*भदोही में 410 पेटी शराब के साथ 1 तस्कर अरेस्ट,मधुमक्खी पालन के खाली डिब्बे से छिपाई थी शराब*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही में क्राइम ब्रांच और ज्ञानपुर कोतवाली की संयुक्त टीम ने 410 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की है बताया जाता है कि पंजाब से बिहार शराब की बड़ी खेप भेजी जा रही थी मौके से एक शराब तस्कर गिरफ्तार किया गया है जबकि एक तस्कर भागने में सफल हुआ है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है।

भदोही की एसपी डाक्टर मीनाक्षी कात्यायन ने बताया कि पुलिस टीम ने जो बरामद की है उसमें शराब और ट्रक की कीमत करीब 70 लाख रुपए है उन्होंने कहा कि 45 लाख रुपए से ज्यादा की कीमत की अवैध शराब बरामद की गई है ।

एसपी ने कहा कि पंजाब से शराब की बड़ी खेप बिहार भेजी जा रही थी जहां यह महंगे दामों में का खपाने की योजना तस्करों की थी।अवैध शराब की तस्करी के लिए शराब तस्कर कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं ट्रक के पिछले हिस्से में मधुमक्खी पालन के 120 खाली डब्बे रखे गए थे जिससे चेकिंग के दौरान पुलिस को चकमा दिया जा सके।

भदोही पुलिस की टीम को मुखबिर से सटीक सूचना मिली थी जिसके बाद ट्रक को रोककर जब उसकी अंदर की तरफ तलाशी ली गई तो 410 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब बरामद की गई है वहीं एसपी ने सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है कि मादक पदार्थों की तस्करी पर जनपद से पूर्णता रोक लगाई जाए रात्रि में वाहनों की सघन चेकिंग की जाए।

*नाले में जमा दूषित पानी से बढ़ा बीमारी का खतरा*


भदोही। राष्ट्रीय राजमार्ग पर गोपीगंज पड़ाव स्थित बालिका इंटर कॉलेज व प्राथमिक विद्यालय के पास खुले नाले में जमा दूषित पानी से संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। नाला जाम होने से गंदा पानी सड़क पर बह रहा है।

नाले से उठ रही दुर्गध से राहगीरों के स्कूल जाने वाले बच्चे परेशान हैं। फोरलेन सड़क चौड़ीकरण के दौरान जल निकासी के लिए का निर्माण कराया गया था। उसी के बगल में सिक्स लेन का निर्माण के दौरान नाला बना दिया गया था।

मानक के अनुरूप निर्माण न होने से जल निकासी नहीं हो पा रही है। नतीजा यह हो रहा है कि ओवरफ्लो होकर पानी रास्ते में फैल रहा है। लंबे समय से भरे पानी में सड़न पैदा हो जाने से निकल रहे दुर्गंध से जीना मुहाल हो गया है।

स्थानीय नागरिकों ने इसकी नियमित सफाई कराने के साथ जल निकासी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने की मांग की है।

*वायरल बुखार में भी कम हो रहा प्लेटलेट्स, महकमा सतर्क*


भदोही। डेंगू ही नहीं वायरल फीवर में भी मरीजों की प्लेटलेट्स कम हो रही है। इससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई है।

जिला अस्पताल लैब में जांच के बाद मरीजों में ऐसी समस्या देखने को मिल रही है। स्वास्थ्य विभाग एहतियातन के तौर पर ऐसे मरीजों को डेंगू संदिग्ध मानकर वार्ड में भर्ती कथ कर रहा है।

डॉक्टरों के मुताबिक ऐसा पहले केवल डेंगू में होता था कि प्लेटलेट्स कम हो जाता था, लेकिन अब वायरल से पीड़ित लोगों में भी प्लेटलेट्स कम होने की समस्या देखने को मिल रही है।

