केके पाठक पहुंचे मदनपुर, प्रोजेक्ट हाई स्कूल और अनुग्रह उच्च विद्यालय का किया निरीक्षण, व्यवस्था में सुधार लाने का दिया निर्देश

  

औरंगाबाद बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के फ सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त है। यदि केके पाठक ओबरा के गौरी सोनवर्षा के उत्क्रमित उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जाते तो, जमीनी हकीकत से रूबरू होते लेकिन उनका इस तरह की स्कूलों का विजिट नही हुआ। यहां पर गौरी सोनवर्षा के स्कूल की चर्चा इस कारण की जा रही है क्योकि वहां के ग्रामीणों ने केके पाठक का ध्यान दिलाने के लिए उनके यहां आने की सूचना मिलने पर आने के दो-तीन दिन पहले ही स्कूल की बदहाली का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है। वीडियो में स्कूल में एक कुत्ता स्कूल के कमरे में आराम करता दिख रहा है जबकि भवनों की हालत जर्जर है। स्कूल में सिर्फ वर्ग 6 तक पढ़ाने वाले शिक्षक है।

 इसके उपर की 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई के लिए स्कूल में टीचर्स नही है।मदनपुर में किया स्कूलों का निरीक्षण खैर इन हालातों के बीच यहां आने पर केके पाठक मदनपुर पहुंचे। पहले उन्होने वहां प्रोजेक्ट हाई स्कूल और अनुग्रह उच्च विद्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान व्यवस्था में सुधार लाने का निर्देश दिया।          

  

सबसे पहले उन्होंने प्रोजेक्ट जयप्रभा कन्या उच्च माध्यमिक में दौरा किया, जहां प्रवेश करते ही सबसे पहले विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से उन्होंने विद्यालय में छात्र छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने विद्यालय में लगे शिक्षकों और छात्राओं की उपस्थिति बोर्ड को देखा और विद्यालय के सभी क्लासरूम में बारी-बारी जायजा लिया। छात्राओं से पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। प्रत्येक माह होने वाले परीक्षा से संबधित भी जानकारी ली।

इस दौरान छात्राओं ने कमरा और शिक्षकों की कमी को लेकर सवाल उठाया जिसकी जल्द ही भरपाई करने का उन्होने आश्वासन दिया। फिर शौचालय का निरीक्षण किया जहां उससे संतुष्ट होकर प्रशंसा की। इसके बाद लैब का निरीक्षण किया, जहां लैब के शिक्षक अजीत कुमार केसरी और ईश्वरी कुमार से जानकारी ली।

 प्रत्येक दिन स्टूडेंट्स का दो लैब क्लास लेने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान एक कमरा को दरवाजा झूल रहा था जिसे बदलने और शौचालय वाले कमरे के तरफ रहे कचरे की साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार मिश्र ने भी उन्हे कमरों की समस्या से अवगत कराया जिसका जल्द ही निर्माण करवाने का उन्होने आश्वासन दिया।  

इसके बाद वें पास के ही अनुग्रह प्लस टू उत्क्रमित विद्यालय पहुंचे, जहां प्रभारी प्रधान शिक्षक हेमलता सिंह ने अपर सचिव को शॉल देकर सम्मानित किया। इसके बाद केके पाठक ने हेमलता सिंह से बीपीएससी परीक्षा देने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि परीक्षा नहीं दी है। जब उन्होने कारण पूछा तो प्रधान शिक्षक ने कहा कि समय नहीं था। 

वही अन्य महिला शिक्षिकाओं से जब केके पाठक ने यही सवाल किया तो उन्होने कहा कि फॉर्म नहीं भर पाए थे।प्रधान शिक्षक से शायद केके पाठक को इस तरह के दो टूक जवाब की उम्मीद नही रही होगी। दरअसल प्रधान शिक्षक का दो टूक जवाब नंगी हकीकत है। स्कूल दस बजे से चार बजे तक चलने है। 

