बिहार मे स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती औरंगाबाद सदर अस्पताल की तस्वीर, देखकर और जानकर रह जाएंगे हैरान

औरंगाबाद : बिहार के डिप्टी सीएम व हेल्थ मिनिस्टर तेजस्वी जी यह तस्वीर देखिएं। इस तस्वीर को देखिएं। तस्वीर को देखकर आपको समझ में आ जाएंगा कि हेल्थ सिस्टम में सुधार के आपके प्रयासों को कैसे डॉक्टर्स पलीता लगा रहे है।

तस्वीर ही कह रही पूरी कहानी-

दरअसल यह तस्वीर बेहतर सेवा देने के मामले में आइएसओ सर्टिफिकेशन प्राप्त औरंगाबाद के सबसे बड़े सरकारी हॉस्पिटल सदर अस्पताल की है। तस्वीर में साफ देख सकते है कि अस्पताल के आपरेशन थिएटर में दो महिलाएं ऑपरेशन टेबल पर लेटी हुई है। इनका बंध्याकरण ऑपरेशन किया जाना है। दिन भर ये प्री-ऑपरेशनल ट्रीटमेंट के दौर से गुजर चुकी है। दिन में इनका वह सब जांच किया जा चुका है, और वह सब दवाएं दी जा चुकी है, जो मरीज का किसी तरह का ऑपरेशन करने के लिए जरूरी होती है। तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन होना है। गुरुवार को देर शाम इन तीन महिलाओं में से दो को ऑपरेशन थिएटर में लाकर ऑपरेशन टेबल पर लाया जाता है। एक महिला को वेटिंग में ऑपरेशन थिएटर के बाहर रखा जाता है। ऑपरेशन थिएटर के अंदर ऑपरेशन टेबल पर लिटाई गई दोनों महिलाओं के शरीर पर ऑपरेशनल कपड़े डाल दिए जाते है। ऑपरेशन टेबल पर कैंची, छूरी और अन्य साजों सामान रख दिए जाते है। अब इन्हे बेहोश करने के बाद सिर्फ ऑपरेशन करने भर की देरी है। इस बीच लेडी डॉक्टर की ऑपरेशन थिएटर में एंट्री होती है। वें दोनों पेशेंट्स को देखती है। देखने के बाद अचानक से वह यह कह कर चल देती है कि वें ऑपरेशन नही करेगी। फिर परिजन हो हल्ला करने लगते है कि दिन भर अस्पताल में रखकर ऑपरेशन टेबल पर लिटाने के बाद ऑपरेशन नही करना गलत है। यह सब सुनने के बावजूद डॉक्टर नही रुकती है और वह अस्पताल से चली जाती है। 

मीडिया की एंट्री के बाद एक्शन में आया अस्पताल प्रबंधन-

इस मामले की जानकारी मीडियाकर्मियों को मिलती है। सूचना पर कुछ मीडिया कर्मी सदर अस्पताल पहुंचते है। वें अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार और डीपीएम से बात करते है। उन्हे पूरा मामला बताया जाता है। पेशेंट्स के परिजनों के बताए अनुसार उन्हे बताया जाता है कि महिला डॉ. तीनों मरीजों का बंध्याकरण ऑपरेशन करने आई थी और बिना ऑपरेशन किए ही चली गई। यह जानकारी देने के बाद दोनों यह कहकर डॉक्टर का बचाव करते है कि महिला डॉ. की ऑपरेशन के लिए ड्यूटी नही लगी थी, वें रोस्टर देखकर ही बता सकते है कि किस डॉक्टर की ड्यूटी थी। यह भी कहा कि वें डॉक्टर को बुला रहे है। ऑपरेशन हो जाएगा। इसके कुछ देर बाद डॉक्टर आशुतोष आते है और ऑपरेशन करते है।

परिजनों का आरोप, कॉल आने पर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई डॉक्टर-

