चांकद थाना की पुलिस ने चोरी के कांड में एक आरोपी को किया गिरफ्तार, एसएसपी ने दी जानकारी

गया। बिहार के गया में चांकद थाना की पुलिस ने चोरी के कांड में एक आरोपी कैसर कुरैशी को गिरफ्तार किया गया है. इसके खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस रिलीज जारी कर की है।

एसएसपी आशीष भारती ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि चांकद बाजार में एक चोर को ग्रामीण जनता द्वारा चोरी के साइकिल के साथ पकड़ कर रखा हुआ है। जिसके सूचना के बाद सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस पहुंची और चोर को पकड़कर साइकल के साथ थाना लाया गया

, जिससे पूछताछ किया गया तो उसने अपना नाम कैसर कुरैशी बताया। जब गिरफ्तार चोर का तलाशी लिया गया तो उसके पास से एक स्मार्टफोन मोबाइल बरामद हुआ। गिरफ्तार चोर को जेल भेज दिया गया है।

गया के पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने मृत सफाईकर्मी, अज्ञात मृतकों सहित अपने पितरों का किया तर्पण, सौ ब्राह्मणों को कराया भोजन

गया। गया के पूर्व डिप्टी मेयर सह स्टैंडिंग कमेटी सदस्य डॉ. अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव ने शनिवार को फल्गु देवघाट पर पितरों के निमित्त तर्पण का कर्मकांड किया. वहीं, पितृपक्ष मेले में डूब कर एक सफाईकर्मी की मौत हो गई थी. मृत सफाईकर्मी के लिए और घटना-दुर्घटना समेत विभिन्न अकाल मृत्यु से मेरे अनजान लोगों के लिए भी पूर्व डिप्टी मेयर ने फल्गु तट पर तर्पण किया और मोक्ष की कामना की. पूर्व डिप्टी मेयर के द्वारा अपने पितरों के निमित तर्पण का कर्मकांड करने के बाद अपने गयापाल पुरोहित मणिलाल बारिक से से आशीर्वाद लिया. 

100 ब्राह्मण को भोजन कराया 

वही, एक सौ ब्राह्मणो को उन्होंने भोजन भी कराया और दान दक्षिणा भी दिया. इस मौके पर पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि जैसा कि हम लोग जानते हैं कि इस वर्ष का पितृपक्ष मेला आज समाप्त हो रहा है. इस दिन मेरे द्वारा वैसे लोगों का तर्पण किया गया है जिनकी अकाल मृत्यु हुई हो, जो अज्ञात हो, ऐसे लोगों का तर्पण कर्मकांड नहीं हुआ हो, उनके लिए मेरे द्वारा विष्णुपद फल्गु नदी के तट पर तर्पण का कर्मकांड किया गया। वही अपने पूर्वजों के लिए भी मैंने तर्पण का कर्मकांड किया है और पूर्वजों के मोक्ष की कामना की है। इसके अलावा एक सफाईकर्मी की पितृ पक्ष मेले में ड्यूटी के दौरान तालाब में डूबने से मौत हो गई थी. उस सफाईकमी के निमित्त भी हमारे द्वारा तर्पण का कर्मकांड कर मोक्ष की कामना की गई है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

पैमार नदी में डूबने से दो की मौत काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने ढूंढकर निकाला शव

गया/फतेहपुर। थाना क्षेत्र के गोयनिया गांव की दो लालपरी देवी 70 वर्ष एवं सोनाली 10 वर्ष की मौत पैमार नदी के गहरे पानी मे शनिवार की सुबह डूबने से हो गई। मृतक दोनो एक घर की है। रिश्ते में दादी पोती थी।

सुबह में लालपरी एवं सोनाली जितिया पूजन की मूर्ति डुबाने पैमार नदी गई थी। नदी में स्नान कर मूर्ति डुबाने के बाद घर जाने के क्रम में साथ ले गई लोटा पानी मे बहने लगा। जिसे दोनो मिलकर पानी से निकालने गई। तभी ये हादसा हो गई। दोनो नदी के गहरे पानी मे डूबने से दम घुटने से मौत हो गई। नदी में उस वक्त अन्य महिलाएं मूर्ति डुबाने गई थी।

