औरंगाबाद: जिला पदाधिकारी, श्री श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जन संवाद कार्यक्रम का किया गया आयोजन

औरंगाबाद: दाउद नगर प्रखंड के ग्राम पंचायत- अंकोढा में जिला पदाधिकारी, श्री श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

इस अवसर पर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को जानकारी दी गई।

सर्वप्रथम जिला पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, उप विकास आयुक्त एवं अन्य वरीय पदाधिकारियों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित जनता को संबोधित करते हुए कई महत्वपुर्ण बातों को जनता के साथ साझा किया गया। साथ ही आम जनता द्वारा सरकार द्वारा क्रियान्वित किये जा रहे कल्याणकारी योजनाओं से किस प्रकार उन्हें लाभ पहुँच रहा है, इसके बारे में विस्तार से बताया गया।

जिला पदाधिकारी, औरंगाबाद द्वारा जनसंवाद कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बताते हुए सरकार के महत्वपुर्ण योजनाओं के संबंध में विस्तृत रूप से जानकारी जनता के समक्ष रखा गया। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत सरकार भवन के माध्यम से लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसका लाभ हमें लेना चाहिए। शिक्षा विभाग द्वारा बड़े पैमाने पर शिक्षकों की बहाली की गई है जिससे जिले की शिक्षा व्यवस्था में अपेक्षित सुधार होगा जिसका फायदा हम सभी को अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजने से मिलेगा। 

सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना संचालित की जा रही है जिसके तहत बालिकाओं के जन्म के उपरांत सरकार द्वारा 2000 रुपए का त्वरित लाभ दिया जाता है। इसके अतिरिक्त उम्र के हर पड़ाव पर इसका लाभ दिया जाता है। सरकार द्वारा नल जल निश्चय योजना एवं गली नाली निश्चय योजना क्रियान्वित की गई है जिसका रख रखाव हमें समुदाय के माध्यम से करना चाहिए। सरकार द्वारा जिला एवं अनुमंडल स्तर पर लोक शिकायत निवारण का प्रावधान किया गया है। कुशल युवा कार्यक्रम के तहत स्किल डेवलपमेंट सेंटर खोले गए हैं। जहां बच्चों को रोजगार परक प्रशिक्षण दिया जाता है।

 मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत छोटे छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला है। इसके तहत भी प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है। महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में काफी कार्य किए गए हैं। मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत 10 लाख रुपए तक के लोन लेने का प्रावधान है। इसके अलावा किसी भी आपदा यथा अगलगी/लू/डूबने की घटना/सर्पदंश इत्यादि के तहत आहत हुए लोगों के लिए त्वरित मुवाअजा देने का प्रावधान सरकार द्वारा किया गया है। 

उप विकास आयुक्त द्वारा ग्रामीण विकास विभाग द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में बताया गया। उप विकास आयुक्त द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान, स्वच्छ भारत मिशन, जल जीवन हरियाली अभियान एवं मनरेगा योजनाओं की उपलब्धि के बारे में लोगों को अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त बताया गया कि ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मुख्य मंत्री आवास सहायता योजना का संचालन किया जा रहा है। जिसके तहत कुल 60000 रुपए की सहायता राशि दी जा रही हैं, जिसका उपयोग पुराने अपूर्ण आवासों को पूर्ण करने में किया जा सकता है।

इस कार्यक्रम में आम जनता के समक्ष सरकार के लोक कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करने हेतु नुक्कड नाटक तथा विडीयो फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

इस कार्यक्रम में अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, माननीय जिला परिषद अध्यक्ष प्रमिला देवी, उप विकास आयुक्त अभयेंद्र मोहन सिंह, सिविल सर्जन रवि भूषण श्रीवास्तव, अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार, एएसडीओ प्रियब्रत रंजन, वरीय उप समाहर्ता कृष्णा कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, सीडीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, कार्यक्रम पदाधिकारी के अतिरिक्त जिलास्तर के कई वरीय पदाधिकारी के साथ प्रखंड स्तरीय सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जन प्रतिनिधिगण की भागीदारी रही।

