औरंगाबाद: अस्पताल की लापरवाही उजागर, एक्सपाइरी ग्लूकोज की बोतल चढ़ाने से मरीज की मौत

औरंगाबाद: मॉडल सरकारी अस्पताल एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है जहां अस्पताल की लापरवाही उजागर की । मेल वार्ड में भर्ती मरीज 75 वर्षीय शिवकिंकर प्रसाद सिंह को एक्सपाइरी ग्लूकोज की बोतल चढ़ा दिया गया। जिससे मरीज की मौत हो गई। 

मृतक देव थाना के देव का निवासी था । सदर अस्पताल में लापरवाही का ये कोई पहला मामला नहीं है। अक्सर ऐसे लापरवाही अस्पताल से सामने आते रहे हैं। चाहे नवजात शिशु की मौत का हो या एंबुलेंस नहीं मिलने का, या फर्श पर मरीज का इलाज, इस बार तो हद ही हो गई मेल वार्ड में भर्ती मरीज को एक्सपायरी ग्लूकोज सितंबर 2023 की बोतल ही चढ़ा दी गई।परिजनों ने वार्ड में ड्यूटी नर्सो पर लापरवाही का आरोप लगाया हैं।

दरअसल, मरीज शिवकिंकर प्रसाद सिंह को लूज मोशन की शिकायत थी। जिसे परिजनों ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था इलाज करवाने आए मरीज को ग्लूकोज की एक्सपायरी डेट वाली बोलत चढ़ा दी गयी, लगभग 70 प्रतिशत ग्लूकोज मरीज को चढ़ा दी गयी जब मरीज के परिजनों ने देखा कि बोतल से ग्लूकोज़ रुक-रुक कर जा रहा है। तब उनकी नज़र बोटल के एक्सपायरी डेट पर पड़ी जो सितंबर 2023 में एक्सपायर हो चुका था।वही परिजन लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की मांग कर रहे है।

अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन ने बताया कि मरीज गैस पी में आया था और नर्स के द्वारा बिना देखे एक्सपायरी डेट वाली पानी चढ़ा दी गई जिसकी जांच की जा रही है उन्होंने बताया कि पानी की एक्सपायरी तिथि 30 सितंबर 2023 थी और आज उसे चढ़ाया गया था हालांकि चिकित्सक के अनुसार इस पानी से मरीज के स्वास्थ्य पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा होगा लेकिन लापरवाही बढ़ती गई है इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

 मामले को लेकर विपक्ष भी हमलावर हो गया और भाजपा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य अनिल कुमार सिंह ने कहा कि अंधेर नगरी चौपट राजा का एक और उदाहरण है। जब राजद का पहला 15 साल का शासन काल था। उस समय अस्पताल में कुत्ते सोते थे। यह सुनी हुई बात नहीं आंखों से देखा मैं बोल रहा हूं।

 वैसे उसके बाद अस्पताल में थोड़ा बहुत जरूर सुधार हुआ था। यह जो एक्सपायरी पानी अभी शुरुआत है इसके बाद सरकारी अस्पताल में लोग जाना छोड़ देंगे। डॉक्टर का जो अपहरण काल था उसके बाद अब रात में क्लीनिक जो बंद होने का पद्धति बिहार में चालू हुआ वापस अभी तक नहीं शुरू हुआ है। रात में कोई क्लिनिक नहीं खुला रहता है।यहां के लोगों को, बिहार के लोगों को राजद के शासन काल में एकदम सीरिया और पूर्व के अफगानिस्तान सा हालत होने वाला है। यह राक्षसी राज्य है। 

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए पर वह निर्लज है कभी इस्तीफा नहीं देंगे। बिहारवासी बेवसी की मौत मरने को मजबूर है। इसका यह ज्वलंत उदाहरण है।

वही इस बारे में जब सिविल सर्जन डॉक्टर रवि भूषण श्रीवास्तव से बात की गई तो उन्होंने अभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि आपसे ही यह जानकारी मिल रही है।

