बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय को दक्षिणी एशिया रैंकिंग में प्राप्त हुआ 204वॉं स्थान

‌लखनऊ। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ ने दक्षिणी एशियाई रैंकिंग में 204वॉं स्थान प्राप्त किया है। साथ ही विश्वविद्यालय ने क्यूएस एशियाई यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में 651-700 के बैंड में स्थान प्राप्त किया।

विश्वविद्यालय क्यूएस रैंकिंग में स्थान प्राप्त करने वाला लखनऊ का पहला एवं उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के बाद तीसरा विश्वविद्यालय है।

क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग वैश्विक उच्च शिक्षा विश्लेषक क्वाक्वेरेली साइमंड्स द्वारा संकलित तुलनात्मक विश्वविद्यालय रैंकिंग का एक पोर्टफोलियो है। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह के नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने यह सफलता हासिल की है।

क्यूएस यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2024 में रिकॉर्ड 148 भारतीय विश्वविद्यालयों ने अपनी जगह बनाई वहीं दूसरी ओर चीन के 133 विश्वविद्यालय इस सूची में थे। पिछले महीने ही विश्वविद्यालय ने 3.72 के स्कोर के साथ नैक निरीक्षण में A++ ग्रेड हासिल किया था।

कुलपति आचार्य संजय सिंह ने समस्त विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा, कि यह अत्यंत हर्ष का विषय है कि हमने इस रैंकिंग में स्थान प्राप्त किया। इस सफलता में विश्वविद्यालय के शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार का अहम योगदान है क्योंकि यह सभी के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है ।

क्यूएस ( क्वाक्वेरेली साइमंड्स ) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग के 20 वें संस्करण में 104 स्थानों पर 1500 संस्थान शामिल हैं और यह रोजगार और स्थिरता पर जोर देने वाली अपनी तरह की एकमात्र रैंकिंग है।

इस वर्ष उन्होंने तीन नये मैट्रिक्स पेश करते हुए अब तक की सबसे बड़ी पद्धतिगत वृद्धि लागू की है, जिसमें स्थिरता , रोजगार परिणाम और अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क शामिल हैं। इस वर्ष क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग को उपक्षेत्रों में भी देखा जा सकता है, जिसमें मध्य एशिया, पूर्वी एशिया, दक्षिणी पूर्वी एशिया और दक्षिणी एशिया शामिल हैं।

‌रैंकिंग बनाने के लिए उपयोग की जाने वाली पद्धति में 11 संकेतक सम्मिलित हैं, जिसके तहत शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, संकाय एवं छात्र अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान नेटवर्क, प्रति पेपर उद्धरण और प्रति संकाय पेपर, पीएचडी के साथ स्टाफ, अंतर्राष्ट्रीय संकाय का अनुपात, अंतर्राष्ट्रीय संकाय का अनुपात छात्र, इनबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात एवं आउटबाउंड एक्सचेंज छात्रों का अनुपात मुख्य रूप से शामिल हैं।

राहत भरी खबर : डायल 112 में अब 1.30 लाख कॉल रिसीव की जा सकेंगी,स्टाफ में भी की गई बढ़ोत्तरी

लखनऊ । वर्ष 2016 में यूपी-112 सेवा को आरम्भ किया गया जिसमें निरन्तर तकनीकी उन्नयन व आधुनिकीकरण एवं सुदृढ़ीकरण किया जा रहा है। ताकि यूपी 112 को और अधिक जनपयोगी बनाया जा सके। वर्ष 2023 से यूपी-112 के द्वितीय चरण का संचालन सफलतापूर्वक आरम्भ किया जा रहा है। यूपी-112 के प्रथम चरण में 4800 पीआरवी थी। जिसे शासन के निर्देशानुसार द्वितीय चरण में बढ़ाकर 6278 पीआरवी किया जायेगा। इससे जहां प्रथम चरण में लगभग 50.68 वर्ग किमी. पर एक पीआरवी उपलब्ध थी वहीं द्वितीय चरण में यह क्षेत्र घटकर 38.75 वर्ग किमी. रह जायेगा ।