औरंगाबाद में दो बार महसूस किए गए भूकंप के झटका

औरंगाबाद में शनिवार को रात 11 बजकर 32 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसके बाद करीब 12.04 बजे दो सेकंड के लिए भूकंप का दूसरा झटका महसूस किया गया। भूकंप का झटका अनुमानतः 8-10 सेकेंड के लिए महसूस किया गया। हालांकि अधिकांश लोगों को यह महसूस नही हुआ क्योकि वें उस वक्त सो चुके थे और नींद में थे।

जागे हुए लोगों ने महसूस किए भूकंप के झटके

ओबरा के खराटी निवासी एवं पंजाब नेशनल बैंक फेसर के मैनेजर अमित कुमार पाण्डेय एवं औरंगाबाद निवासी एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि वे जागे हुए थे और सोफे पर बैठकर मोबाइल देख रहे थे। इस वजह से भूकंप के झटके को उन्होने महसूस किया। कुछ देर के लिए घर का पंखा बंद रहने के बावजूद अचानक से हिलता-डुलता दिखा। झटका महसूस करने के बाद वें तत्काल घर से बाहर निकले। यह सोंचकर अपने संपर्क के लोगो को कॉल किया कि कही भूकंप का उन्हे वहम तो नही हो गया।

बात करने पर उनके साथियों ने भी भूकंप के झटकों को महसूस करने की बात स्वीकार की। इसके बाद वें सोने की तैयारी में लगे ही थे कि 12.04 पर लगभग दो सेकंड के लिए फिर से भूकंप का झटका महसूस किया। शहर के क्लब रोड निवासी आकाश कुमार एवं श्रीकृष्ण नगर निवासी औरंगाबाद जिला संवाददाता धीरेन्द्र पाण्डेय ने भी बताया कि उन्होने भी भूकंप के झटके महसूस किए। उस वक्त वे बेड पर थे। जबतक बेड से उतरते तबतक झटके बंद हो चुके थे। इन झटकों को उन्होने करीब 8-10 सेकंड तक महसूस किया।

इसके बाद वे सो गए। इस कारण वें दूसरे झटके के बारे में कुछ कह नही सकते।ओरा निवासी कुन्दन किशोर बताया कि ओरा में भी भूकम्प के झटके उन्होने महसूस किए। हालांकि जान माल की हानि नहीं हुई है। वही ओबरा के खुदवां के ओमप्रकाश शर्मा ने कहा कि एक पल के लिए लगा कि जैसे मुझ पर नींद हावी है। इसलिए सबकुछ हिलता लग रहा है। मगर फिर अनुभूति हुई कि यह भूकंप का झटका है। राजेश रंजन ने बताया कि मैने भी भूकंप का झटका महसूस किया।

कही कोई नुकसान नही

भूकंप के झटके से औरंगाबाद जिले के किसी भी हिस्से से किसी तरह के नुकसान की खबर नही है। जिले के किसी अन्य हिस्सों से भी भूकंप का झटका महसूस किये जाने की पुष्टि हुई है।

पार्टी की संकल्प यात्रा पर पहुंचे लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी,राज्य सरकार पर जमकर साधा निशाना

 लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी पार्टी की संकल्प यात्रा पर पहुंचे औरंगाबाद यहां उन्होने पार्टी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं की हौसला अफजाई की। उन्होंने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।

 कहा कि नीतीश सरकार हर मोर्चे पर फेल है। साथ ही बिहार में शिक्षक बहाली पर गंभीर आरोप तक लगाए। कहा कि संकल्प यात्रा के तहत पार्टी की पूरी टीम राज्य के सभी 40 जिलों का भ्रमण कर रही है। यात्रा के माध्यम से संगठन को मजबूत किया जा रहा है।

 इस कड़ी में आज 24वें जिले के रूप में औरंगाबाद के भ्रमण पर आए है। भ्रमण का उदेश्य संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करना है। कार्यक्रम में पार्टी के संसदीय बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद हुलास पांडेय ने कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया। कहा कि संगठन की मजबूती ही पार्टी की असली ताकत है।  

वहीं पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व विधानसभा चुनाव में ओबरा से पार्टी प्रत्याशी रहे डॉ. प्रकाश चंद्रा ने कहा कि लोजपा रामविलास दिन प्रतिदिन मजबूत होती जा रही है।