जिन्हें बुखार के साथ खांसी, जुकाम, और सांस लेने में दिक्कत है, उनकी जांच करने पर प्लेटलेट्स काफी कम आ रही है। सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि सामान्य व्यक्ति में 1.50 लाख प्लेटलेट्स होते हैं।

डेंगू के मरीज की प्लेटलेट्स धीरे - धीरे कम होता जाते हैं। जब वह अस्पताल जाता है तो जांच के बाद प्लेटलेट्स 30 से 40 हजार तक रह जाता है। अब वायरल फीवर में भी ऐसा देखने को मिल रहा है।

इसलिए मरीजों को घबराने की जरूरत नहीं है। अगर सिर और गले में दर्द,खांसी, जुकाम, बुखार, और भूख न लगने की शिकायत है तो तुरंत चिकित्सक से दिखाना चाहिए। बदलते मौसम में खान-पान का विशेष ध्यान रखें।

*बिना मान्यता प्राप्त विद्यालयों की होगी जांच, टीमें गठित*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में बिना मान्यता के चलने वाले विद्यालयों पर शिकंजा कसा जाएगा। शिक्षा निदेशक का पत्र आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग ने खंड शिक्षा अधिकारियों की छह सदस्यीय टीम गठित कर दी। करीब एक पखवारे तक अभियान चलाकर कार्रवाई करने के बाद इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।जिले में 892 परिषदीय विद्यालयों संग करीब आठ सौ मान्यता प्राप्त पहली से आठवीं तक के विद्यालय संचालित हैं। इसके अलावा सुरियावां, औराई, डीघ, अभोली, ज्ञानपुर और भदोही ब्लॉक के सीमावर्ती क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बिना मान्यता के विद्यालय संचालित हैं।

यही नहीं पांचवीं तक मान्यता लेकर आठवीं और हाईस्कूल तक कक्षाएं भी संचालित हो रही है। 2022 में शिक्षा सत्र शुरू होने के बाद कुछ दिनों तक अभियान चलाकर विभाग शांत हो गया। अब एक बार फिर ऐसे विद्यालयों पर सख्ती होगी। शिक्षा निदेशक बेसिक ने पत्र जारी कर ऐसे विद्यालयों को बंद करने का निर्देश दिया।जिसके बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी नें खंड शिक्षा अधिकारी ज्ञानपुर, भदोही, अभोली, औराई, डीघ और सुरियावां की टीम नामित किया। सभी टीमों को पांच अक्तूबर तक जांच कर 10 अक्तूबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। प्रभारी बीएसए आशीष मिश्रा ने बताया कि छह टीमें गठित हो चुकी हैं। पखवारे भर अभियान चलाकर अमान्य विद्यालयों पर कार्रवाई की जाएगी।

*बुखार की जद में आ रहे बच्चे, बरतें सावधानी*


बुखार की जद में आ रहे बच्चे, बरतें सावधानी

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। बदलता मौसम में बच्चे बीमार हो रहे हैं। खेलते - खेलते तेज बुखार हो जा रहा है। ऐसे में अभिभावकों को सावधानी बरतनी चाहिए। पहला प्रयास होना चाहिए कि उसे तत्काल डाक्टर को दिखाएं जांच के बाद ही दवाएं प्रारंभ होंगी। ध्यान रहे कि बिना डॉक्टर की सलाह के बच्चों को कोई भी दवा न दें।

चिकित्सकों के अनुसार बच्चे को तेज बुखार है। बदन तप रहा है तो साफ कपड़े को पानी में भिगोकर सिर पर रखें। पूरे बदन को भी पोंछे। थोड़ी सी चूक दिमागी बुखार का रुप धारण कर सकती हैं। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में सबसे अधिक संख्या बुखार से पीड़ितों की है। इसमें ही सबसे अधिक बच्चे ही शामिल हैं। दरअसल बारिश के बाद घर के आसपास गढ्ढों आदि स्थानों पर जमा पानी में मच्छर अंडे देते हैं। इसके अलावा मलेरिया, डेंगू आदि रोगों के संवाहक मच्छरों की तादाद बढ़ जाती है।

