आमस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में रोगी कल्याण समिति की हुई बैठक, मूलभूत समस्याओं के बारे में हुई विचार-विमर्श

गया – जिले आमस प्रखंड क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गुरुवार को रोगी कल्याण समिति का बैठक आयोजित किया गया। जिसमे अस्पताल की मूलभूत समस्याओं के बारे में विचार विमर्श किया गया एवं डेंगू के बढ़ते प्रकोप के देखते हुए प्रखंड क्षेत्र के सभी गांवों में डेंगू का दावा छिड़काव करने का निर्णय लिया है।

रोगी कल्याण समिति का अध्यक्ष डॉक्टर महेश कुमार ने बताया कि डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोक थाम को लेकर प्रखंड क्षेत्र के हरेक गांव में डेंगू के दावा छिड़काव करने,पीने के पानी के लिए आरो लगवाने, खराब पड़े बोर, फर्स सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं को लेकर लेकर विशेष विचार-विमर्श किया गया।

इस दौरान प्रखंड प्रमुख लड्डन खान, डॉ रविकांत कुमार, डॉ नेसार अहमद, कुलेंद्र कुमार यादव, दीपक कुमार सिंह, अहमद अंसारी, चिंता देवी, रामपुकार पासवान सहित अन्य लोग मौजूद थें।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

शब्दाक्षर बिहार द्वारा ब्राह्मणी घाट पर पितृपक्ष पर निःशुल्क चाय सेवा एवं काव्यगोष्ठी का किया गया आयोजन

गया - राष्ट्रीय साहित्यिक संस्था शब्दाक्षर की बिहार प्रदेश इकाई द्वारा शब्दाक्षर बिहार प्रदेश अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्र पद्मनाभ एवं शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता-सह-शब्दाक्षर बिहार की प्रदेश साहित्य मंत्री डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी के संयुक्त समन्वयन एवं संयोजन में फल्गु तट पर अवस्थित ब्राह्मणी घाट पर पितृपक्ष मेला महासंगम में पधारे तीर्थयात्रियों के सेवार्थ एकदिवसीय निःशुल्क चाय सेवा शिविर लगाया गया। श्री पद्मनाभ एवं डॉ रश्मि के नेतृत्व में शब्दाक्षर के सभी पदाधिकारियों ने तीर्थयात्रियों को निःशुल्क चाय एवं शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया। साथ ही, इस अवसर पर पितृपक्ष के मद्देनज़र शब्दाक्षर काव्यगोष्ठी का भी आयोजन किया गया। 

काव्यगोष्ठी में शब्दाक्षर की राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, प्रदेश अध्यक्ष मनोज मिश्र 'पद्मनाभ', शब्दाक्षर जहानाबाद की जिलाध्यक्ष सावित्री सुमन, शब्दाक्षर जहानाबाद के उपाध्यक्ष महेश कुमार मिश्र मधुकर, शब्दाक्षर गया के सदस्य प्यारचन्द कुमार मोहन, शब्दाक्षर जहानाबाद की नवनियुक्त जिला साहित्य मंत्री सुप्रिया गुप्ता व आमंत्रित अन्य कवि-कवयित्रियों ने काव्य पाठ किया। 

डॉ रश्मि ने अपनी स्वरचित कविता "धन्य फल्गु की धार, धन्य है गयाधाम की धरा महान। धन्य विष्णुपद, धन्य पूर्वजों के प्रति श्रद्धामय सम्मान। धन्य कामना मोक्ष-प्राप्ति की, धन्य आत्मउन्नति हित ज्ञान। धन्य महालय पक्ष, धन्य याचक को दिया गया शुभ दान। धन्य महासंगम विराट, सत्कर्मों का यह शुचि मेला। धन्य-धन्य, है धन्य-धन्य, यह पितृपक्ष की शुभ वेला" द्वारा अंतःसलिला फल्गु एवं मोक्षभूमि गयाजी की धरती पर आयोजित पितृपक्ष मेला महासंगम के प्रति अपनी श्रद्धाभावनाएँ निवेदित कीं। 