 कहा कि जिले में सभी जगह पार्टी के सभी प्रकोष्ठों का गठन कर दिया है। इसी का परिणाम है कि आज एलजेपीआर का औरंगाबाद जिले में सभी पार्टियों से अलग जनाधार दिख रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता एलजेपीआर के जिला संयोजक चंद्रभूषण कुमार सिंह उर्फ सोनू सिंह ने की। 

इस मौके पर अभिषेक सिंह युवा जिला अध्यक्ष ,महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रंजू वर्मा, कुसुम देवी ,निखिल सिंह, अंशु देवी ,और अन्य नेताओं ने भाग लिए

केके पाठक पहुंचे मदनपुर, प्रोजेक्ट हाई स्कूल और अनुग्रह उच्च विद्यालय का किया निरीक्षण, व्यवस्था में सुधार लाने का दिया निर्देश

  

औरंगाबाद बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के फ सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त है। यदि केके पाठक ओबरा के गौरी सोनवर्षा के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाते तो, जमीनी हकीकत से रूबरू होते लेकिन उनका इस तरह की स्कूलों का विजिट नही हुआ। यहां पर गौरी सोनवर्षा के स्कूल की चर्चा इस कारण की जा रही है क्योकि वहां के ग्रामीणों ने केके पाठक का ध्यान दिलाने के लिए उनके यहां आने की सूचना मिलने पर आने के दो-तीन दिन पहले ही स्कूल की बदहाली का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वीडियो में स्कूल में एक कुत्ता स्कूल के कमरे में आराम करता दिख रहा है जबकि भवनों की हालत जर्जर है। स्कूल में सिर्फ वर्ग 6 तक पढ़ाने वाले शिक्षक है।

 इसके उपर की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए स्कूल में टीचर्स नही है।मदनपुर में किया स्कूलों का निरीक्षण खैर इन हालातों के बीच यहां आने पर केके पाठक मदनपुर पहुंचे। पहले उन्होने वहां प्रोजेक्ट हाई स्कूल और अनुग्रह उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया।          

  

सबसे पहले उन्होंने प्रोजेक्ट जयप्रभा कन्या उच्च माध्यमिक में दौरा किया, जहां प्रवेश करते ही सबसे पहले विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से उन्होंने विद्यालय में छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने विद्यालय में लगे शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति बोर्ड को देखा और विद्यालय के सभी क्लासरूम में बारी-बारी जायजा लिया। छात्राओं से पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। प्रत्येक माह होने वाले परीक्षा से संबधित भी जानकारी ली।

इस दौरान छात्राओं ने कमरा और शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल उठाया जिसकी जल्द ही भरपाई करने का उन्होने आश्वासन दिया। फिर शौचालय का निरीक्षण किया जहां उससे संतुष्ट होकर प्रशंसा की। इसके बाद लैब का निरीक्षण किया, जहां लैब के शिक्षक अजीत कुमार केसरी और ईश्वरी कुमार से जानकारी ली।

 प्रत्येक दिन स्टूडेंट्स का दो लैब क्लास लेने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान एक कमरा को दरवाजा झूल रहा था जिसे बदलने और शौचालय वाले कमरे के तरफ रहे कचरे की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार मिश्र ने भी उन्हे कमरों की समस्या से अवगत कराया जिसका जल्द ही निर्माण करवाने का उन्होने आश्वासन दिया।  

इसके बाद वें पास के ही अनुग्रह प्लस टू उत्क्रमित विद्यालय पहुंचे, जहां प्रभारी प्रधान शिक्षक हेमलता सिंह ने अपर सचिव को शॉल देकर सम्मानित किया। इसके बाद केके पाठक ने हेमलता सिंह से बीपीएससी परीक्षा देने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि परीक्षा नहीं दी है। जब उन्होने कारण पूछा तो प्रधान शिक्षक ने कहा कि समय नहीं था। 

वही अन्य महिला शिक्षिकाओं से जब केके पाठक ने यही सवाल किया तो उन्होने कहा कि फॉर्म नहीं भर पाए थे।प्रधान शिक्षक से शायद केके पाठक को इस तरह के दो टूक जवाब की उम्मीद नही रही होगी। दरअसल प्रधान शिक्षक का दो टूक जवाब नंगी हकीकत है। स्कूल दस बजे से चार बजे तक चलने है। 

