*मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने भोजपुरी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि छठ पूजा में आईके हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा*

लखनऊ । लोक आस्था के पर्व छठ पूजा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार शाम को लक्ष्मण मेला मैदान पहुंचे। जहां वह भोजपुरी समाज के साथ छठ पूजा में शामिल हुए। इस दौरान अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभूनाथ राय ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ ने भोजपुरी समाज को संबोधित करते हुए कहा कि छठ पूजा में आईके हमरा बड़ा आनंद महसूस हो रहल बा।

सीएम योगी ने अपने अंदाज में भोजपुरी समाज को छठ के पर्व की शुभकामनाएं दी। सीएम योगी ने कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ के आप सब के बहुत बहुत बधाई और शुभकामना। छठी मैया की किरपा आप सब पर बनल रहे, सबकर जीवन खुशाल रहे, आप सब के जीवन में उमंग और उत्साह बनल रहे, परिवार खातिर कठिन व्रत रखे वाली माता और बहीनन के हमरे तरफ से विशेष मंगलकामना।

उन्होंने कहा कि हमारा देश आस्था का देश है। यही आस्था हम सभी को उत्तर से दक्षिण, पूरब से पश्चिम पूरे भारत को एकता के सूत्र में जोड़ती है। इस आस्था ने ही विपरीत परिस्थितियों में पूरे भारत को एकजुट करके रखा है। उन्होंने कहा कि मध्यकाल में विदेशी आक्रांताओं ने धर्म स्थलों को अपवित्र और क्षतिग्रस्त किया था, लेकिन हमारी आस्था ने ही हमारी परंपरा और विरासत को संजाेए रखा है। दुनिया में कई देश ऐसे हैं जिन्होंने अपना भौतिक विकास तो किया, लेकिन परंपरा और विरासत को भूल गए। आज उनके सामने अस्तित्व का संकट खड़ा हुआ है।

हमारा देश पर्व और त्योहारों का देश माना जाता है। देशभर में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार की परंपराएं हैं, जो वहां की लोक आस्था के साथ विशिष्ट आयोजनों से आम जनमानस को अपने साथ जोड़ती है और पूरे देश को एकता के सूत्र में बांधती है। इसी लोक आस्था का परिणाम है कि 500 वर्षों तक राम जन्मभूमि के लिए आंदोलन और संघर्ष हुआ। अंततः विजयश्री प्राप्त हुई और जनवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमल से अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर भगवान श्री राम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्यक्रम संपन्न होने जा रहा है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छठ प्रकृति और परमात्मा के प्रति कृतिज्ञता ज्ञापित करने का पर्व है क्योंकि इस पर्व पर सभी व्रती महिलाएं सूर्य को अर्क देने के साथ नदियों में दूध भी अर्पित करती हैं। सीएम योगी ने कहा कि जल यह हमारे जीवन का प्रतीक है। हम इस जल को शुद्ध और साफ रखें, यह हमारा दायित्व बनता है। ऐसे में आयोजन के बाद आयोजकों का दायित्व बनता है कि वह खुद और प्रशासन की मदद से घाटों की नदियों के स्वच्छता कार्यक्रम से जुड़े।

हमे यह भूलना नहीं चाहिये कि जल है तो जीवन है। हम सब जल और प्रकृति की शुद्धता- सौंदर्य को बनाए रखने के लिए जितना प्रयास करेंगे, वह हमारे मानव जीवन के लिए उत्तम होगा। इन सभी कार्यक्रमों के साथ हमें निरंतर जुड़ते रहना चाहिए। सीएम योगी ने अंत में कहा कि छठी मैया का आशीर्वाद आप सभी पर बनल रहे।कार्यक्रम में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, मेयर सुषमा खर्कवाल, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद, विधायक योगेश शुक्ला, भाजपा नेत्री अर्पणा यादव आदि मौजूद रहे।

उच्च शिक्षा मंत्री ने किया सीसी सड़क का लोकार्पण

लखनऊ। जन समस्याओं के समाधान के लिए निरन्तर चले आ रहे अपने सतत_समाधान " कार्यक्रमके तहत उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने आज प्रताप नगर, आगरा में सीसी सड़क का "#लोकार्पण" किया।

