विश्व पयर्टन दिवस के अवसर जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा जागरुकता शिविर का किया गया आयोजन

औरंगाबाद - आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद के बैनर तले विश्व पयर्टन दिवस के अवसर पर अति प्राचीन तीर्थ स्थल देव सुर्य मंदिर के बाहर जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। 

इस जागरुकता शिवर का थीम " पर्यटन और हरित निवेश" था, जिसकी अध्यक्षता पैनल अधिवक्ता राघवेन्द्र तिवारी और संचालन पारा विधिक स्वयं सेवक विभांशु मिश्र रोशन ने किया। 

पैनल अधिवक्ता सतीश कुमार स्नेही ने बताया कि उपस्थिति जनसमूह को पर्यटन आधारित निवेश और पर्यटन का वैश्विक महत्व से अवगत कराया गया है। देवधाम को पर्यटन के रूप मंक विश्व स्तर पर पहचान है, इसे और प्रचलित करने की बात कही गई। 

बताया गया है कि देव में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निवेश की भरपूर सम्भावना है, पर्यटको को हर तरह से विधिक और धार्मिक मदद करनी चाहिए, इससे धाम और देश का मान सम्मान वृद्धि होती है और निवेशकों की कमी नहीं रहती। उपस्थित लोगों को जिला विधिक सेवा प्राधिकार औरंगाबाद और विधिक जागरूकता के बारे में विस्तार से बताया गया। 

इस अवसर पर देव सुर्य मंदिर न्यास समिति के सचिव विश्वजीत राय ,सुधीर कुमार सिंह, विकास कुमार पाठक, शिवम् पांडे, आनंद मिश्रा,मनीष, रवि सहित अन्य उपस्थित थे। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मिड डे मिल बंद रहने का ग्रामीणों ने किया भारी विरोध, देव के दधपा मिडिल स्कूल में ग्रामीणों ने की तालाबंदी

औरंगाबाद()। औरंगाबाद के देव प्रखंड के दधपा स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद रहने के विरोध में ग्रामीणों ने स्कूल में तालाबंदी कर दी। इसके पूर्व ग्रामीणों ने पहले सभी शिक्षकों को स्कूल से बाहर रहने की सलाह दी।

इस दौरान ग्रामीणों का आक्रोश देखकर सभी शिक्षक विद्यालय से बाहर खड़े रहे।

तीन किमी. पैदल चलकर स्कूल आते है बच्चें लेकिन मिड डे मिल बंद-मौके पर मौजूद ग्रामीण पवन सिंह, शंभू तिवारी, बबलू सिंह, अंकित सिंह, विकास सिंह, मदन सिंह और अखिलेश भारती ने बताया कि स्कूल में आसपास के गांवों दधपा, बसडीहा, माले नगर, भुइया बिगहा, दधपा बिगहा समेत अन्य गांवों के बच्चे पढ़ते है, जो करीब दो से तीन किलोमीटर पैदल चलकर आते है लेकिन विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद रहने से उन्हें काफी परेशानी हो रही है।

खासकर वैसे बच्चें जो समाज के अंतिम पंक्ति में बैठे है, उन्हे ज्यादा ही परेशानी होती है। उन्हें सरकार की योजनाओं का लाभ नही मिल पाता है। प्रखंड से लेकर जिला स्तर तक शिकायत के बावजूद एमडीएम चालू नही होने पर की तालाबंदी- ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय में महयाह्न भोजन बंद रहने की शिकायत उन्होने प्रखंड से लेकर जिला स्तरीय पदाधिकारियों तक से की।शिकायत पर कार्रवाई हुई तो मत्र दो दिन ही बच्चों को मिड डे मिल मिला। बाद में फिर से मध्याह्न भोजन बंद कर दिया गया। इसे लेकर अभिभावक आक्रोशित हो उठे और उन्होने स्कूल में तालाबंदी कर दी।

स्कूल के हेडमास्टर ने खड़े किए हाथ, कहा जब मेरा वेतन बंद तो कैसे चालू करूं एमडीए- इस बारे में पूछे जाने पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक नवनीत कुमार सिंह ने बताया कि उनके पूर्व की प्रभारी प्रधानाध्यापक अलका कुमारी के मातृत्व अवकाश पर चले जाने के कारण प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश निकालकर दो दिनों के अंदर उन्हे संपूर्ण प्रभार लेकर स्कूल में पठन पाठन और मध्याह्न भोजन आदि सुचारू रूप में चलाने को कहा। इस आदेश के आलोक में 9 सितंबर तक मुझे कोई भी प्रभार नही दिया गया।जब इसकी सूचना मैने बीआरसी को दी। इसके बाद सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ ने विद्यालय की जांच की और 11 सितंबर को मुझे आरोपित करते हुए स्पष्टीकरण जारी किया कि आपके द्वारा मध्याह्न भोजन बंद किया गया है।