यूपी 112 ने जारी किया यह बयान

यूपी 112 हेल्पलाइन को अपग्रेड करने के बाद 1.30 लाख कॉल रिसीव की जा सकेंगी। कॉल ड्रॉपिंग में कमी आएगी। इसके लिए कॉल टेकर्स की संख्या को 673 से बढ़ाकर 825 किया जा रहा है। यूपी 112 ने बयान जारी किया है कि नई सेवा प्रदाता कंपनियां भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और वी-विन लिमिटेड श्रम आयुक्त द्वारा निर्धारित वेतन दर एवं अन्य अनुमन्य व सुसंगत अधिनियमों व नियमों के अधीन सुचारू रूप से यूपी-112 को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।

जीपीएस लिंक का रियल टाइम मैसेज जायेगा

द्वितीय चरण में पीआरपी वाइकल ट्रैकिंग सिस्टम होगा, जिसके प्रयोग से कॉलर के पास जीपीएस लिंक का रियल टाइम मैसेज जायेगा, जिससे कॉलर पीआरवी की लोकेशन अपने फोन में ट्रैक कर देख सकेगा कि पुलिस सहायता उस तक कितनी देर में पहुंच रही है ।शासन के निर्देशानुसार यूपी-112 को अन्य हेल्पलाइन नम्बरों जैसे- सीएम हेल्पस लाइन 1076, एनएचएआई हेल्पलाइन 103, सेफ सिटी, स्मार्ट सिटी आदि से एकीकृत किया जायेगा, जिससे नागरिकों को कई सेवाओं के लिये एकल नम्बर सम्पर्क की सुविधा उपलब्ध होगी।

संवाद अधिकारी की संख्या बढ़कर हुई 825

वर्तमान पीआरई तकनीक को SIP एवं CAD प्रणाली में उच्चीकृत करते हुये सिस्टम की कॉल हैंडलिंग की क्षमता को वर्तमान 50-60 हजार से 1.25-1.30 लाख तक बढ़ाया जा सकेगा, जिससे कॉल ड्रॉपिंग घट जायेगी और अधिक से अधिक लोगों की कॉल यूपी-112 में लग सकेगी । प्रथम चरण में जहां 673 संवाद अधिकारी जनमानस का फोन रिसीव करते थे अब उनकी संख्याा बढ़ाकर 825 की जा रही है, जिससे विभिन्न प्रकार के कॉल को अधिकतम संख्या में लिया जा सके । द्वितीय चरण में सभी पीआरवी के लिये बॉडी वार्न कैमरे प्रस्तावित किये गये हैं एवं महत्वपूर्ण/संवेदनशील क्षेत्रों में 688 पीआरवी के लिये वाहन पर Vehicle Mounted Camera लगवाये जायेंगे इससे किसी भी घटना के साक्ष्यह एकत्र करने एवं सही विवेचना करने में सहायता मिलेगी ।

अापात कालीन सेवा मुहैया कराना मुख्य उद्देश्य

यूपी-112 की स्थापना प्रदेश के समस्त नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षा के लिये त्वरित एकीकृत आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के उद्देष्य से की गयी थी। इस परियोजना के क्रियान्वयन हेतु मेसर्स महिन्द्रा डिफेन्स सिस्टम लिमिटेड (MDSL) द्वारा इस परियोजना का संचालन 19.11.2016 से 2.11.2023 तक किया गया। 07.01.2023 को उक्त अनुबन्ध की समाप्ति की प्रत्याशा में, सेवा प्रदाता के लिए नयी निविदा आमंत्रित की गयी। विभिन्न चरणों में शीर्षस्थ स्तर पर लिये गये निर्णयों के आधार पर उक्त निविदा को दो भागों में क्रमशः सिस्टम इण्टीग्रेटर (SI) एवं काल सेन्टर सर्विस प्रावइडर (CCSP) में विभक्त्त कर जेम पोर्टल के माध्यम से आमंत्रित की गयी ।

जानिये अब कौन कंपनी ने संभाला है कार्यभार

समस्त वैधानिक प्रक्रियाओं का पालन सुनिनिश्चत करते हुए SI की निविदा में भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड (BEL) एवं CCSP की निविदा में We Win Ltd. को L-1 पाया गया एवं शासन के अनुमोदनोपरान्त उक्त दोनो नये सेवा प्रदाताओं को LOI जारी किया गया। 02.09.2023 को MDSLका अनुबन्ध समाप्त हुआ एवं उपरोक्त BEL एवं We Win Ltd. ने अपना कार्यभार संभाला । वर्तमान में दोनो ही सेवा प्रदाता श्रम आयुक्ति, उत्तर प्रदेश द्वारा निर्धारित वेतन दर एवं अन्यन अनुमन्यम व सुसंगत अधिनियमों व नियमों के अधीन, सुचारू रूप से यूपी-112 को अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है।

