*शाहून गैंग का सक्रिय सदस्य व पचीस हजार का इनामियां गिरफ्तार ,हाईवे पर आने-जाने वाली गाड़ियों में करते थे लूटपाट*

लखनऊ।शाहून गैंग का सक्रिय सदस्य एवं हाईवे पर सामान के साथ लूट करने वाला थाना कोसीकलां मथुरा से गैंगस्टर के अभियोग में वांछित 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित अपराधी राहुल मेव मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया है। इसके कब्जे से एक तमंचा, एक जिंदा कारतूस व एक ट्रक बरामद किया है। एसटीएफ, यूपी को विगत काफी दिनों से फरार व पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी।

इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयो व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में राजीज कुमार मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड इकाई, नोएडा के निर्देशन में निरीक्षक विनोद कुमार, एसटीएफ फील्ड इकाई, नोएडा द्वारा टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।अभिसूचना संकलन के दौरान 25 नवंबर को सूचना प्राप्त हुई कि थाना कोसीकलां जनपद मथुरा के गैंगस्टर में वांछित 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित अपराधी राहुल मेव उर्फ मैंगो अपने गैंग के सदस्यों के साथ औद्योगिक क्षेत्र मथुरा में घटना करने की फिराक में है। इस सूचना को प्र.नि. कोसीकलां जनपद मथुरा से साझा किया गया और सूचना को विकसित करते हुए एसटीएफ नोएडा एवं थाना कोसीकलां द्वारा संयुक्त रूप से त्वरित कार्रवाई करते हुए अभियुक्त राहुल उपरोक्त को यूपी एसआईडीसी फेस 2 के कट के पास से बाद मुठभेड़ में मथुरा से गिरफ्तार कर लिया गया तथा घायल अभियुक्त को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया ।

गिरफ्तार अभियुक्त राहुल मेवाती उपरोक्त ने पूछताछ पर बताया कि उसकी उम्र लगभग 25 साल है, पढ़ा-लिखा नहीं है। वह मूल रूप से विशम्भरा थाना शेरगढ मथुरा का रहने वाला है। बताया कि वर्तमान मे फतेहपुर तगा, फरीदाबाद, हरियाणा में रह रहा है। राहुल कुख्यात अपराधी शाहून के गांव विश्मभरा का रहने वाला है तथा प्रारम्भ से ही शेरखान व शाहून से जुड़ा हुआ है। शाहून व शेराखान शुरू से ही आपराधिक प्रवृत्ति के रहे हैं तथा गाड़ियों को सामान सहित लूट की घटनाएं कारित करते हैं। इसने कई घटनाएं शाहून व शेरखान के साथ मिलकर की हैं। वर्ष 2019 में उसने शाहून, शेरखान, जुबैर, वसीम व मुनफैद राजस्थान के साथ मिलकर हैदराबाद से आगरा आ रही टायरों से भरी गाड़ी को आगरा में लूटा था।

जिसको इन्होने मेरठ मे बेचा था। इसी प्रकार पूना, महाराष्ट्र से पानीपत जा रही टायरों की गाड़ी को घाटी गांव ग्वालियर, मध्य प्रदेश मे लूटा था। वर्ष 2019 में पानीपत से पूना जा रही चाकलेट से भरी गाड़ी को शिरडी, महाराष्ट्र में लूटा था। वर्ष 2021 मे इसने ग्रेटर नोएडा ओपीपीओ कम्पनी से 9000 मोबाइलों से भरे ट्रक (कीमत लगभग 7 करोड़) जो बैंगलोर जा रहा था, को थाना फरह क्षेत्र में ड्राइवर को घायल करके बंधक बनाकर लूटा तथा ट्रक को ड्राईवर के साथ जयपुर ले गये व समस्त मोबाइल उतारकर ड्राईवर व ट्रक को मध्य प्रदेश मे छोड दिया था। इस घटना का अनावरण यूपी एसटीएफ की नोएडा ईकाई के द्वारा चार नवंबर 2021 को किया गया था, जिसमें राहुल के साथ शाहिद एवं अजहरुद्दीन को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1525 मोबाइल बरामद किये गये थे।

वर्ष 2022 में सलमान कंजा, जुबैर, मुज्जी मुजाहिद व शाहिद विश्मभरा के साथ मिलकर फ्रीज से भरा ट्रक थाना कोसी क्षेत्र से लूट लिया था व थाना कोसी से ही इस गैंग के ऊपर गैंगस्टर एक्ट थाना कोसी कलां पर पंजीकृत हुआ था। जिसमें अभियुक्त उपरोक्त वांछित चल रहा था तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मथुरा द्वारा 25,000 रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया था। इसने अपने गैंग के साथ इसी प्रकार की हाईवे पर लूट, डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दिया है। इस गैंग द्वारा की गयी अन्य आपराधिक घटनाओं के सम्बन्ध मे छानबीन की जा रही है ।गिरफ्तार उपरोक्त अभियुक्त के विरुद्ध थाना कोसीकलां, जनपद मथुरा में अभियोग दर्ज किया जा रहा है।

*सात करोड़ का गबन करने वाले पीडब्ल्यूडी के जेई को ईओडब्ल्यू की टीम ने किया गिरफ्तार*