लिहाजा प्रधान को एक घंटे पहले स्कूल आना ही है। स्कूल आने के पहले उन्हे बच्चों के मध्याह्न भोजन के लिए नून, तेल, लकड़ी, सब्जी का इंतजाम करना है। इसके लिए स्कूल जाने के पहले दो घंटें तक बाजार करना है। ऐसे में प्रधान शिक्षक को अपनी दिनचर्या सुबह के करीब 7 बजे से ही शुरु करनी होगी।

 दस से चार बजे तक स्कूल कर कोई भी प्रधानाध्यापक या प्रधान शिक्षक शाम पांच बजे के क बाद ही घर पहुंचेगा। फिर अपने घर और अपने बाल बच्चे परिवार को देखने में रात के नौ-दस बज ही जाने है। इसके बाद शिक्षक सोने के बजाय जब बीपीएससी टीचर्स परीक्षा की तैयारी करते तो इससे उनकी दिनचर्या निःसंदेह प्रभावित होगी।

 लिहाजा प्रधान शिक्षक ने परीक्षा नही देने की बात कह दी तो इसके पीछे की सच्चाई स्वीकार करना चाहिए। प्रधान शिक्षक से बात करने के बाद केके पाठक ने स्कूल के लैब का भी निरीक्षण किया जहां की व्यवस्था से सतुंष्ट होकर तारीफ की। वही शौचालय देख पाइंप बदलने का निर्देश दिया।इसके बाद सभी क्लास रूम और स्मार्ट क्लास का बारी बारी से निरीक्षण किया और छात्रों से हिंदी की किताब पढ़वाई। छात्रों ने किताब पढ़कर सुनाया जिससे वें खुश हुए इसके बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से शिक्षकों की संख्या और छात्र छात्राओं की संख्या के बारे में पूछताछ की।

 प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि 53 प्रतिशत छात्र-छात्राओं की उपस्थिति है, जिसे और बढ़ाने का उन्होने निर्देश दिया और स्कूल नहीं आनेवाले स्टूडेंट्स का नाम काटने का निर्देश दिया। इस दौरान जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह, मदनपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमुद रंजन, डीपीओ सह प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रवि कुमार रौशन, मुखिया हामिद अख्तर सहित अन्य लोग मौजूद रहे। 

मदनपुर के स्कूलों की विजिट के बाद जब मीडियाकर्मियों से बात करनी चाही तो उन्होने सिर्फ इतना कहा कि वे मीडिया से दूर रहते है। इसके बाद केके पाठक औरंगाबाद आएं। यहां राजकीय अतिथिगृह में डीएम श्रीकांत शास्त्री, डीईओ संग्राम सिंह, डीपीओ स्थापना दयाशंकर सिंह एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ शाम होने तक बैठक की। 

बैठक के बाद जब मीडियाकर्मियो ने उनसे बात करनी चाही तो उन्होने कुछ भी नही कहा। चुपचाप अपनी गाड़ी में बैठे और प्रदेश की राजधानी पटना के लिए प्रस्थान कर गए।

अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन में ट्रेन से कूदा युवक, गंभीर हालत मे गया रेफर

औरंगाबाद: जिले के पंडित दिनदयाल उपाध्याय रेलखंड के अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन में गुरुवार की शाम ट्रेन से कूदकर एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। हादसे की सूचना पर पहुंची सोन नगर रेल पुलिस ने युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया।जहां उसकी स्थिति बेहद गंभीर देखते हुए चिकित्सक ने बेहतर इलाके लिए मगध मेडिकल कॉलेज गया रेफर कर दिया है।

चिकित्सक ने बताया कि हादसे में युवक ने अपने दोनो पैर गवां चुके हैं।घायल युवक की पहचान कुटुबा थाना क्षेत्र के नहैया बिगहा गांव निवासी कृष्ण साव के पुत्र रंधीर कुमार के रूप में की गई है।