औसत रिस्पांस टाइम घटकर औसतन 9 मिनट 18 सेकेंड रह गया

वर्ष 2017 में यूपी-112 का औसत रिस्पांस टाइम 25 मिनट 42 सेकेण्ड था वह अब वर्ष 2023 में घटकर औसतन 9 मिनट 18 सेकेंड रह गया है । वर्ष 2018 में प्रदेश के सुदूर, दुर्गम एवं ग्रामीण क्षेत्रों में जनमानस को त्वकरित पुलिस सहायता प्रदान किये जाने हेतु यूपी-112 की फ्लीट में 1600 दो पहिया पीआरवी वाहन शामिल किये गये। शासन के निर्देशानुसार महिला हेल्पूलाइन 1090, वीमेन एण्ड चाइल्ड हेल्पसलाइन 181, मेडिकल हेल्प2लाइन 108, जीआरपी, फायर सर्विसेज, स्मार्ट सिटी, लखनऊ एवं साइबर हेल्पसलाइन 1930 को यूपी-112 के साथ एकीकृत किया गया ।

दो हजार महिलाओं को रात्रि सहायता प्रदान की गई

इसके अतिरिक्त “सवेरा योजना” में लगभग 15 लाख 30 हजार वरिष्ठ नागरिकों का पंजीकरण किया जा चुका है एवं लगभग 2000 महिलाओं को “रात्रि स्कोर्ट सेवा” के माध्यम से सहायता प्रदान की जा चुकी है । यह काफी सराहनीय कदम माना जा रहा है। रिस्पांगस टाइम में इस उल्लेखनीय सुधार, फ्लीट में बढोत्तरी एवं त्वसरित कार्रवाई के फलस्व रूप वर्ष 2016 से 2022 तक, विभिन्ने अपराधों में एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार निम्न प्रकार से कमी आयी।

इन अपराधों में आयी कमी

डकैती के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 468 प्रतिशत कमी

लूट के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 202 प्रतिशत कमी

हत्या के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 59 प्रतिशत कमी

बलवा के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 123 प्रतिशत कमी

गृहभेदन के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 11 प्रतिशत कमी

फिरौती हेतु अपहरण के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 103 प्रतिशत कमी

महिला संबंधी अपराधों में भी कमी आयी

बलात्कार के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 77 प्रतिशत कमी

शीलभंग के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 17 प्रतिशत कमी

अपहरण के अपराध में वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2022 में 23 प्रतिशत कमी

*दो बस में तेज रफ्तार ट्रक ने मारी टक्कर , छह यात्रियों की मौके पर मौत, दो दर्जन से अधिक घायल*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश के गोरखपुर-कुशीनगर हाईवे पर जगदीशपुर के पास बृहस्पतिवार की देर रात दो बस में तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में छह यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 27 लोग घायल हो गए। घायलों को पांच एंबुलेंस से जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

इनमें से कुछ की स्थिति अति गंभीर है। हादसे की सूचना पर एसपी सिटी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने सदर अस्पताल और मेडिकल कालेज के डॉक्टरों को भी अलर्ट कर दिया जिसके बाद डॉक्टर भी पहुंच गए। 

मरने वालों की पहचान की जा रही है। बताया जा रहा है कि गोरखपुर से एक अनुबंधित बस सवारियों को लेकर पड़रौना जा रही थी। जगदीशपुर के मल्लपुर के पास बस का पहिया पंचर हो गया था।

बस को सड़क के किनारे खड़ी करके चालक और कंडक्टर ने दूसरी बस मंगया था। एक खाली बस गोरखपुर से पहुंची और सवारियों को बैठा रही थी। कुछ सवारी बस में बैठ गए थे जबकि कुछ अभी दोनों बसों के बीच खड़े थे इस बीच एक तेज रफ्तार ट्रक ने बस में पीछे से टक्कर मार दी है।  

टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है। उनके ऊपर पहिया चढ़ गया है जबकि दो दर्जन लोग घायल हो गए हैं इनमें एक दर्जन लोगों की अति गंभीर बताए जा रहे हैं। उधर, दुर्घटना के बाद अफसरों ने सदर और मेडिकल कालेज के डॉक्टरों को अलर्ट किया।