लखनऊ । वर्ष 2013 में जनपद गाजीपुर के ब्लाक गदौरा में स्थित परेगन शाह का तालाब, सेवराई चीर पोखरा, मां कामाख्याधाम गहमर, देवकली स्थल एवं कीनाराम स्थल, देवल के पर्यटन विकास एवं सौन्दर्गीकरण के लिये यूपी शासन ने द्वारा अवगुक्त धनराशि 817.06 लाख रुपये के सापेक्ष पर्यटन विकारा एवं सौन्दर्गीकरण की योजनाओं में गानक के अनुरूप कार्य पूर्ण न कराकर मात्र 117.60 लाख रुपए का कार्य कराकर उप्र. राजकीय निर्माण निगम यूनिट वाराणसी के अधिकारियों, कर्मचारियों, संबन्धित उप ठेक्केदार व फर्म द्वारा 699.48 लाख रुपये का शासकीय धन का आपराधिक दुर्विनियोग एवं गबन करके राजकोष को क्षति पहुचांयी गयी है।

मानक के अनुरूप कार्य न होने और शासकीय धन की बंदरबाट किये जाने पर अविनाश चंद्र मिश्र, संयुक्ता निदेशक पर्यटन, विंध्याचल मंडल वाराणासी के द्वारा वर्ष 2017 में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों के विरुद्ध शासकीय धन का दुरूपयोग, गबन और क्षति कारित करने के सम्बन्ध में थाना गहमर, जनपद गाजीपुर पर मुकदमा पंजीकृत कराया था। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए वर्ष 2018 में शासन ने इस अभियोग की विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, वाराणासी को आबंटित किया।

ईओडब्ल्यू ने विवेचना में कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड के तत्कालीन परियोजना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों सहित ठेकेदारों को भी दोषी पाया।यूपी शासन की प्राथमिकता में शामिल इस प्रकरण में संलिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने के लिये मुख्यालय, ईओडब्लू, उत्तर प्रदेश लखनऊ के निर्देशन में ईओडब्लू्. सेक्टर वाराणसी के पुलिस अधीक्षक, डी प्रदीप कुमार ने अभियुक्तो की तलाश व गिरफ्तारी के लिये एक टीम का गठन किया गया था। 25 नवंबर की रात्रि कानपुर से ईओडब्लू की गिरफ्तारी टीम द्वारा इस घटना में संलिप्त अभियुक्त गोपाल सिंह कुशवाहा, वर्तमान जेई पीडब्लूडी को कानुपर उसे गिरफ्तार किया गया है।

अभियुक्त गोपाल सिंह कुशवाहा जेई पीडब्लूडी तत्कालीन समय में प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड में उप अभियन्ता के पद पर नियुक्त थे। अभियुक्त की गिरफ्तारी का मुकदमा थाना-गहमर जनपद गाजीपुर अन्तर्गत की गयी है। गिरफ्तार अभियुक्त को भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट वाराणसी में पेश कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जायेगी। प्रकरण में शामिल अन्य दोषियों के विरूद्र भी लगातार धर-पकड़ की कार्रवाई चलेगी। गिरफ्तारी टीम-निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, उपनि. जटाशंकर पाण्डेय, मुख्य आरक्षी विनोद,मुख्य आरक्षी रामाश्रय सिंह एवं आरक्षी राजकिशोर सभी ईओडब्लू वाराणसी शामिल रहे।

हमीरपुर में ट्रिपल मर्डर से सनसनी, पत्नी को जिंदा जलाया, ससुर का सिर कूचा, फिर खुद को गोली से उड़ाया

लखनऊ । हमीरपुर जिले में मुस्कुरा थाना क्षेत्र में ट्रिपल मर्डर से सनसनी फैल गई है। सूचना पर पहुंची पुलिस जांच पड़ताल में जुटी है। जानकारी के अनुसार, पहाड़ी भिटारी गांव निवासी ओमप्रकाश राजपूत (42) करीब छह माह से कस्बे में परिवार सहित रहते था। उसका अभी लीलावती नगर में मकान का निर्माण चल रहा है। बड़ी पुत्री केबीसी ने बताया कि पिता ओमप्रकाश आए दिन मां अनुसुइया (39) के साथ मारपीट करता था। इस पर अनुसुइया ने आठ अक्तूबर को पति व सास के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। इससे वो और आक्रोशित हो गए और अपने गांव चले गए थे।

शनिवार रात को अनुसुइया अपने पिता सरीला के लोधीपुरा निवासी पिता नंदकिशोर राजपूत पुत्री केबीसी (17) जूली (12) पुत्र प्रिंस (10) के साथ खाना खाकर अपने निर्माणाधीन मकान में सो गए थे। तभी रविवार रात करीब ढाई बजे ओमप्रकाश आया और दीवार फांदकर घर के अंदर घुस गया।पुत्री केबीसी ने बताया कि पिता ने मां को मारकर आग के हवाले कर दिया। नाना नंदकिशोर को पत्थर से कुचलने लगा, तभी उसकी आंख खुल गई और बचाने दौड़ी लेकिन आरोपी पत्थर से कुचलता रहा। पुत्री ने तुरंत डायल 112 पुलिस को सूचना दी। तभी आरोपी ने 315 बोर तमंचे से सीने में गोली मार ली।

