*घात लगाये अपराधियों ने अमीन को सीने में मारी गोली, मौके पर मौत

औरंगाबाद - एक अधेड़ व्यक्ति को अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। मामला माली थाना क्षेत्र के मंझौली गांव से सटे जमुआ रोड पर चिलखी गांव के समीप की हैं। 

मृतक की पहचान अंबा थाना क्षेत्र के चिल्हकी बिगहा गांव निवासी इंद्रदेव मेहता के रुप में की है। जानकारी के अनुसार इंद्रदेव पेशे से अमीन थे, जिन्हें आज जमीन मापी के लिए घटना स्थल पर बुलाया गया था जिसको लेकर वह अंबा से ऑटो बैठकर कुटुंबा जा रहे थे। जहां घात लगाए अज्ञात अपराधियों ने वारदात को अंजाम दिया। 

गोली की आवाज सुनकर आस-पास के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई जिनके द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गईं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई हैं। फिलहाल पुलिस मामले की तहकीकात कर रही हैं। 

थानाध्यक्ष आशुतोष कुमार ने बताया कि घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दी है। मामला जमीन से जुड़ा हुआ बताया जाता है। इस दौरान अपराधियों ने अधेड़ व्यक्ति को गोली सीने में मारी हैं। फिलहाल मामले की छानबीन की जा रही हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*पूर्व सीएम मांझी के साथ सीएम द्वारा किए गए तुम-ताक पर भड़के हम कार्यकर्ता, फूंका पुतला

औरंगाबाद – शीतकालीन सत्र के दौरान बीते गुरुवार को सदन में सीएम नीतीश कुमार द्वारा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के ऊपर अमार्यर्दित भाषा का प्रयोग करने पर हम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घोर निंदा की है। 

इसी कड़ी में औरंगाबाद में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार का रमेश चौक पर पुतला फूंका। कहा की सीएम नीतीश ने जिस तरह से उनके राष्ट्रीय नेता को जलील करने का काम किया हैसाफ तौर पर सीएम नीतीश कुमार का दिमागी संतुलन बिगड़ गया है।

इधर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी पर सीएम नीतीश कुमार द्वारा किया गया दुर्ववहार की बीजेपी ने भी घोर निंदा की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एनडीए गठबंधन छोड़ने के बाद विवेकहीन, अमर्यादित और अपसंस्कृति के द्योतक हो गए है मुख्यमंत्री : प्रमोद सिंह

औरंगाबाद : लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के प्रदेश महासचिव व रफीगंज विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी रह चुके जिले के प्रखर समाजसेवी प्रमोद सिंह ने शुक्रवार को एक प्रेस बयान जारी कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विवेकहीन, अमर्यादित एवं अपसंस्कृति का द्योतक बताया है। साथ ही साथ उन्होंने उन्हे दलित विरोधी करार दिया है।

श्री सिंह ने ' संगति से गुण होत है,संगति से गुण जात ' वाली एक प्रचलित कहावत का उदाहरण देते हुए कहा है कि उन्होंने ने जबसे एनडीए छोड़ा है तबसे उनका आचरण, व्यवहार एवं बोलने की शैली में उच्चश्रृंखलता आ गई है तथा वे अपने पद की गरिमा और मर्यादा को भूल गए हैं।यही कारण है कि दोनो सदनों में जिस तरीके से उन्होंने लाज, हया और शर्म को तिलांजलि देते हुए महिलाओं को अपमानित कर देश में बिहार को शर्मशार करने का काम किया है।उसे कोई भी सभ्य समाज स्वीकार नहीं कर सकता और जिसने स्वीकार किया और जो उनके समर्थन में खड़े हैं उनके बारे में समझा जा सकता है कि वे किस समाज से जुड़े हुए हैं।

उन्होंने कहा कि बचपन से हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति से जुड़कर रहने, बड़ों एवं महिलाओं के लिए हमेशा सम्मान देने की बाते सिखाई जाती है। मगर मुख्यमंत्री ने अमर्यादित टिप्पणी कर अपनी मां की कोख को भी कलंकित कर दिया।भले ही मुख्यमंत्री ने अपने उक्त बच्चन के लिए क्षमा मांग ली हो मगर इस जीवन तो क्या अगले जीवन में भी उससे मुक्ति नहीं मिल सकती।उन्होंने कहा कि जिस देश में महिलाओं को सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है,जिस देश में कन्या की पूजा की जाती है।इस देश के एक राज्य का मुख्यमंत्री अपने जुबान से पतित बात करे तो यह सोचा जा सकता है कि उसका दृष्टिकोण क्या है।