इस कारण आपका वेतन बंद किया जाता है। कहा कि जब मुझे किसी तरह का प्रभार ही नही दिया गया तो मैं कैसे दोषी हूं। कहा कि 12 सितंबर को मैंने स्पष्टीकरण का जवाब दिया। इसके बाद भी विद्यालय में मध्याह्न भोजन बंद रहा। ग्रामीणों ने जब इसकी शिकायत पटना तक की, तब कार्रवाई की बात होने लगी। इसके बाद डीपीओ सह देव के प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने मध्याह्न भोजन के बीआरपी अरविंद कुमार चौबे तथा लेखापाल अमित कुमार को भेजकर 16 सितंबर को विद्यालय का प्रभार हस्तगत कराया। इसके बाद 17, 18 व 19 सितंबर को विद्यालय में अवकाश था।कहा कि प्रभार देते समय यह बात तय हुआ था कि आप विद्यालय में मध्याह्न भोजन का संचालन कीजिए और आपके बंद वेतन को चालू करने का आदेश निर्गत कर दिया जाएगा। हमने 20 सितंबर से मध्याह्न भोजन शुरू कर दिया। इसके बावजूद मेरे बंद वेतन को चालू कर देने का आदेश नही जारी किया।इसकी सूचना मैंने वरीय अधिकारियों को 23 सितंबर को दी। कहा कि जब मेरा वेतन बंद है तो मैं किस परिस्थिति में मध्याह्न भोजन चालू रखूं। इसी को लेकर दो दिन से मध्याह्न भोजन बंद है। इसे लेकर ही आज ग्रामीणों ने विद्यालय में ताला लगा दिया। इस कारण हम सभी शिक्षक विद्यालय के बाहर है।

डीपीओ सह प्रभारी बीईओ ने कहा, बीईओ की गलती से एमडीएम बंद-इस बारे में जब डीपीओ सह प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से बात की गई तो तो उन्होंने सिर्फ इतना ही कहकर फोन काट दिया कि इसमें प्रधानाध्यापक की गलती है।इसके बाद बार बार फोन किया गया मगर उन्होंने कॉल उठाना मुनासिब नहीं समझा। 

तीन घंटें बाधित रही बच्चों की परीक्षा -विद्यालय में वर्ग 1 से 5 तक के बच्चों की परीक्षा थी जो आज लगभग 3 घंटे तक बाधित रही जबकि विद्यालय में कुल 267 बच्चें नामांकित है।

मामले की जानकारी जब जिला शिक्षा पदाधिकारी संग्राम सिंह को मिली तो उन्होने मामले को गंभीरता से लिया। प्रभारी प्रधानाध्यापक से पूरे मामले की जानकारी ली। कहा कि दो दिनों के अंदर वें खुद आकर पूरे मामले की जांच करेंगे।

डीईओ ने फोन पर की ग्रामीणों से बात, हेडमास्टर को भी दिया एमडीएम चालू करने पर वेतन चालू करने का भरोसा, तब गामीणों ने खोला ताला, फिर शुरु हुआ एमडीएम

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने फोन पर ही ग्रामीणों से बात की। ग्रामीणों से विद्यालय का ताला खोलकर पठन पाठन को सुचारू रूप से चलने देने का आग्रह किया। डीईओ के आश्वासन के बाद ग्रामीण संतुष्ट हुए। उनके द्वारा विद्यालय का ताला खोल दिया गया। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने शिक्षक नवनीत कुमार को आदेश दिया कि मध्याह्न भोजन को सुचारू रूप से चलाए, वेतन बंद करने के आदेश को स्थगित करते हुए आपका वेतन भी चालू करने का आदेश जल्द ही कार्यालय से प्राप्त होगा।ग्रामीणों द्वारा ताला खोले जाने के बाद विद्यालय में शिक्षकों ने प्रवेश किया और विद्यालय को पढ़ाई शुरू कर बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन को चालू कराया।