सूचना पर 112 पुलिस ने तड़प रहे नंदकिशोर को सीएचसी में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर एसडीएम बिपिन कुमार शिवहरे, सीओ पीके सिंह, प्रभारी तहसीलदार बीपी सिंह, कोतवाल विनोद कुमार भारी पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं, पहाड़ी निवासी रतन लाल वर्मा ने बताया कि गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात है। ओम प्रकाश ने शनिवार शाम उन्हें पत्नी को समझने के लिए रात कस्बा भेजा था।

घटना के समय वह उनके घर के अंदर ही ससुर के साथ लेटे हुए थे। बताया कि अनुसुइया को आग के हवाले कर दिया। तब उनकी नींद खुली, तो उन्होंने बचाने का प्रयास किया, जिसमें वह गंभीर रूप से झुलस गए। फिर ओमप्रकाश का उग्र रूप देखकर मौके से भाग निकले। घटना के दो घंटे बाद आग से झुलसा शिक्षक इलाज के लिए सरकारी अस्पताल पहुंचा, जहां हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया ।

मुम्बई में किशोरी से दुष्कर्म की घटना में वांछित अभियुक्त गिरफ्तार

लखनऊ। एसटीएफ यूपी व मीरा भाईंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च यूनिट पुलिस कमिश्नरेट महाराष्ट्र पुलिस के संयुक्त टीम द्वारा थाना मीरा भाईंदर वसई विरार पर 15 नवंबर को पंजीकृत मुकदमा में पॉक्सो एक्ट में वांछित अभियुक्त विशाल कन्नौजिया को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। 14 नवंबर को थाना मीरा भाईंदर वसई विरार क्षेत्रान्तर्गत नौ वर्षीय बालिका से हुए जघन्य दुष्कर्म की घटना के सम्बन्ध में थाना मीरा भाईंदर वसई विरार पर 15 नवंबर को मुकदमा पॉक्सो एक्ट पंजीकृत हुआ था।

स्थानीय पुलिस की विवेचना के क्रम में सीसीटीवी फुटेज व साक्ष्यों के आधार पर विशाल कन्नौजिया पुत्र रामकुमार कन्नौजिया निवासी ग्राम बारीपुर बरेनी थाना कंछवा मिजार्पुर द्वारा घटना कारित करने की बात प्रकाश में आयी, जो घटना के बाद से ही फरार चल रहा था। उक्त अभियुक्त के अपने गांव जनपद मिजार्पुर व आसपास के जनपदों में छिपे होने की सूचना प्राप्त होने पर मीरा भाईंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च यूनिट द्वारा अभिसूचना को साझा करते हुए एसटीएफ यूपी से आवश्यक सहयोग मांगा गया था। इस सम्बन्ध में एसटीएफ फील्ड इकाई वाराणसी के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम व मीरा भाईंदर वसई विरार क्राइम ब्रान्च यूनिट की टीम द्वारा स्थानीय स्तर पर अभिसूचना संकलन की कार्रवई की जा रही थी।

इस दौरान विश्वस्त सूत्र से प्राप्त सूचना के आधार पर शनिवार को अभियुक्त विशाल कन्नौजिया को वाराणसी के थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत रेलवे स्टेशन कैण्ट के प्लेट फार्म नंबर 9 के तरफ जाने वाले रास्ते के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह अपने भाई व पिता के साथ काफी समय से मुम्बई में रहता था तथा कम्प्यूटर पार्ट्स के डीलवरी का कार्य करता था। 14 नवंबर को रास्ते में सुनसान जगह पर नौ वर्षीय नाबालिग बालिका को अकेला पाकर इसने दुस्साहसिक ढंग से दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया।

घटना के बाद से ही यह लगातार फरार चल रहा था और लुकछिप कर अपने गांव जनपद मिजार्पुर व वाराणसी के आसपास में रहता था।गिरफ्तार उक्त अभियुक्त को थाना कैण्ट वाराणसी में दाखिल करते हुये न्यायालय वाराणसी के समक्ष प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमाण्ड प्राप्त करने की विधिक कार्रवाईमीरा भइंदर वसई विरार पुलिस कमिश्नरेट (महाराष्ट्र) द्वारा की जा रही है।

सरकारी आवास में फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़,एसटीएफ ने कानपुर से चार अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य सरकारी आवास सम्बन्धित योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा कर छल व ठगी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को कानपुर नगर से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अनिरूद्ध सिंह पुत्र स्व. हरिमोहन सिंह , संतोष कुमार सिंह पुत्र स्व. रजीत, अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह, दिलीप सिंह पुत्र रामबाबू है। उसके कब्जे से चार मोबाइल फोन, चार फर्जी कूटरचित आधार कार्ड और 230 रुपये नकद बरामद किया है।

एसटीएफ लखनऊ द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना एवं अन्य सरकारी आवास सम्बन्धित योजनाओं के नाम पर फर्जीवाड़ा कर ठगी करने वाले गिरोह के सदस्यों पर अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। एसटीएफ मुखबिर से ज्ञात हुआ कि कुछ लोग संगठित गिरोह बनाकर विभिन्न माध्यमों से आम जनता का विवरण प्राप्त कर विभिन्न मोबाइल नम्बरों से आम जनता को फोन करके बताते हैं कि आपने प्रधानमंत्री आवास योजना का फार्म भरा है और उनके पारिवारिक सदस्यों का विवरण बताकर उस व्यक्ति को विश्वास में लेते हैं और उनको आवास दिलाने के नाम पर उनसे दो हजार रुपए से दस हजार रुपए तक की ठगी करते हैं।