पी. के. मोहन ने "पितृपक्ष की वेला में हम फल्गु तट पर आये हैं, तीर्थयात्रियों की सेवा में पलकें यहाँ बिछाये हैं" पंक्तियाँ पढ़ीं। महेश मधुकर की कविता "हे राम कृष्ण, एक बार तुम्हें भारत में आना ही होगा" पर खूब वाहवाहियां लगीं। मनोज मिश्र पद्मनाभ ने देश के कर्मठ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के सम्मान में "मेरे जागने की वजह तुम हो, मैं तो सो रहा था गहरी नींद में" पंक्तियाँ पढीं। 

श्रोताओं ने सावित्री सुमन की "दोनों हाथों को जोड़कर आलिंगन करो उसका जरा। और देखो तेरे साथ जमीं पर नीचे आकाश बैठा होगा" को भी खूब सराहा। सुप्रिया गुप्ता ने "हरी भरी धरती को देखकर चांद हो गया मोहित" पंक्तियाँ पढीं। काव्य गोष्ठी के उपरांत शब्दाक्षर पदाधिकारियों ने फल्गु तट पर नवनिर्मित रबर डैम का भी परिभ्रमण किया तथा प्राकृतिक सुषमा एवं पितृपक्ष मेला महासंगम का दर्शन किया। शब्दाक्षर परिवार ने गया के सम्मानित साहित्यकार स्वर्गीय गोवर्धन प्रसाद सदय को उनकी जयंती पर स्मरण करते हुए श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम का समापन पावन शांति पाठ से हुआ। मौके पर शब्दाक्षर झारखंड प्रदेश प्रचार मंत्री अश्विनी कुमार, पंकज मिश्र आदि की भी उपस्थिति रही। 

कार्यक्रम के सफल आयोजन पर शब्दाक्षर के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि प्रताप सिंह ने हर्ष जताया तथा शब्दाक्षर बिहार प्रदेश को शुभकामनाएं दीं।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

छात्रों को समस्याओं को लेकर छात्र जदयू नेता उत्तम कुशवाहा ने प्रतिकुलपति से की मुलाकात

गया - छात्र जदयू मगध विश्वविद्यालय के अध्यक्ष उत्तम कुशवाहा ने B.ed. सत्र 21-2023 एवं स्नातक सत्र 2018-21 के छात्रों की समस्याओं को लेकर प्रति कुलपति से मुलाकात की। इस संदर्भ में उत्तम कुशवाहा ने बताया कि B.ed. सत्र 21-2023, अन्तिम वर्ष के छात्रों का अभी तक परिणाम घोषित नहीं किया गया है। 

जबकि परीक्षा कई महीने पहले लिया जा चुका है। अभी तक परिणाम ना आने से छात्रों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके कारण छात्र विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित नहीं हो पा रहे हैं। जिससे B.ed. के छात्र तनाव में जी रहे हैं। 

साथ ही साथ उत्तम कुशवाहा ने बताया स्नातक सत्र, 2018-21 के छात्रों का 6 महीना पहले परिणाम आ चुका है। परन्तु अभी तक उनका अंक प्रमाण पत्र एवं प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है। जिससे छात्रों को कई प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे, बिहार दरोगा, बिहार एसएससी, एसएससी जीडी, जैसे आदि प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने लगातार वंचित हो रहे हैं। 

ऐसे में छात्रों का भविष्य अंधकार में जाता हुआ दिख रहा है। इन्हीं समस्याओं को लेकर प्रतिकुलपति ने आश्वासन दिया कि अतिशीघ्र आप लोगों का रिजल्ट जारी करने का प्रयास करेंगे। 

इस मौके पर दीपक यादव, विवेक कुशवाहा, रजत, कुंदन डांगी, अमित, राहुल,विक्की अन्य लोग उपस्थित रहे।