भारी संख्या में घायलों के पहुंचने पर डॉक्टरों को बुला लिया गया है। दुर्घटनास्थल पर पहुंचे पांच एंबुलेंस से घायलों को सदर और मेडिकल कालेज ले जाया गया है। बताया जा रहा है कि बस में 30 से ज्यादा लोग सवार थे।

भाजपा नेता आशुतोष टंडन का निधन, सीएम योगी ने दी अंतिम विदाई

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या से वापस लौटने के बाद सीधे भाजपा मुख्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने अपने पूर्व मंत्रिमंडल सहयोगी व लखनऊ पूर्व से भाजपा विधायक आशुतोष टंडन को श्रद्धांजलि दी और उनके पार्थिव शरीर को अंतिम प्रणाम किया।

आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए भाजपा मुख्यालय में रखा गया है। जहां बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दे रहे हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बृहस्पतिवार को अयोध्या दौरे पर थे। जहां से वह लौटे और सीधे भाजपा कार्यालय पहुंचे।

आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल जी के पिता लालजी टंडन भी भाजपा के वरिष्ठ नेता थे। वह बिहार और मध्य प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके थे और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी व उनके करीबी मित्र थे।

राज्यपाल ने आशुतोष टण्डन (गोपाल जी) के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री एवं लखनऊ पूर्व के विधायक आशुतोष टण्डन (गोपाल जी) के निधन पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। अपने शोक संदेश में राज्यपाल जी ने कहा कि गोपाल जी हमेशा कर्मठ एवं जनप्रिय राजनेता के रूप में याद किये जायेंगे। राज्यपाल ने ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

हौंसले बुलंद हो तो परिस्थियां गिरा नहीं सकती: सर्वेश पाण्डेय सवर्ण आर्मी चीफ

लखनऊ । सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश पाण्डेय आज लखनऊ स्थित सवर्ण आर्मी के कार्यालय में उपस्थिति सवर्ण आर्मी के पशाधिकारी/कार्यकतार्ओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सवर्ण आर्मी का अभी तक कोई कार्यालय नहीं था अपनें समाज के ही भाई है उनके द्वारा ही व्यवस्था दी गई राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश पाण्डेय ने कहा कि नेपाल बार्डर से सटा बहराइच से निकल कर प्रदेश देश मे ही नहीं विदेश में भी सवर्ण समाज की आवाज बुलंद कर रहा हूं ।

हमने देखा है कि जिनके हैसाले बुलंद होते हैं उनको परिस्थितियां गिरा नही सकती हम किसी के सहारे नहीं है आज हम अपने साहस हौसले से आप के बीच है पैसे से तो नही है आज लगातार आजाद देश मे जिस तरह सवर्ण के साथ दोहरा ब्याहार किया जा रहा हैं नीचा दिखाया जा रहा हैं इस देश के दक्षिण पंथ से बाम पंथ समाज बाद से राज्यवाद तक संचालन सवर्ण कर रहा है। बड़ी बड़ी राजनीतिक पार्टियों के संस्थापक सवर्ण है बड़ी बड़ी राजनीतिक पार्टियों के ठीक थैंक सावर्ण ही है पर कोई भी सवर्ण समाज की आवाज नहंी उठा रहा हैं ।

आज सवर्ण समाज का अस्तित्व समाप्त हो रहा है अपने अधिकार के लिए समाज को संगठित होना होगे सवर्ण आर्मी के प्रदेश महासचीव सुरज प्रसाद चौबे ने सवर्ण आर्मी प्रयाग राज के जिला महासचीव टी पी पाण्डेय का स्वागत फूल मालाएं पहनाकर किया सम्बोधित करते हुए कहा कि मां काशी राम ने कहा था कि परवल को भून कर खा लिया जाए परवल कैन है पंडित राजपूत बनिया लाला जो सवर्ण समाज है ।

इस देश में सबसे बड़ा समाज सवर्ण समाज है देश की आजादी मे सबसे बड़ा बलिदान योगदान सवर्ण समाज का है अमेदाकर वादी का एक भी व्यक्ति देश की आजादी मे बलिदान नही दीया है आज सवर्ण समाज के हक आधिकार की आवाज सवर्ण आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्वेश पाण्डेय लड़ रहे हैं समय की माग है कि सवर्ण समाज के लोग सर्वेश पाण्डेय के नेतृत्व में संगठित हो सामस्या आप की है लड़ाई खुद लड़नी होगी किसी भी राजनीति दल से उम्मीद मत करे सत्ता प्राप्ति हेतु आपका उपयोग कर फेक देगा।

भारतीय जाली मुद्रा की छपाई व तस्करी करने वाले दो गिरफ्तार

लखनऊ । एसटीएफ यूपी को भारतीय जाली मुद्रा की छपाई व तस्करी करने वाले संगठित गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम अनुराग सिंह पुत्र एलोनागेट सिंह निवासी ग्राम रौला पोस्ट सहजौरा थाना खेडरो, आयुष बाजपेयी पुत्र अनमोल बाजपेयी निवासी ग्राम व पोस्ट औराँवा थाना बंथरा है।

एसटीएफ को विगत काफी दिनों से संगठित तौर पर भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी करने वाले गिरोह के सक्रिय सदस्यों के सम्बन्ध में सूचनायें प्राप्त हो रही थी।

इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके अनुक्रम में धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ मुख्यालय लखनऊ के पर्यवेक्षण मे अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान दौरान नि. राघवेंद्र सिंह, उ.नि. प्रदीप सिंह मुख्य आरक्षी नीरज पाण्डेय, मु.आ. रामनिवास शुक्ला आरक्षी अमित त्रिपाठी, आरक्षी अमर श्रीवास्तव चालक जैल यादव की एक टीम को सूचना प्राप्त हुई कि शातिर भारतीय जाली मुद्रा का तस्कर अनुराग सिंह निवासी रायबरेली आज अपने गिरोह के सदस्यों के साथ बड़ी मात्रा में जाली नोट लेकर स्कूटर इंडिया चौराहे के पास किसी को जाली नोट की सप्लाई देने आने वाला है।

इस सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहुंचकर अनुराग सिंह एवं आयुष बाजपेयी को आवश्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके कब्जे से उपरोक्त बरामदगी की गयी। गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछने पर बताया की हम लोगों का एक गिरोह है, जो नकली नोट की छपाई एवं बाजार में सप्लाई करता है। इस गिरोह का सरगना राम कृपाल पुत्र अहोरवा प्रसाद निवासी पडरई मकदूमपुर फुरसतगंज अिमेठी है। जिसके मकान में यह नोट तैयार किया जाता है।

राम कृपाल के कहने पर ही यह लोग किसी व्यक्ति को देने के लिए आये थे यह काम इनके द्वारा काफी समय से किया जा रहा है। नकली नोट तस्करी करने के सम्बन्ध में अनुराग एवं राम कृपाल के विरूद्ध वर्ष 2019 में मुकदमा रायबरेली में पंजीकृत हुआ था, जिसमें यह लोग जेल भेजे गये थे। गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना सरोजनी नगर में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के मेधावियों को 81 स्वर्ण पदक देकर किया सम्मानित

लखनऊ । प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर का 27वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के 80 मेधावियों को प्रथम प्रयास में अपने विषय में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने पर 81 स्वर्ण पदक प्रदान किए। स्नातक स्तर पर 23 एवं परास्नातक स्तर पर 58 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक मिला एवं 222 शोधार्थियों को पी.एच.डी. की उपाधि प्रदान की गई।

इसमें कला संकाय में 144, विज्ञान संकाय में 22, कृषि संकाय में 05, शिक्षा संकाय में 34, विधि संकाय में 04, इंजीनियरिंग संकाय में 01, वाणिज्य संकाय में 09, अनुप्रयुक्त समाज विज्ञान एवं मानविकी संकाय में 01 एवं प्रबंध संकाय में 02 शोधार्थियों को उपाधि मिली। समारोह के दौरान राज्यपाल जी ने आईपैड का बटन दबाकर 2022-23 की स्नातक और स्नातकोत्तर की एक लाख 62 हजार 687 डिग्रियों को डिजीलॉकर में अपलोड करने का शुभारंभ किया।इस अवसर पर में राज्यपाल जी ने सभी उपाधि प्राप्त कतार्ओं, स्वर्ण पदक तथा शोध उपाधि पाये विद्यार्थियों को शुभकामनाएं देकर उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी को दीक्षांत समारोह की शुभकामनाएं दी।

उन्होंने समारोह के मुख्य अतिथि द्वारा जल और पर्यावरण संरक्षण को जीवन में प्राथमिकता पर लेने को विशेष महत्व दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक विश्वविद्यालय में भी तालाब होना चाहिए। राज्यपाल ने संकल्प शक्ति के साथ विश्वविद्यालयों को हरा-भरा बनाने, प्रत्येक विद्यार्थी द्वारा वृक्षारोपण करने और रोपित वृक्ष की देखभाल करने को कहा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के जितने विद्यार्थी हैं उतने पेड़ लगाएं और इस सीमेंट के जंगल को हरे-भरे जंगल में बदलें। प्रयास करना चाहिए, प्रयास करने से बदलाव आयेगा। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि हमारा दायित्व है कि पढ़ने के साथ-साथ समाज के लिए भी कार्य करें।

राज्यपाल ने सम्बोधन में महिला शक्ति पर विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने प्रदेश के 09 विश्वविद्यालयों में महिला कुलपति नियुक्त किए हैं। उन्होंने विश्वविद्यालयों में शोध कार्यों को बढ़ावा देने, उनका पेटेंट करवाने और किए गए एम0ओ0यू0 में गतिविधियाँ करवाने पर भी जोर दिया और विश्वविद्यालय में गभार्धान संस्कार का विषय पढ़ाये जाने को भी कहा।

राज्यपाल जी ने समारोह में जोर देकर कहा कि सभी विश्वविद्यालय अपने सत्र को सही समय से सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष जून-जुलाई में ही दीक्षान्त समारोह सम्पन्न किए जाएं, जिससे विद्यार्थी समय से अपनी आगामी शिक्षा अथवा कैरियर को प्रारम्भ कर सकें।

समारोह में राज्यपाल ने विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांव के एवं अन्य जगह स्थापित दस आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा सम्पन्न बनाने हेतु ट्राइसिकल, झूला, स्टोरी बुक, व्हाइट बोर्ड, कुर्सी समेत कुल 77 उपयोगी सामग्रियों की किट वितरित की। उन्होंने कक्षा 5 से 8 में पढ़ने वाले प्राथमिक विद्यालय से आए हुए बच्चों को स्कूल बैग, फल, जमेटरी बाक्स, महापुरुषों पर प्रकाशित पुस्तकें आदि प्रदान की। गाँव में आयोजित खेल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने वाले चार बच्चों को भी समारोह में पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्द्धन भी किया।

इग्नू द्वारा बौद्धिक सम्पदा संरक्षण विषय पर जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

लखनऊ। इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, उप्र, लखनऊ के संयुक्त तत्वाधान में बौद्धिक सम्पदा संरक्षण विषय पर एक राष्ट्रीय जागरूकता कार्यशाला का आयोजन दिन बृहस्पतिवार को किया गया।

इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों को बौद्धिक सम्पदा संरक्षण के विषय में विस्तार से जानकारी दी गयी। साथ-ही-साथ आईपीआर से जुड़े कानून के विषय में जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में लगभग 250 लोगों ने प्रतिभाग किया, जिनमें शिक्षाविद्, शोधकर्ता एवं विद्यार्थी शामिल थें।

सहायक क्षेत्रीय निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया एवं अपने उद्बोधन में कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य विद्यार्थियों को पेटेन्ट, उद्यौगिक डि़जाइन, बौद्धिक सम्पदा संरक्षण एवं प्लान्ट वैरायटी के सरंक्षण के विषय में जागरूक करना था।

वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशिक डॉ मनोरमा सिंह ने अपने उद्बोधन में इग्नू के विधि संकाय द्वारा संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों जैसे बौद्धिक संपदा अधिकारों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, पेटेंट प्रैक्टिस में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र, साइबर कानून में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र के बारे में जागरूक किया एवं विद्यार्थियों को नामांकन कराने के लिए प्रेरित किया।

मुख्य अतिथि डॉ प्रदीप श्रीवास्तव, एक्सीक्यूटिव डायरेक्टर, टाईफैक, भारत सरकार ने अपने वर्चुअल सम्बोधन में इग्नू द्वारा विद्यार्थियों को उनके द्वार पर कौशल आधारित उच्च शिक्षा प्रदान करने के प्रयास की सराहना की। उन्होने कहा कि बौद्धिक सम्पदा सरंक्षण वैश्विककरण के इस युग में बहुत महत्वपूर्ण है। विचारों की सुरक्षा के बिना, व्यक्ति अपने अविष्कारों का पूरा लाभ नहीं उठा पायेंगे और अनुसंधान एवं विकास उन्मुख नहीं हो पायेंगे।

डॉ हरिकेश बहादुर सिंह, प्रोफेसर, जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा ने पेटेण्ट एक्ट के विषय में जानकारी दी एवं पेटेण्ट फाईलिंग की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होनें अपने अनुभवों के आधार पर विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि उनके द्वारा किये गये नवाचारों को पर पेटेण्ट लेने की सलाह दी।

प्रो भरतराज सिंह, डायरेक्टर जनरल, स्कूल ऑफ मैनेजमेण्ट साईन्सेस, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में डिज़ाइन एक्ट 2000 एवं टेªडमार्क विषय पर जागरूक किया। साथ-ही-साथ राज्य सरकार द्वारा नवाचार के क्षेत्र में चलाई जा रही योजनाओं के विषय में जानकारी दी।

पूजा यादव, संयुक्त निदेशक, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, उप्र शासन, लखनऊ ने अपने उद्बोधन में अपने विभाग द्वारा नवाचार, सूचना प्रौद्योगिकी एवं बौद्धिक सम्पदा संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न योजनाओं के विषय में जानकारी प्रदान की।

डॉ वरूण छांछड़, सदस्य उच्च शिक्षा परिषद्, उप्र सरकार ने अपने उद्बोधन में कॉपी राईट एवं ट्रेडमार्क अधिनियम के विषय में विस्तार से चर्चा की एवं इसके महत्व के विषय में जागरूक किया।

आनन्दी अग्रवाल, चेयरपर्सन (महिला उद्यमिता प्रकोष्ठ), इण्डियन इण्डस्ट्रियल एसोशिएशन, लखनऊ ने नवाचार, उद्यमिता एवं स्टार्टअप विषय पर विद्यार्थियों को जागरूक किया।

एके श्रीवास्तव, निदेशक, जन शिक्षण संस्थान, लखनऊ ने उद्यमिता विकास के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की साथ-ही-साथ अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने 112 डायल महिला कर्मियों के धरने के समर्थन में पहुंचे

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने वेतन बढ़ोतरी सहित पांच सूत्री मांगों को लेकर इको गार्डन में चल रहे यू पी डायल 112 महिला कर्मियों के धरने में पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन किया। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह के निर्देश पर धरने पर पहुंचे श्री दुबे ने महिला कर्मियों की मांगों का समर्थन करते हुए धरना दिया।

धरने पर बैठी महिला कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि डायल 112 महिला कर्मचारियों के धरने को कुचलने के लिए सरकार ने महिला कर्मियों पर दो-दो केस दर्ज करा कर सरकार ने संवेदन शून्यता की सारी सीमा रेखा पार कर दी ।

उन्होंने कहा कि पुलिस तंत्र को मजबूत करने के लिए कार्यरत महिला कर्मचारियों को नौकरी से निकलने का सरकार खड्यंत्र कर रही है जो की बहुत ही निंदनीय और असहनीय है। उन्होंने कहा कि ठंड के मौसम में महिला कर्मचारी इको गार्डन में धरने पर बैठी हैं और सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही।

उन्होंने भाजपा के महिला हितैषी होने को दिखावा बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार नौजवानों और महिलाओं को रोजगार मांगने पर पुलिस से पिटवा कर अपमानित करने का काम कर रही है।

डायल 112 की सेवा का भी रेलवे व एयरपोर्ट की तरह निजीकरण कर दिया गया जो कि गलत है इको गार्डन में धरना दे रही महिला कर्मियों को भरोसा दिलाते हुए श्री दुबे ने कहा कि उनकी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर राष्ट्रीय लोकदल और राष्ट्रीय लोक दल का नेतृत्व सदैव उनके साथ खड़ा है और उनकी पांच सूत्रीय मांगे जिनमें वेतन बढ़ोतरी, आकस्मिक अवकाश, साप्ताहिक अवकाश, मातृत्व अवकाश, स्थाई नौकरी, व महिला कर्मियों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग अगर सरकार ने नहीं मानी तो महिला कर्मचारियों का मुद्दा देश की राज्यसभा में राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह जी उठायेंगे।