जनमानस की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए उच्च शिक्षा मंत्री ने प्रयास करते हुए प्रताप नगर, आगरा के तहत पुष्प एन्क्लेव फेस-2 में सीसी सड़क का निर्माण कराकर विकास कार्यों की श्रृंखला में एक और कड़ी जोड़ते हुए जन समस्याओं के समाधान के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को कार्यरूप प्रदान किया।

इंदिरा मैराथन : 'रन फॉर स्वच्छता नो प्लास्टिक' में दौड़े देशभर के धावक

लखनऊ/प्रयागराज।पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिवस पर हर साल की तरह इस वर्ष भी संगम नगरी प्रयागराज में 38वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन का आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर किया गया।

इस मैराथन में देश भर के 394 धावकों ने भाग लिया जिसमें 345 पुरुष और 49 महिला धावकों ने भाग लिया है। जिसमें जसवंत बघेल ने पहला स्थान, दूसरे स्थान पर सेना के ही वी सिरानू और प्रयागराज के अनिल कुमार तीसरे स्थान पर रहे।

प्रयागराज में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्मतिथि (19 नवंबर) पर आयोजित इंदिरा मैराथन में शामिल धावकों को सुबह 6 बजकर 30 मिनट पर खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, मेयर उमेश चंद्र गणेश केसरवानी और डीएम नवनीत सिंह चहल ने आनंद भवन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

वर्ष 1985 में अंतर्राष्ट्रीय मनकों के तहत 42 किलोमीटर की इंदिरा मैराथन की शरुआत के पहले पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया गया।

स्वच्छ भारत मिशन नगरीय द्वारा चलाये जा रहे स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त अभियान के क्रम में इस बार इंदिरा मैराथन की थीम "रन फॉर स्वच्छता नो प्लास्टिक" रखी गयी। देशभर से मैराथन में आये तमाम नामचीन धावकों का का खासा उत्साह देखने को मिला।

मैराथन के रुट पर धावकों के लिए 16 स्थानों पर जलपान और मेडिकल एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। हर किलोमीटर पर एनसीसी के कैडेट्स वालेंटियर के रूप में लगाए गए हैं। तकरीबन 1000 कर्मचारियों को इस आयोजन में लगाया गया है. 42.195 किलोमीटर की इंदिरा मैराथन में पहली बार महिला और पुरुष धावकों को एक साथ रवाना किया गया।

खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक कार्य प्रदेश सरकार कर रही है। इंदिरा मैराथन में भाग लेने वाले धावक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सामने से तेलियरगंज होते हुए म्योहाल चौराहे की ओर बढ़ें और अपराह्न 2 बजकर 30 मिनट पर मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में मैराथन का समापन हो गया।

मैराथन में जसवंत ने पहला स्थान हासिल किया। जिसमें उन्होंने दौड़ दो घंटा, 21 मिनट और 50 सेंकड में पूरी की।

दूसरे स्थान पर आर्मी पुणे के बी सिरानू रहे। उन्होंने दो घंटा, 21 मिनट और 56 सेंकड का समय लिया। तीसरे स्थान पर प्रयागराज के अनिल कुमार सिंह रहे। उन्होंने दो घंटा, 22 मिनट और 21 सेकंड का समय लिया। चौथे स्थान पर प्रदीप सिंह रहे। इन्होंने 2 घंटा, 23 मिनट और 11 सेकंड का समय लिया।

42.195 किलोमीटर लंबी इस मैराथन को जीतने वाले को दो लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार एक लाख और तृतीय स्थान पाने वाले को 75 हजार रुपये मिले। इसके अलावा चौथे स्थान से लेकर 14वें स्थान पर रहने वाले धावकों को 10-10 हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार दिया गया।

मैराथन में इस बार पिछले बार के विजेता ओलंपियन सुधा सिंह व ओलंपियन गोपी टी शामिल नहीं हुए। जबकि पूर्व विजेता हेतराम, वाराणसी के राहुल पाल, आर्मी पुणे के राहुल, उप विजेता रह चुकीं रंजना, दिव्यांका, सेना के सिरानू, प्रदीप जसवंत, 2021 के उप विजेता अनिल कुमार सिंह, नीरज कुमार, आरती पटेल, तामसी सिंह, श्यामली सिंह, नीता पटेल, अनीता रानी, रानी यादव शामिल रहीं।