इलाज को लेकर आए रेल थाना के एसएचओ अश्विनी कुमार ने बताया कि रंधीर ने गया से समर एक्सप्रेस ट्रेन पकड़ा था।लेकिन औरंगाबाद में स्टॉपेज नही होने के कारण वह अनुग्रह नारायण रोड स्टेशन के लूप लाइन पर कूद पड़ा और गंभीर रूप से घायल हो गया। और उसका दोनो पैर कट गया

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

बिहार मे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती औरंगाबाद सदर अस्पताल की तस्वीर, देखकर और जानकर रह जाएंगे हैरान

औरंगाबाद : बिहार के डिप्टी सीएम व हेल्थ मिनिस्टर तेजस्वी जी यह तस्वीर देखिएं। इस तस्वीर को देखिएं। तस्वीर को देखकर आपको समझ में आ जाएंगा कि हेल्थ सिस्टम में सुधार के आपके प्रयासों को कैसे डॉक्टर्स पलीता लगा रहे है।

तस्वीर ही कह रही पूरी कहानी-

दरअसल यह तस्वीर बेहतर सेवा देने के मामले में आइएसओ सर्टिफिकेशन प्राप्त औरंगाबाद के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सदर अस्पताल की है। तस्वीर में साफ देख सकते है कि अस्पताल के आपरेशन थिएटर में दो महिलाएं ऑपरेशन टेबल पर लेटी हुई है। इनका बंध्याकरण ऑपरेशन किया जाना है। दिन भर ये प्री-ऑपरेशनल ट्रीटमेंट के दौर से गुजर चुकी है। दिन में इनका वह सब जांच किया जा चुका है, और वह सब दवाएं दी जा चुकी है, जो मरीज का किसी तरह का ऑपरेशन करने के लिए जरूरी होती है। तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन होना है। गुरुवार को देर शाम इन तीन महिलाओं में से दो को ऑपरेशन थिएटर में लाकर ऑपरेशन टेबल पर लाया जाता है। एक महिला को वेटिंग में ऑपरेशन थिएटर के बाहर रखा जाता है। ऑपरेशन थिएटर के अंदर ऑपरेशन टेबल पर लिटाई गई दोनों महिलाओं के शरीर पर ऑपरेशनल कपड़े डाल दिए जाते है। ऑपरेशन टेबल पर कैंची, छूरी और अन्य साजों सामान रख दिए जाते है। अब इन्हे बेहोश करने के बाद सिर्फ ऑपरेशन करने भर की देरी है। इस बीच लेडी डॉक्टर की ऑपरेशन थिएटर में एंट्री होती है। वें दोनों पेशेंट्स को देखती है। देखने के बाद अचानक से वह यह कह कर चल देती है कि वें ऑपरेशन नही करेगी। फिर परिजन हो हल्ला करने लगते है कि दिन भर अस्पताल में रखकर ऑपरेशन टेबल पर लिटाने के बाद ऑपरेशन नही करना गलत है। यह सब सुनने के बावजूद डॉक्टर नही रुकती है और वह अस्पताल से चली जाती है। 

मीडिया की एंट्री के बाद एक्शन में आया अस्पताल प्रबंधन-

इस मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों को मिलती है। सूचना पर कुछ मीडिया कर्मी सदर अस्पताल पहुंचते है। वें अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार और डीपीएम से बात करते है। उन्हे पूरा मामला बताया जाता है। पेशेंट्स के परिजनों के बताए अनुसार उन्हे बताया जाता है कि महिला डॉ. तीनों मरीजों का बंध्याकरण ऑपरेशन करने आई थी और बिना ऑपरेशन किए ही चली गई। यह जानकारी देने के बाद दोनों यह कहकर डॉक्टर का बचाव करते है कि महिला डॉ. की ऑपरेशन के लिए ड्यूटी नही लगी थी, वें रोस्टर देखकर ही बता सकते है कि किस डॉक्टर की ड्यूटी थी। यह भी कहा कि वें डॉक्टर को बुला रहे है। ऑपरेशन हो जाएगा। इसके कुछ देर बाद डॉक्टर आशुतोष आते है और ऑपरेशन करते है।