श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री की विवेकहीनता यही समाप्त नहीं हुई बल्कि गुरुवार को भी वे शब्दों की मर्यादा भूलकर दलितों के मसीहा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सदन में अपमानित करने का काम किया है। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि उनके ऊपर संगति का असर पड़ चुका है और वे अपनी मानसिकन संतुलन खो चुके है।

प्रमोद सिंह ने बिहार के राज्यपाल से भी अपील की है कि इस मामले को संज्ञान में लेकर केंद्र को अपनी रिपोर्ट भेजें।क्योंकि अब ऐसे व्यक्ति के हाथ में बिहार की सत्ता नही दी जा सकती।क्योंकि इनकी कार्यशैली से विश्व में बिहार की छवि धूमिल हो रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में लोजपा (रामबिलास) के कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार की शहर में शव यात्रा निकालकर किया पुतला दहन

विधानसभा और विधान परिषद में सूबे के मुखिया नीतीश कुमार द्वारा महिलाओं के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर बिहार के सभी जगह चारों तरफ जुबानी हमला जारी है। 

इसी कड़ी में आज औरंगाबाद में लोजपा (रामबिलास) के कार्यकर्ताओं ने सीएम नीतीश कुमार की शहर में शव यात्रा निकाली। 

पार्टी कार्यालय से निकली यह शव यात्रा रमेश चौक पहुंची जहां दाह संस्कार के पूर्व की सभी रस्मों की अदायगी की गई, 

उसके बाद नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। लोजपा नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं और उन्हें इलाज की दरकार है। उन्होंने कहा कि सीएम के मुंह से महिलाओं के प्रति ऐसा शर्मनाक बयान कहीं से भी क्षम्य नहीं है।

उन्होंने नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग भी की ।

जिला पदाधिकारी ने की स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक, दिए कई जरुरी निर्देश

औरंगाबाद : जिला पदाधिकारी श्रीकांत शास्त्री द्वारा आज समाहरणालय के सभागार में बैठक कर स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों समीक्षा की गई। 

इस बैठक में सभी जिला स्तरीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ-साथ, उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद एवं अनुमंडलीय अस्पताल, दाउदनगर, सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी अस्पताल प्रबंधक, स्वास्थ्य प्रबंधक एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों ने भाग लिया। 

इस आशय की सूचना देते हुए डीपीएम मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि प्रस्तुत प्रगति प्रतिवेदन के आलोक में जिला पदाधिकारी द्वारा विभिन्न निर्देश दिए। अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केदो एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों की समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि पदस्थापित एवं कार्यरत कर्मियों की उपस्थिति की मॉनिटरिंग पूर्वाहन में तथा अपराह्न में व्हाट्सएप के माध्यम से की जाए। 

सभी अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं स्वास्थ्य उप केंद्रों को पूर्वाह्न 9 बजे से अपराह्न 5 बजे तक खोलने के निर्देश को कड़ाई से पालन करने का निर्देश जिला पदाधिकारी द्वारा संबंधित प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को दिया गया है। इसी क्रम में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर मूलभूत सुविधाओं को विकसित कराने की कार्रवाई यथाशीघ्र करने हेतु निर्देश दिया गया है।

उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद को पैथोलॉजी में अलग से कलेक्शन सेंटर शुरू करने, सिजेरियन ऑपरेशन प्रारंभ करने, इंजरी एवं पोस्टमार्टम का रिपोर्ट निर्गत करने में विलंब नहीं करने के साथ-साथ नए रोस्टर के अनुसार चिकित्सकों की ड्यूटी लेने हेतु निर्देश दिया गया।

सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरकों को निर्देश दिया गया कि जिन प्रखंडों में आशा का चयन का कार्य लंबित है वहां चयन का कार्य पूर्ण करें। इसी क्रम में यह भी निर्देश दिया गया कि जो आशा सही तरीके से कार्य नहीं कर रहे हैं उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए और उन्हें चयन मुक्त करने की अनुशंसा की जाए।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी औरंगाबाद को जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देश दिया गया कि प्रखंडों में प्रतिरक्षण के कार्य को प्रभावी बनाया जाए। एनीमिया मुक्त भारत के तहत शिक्षा विभाग के साथ आवश्यक समन्वय किया जाए। इसी प्रकार आईसीडीएस विभाग से भी समन्वय कर स्वास्थ्य विभाग के कार्यक्रमों को सुदृढ़ किया जाए।

