डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अपराध नियंत्रण की समीक्षा, माफियाओं व पेशेवर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने का दिया निर्देश

लखनऊ । पुलिस महानिदेशक विजय कुमार द्वारा रविवार को पुलिस मुख्यालय पर समस्त जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त, परिक्षेत्रिय पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक , पुलिस अधीक्षक जनपद प्रभारी यूपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपराध नियंत्रण के सम्बन्ध में समीक्षा की गयी। जिसमें मुख्य रूप से माफियाओं के विरूद्ध वैधानिक कार्रवाई, गोतस्करी, धर्म परिवर्तन, लूट, चैन स्नैचिंग आदि अपराधों की समीक्षा करते हुए कई आवश्यक निर्देश दिये।

डीजीपी ने कहा कि माफियाओं तथा पेशेवर अपराधियों का चिन्हांकन कर उनके विरूद्ध योजनाबद्ध तरीके से प्रभावी वैधानिक कार्रवाई की जाये। माफियाओं एवं संगठित अपराधियों तथा उनके गिरोह के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से अर्जित सम्पत्ति को गैंगेस्टर अधिनियम की धारा 14(1) के अन्तर्गत जब्तीकरण की कार्रवाई सुनिश्चित की जाये। गोतस्करी व गोकसी की रोकथाम के लिए कार्य योजना बनाकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाये तथा उक्त घटना में सम्मलित अभियुक्तों के विरुद्ध प्रभावी विधिक व निरोधात्मक कार्रवाई की जाये।

अवैध धर्म परिवर्तन आदि से सम्बन्धित घटित घटनाओं में तत्काल समुचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर तत्परता पूर्वक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। लूट व चैन स्नैचिंग व अन्य गम्भीर प्रवृत्ति के अपराधों की समीक्षा कर अनावरित प्रकरणों का शीघ्र अनावरण कराते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाये। उक्त दिये गये निर्देशों के क्रम में प्रभावी एवं समयबद्ध क्रियान्वयन हेतु मुख्यालय स्तर से समीक्षा किये जाने के निर्देश दिये गये। इस अवसर पर विशेष पुलिस महानिदेशक, कानून-व्यवस्था, अपर पुलिस महानिदेशक व पुलिस महानिदेशक के जीएसओ, अपर पुलिस महानिदेशक अपराध, सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहें।

महिला गई मायके तो चोरों ने साफ कर दिया घर

लखनऊ। राजधानी में चोरी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी का परिणाम है कि इंदिरा नगर में एक महिला अपने घर का ताला बंद करके मायके चली गई तो चोरों ने घर में घुसकर नकदी व जेवरात समेत लिया। महिला जब रिश्तेदारी से वापस घर लौटी तब इसकी जानकारी उसे हुई।

ज्योति मौर्या पत्नी श्री मयंक सिंह रावत निवासी वरदानी विहार, फेस-3 ने थाना इन्दिरानगर पर सूचना दिया कि एक दिसंबर को वादिनी अपने आॅफिस हाईकोर्ट लखनऊ के लिए गयी थी, जहां से वादिनी अपने मायके चली गयी। दो दिसंबर को समय करीब 19.30 बजे वादिनी अपने उक्त आवास पर वापस आयी तो देखा कि वादिनी के उक्त घर का ताला टूटा हुआ है और घर के अन्दर बेडरूम के पास रखे लॉकर से सोने चांदी व हीरे के कीमती जेवरात को अज्ञात चोरों द्वारा चोरी कर लिया गया है। पीड़ित परिवार की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

डम्पर ने टैक्सी को रौंदा, एक की मौत

लखनऊ । राजधानी के थाना आशियाना में डम्पर चालक ने टैक्सी को रौंद दिया। जिसमें टैक्सी चालक की मौके पर ही मौत हो गई। जानकारी मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया।

सुभाष बहेलिया पुत्र राम स्वरूप निवासी गढ़ी मोहल्ला, थाना बिजनौर ने थाना आशियाना पर सूचना दिया कि वादी का भाई सुमेर बहेलिया उम्र करीब 38 वर्ष जो कि रविवार को समय करीब 5.30 बजे प्रात: चारबाग टैक्सी से जा रहा था कि रास्ते में जागीर शहीद पथ अंडरपास के नीचे सामने से आ रहे एक डम्पर चालक द्वारा डम्पर को तेजी व लापरवाही पूर्वक चलाकर उक्त टैक्सी में जोरदार टक्कर मार दिया।