लिहाजा प्रधान को एक घंटे पहले स्कूल आना ही है। स्कूल आने के पहले उन्हे बच्चों के मध्याह्न भोजन के लिए नून, तेल, लकड़ी, सब्जी का इंतजाम करना है। इसके लिए स्कूल जाने के पहले दो घंटें तक बाजार करना है। ऐसे में प्रधान शिक्षक को अपनी दिनचर्या सुबह के करीब 7 बजे से ही शुरु करनी होगी।

 दस से चार बजे तक स्कूल कर कोई भी प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक शाम पांच बजे के क बाद ही घर पहुंचेगा। फिर अपने घर और अपने बाल बच्चे परिवार को देखने में रात के नौ-दस बज ही जाने है। इसके बाद शिक्षक सोने के बजाय जब बीपीएससी टीचर्स परीक्षा की तैयारी करते तो इससे उनकी दिनचर्या निःसंदेह प्रभावित होगी।

 लिहाजा प्रधान शिक्षक ने परीक्षा नही देने की बात कह दी तो इसके पीछे की सच्चाई स्वीकार करना चाहिए। प्रधान शिक्षक से बात करने के बाद केके पाठक ने स्कूल के लैब का भी निरीक्षण किया जहां की व्यवस्था से सतुंष्ट होकर तारीफ की। वही शौचालय देख पाइंप बदलने का निर्देश दिया।इसके बाद सभी क्लास रूम और स्मार्ट क्लास का बारी बारी से निरीक्षण किया और छात्रों से हिंदी की किताब पढ़वाई। छात्रों ने किताब पढ़कर सुनाया जिससे वें खुश हुए इसके बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से शिक्षकों की संख्या और छात्र छात्राओं की संख्या के बारे में पूछताछ की।

 प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि 53 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति है, जिसे और बढ़ाने का उन्होने निर्देश दिया और स्कूल नहीं आनेवाले स्टूडेंट्स का नाम काटने का निर्देश दिया। इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, मदनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन, डीपीओ सह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रवि कुमार रौशन, मुखिया हामिद अख्तर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। 

मदनपुर के स्कूलों की विजिट के बाद जब मीडियाकर्मियों से बात करनी चाही तो उन्होने सिर्फ इतना कहा कि वे मीडिया से दूर रहते है। इसके बाद केके पाठक औरंगाबाद आएं। यहां राजकीय अतिथिगृह में डीएम श्रीकांत शास्त्री, डीईओ संग्राम सिंह, डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ शाम होने तक बैठक की। 

बैठक के बाद जब मीडियाकर्मियो ने उनसे बात करनी चाही तो उन्होने कुछ भी नही कहा। चुपचाप अपनी गाड़ी में बैठे और प्रदेश की राजधानी पटना के लिए प्रस्थान कर गए।

अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन में ट्रेन से कूदा युवक, गंभीर हालत मे गया रेफर

औरंगाबाद: जिले के पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेलखंड के अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन में गुरुवार की शाम ट्रेन से कूदकर एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना पर पहुंची सोन नगर रेल पुलिस ने युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया।जहां उसकी स्थिति बेहद गंभीर देखते हुए चिकित्सक ने बेहतर इलाके लिए मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया है।

चिकित्सक ने बताया कि हादसे में युवक ने अपने दोनो पैर गवां चुके हैं।घायल युवक की पहचान कुटुबा थाना क्षेत्र के नहैया बिगहा गांव निवासी कृष्ण साव के पुत्र रंधीर कुमार के रूप में की गई है।

इलाज को लेकर आए रेल थाना के एसएचओ अश्विनी कुमार ने बताया कि रंधीर ने गया से समर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ा था।लेकिन औरंगाबाद में स्टॉपेज नही होने के कारण वह अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन पर कूद पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। और उसका दोनो पैर कट गया

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बिहार मे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती औरंगाबाद सदर अस्पताल की तस्वीर, देखकर और जानकर रह जाएंगे हैरान

औरंगाबाद : बिहार के डिप्टी सीएम व हेल्थ मिनिस्टर तेजस्वी जी यह तस्वीर देखिएं। इस तस्वीर को देखिएं। तस्वीर को देखकर आपको समझ में आ जाएंगा कि हेल्थ सिस्टम में सुधार के आपके प्रयासों को कैसे डॉक्टर्स पलीता लगा रहे है।