 एक्सपायरी सलाइन चढ़ाने की बात जब उनसे पूछा गया तो तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ऐसा संभव नहीं है लेकिन एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में यह बात आप मुझे बता रहे हैं तो मैं इसकी जांच करवा रहा हूं। जो भी दोषी इसमें होंगे उन पर निश्चित ही उचित कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह का महागठबंधन में शामिल होने का झूठा खबर प्रसारित, अब करेंगे कानूनी कार्रवाई

औरंगाबाद सांसद सुशील कुमार सिंह ने एक फेक चैनल के द्वारा महागठबंधन में शामिल होने का झूठा खबर प्रसारित किया गया है इसके संबंध में सांसद ने एक ब्यान जारी करते हुए कहा कि एक फेक चैनल के द्वारा मेरे विषय में एक फेक खबर चलाई जा रही है इस संबंध में मैं यह कहना चाहूंगा कि यह खबर बिल्कुल निराधार,असत्य बेबुनियाद और तथ्यहीन है

 इस खबर को चलाने वाले ने पत्रकारिता की मर्यादा को भी तार-तार किया है।अगर इस तरह की बात किसी ने उनको बताई भी थी तो सबसे पहले उनका यह कर्तव्य बनता था कि वह संबंधित व्यक्ति से इसके संबंध में तहकीकात करते और जानकारी लेते जो मुझसे नहीं किया गया और न पूछा गया

 इसीलिए मैं कह रहा हुँ कि यह खबर बिल्कुल ही निराधार और असत्य है 

दूसरी बात यह कहना चाहता हुँ कि जिस किसी व्यक्ति ने इस खबर को चलने और चालवाने के लिए व्यय भी किया होगा तो वह यह उनका मकसद पूरा नहीं होगा व्यर्थ जाएगा ऐसे तथ्यहीन खबरों की सर्वदा निन्दा होनी चाहिए और मैं इसका पूरी तरह से खंडन करता हुँ।

सर्विलांस यूनिट (आईएचआईपी) द्वारा दिए गए विषयक प्रशिक्षण

औरंगाबाद 27 अक्टूबर 2023

जिले के सभी आशा फैसिलिटेटर को समेकित स्वास्थ्य सूचना पोर्टल पर कार्य करने के लिए समझ विकसित करने हेतु सदर अस्पताल स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में जिला सर्विलांस यूनिट (आईडीएसपी) द्वारा एक प्रशिक्षण दिया जा रहा है. 

गुरुवार को प्रारंभ प्रशिक्षण का यह कार्यक्रम शनिवार को समाप्त होगा जिसके अंतर्गत बैचवार जिले के सभी प्रखंडों में कार्यरत आशा फैसिलिटेटर को प्रशिक्षण देने का कार्य पूरा किया जाएगा. 

प्रशिक्षण के पहले दिन उद्घाटन सत्र के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर रवि भूषण श्रीवास्तव द्वारा प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया गया कि सन 2004 में रोगों के नियंत्रण के उद्देश्य से एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) की शुरुआत हुई थी. जिसके अंतर्गत दिल्ली में एक केंद्रीय निगरानी इकाई (सीएसयू), सभी राज्य/केंद्र शासित प्रदेश मुख्यालयों पर राज्य निगरानी इकाइयां (एसएसयू) और देश के सभी जिलों में जिला निगरानी इकाइयां (डीएसयू) स्थापित की गई हैं. इन इकाइयों के द्वारा आबादी में रोगों के प्रसार एवं आउटब्रेक की पहचान के लिए एक डिजिटल प्लेटफॉर्म की स्थापना की गई है. इस डिजिटल प्लेटफॉर्म को नाम दिया गया है आईएचआईपी अर्थात इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉरमेशन प्लेटफार्म. यह एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम की अगली पीढ़ी का उच्च एवं परिष्कृत संस्करण है. इसके अंतर्गत डेटा विश्लेषण का कार्य किया जाता है. डेटा विश्लेषण के आधार पर आबादी में आउटब्रेक पहचान कर ली जाती है तथा रोकथाम के लिए तुरंत निरोधात्मक एवं उपचारात्मक कार्रवाई किए जाते हैं. 