जिससे वादी के भाई सुमेर बहेलिया उपरोक्त की मौके पर ही मृत्यु हो गयी और टैक्सी में बैठे तीन अन्य लोग व टैक्सी का ड्राइवर गम्भीर रूप से घायल हो गये। जिन्हे इलाज के लिये मौके से हॉस्पिटल ले जाया गया। इस सूचना पर थाना आशियाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। इसके बाद तहरीर मिलने पर अज्ञात डम्पर चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

केवाईसी के नाम पर ठग लिए एक लाख चालीस हजार ,साइबर क्राइम सेल ने पूरा पैसा कराया वापस

लखनऊ । साइबर क्राइम सेल द्वारा शिकायतकर्ता के एसबीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से फ्रॉडस्टर द्वारा केवाईसी के नाम पर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर ठगे गये 140000.00 रुपये, शिकायतकर्ता के क्रेडिट कार्ड में वापस कराये गये। शिकायतकर्ता उमाशंकर के द्वारा साइबर क्राइम सेल में दी गयी शिकायत के माध्यम से अवगत कराया गया कि फ्रॉडस्टरों के द्वारा क्रेडिटकार्ड की केवाईसी कराने के नाम पर एनीडेस्क एप डाउनलोड कराकर कार्ड गोपनीय जानकारी लेकर 140000.00 रुपए की ठगी कर ली गयी थी।

मामले को गंभीरता पूर्वक से लेते हुए सम्बन्धित बैंक व कम्पनियों से सम्पर्क कर संदिग्ध खातों को फ्रीज करा करा प्रकरण में नियमानुसार कार्रवाई कराते हुये उमाशंकर से साइबर ठगों के द्वारा ठगी गयी कुल धनराशि 140000.00 पीड़ित के क्रेडिट कार्ड में वापस कराये गये है। साइबर क्राइम सेल के द्वारा की गयी कार्रवाई के कारण शिकायतकर्ता अपने रुपये को वापस पाकर अत्यन्त प्रसन्न है, तथा पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए धन्यवाद प्रकट किया गया है।

साथ ही अपील किया कि किसी भी बैंक व क्रेडिट कार्ड कम्पनी के कस्टमर अधिकारी के नाम से आये हये फोन कॉल पर अपने बैंक/क्रेडिट कार्ड की निजी जानकारी साझा न करें, साथ ही किसी भी अज्ञात कॉलर के कहने पर रिमोट एक्सिस एप डाउनलोड कर पॉसकोड शेयर न करें।

महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ,मायके वालों ने दहेज न मिलने पर हत्या करने का लगाया आरोप

लखनऊ । राजधानी के थाना गोमतीनगर क्षेत्र में एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इसकी जानकारी मिलते ही मायके वाले मौके पर पहुंच गये और ससुरालियों पर हत्या का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। मायके वालों का कहना था कि दहेज नहीं मिला तो उनकी बेटी की हत्या कर दी।

महरजहां पत्नी मोहम्मद अहमद निवासी भीमनगर ने थाना गोमतीनगर पर सूचना दिया कि वादिनी की पुत्री मरियम उम्र करीब 21 वर्ष का विवाह करीब डेढ़ वर्ष पूर्व फरहान पुत्र अयाज अहमद निवासी उजरियांव गोमतीनगर के साथ हुआ था। विवाह के कुछ समय बाद ही वादिनी की पुत्री ने बताया कि उसके पति फरहान, ससुर अयाज अहमद व अहाज अहमद की पत्नी, वादिनी की पुत्री की ननद फिजा, चचिया ससुर मुन्ने आये दिन दहेज व घर के हिस्से के लिए गाली गलौज व मारपीट करने लगे व प्रताड़ित करते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे।

दो दिसंबर को समय करीब 9.30 रात्रि को किसी अनजान व्यक्ति द्वारा वादिनी को सूचना मिली कि वादिनी की पुत्री मरियम उपरोक्त को चोट लगी है और वह लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती है। इस सूचना पर जब वादिनी अपने परिवार के साथ लोहिया हॉस्पिटल पहुंची तो वहां पर वादिनी की पुत्री मरियम उपरोक्त मृत अवस्था में मिली। वादिनी को पूरा विश्वास है कि वादिनी की पुत्री के ससुरालीजन अयाज अहमद व उसकी पत्नी, फरहान, रेशम, फिजा व चाचा मुन्ने इन सभी लोगों ने मिलकर दहेज व हिस्से के लालच में वादिनी की पुत्री की हत्या कर दिया है। इस सूचना पर थाना गोमतीनगर ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया। इसके बाद मायके वालों की तहरीर पर ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

लखनऊ समेत कई जिलो में सुबह से लगातार रिमझिम बारिश से बढ़ी ठंड, अभी चार दिन ऐसा ही रहेगा मौसम