प्रतिदिन 15-20 व्यक्तियों को वे ठगी का शिकार बनाते हैं। इसी क्रम में 24 नवंबर को निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ फील्ड इकाई गोरखपुर व लखनऊ की टीम कानपुर नगर गयी। वहां पर स्थानीय पुलिस को साथ लेकर ग्राम रेवरी पोस्ट पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर में कैंधा जाने वाली सड़क के किनारे से उपरोक्त चार व्यक्तियों को आवश्यक बल प्रयोग कर घेरमारकर गिरफ्तार कर लिया गया जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

पूछताछ में अनिरूद्ध ने बताया कि हम लोग कई वर्षों से काम करते हैं मुझे मेरे ही गांव के आशीष सिंह पुत्र गुलाब सिंह ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर ने यह काम करना सिखाया था। किसी भी मोबाइल नम्बर का अंतिम के 4-5 अंक बदलकर हम लोग कॉल करते हैं और बताते हैं कि हम प्रधानमंत्री आवास योजना कार्यालय आफिस से बोल रहे हैं आपका कालोनी में आवास का पैसा आया है। कुछ खर्चा लगेगा भेज दो तो आपका काम हो जायेगा और पैसा आपके खाते में चला जायेगा।

इसके बाद हम लोग आशीष के नम्बर पर गुगल पे, फोन पे, पेटीएम पर आदि के माध्यम से पैसा जमा करा लेते हैं। इससे पहले उसका आधार नम्बर मांग लेते हैं । जिसे आशीष को भेजकर उसके परिवार का पूरा विवरण प्राप्त करते हैं जब कभी फोन पे, गुगल पे, पेटिएम ब्लाक होता है तो आशीष खाता खुलवाता था फिर एक दो दिन में नया फोन पे, गुगल पे, पेटिएम बना देता था और वो नम्बर हम लोगों को देता था तो फिर नया कस्टमर हम लोगों के झांसे में आता है तो उसको नया वाला फोन पे, गूगल पे, पेटिएम नम्बर देकर पैसा मंगा लेते थे। जिस नम्बर से हम लोग कस्टमर को काल करते थे वो सारा नम्बर आशीष लाकर देता था। एक नम्बर हम लोग 15-20 दिन उपयोग करते है। फिर बंद कर देते हैं या झाड़ी में छिपा देते हैं फिर बाद में उसे झाड़ी से निकालकर उपयोग करते है।

यही काम मेरे गांव के अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह निवासी रेवरी थाना सचण्डी भी करते हैं। संतोष पुत्र रंजीत ग्राम व पोस्ट भौसाना थाना चौबेपुर कानपुर नगर भी यही काम करता है। जो भी पैसा खाते में आता था उसमें से आधा आशीष ले लेता था। हम लोगों के गांव जितने भी लड़के आशीष के माध्यम से काम करते थे उसमें से आधा पैसा आशीष उपरोक्त काट कर के पैसा देता था क्योंकि आशीष उपरोक्त ही खाते और नये सिम की व्यवस्था करता था। हम लोग कस्टमर का नम्बर आशीष को देते हैं फिर आशीष उनसे बात करके फोन पे, गुगल पे, पेटिएम आदि नम्बर या क्यूआर कोड कस्टमर के व्हाट्सएप नम्बर पर भेज देता था और पैसा मंगा लेता था।

संतोष पुत्र स्व. रंजीत ने पूछताछ पर बताया कि मेरी मौसेरी बहन की शादी मंगल सिंह ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर के साथ हुई है मैं रेवरी आता जाता रहता हूं आने-जाने में मेरी जान-पहचान अनिरूद्ध सिंह उपरोक्त तथा अतीत सिंह पुत्र रामबाबू ग्राम साकेतनगर रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर से हुई और इन्ही के साथ मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर लोगों का फर्जी पंजीकरण कराकर विभिन्न गुगल पे, फोन पे और पेटीएम खातों में पैसा मंगवाते हैं।

वर्ष 2022 में मैं भी जेल गया था। अजीत सिंह पुत्र स्व. कृष्ण कुमार सिंह साकिन रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी जनपद कानपुरनगर का रहने वाला है। इसकी जान पहचान अनिरूद्ध सिंह उपरोक्त तथा अतीत सिंह पुत्र रामबाबू ग्राम रेवरी पोस्ट रामपुर भीमसेन, थाना सचेण्डी कानपुर नगर से हुई और इन्ही के साथ मिलकर प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर लोगों का फर्जी पंजीकरण कराकर विभिन्न गूगल पे, फोन पे और पेटीएम खातों में पैसा मंगवाते हैं।

उपरोक्त गांव के अन्य कई व्यक्ति भी अन्य प्रदेशों के जहां पर साईबर क्राइम पूरे देश से होता है उसी तर्ज पर इस तरह के फर्जीवाड़ा,छल,धोखाधड़ी के अपराध में संलिप्त हैं। जिनके बारे में अभिसूचना संकलन किया जा रहा है तथा स्थानीय पुलिस से सूचना को साझा कर साक्ष्य एकत्र कर कार्रवाई की जायेगी। उपरोक्त अभियुक्तों को थाना सचेण्डी कमिश्नरेट कानपुर नगर में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना सचेण्डी कमिश्नरेट कानपुर नगर द्वारा किया जा रहा है।

