकि जनसंख्या के आधार पर उत्तर प्रदेश की आबादी देश की आबादी का 16.89 प्रतिशत है।

यूपी हत्या के मामले में देशभर में 28वें स्थान पर

उन्होंने कहा कि चूंकि यूपी सरकार व पुलिस जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। इसी लिए एनसीआरबी द्वारा जारी आकड़ों में स्पष्ठ नजर आ रहा है। विभिन्न राज्यों में हुए अपराध के मामले में यूपी की रैकिंग 20वें स्थान पर है। इस प्रकार से आईपीसी क्राइम में ऐसे 19 राज्य है जहां यूपी से ज्यादा अपराध हुए है। विभिन्न मुख्य अपराध में जैसे हत्या में 30वें स्थान, हत्या के प्रयास में 25 वें स्थान, छेड़खानी में 17 वें, अपहरण में 30 वें, रेप के मामले में 24 वें, बलवे में 24 वें तथा लूट में 27 वें स्थान पर यूपी है। सभी मुख्य अपराधों में कमी आने के पीछे मुख्य वजह यहीं है कि हमारी पुलिस बेहतर तरीके से काम किया है।

महिलाओं के प्रति घटित कुल अपराधों में यूपी 14 वें स्थान पर

महिलाओं के प्रति घटित कुल अपराधों में यूपी 14 वें स्थान पर है। रैकिंग यह दर्शाती है कि लगातार विभाग के द्वारा इअपराध और अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई की गई है। शासन द्वारा आपेक्षित कार्रवाई को लगातार की जा रही है। अपराधियों को सजा दिलाने का भी काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अपराध की स्थिति को समझने के लिए क्राइम रेट एक बेहतर एवं विश्वसनीय संकेतक है। एनसीआरबी के मुताबिक वर्ष 2022 का सम्बन्धित वर्ग की प्रति एक लाख जनसंख्या के सापेक्ष अपराधों की संख्या को अपराध दर के रूप में परिभाषित किया गया है। यह एक स्थापित वास्तविक संकेतक है, जो राज्य के आकार और जनसंख्या में वृद्धि के प्रभाव को संतुलित करता है। अत: क्राइम रेट ही अपराधों की सही स्थिति समझने के लिए एक प्रमाणिक संकेतक है।

महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में हुआ इजाफा

तमाम कवायदों के बाद भी महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराध में कमी नहीं हो रही है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की वर्ष 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले अपराधों में बीते सालों के मुकाबले इजाफा हुआ है। हालांकि हत्या के मामलों में कमी दर्ज की गयी है।एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2022 में प्रदेश में संज्ञेय अपराध से संबंधित कुल 4,01,787 मामले दर्ज किए गये। इनमें प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध के 65,743 मामले शामिल हैं।

वर्ष 2021 में 56,083 मामले दर्ज किए गए थे

उल्लेखनीय है कि महिलाओं के साथ होने वाले अपराध के वर्ष 2020 में 49,383 और वर्ष 2021 में 56,083 मामले दर्ज किए गए थे। इसी तरह बच्चों के साथ होने वाले अपराधों की बात करें तो वर्ष 2022 में इनकी संख्या 18,282 रही। जबकि वर्ष 2020 में यह संख्या 15,271 और वर्ष 2021 में 16,838 थी। जघन्य अपराध में यदि हत्या के आंकड़ों पर नजर डालें तो वर्ष 2022 में प्रदेश में 3491 हत्या के मामले सामने आए। जबकि वर्ष 2020 में यह संख्या 3779 और वर्ष 2021 में 3717 थी। प्रदेश में अपहरण के मामलों में बीते वर्ष 2022 में इजाफा दर्ज किया गया है। वर्ष 2022 में अपहरण के कुल 16263 मामले दर्ज किए गये। जबकि वर्ष 2020 में इनकी संख्या 12,913 और वर्ष 2021 में 14554 थी।