जिला पदाधिकारी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि एंबुलेंस के परिचालन को लेकर यदि किसी प्रकार की समस्या आ रही है तो उसे उनके संज्ञान में तत्काल लाया जाए। किसी भी संस्थान में दवाई की कमी नहीं हो इसलिए सही समय पर इंडेंट किया जाए। संस्थानों में पैथोलॉजी सहित उपलब्ध अन्य डायग्नोस्टिक सेवाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित कराया जाए। जिला एवं प्रखंड स्तर के सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वह क्षेत्र भ्रमण नियमित रूप से करें तथा जिला एवं प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा करें।

बैठक में सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी एवं गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, सभी डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि एवं अन्यान्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

राज्य के मुख्यमंत्री महिलाओं को नहीं दे रहे सम्मान उन्हें पद से दे देनी चाहिए इस्तीफा : एबीवीपी

औरंगाबाद : जिले के ओबरा प्रखण्ड मुख्यालय स्थित ओबरा रफीगंज मोड़ समीप एनएच 139 पर गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिसद ओबरा इकाई द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा लोकतंत्र के मंदिर में महिलाओं के प्रति अमर्यादित व अभद्र बात कहे जाने के विरोध में पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व मेघनाथ दुबे व रोनी दुबे के द्वारा किया गया। 

इस दौरान छात्राओं ने कहा कि मुख्यमंत्री के द्वारा लोकतंत्र के पवित्र मंदिर में महिलाओं को जिस तरह से शर्मसार किया गया वह काफी निंदनीय है। मुख्यमंत्री ने पूरे बिहार का नाम खराब किया है। उनका ब्यान बताता है कि महिलाओं के प्रति उनके सरकार की सोच क्या है। मुख्यमंत्री में जरा भी कुछ बचा हुआ है तो वो अपने पद से इस्तीफा दे। बढ़ते उम्र के कारण उनका दिमाग काम नही कर रहा है। उन्हें अपना इलाज करवाना चाहिए। वर्तमान में बिहार का शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुका है। 

कहा कि एक तरफ देश के प्रधानमंत्री नारी सशक्तिकरण व महिलाओं को आगे लाने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं चला रहे हैं तो दूसरी तरफ बिहार के मुखिया महिलाओं के इज्जत को शर्मसार कर रहे हैं। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। अपराधी घटनाओं में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहे हैं पर मुख्यमंत्री उसको रोकने से बदले अभद्र बात बोल रहे है। हम सभी बिहार की महिलाएं मांग करते हैं कि बिहार में यथाशास्त्र राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए हमारे राज्य के मुख्यमंत्री का बुद्धि पूरी तरह से भ्रष्ट हो चुका है पता ना यह आगे क्या करेंगे। 

पुतला दहन के दौरान सभी छात्राओं ने मुख्यमंत्री मुर्दाबाद का नारा लगाते रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सांसद सुशील सिंह ने सदन मे दिए गये आपत्तिजनक बयान को लेकर सीएम नीतीश को जमकर सुनाया, I.N.D.I.A गठबंधन को भी जमकर लपेटा

औरंगाबाद : औरंगाबाद के बीजेपी सांसद सुशील कुमार सिंह ने महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक और विवादास्पद बयान देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा 'इंडिया' गठबंधन को जमकर खरी खोटी सुनाई है। 

सांसद ने आज गुरुवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि आरजेडी ने बिहार रूपी गाय को नीतीश कुमार रूपी कसाई के खूंटे से बांध दिया है। कसाई से क्या उम्मीद की जा सकती है? कसाई में कोई मानवीय भावना और संवेदना नही हाेती। कसाई सिर्फ कत्ल करना जानता है और बिहार में मचे कत्ले आम से यहां के लोग कराह रहे है। 

कहा कि नीतीश कुमार का महिलाओं के प्रति आपत्तिजनक बयान कसाई मानसिकता का ही चरमोत्कर्ष है। उन्होने कहा कि मामले का सर्वाधिक दुखद पहलु यह है कि 'इंडिया' गठबंधन के किसी भी साझेदार दल ने इस आपत्तिजनक बयान की निंदा नही की। आखिर वें किस मुंह से निंदा करेंगे क्योकि उन्होंने ही तो एक ऐसे आदमी को बिहार की कुर्सी पर बैठा रखा है, जिसे कसाई कह सकते है। 

हालांकि वें आरजेडी की बड़ी नेत्री पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को इस बात के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होने नीतीश कुमार का बचाव करते हुए भी बयान को गलत ठहराया और यह कहा कि सीएम के मुंह से गलती से यह बात निकल गई है। 

सांसद ने कहा कि सीएम के मुंह से यह बात गलती से नही निकली है। उन्होने पूरे होशोहवास में एक बार नही बल्कि दो बार यह बयान दिया है। माफी मांगे जाने के बावजूद उनका यह बयान इस बात का परिचायक है कि नीतीश कुमार किस हद तक गिरी हुई मानसिकता वाले व्यक्ति है। 