गैंग बनाकर बंद घरों से चोरी करने वाले गिरफ्तार ,पीजीआई थानाक्षेत्र में बंद घरों को इनके द्वारा बनाया जाता था निशाना

लखनऊ । राजधानी के थाना पीजीआई पुलिस टीम द्वारा तीन शातिर चोरों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही जिनके कब्जे से चोरी का सामान बरामद। पूछताछ में बताया कि इनके द्वारा तालाबंद मकानों में रात के समय चोरी करना और चोरी के सामान को बेचकर अपना शौक पूरा करते थे। पुलिस ने इनके कब्जे से चोरी के जेवरात व नकदी बरामद किया है।

डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि मुखबिर सूचना मिली कि साहब आपके क्षेत्र में घर में चोरी करने वालो की जो फुटेज आपके द्वारा दिखायी गयी थी। उस हुलिया के मिलते जुलते तीन लड़के एक कार में शहीद पथ के किनारे खुले मैदान में कार के अन्दर बैठे हैं। इस सूचना पर हम पुलिस वाले मुखबिर द्वारा बतायी गयी गाड़ी के नजदीक पहुंच कर गाड़ी को चारों तरफ से घेर कर गाड़ी के अन्दर बैठे तीनों व्यक्तियों को बाहर निकलने पर नाम पता पूछा गया। इसमें से एक ने अपना नाम मोहम्मद फहीम हाशमी उर्फ गाजी, दूसरे अपना नाम दीपक शर्मा व तीसरे व्यक्ति ने अपना नाम मोहम्मद आमिर बताया।

जिनको मुखबिर की सूचना पर चिरैयाबाग नहर के पास से गिरफ्तार कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है। डीसीपी ने बताया कि इनके द्वारा गैंग बनाकर बंद घरों में चोरी करने का काम करते थे। इन्हें पकड़ने की लिए क्राइम ब्रांच की टीम और पीजीआई की पुलिस लगी थी। इसमें गैंग का सरगना गाजी है। जिसके ऊपर एक दर्जन से अधिक मुकदमे पंजीकृत है। ये सभी जेल से छूटकर आने के बाद चार घटना कारित किया।

इसमें तीन घटना पीजीआई थानाक्षेत्र में औरएक मड़ियाव में किया। पकड़े गए अभियुक्त खासकर बंद घरों को अपना निशाना बनाते थे। इनके कब्जे से 18 जोड़ी पायल, पांच अंगूठी, तीन चेन, दो जोड़ी कान का बाला, दो नथिया, एक जोड़ी कान का टप्स, एक माथ बेदी, एक सफेद मछली, एक बिछिया, एक कार व तीन हजार 150 रुपये नकद बरामद किया गया है।

हादसे के बाद ट्रक में फंसे चालक व क्लीनर का सकुशल निकाला

लखनऊ । राजधानी के पॉलीटेक्निक चौराहे पर शनिवार तड़के एक ट्रक अनियंत्रित होकर दूसरे ट्रक में जा घुसा। इस घटना से पीछे वाले ट्रक की बॉडी चिपक गई। बॉडी चिपकने से ड्राइवर और क्लीनर उसे में बुरी तरह से दब गए। सूचना पर पहुंची फायर बिग्रेड की टीम ने रेस्क्यू करके किसी तरह से ट्रक में फंसे ड्राइवर और क्लीनर को सकुशल निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं आगे वाले ट्रक मौका पाकर मौके से भाग निकला।

मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार ने बताया कि शनिवार की तड़के सूचना मिली कि पॉलीटेक्निक चौराहे के पास एक ट्रक दूसरे ट्रक में भिड़ गये। जिसमें एक ट्रक का चालक संजय वर्मा और क्लीनर नरेंद्र बुरी तरह से फंस गया। फायर बिग्रेड की टीम ने मौके पर पहुंचकर गैस कटर से काटकर किसी तरह से उन्हें निकाला जा सका। निकालने के बाद उन्हें गंभीर हालत में लोहिया भेजा गया।

अयोध्या पहुंचे सीएम योगी, गरम भोजन योजना का किया शुभारंभ, बच्चों को अपने हाथों से भोजन परोसकर खिलाया

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी अादित्यनाथ पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार शुक्रवार को अयोध्या पहुंच गए हैं। यहां पर सीएम योगी ने सबसे पहले गरम भोजन योजना का शुभारंभ किया। साथ ही सीएम ने अपने हाथ से बच्चों को भोजन परोसकर भी खिलाया। इतना ही नहीं उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत 03 से 06 वर्ष के बच्चों को गर्म पका भोजन उपलब्ध कराए जाने हेतु हॉट कुक्ड मील योजना का शुभारंभ किया। यूपी के 35 जनपदों में 3,401 आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह योजना चलाई जाएगी।

इस मौके पर महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा अयोध्या श्री राम की नगरी है। इस योजना का शुभारंभ यहां से होने से बच्चों को श्री राम का आशीर्वाद मिलेगा। यह योजना बेसिक शिक्षा विभाग, पंचायती राज विभाग, स्वास्थ विभाग, खाद्य एवं रसद विभाग के संयोजन से योजना संचालित होगी।