एसडीआरएफ मुख्यालय में प्रशिक्षण लेने आए स्वयं सेवक की अचानक खराब हुई तबियत, चिकित्सा के दौरान मौत

लखनऊ। बिजनौर के नूर नगर भदरसा स्थित एसडीआरएफ मुख्यालय में शनिवार की शाम प्रशिक्षण के लिए आए एक स्वयंसेवक की अचानक तबियत बिगड़ गई। तबियत बिगड़ने पर स्वयं सेवक को आनन -फानन इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जहां पर चिकित्सा के दौरान उसकी मौत हो गई।

जनपद फतेहपुर निवासी स्वयंसेवक राजकरण (35) शनिवार को अपने साथियों के साथ बिजनौर के नूर नगर भदरसा स्थित राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) मुख्यालय में आपदा प्रशिक्षण लेने के लिए आया हुआ था। देर रात करीब 11 बजे अचानक सिर में दर्द होने लगा और धीरे धीरे तबियत बिगड़ने लगी।

अत्यधिक तबीयत बिगड़ते देख एसडीआरएफ अधिकारियों ने आनन-फानन उसे इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज भेजा। जहां पर चिकित्सा के दौरान राजकरण की मौत हो गई। घटना की सूचना पुलिस को दी गई । सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए होंगे फिर से आवेदन

लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के मुख्य कैंपस लखनऊ व‌ सेटेलाइट कैंपस, अमेठी में चल रहे विभिन्न पाठ्यक्रमों में रिक्त रहीं सींटों पर प्रवेश के लिए एक बार फिर से आवेदन शुरू होंगे।

सीयूईटी व गैर सीयूईटी आवेदकों के लिए समर्थ पोर्टल को 20 - 24 नवंबर तक को फिर से रजिस्ट्रेशन के लिए खोला जायेगा।

जिन‌ विद्यार्थियों ने सीयूईटी की परीक्षा दी थी, लेकिन किसी कारणवश प्रवेश पाने में असमर्थ रहे। उनके लिए दोबारा अपनी सुविधा अनुसार पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने का यह सुनहरा अवसर है। इसके अतिरिक्त गैर सीयूईटी आवेदकों को‌ योग्यता परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जायेगा।

सामान्य, ओबीसी व आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के आवेदकों के लिए पंजीकरण शुल्क 200 रूपये व अनुसूचित जाति व जनजाति के आवेदकों के लिए पंजीकरण शुल्क 100 रूपये निर्धारित किया गया है। ऑनलाइन माध्यम से पंजीकरण शुल्क का भुगतान करके विद्यार्थी अपना रजिस्ट्रेशन सुनिश्चित करा सकते हैं।

पाठ्यक्रम व रिक्त सीटों से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट द्वारा प्राप्त की जा सकती है।

देश व धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहेगा बजरंग दल:-नीरज दौनेरिया

लखनऊ। बजरंग दल अवध प्रान्त का प्रान्तीय सम्मेलन रविवार को विशाल खण्ड गोमतीनगर स्थित सीएमएस सभागार में संपन्न हुआ। सम्मेलन का शुभारम्भ बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने किया। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के क्षेत्रीय संगठन मंत्री गजेन्द्र, विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्तीय अध्यक्ष कन्हैया लाल नगीना और विश्व हिन्दू परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री राजेश प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने कहा कि देशभर के सभी राज्यों में हलाल प्रमाणित उत्पादों पर प्रतिबंध लगना चाहिए। हलाल के प्रमाणन का करोड़ों अरबों रूपया लव जिहाद, लैण्ड जिहाद, गो तस्करी, आतंकवाद और आतंकी संगठन बनाने और मदरसे खोलने पर लगाया जाता है।

इसी के पैसे इस्लामिक जिहाद व गजवा—ए हिन्द चलाया जा रहा है। यह विषय केवल एक विषय का नहीं है। पूरे देश में प्रतिबंध लगना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हलाल के पैसे से ही आतंकवादी संस्थाएं खडी हो रही हैं। नीरज दौनेरिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहुत ही साहसिक निर्णय लिया है। यह स्वाभाविक रूप से बहुत ही अभिनंदनीय कदम है, क्योंकि आज देश में हलाल के नाम पर एक पैरलेल अर्थव्यवस्था खड़ी की जा रही है।