परिजनों का आरोप, कॉल आने पर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई डॉक्टर-

पेशेंट्स के परिजनों का आरोप है कि डॉ ऑपरेशन करने आई थी। इसी दौरान उन्हे एक कॉल आया। कॉल आने के बाद वें ऑपरेशन किए बगैर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई। एक मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने बताया कि वह अपनी बहन प्रियंका देवी का बंध्याकरण ऑपरेशन कराने सदर अस्पताल आए थे। देर शाम बहन को ऑपरेशन थिएटर में लाया गया। डॉ जब ऑपरेशन करने आई लेकिन एक कॉल आने के बाद वह चली गई। कहा कि डॉक्टर का शहर में ही अपना प्राईवेट हॉस्पिटल है और कॉल आने के बाद वें बिना ऑपरेशन किए ही चली गई।

बाद में इन तीन महिलाओं का हुआ बंध्याकरण ऑपरेशन-

मीडिया की पहल के बाद जिन तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया, उनमें बारूण थाना के धमनी गांव निवासी प्रवेश ठाकुर की पत्नी प्रियंका देवी, औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना के रेणु बिगहा निवासी विकास सिंह की पत्नी प्रीति देवी एवं कुटुम्बा थाना के नरेंद्रखाप निवासी हरिशंकर राम की पत्नी प्रियंका कुमारी शामिल है। 

आए दिन चर्चा में रहता है सदर अस्पताल-

औरंगाबाद सदर अस्पताल और इसके चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते है। इसे लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है। ऐसा ह मामला गुरुवार को देर शाम का रहा, जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीजों को छोड़कर भाग गई। इसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मीडिया को मिली। वही मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी। 

मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की जानकारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम को दी। इसके बाद डॉ. आशुतोष को बुलाया गया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन हुआ।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सदर अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर में मरीज को छोड़कर भागी महिला डॉक्टर

सदर अस्पताल के चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते हैं 

और इसको लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है।ऐसा ही एक मामला गुरुवार की देर शाम आया। जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक रिचा चौधरी ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीज को छोड़कर भाग गई।

जिसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को दी।

ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की सूचना पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक आशुतोष को बुलाया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन कराया।

औरंगाबाद गृहरक्षक के चिता का आग भी अभी ठंडा नहीं हुआ था, पुलिस ने 24 घण्टे में ही हत्यारा को किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के नबीनगर प्रखंड में बड़ेम ओपी क्षेत्र में माधे मोड़ रोड के पास मंगलवार को देर रात बालू के अवैध खनन के खिलाफ की जा रही छापेमारी के दौरान अवैध बालू लदे ट्रैक्टर द्वारा ङ्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान रामराज महतो को रौंद डालने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 

औरंगाबाद के एसडीपीओ मो. अमानुल्लाह खान ने बताया कि मामले में नबीनगर(बड़ेम) थाना में भादंवि की धारा 147, 149, 332, 333, 353, 379, 411, 307, 302, 120(बी) के तहत कांड सं.-420/23 दर्ज किया गया था। 

मामले में सात को नामजद बनाया गया था। प्राथमिकी के बाद नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं त्वरित अनुसंधान के लिए औरंगाबाद के सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया। 

विशेष अनुसंधान दल ने छापेमारी कर प्राथमिकी के 02 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों में बड़ेम ओपी के मझियांव निवासी राजू कुमार गुप्ता और कंकेर निवासी पंकज मेहता शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंचे लोगों को कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्रमंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंच लोगों कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे सामने आई पूर्ण शराब बंदी गजब की हकीकत, खुलेआम शराब के नशे धुत्त युवक घंटो करता रहा तमाशा