बयान को लेकर माफी मांगने के दौरान भी नीतीश कुमार के बॉडी लैंग्वेज से कही से यह नही लगता कि उन्हे इस बयान के लिए कोई पछतावा भी है। माफी मांगने के दौरान उनमें कही से भी गलती वाला भाव नही दिख रहा था। माफीनामा के दौरान उनकी थोथी दलील कि वें यह सब शिक्षा और जनसंख्या नियंत्रण के लिहाज से बोल रहे थे। भला शिक्षा का अश्लीलता से क्या मतलब है? जब शिक्षित व्यक्ति इस तरह की बात बोलेगा तो सभ्य समाज के लोग इस पर क्या कहेंगे, यह समझा जा सकता है। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का यह बयान अमर्यादित और लज्जापूर्ण है। नीतीश कुमार के इस बयान से पूरी दुनियां में भारतीय लज्जित हुए है। साथ ही पूरे देश में बिहारी लज्जित हुए है। 

कहा कि सीएम शिक्षा और जनसंख्या नियंत्रण और जन्म दर पर बात कहना चाह रहे थे तो इसे दूसरे तरीके से भी कहा जा सकता था। कभी गलती से कोई शब्द एक बार निकल सकता है, दो बार नही। वही गलती होने के बाद इंसान लगे हाथ उसे स्वीकार कर सुधार लेता है लेकिन नीतीश कुमार ने थोथी दलील के साथ एक दिन बाद माफी मांगी। उनका बयान कही से भी क्षम्य नही है। जेडीयू के राष्ट्रीय स्तर से लेकर छोटे स्तर तक के कार्यकर्ता इतना तक कि पार्टी की महिला नेत्रियां किस आधार पर उनके बयान को सही ठहरा रही है, यह तो वें जाने लेकिन उनके बयानों से ऐसा लगता है कि जदयू में जमीर वाला अब कोई भी नही रह गया है। यदि जमीर होता तो जेडीयू की महिला नेत्रियां इसका कड़ा विरोध जताती। 

प्रेसवार्ता में भाजपा के जिला महामंत्री मुकेश सिंह, उपाध्यक्ष जुलेखा खातून, महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष अनीता सिंह, महिला नेत्री सारिका शेखर एवं मीडिया प्रभारी मितेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद बीजेपी के महिला मोर्चा ने किया नीतीश का पुतला दहन कहा माफी मांगकर क्या नीतीश महिलाओं की इज्जत लौटा देंगे : करिश्मा सिंह

औरंगाबाद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंगलवार को दोनों सदन में जनसंख्या नियंत्रण के संदर्भ में शादी के बाद लड़का और लड़की के अंतरंग संबंधों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी किए जाने के बाद बिहार की राजनीति गर्म हो गई और मुख्यमंत्री के बयानों का विरोध सदन से लेकर सड़क तक होना शुरू हो गया। 

हालांकि इस मामले में मुख्यमंत्री द्वारा माफी मांगे जाने के बाद भी विपक्षी दलों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। इसी कड़ी में बुधवार की शाम शहर के रमेश चौक पर औरंगाबाद भारतीय जनता पार्टी महिला प्रकोष्ठ द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया। 

पुतला दहन से पूर्व भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री के उक्त असंसदीय एवं अव्यवहारिक टिप्पणी की कड़ी निंदा की और उन्हें मानसिक दिवालियापन का शिकार बताकर राजनीति से संन्यास लेने की बात कही। 

मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए बयान से भाजपा महिला प्रकोष्ठ की सदस्य इतनी आक्रोशित दिखी कि उनके द्वारा मुख्यमंत्री के पुतले को जमकर चप्पल से पिटाई की गई और उसमें आग लगाकर अपने गुस्से का इजहार किया गया।

इस मौके पर महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष अनिता सिंह,करिश्मा सिंह गुड़िया सिंह, सुमन अग्रवाल, सुशीला कुमारी, रू

गुप्ता, चंद्रावती देवी, शोभा सिंह, सारिका शेखर, सिम्पी सिंह, रिंकु सिन्हा, सरस्वती सिंह परमार, इंदू सिंह,उषा सिंह ,जुलेखा खातून भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, मुकेश सिंह, समेत कई बीजेपी नेता उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