सीएम योगी न हनुमानगढ़ी जाकर लगाई हाजिरी, रामलला का भी किया दर्शन-पूजन

सीएम इसके बाद अयोध्या हनुमान गढ़ी मंदिर पहुंचे। वहां उन्होंने पूजा अर्चना की। हनुमान गढ़ी में उन्होंने संतों और पुजारियों से मुलाकात की। हनुमान गढ़ी के बाद सीएम रामलला के दर्शन करने के लिए राम मंदिर रवाना हो गए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने हनुमानगढ़ी पहुंचकर हनुमंतलला के दरबार में हाजिरी लगाई। हनुमान जी की आरती पूजा के बाद वे सीधे रामलला के दरबार पहुंचे। उन्होंने रामलाल की पूजा आरती करने के बाद निर्माणाधीन राम मंदिर का भी दर्शन किया।

मंदिर निर्माण के लिए चल रहे कार्यों की प्रगति देखी। इंजीनियरों ने उन्हें मंदिर की प्रगति से अवगत कराया। मंदिर निर्माण कार्य देखकर वे खुश नजर आए और इंजीनियरों की पीठ भी थपथपाई। दोपहर 12:28 बजे बड़ा भक्तमाल आश्रम पहुंचे हैं। वह यहां एक धार्मिक अनुष्ठान में शामिल होंगे। मंदिर में विराजमान भगवान सीता वल्लभ को सोने का मुकुट धारण कराएंगे।

*अब वो दिन दूर नहीं जब भगवान कृष्ण के दर्शन और भी दिव्य रूप में होंगे: पीएम मोदी*

लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ब्रज क्षेत्र ने मुश्किल से मुश्किल समय में भी देश को संभाले रखा, लेकिन जब देश आजाद हुआ तो जो महत्व इस पवित्र तीर्थ को मिलना चाहिए था वो हुआ नहीं। जो लोग भारत को उसके अतीत से काटना चाहते थे, जो लोग भारत की संस्कृति और उसकी आध्यात्मिक पहचान से विरक्त थे, जो आजादी के बाद भी गुलामी की मानसिकता नहीं त्याग पाए उन्होंने ब्रज भूमि को भी विकास से वंचित रखा। लेकिन अब राम मंदिर की तिथि भी आ गई है। अब वो दिन दूर नहीं जब यहां भगवान कृष्ण के दर्शन और भी दिव्य रूप में होंगे। 

ब्रजरज उत्सव-2023 में शामिल हुए प्रधानमंत्री 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को मथुरा पहुंचे, जहां वह कृष्ण की भक्त व कवयित्री मीराबाई की 525वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम ब्रजरज उत्सव-2023 में शामिल हुए। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा से नारीशक्ति का पूजन करने वाला देश रहा है। कृष्ण के आगे भी राधा ही लगा है। हमारे देश में महिलाओं ने हमेशा जिम्मेदारियां भी उठाईं और समाज को लगातार मार्गदर्शन भी किया है। मीराबाई जी इसका भी एक प्रखर उदाहरण रही है। मीराबाई एक पथ प्रदर्शक रही हैं। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण और मीराबाई का गुजरात का अलग ही रिश्ता है। मथुरा के कान्हा ने यहां से जाकर गुजरात में द्वारिका बनाई और उनकी महान भक्‍त मीराबाई ने राजस्थान से आकर अंत समय गुजरात में बिताया था।

यहां वही आता है जिसे श्रीकृष्ण बुलाते हैं: पीएम 

पीएम मोदी ने कहा कि यहां पर ब्रज और ब्रजवासियों का दर्शन मिला है। यहां वही आता है जिसे श्रीकृष्ण बुलाते हैं। यह कोई साधारण धरती नहीं है। ब्रज लालजी और लाडली जी के प्रेम का साक्षात अवतार है। ब्रज की रज रज में राधा रानी रमी हुई हैं। कण कण में श्रीकृष्ण समाए हुए हैं। विश्व के सभी तीर्थ यात्रा से जो लाभ मिलता है। यहां आने पर सब मिल जाता है। उन्होंने ब्रज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब मथुरा और ब्रज विकास की दौड़ में पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि संतों ने कहा है कि वृंदावन सा वन नहीं, नंदगांव जैसा गांव नहीं और वंशी वट जैसा कहीं वट नहीं।

पीएम ने जारी किया संत मीराबाई के नाम पर सिक्का और टिकट 

पीएम मोदी ने कहा कि गुजरात के लोगों को ब्रज में आने का सौभाग्य मिलता है तो उसे द्वारिकाधीश की कृपा मानते हैं। मुझे तो मां गंगा ने बुलाया और 2014 से आकर आपके बीच बस गया। इस महोत्सव में संत मीराबाई के नाम पर सिक्का और टिकट जारी करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। 84 कोस का ये ब्रज मंडल यूपी और राजस्थान को जोड़कर बनता है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत राधे-राधे से करते हुए कहा सबसे पहले क्षमा चाहता हूं कि चुनाव में था, मेरा सौभाग्य है कि आज ब्रज के दर्शन का अवसर मिला।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे मथुरा, भगवान श्रीकृष्ण की पूजा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंच गए हैं।प्रधानमंत्री मोदी से पहले ब्रज रज उत्सव के मंच पर पहुंचे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के साथ मथुरा जनपद के विधायक, मेयर विनोद अग्रवाल ने लोगों का अभिवादन किया। इसके बाद श्रीकृष्ण जन्मस्थान पर पहुंचकर पूजन-दर्शन किया। अब यहां के बाद ब्रज रज कार्यक्रम में पहुंचे। वहां 40 मिनट जनता को संबोधित करेंगे। मीरा बाई पर डाक टिकट और 525 रुपये का सिक्का जारी किया। 