सभी ने दोनों को पानी मे डूबते देखा और गांव जाकर शोर मचाया। घर के परिवार एवं ग्रामीण दौड़कर आये और पानी मे गोता लगाकर दादी पोती को ढूंढकर खोजने लगा। शव को ढूंढने में एक घंटा लग गया। शव निकालने के बाद ग्रामीण चिकित्सको जांच करते हुए मृत बताया।

घटना के बाद घर मे कोहराम मच गया। वहीं गांव में सन्नाटा पसर गया। घटना की जानकारी पाकर फतेहपुर पुलिस, टनकुप्पा बीडीओ, पंचायत की मुखिया अनिता देवी सहित अन्य पहुंचकर घटना की जानकारी लिए। शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए मगध मेडिकल कालेज गया भेजने की तैयारी की जा रही थी।

लूट की घटना का वादी ही निकला मास्टरमाइंड, 72 घंटे के अंदर पुलिस ने किया उद्भेदन, तीन गिरफ्तार

गया/इमामगंज। पुलिस अनुमण्डल अंतर्गत लुटुआ थाना क्षेत्र के शंकरपुर के निकट 10 अक्टूबर 2023 को एक समूह के मैनेजर से दो अपराधी दिन के करीब 1:20 में एक लाख 20 हज़ार लूटने की जानकारी वादी विनोद कुमार द्वारा इमामगंज थाना को दी गई थी।

जिसके बाद इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार इमामगंज थाना के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। जहां कोई नहीं मिला,फिर घटना स्थल के आस-पास सीसीटीवी लगे को पुलिस ने खंगाला जहां अपराधियों को तो देखा गया कि वादी का पीछा करते हुए जा रहे हैं। पर पूरा चेहरा साफ नहीं आने के करण अपराधियों की सही से पहचान नहीं हो पाई।

बाद में एसडीपीओ अमित कुमार ने वादी का सीडीआर खंगाला जिसमें घटना से पहले और बाद में एक अज्ञात नंबर पर बात किया गया था। उसी आधार पर अध्यन किया गया तो कोठी थाना के रहने वाले आजम खान पिता जुबैर खान की संलिप्ता सामने आई एसडीपीओ अमित कुमार ने एक टीम गठन कर छापेमारी किया तो आज़म खान के पास से एक मोबाइल और 1800 रुपये लूट का बरामद किया गया। और आज़म खान ने अपनी संलिप्ता स्वीकार किया।

और आज़म खान के मोबाइल से लूट की घटना की रिकॉर्डिंग भी पुलिस को प्राप्त हुई। वहिं दूसरा एजाज साह पिता मेराज साह ग्राम बिकोपुर थाना कोठी की भी संलिप्ता सामने आई। इनके पास से लूट की घटना में उपयोग किये गए पल्सर मोटरसाइकिल एवं 1700 रुपये नगद बरामद किया गया है। वहिं तीसरा वादी विनोद कुमार पिता विजय चौधरी साकिन गेवालगंज थाना इमामगंज की गिरफ्तारी की गई। इसी ने लूट की घटना की पुलिस को जानकारी दिया था।

एसडीपीओ अमित कुमार ने बताया कि घटना के बाद लुटुआ थाना में कांड संख्या 18/23 दर्ज कर एक टीम का गठन किया गया था। जिसमें पुलिस ने 72 घंटे के अंदर उद्भेदन कर लिया। जिसने अपने आपको लूटने की शिकायत पुलिस को किया। वही मास्टरमाइंड निकला। इस कांड के सफल उद्भेदन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मी इस प्रकार हैं।

इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार,कोठी थानाध्यक्ष राजकुमार जी,इमामगंज एसआइ धर्मेंद्र कुमार और तकनीकी शाखा गया के कर्मी मंतोष कुमार एवं मणिकांत दुबे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

अचानक टोला सेवक का दुगनी वेतन की सूचना मिलते ही टोला सेवक संजय मंडल की खुली नींद: दो वर्षों से मध्य विद्यालय नदरपुर से गायब थे टोला सेवक