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बेमौसम बारिश का सिलसिला जारी है। जिसकी वजह से ठंड बढ़ गई है। लखनऊ में सुबह पांच बजे से बारिश हो रही है। वहीं, कानपुर में भी सुबह तेज बरसात हुई। इसके अलावा, झांसी और आगरा में भी रिमझिम हुई। बारिश के बाद ठंडी हवाएं चल रही हैं। हालांकि, अधिकतम तापमान में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई। मौसम विभाग ने प्रदेश के 21 जिलों में सोमवार को बारिश का अलर्ट जारी किया है। सुबह से लगातार बारिश के चलते सड़कों पर जगह-जगह जल जमाव होने के साथ-साथ ठंडक में इजाफा हो गया।

लखनऊ समेत मध्य यूपी में सोमवार की सुबह से बारिश शुरू हो गई। इसका असर पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी पड़ेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अलग-अलग स्थानों पर बारिश व गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क रहेगा। ऐसे हालात सात दिसंबर तक बने रह सकते हैं।जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और आसपास बना हुआ है।

इसका क्षेत्र पश्चिमी यूपी और आसपास है। इसके कारण मौसम में बदलाव शुरू हो गया है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक, छह और सात दिसंबर के करीब मिचौंग तूफान की वापसी होगी। इसके कारण दक्षिण पूर्वी यूपी, खासकर छत्तीसगढ़ व झारखंड से लगे इलाके में इसका असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, छह और सात दिसंबर के करीब मिचौंग की वापसी होगी, इसके कारण दक्षिण पूर्वी यूपी, खासकर छत्तीसगढ़ व झारखंड से लगे इलाक में इसका असर देखने को मिलेगा।

कपड़ा व्यापारी के अगवा करने के मामले में दरोगा व सिपाही गए जेल, हसनगंज प्रभारी निरीक्षक निलंबित

लखनऊ । राजधानी के बिजनौर के कपड़ा व्यापारी को आजमगढ़ से अगवा करने वाले दरोगा, सिपाही समेत सात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। रविवार को पुलिस ने आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सिपाही समेत अन्य आरोपियों की तलाश जारी। इंस्पेक्टर की भूमिका की जांच शुरू कर पुलिस की एक टीम पीड़ित व्यापारी के बयान लेने के लिए बिजनौर रवाना हो गई है।पुलिस के अनुसार इश्तियाक कपड़े का व्यापार करते हैं।

29 नवंबर को वह आजमगढ़ में कपड़ा बेचने गए थे। बसअड्डे के पास से बोलेरो सवार लोगों ने खुद को पुलिसकर्मी बताकर उनको उठा लिया था। इश्तियाक से कहा था कि चोरी के केस में उनको उठाया गया है। अगवा करने के बाद निराला नगर स्थित चरन गेस्ट के एक कमरे में बंधक इश्तियाक को बंधक बना लिया था। उसकी पिटाई कर 20 हजार रुपये, 50 हजार के कपड़े लूट लिए थे।इश्तियाक के घरवालों को फोन कर 1.20 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी। किसी तरह से इश्तियाक उनके चंगुल से निकलकर एक परिचित से मदद मांगी थी।

शनिवार को मामले में हसनगंज थाने में तैनात दरोगा अनुराग द्विवेदी, हेड कांस्टेबल युसुफ हुसैन, बर्खास्त सिपाही धीरेंद्र यादव, हिस्ट्रीशीटर दिनेश गुप्ता और नसीम, शेखर उर्फ चुन्नु कुमार सिंह व एक अन्य अज्ञात पर रंगदारी, अपहरण, लूट, बलवा, मारपीट आदि गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिसके बाद रविवार को पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दरोगा, सिपाही को गिरफ्तार करने के बाद बाद जेल भेज दिया। वहीं दूसरी तरफ इस मामले में प्रभारी निरीक्षक हसनगंज राजकुमार सिंह तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

वारदात के बाद इश्तियाक अपने घर बिजनौर चले गए थे। तहरीर पर मोबाइल नंबर तक नहीं लिखा था। बिजनौर पुलिस की मदद से उनके बारे में जानकारी जुटाई गई। जिसके बाद लखनऊ पुलिस की एक टीम बिजनौर जाकर उनके बयान दर्ज किए। जिसमें उन्होंने पूरी घटना बताई। दरअसल इश्तियाक को आरोपियों ने धमकाया था। इस वजह से वह डरकर चले गए थे। सामने नहीं आ रहे थे।

