कार से एडिशनल एसपी के बेटे को रौंदने वाले तीन अभियुक्तों को पुलिस ने भेजा जेल, अब तेज रफ्तार से चलाने वाले वाहनों के खिलाफ चलेगा अभियान
लखनऊ । राजधानी के गोमती नगर विस्तार में एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के इकलौते बेटे की दुर्घटना में मौत मामले में सपा के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रवींद्र सिंह को भी आरोपी बनाया गया है। उन्होंने एसयूवी को धुलवाकर खून के धब्बे मिटाए थे जिससे साक्ष्य मिटाने के मामले में उन्हें आरोपी बनाया गया है। जिसके तहत मुख्य आरोपी समेत तीन को पुलिस ने गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को जेल भेज दिया। अब इस घटना के बाद तेज रफ्तार वाहन चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पुलिस द्वारा विशेष अभियान चलाया जाएगा। जिसके लिए टीम गठित की जा रही है, जो कम ट्रैफिक वाले क्षेत्रों तैनात रहेगी।
डीसीपी पूर्वी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि गोमतीनगर विस्तार थानाक्षेत्र 21 नवंबर को सुबह एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे को एक कार ने रौंद दिया था। जिसमें उनके बेटे की मौत हो गई थी। जिसके संबंध में मुकदमा दर्ज किया गया। इसमें घटना के जिम्मेदार दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। जिसमें प्रयोग की गई एसयूबी कार को भी बरामद कर लिया गया है। घटनाक्रम के संबंध में एक आरोपी देवश्री वर्मा ने बताया कि उसके चाचा ने एक नई एसयूबी कार अभी दो महीने पहले खरीदी थी। उसके चाचा वर्तमान में किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए लखनऊ आये थे।
ये दोनों लड़के तेज स्पीड से गाड़ी चलाना चाहते थे। इसकी टेटिंग करना चाहते थे। इसलिए रात में देवश्री वर्मा ने अपने चाचा से गाड़ी की चाभी लेकर अपने पास रख लिया। प्रात:काल देवश्री वर्मा उठकर अपने दोस्त सार्थक सिंह के पास गया। जहां सार्थक सिंह के बारे में उसको जानकारी थी कि उसके पास लर्निंग लाइसेंस है। इसीलिए ये लोग सुबह में गये जहां पर देवश्री वर्मा ने बताया कि सुबह-सुबह पुलिस चेक नहीं करती है। फिर दोनों वहां से गाड़ी लेकर जी 20 रोड पर आये। सबसे पहले देवश्री वर्मा गाड़ी चला रहा था। दोनों ने आपस गाड़ी तेज चलाने की शर्त रखी थी। देवश्री वर्मा बहुत तेजी से गाड़ी लेकर निकला। रास्ते में एक मां बेटी हादसे का शिकार होते-होते बचे। इसके बाद वापस जब जी 20 रोड पर वापस आ रहे थे तब गाड़ी की स्टेरिंग सार्थक सिंह ने अपने हाथ में ले लिया और बोला तुम मुझसे तेज गाड़ी नहीं चला सकते। इसके बाद सार्थक सिंह ने तेजी से गाड़ी चलाते हुए फुटपाथ पर जा रहे एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे को रौंद दिया। मुख्य रूप से लखनऊ पुलिस में जहां-जहां पर ट्रैफिक कम चलती है ।
जिसकी वजह से इन स्थानों पर गाड़ियां बहुत तेज चलती हैं। जैसे लोहिया पथ, ताज होटल से जनेश्वर मिश्रा पार्क की तरफ जाने वाला मार्ग या फिर जी 20 रोड है। इन सब मार्गों पर बैरियर लगाया जा रहा है। यहां पर परमानेंट बैरियर रहेंगे। ताकि यहां पर गाड़ियों की स्पीड नियंत्रित रह सके। इसे परमानेंट करने जा रहे हैं। साथ ही जो तेज रफ्तार में गाड़ियां चलाते हैं उनकी गिरफ्तारी व उनकी गाड़ियों को सीज करने के लिए विशेष टीम गठित की जा रही है, जो सुबह के समय ऐसे स्थानों पर तेज स्पीड से जाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही साइलेंसर लगाकर गाड़ी चलाते है इनके खिलाफ भी विशेष अभियान चलाया जाएगा।
अभियान के दौरान रोड पर चलने वाली गाड़ियां जिनमें साइलेंसर की वजह से तेज आवाज आती है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सार्थक से जो मुख्य आरोपी है वह घटना के बाद घर में जाकर सारी दास्तां बताई तो सार्थक के पिता ने इस गाड़ी को धुलवाकर छुपाने का प्रयास किया। साथ ही इन दोनों अभियुक्तों को भगाने में मदद की। इसी कारण सार्थक सिंह के पिता रवींद्र सिंह के खिलाफ 201 के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। इस घटना में अब आगे किसी अन्य के किसी प्रकार की शामिल होने की बात आयी तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
जहां स्टंट के खिलाफ अभियान चलाया, वहीं हुआ हादसा
श्वेता लंबे समय तक बतौर एसीपी गोमतीनगर तैनात रहीं। इसी सर्किल में गोमतीनगर विस्तार भी आता है। हादसा भी उसी इलाके में हुआ। गोमतीनगर में तैनाती के दौरान श्वेता ने मरीन ड्राइव समेत अन्य जगहों पर स्टंटबाजों के खिलाफ अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई की थी। कभी सोचा भी न था कि एक दिन उसी तरह रफ्तार के कहर से उनके ही बेटे की जान चली जाएगी।
Nov 23 2023, 18:14