पेशेंट्स के परिजनों का आरोप है कि डॉ ऑपरेशन करने आई थी। इसी दौरान उन्हे एक कॉल आया। कॉल आने के बाद वें ऑपरेशन किए बगैर अपने प्राईवेट अस्पताल चली गई। एक मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने बताया कि वह अपनी बहन प्रियंका देवी का बंध्याकरण ऑपरेशन कराने सदर अस्पताल आए थे। देर शाम बहन को ऑपरेशन थिएटर में लाया गया। डॉ जब ऑपरेशन करने आई लेकिन एक कॉल आने के बाद वह चली गई। कहा कि डॉक्टर का शहर में ही अपना प्राईवेट हॉस्पिटल है और कॉल आने के बाद वें बिना ऑपरेशन किए ही चली गई।

बाद में इन तीन महिलाओं का हुआ बंध्याकरण ऑपरेशन-

मीडिया की पहल के बाद जिन तीन महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया, उनमें बारूण थाना के धमनी गांव निवासी प्रवेश ठाकुर की पत्नी प्रियंका देवी, औरंगाबाद मुफ्फसिल थाना के रेणु बिगहा निवासी विकास सिंह की पत्नी प्रीति देवी एवं कुटुम्बा थाना के नरेंद्रखाप निवासी हरिशंकर राम की पत्नी प्रियंका कुमारी शामिल है। 

आए दिन चर्चा में रहता है सदर अस्पताल-

औरंगाबाद सदर अस्पताल और इसके चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते है। इसे लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है। ऐसा ह मामला गुरुवार को देर शाम का रहा, जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीजों को छोड़कर भाग गई। इसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मीडिया को मिली। वही मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को इसकी जानकारी दी। 

मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की जानकारी अस्पताल उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम को दी। इसके बाद डॉ. आशुतोष को बुलाया गया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन हुआ।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सदर अस्पताल में ऑपरेशन थियेटर में मरीज को छोड़कर भागी महिला डॉक्टर

सदर अस्पताल के चिकित्सक लगातार अपनी गतिविधि एवं कार्यों को लेकर चर्चे में रहते हैं 

और इसको लेकर सदर अस्पताल हंगामे का गवाह बनता रहता है।ऐसा ही एक मामला गुरुवार की देर शाम आया। जहां सदर अस्पताल में पदस्थापित महिला चिकित्सक रिचा चौधरी ऑपरेशन थियेटर के बेड पर महिला मरीज को छोड़कर भाग गई।

जिसको लेकर परिजन परेशान हो उठे।इसकी सूचना मरीज के परिजन महावीर ठाकुर ने वरीय चिकित्सकों को दी।

ऑपरेशन बेड पर बंध्याकरण के लिए आई तीन महिलाओं को छोड़कर महिला चिकित्सक के भाग जाने की सूचना पर अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर सुनील कुमार एवं डीपीएम अनवर आलम सदर अस्पताल पहुंचे और चिकित्सक आशुतोष को बुलाया और तीनो महिलाओं का ऑपरेशन कराया।

औरंगाबाद गृहरक्षक के चिता का आग भी अभी ठंडा नहीं हुआ था, पुलिस ने 24 घण्टे में ही हत्यारा को किया गिरफ्तार

औरंगाबाद : जिले के नबीनगर प्रखंड में बड़ेम ओपी क्षेत्र में माधे मोड़ रोड के पास मंगलवार को देर रात बालू के अवैध खनन के खिलाफ की जा रही छापेमारी के दौरान अवैध बालू लदे ट्रैक्टर द्वारा ङ्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान रामराज महतो को रौंद डालने से हुई मौत के मामले में पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। 

औरंगाबाद के एसडीपीओ मो. अमानुल्लाह खान ने बताया कि मामले में नबीनगर(बड़ेम) थाना में भादंवि की धारा 147, 149, 332, 333, 353, 379, 411, 307, 302, 120(बी) के तहत कांड सं.-420/23 दर्ज किया गया था। 

