*अज्ञात तिथिनाम श्राद्ध तर्पण का होगा आयोजन: बृजेश राम त्रिपाठी*
गोरखपुर। जंगे-आजादी में मां भारती के असंख्य संतानों को अंग्रेजों ने फांसी देकर और गोली मारकर, घोर यातनाओं द्वारा अकाल मृत्यु दिया था। देश के उन सभी महापुरुषों, क्रांतिवीरों, बलिदानियों का श्राद्ध तर्पण अमावस्या तिथि 14 अक्तूबर दिन शनिवार को पंडित राम प्रसाद बिस्मिल के अंत्येष्टि स्थल राप्ती नदी के तट पर दिन में 11बजे से विधि विधान द्वारा अज्ञात तिथिनाम श्राद्ध तर्पण करके पितृ विसर्जन किया जाएगा।
उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के पूर्व क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी बृजेश राम त्रिपाठी ने कही। वे गोरखपुर विश्वविद्यालय स्थित पंत पार्क में आयोजित अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा द्वारा आहूत योजना बैठक को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पूर्वांचल के क्रांतिवीर बंधू सिंह, मंगल पांडे, बिस्मिल, भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद सरीखे बलिदानियों को तर्पण देंगे और श्राद्ध द्वारा अपने पूर्वजों को कृतज्ञ राष्ट्र के नागरिकों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित किया जायेगा।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हमारे पूर्वज हैं हमारे पितृ भी हैं। हम भारतीय उनके वंशज होने के नाते हमारी सामाजिक जिम्मेदारी भी है और कर्तव्य भी।
सामाजिक सरोकारों में अग्रणी भूमिका निभाने वाला संस्थान गुरुकृपा संस्थान विगत 14 वर्षों से परंपरागत ढंग से बलिदानियों को श्रद्धांजलि देने का कार्य कर रहा है। ऐसे क्रांतिकारी जिनका बलिदान तिथि अज्ञात है, जिनकी अकाल मृत्यु हुई है।
अमावस्या के दिन तर्पण कर उनका श्राद्ध भी अमावस्या के दिन किया जायेगा।श्री त्रिपाठी ने कहा कि सनातन परंपराओं में मानव जाति पर शास्त्रों के मुताबिक जन्म से ही पांच प्रकार के मातृ ऋण, पितृ ऋण, देव ऋण, ऋषि ऋण और मनुष्य ऋण होते हैं जिसमे पितृ ऋण से मुक्ति मोक्ष का मार्ग पितृ पक्ष अमावस्या है।
बैठक की अध्यक्षता अनिरूद्ध पांडेय एडवोकेट ने किया जबकि संचालन श्रद्धानंद त्रिपाठी ने किया।
बैठक में प्रमुख रूप से
उमेश राय, महेश चंद्र, शंकर शरण दूबे, शुभम् त्रिपाठी, अजय , हरि गोविंद सिंह, अभिषेक, प्रदीप, प्रमोद, सुनील, घनश्याम, अजीत, विष्णु , अभय जुगुनू, आदि मौजूद रहे।
Oct 14 2023, 20:29