 ब्रज रज उत्सव में पहुंचें पीएम 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मथुरा पहुंच गए हैं। वे सीधे कृष्ण जन्मभूमि पहुंचे, जहां पूजा करने के बाद ब्रज रज उत्सव में पहुंचें। पीएम के आगमन के दौरान शहर के प्रमुख मार्गों को बंद कर दिया गया।प्रधानमंत्री मोदी के आने से पूर्व ब्रज रज उत्सव कार्यक्रम में दिल्ली द मोक्ष ग्रुप ने विभिन्न पदों का गायन करते हुए समा बांध दिया। ग्रुप द्वारा श्रीकृष्ण व मीरा के चरित्र का चित्रण किया जा रहा है। मुख्य गायक गांधर्व महाविद्यालय, दिल्ली के संगीत निर्देशक सुरजीत कुमार ओझा हैं। तबले पर साथ गुरवेज सिंह और महावीर दे रहे हैं। हारमोनियम पर चेतन निगम हैं और वहीं बांसुरी पर गणेश सिंह, कोरस पर देवानंद और दक्ष व मंजीरे पर अनुरोध जैन हैं।

*पुलिस झंडा दिवस: सीएम योगी आदित्यनाथ को डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी लाॅ एंड आर्डर प्रशांत कुमार लगाया फ्लैग-पिन, दी शुभकमानाएं*

लखनऊ । यूपी के सभी जिलों में गुरुवार को थानों, पुलिस चौकियों और पुलिस कार्यालयों में पुलिस झंडा दिवस मनाया गया। पुलिस झंडा दिवस के अवसर पर डीजीपी विजय कुमार और स्पेशल डीजी लॉ एंड आॅर्डर प्रशांत कुमार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फ्लैग पिन लगाया और प्रतीक चिन्ह भेट किया।सीएम योगी आदित्यनाथ पुलिस के सभी जवानों और अधिकारियों को पुलिस झंडा दिवस की शुभकामनाएं दी। वहीं पुलिस पुलिस मुख्यालय में कार्यक्रम में पुलिस अधिकारियों द्वारा झंडे की सलामी दी गई।

 ध्वज हमारे चरित्र को दर्शाता है: डीजीपी 

पुलिस मुख्यालय पर झंडा दिवस पर डीजीपी विजय कुमार ने सभी पुलिस कर्मियों को झंडा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि वह ध्वज हमारे चरित्र को दर्शाता है। जो हमारे गौरवाशाली इतिहास का प्रतीक है, जिसमें हमने देख सेवा, लोक सेवा में अपने कौशल, शौर्य और कर्तव्यपराणता से अप्रतिम योगदान दिया है। इस दौरान पुलिस मुख्यायल में मौजूद अधिकारियों और जवानों ने सलामी दी। भारत के प्रथम प्रधान मंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस के शौर्य एवं साहस के प्रतीक रूप में 23 नवम्बर 1952 को पुलिस कलर प्रदान किया गया था। 

आज के दिन प्रदान किया गया था ध्वज 

आज हम सभी उत्तर प्रदेश पुलिस के 72 वें झण्डा दिवस के गौरवशाली अवसर पर एकत्रित हुये हैं। इस दिन हम अपने ध्वज की गरिमा एवं इसके प्रति अपने दायित्वों का स्मरण करते हैं।

डीजीपी ने कहा कि आप सभी अवगत हैं कि 23 नवम्बर 1952 को तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा पुलिस कार्य के सभी क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस को पुलिस ध्वज प्रदान किया गया है। यह सम्मान प्राप्त करने वाला उत्तर प्रदेश, देश का प्रथम 'राज्य पुलिस बल' है, जिसे उसके अप्रतिम योगदान के फलस्वरूप 'पुलिस कलर' अर्थात पुलिस ध्वज प्रदान किया गया है, जो हम सबके लिए गर्व का विषय है।

ध्वज ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक गौरवमयी पहचान दी

उत्तर प्रदेश पुलिस के लिये यह ऐतिहासिक महत्व का दिन है। शक्ति एवं निष्ठा के प्रतीक, लाल एवं नीले रंग के ध्वज ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक गौरवमयी पहचान दी है।

पुलिस विभाग के प्रति निष्ठावान हमारे वीर साथियों की अहर्निश जन-सेवा, कर्तव्यपरायणता, पराकम, शौयं तथा आत्म बलिदान की अनगिनत गाथाओं के बाद पुलिस ध्वज प्राप्ति की इस गौरवमयी उपलब्धि का मार्ग प्रशस्त हो सका।

