आकांक्षी प्रखंड कुटुंबा तथा नबीनागर में मनाया गया विश्व गर्भनिरोधक दिवस

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औरंगाबाद: पिरामल संस्था जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से औरंगाबाद के कुटुंबा तथा नबीनगर प्रखंड में विश्व गर्भनिरोधक दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें दोनों प्रखंडों की ए एन एम, आशा तथा सभी स्वास्थ कर्मी को परिवार नियोजन के विभिन्न बिंदुओं पर जानकारी दी गई साथ ही समुदाय में रैली का भी आयोजन किया गया। 

इसके अलावा प्रत्येक प्रखंड में परिवार नियोजन परामर्श केंद्र बनाया गया जिसमें परिवार नियोजन सलाहकार श्री देवमूर्त और सुधा कुमारी ने नई योग्य दंपतियों और उपस्थित महिलाओं पुरुषों को परिवार नियोजन के अस्थायी तथा स्थाई साधनों के प्रयोग तथा उससे होने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया और लोंगो को जागरूक किया गया।

इस कार्यक्रम में प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबन्धक, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक, प्रखंड बाल विकास परियोजना की महिला पर्यवेक्षिका तथ विश्व स्वास्थ्य संगठन फील्ड मॉनिटर के साथ अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

इस कार्यक्रम में लगभग 75 से ज्यादा ANM, 80 आशा कार्यकर्ता तथा 50 अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की उपस्थिति रही।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद जिलाधिकारी सुहर्ष भगत का तबादला, विवादों से भरा रहा इनका कार्यकाल

औरंगाबाद: जिल के डीएम रहे सुहर्ष भगत का तबादला कर दिया गया है।श्री भगत को राज स्वास्थ्य समिति पटना का अपर कार्यपालक निदेशक बनाया गया है।

वहीं किशनगंज के जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री को औरंगाबाद का डीएम बनाया गया है।

गौरतलब है कि श्री भगत अपने पदस्थापन कल से ही विवादों में रहे हैं और उनकी कार्यशैली को लेकर तनाव में आकर एक अधिकारी ने पेरासिटामोल की नौ गोलियां तक खा ली थी। इतना ही नहीं उनके व्यवहार से अन्य अधिकारी भी परेशान रहा करते थे। स्थिति यह हो गई थी की सहायक समाहर्ता रहे शुभम कुमार को भी इनसे मुलाकात करने के लिए बाहर प्रतीक्षा करना पड़ता था।

कमोबेश यही स्थिति अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी, समाहरणालयकर्मी से लेकर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के भी साथ थी और इनके इस व्यवहार की शिकायत भी राज्य सरकार से जन प्रतिनिधियों द्वारा की गई थी।

पत्रकार से भी विवाद का नाता रहा है पूर्व जिला अधिकारी का

श्री भगत उस वक्त और अधिक चर्चा में आ गए जब जिले के पत्रकार के द्वारा उनका हॉट टॉक हुआ था और पत्रकार ने भी उनकी अफसरी झाड़ दी थी और उनकी एक न चलने दी। क्योंकि पदस्थापन काल से ही कुछ पत्रकारों को छोड़कर अधिकतर पत्रकारों के साथ उनका 36 का आंकड़ा चल रहा था।

गौरतलब है कि नव पदस्थापित जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री किशनगंज के जिलाधिकारी हैं और स्थानांतरण के बाद औरंगाबाद का कमान संभालेंगे।

श्री शास्त्री किशनगंज के जिलाधिकारी से पूर्व बिहार शिक्षा परियोजना परिषद पटना के परियोजना निदेशक थे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

नीतीश सरकार ने औरंगाबाद सहित बिहार के 9 जिलों के DM बदले, देखें पूरी सूची.....

औरंगाबाद – प्रदेश की नीतीश सरकार ने नौ आईएएस अफसरों का ट्रांसफऱ किया है. कई जिलों में नए डीएम की पोस्टिंग की गई है. सामान्य प्रशासन विभाग की तरफ से अधिसूचना जारी कर दी गई है. जमुई के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह को स्थानांतरित कर मुंगेर का डीएम बनाया गया है.

प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार को शिवहर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है. वर्तमान डीएम 30 सितंबर को सेवानिवृत हो रहे हैं. उसके बाद पंकज कुमार वहां के डीएम बनेंगे. मुख्यमंत्री सचिवालय में संयुक्त सचिव राकेश कुमार को जमुई डीएम के तौर पर पदस्थापित किया गया है. मध्याहन भोजन निदेशक मिथिलेश मिश्रा को प्राथमिक शिक्षा निदेशक का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.