तस्वीर ही कह रही पूरी कहानी-

दरअसल यह तस्वीर बेहतर सेवा देने के मामले में आइएसओ सर्टिफिकेशन प्राप्त औरंगाबाद के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सदर अस्पताल की है। तस्वीर में साफ देख सकते है कि अस्पताल के आपरेशन थिएटर में दो महिलाएं ऑपरेशन टेबल पर लेटी हुई है। इनका बंध्याकरण ऑपरेशन किया जाना है। दिन भर ये प्री-ऑपरेशनल ट्रीटमेंट के दौर से गुजर चुकी है। दिन में इनका वह सब जांच किया जा चुका है, और वह सब दवाएं दी जा चुकी है, जो मरीज का किसी तरह का ऑपरेशन करने के लिए जरूरी होती है। तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन होना है। गुरुवार को देर शाम इन तीन महिलाओं में से दो को ऑपरेशन थिएटर में लाकर ऑपरेशन टेबल पर लाया जाता है। एक महिला को वेटिंग में ऑपरेशन थिएटर के बाहर रखा जाता है। ऑपरेशन थिएटर के अंदर ऑपरेशन टेबल पर लिटाई गई दोनों महिलाओं के शरीर पर ऑपरेशनल कपड़े डाल दिए जाते है। ऑपरेशन टेबल पर कैंची, छूरी और अन्य साजों सामान रख दिए जाते है। अब इन्हे बेहोश करने के बाद सिर्फ ऑपरेशन करने भर की देरी है। इस बीच लेडी डॉक्टर की ऑपरेशन थिएटर में एंट्री होती है। वें दोनों पेशेंट्स को देखती है। देखने के बाद अचानक से वह यह कह कर चल देती है कि वें ऑपरेशन नही करेगी। फिर परिजन हो हल्ला करने लगते है कि दिन भर अस्पताल में रखकर ऑपरेशन टेबल पर लिटाने के बाद ऑपरेशन नही करना गलत है। यह सब सुनने के बावजूद डॉक्टर नही रुकती है और वह अस्पताल से चली जाती है। 

मीडिया की एंट्री के बाद एक्शन में आया अस्पताल प्रबंधन-

इस मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों को मिलती है। सूचना पर कुछ मीडिया कर्मी सदर अस्पताल पहुंचते है। वें अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार और डीपीएम से बात करते है। उन्हे पूरा मामला बताया जाता है। पेशेंट्स के परिजनों के बताए अनुसार उन्हे बताया जाता है कि महिला डॉ. तीनों मरीजों का बंध्याकरण ऑपरेशन करने आई थी और बिना ऑपरेशन किए ही चली गई। यह जानकारी देने के बाद दोनों यह कहकर डॉक्टर का बचाव करते है कि महिला डॉ. की ऑपरेशन के लिए ड्यूटी नही लगी थी, वें रोस्टर देखकर ही बता सकते है कि किस डॉक्टर की ड्यूटी थी। यह भी कहा कि वें डॉक्टर को बुला रहे है। ऑपरेशन हो जाएगा। इसके कुछ देर बाद डॉक्टर आशुतोष आते है और ऑपरेशन करते है।

परिजनों का आरोप, कॉल आने पर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई डॉक्टर-

पेशेंट्स के परिजनों का आरोप है कि डॉ ऑपरेशन करने आई थी। इसी दौरान उन्हे एक कॉल आया। कॉल आने के बाद वें ऑपरेशन किए बगैर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई। एक मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने बताया कि वह अपनी बहन प्रियंका देवी का बंध्याकरण ऑपरेशन कराने सदर अस्पताल आए थे। देर शाम बहन को ऑपरेशन थिएटर में लाया गया। डॉ जब ऑपरेशन करने आई लेकिन एक कॉल आने के बाद वह चली गई। कहा कि डॉक्टर का शहर में ही अपना प्राईवेट हॉस्पिटल है और कॉल आने के बाद वें बिना ऑपरेशन किए ही चली गई।

बाद में इन तीन महिलाओं का हुआ बंध्याकरण ऑपरेशन-

मीडिया की पहल के बाद जिन तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया, उनमें बारूण थाना के धमनी गांव निवासी प्रवेश ठाकुर की पत्नी प्रियंका देवी, औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना के रेणु बिगहा निवासी विकास सिंह की पत्नी प्रीति देवी एवं कुटुम्बा थाना के नरेंद्रखाप निवासी हरिशंकर राम की पत्नी प्रियंका कुमारी शामिल है। 