गया से मनीष कुमार

जीबीएम कॉलेज में महात्मा गाँधी और सतत विकास विषय पर एक दिवसीय विशेष व्याख्यान का किया गया आयोजन

गया - गौतम बुद्ध महिला महाविद्यालय में इतिहास विभाग एवं आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में "महात्मा गाँधी और सतत विकास" विषय पर एक दिवसीय विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। 

व्याख्यान का शुभारंभ प्रधानाचार्य प्रो. जावैद अशरफ़, बतौर मुख्य वक्ता पधारे मगध विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग के प्रोफेसर व स्नातकोत्तर पुस्तकालय विज्ञान विभाग के निदेशक डॉ. मुकेश कुमार, कॉलेज के बर्सर डॉ सहदेव बाउरी, नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी, इतिहास विभाग की अध्यक्ष डॉ अनामिका कुमारी एवं असिस्टेंट प्रोफेसर कृति सिंह आनंद तथा कॉलेज की पीआरओ डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन द्वारा किया। तत्पश्चात अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में छात्रा हर्षिता, प्रियांशा, प्रगति द्वारा हारमोनियम पर महाविद्यालय कुलगीत तथा स्वागत गान की सुमधुर प्रस्तुति दी गयी। 

छात्रा रिशू एवं सौम्या ने "गाँधी जी का नाम बड़ा है, गाँधी जी का काम बड़ा है" गीत पर गाँधीजी के जीवन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। अंजली, रिशू, शिवानी, प्रियांशु, श्रुति तथा मुस्कान द्वारा बनाये गये चरखे की सभी ने खूब तारीफ की। प्रधानाचार्य ने प्रो. मुकेश कुमार का स्वागत शॉल, महाविद्यालय की शोध पत्रिका 'गरिमा' तथा पौधा प्रदान करके किया। कार्यक्रम का संचालन कर रहीं श्रीमती आनंद ने प्रो कुमार की शैक्षणिक उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए स्वागत वक्तव्य दिया। तदोपरांत, अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ नगमा शादाब ने व्याख्यान के मुख्य विषय पर परिचय वक्तव्य दिया। डॉ. शादाब ने विभिन्न उदाहरणों द्वारा छात्राओं को सस्टेनेबल डेवेलपमेंट का आशय समझाया। 

"महात्मा गाँधी एण्ड सस्टेनेबल डेवलपमेंट" विषय पर अपने व्याख्यान में मुख्य वक्ता प्रो. मुकेश कुमार ने राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के कृत्यों एवं मानवता से ओतप्रोत विचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने देश के सतत विकास हेतु गाँधीवाद का अनुकरण करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रो. कुमार ने कहा कि गाँधी जी सतत विकास द्वारा सर्वोदय की बात करते थे। वे अनियंत्रित शहरीकरण, औद्योगिकीकरण, प्रकृति के दोहन तथा स्वार्थपरक विकास के विरोधी थे। वे सतत रूप से समग्र विकास के पक्षधर थे, जिसमें पर्यावरण, नैतिक मूल्यों, सामाजिक मूल्यों, आध्यात्मिक मूल्यों का अनिवार्य रूप से ध्यान रखा जाता हो। अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ़ ने कहा कि वास्तव में सतत विकास वही है, जिसमें भावी पीढ़ी की जरूरतों से समझौता किये बिना वर्तमान की आवश्यकताएँ पूरी की जायें। कहा कि गाँधीजी के सिद्धांतों पर चलकर ही सामाजिक न्याय और समानता प्राप्त की जा सकती है। 