विश्व व्यापी कोरोना महामारी का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि आबादी के जिस हिस्से में संक्रमण की सूचना मिल रही थी उसी के आधार पर तत्काल प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्य योजना बनाकर कार्य किया जा रहा था. इसके अनुप्रयोग से न सिर्फ विश्व व्यापी महामारियों से बल्कि डायरिया, निमोनिया, संचारी- गैर संचारी रोगों पर भी नियंत्रण संभव है. यह बहुत ही उपयोगी विषय है.

इस आशय की जानकारी देते हुए जिला कार्यक्रम प्रबंधक मो. अनवर आलम द्वारा बताया गया कि रोगों के निगरानी के लिए जिले में जिला सर्वेलेंस यूनिट कार्यरत है. अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी इसके नोडल पदाधिकारी हैं तथा एक एपिडेमियोलॉजिस्ट राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत पदस्थापित हैं. आबादी में रोगों के आउटब्रेक की ससमय पहचान एक महत्वपूर्ण विषय है. इसके लिए आवश्यक है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर आबादी में बढ़ रहे किसी रोग की तत्काल पहचान कर ली जाए और जिस आबादी या भौगोलिक क्षेत्र में रोग फैल रही हो वहां स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निरोधात्मक कार्रवाई किया जा सके. आशा फैसिलिटेटरों के साथ-साथ चरणबद्ध तरीके से चिकित्सकों, स्टाफ नर्स/ एएनएम एवं को भी प्रशिक्षण देने का कार्य किया जाएगा. 

प्रशिक्षक के रूप में स्वयं कार्य कर रहे जिला एपिडेमियोलॉजी उपेंद्र कुमार चौबे द्वारा बताया गया कि पहले दिन सदर प्रखंड, गोह, देव एवं रफीगंज के आशा फैसिलिटेटर इस प्रशिक्षण के प्रतिभागी रहे. तीन दिनों में जिले के सभी आशा फैसिलिटेटरों को प्रशिक्षण देने का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा. साथ ही यह बताया गया कि प्रशिक्षण के उद्घाटन सत्र में सिविल सर्जन, डीपीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्यान्य वरीय पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे.

वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे का भूमि मुआवजा नोटिस लेने से किसानों ने मना किया

औरंगाबाद : भारतमाला परियोजना के अंतर्गत बन रहे वाराणसी-कोलकाता ग्रीनफिल्ड एक्सप्रेसवे के किसानों ने अब भू-अर्जन विभाग से लेकर नेशनल हाईवे के द्वारा भूमि मुआवजे की नोटिस विरतण पर कङा विरोध जताते हुए तेतरहट और तिवारीडिह गाँवों में भूमि मुआवजे का नोटिस लेने से साफ मना कर दिया। 

किसान संघर्ष समिति के जुझारू नेता सतीश कुमार सिंह ने मौके पर बताया कि भूअर्जन विभाग ने जो मुआवजा राशि भेजा है वो पुराने दर पर तय किया गया है। इतनी मुआवजे की राशि तो उन्हें 2013 में एनटीपीसी प्रोजेक्ट के लिए मिला था। 

आगे समिति महासचिव अमरेश दूबे ने यह पुछा कि क्या 2013 से लेकर 2023 के बीच कोई महंगाई नहीं बढ़ी है? यदि महंगाई बढ़ी है तो फिर किस आधार पर भू-अर्जन विभाग, बिहार सरकार 10 वर्ष बाद भी कुंभकर्ण के जैसा शयन अवस्था में है! मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण उपस्थित हो गएं और उन्होंने नेशनल हाईवे के कर्मचारियों के विरोध में अपनी मुखरता से बात रखी। 

ग्रामीणों के अनुसार जब भूमि का अर्जन भू-अर्जन विभाग ने किया है तो फिर नेशनल हाईवे की गाङी से नोटिस क्यों बाँटा जा रहा है? 