आज देश में इसकी आवश्यकता क्यों है? जब देश की सरकारें सबके लिए संसाधन मुहैया करा रही हैं। उसके बाद केवल वर्ग विशेष के आधार पर हलाल प्रमाणित उत्पादों की बिक्री करना और हिन्दू समाज को उन चीजों को खरीदने के लिए बाध्य करना जो हलाल नहीं खाता। हिन्दुओं को हलाल खाना पड़ रहा है। इससे हिन्दू धर्म का भ्रष्ट हो रहा है।

नीरज दौनेरिया ने कहा कि योगी सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाकर बहुत ही साहसिक कदम उठाया है। योगी आदित्यनाथ ने यह पहल की है, इसके लिए वह अभिनंदन के पात्र हैं।

बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दौनेरिया ने कहा कि बजरंग दल हिन्दुओं की ताकत बनेगा। अब हिन्दुओं पलायन नहीं होगा और मतांतरण भी नहीं होने देंगे। लव जिहाद व लैण्ड जिहाद से देश को मुक्त करायेंगे।मतांतरित हिन्दुओं की सुरक्षित घर वापसी कराकर सबको हिन्दू बनायेंगे।

देश व धर्म की रक्षा के लिए सदैव तत्पर रहने वाला संगठन बजरंग दल देश से वामपंथ व आतंकवाद को समाप्त कर अजेय भारत बनायेगा। इस्लामिक जिहादियों को परास्त करेंगे व अपने धर्म पर आंच नहीं आने देंगे। हिन्दू जीवन मूल्यों की फिर से प्रतिष्ठा करायेगा।

प्रगति विचारधारा फाउंडेशन द्वारा मनाई गई रानी लक्ष्मी बाई जयंती

लखनऊ। प्रगति विचारधारा फाउंडेशन द्वारा बिजनौर स्थित स्टेलर अकादमी स्कूल के प्रांगण में रानी लक्ष्मी बाई जयंती मनाई गई। इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष नेहा खरे, स्कूल की प्रधानाचार्य अंजली श्रीवास्तव एसके अवस्थी समेत अध्यापक गण व बच्चों ने रानी लक्ष्मी बाई की फोटो पर माल्यार्पण किया और विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किये।

प्रगति विचारधारा फाउंडेशन की अध्यक्ष नेहा खरे ने रानी लक्ष्मीबाई के जीवन पर प्रकाश डालते हुए बताया कि हमारे देश की महिलाओं ने अपने साहस और पराक्रम से देश का नाम रोशन किया है। आज हमारे देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू समेत हमारे प्रदेश उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ-साथ हर क्षेत्र में महिलाओं ने आगे बढ़कर काम किया। इसके साथ ही नेहा खरे ने उपस्थित छात्राओं को तलवारबाजी का हुनर दिखाते हुए बताया कि हमें अपनी सुरक्षा अपने हाथों में लेनी चाहिए और हमेशा किसी भी परिस्थिति और स्थिति का सामना साहस से करना चाहिए। क्योंकि मैं वीरों की भूमि बुंदेलखंड से हूँ, इसलिए साहस मेरे खून मे हैं।

स्कूल की प्रधानाचार्य अंजली श्रीवास्तव ने बताया कि हमारे स्कूल में छात्राओं को उनकी सुरक्षा के लिए कई तरह के कार्यक्रम कराए जाते हैं और उन्हें हर स्थिति से लड़ने के लिए तैयार किया जा रहा है।

बच्चों ने रानी लक्ष्मी बाई के जीवन पर आधारित कविताएं और नाट्य प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में प्रमुख तौर से सुषमा सिंह. खुशबू. सुधा चतुर्वेदी. पूनम सिंह. लक्ष्मी. मंतशा. क्रांति, रचना, आराधना, प्रतिभा के साथ अशोक सिंह प्रमुख तौर से शामिल रहे।

देव दीपावली में प्रज्ज्वलित होंगे 11 लाख दीप

लखनऊ। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि देव दीपावली पर काशी में गंगा घाटों पर जब दीप जगमगाते हैं तो वह छटा अद्भुत होती है। ऐसा लगता है तारे जमीन पर उतर आए हैं। इस अलौकिक छटा को देखने के लिए बड़ी संख्या में देश और विदेश से मेहमान काशी आते हैं। ये नजारा इस साल 27 नवंबर को दिखेगा। इस बार देव दीपावली पर 11 लाख दियों से घाटों को रोशन किया जाएगा। इसमें 1 लाख दिए गाय के गोबर से बने होंगे।