प्रकरण को उच्चाधिकारियों ने बेहद गंभीरता से लिया है। थाने स्तर पर लापरवाही बरती गई लेकिन जब अफसरों को जानकारी हुई तो जांच कर केस दर्ज किया गया। आरोपी पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। अफसरों का कहना है कि विभागीय कार्रवाई कर इन पुलिसकर्मियों की बर्खास्तगी भी की जाएगी। पुलिस ने मामले में गहनता से जांच कर अहम साक्ष्य जुटाए हैं। सूत्रों के मुताबिक कई सीसीटीवी फुटेज में आरोपी कैद हुए हैं। ये भी साफ हो गया है कि आरोपी पुलिसकर्मी अपराधियों के साथ खुद आजमगढ़ गए थे। तब वह दोनों वर्दी में थे। साक्ष्यों को विवेचना में शामिल किया गया है। मोबाइल नंबर की लोकेशन आदि बेहद अहम है।

सील बिल्डिंग में निर्माण होता मिला, इंजीनियरों से जवाब-तलब

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी द्वारा कानपुर रोड योजना का निरीक्षण किया गया था। इस दौरान अवध चौराहे के पास मास्टर प्लान रोड पर एक बहुमंजिला भवन में फिनिशिंग का कार्य होता पाया गया। जबकि, पूर्व में उक्त निर्माण के सम्बंध में प्रारम्भिक स्टेज पर ही अनाधित निर्माण को रोकने के निर्देश दिये गये थे।

 जिस पर निर्माण कार्य को सील किया गया था, साथ ही ध्वस्तीकरण के आदेश भी पारित किये गये थे। इसके बाद भी स्थल पर ध्वस्तीकरण की कार्यवाही नहीं हुई और निर्माण कार्य लगभग पूर्ण भी हो गया। इस पर उपाध्यक्ष ने सम्बंधित अधिकारियों को फटकार लगाते हुए जांच के आदेश दिये हैं। इसी के साथ उपाध्यक्ष ने प्रवर्तन जोन-2 में तैनात सहायक अभियंता वाईपी सिंह व अवर अभियंता उस्मान अली से प्रकरण में लिखित स्पष्टीकरण भी मांगा है।

नामांतरण के नाम पर आवंटी से सुविधा शुल्क वसूलने के आरोप में कनिष्ठ लिपिक निलम्बित

लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने शनिवार को कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप को निलम्बित कर दिया। अरविंद कश्यप पर नामांतरण के नाम पर आवंटी से अनर्गल रूप से धन उगाही करने तथा सम्पत्ति की फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब करके आवंटियों का कार्य प्रभावित करने का आरोप है। 

जिसके सम्बंध में आवंटियों द्वारा जनता अदालत समेत विभिन्न फोरम में शिकायत भी की गयी थी। उपाध्यक्ष ने मामले को गंभीरता से लेते हुए बाबू को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया। साथ ही उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिये हैं। 

अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि आवंटी चेतन सक्सेना द्वारा कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप के खिलाफ शिकायत की गयी थी। चेतन सक्सेना के मुताबिक अरविंद ने जानकीपुरम योजना के सेक्टर-जी स्थित भवन संख्या एलआईजी-45 का नामांतरण कराने के नाम पर उनसे ऑनलाइन म्यूटेशन फीस जमा कराने के साथ ही पूरा काम कराने के एवज में 20 हजार रूपये की मांग की थी। 

आरोप है कि बतौर पेशगी 10 हजार रूपये वसूलने के बाद भी अरविंद कश्यप ने उनका काम नहीं करवाया। जांच में पाया गया कि तत्समय के कार्य विभाजन के अनुसार अरविंद कश्यप द्वारा सेक्टर-जी का कार्य देखा भी नहीं जा रहा था। इसके बावजूद अरविंद कश्यप ने चेतन सक्सेना को अनर्गल रूप से उनका काम कराने का झांसा देकर धन उगाही की।

इसके अलावा अरविंद कश्यप द्वारा सम्पत्ति की फाइलों से महत्वपूर्ण दस्तावेज गायब करने की शिकायतें भी प्राधिकरण दिवस, जनता अदालत समेत विभिन्न फोरम में प्राप्त हो रही थीं। जिससे आवंटियों का कार्य प्रभावित हो रहा था और प्राधिकरण की छवि धूमिल हो रही थी। उक्त शिकायतों पर विशेष कार्याधिकारी 