गया/डोभी। डोभी प्रखंड अंतर्गत नदरपुर पंचायत के नदरपुर गांव में स्थित मध्य विद्यालय वर्षों से संचालित है। मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सिया देवी कार्यरत हैं। इस विद्यालय में बिहार सरकार के द्वारा नियुक्त एक टोला सेवक भी हैं जिनका नाम संजय मंडल जिसका कार्य विद्यालय में नामांकित छात्रों को शिक्षा क्षेत्र में जागरूक कर नन्हे मुन्ने बच्चो को विद्यालय पहुंचने का जिम्मा बिहार सरकार की शिक्षा विभाग ने स्थानीय टोला सेवक को सौंपा गया है।

शुक्रवार के दिन नदरपुर विद्यालय के टोला सेवक संजय मंडल 2021 से 2023 तक विद्यालय में कोई शिक्षा की भूमिका कार्य नहीं निभा रहे हैं। गौरतलब है कि बिहार सरकार की मनसा थी की ग्रामीण क्षेत्र में महादलित परिवार के शिक्षित व्यक्ति को स्थानीय विद्यालय के निकट गांव की ही महादलित परिवार को टोला सेवक के पद पर नियुक्त किया गया था। जिसका कार्य गरीब दलित मजदूर के बच्चों की स्थानीय सरकारी विद्यालय में शिक्षा प्रदान कर सके अफसोस कि बात है कि महादलित टोला सेवक के नदरपुर मध्य विद्यालय के संजय मंडल को नियुक्त किया गया। संजय मंडल अपने जिम्मेदारी से 3 वर्षों से दूर भाग रहे हैं।

जिस कारण गरीबों के बच्चे आज विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं। विद्यालय में बच्चो की संख्या बहुत कम हो गई है। विद्यालय की अपेक्षा ग्राम में ही एक सरकारी भवन में गरीब मजदूर बच्चे बच्चियों को शिक्षा देने का कार्य करनी थी आज तक सेंटर बंद है । सेंटर में ताला लटका हुआ है आज सेंटर चारागाह बनकर अपनी तस्वीर बयां कर रही है। एक शिक्षित टोला सेवक अपने ही समाज का शिक्षा से वंचित रख रहे हैं ठेंगा दिखाने का काम कर रहे हैं। ग्रामीणों के द्वारा सूचना मिलने पर जब अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार सह अपराध नियंत्रण मंच की मीडिया प्रभारी, उप प्रभारी साथ ही ने सूचना मिलने पर विद्यालय का दौरा किया तो सच्चाई से पर्दा उठा है कि 2 वर्षों से टोला सेवक संजय मंडल विद्यालय नहीं आ रहे हैं। विद्यालय में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं विद्यालय प्रभारी भी बताएं कि 2 वर्षों से संजय मंडल विद्यालय नहीं आ रहे हैं जब अचानक बिहार सरकार द्वारा टोला सेवक का वेतन दोगुनी की गई तो संजय मंडल का अचानक नींद टूट और शिक्षा विभाग के प्रखंड पदाधिकारी और विद्यालय प्रभारी पर दवा बनाने लगे यह सच्चाई है।

वेतन बंद है शिक्षा विभाग के अधिकारियों से अंदरुनी संजय मंडल को 2 वर्षों से बंद वेतन देने की मसले पर बात किया जा रहा है। जिसमें प्रभारी भी मिलीभगत से पैसा की बात है। विद्यालय में उपस्थित ग्रामीण और पत्रकारों ने संजय मंडल के बने हुए अटेंडेंस का हाजिरी की मांगा तो विद्यालय प्रभारी ने खो जाने की बात कर टाल-मटोल कर दिए। ग्रामीणों ने पत्रकारों को समक्ष अपनी ब्यान दिया की संजय मंडल के बारे में स्पष्ट बताया कि 3 वर्षों से विद्यालय नहीं जा रहे हैं और स्थानीय भवन में सेंटर चलाई जानी थी और सेंटर में शिक्षा संबंधित उपकरण भी थे लेकिन कोई समान नहीं है । शिक्षा भवन में ताला लगा हुआ रहता है। ग्रामीण बताते है की संजय मंडल शिक्षक का काम छोड़कर नेतागिरी करते हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के पाठक शिक्षा सुधार की लाख वादे कर ले लेकिन शिक्षा में कोई सुधार आने की बात स्थानीय ग्रामीण शिक्षण का मजाक बनाए रखें। इसके कारण गरीब मजदूर की बच्चों की भविष्य अंधकार मय हो गई है। स्थानीय प्रशासन को कई बार सूचना दिया गया है। परंतु अब तक कोई करवाई नही की जा सकी है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

