प्यार है वासना, प्रेम है उपासना : संजय शास्त्री
सीतापुर।सकरन ब्लॉक अंतर्गत मदनापुर कुटी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ एवं रूद्र महायज्ञ के चौथे दिन कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया । कथा प्रारंभ में हनुमान गढ़ी महंत बजरंग दास एवं 1008 पवन दास महाराज ने व्यास पूजन किया ।
अपने माता पिता की पुण्य स्मृति में हनुमान गढ़ी नैमिषारण्य महंत बजरंगदास के सानिध्य में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ व रुद्र महायज्ञ के चौथे दिन कथाव्यास संजय शास्त्री ने ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि प्रेम और प्यार में भेद है । प्यार वासना है प्रेम उपासना है । सौतेली मां के कटु वचनों से आहत ध्रुव ने कामना से युक्त हो परमात्मा की उपासना करने के लिए गए ।
वस्तुतः परमात्मा तो निष्काम भक्ति करने वालों को दर्शन देता है किंतु यहां उच्च पद की कामना वाले ध्रुव को दर्शन दिया । कथा व्यास जी ने भगवान श्री कृष्ण की कथा सुनाते हुए कहा कि वह हमारे जीवन वल्लभ हैं हमारे प्राण हैं । कथा में जैसे ही श्री कृष्ण जन्म का प्रसंग आया तो पूरे पंडाल में नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के जयकारों की गूंज रही ।
भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर पूरे पंडाल में महिलाएं बच्चे और बूढ़े सभी श्रद्धालु द्वारा नाच गाकर और पुष्प वर्षा कर धूमधाम के साथ भगवान का जन्म उत्सव मनाया कथा व्यास जी ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण की भक्ति से मनुष्य भवसागर से पार हो जाता है लेकिन भक्ति भाव से करना चाहिए उसमें समर्पण का भाव होना चाहिए जो भगवान से मांग करता है उसमें स्वार्थ का भाव होता है इसलिए सत्य प्रेमी बनकर ईश्वर के पास जाओ तो उम्मीद से ज्यादा ईश्वर देता है।
इस मौके पर घनश्याम अग्रवाल, पुरुषोत्तम शास्त्री, विवेक शास्त्री समेत कई भक्तगण मौजूद रहे।
Dec 07 2023, 19:25