पुलिस ध्वज के फहराने और उसके प्रति सम्मान प्रदर्शित करते समय हमें आत्माभिमान की अनुभूति होती है और हम सभी में कर्तव्यनिष्ठा की नई उर्जा संचरित होती है, जो हमें नये जोश और उत्साह के साथ कर्तव्यपालन के लिए प्रेरित करती है। इतिहास गवाह है कि ध्वज पताका की प्रेरणा से 'धर्म की अधर्म पर विजय' अविस्मरणीय रही है।

प्रदेश भर में आॅपरेशन त्रिनेत्र प्रारम्भ किया गया

सेफ सिटी परियोजना को मूर्तरूप देने के लिये प्रदेश भर में आॅपरेशन त्रिनेत्र प्रारम्भ किया गया। प्रदेश की महिलाओं, बालिकाओं, बुजुर्गों, बच्चों एवं दिव्यांगजनों को सुरक्षा प्रदान करने हेतु महत्वपूर्ण चौराहों, तिराहों, संवेदनशील स्थानों, हॉटस्पॉट, बैंक, स्कूल, कॉलेज, व्यवसायिक प्रतिष्ठान, धार्मिक स्थल, मोबाइल टॉवर, पेट्रोल पम्प, होटल, ढाबा आदि स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापन की कार्रवाई की जा रही है।

जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं। सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन से अपराधों में कमी होगी साथ ही अपराधों के शीघ्र अनावरण में मदद होगी। ढाबा आदि स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे अधिष्ठापन की कार्रवाई की जा रही है। जिसके सार्थक परिणाम प्राप्त हो रहे हैं।

सीसीटीवी कैमरा लगाने से अपराधों में कमी होगी 

 सीसीटीवी कैमरा अधिष्ठापन से अपराधों में कमी होगी साथ ही अपराधों के शीघ्र अनावरण में मदद होगी। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में महिला सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु चलाये जा रहे 'मिशन-शक्ति' अभियान के अन्तर्गत् एण्टी रोमियो स्क्वॉड को और सकिय करते हुये प्रत्येक थाने पर महिला बीट अधिकारी व परिक्षेत्रीय साइबर काइम थानों पर 'महिला साइबर काइम हेल्पडेस्क' स्थापित किये गये हैं। महिला सशक्तीकरण की दिशा में पीएसी महिला पुलिस बटालियनों की स्थापना की गयी है। प्रत्येक जनपद में महिला थाना के अतिरिक्त एक अन्य थाने पर महिला थाना प्रभारी की नियुक्ति की गयी है। 

महिलाओं की सुविधा को 100 पिंक बूथ की स्थापना की गयी

कमिश्नरेट लखनऊ में महिलाओं की सुविधा के लिए 100 पिंक बूथ की स्थापना की गयी है।

प्रदेश के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों आदि की अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था के लिए उत्तर प्रदेश विशेष सुरक्षा बल, दैवीय तथा अन्य आपदाओं में राहत पहुंचाने के लिये राज्य आपदा मोचन बल , मादक पदार्थों के अवैध व्यापार की रोकथाम के लिए एण्टी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्सके गठन के साथ-साथ भ्रष्टाचार के विरुद्ध 'जीरो टॉलरेंस नीति' के तहत प्रदेश में भ्रष्टाचार निवारण संगठन की 18 शाखायें कियाशील हैं।

मुख्यमंत्री के अमूल्य निर्देशन में साइबर अपराध कथाम हेतु परिक्षेत्रीय स्तर पर 18 साइबर काइम थानों की स्थापना की गयी है तथा 57 जनपदीय मुख्यालयों पर साइबर काइम थानों की स्थापना की कार्यवाही की जा रही है। 

फॉरेन्सिक विज्ञान संस्थान' की स्थापना लखनऊ में की गयी

विवेचनाओं की गुणवत्ता में वृद्धि लाने एवं आधुनिकतम तकनीक से दक्ष वैज्ञानिकों को तैयार करने के उद्देश्य से 'यूपी राज्य फॉरेन्सिक विज्ञान संस्थान' की स्थापना लखनऊ में की गयी है। इस संस्था में छात्र व छात्राओं द्वारा बड़ी संख्या में अत्यंत उत्साह के साथ प्रवेश लेकर फॉरेन्सिक विज्ञान की शिक्षा ग्रहण की जा रही है।

यूपी 112 की सेवा के माध्यम से पुलिस की गतिशीलता, रिस्पांस टाईम में सुधार तथा फुट पेट्रोलिंग के जरिये पुलिस की बढ़ती विजिबिलिटी ने अपराध नियंत्रण के साथ ही जनसंवाद को बढ़ाया है। डायल 112 सेवा को वीमेन पावर लाइन 1090, जीआरपी, फायर सर्विस, महिला हेल्पलाइन 181 सेवा, एम्बुलेंस सेवा 108 व उ०प्र० राज्य परिवहन हेल्पलाइन के साथ एकीकृत किया गया है।

निष्पक्ष कार्य करने की स्वतंत्रता एवं संस्थागत सुधारों ने पुलिस के मनोबल में अभूतपूर्व वृद्धि की है। इन सब उपायों के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में समस्त जघन्य अपराधों की अपराध दर में उल्लेखनीय कमी आयी है। अन्त में पुलिस झण्डा दिवस के अवसर पर आप सभी को पुन: हार्दिक शुभकामनाएं दी।