शेरघाटी में आबकारी थाना की पुलिस जवान शराब तस्कर को गई पकड़ने, जवान का पैर हो गया फ्रेक्चर, जख्मी हालत में तस्कर को दबोचा

गया/शेरघाटी। शेरघाटी में आबकारी थाना की एक पुलिस जवान को एक पैर फ्रेक्चर हो गई, जब वह एक शराब तस्कर को पकड़ने की कोशिश कर रहा था।

इसके बावजूद जख्मी जवान शराब तस्कर को पकड़नेे में कामयाब हो गया। घटना स्थानीय शहर के बाहरी इलाके घाघर गांव की ओर जाने वाली सड़क पर आज की रात घटित हुई। जख्मी जवान की पहचान रंजीत कुमार के तौर पर हुए हैं।

जिसे इलाज के लिए अनुमंलीय अस्पताल शेरघाटी मे भर्ती कराया गया है। वहीं, पकड़े गये शराब तस्कर की पहचान की जा रही है। वहीं, पुलिस ने शराब तस्कर के पास की दुपहिया वाहन को जप्त करते हुए थाना लाई हैं और अग्रेतर कारवाई शुरू कर दी है।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

पुलिस टीम पर हमला करने वाले एक आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

गया – जिले के बाराचट्टी थाना की पुलिस ने पुलिस पर हमला करने वाले एक आरोपी राजू रविदास को गिरफ्तार किया है। इसका खुलासा गया के एसएसपी आशीष भारती ने प्रेस रिलीज जारी कर की है। 

एसएसपी आशीष भारती ने बताया कि 20 अगस्त 2018 को बाराचट्टी थाना अध्यक्ष को सूचना मिली थी कि काहुदाग हनुमान मंदिर के पास एक व्यक्ति को धक्का लग गया है। इसके बाद सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची तो 20 से 25 संख्या में रहे लोगों ने उग्र होकर पुलिस को गाली गलौज करने लगा और पुलिस टीम पर हमला कर दी गई थी जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे और इस तरह से सरकारी काम में बाधा पहुंचा गया था। 

इस संबंध में बाराचट्टी थाना में कांड संख्या 556/2018 दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई. जिले में वांछित/फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष छापेमारी अभियान चलाई जा रही है। 

इसी क्रम में पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि पुलिस पर हमला करने वाले एक आरोपी राजू रविदास आया हुआ है जिसके बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया गया है जिसे पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया है।

गया से मनीष कुमार

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं राष्ट्रीय एकता के लिए सीआरपीएफ की महिलाओं द्वारा निकाली गई बाइक रैली

गया - केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के द्वारा भारत के तीन अलग-अलग दिशाओं से, दक्षिण में कन्याकुमारी,उत्तर में श्रीनगर और पूर्व में शिलांग से लेकर एकता नगर केवडीया (गुजरात) तक महिला मोटरसाइकिल रैली का आयोजन किया जा रहा है। 

इस रैली का मुख्य उद्देश्य बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं राष्ट्रीय एकता के लिए आयोजित किए गए।यह रैली 5 अक्टूबर 2023 को शिलांग,मेघालय से चला था तथा असम,पश्चिम बंगाल, बिहार,उत्तर प्रदेश एवं राजस्थान से होते हुए दिनांक 31अक्टूबर 2023 को एकता नगर गुजरात पहुंचेगी।इसमें कुल 60 मोटरसाइकिल चालक शामिल हैं जिसका नेतृत्व सब इंस्पेक्टर थानेश्वरी बोरादोला द्वारा कि जा रही है।