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए नैक समन्वयक डॉ शगुफ्ता अंसारी ने मुख्य वक्ता प्रो. कुमार के व्याख्यान की प्रशंसा करते हुए प्रधानाचार्य सहित समस्त महाविद्यालय परिवार की ओर से कृतज्ञता प्रकट की। उन्होंने एक अति लाभप्रद व्याख्यान के आयोजन हेतु डॉ अनामिका एवं श्रीमती कृति को विशेष रूप से बधाई दी। नैक समन्वयक ने डॉ रश्मि के नेतृत्व में छात्राओं द्वारा महाविद्यालय कुलगीत, स्वागत गीत एवं नृत्य की सुंदर प्रस्तुति की काफी प्रशंसा की। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान से हुआ। व्याख्यान में डॉ जया चौधरी, डॉ प्यारे माँझी, डॉ प्रियंका कुमारी, प्रीति शेखर, डॉ अमृता घोष, डॉ पूजा राय, डॉ फरहीन वजीरी, डॉ पूजा, डॉ सुरबाला कृष्णा, डॉ सुनीता कुमारी सहित विभिन्न विभागों के फैकल्टीज, अन्या, निकिता केसरी, तान्या, निधि आदि अनेक छात्राओं की उपस्थिति रही।

रिपोर्ट: मनीष कुमार

गया के गांधी मैदान में बने टेंट सिटी का DM ने किया निरीक्षण, 1195 तीर्थयात्री है रुके, घूम घूम कर सभी बेडो पर जाकर पूछा हाल-चाल

गया : पितृपक्ष मेला महासंगम के अवसर पर पिंडदानियों के बढ़ते सैलाब तथा प्रशासन द्वारा तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु विभिन्न स्तर पर किए गए तैयारियों का निरीक्षण करने जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा आज सुबह गांधी मैदान में बने टेंट सिटी पहुंचे। 

उन्होंने टेंट सिटी का घूम घूम कर एक एक कर सभी बेडो का निरीक्षण किया। वहां जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए स्टॉल, सुधा तथा डालमिया जी द्वारा निशुल्क भोजन की व्यवस्था इत्यादि सभी काउंटरों का घूम घूम कर निरीक्षण किया। इसके पश्चात उन्होंने टेंट सिटी में ठहरे तीर्थयात्रियों से टेंट सिटी के बारे में जानकारी लिया। 

उपस्थित पिंडदानी ने काफी उत्साह पूर्वक कहा कि सरकार की काफी अच्छी व्यवस्था हम सभी तीर्थ यात्रियों के लिए की गई है। ना ठहरने के दिक्कत, ना खाने के दिक्कत, ना साफ सफाई में कमी और ना ही पेयजल की कमी इसके साथ ही सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम देखने को भी मिला है। 

तीर्थयात्रियों की बातें सुनकर जिलाधिकारी ने काफी खुशी प्रकट करते हुए कहा कि पिछले 5 माह पहले से ही पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिये निरंतर फील्ड विजिट एवं बैठके करने के कारण आज इस मेला को ऐतिहासिक बनाने का कार्य किया गया है। 

हर छोटी छोटी बिंदु पर प्लान बनाकर करके काफी सुसज्जित तरीके से यात्रियों को सभी व्यवस्थाएं दिया गया है। 

इसके उपरांत मेडिकल फैसिलिटी काउंटर का निरीक्षण किया जिसमें जानकारी लिया गया कि आवश्यक दवाओं की उपलब्धता है या नहीं, जिस पर बताया गया कि सभी आवश्यक दवाएं उपलब्ध है। यहां पिंड दानियों को लगातार स्वास्थ्य उपचार भी चिकित्सक के द्वारा किया जा रहा है कहीं कोई भी समस्या नहीं है।

आज की तिथि में टेंट सिटी में 1195 तीर्थयात्री रुके हुए हैं। इसी प्रकार हर दिन हजारों हजार की संख्या में तीर्थ यात्री टेंट सिटी में ठहरकर निःशुल्क विभिन्न व्यवस्थाओं का लुफ्त उठा रहे हैं। 