आकांक्षी प्रखंड कुटुंबा तथा नबीनागर में मनाया गया विश्व गर्भनिरोधक दिवस

*

औरंगाबाद: पिरामल संस्था जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से औरंगाबाद के कुटुंबा तथा नबीनगर प्रखंड में विश्व गर्भनिरोधक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दोनों प्रखंडों की ए एन एम, आशा तथा सभी स्वास्थ कर्मी को परिवार नियोजन के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई साथ ही समुदाय में रैली का भी आयोजन किया गया। 

इसके अलावा प्रत्येक प्रखंड में परिवार नियोजन परामर्श केंद्र बनाया गया जिसमें परिवार नियोजन सलाहकार श्री देवमूर्त और सुधा कुमारी ने नई योग्य दंपतियों और उपस्थित महिलाओं पुरुषों को परिवार नियोजन के अस्थायी तथा स्थाई साधनों के प्रयोग तथा उससे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया और लोंगो को जागरूक किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबन्धक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, प्रखंड बाल विकास परियोजना की महिला पर्यवेक्षिका तथ विश्व स्वास्थ्य संगठन फील्ड मॉनिटर के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम में लगभग 75 से ज्यादा ANM, 80 आशा कार्यकर्ता तथा 50 अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति रही।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद जिलाधिकारी सुहर्ष भगत का तबादला, विवादों से भरा रहा इनका कार्यकाल

औरंगाबाद: जिल के डीएम रहे सुहर्ष भगत का तबादला कर दिया गया है।श्री भगत को राज स्वास्थ्य समिति पटना का अपर कार्यपालक निदेशक बनाया गया है।

वहीं किशनगंज के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री को औरंगाबाद का डीएम बनाया गया है।

गौरतलब है कि श्री भगत अपने पदस्थापन कल से ही विवादों में रहे हैं और उनकी कार्यशैली को लेकर तनाव में आकर एक अधिकारी ने पेरासिटामोल की नौ गोलियां तक खा ली थी। इतना ही नहीं उनके व्यवहार से अन्य अधिकारी भी परेशान रहा करते थे। स्थिति यह हो गई थी की सहायक समाहर्ता रहे शुभम कुमार को भी इनसे मुलाकात करने के लिए बाहर प्रतीक्षा करना पड़ता था।

कमोबेश यही स्थिति अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी, समाहरणालयकर्मी से लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के भी साथ थी और इनके इस व्यवहार की शिकायत भी राज्य सरकार से जन प्रतिनिधियों द्वारा की गई थी।

पत्रकार से भी विवाद का नाता रहा है पूर्व जिला अधिकारी का

श्री भगत उस वक्त और अधिक चर्चा में आ गए जब जिले के पत्रकार के द्वारा उनका हॉट टॉक हुआ था और पत्रकार ने भी उनकी अफसरी झाड़ दी थी और उनकी एक न चलने दी। क्योंकि पदस्थापन काल से ही कुछ पत्रकारों को छोड़कर अधिकतर पत्रकारों के साथ उनका 36 का आंकड़ा चल रहा था।

गौरतलब है कि नव पदस्थापित जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री किशनगंज के जिलाधिकारी हैं और स्थानांतरण के बाद औरंगाबाद का कमान संभालेंगे।

श्री शास्त्री किशनगंज के जिलाधिकारी से पूर्व बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना के परियोजना निदेशक थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नीतीश सरकार ने औरंगाबाद सहित बिहार के 9 जिलों के DM बदले, देखें पूरी सूची.....

औरंगाबाद – प्रदेश की नीतीश सरकार ने नौ आईएएस अफसरों का ट्रांसफऱ किया है. कई जिलों में नए डीएम की पोस्टिंग की गई है. सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है. जमुई के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह को स्थानांतरित कर मुंगेर का डीएम बनाया गया है.

प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार को शिवहर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. वर्तमान डीएम 30 सितंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं. उसके बाद पंकज कुमार वहां के डीएम बनेंगे. मुख्यमंत्री सचिवालय में संयुक्त सचिव राकेश कुमार को जमुई डीएम के तौर पर पदस्थापित किया गया है. मध्याहन भोजन निदेशक मिथिलेश मिश्रा को प्राथमिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

मुंगेर के डीएम नवीन कुमार को रोहतास जिलाधिकारी के पद पर पदस्थापित किया गया है. किशनगंज के डीएम श्रीकांत शास्त्री को स्थानांतरित कर औरंगाबाद का डीएम बनाया गया है. रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार को नगर विकास विभाग में अपर सचिव बनाया गया है.