मौसम में बदलाव के चलते वायरल फीवर की दस्तक हो रही है। ऐसे में थोड़ी सी चूक खतरनाक हो सकता है। महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय के सीएम‌एस डॉ संजय तिवारी ने बताया कि बच्चे को बुखार आए तो तत्काल चिकित्सक के परामर्श से उसे दवाएं देनी चाहिए। कहा कि बच्चे संवदेनशील होते हैं। मेडिकल स्टोर से दवा उनके जीवन के साथ खिलवाड़ जैसा होता है।

*यूपी बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 56 हजार छात्र - छात्राएं होंगे शामिल*


यूपी बोर्ड परीक्षा में इस वर्ष 56 हजार छात्र - छात्राएं होंगे शामिल

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। फरवरी-मार्च में संभावित बोर्ड परीक्षा के लिए हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की तस्वीर करीब-करीब साफ हो गई है। 55 हजार 965 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। 20 सितंबर तक प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण होने पर छात्र-छात्राओं की संख्या तय हो गई। 2023 के सापेक्ष इस बार चार हजार से अधिक परीक्षार्थी घट गए हैं।जिले में 38 राजकीय, 25 वित्तपोषित समेत कुल 190 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेज हैं।

हर साल माध्यमिक शिक्षा परिषद की तरफ से फरवरी-मार्च में बोर्ड परीक्षा कराई जाती है। 2022-23 सत्र की परीक्षा फरवरी में होने के बाद मई में रिजल्ट घोषित किया गया। 2023-24 में होने वाली बोर्ड परीक्षा के लिए जुलाई से ही स्कूलों में प्रवेश शुरू हो गया।नौवीं और 11वीं में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं का अगस्त में परीक्षा फार्म जमा कर उनका विवरण परिषद की वेबसाइट पर अपलोड की गई।

20 सितंबर तक सभी प्रक्रिया पूर्ण होने पर बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के शामिल होने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या साफ हो गई। माध्यमिक शिक्षा विभाग के मुताबिक बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल में 30 हजार 153 और इंटरमीडिएट में 25 हजार 812 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। यह संख्या 2023 की परीक्षा में शामिल छात्र-छात्राओं से करीब चार हजार कम है। यह संख्या हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के 59 हजार रही।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि 55 हजार 965 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे। अब आगे की कार्रवाई शुरू हो गई है।ज्ञानपुर। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए जिले में छात्र-छात्राओं की संख्या का निर्धारण हो चुका है। अब केंद्र तय करने की कवायद शुरू हो गई है। 190 माध्यमिक एवं इंटर कॉलेजों के साथ ही पांच कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की जियो टैगिंग की गई है। डीएम के निर्देश पर नामित अफसरों का सत्यापन पूर्ण होने पर परिषद से केंद्रों का निर्धारण भी हो जाएगा, हालांकि बाद में छात्र-छात्राओं की सहूलियत के लिए कुछ केंद्रों में बदलाव भी हो सकेगा।

*खतरनाक हुए वीआईपी सड़क पर बने गड्ढे,आए दिन दुर्घटनाएं*

खतरनाक हुए वीआईपी सड़क पर बने गड्ढे,आए दिन दुर्घटनाएं

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले की प्रमुख सड़कों में शामिल भदोही -ज्ञानपुर मार्ग की उखड़ी गिट्टियां एवं गड्ढे राहगीरों की समस्या बढ़ गई है। प्रतिदिन इस मार्ग सेडीएम से लेकर सीडीओ,पुलिस अधीक्षक और एक्स‌ईएन लोक निर्माण के वाहन गुजरते हैं, लेकिन किसी ने उस पर ध्यान नहीं दिया। क‌ई स्थानों पर गड्ढे इतने खतरनाक हो ग‌ए है कि रात में बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिर जाते हैं। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी बढ़ रही है।