तेतरहट में मौके पर बङी संख्या में आसपास के पीङित किसानों ने भी अपना विरोध जताया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

झोलाछाप डॉक्टर की वजह से महिला की गई जान : बच्चेदानी का ऑपरेशन मे काटा गलत नश, बेहतर इलाज के लिए गया ले जाने के क्रम में हुई मौत

औरंगाबाद : जिले एकबार फिर झोलाछाप डॉक्टर से इलाज कराना एक महिला को महंगा पड़ गया और उसकी जान चली गई। दरअसल झोलाछाप डॉक्टर ने गलत तरीके से बच्चेदानी का ऑपरेशन कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्चेदानी का गलत नस कट जाने से स्थिति गंभीर होने पर बेहतर इलाज के लिए गया अस्पताल में ले जाने के क्रम में महिला ने दम तोड़ दिया और उसकी मौत हो गई। घटना मदनपुर प्रखंड मुख्यालय के समीप एन एच आई- 19 किनारे संचालित एक निजी क्लीनिक मुंडेश्वरी क्लिनिक की है। 

बताया जा रहा है कि महिला के बच्चेदानी का आपरेशन बुधवार को झोलाछाप डॉक्टर द्वारा किया गया था। मृतक महिला गया जिले के मंझौलिया गांव निवासी अनन्जय यादव की पत्नी 24 वर्षीया रिंकु देवी है। शव को मदनपुर थाना लाया गया। जहां थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया है। पोस्टमार्टम करा कर शव को परिजनों को सौंप दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रिंकु देवी के बच्चेदानी में किसी तरह की बीमारी थी। जिसको लेकर इलाज के लिए निजी मदनपुर के मुंडेश्वरी क्लिनिक में भर्ती कराया गया था। जहां झोलाछाप डॉक्टर मुंडेश्वरी क्लिनिक के संचालक डाक्टर पंकज कुमार यादव द्वारा बच्चेदानी का आपरेशन किया गया था। 

थाना अध्यक्ष शशि कुमार राणा ने बताया कि मुंडेश्वरी क्लिनिक के संचालक डाक्टर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। थाना के एस आई राधा रमण प्रताप सिंह, एस आई कन्हैया सिंह, एएस आई फारुक अंसारी, मंटु कुमार गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रहे हैं।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*28 को आयोजित होने वाले बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन सम्मेलन की तैयारी को अंतिम रूप देने को लेकर हुई बैठक

औरंगाबाद - बिहार श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के राज्य सम्मेलन की तैयारी को अंतिम चरण में है। इस सिलसिले में आज शाम औरंगाबाद के कर्मा रोड स्थित चित्रगुप्त सभागार में आयोजन समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई।बैठक के दौरान राज्य सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के आवासन,स्वागत,मंचीय व्यवस्था समेत विभिन्न जिम्मेवारी के निर्वहन तय किये गये। 

राज्य सम्मेलन के संयोजक कमल किशोर ने बताया कि यह सम्मेलन पहली बार औरंगाबाद जिला मुख्यालय में आगामी 28 अक्टूबर को नगर भवन में आयोजित किया जा रहा है जिसमें दिल्ली, पटना और राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल होंगे। 

उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में भाग लेने के लिए देश के कई नामी पत्रकारों ने अपनी सहमति दी है जिनमें जाने-माने वरिष्ठ पत्रकार चौथी दुनिया के पूर्व संपादक एवं पूर्व सांसद संतोष भारतीय, प्रेस इंफार्मेशन ब्यूरो के अपर महानिदेशक शैलेश कुमार मालवीय, प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के पूर्व सदस्य एस.एन.सिन्हा, सांसद सुशील कुमार सिंह, विधान पार्षद समीर कुमार सिंह, विधायक आनन्द शंकर, नवभारत टाइम्स, दैनिक जागरण में संपादकीय प्रभारी के रूप में कार्य कर चुके वरिष्ठ पत्रकार एवं वर्तमान में भारत सरकार के एमएसएमई निदेशक हरेंद्र प्रताप भी शामिल हैं। 