मामले में सात को नामजद बनाया गया था। प्राथमिकी के बाद नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी एवं त्वरित अनुसंधान के लिए औरंगाबाद के सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया। 

विशेष अनुसंधान दल ने छापेमारी कर प्राथमिकी के 02 नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। शेष अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान जारी है। 

गिरफ्तार अभियुक्तों में बड़ेम ओपी के मझियांव निवासी राजू कुमार गुप्ता और कंकेर निवासी पंकज मेहता शामिल है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंचे लोगों को कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्रमंदिर में आपत्तिजनक सामग्री मिलने पर आक्रोशित हुए ग्रामीण, पुलिस मौके पर पहुंच लोगों कराया शांत

औरंगाबाद: आज सुबह जिले के हसपुरा थाना बाला बीघा गांव के एक मंदिर में आपत्तिजनक सामग्री रखा मिलने के बाद स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित हो उठे।

वहीं घटना की सूचना मिलते ही तत्काल थाना से बल एवं पदाधिकारी साथ अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी दाउदनगर घटनास्थल पर पहुंचे तथा आपत्तिजनक सामग्री को हटाते हुए मामले को शांत कराया।

आगे जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद भी घटनास्थल पर आए और इनकी अध्यक्षता में थाना पर शांति समिति की बैठक की गई। 

डीएम ने कहा कि मामले का FIR दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है। अनुसंधान में दोषी पाए गए लोगों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कारवाई की जाएगी।

वर्तमान में स्थिति शांतिपूर्ण है तथा बल और मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति की गई है। कृपया किसी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे सामने आई पूर्ण शराब बंदी गजब की हकीकत, खुलेआम शराब के नशे धुत्त युवक घंटो करता रहा तमाशा

औरंगाबाद : शायद युवक को प्यार में धोखा मिला था। इसी कारण उसने गम गलत करने के लिए शराब पी ली। शराब पी तो पूरा ही टल्ली हो गया। इतना तक कि नशे में वह "आई लव यू, लव यू...." कहने लगा। 

यकीन नही हो रहा तो यह शराब बंदी वाले बिहार में औरंगाबाद की तस्वीर देखिए। पहले वह शहर का हृदय स्थल कहे जाने रमेश चौक पर हाई वोल्टेज ड्रामा कर रहा था। इसकी सूचना आसपास के लोगों ने औरंगाबाद नगर थाना को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इसके बाद पुलिस ने अल्कोहल टेस्ट कराने उसे सदर अस्पताल लाया। 

सदर अस्पताल में भी नशे में टल्ली युवक आई लव यू, यू ही कह रहा था। शायद इसी कारण पुलिस का दिल पसीज गया और पुलिस वाले उसे हिरासत से मुक्त कर सदर अस्पताल में ही छोड़ वापस टाउन थाना चले गए। 

हालांकि युवक के इस कारनामें ने पूर्ण शराबबंदी की पोल खोल कर रख दी है। 

पुलिस द्वारा छोड़ कर चले जाने के बाद युवक सदर अस्पताल में नशा उतरने तक घंटों शोरगुल करता रहा। मौजूद लोगों, मरीजों और उनके परिजनों में काफी देर तक अफरा तफरी मची रही। 

हालांकि हॉस्पिटल में तैनात सिक्यूरिटी गार्डस् ने उसे नियंत्रित किया। जबकि टल्ली युवक किसी की बात सुनने और मानने को तैयार नही था। इसे लेकर मरीजो और परिजनों में कुछ घंटे तक खौफ की स्थिति बनी रही। बाद में नशा उतरने पर युवक ने अपनी राह पकड़ ली।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एसपी स्वपना गौतम मेश्राम यातायात थाना का किया उद्घाटन, मौके पर कही यह बात

औरंगाबाद - शहर के जसोईयां मोड़ के पास बुधवार से यातायात थाना काम करने लगा है। यातायात थाना का उद्धाटन पुलिस अधीक्षक स्वपना गौतम मेश्राम ने किया। इस मौके पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी(सदर) मो. अमानुल्लाह खान, नगर थानाध्यक्ष पंकज सैनी आदि मौजूद रहे। 