आए दिन चर्चा में रहता है सदर अस्पताल-

औरंगाबाद सदर अस्पताल और इसके चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते है। इसे लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है। ऐसा ह मामला गुरुवार को देर शाम का रहा, जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीजों को छोड़कर भाग गई। इसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मीडिया को मिली। वही मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी। 

मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की जानकारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम को दी। इसके बाद डॉ. आशुतोष को बुलाया गया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन हुआ।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सदर अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर में मरीज को छोड़कर भागी महिला डॉक्टर

सदर अस्पताल के चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते हैं 

और इसको लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है।ऐसा ही एक मामला गुरुवार की देर शाम आया। जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक रिचा चौधरी ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीज को छोड़कर भाग गई।

जिसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को दी।

ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की सूचना पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक आशुतोष को बुलाया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन कराया।

औरंगाबाद गृहरक्षक के चिता का आग भी अभी ठंडा नहीं हुआ था, पुलिस ने 24 घण्टे में ही हत्यारा को किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के नबीनगर प्रखंड में बड़ेम ओपी क्षेत्र में माधे मोड़ रोड के पास मंगलवार को देर रात बालू के अवैध खनन के खिलाफ की जा रही छापेमारी के दौरान अवैध बालू लदे ट्रैक्टर द्वारा ङ्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान रामराज महतो को रौंद डालने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 

औरंगाबाद के एसडीपीओ मो. अमानुल्लाह खान ने बताया कि मामले में नबीनगर(बड़ेम) थाना में भादंवि की धारा 147, 149, 332, 333, 353, 379, 411, 307, 302, 120(बी) के तहत कांड सं.-420/23 दर्ज किया गया था। 

मामले में सात को नामजद बनाया गया था। प्राथमिकी के बाद नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं त्वरित अनुसंधान के लिए औरंगाबाद के सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया। 

विशेष अनुसंधान दल ने छापेमारी कर प्राथमिकी के 02 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों में बड़ेम ओपी के मझियांव निवासी राजू कुमार गुप्ता और कंकेर निवासी पंकज मेहता शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंचे लोगों को कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्रमंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंच लोगों कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे सामने आई पूर्ण शराब बंदी गजब की हकीकत, खुलेआम शराब के नशे धुत्त युवक घंटो करता रहा तमाशा

औरंगाबाद : शायद युवक को प्यार में धोखा मिला था। इसी कारण उसने गम गलत करने के लिए शराब पी ली। शराब पी तो पूरा ही टल्ली हो गया। इतना तक कि नशे में वह "आई लव यू, लव यू...." कहने लगा। 

यकीन नही हो रहा तो यह शराब बंदी वाले बिहार में औरंगाबाद की तस्वीर देखिए। पहले वह शहर का हृदय स्थल कहे जाने रमेश चौक पर हाई वोल्टेज ड्रामा कर रहा था। इसकी सूचना आसपास के लोगों ने औरंगाबाद नगर थाना को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस ने अल्कोहल टेस्ट कराने उसे सदर अस्पताल लाया। 

सदर अस्पताल में भी नशे में टल्ली युवक आई लव यू, यू ही कह रहा था। शायद इसी कारण पुलिस का दिल पसीज गया और पुलिस वाले उसे हिरासत से मुक्त कर सदर अस्पताल में ही छोड़ वापस टाउन थाना चले गए। 

हालांकि युवक के इस कारनामें ने पूर्ण शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी है। 

पुलिस द्वारा छोड़ कर चले जाने के बाद युवक सदर अस्पताल में नशा उतरने तक घंटों शोरगुल करता रहा। मौजूद लोगों, मरीजों और उनके परिजनों में काफी देर तक अफरा तफरी मची रही। 

हालांकि हॉस्पिटल में तैनात सिक्यूरिटी गार्डस् ने उसे नियंत्रित किया। जबकि टल्ली युवक किसी की बात सुनने और मानने को तैयार नही था। इसे लेकर मरीजो और परिजनों में कुछ घंटे तक खौफ की स्थिति बनी रही। बाद में नशा उतरने पर युवक ने अपनी राह पकड़ ली।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र