सम्मेलन में पटना - रांची से वरिष्ठ पत्रकार विनय कुमार , महेश कुमार सिंहा, कमलकांत सहाय, रवि उपाध्याय , निवेदिता झा, अमर मोहन प्रसाद, शिवेंद्र नारायण सिंह, सीटू तिवारी आदि भी भाग लेंगे। इस दौरान एक स्मारिका का भी लोकार्पण किया जाएगा। 

बैठक में संयोजक ने बताया कि इस सम्मेलन में पत्रकारों से जुड़े विभिन्न मसलों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी जिसमें समाचार संकलन के क्रम में दी जाने वाली सुविधाएं, पत्रकार पेंशन योजना, पत्रकार बीमा योजना, पत्रकार गृह ऋण योजना आदि पर भी चर्चा होगी, साथ ही सांगठनिक मजबूती को लेकर भी विमर्श होगा।

बैठक में वरीय पत्रकार रविन्द्र कुमार रवि,भूपेन्द्र सिंह, संजय सिन्हा,ओम प्रकाश सिंह विपुल,मनीष कुमार पवन,अभिनेष कुमार सिंह, अजय श्रीवास्तव , सुधीर कुमार सिन्हा, अरविन्द कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार दीपक,धीरेन्द्र पांडेय, यशवंत कुमार सिंह, मंटू कुमार ,मनोज कुमार सिंह, गणेश गुप्ता , मदन मोहन श्रीवास्तव, अटल बिहारी सिंह, इफ्तिखार हसन,आदित्य सिंह, प्रमोद सिंह, राज पाठक ,धीरज पांडेय आदि उपस्थित रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

कारा बाजार में मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए पथराव पुलिसकर्मी और दो ग्रामीण घायल, इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात

औरंगाबाद – जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के कारा बाजार में बुधवार की संध्या माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक समुदाय के द्वारा घर पर झंडा फहराने को लेकर विवाद में पथराव से थाना अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा, पुलिस पदाधिकारी लक्ष्मण पांडे सहित दो अन्य ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हो गए। जिसे मेडिकल की टीम के द्वारा कारा में ही इलाज किया गया। 

घटना के सूचना मिलते ही दलबल के साथ दाउदनगर एसडीओ मनोज कुमार, एसडीपीओ कुमार ऋषि राज, बीडीओ श्वेता प्रियदर्शी, नगर थानाध्यक्ष पंकज कुमार सैनी, खुदवां थाना अध्यक्ष कन्हैया कुमार के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचे। उसके पश्चात पुलिस प्रशासन के नेतृत्व में माँ दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन कराया गया। 

दुर्गा पूजा कमिटी का कहना था कि दोषी पर कार्रवाई होगा तभी मूर्ती विसजर्न किया जायगा। प्रशासन के द्वारा कमिटी के सदस्यों को समझा बुझा कर प्रतिमा का विसर्जन कराया गया। घटना के सुचना पर देर रात्रि औरंगाबाद एसपी सपना जी मेश्राम व डीएम श्रीकांत शास्त्री मौके पर पहुंचकर करीब दो घंटे तक स्थिति का जायजा लेते हुए लोगों को समझाया बुझाया। 

गुरुवार की सुबह आक्रोशित लोगों ने कारा बाजार को बंद कर दोषी के गिरफ्तारी को लेकर आक्रोश जताया। बाजार बंद के सुचना पर दाउदनगर एसडीपीओ कुमार ऋषि राज, एसडीओ मनोज कुमार, अपर एसडीओ प्रियव्रत रंजन, दाउदनगर नगर कार्यपालक अभियंता संजय उपाध्याय, बीडीओ श्वेता प्रियदर्शी, सर्किल इंस्पेक्टर पवन कुमार, थाना अध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा सहित भारी संख्या में पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचे। 