औरंगाबाद : शायद युवक को प्यार में धोखा मिला था। इसी कारण उसने गम गलत करने के लिए शराब पी ली। शराब पी तो पूरा ही टल्ली हो गया। इतना तक कि नशे में वह "आई लव यू, लव यू...." कहने लगा। 

यकीन नही हो रहा तो यह शराब बंदी वाले बिहार में औरंगाबाद की तस्वीर देखिए। पहले वह शहर का हृदय स्थल कहे जाने रमेश चौक पर हाई वोल्टेज ड्रामा कर रहा था। इसकी सूचना आसपास के लोगों ने औरंगाबाद नगर थाना को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस ने अल्कोहल टेस्ट कराने उसे सदर अस्पताल लाया। 

सदर अस्पताल में भी नशे में टल्ली युवक आई लव यू, यू ही कह रहा था। शायद इसी कारण पुलिस का दिल पसीज गया और पुलिस वाले उसे हिरासत से मुक्त कर सदर अस्पताल में ही छोड़ वापस टाउन थाना चले गए। 

हालांकि युवक के इस कारनामें ने पूर्ण शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी है। 

पुलिस द्वारा छोड़ कर चले जाने के बाद युवक सदर अस्पताल में नशा उतरने तक घंटों शोरगुल करता रहा। मौजूद लोगों, मरीजों और उनके परिजनों में काफी देर तक अफरा तफरी मची रही। 

हालांकि हॉस्पिटल में तैनात सिक्यूरिटी गार्डस् ने उसे नियंत्रित किया। जबकि टल्ली युवक किसी की बात सुनने और मानने को तैयार नही था। इसे लेकर मरीजो और परिजनों में कुछ घंटे तक खौफ की स्थिति बनी रही। बाद में नशा उतरने पर युवक ने अपनी राह पकड़ ली।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एसपी स्वपना गौतम मेश्राम यातायात थाना का किया उद्घाटन, मौके पर कही यह बात

औरंगाबाद - शहर के जसोईयां मोड़ के पास बुधवार से यातायात थाना काम करने लगा है। यातायात थाना का उद्धाटन पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने किया। इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(सदर) मो. अमानुल्लाह खान, नगर थानाध्यक्ष पंकज सैनी आदि मौजूद रहे। 

कार्यक्रम में एसपी ने कहा कि यातायात थाना खुलने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त होगी। यातायात नियमों का सही तरीके से पालन हो सकेगा। कहा कि बिहार सरकार द्वारा यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के उदेश्य से यातायात थाना का सृजन किया गया है। ट्रैफिक थाना के माध्यम से शहर की यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी। इसके लिए लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

कहा कि यातायात थाना स्थापित होने से औरंगाबाद के शहरी क्षेत्रों में बाईक पर बिना हेलमेट चलने, ट्रीपल लोडिंग, ओवरस्पीड, सीट बेल्ट, रोड़ सिंगनल तोड़ने, ओवरलोडिंग आदि पर प्रभावी नियंत्रण होगा। साथ ही औरंगाबाद के शहरी क्षेत्रों में बढ़ती जाम की समस्या से निपटने में काफी सहयोग मिलेगा। 

एसपी ने कहा कि यातायात थाना में पुलिस निरीक्षक सुचित कुमार को थानाध्यक्ष(यातायात) के पद पर पदस्थापित किया गया है। साथ ही सहयोग हेतु एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक, 09 पुरुष-महिला बल तथा 40 गृहरक्षक बल की प्रतिनियुक्ति गयी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

ट्रेनवां में माई जगह नखउ गे" कार्तिक छठ पर लेखक प्रभात बांधुल्य ने लिखी कविता

औरंगाबाद - बनारस वाला ईश्क फेम बिहार के मशहूर लेखक प्रभात बांधुल्य ने छठ पर के दौरान घर वापस आने वाले प्रवासी बिहारियों को ट्रेनों में यात्रा में होने वाली परेशानी पर एक मार्मिक कविता लिखी है।    

