जातीय सर्वे के जारी रिपोर्ट पर बीजेपी ने उठाया सवाल, विस नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश अध्यक्ष समेत अन्य नेताओं ने कही यह बात
पटना : बीते 2 अक्टूबर गांधी जयंती के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जातिगत गणना सर्वे रिपोर्ट को जारी किए जाने के बाद प्रदेश की सियासत गरम है। खासकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी बीजेपी सत्ताधारी दल पर हमलावर है।
इसी कड़ी मे बीजेपी द्वारा आज प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। जिसमे प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा और नेता विधान परिषद हरि शहनी मौजूद रहे।
मीडिया से बातचीत करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जातीय सर्वे पहली बार विधानसभा में आया था। 14 मंत्री के साथ बीजेपी ने स्पोर्ट किया था।
गरीबो के उत्थान कल्याण में सर्वे में सहयोग किया।जो इस सर्वे में दूर दूर तक नही है। जिसका आज वो ढोल बजा रहे है।
वही प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 2022 में जून माह में नीतीश कुमार के द्वारा प्रस्ताव आया तो 14 मंत्री ने समर्थन दिया।आज भी बीजेपी समर्थन करती है। लेकिन सर्वे पर प्रश्न खड़े हो रहे है।
कहा कि कई संगठन आवाज उठा रहे है।थर्ड जेंडर भी आवाज कर रहे है।संख्या कम क्यों किया गया,क्या तुस्टीकरण तो नही कर रहे है नीतीश कुमार।कई लोगो की जाती पूछी नही गयी। हरि शहनी पिछड़े समाज से आते है उनकी गणना कैसे होगी।
देश मे जब जब आरक्षण की बात आई बीजेपी ने मदद करने का काम किया।मंडल कमीशन सहित कई कमीशन का समर्थन किया था। महिलाओं और पिछड़ो के लिए सनर्थन किया। पूर्ण रूप से हमे सन्तुष्ट करने का काम नीतीश कुमार करे। नीतीश कुमार को जाती के साथ साथ आर्थिक सर्वेक्षण की बाते कहनी चाहिए।
कहा कि नीतीश और लालू में दम है तो गद्दी छोड़े और अतिपिछड़ा को मुख्यमंत्री बनाये।
विधान परिषद के नेता हरि शहनी ने कहा कि सरकार ने आनन फानन में रिपोर्ट जारी किया है।हम जाती के मल्लाह है लेकिन उपजातियों को जगह नही दी गयी है।
पटना से मनीष
Oct 03 2023, 18:08