जिलाधिकारी ने वरीय उप समाहर्ता सह नोडल पदाधिकारी टेंट सिटी को निर्देश दिया कि अब अंतिम 2- 3 दिन ही शेष बचे हैं पितृपक्ष मेला समापन का, यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान मे रखते हुए अनाधिकृत व्यक्तियों को प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए। पूरी मुस्तैदी से कार्य करे सभी अधिकारी। 

इसके उपरांत वो सीधे सीता कुंड पहुंचकर निरीक्षण करने लगे। नदी में फैले यत्र तत्र को किये जा रहे जाल से सफाई देखने पर और टीम लगाकर साफ सफाई करवाने का निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि नदी के पानी को विशेष रूप से फोकस करके सफाई कार्य करावे। सीता कुंड पर बनाए गए विभिन्न काउंटर यथा स्वास्थ्य काउंटर, माय आई हेल्प यू, नियंत्रण कक्ष इत्यादि का निरीक्षण किया। 

उन्होंने कहा कि जिस तरह से शुरू से पितृपक्ष मेला में आप सभी ने पूरे मेला अवधि में यात्रियों को सेवा भाव समर्पण के साथ कार्य किया है अगले 48 से 72 घंटे शेष और इसी लग्न के साथ लोगों की सेवा करें। इसके उपरांत नाव के सहारे देवघाट, गजाधर घाट, गयाजी डैम, सीताकुंड सहित पूरे फल्गु सरोवर के विभिन्न घाटों का निरीक्षण किए। भीड़ नियंत्रण प्रबंधन के अच्छे प्रयास के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को काफी सराहा है। 

उन्होंने कहा कि इस वर्ष अन्य वस्तुओं के अपेक्षा में काफी अत्यधिक भीड़ है इसके बावजूद भी सभी व्यवस्थाएं को प्रशासन द्वारा दुरुस्त रखा गया है जो काबिले तारीफ है।

उन्होंने कहा कि जगह जगह पर पेयजल हेतु पर्याप्त पानी की व्यवस्था, पर्याप्त शौचालय की व्यवस्था तथा तथा सफाई की उत्तम व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इन सभी व्यवस्थाओं के साथ-साथ पिंडदान यों को कड़ी धूप में तर्पण ना करना पड़े इसके लिए पूरे फल्गु नदी के तट पर पंडाल का निर्माण किया है जो तीर्थ यात्रियों को तर्पण करने में काफी सहूलियत मिल रहा है। 

इसके पश्चात उन्होंने पंडालों में बैठे तीर्थयात्रियों द्वारा की जा रही तर्पण संबंधित व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए यात्रियों से फीडबैक भी लिया। देवघाट निरीक्षण के दौरान नियंत्रण कक्ष से लगातार विभिन्न जानकारियां अनाउंसमेंट करवाते रहने का निर्देश दिए हैं। 

उन्होंने घाट पर प्रतिनियुक्त सभी पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को कहा कि आज पितृ दीपावली है आज तीर्थ यात्रीगण घाट पर नदी में दीप जलते हैं। सभी पदाधिकारी के जिम्मेदारी होगी कि कोई भी तीर्थ यात्री घाट पर पटाखा ना फोड़े। पटाखा फोड़ने से कोई भी घटना घट सकती है इससे लोगों को कोई नुकसान ना हो इसे पूरा ध्यान से देखना है। किसी भी हाल में घाट पर पटाखा का प्रयोग नहीं किया जाएगा, केवल दीप जलाया जाएगा। 