कार्यक्रम में एसपी ने कहा कि यातायात थाना खुलने से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त होगी। यातायात नियमों का सही तरीके से पालन हो सकेगा। कहा कि बिहार सरकार द्वारा यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित करने के उदेश्य से यातायात थाना का सृजन किया गया है। ट्रैफिक थाना के माध्यम से शहर की यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी। इसके लिए लोगों को यातायात नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

कहा कि यातायात थाना स्थापित होने से औरंगाबाद के शहरी क्षेत्रों में बाईक पर बिना हेलमेट चलने, ट्रीपल लोडिंग, ओवरस्पीड, सीट बेल्ट, रोड़ सिंगनल तोड़ने, ओवरलोडिंग आदि पर प्रभावी नियंत्रण होगा। साथ ही औरंगाबाद के शहरी क्षेत्रों में बढ़ती जाम की समस्या से निपटने में काफी सहयोग मिलेगा। 

एसपी ने कहा कि यातायात थाना में पुलिस निरीक्षक सुचित कुमार को थानाध्यक्ष(यातायात) के पद पर पदस्थापित किया गया है। साथ ही सहयोग हेतु एक पुलिस सहायक अवर निरीक्षक, 09 पुरुष-महिला बल तथा 40 गृहरक्षक बल की प्रतिनियुक्ति गयी है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

ट्रेनवां में माई जगह नखउ गे" कार्तिक छठ पर लेखक प्रभात बांधुल्य ने लिखी कविता

औरंगाबाद - बनारस वाला ईश्क फेम बिहार के मशहूर लेखक प्रभात बांधुल्य ने छठ पर के दौरान घर वापस आने वाले प्रवासी बिहारियों को ट्रेनों में यात्रा में होने वाली परेशानी पर एक मार्मिक कविता लिखी है।    

कविता की भूमिका में लेखक ने कहा है कि छठ के ऊपर मेरी कविता है। माई छठ की है लेकिन लड़का जो मजदूर है, वह ओवरटाइम कर ज्यादा कमाना चाहता है। इसलिए गांव नहीं आ पा रहा है। ट्रेन में टिकट नहीं है, जगह नहीं है।   

ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे-ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे

कइसे अइअउ माई टिकट नखउ गे।

कारखाना में छुट्टी तो दु दिन ला मिललउ 

ओवर टाइम के डबल पैसा इहो बतईलउ 

तो सोंचइत हिअउ माई इहई रहीअउ गे।

घरवा बनावे लागी पैसा जरूरी हउ

उहे लागी दिन रात लगल हीअउ माई। 

बाबूजी ला पैसा और तोहरा ला साड़ी 

ले के जाइत हउ मुनवा तरारी।

चिंता न करीहे इहां सब ठीक हउ गे

जल्दिये अबउ माई, जल्दिये अबउ गे। 

ट्रैनवा में माई जगह नखउ गे

कइसे अइअउ माई टिकट नखउ गे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने किया सोन घाटों का दौरा, बालू माफिया पर कार्रवाई का सख्त निर्देश

बालू माफिया के बढ़ते प्रभाव को कम करने के लिए जिले के एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने बालू घाटों का दौरा किया है। घाटों का दौरा करते हुए एसपी ने कहा कि माफिया को नेस्तनाबूद कर दिया जाएगा। वहीं मृत होम गार्ड के जवान के शव को पुलिस लाइन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

ज्ञात हो कि मंगलवार की रात्रि अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश में एक होम गार्ड को अपनी जान गंवानी पड़ी है। मृत होमगार्ड जवान रामराज महतो मदनपुर थाने के चिल्मी कोयरी बिगहा गांव के रहनेवाले थे।