प्रत्येक वर्ष 31 अक्टूबर को लौह पुरुष एवं भारत के प्रथम गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती की उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह रैली देश के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए एकता दिवस के अवसर पर स्टैचू ऑफ यूनिटी पर एकत्रित होने वाली है। इस रैली का मुख्य उद्देश्य देशवासियों में राष्ट्रीय एकता की भावना का प्रचार प्रचार करना तथा महिला सशक्तिकरण का संदेश देना है। इसी क्रम में यह रैली सीआरपीएफ के राजगीर कैंप से चलकर दिनांक 12 अक्टूबर 2023 को गया शहर से होते हुए शाम 8:30 बजे गया जिला स्थित 205 कोबरा वाहिनी मुख्यालय बरवाडीह बाराचट्टी पहुंची। 

रास्ते में इस रैली अभियान दल का डीएवी पब्लिक स्कूल कैंट एरिया, सेनसन्स वर्ल्ड पब्लिक स्कूल के छात्र-छात्राओं एवं आंगनबाड़ी के बच्चों तथा आम नागरिकों द्वारा स्वागत किया गया। उपस्थित लोगों से रैली में शामिल महिला कर्मियों ने अपना अनुभव भी साझा किया।

इस मौके पर 205 कोबरा वाहिनी पहुंचने पर सीआरपीएफ के पुलिस उप महानिदेशक विमल कुमार बिष्ट, व 205 कोबरा वाहिनी के कमांडेंट कैलाश सर के साथ-साथ सभी अधिकारी एवं जवानों ने अपार हर्ष के साथ इनका स्वागत किया। अभियान दल के स्वागत के लिए सीआरपीएफ के साथ-साथ सशस्त्र सीमा बल, स्थानीय पुलिस एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी गण भी उपस्थित थे।

उनके सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा रात्रि भोज का आयोजन भी किया गया। यह दस्तक कोबरा वाहिनी परिषद में ही विश्राम के पश्चात आगे सुबह औरंगाबाद से होते हुए अपने गंतव्य के लिए प्रस्थान करेगी।

रिपोर्ट: गणेश गुप्ता

जीबीएम कॉलेज में "मेरी माटी, मेरा देश" कार्यक्रम के तहत अमृत कलश यात्रा एवं पंच प्रण शपथ समारोह का हुआ आयोजन

गया - गौतम बुद्ध महिला कॉलेज की एनएसएस इकाई द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना, क्षेत्रीय निदेशालय, भारत सरकार एवं एमयू, बोधगया से प्राप्त निर्देशानुसार "मेरी माटी, मेरा देश" कार्यक्रम के तहत अमृत कलश यात्रा एवं पंच प्रण शपथ समारोह का आयोजन किया गया। अमृत कलश यात्रा के अंतर्गत छात्राओं ने अपने-अपने घरों से लायी मिट्टी को महाविद्यालय परिसर में स्थापित अमृत कलश में एकत्र किया।

छात्राओं के उत्साहवर्द्धन हेतु प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. जावैद अशरफ़, एनएसएस पदाधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी, बर्सर डॉ सहदेब बाउरी, नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी, एनसीसी सीटीओ डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, खेलकूद प्रभारी डॉ पूजा राय, डॉ जया चौधरी, डॉ अमृता घोष, डॉ अनामिका कुमारी, कृति सिंह आनंद, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ सुरबाला कृष्णा ने भी अमृत कलश में श्रद्धासहित माटी डाली। तदोपरांत, सभी छात्राएँ महाविद्यालय परिसर के भीतर आयोजित अमृत कलश यात्रा में शामिल हुईं।