इसके उपरांत जिलाधिकारी द्वारा गजाधर घाट होते हुए शमशान घाट तक तीर्थयात्रियों के भीड़ को देखते हुए रुक रुक कर यात्रियों से जानकारियां लेते रहे। उसके बाद लष्मी उद्यान से होते हुए दक्षिण की ओर दरवाजा से मंदिर पहुच कर यात्रियों को कतारबद्ध तरीके के मंदिर गर्वगृह में किये जा रहे प्रवेश को देखा। सभी यात्री ने प्रशासन को धन्यवाद देते फिरे की काफी अच्छी व्यवस्था हम सभी तीर्थ यात्रियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा किया गया है सबसे अच्छी बात है कि हम सभी दूर दराज से लोग भगवान विष्णु की दर्शन करने आते हैं कतारबद्ध तरीके से लाइन में लगकर शतप्रतिशत सभी तीर्थयात्री भगवान का दर्शन कर पा रहे हैं, जो पहले भीड़ भाड़ में कुछ व्यक्ति दर्शन करने से वंचित रह जाते थे। 

इसके उपरांत आज देव दीपावली के अवसर पर मंदिर को फूलों से भव्य रूप में सजाएं जा रहे कार्य को देखा। इसके उपरांत मंदिर गर्वगृह में जाकर भगवान का दर्शन किया। इसके पश्चात उन्होंने ईरिक्शा के माध्यम से विष्णुपद से चांद चौरा चले गए। 

इस अवसर पर अनुमंडल पदाधिकारी सदर, वरीय उप समाहर्ता अमित पटेल, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी मौजूद थे।

गया से मनीष कुमार

शेरघाटी में आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना, सरकार के खिलाफ लगाए नारे

गया/शेरघाटी। बुधवार को स्थानीय प्रखंड क्षेत्र के आंगनवाड़ी सेविका/सहायिका ने बिहार राज्य आंगनवाड़ी सेविका एवं सहायिका संघ के तत्वाधान में बाल विकास परियोजना कार्यालय शेरघाटी के समक्ष धरना दिया।

जिसमें दर्जनो आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका शामिल हुए। धरना का वजह आठ सूत्री मांगों को लेकर थी। जो गत माह के 29 तारीख से की जा रही है। इस संबंध में आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका ने बताया कि हम सब की मांग है कि अन्य राज्यो की तरह आंगनवाड़ी सेविका एवं सहायिका को देय मानदेय के समान मानदेय के अलावा सर्वोच्च

न्यायालय के दिये गये फैसले के अनुसार ग्रेच्युटी देने, 45वें एवं 46वें श्रम संशोधन को लागू करने एवं सेविका एवं सहायिका के सेवाकाल में मृत्यु के हालात में आश्रित को नोकरी देने आदि की मांग की जा रही है। धरना में संघ के अघ्यक्ष उमा कुमारी सिन्हा, गीता कुमारी, संयुक्त मंत्री नगीना देवी, संयुक्त सचिव पिकीं सिन्हा, अमृता कुमारी, कुमारी आभा, सकीना खानम एवं रानी कुमारी आदि शामिल हुए।

शेरघाटी थाना की पुलिस ने फरार चल रहे एक अभियुक्त को किया गिरफ्तार

गया/शेरघाटी। शेरघाटी थाना की पुलिस ने बीते कई महीना से फरार चल रहे एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। मामला थाना इलाके के गांव महप्तापुर से जुड़ा है।

जहां गत अगस्त माह के दौरान आपसी मारपीट की घटना घटी थी। जिसके लेकर पीडित पक्ष ने गांव के ही तीन लोगों के खिलाफ थाने में मुकदमा दर्ज कराये थे।जिसमें उपेन्द्र यादव समेत तीन अन्य शामिल थे। जिसके आरोप में शेरघाटी थाना की पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

गया के आमस थाना परिसर में दुर्गा पूजा को लेकर शांति समिति की हुई बैठक, बीडीओ ने मौजूद लोगों से कही यह बात

गया - जिले के आमस थाना परिसर में बुधवार को दुर्गा पूजा को लेकर थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार व बीडीओ ड्रॉ अवतुल्य कुमार आर्य की अध्यक्षता में शांति समिति की बैठक आयोजित किया गया। इस दौरान बीडीओ बैठक को संबोधित करते हुए कहा की दुर्गा पूजा शांति पूर्वक भाईचारे के साथ मनाएं।