एडीओ व एसडीपीओ ने दुकानदारों से बात कर दुकान खोलने का आवाहन किया। आक्रोशित लोगों ने प्रशासन से  मांग किया कि दोषियों का अविलंब गिरफ्तारी हो। हम सभी लोग मां दुर्गा की शोभायात्रा शांतिपूर्वक ले जा रहे थे, लेकिन एकाएक रसूल बाग के महादलित टोला के समीप में जैसे ही शोभायात्रा पहुंचा वहां पर एक समुदाय के द्वारा पत्थर बाजी किया गया। आक्रोशित लोगों को कहना है कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी कर कार्रवाई नहीं होगी तब तक बाजार नहीं खुलेगा। अधिकारियों के आश्वासन के बाद काफी समझाने बुझाने के बाद लोगों ने दुकान को खोला। 

लोगों ने कहा है कि दिन गुरुवार तक सभी आरोपियों पर अगर पुलिस कार्रवाई नहीं करती है तो हम सभी लोग पुनः शुक्रवार से बाजार बंद रखेंगे। इसके बाद एसडीओ व एसडीपीओ ने आश्वासन दिया कि जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई सुनिश्चित किया जाएगा। किसी को बख्सा नहीं जाएगा। वहीं लोगों का आरोप है कि अगर प्रशासन सक्रिय रहती तो यह धटना नहीं होती। घटना को लेकर आसपास के लोगों में भी आक्रोश है। कड़ी मशक्कत के बाद कई शर्तों पर कार बाजार को करीब दो बजे खोला गया। 

इस संबंध में दाउदनगर एसडीओ एवं एसडीपीओ ने बताया है कि लोगों को समझा बूझा कर बाजार को खोला दिया गया है। थाना अध्यक्ष को त्वरित कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। दोषी जो भी होगा उस पर निश्चित ही की जाएगी। विधि व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से बाजार में पर्याप्त मात्रा में महिला तथा पुरुष पुलिस बल के प्रतिनियुक्ति की गई है। फिलहाल कारा बाजार पुलिस छावनी में तब्दील दिख रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद के पांडेयकर्मा गांव में संत रूपदेव स्वामी की 91वीं जयंती पर श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ किया गया आयोजित

 

इस दौरान बैकुंठवासी स्वामी रंग रामानुजाचार्य जी महाराज की जयंती को उत्सवपूर्ण माहौल में मनाया गया। कार्यक्रम में आचार्य ईश्वरी दयाल जी महाराज ने गुरुदेव के जीवन दर्शन की विस्तार से चर्चा की।

उन्होने कर्म और कर्तव्य पर महत्वपूर्ण चर्चा की। साथ ही, सभी भक्तों ने स्वामी जी की प्रतिमा का विधिवत पूजन किया। इस मौके पर संकीर्तन भी किया गया।

इस दौरान परमाचार्य द्वारा रचित पद्यों का गायन करते हुए श्री स्वामी जी महाराज की प्रतिमा का षोडशोपचार तरीके से विधिवत पूजन किया गया। माल्यार्पण के बाद सभी भक्तों ने श्रद्धा सुमन पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद बाजे गाजे के साथ भगवान नाम संकीर्तन करते हुए श्री स्वामी जी महाराज के दिव्य वाहन को पूरे गांव में नगर भ्रमण कराया गया।

नगर भ्रमण में समस्त क्षेत्रीय भक्तगणों ने विशेष रूप से भाग लिया। कार्यक्रम में ग्रामीणों की भी भारी भगीदारी रही। ग्रामीणों ने धार्मिक आयोजन का आनंद लिया। कार्यक्रम में सरयू पाण्डेय, त्रिवेणी पांडेय, रामा पांडेय, पूर्व मुखिया जितेन्द्र पांडेय, ओमप्रकाश पांडेय, हरे कृष्ण पांडेय विपिन पांडेय सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित थे।

सिथ्री के द्वारा पूजा पंडालों में महिलाओं से जुड़ी मुद्दों पर किया जा रहा हैं जागरूक

ओबरा प्रखण्ड के विभिन्न पूजा पंडालों में सेंटर फॉर कैटालाइजिंग चेंज सिथ्री के द्वारा एक अनोखी पहल, की जा रही है। दुर्गा पूजा के दौरान पूजा पंडाल में आए महिला श्रद्धालुओं को उनसे जुड़ी हर एक मुद्दे पर उन्हें जागरूक किया जा रहा है। नवरात्र के दौरान पूजा पंडाल में अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालिका शिक्षा,