प्रदेश सरकार गढ्ढामुक्ति अभियान के माध्यम से सड़कों की मरम्मत कराने का दावा करती है, लेकिन धरातल पर स्थिति अलग है। ग्रामीण सड़कों की हालत पहले से दयनीय है, लेकिन शहर की प्रमुख सड़कों की हालत भी ठीक नहीं है। सिक्सलेन के अलावा भदोही - दुर्गागंज, ज्ञानपुर - भदोही प्रमुख सड़क है।

ज्ञानपुर में रहने वाले अधिकतर अधिकारी ज्ञानपुर से भदोही जाने वाले मार्ग से प्रतिदिन आवागमन करते हैं, लेकिन टूटी सड़क को लेकर कोई संजीदा नहीं है। जिला कारागार, पुलिस लाइन और पटेल नगर के समीप सड़क की गिट्टियां क‌ई स्थानों पर उखड़ गई है। पुलिस लाइन के समीप तो गड्ढे भी ब‌न गए हैं, लेकिन अब तक मरम्मत की सुधि नहीं ली गई।

*डेंगू के दो और मरीज मिले, संख्या हुई 23*


डेंगू के दो और मरीज मिले, संख्या हुई 23

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। डेंगू के दो न‌ए मरीज मिले।10 संदिग्धों में दो की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई। इससे डेंगू संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है। डेंगू पीड़ित 13 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 10 मरीजों का अभी भी निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले में डेंगू, मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए जाने का दावा किया जा रहा है।

इसके बाद निजी चिकित्सालयों में बढ़ी रहें संक्रामक मरीजों की संख्या विभागीय दावों की पोल खोल रहे थे‌। बीते साल जिले में डेंगू के रिकार्ड 101 और मलेरिया के 22 केस मिले थे। इस बीच इस साल भी माह भर के अंदर 23 केस मिल चुके हैं। विभागीय दावों की पोल खोल रहे थे।जिले में डेंगू के रिकार्ड और मलेरिया के 22 केस मिले थे।इस बीच इस साल भी माहभर के अंदर 23 केस मिल चुके हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले में दो न‌ए डेंगू के मरीज मिले हैं। इससे मरीजों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है।

जिला मलेरिया अधिकारी राम आसरे पाल ने कहा कि दो संदिग्धों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। दोनों भदोही नगर के रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि संवेदनशील और हाॅटस्पाट क्षेत्रों में दवाओं का छिड़काव टीमें कर रही है। कहा कि डेंगू को लेकर हमें सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं दूसरी ओर बुखार होने पर दो हजार लोगों ने जिला अस्पताल में खून की जांच कराई।

*जिला अस्पताल में रिकार्ड 1113 की ओपीडी*


जिला अस्पताल में रिकार्ड 1113 की ओपीडी

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

भदोही। बदलता मौसम लोगों को बीमार बना रहा है। रात में गुलाबी ठंड और दिन में गर्मी के कारण लोग वायरल फीवर,सर्दी के शिकार बन रहे हैं। जिला अस्पताल में ओपीडी में बड़ी संख्या में बुखार पीड़ित पहुंच गए। दोपहर तक पर्ची काउंटर, इमरजेंसी से लेकर ओपीडी में मरीजों की लंबी-लंबी कतार दिखी।

स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर गौर करें तो जिला अस्पताल में कुल 1133 ओपीडी हुई। एमबीए भदोही, सभी सीएचसी के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या चार हजार से अधिक पहुंच जाएगी।

वरिष्ठ चिकित्सक डॉ प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि मौसम में बदलाव से वायरल बुखार के मरीज बढ़े हैं। डेंगू और मलेरिया होने की आशंका में अधिकतर मरीजों की जांच कराई जा रही है। पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