उन्होंने कहा पंडाल में किसी प्रकार तीव्र ध्वनि बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। दुर्गा पूजा में भीड़ वाली जगहों पर पुलिस बल की तैनाती की जायेगी। थानाध्यक्ष ने कहा की किसी भी हाल में दुर्गा पूजा के मौके पर हुडदंग करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। पूजा समिति को भी इस बात का ख्याल रखना होगा की पूजा पंडाल में किसी प्रकार के हुडदंग न हो। अगर असामाजिक तत्वों द्वारा हुडदंड करने का प्रयास करे। फॉरन पुलिस के सूचना दे उसके खिलाफ करवाई की जाएगी 

कहा कि सभी पूजा समिति सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन के अनुसार ही पूजा करें। इस दौरान पर प्रखंड प्रमुख लड्डन खान, मुखिया अनुराग रंजन, महेंद्र पासवान, जानकी चौहान, किशोरी मांझी, दीपक कुमार सिंह, पंचायत समिति सदस्य वीरेंद्र यादव, बाबर अली, अरुण पासवान, रूपलाल चौहान, खुरम खान, भाजपा नेता रौशन गुप्ता, धनंजय सिंह, अर्जुन यादव सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थें।

गया से मनीष कुमार

दुर्गापूजा को लेकर थाना में शांति समिति की बैठक संपन्न, डीजे पर रहेगा पूर्ण प्रतिबंध

गया - जिले के बाराचट्टी थाना परिसर में बुधवार को आगामी दुर्गापूजा पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक संपन्न हुई इसमें मुख्य तौर पर पर्व को शांति पूर्ण तरीके से हो इसके लिए यह बैठक आयोजित की गई।

बैठक में पहुंचे गणमान्य लोगो ने एक स्वर में कहा कि संवेदनशील जगहों पर पुलिस की सख्ती हो इस संबंध में लोगो को संबोधित करते हुए थानाध्यक्ष रूपेश कुमार सिन्हा ने कहा की आगामी दुर्गापूजा पर्व को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से पर्व सफल हो जिसके लिए पुलिस तत्पर है। साथ ही डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा साथ ही शराब, शराब कारोबारियों और शरारती तत्व जो पर्व में शांति सौहार्द बिगाड़ने वालो के लिए पुलिस नजर बनाए हुए रहेगी जिसपर कार्यवाही के लिए पुलिस तैयार है। 

साथ हीं सीसीटीवी पर जोर देते हुए कहा कि बिना अनुज्ञप्ति के मूर्ति बैठाना नही है और जहां मूर्ति या पंडाल होगा वहां सीसीटीवी जरूर लगाएं इसके लिए आयोजको से आग्रह किया है साथ हीं संवेदनशील जगहों पर पुलिस की नजर बनी रहेगी और पेट्रोलिंग वाहन सड़क में दौड़ती रहेगी। 

बैठक में मुखिया विजय प्रसाद सिन्हा, शैलेश कुमार उर्फ गब्ब्बू लाल, शंकर प्रसाद गुप्ता हरेंद्र सिंह भोक्ता, मुखिया संजीव कुमार, छोटू कुमार, बढ़न यादव, मुनेश्वर यादव, उप मुखिया सुरेंद्र यादव, उमेश यादव, महेंद्र कुमार सिंह, विवेक सोनी, करण कुमार, संजय कुमार सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

रिपोर्ट: गणेश गुप्ता

अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन का हुआ लोकार्पण

गया : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर पूरे देश में चल रहे ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ अभियान के दौरान गैर सरकारी संगठन प्रयास जुवेनाइल ऐड सेंटर ने गया जिले के बोधगया प्रखंड के शेखवारा एवं अन्य कई जगहों में भुवन ऋभु की किताब ‘व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन :टिपिंग प्वाइंट टू एंड चाइल्ड मैरेज’का लोकार्पण किया।