औरंगाबाद के डीएम सुहर्ष भगत को अपर कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति के पद पर पदस्थापित किया गया है .वित्त विभाग में संयुक्त सचिव तुषार सिंगला को किशनगंज का डीएम बनाया गया है.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सवाल पूछने पर भड़का टीचर बन बैठा हैवान, छात्र को बेरहमी से पीटा

औरंगाबाद : जिले के सदर प्रखंड के बेला गांव में एक निजी कोचिंग में चैप्टर की समझ नही आने पर स्टूडेंट को टीचर से सवाल पूछ्ना महंगा पड़ गया। टीचर ने स्टूडेंट से उल्टा सवाल दाग दिया, जिसका जवाब नही देने टीचर हैवान बन बैठा। उसने स्टूडेंट की बेरहमी से पिटाई कर दी। स्टूडेंट के पीठ पर छड़ी से बेरहमी से पिटाई के लाल निशान साफ दिखाई दे रहा है। स्टूडेंट का औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज कराया गया है।

पीड़ित छात्र पुरुषोत्तम कुमार(12) विशंभर बिगहा निवासी मनोज कुमार यादव का पुत्र हैं। पिता ने बताया कि वह ऑटो चालक हैं। ऑटो चलाकर अपने बाल बच्चों की परवरिश करते हैं। शाम में उन्हे सूचना मिली कि मेरे बेटे पुरुषोत्तम को उसके कोचिंग के शिक्षक अभिनंदन सर ने काफी पिटाई की है और वह बेहोश है। जानकारी मिलते ही वह दौड़ते भागते भागते जब घर पहुंचा। वहां देखा कि मेरा बेटा बेहोश है और उसके पूरे पीठ पर पिटाई के लाल लाल गहरे निशान है।किसी तरह उसे होश में लाकर वह औरंगाबाद मुफस्सिल थाना पहुंचा।

उन्होने पुलिस को टीचर द्वारा की गई हैवानियत की जानकारी दी। बच्चे की हालत देखकर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने सबसे पहले बच्चे का इलाज कराने की सलाह दी। उनके सलाह पर बच्चें को औरंगाबाद सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में लाकर इलाज कराया। इलाज के बाद बच्चें को घर लाया लेकिन पिटाई से पीठ पर उभरे गहरे जख्म के कारण उनका पुत्र दर्द से कराह रहा है।

पिता ने बताया कि शिक्षक अभिनंदन बेला गांव के ही निवासी हैं। वह प्रतिदिन शाम 4 बजे से कोचिंग चलाते हैं।वही पीड़ित स्टूडेंट पुरुषोत्तम ने बताया कि सर जो पढ़ा रहे थे वह उसे समझ में नहीं आ रहा था। इसे लेकर ही उसने सर ने उससे कुछ प्रश्न पूछ दिया, जिसका वह जवाब नही दे पाया। इसी गुस्से में सर ने तांबे के तार से बेरहमी से पिटाई कर दी।उसके रोने की आवाज सुनकर मां ने आकर बचाया।

मामले में औरंगाबाद मुफ्फसिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि टीचर द्वारा बच्चे की पिटाई किये जाने की शिकायत संबंधी आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जिम्मेवारी एसआई प्रणव कुमार को दी गई है। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

10 दिन लापता किशोर का अबतक नहीं चला कुछ पता, परिजनों ने थाने में दर्ज कराया मामला

औरंगाबाद - 10 दिनों से लापता किशोर का मामला नगर थाना में दर्ज करवाया गया है। इस संबध में शाहपुर गांव निवासी किशोर कुमार उर्फ मोहर सिंह ने अपने लापता पुत्र युवराज पवार उर्फ रवि के खोजबीन की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि उनका पुत्र 16 सितंबर को ट्रेन से घर लौटने के क्रम में नशाखुरानी का शिकार हो गया था और तारेगना रेलवे स्टेशन पर बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर मैं वहां पहुंचा और तत्काल मसौढ़ी में प्राथमिक उपचार कराकर अपने घर औरंगाबाद लेकर आ गया।

इसके बाद औरंगाबाद में भी उसका इलाज कराया गया लेकिन नशा का असर खत्म नहीं होने के कारण 17 सितंबर की रात्रि करीब 8 बजे वह अपने घर से भाग गया। उसकी काफी खोजबीन की गई लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चल सका है।

युवराज की उम्र क़रीब 19 वर्ष, ऊंचाई लगभग 6 फीट एवं रंग गोरा है। वह काला टी-शर्ट और ब्लू जींस पहने हुए हैं। युवक के पिता ने नगर थानाध्यक्ष से उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पोखर में डूबने से किसान की मौत, परिवार मे मचा कोहराम