महिला के पैसे से भरे बैग को उड़ा ले गए बाइक सवार उचक्के

औरंगाबाद : जिले के गोह प्रखंड मुख्यायल के गया - गोह मुख्य मार्ग पर स्थित एसबीआई बैंक से एक महिला पैसा निकाल कर बाजार करने जा रही थी। इसी बीच पीछे से आ रहे बाइक सवार उचक्कों ने रुपया का थैला झपटकर फरार हो गया।

पीड़िता गोह थाना क्षेत्र के असेयास गांव का निवासी है। 

पीड़िता रेखा कुमारी ने बताया कि वह एसबीआई बैंक से सोमवार को 30000 रुपया की निकासी कर पैसे को थैले में रख दिया और पूर्व से थैले में उसमें 4000 रुपया रखा हुआ था। 

जब वह गोह बाजार की ओर पैदल लौट रही थी। तभी पीछे से आए बाइक सवार दो बदमाशों ने थैले को झपट लिया और धक्का देकर तेज रफ्तार से फरार हो गया। 

पैसों के अलावा थैले में पासबुक, चेकबुक सहित अन्य दस्तावेज भी रखा हुआ था। 

इस घटना को लेकर लेकर पीड़िता ने बुधवार को गोह थाने में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है। 

थानाध्यक्ष कमलेश पासवान ने बताया कि आवेदन मिली है। मामले की छानबीन की जा रही है।

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देशी कट्टा के साथ तीन गिरफ्तार, भेजा गया जेल

औरंगाबाद : जिले के गोह थाना क्षेत्र के देवहरा रोड पुल के पास धोबी टोला निवासी रामदेव साव के पुत्र अनिल कुमार गुप्ता के अनिल गेट किंग स्टील वर्कशॉप के दुकान पर जाकर गाली गलौज और देशी कट्टा लहराने तथा मोबाइल से धमकी देने और जान से मरने के आरोप में तीन व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है l

बताया जाता है की गोह धोबी टोला निवासी अनिल कुमार गुप्ता अपनी दुकान पर नहीं थे इसी दौरान ग्राम तुलसी बिगहा निवासी मनोज मिस्त्री उर्फ दुखन मिस्त्री अपने सहयोगी अवधेश मिस्त्री ने मेरे दुकान पर आया और गाली गलौज करने लगा। 

हाथ में लिए देशी कट्टा लहराने लगा और मेरे स्टाप से पूछा की तुम्हारा मालिक कहां है ,उसको जान से मार देंगे, उस वक्त मेरी पत्नी कंचन देवी घर पर थी l मेरी पत्नी कंचन देवी ने फोन पर घटना की जानकारी दी। मैं तत्काल औरंगाबाद एसपी को घटना की सारी जानकारी फोन पर दिया l

मामले में गोह थानाध्यक्ष कमलेश पासवान एस आई वीरेंद्र राम एस आई प्रशांत कुमार सिंह एस आई श्रीपति मिश्रा ए एसआई बिकाऊ राम अपने दल बल के साथ सत्यापन के लिए गांव तुलसी बिगहा निवासी मनोज मिस्त्री उर्फ दुखन मिस्त्री पिता लालमोहन मिस्त्री के घर पर पहुंचा तो मनोज मिस्त्री का तलाशी ली गई ,तो मनोज मिस्त्री के घर के तकया के पास से एक देशी कट्टा के साथ मनोज मिस्त्री उर्फ दुखन मिस्त्री को गिरफ्तार कर थाने लाया गया। 

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में मनोज मिस्त्री और अवधेश मिस्त्री ने कहा की अनिल कुमार गुप्ता को जान से मरने के नियत से उसको दुकान पर गए थे, परंतु अनिल कुमार वहां पर नहीं था ,मोबाइल पर गाली गलौज करते हुए स्टाप से पूछताछ किया और अपने हाथ में लिए देशी कट्टा को उसको दुकान पर अवधेश मिस्त्री के सहयोग से भयभीत किया ,क्योंकी मेरा भी फनीचर का दुकान है ,मेरे ग्राहक को अनिल कुमार गुप्ता उल्टा सीधा बोलकर अपना ग्राहक बना लिया है, इसी चलते मैं और मेरे साथी अवधेश मिस्त्री ने  उसको दुकान पर जान मरने की नियत से गए थे। 

जब पूछताछ की गई ,की देशी कट्टा कहां से लाया तो बताया की मेरे ही गांव के मानपूजन चंद्रवंशी के पुत्र सर्वेश चंद्रवंशी ने मुझे लाकर दिया है पुलिस जब शर्वेश चंद्रवंशी के घर सत्यापन की लिए गई तो ,शर्वेश चंद्रवंशी भागने लगा ,जिसे गिरफ्तार कर लिया गया और तीनों अपराधी को न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया हैl

औरंगाबाद से धीरेन्द्र