लिंग आधारित भेदभाव जैसे मुद्दे पर भी लोगों के बीच जागरुकता फैलाया जा रहा है। पूजा पंडाल में पोस्टर, बैनर, अनाउंसमेंट के माध्यम से इन मुद्दों पर तथा मुद्दे से संबंधित सरकार के द्वारा जारी टोल फ्री नंबर के बारे में भी बताया जा रहा है। मां दुर्गा के पंडाल में कम उम्र में विवाह के दुष्परिणाम, बाल विवाह की रोकथाम, दहेज़ प्रथा निषेध, घरेलु हिंसा से मुक्ति, बालिका शिक्षा को प्रोत्साहन, महिलाओं की समाज में बराबरी विषयों पर शपथ भी लिया जा रहा है। इस दौरान रविवार को डिहरी पंचायत के सदीपुर डीहरी के पूजा पंडाल में मुखिया दिलीप कुमार के नेतृत्व में सिथ्री के सहयोग से चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम में 20 किशोरियों ने भाग लिया। चित्रकला प्रतियोगिता मे प्रथम निजू कुमारी, द्वितीय पुरस्कार खुशबू कुमारी, एवम् तृतीय पुरस्कार साधना कुमारी ने प्राप्त किया। संबोधित करते हुए सीथ्री के जिल समन्वयक कमलेश राज ने बताया की हमारे समाज में बहुत सारी कुरीतिया और भ्रम फैला हुआ है, जिसकी जानकारी हमारे युवा को होना जरूरी है।

समाज में फैली कुरीतियों के विषय में युवा को जानकारी रहेगा तो वो अपने समाज से लड़ कर उन्हें खत्म कर सकते है। मुखिया दिलीप कुमार ने सभी ग्रामीणों को बाल विवाह मुक्त पंचायत बनाने हेतु शपथ दिलाया।कार्यक्रम में सकारात्मक व्यवहार अपनाने के लिए हस्ताक्षर अभियान भी चलाया गया जिसमें सैकड़ों लोगों ने अपना-अपना हस्ताक्षर बनाया।

कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर प्रखण्ड क्षेत्र के सभी पूजा कमिटी के सदस्यों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों व युवाओं के द्वारा अपनी भागीदारी निभाई जा रही है। इस अवसर पर पहल प्लस परियोजना से जुड़ी वार्ड सदस्य गायत्री देवी, प्रखंड समन्वयक ब्रजकिशोर मंडल, नरेन्द्र कुमार, उज्जवला पूजा समिती के अध्यक्ष विवेकानंद कुमार, रितेश कुमार, सिद्धि कुमार, सहेंद्र कुमार, गोरख कुमार, शिक्षक दयानंद कुमार, लिलावती देवी सहित अन्य मौजुद रहे।

सदर अस्पताल के बेहद जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे पीड़ित मानवता का सेवक कहे जाने वाले मेडिकल ऑफिसर की संवेदनहीनता और बड़ी लापरवाही की हुई उजाग

औरंगाबाद के सबसे बड़े हॉस्पिटल सदर अस्पताल के बेहद जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे पीड़ित मानवता का सेवक कहे जाने वाले मेडिकल ऑफिसर की संवेदनहीनता और बड़ी लापरवाही उजागर हुई हैं।

 यह लापरवाही तब उजागर हुई जब राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-16 जीटी रोड पर औरंगाबाद नगर थाना क्षेत्र में बाइपास ओवरब्रिज के पास रविवार को देर शाम करीब 8 बजे दो तेज रफ्तार बाइक आमने-सामने से टकरा गए। टक्कर में दोनों बाइक पर सवार तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। तीनों के सिर में गंभीर चोटे आई। तीनों को आनन फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया। तीनों घायलों में एक युवक एक पत्रकार का छोटा भाई निकला। हादसे की सूचना मिलते ही पत्रकार शुभम् छोटे भाई के बेहतर इलाज के लिए रोते हुए दौड़ पड़े। इसी बीच औरंगाबाद के सांसद सुशील कुमार सिंह किसी कार्यक्रम में भाग लेने के लिए अपने आवास से निकले।