औरंगाबाद - पोखर में डूबने से एक किसान की मौत हो गई। मृतक की पहचान दाउदनगर थाना क्षेत्र के अरई गांव निवासी 70 वर्षीय बिंदेश्वर सिंह के रूप में की गई है। घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं मामले की छानबीन की जा रही है।

मृतक के परिजनों ने बताया कि सोमवार की रात बुजुर्ग शौच के लिए पोखर की तरफ गए थे। काफी देर तक वापास नहीं लौटने पर परिजनों ने जाकर देखा तो उनका शव पोखर में पड़ा हुआ था। इस घटना की सूचना परिजनों एवं आसपास के लोगों को दी गई और शव को पानी से बाहर निकाला गया। वही मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि रात्रि में पैर फिसलने से बुजुर्ग गहरे पानी में चले गए जिसमें उनकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

ग्रामीणों ने बताया कि उस जगह जेसीबी से मिट्टी काटकर गड्ढा किया गया है, अब जो पोखर बन गया है जिसमें गिरने से उनकी मौत हो गई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सीआरपीफ 47वीं बटालियन देव ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का किया गया आयोजन

औरंगाबाद – जिले के देव के भवानीपुर,अन्नदपुरा और सढकर गांव में सीआरपीफ 47वीं बटालियन देव ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम सीआरपीएफ के कमांडेंट जियाऊ के निर्देशानुसार सहायक कमांडेंट सुशील जोशी के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली गई। कलश में गांव की महिलाओं ने अपने घरों से मिटी लाकर डाला।

सहायक कमांडेंट सुशील जोशी ने बताया कि भारत अपने आजादी के 75वर्ष पूरा कर चुका है। इस उपलक्ष में पूरा देश अमृत उत्सव के रूप में मना रहा है।इसी के तहत गांव गांव में जाकर घर घर से मिटी संग्रह की जा रही है।

इस दौरान इंस्पेक्टर जुगी लाल,सब इंस्पेक्टर संजय कुमार के साथ सीआरपीफ के दर्जनों जवान उपस्थित रहें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

शराब के नशे में पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट , दहेज के लिए पीट-पीटकर ले ली जान।


औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब गांव से दिल दहला देनेवाली घटना सामने आई है जहां शराब के नशे में धुत्त होकर आए पति ने अपनी ही पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। मृतिका की पहचान भरूब गांव के निवासी पप्पू यादव की 30 वर्षीय पत्नी मुन्नी देवी के रूप में हुई है। मुन्नी देवी का मायके मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के ओरा गांव है। मुन्नी देवी की शादी 2018 में बड़ी ही धूमधाम से भरुब निवासी पप्पू यादव से हुई थी। जो भी बन पड़ा था वो सब शादी में उपहारा स्वरूप दिया था।

मृतिका के भाई ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से बहनोई पप्पू यादव सोने की चेन और मोटरसाइकिल के लिए मेरी बहन के साथ हमेशा मारपीट करते रहता था। इसको लेकर कई बार हम लोग उसे समझाएं बुझाए थे, लेकिन वह अपनी हरकत से बाज नहीं आता था। मगर आज तो हद ही हो गई जब संध्या करीब 5 बजे वह शराब के नशे में टूल होकर अपने घर आया और मेरी बहन के साथ जमकर मारपीट की। मारपीट के दौरान गंभीर चोट लगने से मेरी बहन बेहोश हो गई।

बहनोई व उसके परिजन गांव के ही डॉक्टर से इलाज करवाया। स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने बाहर जाने की सलाह दी। बहनोई पप्पू यादव और उसके ससुर बिरजु यादव दाउदनगर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। घटना की सूचना मेरी भगिनी ने चुपके से दूसरे के मोबाइल से हम लोग को दी। सूचना पाकर हम सभी दाउदनगर के निजी अस्पताल में पहुंचे जहां मेरी बहन का हालत गंभीर था। इसी क्रम में उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना ओबरा थाने की पुलिस को दी ।

सूचना पर ओबरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा अपने पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, औरंगाबाद भेज दिया है। वही पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए मृतका के पति पप्पू यादव और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका के भाई मनोज कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मृतिका की दो बेटी है। मौत की खबर सुनकर परिजनो में कोहराम मच गया और सबका रो-रोकर बुरा हाल है।

औरंगाबाद बिहार से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट