लखनऊ व आसपास के जिलों में अवैध शस्त्रों की बिक्री करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्य गिरफ्तार

लखनऊ। राजधानी व आसपास के जिलों में अवैध शस्त्रों की बिक्री करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्य को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनके कब्जे से दो अवैध पिस्टल .32 बोर व पांच जिन्दा कारतूस .32 बोर बरामद किया है। अभियुक्त का नाम हरिशंकर सिंह पुत्र हरदेव सिंह निवासी क्षत्रिय भवन सेक्टर ई पॉकेट टू सुशांत गोल्फ सिटी, अर्नव खान पुत्र स्व. अबरार हुसैन निवासी ममता हॉस्पिटल दरियापुर सुल्तानपुर सिटी सुल्तानपुर है। इन्हें पिकनिक स्पॉट जंगल, गुड़म्बा तिराहा के पास थानाक्षेत्र इन्दिरानगर लखनऊ से गिरफ्तार किया है।

एसटीएफ को अवैध असलहों की तस्करी करने की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ यूपी को विगत कुछ समय से लखनऊ व आस-पास के जनपदों में अवैध असलहों की तस्करी करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था, जिसके अनुपालन में दीपक कुमार सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान मुखबिर द्वारा ज्ञात हुआ कि कुछ व्यक्ति पिकनिक स्पॉट जंगल, गुड़म्बा तिराहा के पास आने वाले हैं जो अवैध असलहों का कारोबार करते हैं। यदि शीघ्रता की जाये तो पकड़ा जा सकता है।

पिकनिक स्पॉट जंगल से दोनों को किया गिरफ्तार

उक्त सूचना पर विश्वास करके निरीक्षक हेमन्त भूषण सिंह के नेतृत्व में उ.नि. तेज बहादुर सिंह, उ.नि. हरीश सिंह चौहान, मु.आ. पवन सिंह बिसेन, मु.आ. आलोक रंजन, मु.आ. सुनील कुमार यादव, चालक कपिलदेव व सुरेश की एक टीम पिकनिक स्पॉट जंगल, गुड़म्बा तिराहा के पास थानाक्षेत्र इन्दिरानगर जनपद लखनऊ से उपरोक्त दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिनके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।

बिहार व मध्य प्रदेश से कम कीमत पर लाते थे तमंचा

गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर बताया कि हम लोग पिछले कई वर्षों से अवैध तमंचे मुंगेर बिहार व खरगौन मध्यप्रदेश से कम कीमत पर लाकर या मंगवाकर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों अधिक दामों में बेचते हैं, जिसमें हमें काफी मुनाफा होता है आज भी हम लोग इन्ही अवैध असलहों की खरीद फरोख्त करने आये थे। अभियुक्त हरिशंकर सिंह के विरूद्ध पूर्व से भी थाना सुशांत गोल्फ सिटी लखनऊ में मुकदमा पंजीकृत है। उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना इन्दिरानगर लखनऊ में अभियोग पंजीकृत कराकर दाखिल किया गया जा रहा है। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना इन्दिरानगर लखनऊ द्वारा की जायेगी।

डॉ राम मनोहर लोहिया संस्थान में उत्तर प्रदेश की पहली प्रसूति विज्ञान विषय कार्यशाला

लखनऊ। रविवार को डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के एनेस्थीसियोलॉजी, क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग एवं आईएससीसीएम लखनऊ सिटी ब्रान्च ने संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश की पहली Obstetric Critical Care कार्यशाला एवं सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

(1st CME Cum Workshop Obstetric Critical Care)

कार्यशाला का शुभारंभ संस्थान की निदेशक प्रो सोनिया नित्यानंद एवं पूर्व निदेशक एवं विभागाध्यक्ष प्रो दीपक मालवीय ने किया।

प्रो सोनिया नित्यानन्द ने बताया कि उत्तर प्रदेश में मातृ मृत्यु दर देश में सर्वाधिक है। लोहिया संस्थान में इसके लिए 100 बेड के आईसीयू की स्थापना होना प्रस्तावित है। जिसका निर्माण शहीद पथ स्थित आरपीजी मातृ एवं शिशु रेफरल सेंटर में किया जायेगा। जिससे मातृ मृत्यु दर कम करने में सहायता मिलेगी एंव उत्तर प्रदेश के प्रशुताओं को एक ही छत के नीचे सभी प्रकार के इलाज मिल सकेंगें, उन्हे दर-दर इलाज के लिए भटकना नहीं पडेगा।

प्रो दीपक मालवीय ने मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए सभी जरूरी प्रोटोकॉल का पालन करने के संबंध में सभी को अवगत कराया। प्रो दीपक मालवीय ने बताया कि जब वह एनेस्थीसिया सोसाइटी के शार्क देशों के अध्यक्ष थे। तभी से उनका उद्देश्य था कि मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए उचित कदम उठायें जाये। इसके लिए उन्होंने अपने कार्यकाल में शार्क देशों में कई कार्यशाला एवं सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम का आयोजन भी कराया था। जिसका परिणाम है कि आज नेपाल जैसे देशों में जहां पहाड़ो पर इलाज मिलना मुश्किल होता था। वहां भी मातृ मृत्यु दर को कम करने में सफलता मिली है।

इस कार्यशाला एवं सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम में लखनऊ ही नहीं, अपितु उत्तर प्रदेश के कई शहरों से लगभग 60 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

कार्यशाला एवं सतत् चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्सों से आये वरिष्ठ चिकित्सकों ने प्रशुताओं को प्रशव के समय होने वाली जटिलताओं के संबंध में जानकारी दी। इसके अलाव प्रशुताओं को गर्भवास्था के समय होने वाली परेशानियों जैसे स्क्त स्त्राव होना, झटके आना सहित कई अन्य तरह की गंभीर समस्याओं के विषय में बताया गया एवं उन्हें कैसे नियंत्रित करना है के संबंध में जानकारी दी गयी।

कार्यशाला में मैनिकिन पर प्रदर्शन कर सभी प्रतिभागियों को प्रशुताओं को प्रशव के समय होने वाली जटिलताओं को कैसे सही समय पर एवं सही इलाज एवं कार्य-पद्वति से सही किया जा सके उसका प्रदर्शन किया गया।

आयोजन अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष एनेस्थीसियोलॉजी एवं क्रिटिकल केयर मेडिसिन डॉ पीके दास ने कार्यक्रम में सभी उपस्थित अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए Obstetric Critical Care से प्रसुताओं को होने वाले लाभ के बारे में बताया।

आयोजन सचिव डॉ सुजीत राय, ने बताया कि मातृ कल्याण भविष्य की पीढि़यों के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। माताओं को पर्याप्त स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच है या नहीं इसका पूरे समुदाय पर पर्याप्त प्रभाव पड़ता है।

कार्यक्रम में डॉ ममता हरजाई, डॉ अनुराग अग्रवाल, डॉ मनोज त्रिपाठी, डॉ मनोज गिरी, डॉ एसएस नाथ, डॉ सूरज कुमार, डॉ शिल्पी मिश्रा, डॉ स्मृति अग्रवाल, डॉ नीतू सिंह, डॉ कृति नागर, डॉ प्राची सिंह, डॉ स्मारिका मिश्रा समेत अन्य संकाय सदस्य, सीनियर, जूनियर रेजीडेंट एवं लखनऊ एवं अन्य जनपदों से आये चिकित्सक उपस्थित रहे।

गोसाईगंज के युवक की कानपुर में हत्या

लखनऊ। खेत पर काम करने के लिए निकले गोसाईगंज के पहासा गांव निवासी रंजीत की कानपुर के नौबस्ता थाना क्षेत्र में हत्या कर दी गई। उसका शव पेड़ पर लटकता मिला जिसे जानवर खा रहे थे। मृतक के ड्राइविंग लाइसेंस से पहचान के बाद शव को गोसाईगंज लाया गया।

गोसाईगंज कोतवाली के पहासा गांव निवासी सहजराम का बेटा रंजीत 28 वर्ष मंगलवार को सुबह साईकिल से खेत गया था। वह खेत से वापस नहीं लौटा। घर के लोगो ने सोचा कहीं काम करने चला गया होगा। शनिवार को उसका शव कानपुर में मिलने की खबर पहुंची तो कोहराम मच गया।

गोसाईगंज पुलिस ने सहजराम को सूचना दिया कि रंजीत का कानपुर में नौबस्ता क्षेत्र के चंदीपुरवा में शव मिला है।

पिता सहजराम नौबस्ता थाना पहुंचे तो पता चला की शुक्रवार को जंगल में रंजीत का शव पेड़ से लटकता मिला था। रंजीत का शव सड़ने लगा था और उसे जानवर नोच रहे थे। अभी तक रंजीत की किसी से रंजिश की बात सामने नहीं आई है। ऐसे में सवाल उठता है कि रंजीत आखिर कानपुर कैसे पहुंच गया वह तो खेत गया था।

बताया गया कि रंजीत का मूल गांव बाराबंकी का रबडोइया गांव है। रंजीत का परिवार वर्षों से पहासा में रहता है। पहासा में उसका ननिहाल है। मृतक के आठ साल और सात साल की दो बेटियां हैं।

स्कालर्स होम स्कूल का वार्षिकोत्सव,मां तुझे सलाम ने दिया परिवार की एकता का संदेश

लखनऊ। मां तुम मेरे साथ रहोगी..... मां तुम मेरे साथ रहोगी.... इस बात को लेकर आपस में झगड़ रहे दो बेटों का विवाद अदालत तक पहुचता है। बेटों की बातें सुनने के बाद जज साहब मां से पूछतें हैं कि आप किस बेटे के साथ रहना चाहती हैं। मां कहती है- बेटे अपने मां-बाप का दिल होते है।

दिल के टुकड़े करके भला कोई जीवित कैसे रह सकता है। भले ही दोनों बेटों में से हर बेटा मुझे अपने साथ रखना चाहता है, पर क्या दोनों मिलकर मेरे साथ नहीं रह सकते।

परिवार की एकता का संदेश देने वाले इस हृदयस्पर्शी नाटक ’मां तुझे सलाम’ का मंचन आज गोमतीनगर स्थित स्कालर्स होम स्कूल में हुआ। अवसर था विद्यालय का वार्षिकोत्सव। छात्र-छात्राओं ने आकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में सुर, ताल, लय और प्रस्तुतिकरण का अद्भुत समागम देखने को मिला। ’अतुल्य भारत’ नृत्य-नाटिका ने दर्शकों को बैठे बैठे देश के प्रमुख प्रांतो का भ्रमण करने की अनुभूति कराई।

सामायिक और ज्वलंत समस्याओं पर आधारित हिन्दी और अंग्रेजी नाट्य प्रस्तुतियों ने न केवल दर्शकों को विचार मंथन के लिए विवश किया, बल्कि वे छात्र-छात्राओं की प्रतिभा के भी कायल हो गए।

समारोह के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि दृढ़ निश्चय, कठोर परिश्रम और एकाग्रता से बच्चे कठिन से कठिन कार्य को भी संभव कर सकते हैं, यह स्कालर्स होम के छात्र-छात्राओं ने साबित कर दिखाया है। बच्चों ने जिस तरह से कार्यक्रम प्रस्तुत किए वह यह साबित करने के लिए काफी है कि स्कालर्स होम उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तो दे ही रहा है उनकी प्रतिभा को निखारने में भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहा है। विशिष्ट अतिथि के रूप में कर्नल रजत त्यागी और सीबीएससी के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली ने बच्चों को अपना आर्शीवाद दिया।

डायरेक्टर सरिता जायसवाल और प्रधानाचार्या श्रीमती अनुपम सिंह ने विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट से प्रस्तुत की। समारोह में पूर्व राज्य सूचना आयुक्त स्वदेश कुमार मौजूद रहे।

परिवहन निगम कार्मिकों को परिवहन मंत्री देगें तोहफा,मंत्री से सफल वार्ता: उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ का आन्दोलन स्थगित

लखनऊ। उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ का 14 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रस्तावित आन्दोलन परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और प्रदेश महामंत्री सत्य नारायण यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अरूणभानु तिवारी, प्रदेश संविदा प्रभारी मोहम्मद नसीम, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सी.के. शुक्ला, प्रदेश कोषाध्यक्ष दिनेश कुमार श्रीवास्तव, प्रदेश मंत्री रूपेश कुमार से 14 सूत्रीय मांगों पर विस्तार से सफल चर्चा और समयावधि पूर्ण समस्याओं के निराकरण का आश्वासन के बाद विभागीय मंत्री प्रमुख सचिव, प्रबंध निदेशक को दीपावली से पूर्व संविदा एवं नियमित कर्मचारी को वेतन बढ़ोत्तरी के भुगतान के निर्देश देते हुए अन्य मांगों पर अतिशीघ्र विचार करने के निर्देश दिए।

संघ द्वारा 14 सूत्रीय मांगों के निस्तारण को लेकर 2 नवम्बर 2023 को प्रदेश के समस्त क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालयों के समक्ष जनजागरण कार्यक्रम कर मुख्यमंत्री एवं प्रबंधक निदेशक को ज्ञापन क्षेत्रीय प्रबंधक के माध्यम से प्रेषित किया गया था। संघ का अगला आन्दोलन प्रदेश स्तर पर परिवहन निगम मुख्यालय, टिहरी कोठी लखनऊ में प्रस्तावित था।

इस आन्दोलन के मद्देनजर परिवहन मंत्री ने कर्मचारी हितों और आगामी त्यौहार को देखते हुए जनहित में संघ से वार्ता कर आन्दोलन स्थागित करने की अपील की थी।

संघ के अध्यक्ष और महामंत्री के साथ पदाधिकारियों की बैठक में विभागीय मंत्री की अपील पर जनता के हितों आगामी दीपावली पर्व को देखते हुए आगामी 8 नवम्बर 2023 को परिवहन निगम मुख्यालय घेराव का कार्यक्रम स्थगित करने का निर्णय लिया गया।

महामंत्री सत्य नारायण यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश रोडवेज कर्मचारी संघ की मैराथन बैठक बाद परिवहन मंत्री से शीर्ष नेतृत्व की हुई वार्ता व सहमति के क्रम में 14 सूत्रीय मांग पत्र के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा की गई। संघ के पदाधिकारियों ने निजीकरण प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए परिवहन निगम में कार्यरत कार्मिकों का हितलाभ गारंटी सुरक्षित रखने, संविदा कर्मचारियों को 10 फीसदी वेतन बढ़ोत्तरी करने, नियमित कर्मचारियों को 10फीसदी मंहगाई भत्ते का भुगतान करने, संविदा कर्मियों की नियमावली अतिशीघ्र बनाये जाने की मांग रखी।

संविदा एवं आउटशोर्ष कर्मियों को ईएसआई का लाभ प्रदान करने के लिए वित्तीय आगणन के बाद किये जाने, प्राइवेट व परिवहन निगम के करों में समानता लाने, जेम पोर्टल द्वारा भर्ती प्रक्रिया पर पुनर्विचार कर पूर्व की भाँति चालकों परिचालकों की भर्ती किये जाने, संविदा कर्मियों का नियमविरूद्व कटौती पर तत्काल रोक लगाने की मांग रखी।

विभागीय मंत्री के समक्ष मृतक आश्रितों की नियमित नियुक्ति के लिए आगामी मार्च में कैबिनेट स्तर पर स्वीकृति कराकर नियुक्ति किये जाने तथा 2001 तक संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए प्रमुख सचिव परिवहन को निर्देशित करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय पर सहमति बनी। इस पर परिवहन मंत्री को संघ द्वारा “धन्यवाद पत्र“ मिलकर दिया गया ।

*इंदिरा नगर स्थित शालीमार चौराहे पर खुला बबल्स का पहला टॉय स्टोर*

लखनऊ।इंदिरा नगर के मशहूर शालीमार चौराहे पर बच्चों को प्रभावित करने वाले विशेष खिलौने और स्टेशनरी के नए स्टोर बबल्स का आज शुभारंभ हो गया।आज अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने इसका उदघाटन किया।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि बबल्स स्टोर में बच्चों के लिए तमाम तरीके के खिलौने उपलब्ध है ये पहल सराहनीय है। इस बात का अंदाज़ा बच्चो की खुशी देख कर लगाया जा सकता है।मंत्री ने स्टोर के ओनर ज़ुहैब उस्मानी को मुबारकबाद देते हुए कहा कि बब्ल्स की फ्रेंचाइजी प्रदेश के अलग-अलग ज़िलो मे खोलिए जिससे युवाओ को रोजगार के अवसर के साथ साथ उन्हे नई दिशा मिल सके।

उन्होंने कहा कि बच्चे हमारे देश का भविष्य है।शोरूम के ओनर ज़ुहैब उस्मानी ने बताया कि हमारे बबल्स स्टोर में बच्चों के लिए विभिन्न तरह के खिलौने स्टेशनरी एवम् नव जात बच्चो के समानो की तमाम वैरायटी उप्लब्ध हैं।जिसमें मुख्य रूप से बैग्स,टिफ़िन बॉटल,सॉफ्ट टु वायज, शिक्षा के खिलौने,कार, बाइक, बार्बी डॉल्स, हॉट व्हील कार उप्लब्ध है।

श्री उस्मानी ने बताया कि बच्चे सभी की पसंद होते हैं। पेरेंट्स हो या ग्रैंड पैरेंट्स सभी लोग अपने बच्चों को खुश रखने के लिए सब कुछ करना चाहते हैं और उसकी खुशी के लिए एक खिलौने से ज्यादा बेहतर क्या होगा जब बच्चा 1 साल का होता है तो उसे एजुकेशनल टॉयज से परिचय कराना बहुत जरूरी होता है यह खिलौने उसे अक्षर, नंबर, शेप्स और रंगों के बारे में सिखाते हैं।

इसके साथ ही स्टेशनरी की वस्तुएं छात्र और छात्राओं के लिए बहुत उपयोगी वस्तुएं होती हैं।उन्होंने कहा कि यह बबल्स चेन का पहला स्टोर है।आने वाले समय में प्रदेश के कई क्षेत्रो में बबल्स का अन्य स्टोर खोलने का लक्ष्य है।इस अवसर पर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश संगठन मंत्री अनस उस्मानी, इरम कॉलेज के निदेशक बज़्मी यूनुस, वरिष्ठ पत्रकार मसूद हसन, मो कामरान, अब्दुल वहीद, अज़ीज सिद्दिकी, परवेज अख्तर, संजय सिंह,जुबेर अहमद, 'अरविंद सिंह, नजम हसन, तौसीफ हुसैन, मुर्तज़ा अली, हसीब हैदर उस्मानी, कुदरत उल्ला खान, मोहम्मद अली साहिल,आसिफ किदवई, सैफ़रिन आर्ट्स से शादाब, मोहम्मद शोएब, सैफ़, वामिक किदवई, भानु प्रताप सिंह, अमरजीत, मो नबील,अदनान अली,अवधेश,अनवर आलम, सहित शहर के तमाम सम्मानित अतिथिगण मौजूद थे।

साक्षात्कार से सम्बंधित किसी भी भ्रामक संदेश, ईमेल और लिंक से सतर्क रहे अधिवक्ता

लखनऊ। विशेष सचिव न्याय कुश कुमार ने बताया कि 14 अक्टूबर 2023 से प्रस्तावित नोटरीअधिवक्ताओं के चयन हेतु साक्षात्कार कार्यक्रम अपरिहार्य कारणों से स्थगित है।

उन्होंने अधिवक्ताओं को साक्षात्कार से सम्बंधित किसी भी भ्रामक संदेश, ईमेल और लिंक से सतर्क रहने की सलाह दी है। कुछ लोगो के द्वारा साक्षात्कार को लेकर संदेश, ईमेल और लिंक अधिवक्ताओं को भेजे जा रहे है, जो पूरी तरह से फर्जी है।

उन्होंने कहा कि साक्षात्कार के लिए फिर से तिथि निर्धारित होने पर आवेदकों को उचित माध्यम से सूचित किया जाएगा।

पदयात्रा में दिव्यांगजनों के साथ चले दिव्यांगजन मंत्री

लखनऊ । प्रदेश सरकार दिव्यांगजनों के साथ खड़े होकर उनके हितों का ध्यान रख रही है। दिव्यांगजनों को हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर प्रदान किये जा रहे हैं। दिव्यांगजनों के आवागमन को सुगम बनाया जा रहा है।

इसके अलावा दिव्यांगजनों को प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा देकर शिक्षित किया जा रहा है। इसके अलावा रोजगार प्रशिक्षण देकर दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहे है। दिव्यांग पेंशन के माध्यम से आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।

मंडल एवं जनपद स्तर पर दिव्यांगजनों के लिए कायर्क्रम आयोजित किये जा रहे है, जिससे वे अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे है। उक्त बातें रविवार को प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार)नरेन्द्र कश्यप ने कही।

दिव्यांगजन मंत्री एमफी थियेटर, डा राम मनोहर लोहिया पार्क, गोमतीनगर, लखनऊ में आयोजित पदयात्रा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर दिव्यांगजनो का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इण्टर कालेज की बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत(झूम-झूमों रे सखी री)गाकर स्वागत किया गया तथा स्टेज परफार्मेन्स में राजकीय संकेत विद्यालय के बालकों द्वारा मां तुझे सलाम गीत पर डान्स किया गया, स्वैच्छिक संस्था स्टडी हॉल के दिव्यांग बच्चों द्वारा गीत (के सरा-सरा) गाया गया, परवरिश स्कूल के ऑटिज्म दिव्यांगता से ग्रसित बच्चों द्वारा गीत गाया गया तथा बचपन डे केयर सेन्टर के दिव्यांग बच्चों द्वारा योग का प्रस्तुतीकरण किया गया।

मंत्री कश्यप ने पदयात्रा (वॉकथान) का शुभारम्भ फ्लैग ऑफ कर किया तत्पश्चात 21 प्रकार की दिव्यांगता से ग्रसित दिव्यांगजन एवं उनके साथ सहयोगी पदयात्रा में शामिल हुए। कार्यक्रम में कुल 27 विद्यालय व स्वैच्छिक संस्थाओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। इस प्रकार लगभग 600 से अधिक व्यक्तियों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया।

समावेशी प्रदेश उत्तर प्रदेश पदयात्रा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम दिव्यांगता के क्षेत्र में जनपद लखनऊ में कार्यरत स्वैच्छिक संस्थाओं, शिक्षण संस्थाओं, समाजसेवी कार्यकर्ताओं, दिव्यांगजन के सहयोग एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग के समन्वय द्वारा समावेशी परिकल्पना से युक्त (समावेशी प्रदेश उत्तर प्रदेश) थीम पर समावेशी परिकल्पना को धरातल पर साकार करने एवं समाज को एक संदेश देने के उद्देश्य से सभी प्रकार के दिव्यांगजनों को लेकर वाकॅथान एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण सुभाष चन्द्र शर्मा सहित विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।

फ्रेसर्स पार्टी में छात्र छात्राओं ने खूब मस्ती की

लखनऊ- गोसाईगंज में स्थित श्री शारदा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस फ्रेसर्स पार्टी में छात्र-छात्राओं ने खूब धूम मचाई। कई छात्र छात्राओं को पार्टी में सम्मानित भी किया गया।

गत वर्षो की तरह इस वर्ष भी संस्थान ने अपने नए छात्र छात्राओं का स्वागत फ्रेसर्स पार्टी के भव्य आयोजन से किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव विधानसभा प्रदीप कुमार दूबे तथा विशेष अतिथि स्टेट इन्फार्मेशन कमिश्नर किरन बाला व डिप्टी कमिश्नर जीएसटी कृपाल अग्निहोत्री रहे।

कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि ने दीप जला कर किया। उनके साथ संस्थान के वाईस चेयरमैन निर्मेश सिंह व डीन प्रोफेसर विवेक मिश्रा सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। मुख्यअतिथि ने अपने वक्तव्य से छात्रों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि यंग लोगों के साथ रहने से व्यक्ति यंग बना रहता है। इसके साथ ही उन्होने संस्थान के बारे मे अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा कि मै संस्थान के इंस्फ्रास्टक्चर से में बहुत प्रभावित हुआ, इसका श्रेय संस्थान के वाईस चेयरमैन निर्मेश सिंह व डीन प्रोफेसर विवेक मिश्रा को देता हूं। केक कटिेंग के साथ कार्यक्रम आगे बढा।

कार्यक्रम मे नव आगंतुक छात्र छात्राओं को सीनियर्स के साथ शानदार रैंप वॉक, एकल, युगल, समूह नृत्य जैसे विभिन्न प्रदर्शनों द्वारा अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिला। कार्यक्रम मे मिस्टर फ्रेसर्स व मिस फ्रेसर्स रौशन गुप्ता बीबीए व अदिति सिंह बीएससी बायो रहे। इसके साथ मिस गार्जियश खुशी यादव बीएससी बायो रही। मिस्टर हैंडसम निश्चल सिंह बीसीए व स्टार आफ द इवनिंग अंजली विश्वकर्मा बीए थे। इसके साथ हर क्लास के टापर्स को स्टार पर्फामर के अवार्ड से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालो में शुभम वर्मा, आस्था, वैशाली, श्रेया यादव, मुस्कान शर्मा, श्रेया सिंह, रिया गुप्ता, मुस्कान और अमरकांत शामिल रहे। छात्र छात्राओं द्धारा बनाया गया सेल्फी प्वाइंट आकषर्ण का केन्द्र रहा। समारोह में खेलों का भी आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का समापन डीन प्रोफेसर विवेक मिश्रा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। कार्यक्रम के अंत मे रॉक बैंड की प्रस्तुति के साथ छात्र छात्राओं ने खूब मस्ती की।

बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 सतत विकास लक्ष्य एवं राष्ट्र निर्माण” विषय पर सेमिनार का समापन

‌लखनऊ- बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय में 4 नवंबर को समाजशास्त्र विभाग की ओर से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, सतत विकास लक्ष्य एवं राष्ट्र निर्माण :‌ दृष्टिकोण, मुद्दे, चिंताएं एवं चुनौतियां ' विषय पर आयोजित द्वि - दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन हुआ। समापन सत्र के दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रसिद्ध भारतीय समाज वैज्ञानिक, राजनीतिक‌ विश्लेषक एवं जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र‌ विषय के पूर्व शिक्षक प्रो आनंद कुमार मौजूद रहें।

इसके अतिरिक्त मंच पर प्रो आईएस चौहान, समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो जया श्रीवास्तव, आयोजन सचिव प्रो मनीष कुमार वर्मा, डॉ अजय कुमार, डॉ ब्रजेश कुमार एवं डॉ प्रीति चौधरी मौजूद रहे। आयोजन सचिव एवं अन्य शिक्षकों द्वारा प्रो आनंद कुमार को पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर उनके प्रति विशेष सम्मान एवं आभार व्यक्त किया।

प्रो आनंद कुमार ने शिक्षा व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि भारत संभावनाओं का देश है जहां शिक्षा को बहुविषयी उद्देश्यों के साथ देखा जाता है लेकिन दुर्भाग्यवश आज यह जनतंत्र से धनतंत्र में बदलता जा रहा है। शिक्षा के मुख्य पांच लक्ष्य है, जिसमें व्यक्तित्व निर्माण, भविष्य निर्माण, नागरिक निर्माण, राष्ट्र निर्माण एवं मानव निर्माण शामिल हैं। शिक्षा के जरिये सभ्यता का पुनरोद्धार संभव है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी उद्देश्य के साथ सभी के समक्ष प्रस्तुत है।

प्रोफेसर आईएस चौहान ने सेमिनार के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय शिक्षा नीति 2020 शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने का प्रयास है लेकिन इसी के साथ ही यह कई चुनौतियां भी‌ हमारे सामने रखती है।

डॉ बृजेश कुमार द्वारा दो दिवसीय सेमिनार की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी I सेमिनार में पूरे भारत से 500 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया I समापन सत्र के दौरान विभिन्न शिक्षाविदों द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति : 2020 के संदर्भ में पैनल चर्चा की गई। पैनल चर्चा के दौरान प्रो० सुखांत चौधरी, प्रो श्वेता प्रसाद, प्रो तपन मोहंती, प्रो अजैल्यु निमानी, प्रो० रजनी बाला एवं प्रो माधव गोविन्द मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं देश भर से आये प्रतिभागी शामिल हुए।