इस सम्बंध में औरंगाबाद सदर एसडीपीओ मोहम्मद अमानुल्लाह खान ने बताया कि मंगलवार की रात्रि में बरेम ओपी में पदस्थापित एएसआई राजेश कुमार को कांकेर रोड में ट्रैक्टर से अवैध बालू ढुलाई की सूचना मिली थी। सूचना पर राजेश कुमार ने वाहन का पिछा किया। इसी बीच वो सहायता के लिए बड़ेम थाना के थानाध्यक्ष को सूचना दिया। इस बीच ट्रैक्टर एनटीपीसी थाना क्षेत्र में चला गया। बड़ेम थानाध्यक्ष ने एनटीपीसी थानाध्यक्ष से मदद मांगी। जिसके बाद एनटीपीसी थानाध्यक्ष ने अपनी गश्ती वाहन भेजा।

एनटीपीसी खैरा थाना के गश्ती पदाधिकारी अपने बल के साथ बड़ेम ओपी के पदाधिकारी राजेश कुमार के बताए अनुसार माधे गांव के रोड में ट्रैक्टर को आगे से घेरने का प्रयास किया।

घेरने के क्रम में ही क्रम में अवैध बालू लदा ट्रैक्टर गृह रक्षक रामराज महतो को कुचलकर फरार हो गया।

इस बीच होम गार्ड जवान रामराज महतो को साथ रहे पुलिस बल ने तत्काल एनटीपीसी अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया गया। रामराज महतो मदनपुर थाने के चिल्मी कोयरी बिगहा गांव के रहनेवाले थे।

मृत होमगार्ड जवान के शव को औरंगाबाद पुलिस लाईन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान एसपी ने भी मरिक्त जवान को सलामी दी।

घटना के बाद जिले की एसपी स्वप्ना गौतम मेश्राम ने घटना स्थल का दौरा किया।

बडेम ओपी में हुई घटना के बाद पुलिस अधीक्षक औरंगाबाद द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया तथा बालु घाट का निरीक्षण किया गया। इसमें घटना का त्वरित उद्भेदन और दोषियों की त्वरित गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया। तथा अतिरिक्त संख्या में बल प्रतिनियुक्ति, रैंडम चेकिंग, प्रभावी गश्ती और सीमावर्ती क्षेत्रों के थानों के साथ संयुक्त कारवाई हेतु निर्देशित किया गया। लंबित खनन के कांडो में त्वरित गिरफ्तारी, लाइनर्स पर निरोधत्मक कारवाई हेतु निर्देशित किया गया।

औरंगाबाद में बेलगाम बालू माफिया दिखा गुंडाराज : बड़ेम ओपी के गृहरक्षक को जानबूझकर रौंदा, हुई मौत

औरंगाबाद : जिले में बालू माफियाओं के हौसले इन दिनों काफी बुलंद है। आए दिन पुलिस पर हमला बालू माफियाओं के द्वारा किया जा रहा है और पुलिस हांथ मलती रह जा रही है। ट्रैक्टर तो जरूर पकड़ में आ जा रही है मगर बालू माफिया नही पकड़े जा रहे। अगर ईमानदारी से पुलिस कारवाई करती तो निश्चित ही कारोबारी पुलिस के गिरफ्त में होते। 

ऐसा ही एक मामला फिर से सामने आया है। मंगलवार की देर रात बालू के अवैध कारोबार से जुड़े ट्रैक्टर ने बड़ेम थाने के गृह रक्षक को टक्कर मारते हुए भाग निकला। हादसे के बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। गृह रक्षक की पहचान रामराज महतो के रूप में हुई है। रामराज महतो मदनपुर थाने के चिल्मी कोयरी बिगहा गांव के रहनेवाले थे।

इस बारे में जब एसडीपीओ मोहम्मद अमानुल्लाह खान से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कल देर रात बड़ेम थाने के पुलिस अवर निरीक्षक राजेश कुमार को कंकेर रोड में एक स्वराज ट्रैक्टर पर लदा अवैध बालू लेकर जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। जिसका वह पीछा करने लगे तथा थाना अध्यक्ष बड़ेम को सूचना देकर सहायता के लिए एनटीपीसी की गस्ती गाड़ी को भेजने का अनुरोध किया। बड़ेम थाने द्वारा एनटीपीसी थाना अध्यक्ष से गस्ती को भेजने के लिए अनुरोध किया गया। 