श्री सिंह ने बताया कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवम्बर को पड़ रही है। इसी दिन देव दीपावली मनाई जाती है। देव दीपावली पर काशी के घाटों पर करीब 11 लाख दीप जगमगाएंगे। खास बात यह कि इसमें एक लाख दीये गाय के गोबर से बने होंगे। देव दीपावली की अद्भुत छटा देखने के लिए न केवल देश बल्कि विदेशों से भी लोग आते हैं। इस वर्ष सात से आठ लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है।

काफी संख्या में लोगों ने पहले से ही होटल आदि बुक कर लिए हैं। सरकार देव दीपावली के मौके पर पर्यटकों के लिए आतिशबाजी और लेजर शो का भी इंतजाम कर रही है। लोग इसका भी भरपूर आनंद ले सकते हैं।

वैसे काशी तो पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। जहां हर सीजन में लोग भ्रमण के लिए आते है। इस बार लोग देव दीपावली से चारकृपांच दिन पहले से भ्रमण की प्लानिंग कर सकते हैं। क्योंकि 23 से गंगा महोत्सव शुरू हो रहा है। यह भव्य आयोजन 26 नवंबर तक चलेगा। इस बार दो स्टेज हैं, एक राजेंद्र प्रसाद घाट पर तो दूसरा राजघाट। राजेंद्र प्रसाद घाट पर सांसद सांस्कृतिक कार्यक्रम के विजेता अपनी शानदा प्रस्तुति देंगे।

इसी तरह राजघाट पर वाराणसी और दूसरी जगह के कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि देव दीपावली को और भव्य बनाने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटकों की सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जरूरत के हिसाब से लगातार तैयारियां की जा रही है।

छठ पर्व पर पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश को भारत सरकार का बड़ा तोहफ़ा

लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके. शर्मा जी के प्रयासों से पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश को छठ पर्व पर भारत सरकार ने एक बड़ा तोहफा दिया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी ने मंत्री श्री एके शर्मा जी के पत्र का संज्ञान लेते हुए एवं उनके अनुरोध पर एक नई साप्ताहिक एक्सप्रेस रेल गाड़ी मऊ से मुंबई तक को मंजूरी दे दी है।

केंद्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव जी ने इस बात की जानकारी स्वयं मंत्री श्री शर्मा जी को फोन पर दी है। लोक आस्था के इस महापर्व छठ पूजा पर भारत सरकार द्वारा मऊ से मुंबई एक नई साप्ताहिक रेल गाड़ी की मंजूरी मिलना पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश के लिए एक तोहफे से कम नहीं है। जिसके लिए प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके. शर्मा जी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी का ह्रदय से धन्यवाद् किया है।

मंत्री श्री शर्मा ने भारत सरकार के रेल मंत्रालय से मऊ, आजमगढ़, शाहगंज, मुम्बई वाया प्रयागराज, कानपुर नई ट्रेन संचालन के लिए आग्रह पत्र लिखा था। जिसमें उन्होंने लिखा कि पूर्वोत्तर रेलवे अंतर्गत उत्तर प्रदेश के जनपद मऊ-शाहगंज-मुंबई वाया प्रयागराज-कानपुर रेल खंड पर मुंबई जाने के लिए एक मात्र ट्रेन गोदान एक्सप्रेस संचालित है।

मऊ जनपद भ्रमण के दौरान आम जन मानस द्वारा संज्ञान में लाया गया कि यह ट्रेन मऊ से मुंबई तक वाया प्रयागराज, कानपुर आगरा कोटा रतलाम सूरत होकर जाती है। ट्रेन में लोगों को जगह नहीं मिलती है और काफी भीड़ भी होती है। अतः इस रूट पर एक नई ट्रेन संचालित किये जाने की आवश्यकता है।

जिसका संज्ञान लेते हुए भारत सरकार के रेल मंत्रालय ने नई साप्ताहिक एक्सप्रेस रेल गाड़ी मऊ से मुंबई तक को मंजूरी दे दी है। जिसकी जानकारी केंद्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव जी ने स्वयं फोन कर मंत्री श्री एके शर्मा जी को दी है।

