उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण लखनऊ के द्वारा विषय पर दो दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजित
लखनऊ। सोमवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस का शुभारम्भ प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार(आपदा प्रबंधन) ब्रिगेडियर प्रमोद कुमार सिंह, वीएसएम ने समस्त प्रतिभागियों का स्वागत करते हुये प्राधिकरण द्वारा आपदा न्यूनीकरण हेतु प्रदेश में चलाये गए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यशालाओं के बारे में बताया।
प्रथम सत्र के अपने व्याख्यान में प्राधिकरण के वरिष्ठ सलाहकार ने जलवायु परिवर्तन एवं जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए नागरिको की क्या प्रेरणा है? इस विषय पर व्याख्यान दिया, जलवायु परिवर्तन आज के समय में भारत ही नहीं अपितु विश्व के सामने एक ज्वलंत मुद्दा है, वैश्विक स्तर पर कॉप-28 (COP-28) की बैठक वर्ष-2003 में दुबई में हुई है, जिसमे भारत के प्रधानमंत्री ने भी भाग लिया है।
विश्व स्तर पर आज हम Loss and damage fund Life style change के बारे में बात कर रहे है, परन्तु मनुष्य का स्वभाव है कि कोई भी बदलाव जल्दी स्वीकार नहीं कर पता। जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पॉलिसी के साथ ही साथ सभी के योगदान से इसे कम किया जा सकता है, जैसे-बिजली एवं पानी की बजत, ई-वेस्ट को कम एवं पुनः उपयोग करके कम करना। प्रधानमंत्री के स्वस्थ लाइफस्टाइल के दिए सुझाव को स्वीकार करके एवं अपनी स्वदेशी विधियाँ भी इसे कम करने मे सहायक है।
वैश्विक स्तर पर इसको कम करने के लिए कार्बन क्रेडिट एवं कार्बन ट्रैडिंग की बात की जा रही है परन्तु जब तक सभी अपने मांग को स्वयं कम करने की कोशिश नहीं करते बड़े स्तर पर इसे कम करने में असुविधा होगी, अपनी मांग कम करने से आपूर्ति स्वयं कम हो जाएगी और उसी के कारण हमें अपनी पॉलिसी भी बदलनी पड़ेगी इसके लिए आवश्यक है कि हम कार्बन उत्सर्जन को कम करने में अपना भी सहयोग दे जिसके लिए अधिक वृक्षारोपड़ करना, भूमिगत जल का उचित उपयोग, बिजली की बचत इत्यादि आवश्यक है। जलवायु परिवर्तन के लिए आवश्यक है कि हम आज की पीढ़ी को अत्यधिक जागरूक करें, जिस कारण वो इसको समझ सके एवं इसको कम करने मे आवश्यक कार्य करें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य के समस्त जनपदों से चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से जनपद स्तर अधिकारी यथा अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, ईपीडमोलॉजिस्ट आदि, कृषि विभाग से उप संभागीय कृषि अधिकारी ,अपर जिला कृषि अधिकारी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से आपदा विशेषज्ञ द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण कार्यशाला 04 दिवस, दो-दो बैच में चलाया जा रहा है, जिसमेें आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, मौसम विभाग, यूनिसेफ, नगर विकास विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय कृषि विभाग, पशुपालन विभाग एवं केजीएमयू लखनऊ के वक्ताओं द्वारा शीतलहर एवं जलवायु परिवर्तन, शीतलहर का हमारे स्वास्थ एवं कृषि तथा पशुओं पर पड़ने वाले प्रभाव, शीतलहर की पूर्व चेतवानी तथा शीतलहर के दौरान विभिन्न विभागों एवं एन0जी0ओ0 की भूमिका आदि महत्वपूर्ण विषयों पर व्याख्यान दिया जायेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन प्रवीन किशोर, प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर ट्रेनिंग द्वारा किया गया। कार्यक्रम मंे उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की परियोजना निदेशक (सूखा प्रबंधन) डा कनीज फातिमा एवं समस्त परियोजना एक्सपर्ट उपस्थित रहे।
Dec 05 2023, 19:42