 आवास से थोड़ी दूरी पर उन्होने पत्रकार को रोते हुए दौड़ते देखा। यह देखकर सांसद ने अपनी गाड़ी पत्रकार के पास रूकवा कर पत्रकार से जानकारी ली। जानकारी के बाद सांसद ने सदर अस्पताल के सबसे जिम्मेवार उपाधीक्षक के पद पर बैठे मेडिकल ऑफिसर को कॉल किया। कॉल पिक नही होने पर भी सांसद ने उपाधीक्षक डॉ. सुनील कुमार को बीसियों बार कॉल किया लेकिन कॉल रिसीव नही हुआ। आखिरकार सांसद ने दुर्गा पूजा की भीड़ को देखते हुए अपनी गाड़ी रमेश चौक के पास पार्क कराई। गाड़ी से उतर कर सांसद पैदल ही तेज चाल में सदर अस्पताल के लिए चल दिए। चलते चलते ही सांसद ने सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीकस्तव को कॉल किया।

 कॉल पिक होते ही सांसद ने उन्हे सारी बात बताते हुए तत्काल बेहतर प्राथमिक उपचार और हेड इंज्यूरी होने के कारण हायर सेंटर रेफर कराने का प्रबंध करने को कहा। तबतक सांसद अस्पताल पहुंच चुके थे। सांसद के अस्पताल पहुंचने के पहले ही डॉ. उदय प्रकाश घायलों के उपचार में लग चुके थे। अस्पताल पहुंचते ही सांसद ने खुद के देखरेख में तीनों घायल युवकों का प्राथमिक उपचार कराया। इसके बाद तीनों को हायर सेंटर रेफर कराया। 

साथ ही हायर सेंटर्स के प्रमुखों को खुद कॉल कर घायलों के पहुंचते ही बेहतर इलाज का निर्देश दिया और घायलों के परिजनों का अपना मोबाइल नंबर दिया। कहा कि कहीं किसी तरह की परेशानी होगी तो आधी रात में भी सीधा मुझे कॉल करेंगे। सभी घायलों को रेफर कराने के बाद सांसद का धैर्य जवाब दे गया। इसके बाद उन्होंने अस्पताल के उपाधीक्षक से लेकर सिस्टम तक पर भड़ास निकाली।

 कहा कि जैसे राज्य सरकार का सारा सिस्टम फेल है, वैसे ही यहां सदर अस्पताल का भी सिस्टम फेल है। अस्पताल के उपाधीक्षक में मानवीय संवेदना नाम की कोई चीज नही है। वें बेहद लापरवाह है। बीसियों बार कॉल करने पर जब मेरा कॉल नही पिक करते है, तो आमजन के साथ उनका कैसा व्यहार होगा, इसे समझा जा सकता है। कहा कि उपाधीक्षक को लेकर यह नई शिकायत नही है।

 इसके पहले भी उनकी कई तरह की शिकायत आई है। शिकायतों के बावजूद उन्हे यहां इस पद पर क्यो काबिज रखा गया है, यह उनकी समझ से परे है। वें इसकी शिकायत स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव और राज्य सरकार के मुख्य सचिव से करेंगे। उनकी मांग है कि ऐसे लापरवाह और संवेदनहीन उपाधीक्षक को यहां से हटाया जाए।

 कहा कि तीनों घायलों में एक को गया के डॉ. अभय हॉस्पिटल, एक को रोहतास के जमुहार के निजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल और एक को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। तीनों जगहों के प्रमुखों को कॉल कर उन्होने घायलों के बेहतर इलाज का प्रबंध करा दिया है। 

तीनों घायलों में एक दधपा, एक बाकन और एक शहर के निवासी है, जो यहां के पत्रकार शुभम् के छोटे भाई है। माता रानी से तीनों के शीघ्र स्वस्थ होने की कमना करता हूं।