22 नवम्बर को मऊ से होगा वर्चुअल उद्घाटन

मंत्री श्री शर्मा ने बाताया कि उनके आग्रह पर ही आगामी 22 नवम्बर दिन बुधवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जी इस ट्रेन का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए हरी झंडी दिखायेंगे। जिसके साक्षी हम सब पूर्वांचल वासी बनेंगे। यह नई साप्ताहिक एक्सप्रेस रेल गाड़ी मऊ से शुरू होकर मुहम्मदाबाद गोहना, आज़मगढ़, शाहगंज, जौनपुर, प्रयाग राज होती हुई मुंबई जाएगी।

मंत्री श्री शर्मा ने छठ के पावन पर्व पर पूर्वांचल सहित उत्तर प्रदेश को दिए गए तोहफे के लिए भारत के मा. प्रधानमंत्री जी एवं मा. रेल मंत्री जी को ह्रदय से धन्यवाद् और प्रदेश की जनता को बधाई दी है। मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि इस नई रेल गाड़ी से पूर्वांचल के विकास के और गति मिलेगी।

रेल सेवा शुरू होने से यात्री सुविधा के साथ ही मऊ एवं पूर्वांचल से वस्त्र, कृषि उत्पाद, खाद्य और अन्य सामग्रियों का परिवहन भी सुगम होगा, जिससे व्यापार और उद्योग में सुधार होगा। रेल सेवाएं एक समय पर बहुत अधिक मात्रा में सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक पहुंचा सकती हैं, जिससे बाजार में सामान की उपलब्धता में सुधार होगा।

इस रेल गाड़ी से सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के साथ-साथ इनवायरनमेंटल लाभ भी मिलेगा। रेलवे ट्रांसपोर्ट पर्यावरण के लिए उत्तम है, क्योंकि अन्य परिवहन साधनों की तुलना में इसमें कम प्रदूषण और ऊर्जा की खपत होती है। इस ट्रेन से नौकरी करने वाले, व्यापारी एवं किसानों को विशेष लाभ मिलेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आलमबाग में खालसा चौक का किया लोकार्पण

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को आलमबाग में खालसा चौक का लोकार्पण किया। टेढ़ी पुलिया के नाम से जाना जाने वाला यह चौराहा अब खालसा चौक के नाम से जाना जाएगा। इस दौरान उन्होंने लोगों को बधाई देते हुए इशारों-इशारों में सपा सरकार के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कार्यालय में आयोजित होने वाली इफ्तार पार्टी पर कटाक्ष किया।

उन्होंने कहा कि उनसे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय में अन्य तरह के आयोजन होते थे। वहीं प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व का भव्य आयोजन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सिख धर्म के दसवें गुरु एवं खालसा पंथ के संस्थापक गुरु गोबिन्द सिंह जी के ज्योति ज्योत दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि गुरू गोविंद सिंह महाराज ने विदेशी आक्रांताओं से भारत के धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी। इस पंथ ने मातृभूमि की रक्षा में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि सिख गुरुओं का त्याग और बलिदान हम सबको देश और धर्म की रक्षा की प्रेरणा प्रदान करता है। सीएम योगी ने कहा कि सिख गुरुओं का इतिहास हमें भारत की गौरवशाली विजयगाथा का स्मरण कराता है। उन्होंने सिख समाज के त्याग, बलिदान परंपरा, धर्म के प्रति समर्पण और समाज के प्रति सेवाभाव को नमन किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में हम लोगों को अनेक कार्यक्रमों में सहभागी बनने का अवसर प्राप्त होगा। 24 नवंबर को ही गुरु तेग बहादुर जी का पावन शहीदी दिवस, 27 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व और 26 दिसंबर बीरबाल दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि हम सबको अपने इतिहास पर गौरव की अनुभूति करनी चाहिए।

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक, राज्यमंत्री परमिंदर सिंह, महापौर सुषमा खर्कवाल, गुरुद्वारा कमेटी के प्रधान राजेन्द्र सिंह बग्गा, प्रधान गुरुद्वारा शंकरनगर आलमबाग के प्रधान सरदार मनमोहन सिंह सेठी समेत सिख समाज के लोग भारी संख्या में उपस्थित थे।