पंच प्रण शपथ समारोह में प्रधानाचार्य प्रो अशरफ़ के नेतृत्व में सभी फैकल्टीज एवं छात्राओं ने भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने में अपनी ओर से यथासंभव योगदान देने हेतु सामूहिक शपथ ली। समस्त महाविद्यालय परिवार ने गुलामी की मानसिकता को जड़ से उखाड़ फेकने, देश की समृद्ध विरासत पर गर्व करने तथा भारत की एकता सुदृढ़ करने, देश की रक्षा करने वालों का सम्मान करने तथा भारतीय नागरिक होने के दायित्वों को पूर्ण करने हेतु प्रण लिया। अमृत कलश यात्रा एवं शपथ कार्यक्रम को सफल बनाने में छात्रा निकिता केसरी, हर्षिता मिश्रा, संध्या, मुस्कान, शिल्पा साहनी, प्रगति मिश्रा, रिशू, अंजली, जूही, तान्या, अवनि, अनू, रिशिका आदि की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही। माटी एकत्रीकरण तथा शपथ ग्रहण समारोह का समन्वयन तथा संयोजन कॉलेज की एनएसएस पदाधिकारी डॉ प्रियंका कुमारी ने किया। 

कॉलेज पीआरओ डॉ रश्मि प्रियदर्शनी ने बताया कि देश के विभिन्न घरों से एकत्रित यह मिट्टी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली अमृत कलश यात्रा में शामिल होगी तथा इन मिट्टियों से दिल्ली में अमृत वाटिका का निर्माण किया जायेगा। ज्ञातव्य है कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत "मेरी माटी, मेरा देश" कार्यक्रम का आयोजन पूरे देश में स्कूल, कॉलेज, ब्लॉक, राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर किया जा रहा है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

गयाजी में पितृपक्ष मेला के दौरान पितृ दीपावली उत्सव मनाई गई: रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग रहा, विष्णुपद मंदिर को फूलों सजाया गया

गया। धार्मिक शहर गयाजी में पितृपक्ष मेला के दौरान गुरुवार को पितृ दीपावली उत्सव मनाई गई. इस दौरान विष्णुपद मंदिर और फल्गु तट के देवघाट का अद्भुत नजारा देखने को मिला. आज देर संध्या देवघाट सहित पूरा मेला परिसर रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग रहा था. अपने पितरों को खुश करने के लिए इस तरह का उत्सव मनाने की पौराणिक परंपरा है.

ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष के दौरान पितर भी यहां पधारते हैं. 17 दिनों के इस धार्मिक अनुष्ठान के दौरान श्रद्धालु अपने पितरों को खुश करने के लिए पितृ दीपावाली का उत्सव मनाते हैं. इस दौरान पवित्र फल्गु नदी के तट पर दिए जलाए जाते हैं और फल्गु नदी में दीपदान करने की परंपरा है. इस संबंध में पंडित रामपुकार मिश्र और राकेश शास्त्री ने बताया कि गयाजी तीर्थ में अपने पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए श्रद्धालु जब कदम रखते है तब उनके पूर्वजों की आत्मा खुश हो जाती है।

इसलिए कि उनके कुल का लोग उन्हें मुक्ति दिलाने के लिए यहां पधारे है। यही वजह है कि यहां पितृ दीपावली मनाने की परंपरा है। उन्होंने बताया कि आज के दिन पिंडदानियों ने अपने माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी सहित अन्य पितरों का दीपदान किया है और उनके नाम पर दीप जलाया है। ऐसा माना जाता है कि इस तरह का कर्मकांड करने से पितर खुश हो जाते है।

वहीं, हैदराबाद से आए श्रद्धालु शिव शंकर अग्रवाल ने बताया कि अपने पितरों को स्वर्ग का रास्ता प्रशस्त करने के लिए पितृ दीपावली मना रहे है ताकि उनके रास्ते में रोशनी कायम हो सकें। साथ ही हम अपने पितरों को यह भी संदेश दे रहे है कि आपके आशीर्वाद से हमलोग सभी प्रसन्नता पूर्वक जीवन जी रहे है। पिंडदान करने के बाद जाते-जाते आतिशबाजी कर हम यह संदेश दे रहे है कि आपकी संतान खुश है। आप लोग भी जहां रहे आपकी आत्मा को शांति मिलें, पितृ दीपावली का यही संदेश है।