तत्पश्चात थाना अध्यक्ष एनटीपीसी अपनी गस्ती गाड़ी को रात्रि में ही भेज दिए। जिसमें गस्ती पदाधिकारी अपने बल के साथ बड़ेम थाने के पदाधिकारी राजेश कुमार के बताए अनुसार आगे से ट्रैक्टर को घेरने का प्रयास किया। उसी क्रम में एक बालू लदा स्वराज ट्रैक्टर को रुकवा रहे गृह रक्षक रामराज महतो को जानबूझकर धक्का मारते हुए भाग निकला। गृह रक्षक रामराज महतो के साथ रहे पुलिस बल के द्वारा तत्काल एनटीपीसी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

एसडीपीओ ने बताया कि भागे हुए ट्रैक्टर एवं सम्मिलित व्यक्तियों के खिलाफ गिरफ्तारी के लिए सोन दियारा क्षेत्र में रात्रि से ही पुलिस बल के द्वारा छापेमारी की जा रही है। जल्द ही इस व्यवसाय में जो शामिल है उन्हे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सांसद सुशील सिंह को खरी-खोटी सुनाने वाले स्वामी रंगनाथ आचार्य ने दी सफाई, बताया यह वजह

औरंगाबाद : पिछले दिनों स्वामी रंगनाथ आचार्य से आशीर्वाद लेने गए स्थानीय सांसद सुशील कुमार सिंह को आचार्य ने खूब-खरी-खोटी सुनाई थी। जिसपर बीजेपी के कई नेताओं द्वारा कड़ी आपत्ति जताई गई। मामला तूल पकड़ने के बाद आज कैमरे पर आकर आचार्य ने अपनी सफाई दी। 

उन्होंने कहा कि मैं 4 महीने के अनुष्ठान में था और मेरे ऊपर आत्मघाती हमला हुआ था। उसके बाद अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है और नहीं प्रशासनिक स्तर पर ही कोई कार्रवाई हुई है। मैं सिर्फ सांसद से यह पूछना चाहता था कि अब तुम क्यों आया है? 4 महीने से मैं तुम्हारे क्षेत्र में हूं और तुम नहीं आया तो आज तुम पूर्णाहुति के दिन क्यों आया। सिर्फ और सिर्फ पब्लिसिटी बटोरने के लिए तुम आया है? फिर मैंने पूछा कि आप कौन हो तो सांसद बोला कि हम हिंदू हैं। तो मैंने पूछा कि हिंदू का क्या चिन्ह है तुम्हारे पास। वह भी सांसद के पास नहीं था। 

आचार्य ने कहा कि यह लोग जनता को बरगलाने वाले लोग हैं और पब्लिसिटी लेने वाले लोग हैं। यदि बिहार में हिंदुत्व पर कोई काम करने वाला होता तो आज बिहार में नीतीश की सरकार नहीं होती। यह सब हिंदू को बरगलाने वाले लोग हैं और कहीं ना कहीं यह हिंदुत्व के नाम पर छलावा करने वाले लोग हैं। इस बात का मुझे क्रोध था और इसी क्रोध का उपज में मेरी वाणी थी जो निकल पड़ी। 

उन्होंने संत की परिभाषा बताते हुए कहा कि संत वृगु को कोई जानता है भृगु ने भगवान नारायण के छाती पर लात मारा था। संत वही है जो अन्याय को सहन न करें और न्याय के विषय में अपनी आवाज बंद ना करें वही संत कहलाता है। उन्होंने कहा कि मैं पूर्व में नवादा से एमपी का चुनाव भी लड़ा हूं और फिर मैं चुनाव लड़ूंगा।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र