प्रख्यात बाल अधिकार कार्यकर्ता और महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा की लड़ाई लड़ने वाले सुप्रीम कोर्ट के प्रखर अधिवक्ता भुवन ऋभु महिलाओं एवं बच्चों के लिए काम करने वाले गैर सरकारी संगठन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सलाहकार भी हैं। इस अभियान का लक्ष्य 2030 तक बाल विवाह का पूरी तरह खात्मा और इस तरह हर साल 15 लाख बच्चियों को बाल विवाह से बचाना है। अभियान खास तौर से देश में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मौजूदा सरकारी नीतियों और 

कानूनों के क्रियान्वयन पर है केंद्रित

इस किताब का लोकार्पण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बोधगया बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती जय श्री दास ने किया। इस मौके पर शेखवारा पंचायत के मुखिया श्रीमती रूबी देवी, मध्य विद्यालय के शिक्षकगण, संस्था के जिला प्रभारी देवेन्द्र मिश्रा, कार्यकर्त्ता गौतम परमार, मोनिका कुमारी, अजीत कुमार, ओमप्रकाश कुमार के अलावा अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथी ने कहा कि बाल विवाह कि चुनौती का सामना करने के रास्ते में उल्लेखनीय प्रगति हुई है लेकिन बहुत कुछ बाकी है क्योंकि देश अभी उस टिपिंग प्वाइंट यानी उस बिंदु पर नहीं पहुंच पाया है जहां छोटे बदलावों और घटनाओं की श्रृंखला इतनी बड़ी हो जाती है जो एक बड़ा और आमूल परिवर्तन कर सकें। भारत में बाल विवाह की मौजूदा दर 23.3 प्रतिशत है और यूनीसेफ का अनुमान है कि अगर पिछले दस साल से हुई प्रगति जारी रही तो 2050 तक जाकर भारत में बाल विवाह की दर घट कर छह प्रतिशत पर आ पाएगी। यह एक परेशान करने वाला आंकड़ा है और इसका मतलब है कि 2023 से लेकर 2050 के बीच सात पीढ़ियों तक बाल विवाह का दंश बच्चों से उनका बचपन छीनता रहेगा।

‘व्हेन चिल्ड्रेन हैव चिल्ड्रेन’ सुझाती है कि 2030 तक राष्ट्रीय बाल विवाह दर को 5.5 प्रतिशत तक लाना संभव है- ये संख्या वो देहरी है जहां से बाल विवाह का चलन अपने आप घटने लगेगा और लक्षित हस्तक्षेपों पर निर्भरता भी कम होने लगेगी। भुवन ऋभु अपनी किताब में लिखते हैं, “जरूरत है बस समस्या की गंभीरता को समझते हुए दृढ़ संकल्प के साथ यह कहने की कि, ‘अब और नहीं। पैदा होते ही मां को खो देने, बेचे जाने, बलात्कार का शिकार होने का मतलब एक बच्चे का बार-बार मरना है।

गैर सरकारी संगठन कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन देश के कोने-कोने के 288 जिलों में कार्यरत 160 संगठनों के साथ मिल कर स्थानीय और जमीनी स्तर पर बाल विवाह के खात्मे के लिए काम कर रहा है। ये सभी संगठन 16 अक्तूबर 2023 बाल विवाह मुक्त भारत दिवस की तैयारियों में जुटे हैं। इस दिन देश के हजारों गांवों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता कार्यक्रमों, नुक्कड़ नाटकों, बाल विवाह के खिलाफ प्रतिज्ञाओं, कार्यशालाओं, मशाल जुलूस और तमाम अन्य गतिविधियों के माध्यम से संदेश दिया जाएगा कि बाल विवाह हर हाल में खत्म होना चाहिए। गया जिले के 5 प्रखंड के 150 गांव में संस्था द्वारा जन जन तक बाल विवाह से होने वाले हानि से अवगत कराया जा रहा है।

गया से मनीष कुमार