देवांश त्रिवेदी को प्रारंभिक जांच सौपीं गयी थी। इसमें प्रथम ष्ट्या दोषी पाये जाने पर उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कनिष्ठ लिपिक अरविंद कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलम्बित करते हुये विभागीय जांच के आदेश दिये हैं। उक्त प्रकरण में विशेष कार्याधिकारी प्रिया सिंह को जांच अधिकारी नामित किया गया है। उन्हें 15 दिन में विस्तृत जांच करके रिपोर्ट देनी होगी।

तेरवा गांव में संचालित मुर्गी अंडा फैक्ट्री से दर्जनों गांवों में मक्खियों का भयंकर प्रकोप

लखनऊ। सरोजनीनगर विकासखंड की ग्राम पंचायत तेरवा में व पड़ोस के गाँव सादुल्लानगर , रामदासपुर के बीच चल रही अंडा फैक्ट्री से क्षेत्र के गोदौली ,नानमऊ, नारायणपुर , दराब नगर बरकोता सहित लगभग दर्जनों गांव में मक्खियों का आतंक ब्याप्त है। जिसके कारण क्षेत्र के तिर्वा गांव में अब तक सैकड़ो लोग बीमार हो चुके हैं ।

 जिसमें तमाम बच्चे भी शामिल हैं । तिर्वा गांव के ग्रामीणों में भयंकर आक्रोश दिखाई दे रहा है। इससे पूर्व में भी ग्रामीण लखनऊ की मंडलायुक्त रोशन जैकब से सरोजनीनगर में सम्पूर्ण समाधान दिवस में मिलकर फैक्ट्री को बंद करवाने की मांग कर चुके हैं। 

इतना ही नहीं ग्रामीण इस समस्या को लेकर क्षेत्रीय सांसद को भी समस्या से अवगत करा चुके हैं , लेकिन अपने आप को गोरखपुर का निवासी व मुख्यमंत्री का करीबी बताने वाला फैक्ट्री मालिक अख्तार अहमद के आगे किसी की भी दाल नहीं गल रही है । मानो शासन प्रशासन के लोग भी उसके आगे नतमस्तक हो चुके है। जिसके चलते फैक्ट्री मालिक पर न तो कोई कार्रवाई होती और ना ही फैक्ट्री ही बंद हो पा रही है।

 जिससे फैक्ट्री मालिक के हौसले दिनों दिन बुलंद हो रहे हैं और अब तो क्षेत्र में महामारी भी फैलना शुरू हो गई है ।

रविवार को जानकारी पाकर तिर्वा गांव पहुंचे भारतीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र तिवारी" रिंकू ने ग्रामीणों के साथ फैक्ट्री पहुंचकर वहां के हालात देखें। किसान नेता के पहुंचने की खबर सुनकर सैकड़ो की तादाद में महिलाएं पुरुष व ग्रामीण एकत्रित होने लगे ।

 ग्रामीण काफी आक्रोशित थे और बार बार यही कह रहे थे की फैक्ट्री बंद होना चाहिए। जिस पर किसान नेता रिंकू तिवारी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आप लोग साथ दें फैक्ट्री पर ताला हम लगवाएंगे। इसके लिए भले ही उच्च न्यायालय में जनहित याचिका ही क्यों ना डालना पड़े।  

मौके पर बन्थरा थाना प्रभारी हेमंत राघव सहित तमाम पुलिस बल भी गांव में तैनात रहा। वहीं ग्रामीण पुलिस को देखकर भड़क गए और कहने लगे की पुलिस कहती है कि तुम लोग शांत बैठ जाओ वरना सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर देंगे। वहां ग्रामीणों ने किसान नेता से कहा की फैक्ट्री मालिक ने सभी को खरीद लिया है।

 सब रुपए लेकर शांत हो जाते हैं। वहीं तमाम ग्रामीणों ने कहा कि अगर फैक्ट्री बंद ना हुई तो इस बार हम लोग चुनाव का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि फैक्ट्री के करीब प्राथमिक विद्यालय व उच्च प्राथमिक विद्यालय बना हुआ है। जिससे बच्चों को भी बीमारी हो रही है। अभी तो जाड़ा है। गर्मी में दशा बहुत ही खराब हो जाएगी और हम लोगो को जीना दुबर हो जाएगा । 

हम लोगो को मक्खियों से निजात मिलनी चाहिए और फैक्ट्री को बंद होना चाहिए।

ग्रामीणों के साथ धरने पर बैठेंगे 

किसान नेता देवेन्द्र तिवारी रिकू ने कहा कि मंगलवार तक कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हम धरने पर बैठेंगे। जिस पर ग्रामीणों ने किसान नेता को समर्थन दिया कि हम पूरे गाँव व अगल बगल के गाँव वालों को भी बुला लेगे। हम आप के साथ है पीछे नहीं हटेगे|