*करोड़ों खर्च कर बना बस स्टेशन, ठहरती नहीं बसें*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही- जनपद भले ही कालीन के लिए दुनिया भर में जाना जाता है, मगर यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। कहने को तो यहां तीन रोडवेज बस स्टेशन स्थापित हैं, लेकिन आम लोगों के लिए सुविधाएं नहीं है। करोड़ों की लागत से बने रोडवेज स्टेशनों का कोई फायदा नहीं है। ज्ञानपुर में जहां बस नहीं आती वहीं भदोही में सिर्फ कानपुर के लिए एक या दो बसें पहुंचती हैं। औराई में प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसें ही रुकती हैं। आलम यह है कि हाईवे से सटे गोपीगंज कस्बे में एक बस स्टैंड तक नहीं है, जबकि यहां से वाराणसी, इलाहाबाद समेत कानपुर और कोलकाता तक आवागमन होता है।काशी और प्रयाग के मध्य स्थित भदोही जिले के एक छोर पर हाईवे तो दूसरे छोर पर भदोही-बाबतपुर, ज्ञानपुर-दुर्गागंज मार्ग है। सरकार की तरफ से तीनों विधानसभाओं में एक-एक रोडवेज स्टेशन बनाए गए हैं, लेकिन गिने-चुने रूट के बसों का ही ठहराव होता है। इसका असर आम आदमी से लेकर कालीन निर्यात पर भी पड़ता है। बता दें कि भदोही जनपद के कई ऐसे कस्बे हैं, जो हाईवे से लगे हुए हैं। बाबूसराय, महाराजगंज, औराई, गोपीगंज, समेत कई ऐसे कस्बे हैं, जहां रोडवेज स्टैंड के नाम पर सरकारी बस के ड्राइवर मनचाही नाश्तों की दुकान के सामने बस लगा देते हैं। लोगों की मानें तो वहां बस लगाने पर ड्राइवर और कंडक्टर को मुफ्त में नाश्ता, भोजन आदि मिल जाता है। इन खस्ताहाल बसों में जो कंडक्टर होते हैं वह भी मानक के विपरीत सवारी बैठाते हैं।

2008 में बना रोडवेज, अब शोपीस

जिला मुख्यालय पर परिवहन व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए ज्ञानपुर के दुर्गागंज तिराहे पर 2008 में पांच करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो बनाया गया। लोकार्पण के समय लगभग डेढ़ दर्जन बसें उपलब्ध कराकर वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ, प्रतापगढ़, जौनपुर, सीतामढ़ी, भदरांव, धनतुलसी, सुरियावां, भदोही वाया दुर्गागंज का रुट तय किया गया था। इसके कुछ ही दिन बाद एक-एक कर सभी बसें यहां से कहां चली गई, किसी को कुछ नहीं पता।

यहां से सिर्फ कानपुर रूट की दो बसों का संचालन

भदोही के जमुनीपुर बाईपास मार्ग पर 31 दिसंबर 2020 को राजकीय बस डिपो का लोकार्पण किया। सभी को उम्मीद बंध गई थी कि अब भदोही और वाराणसी के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा, लेकिन लोकार्पण के तीन साल बाद भी अब तक न तो भदोही डिपो को अपनी बसें मिल पाईं, न ही भदोही और वाराणसी के बीच रोडवेज बसें संचालित हुईं। फिलहाल कानपुर और वाराणसी के बीच आने-जाने वाली बसों को वाया भदोही चलाया जा रहा है।

प्रयागराज रूट के बसों का होता है ठहराव

दो प्रांतों को जोड़ने वाले औराई चौराहे के समीप करीब ढाई करोड़ की लागत से रोडवेज डिपो का दो साल पूर्व जीर्णेाद्धार कराया गया। यहां पर प्रयागराज से वाराणसी जाने वाली बसों का ही ठहराव होता है। मिर्जापुर, जौनपुर या वाराणसी से प्रयागराज जाने वाली बसें सिक्सलेन से ही गुजर जाती हैं। इससे आम लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पाता।