कविता की भूमिका में लेखक ने कहा है कि छठ के ऊपर मेरी कविता है। माई छठ की है लेकिन लड़का जो मजदूर है, वह ओवरटाइम कर ज्यादा कमाना चाहता है। इसलिए गांव नहीं आ पा रहा है। ट्रेन में टिकट नहीं है, जगह नहीं है।   

ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे-ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे

कइसे अइअउ माई टिकट नखउ गे।

कारखाना में छुट्टी तो दु दिन ला मिललउ 

ओवर टाइम के डबल पैसा इहो बतईलउ 

तो सोंचइत हिअउ माई इहई रहीअउ गे।

घरवा बनावे लागी पैसा जरूरी हउ

उहे लागी दिन रात लगल हीअउ माई। 

बाबूजी ला पैसा और तोहरा ला साड़ी 

ले के जाइत हउ मुनवा तरारी।

चिंता न करीहे इहां सब ठीक हउ गे

जल्दिये अबउ माई, जल्दिये अबउ गे। 

ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे

कइसे अइअउ माई टिकट नखउ गे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने किया सोन घाटों का दौरा, बालू माफिया पर कार्रवाई का सख्त निर्देश

बालू माफिया के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए जिले के एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बालू घाटों का दौरा किया है। घाटों का दौरा करते हुए एसपी ने कहा कि माफिया को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। वहीं मृत होम गार्ड के जवान के शव को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

ज्ञात हो कि मंगलवार की रात्रि अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश में एक होम गार्ड को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मृत होमगार्ड जवान रामराज महतो मदनपुर थाने के चिल्मी कोयरी बिगहा गांव के रहनेवाले थे।

इस सम्बंध में औरंगाबाद सदर एसडीपीओ मोहम्मद अमानुल्लाह खान ने बताया कि मंगलवार की रात्रि में बरेम ओपी में पदस्थापित एएसआई राजेश कुमार को कांकेर रोड में ट्रैक्टर से अवैध बालू ढुलाई की सूचना मिली थी। सूचना पर राजेश कुमार ने वाहन का पिछा किया। इसी बीच वो सहायता के लिए बड़ेम थाना के थानाध्यक्ष को सूचना दिया। इस बीच ट्रैक्टर एनटीपीसी थाना क्षेत्र में चला गया। बड़ेम थानाध्यक्ष ने एनटीपीसी थानाध्यक्ष से मदद मांगी। जिसके बाद एनटीपीसी थानाध्यक्ष ने अपनी गश्ती वाहन भेजा।

एनटीपीसी खैरा थाना के गश्ती पदाधिकारी अपने बल के साथ बड़ेम ओपी के पदाधिकारी राजेश कुमार के बताए अनुसार माधे गांव के रोड में ट्रैक्टर को आगे से घेरने का प्रयास किया।

घेरने के क्रम में ही क्रम में अवैध बालू लदा ट्रैक्टर गृह रक्षक रामराज महतो को कुचलकर फरार हो गया।

इस बीच होम गार्ड जवान रामराज महतो को साथ रहे पुलिस बल ने तत्काल एनटीपीसी अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। रामराज महतो मदनपुर थाने के चिल्मी कोयरी बिगहा गांव के रहनेवाले थे।

मृत होमगार्ड जवान के शव को औरंगाबाद पुलिस लाईन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान एसपी ने भी मरिक्त जवान को सलामी दी।

घटना के बाद जिले की एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने घटना स्थल का दौरा किया।

बडेम ओपी में हुई घटना के बाद पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तथा बालु घाट का निरीक्षण किया गया। इसमें घटना का त्वरित उद्भेदन और दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया। तथा अतिरिक्त संख्या में बल प्रतिनियुक्ति, रैंडम चेकिंग, प्रभावी गश्ती और सीमावर्ती क्षेत्रों के थानों के साथ संयुक्त कारवाई हेतु निर्देशित किया गया। लंबित खनन के कांडो में त्वरित गिरफ्तारी, लाइनर्स पर निरोधत्मक कारवाई हेतु निर्देशित किया गया।