*बसपा सुप्रीमो मायावती ने डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी*

लखनऊ । बसपा सुप्रीमो मायावती ने बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धाजंलि दी। इस मौके पर उन्होंने सोशल मीडिया साइट पर कहा कि लगभग 140 करोड़ की विशाल आबादी वाले भारत के गरीबों, मजदूरों, दलितों, आदिवासियों, अतिपिछड़ों सहित उपेक्षित बहुजनों के मसीहा व देश के मानवतावादी समतामूलक संविधान के निर्माता भारतरत्न परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर को आज उनके परिनिर्वाण दिवस पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।

उन्होंने आगे कहा कि किन्तु देश के 81 करोड़ से अधिक गरीब लोगों को पेट पालने के लिए सरकारी अन्न के मोहताज का जीवन बना देने जैसी दुर्दशा न यह आजादी का सपना था और न ही उनके लिए कल्याणकारी संविधान बनाते समय बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर ने सोचा था, यह स्थिति अति-दुःखद है। देश में रोटी-रोजी के अभाव एवं महंगाई की मार के कारण आमदनी अठन्नी भी नहीं पर खर्चा रुपया होने के कारण गरीब, मजदूर, छोटे व्यापारी, किसान, मध्यम वर्ग सहित सभी मेहनतकश समाज की हालत त्रस्त व चिन्तनीय है जबकि संविधान को सही से लागू करके उनकी हालत अब तक काफी संवर जानी चाहिए थी।

बंद मकान का ताला तोड़ कर लाखो रुपए के गहने और हजारों रुपए की नकदी पर हाथ साफ

लखनऊ। सरोजनीनगर में बेखौफ चोरों ने बीते दिनों एक बंद मकान का ताला तोड़कर लाखों रुपए कीमत के गहने और हजारों रुपए की नगदी पर हाथ साफ कर दिया। जानकारी होने के बाद पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कई दिनों बाद मंगलवार को मामले की रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। 

सरोजनीनगर के सांईं सुरक्षा नगर, अमौसी निवासी दिलीप कुमार मिश्रा के मुताबिक बीती 17 नवंबर को वह अपने घर में ताला बंद कर परिवार सहित छठ पूजा में शामिल होने अपने मूल घर कुशीनगर जिले के रविंद्र नगर स्थित मठियाराम गोविन्द गांव गए थे।

 जब 21 नवंबर को वापस लौटे तो देखा कि छत के रास्ते घर में दाखिल हुए चोरों ने कमरों के ताले तोड़कर करीब 3 लाख रुपये कीमत के गहने और 60 हजार रुपये की नगदी पार कर दी। यह देख दिलीप के होश उड़ गए और उन्होंने आनन फानन इसकी सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी।

 सूचना पाकर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल कर वापस लौट गई। बाद में दिलीप ने घटना की तहरीर सरोजनीनगर थाने में दी। फिलहाल पुलिस ने मंगलवार को मामले की रिपोर्ट दर्ज कर ली और चोरों का सुराग लगा रही है।

प्रमुख सचिव एम. देवराज ने आवर्डिंग बॉडी (ड्यूल)के लिए एमओयू पर किये हस्ताक्षर

लखनऊ। राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण परिषद, नई दिल्ली तथा उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के मध्य आवर्डिंग बॉडी (ड्यूल)के लिए एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। 

इससे उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन को नये पाठ्यक्रम तैयार करने, स्वयं असेसमेंट, सर्टिफिकेशन और उपाधि को प्रदान करने का प्राधिकार प्रदेश में प्राप्त हो गया है। 

उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन राज्य की पहली संस्था है जो आवर्डिंग बॉडी (ड्यूल) बनी है। इसका लाभ उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन से प्रशिक्षण लेने वाले युवाओं को प्राप्त होगा। 

एमओयू के समय उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रमुख सचिव, व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग एम. देवराज द्वारा हस्ताक्षर किये गए हैं।