मुंगेर के डीएम नवीन कुमार को रोहतास जिलाधिकारी के पद पर पदस्थापित किया गया है. किशनगंज के डीएम श्रीकांत शास्त्री को स्थानांतरित कर औरंगाबाद का डीएम बनाया गया है. रोहतास के डीएम धर्मेंद्र कुमार को नगर विकास विभाग में अपर सचिव बनाया गया है.

औरंगाबाद के डीएम सुहर्ष भगत को अपर कार्यपालक निदेशक राज्य स्वास्थ्य समिति के पद पर पदस्थापित किया गया है .वित्त विभाग में संयुक्त सचिव तुषार सिंगला को किशनगंज का डीएम बनाया गया है.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सवाल पूछने पर भड़का टीचर बन बैठा हैवान, छात्र को बेरहमी से पीटा

औरंगाबाद : जिले के सदर प्रखंड के बेला गांव में एक निजी कोचिंग में चैप्टर की समझ नही आने पर स्टूडेंट को टीचर से सवाल पूछ्ना महंगा पड़ गया। टीचर ने स्टूडेंट से उल्टा सवाल दाग दिया, जिसका जवाब नही देने टीचर हैवान बन बैठा। उसने स्टूडेंट की बेरहमी से पिटाई कर दी। स्टूडेंट के पीठ पर छड़ी से बेरहमी से पिटाई के लाल निशान साफ दिखाई दे रहा है। स्टूडेंट का औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज कराया गया है।

पीड़ित छात्र पुरुषोत्तम कुमार(12) विशंभर बिगहा निवासी मनोज कुमार यादव का पुत्र हैं। पिता ने बताया कि वह ऑटो चालक हैं। ऑटो चलाकर अपने बाल बच्चों की परवरिश करते हैं। शाम में उन्हे सूचना मिली कि मेरे बेटे पुरुषोत्तम को उसके कोचिंग के शिक्षक अभिनंदन सर ने काफी पिटाई की है और वह बेहोश है। जानकारी मिलते ही वह दौड़ते भागते भागते जब घर पहुंचा। वहां देखा कि मेरा बेटा बेहोश है और उसके पूरे पीठ पर पिटाई के लाल लाल गहरे निशान है।किसी तरह उसे होश में लाकर वह औरंगाबाद मुफस्सिल थाना पहुंचा।

उन्होने पुलिस को टीचर द्वारा की गई हैवानियत की जानकारी दी। बच्चे की हालत देखकर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने सबसे पहले बच्चे का इलाज कराने की सलाह दी। उनके सलाह पर बच्चें को औरंगाबाद सदर अस्पताल के बच्चा वार्ड में लाकर इलाज कराया। इलाज के बाद बच्चें को घर लाया लेकिन पिटाई से पीठ पर उभरे गहरे जख्म के कारण उनका पुत्र दर्द से कराह रहा है।

पिता ने बताया कि शिक्षक अभिनंदन बेला गांव के ही निवासी हैं। वह प्रतिदिन शाम 4 बजे से कोचिंग चलाते हैं।वही पीड़ित स्टूडेंट पुरुषोत्तम ने बताया कि सर जो पढ़ा रहे थे वह उसे समझ में नहीं आ रहा था। इसे लेकर ही उसने सर ने उससे कुछ प्रश्न पूछ दिया, जिसका वह जवाब नही दे पाया। इसी गुस्से में सर ने तांबे के तार से बेरहमी से पिटाई कर दी।उसके रोने की आवाज सुनकर मां ने आकर बचाया।

मामले में औरंगाबाद मुफ्फसिल थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि टीचर द्वारा बच्चे की पिटाई किये जाने की शिकायत संबंधी आवेदन प्राप्त हुआ है। मामले की जांच की जिम्मेवारी एसआई प्रणव कुमार को दी गई है। जांच के बाद अग्रेतर कार्रवाई की जाएगी।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

10 दिन लापता किशोर का अबतक नहीं चला कुछ पता, परिजनों ने थाने में दर्ज कराया मामला

औरंगाबाद - 10 दिनों से लापता किशोर का मामला नगर थाना में दर्ज करवाया गया है। इस संबध में शाहपुर गांव निवासी किशोर कुमार उर्फ मोहर सिंह ने अपने लापता पुत्र युवराज पवार उर्फ रवि के खोजबीन की मांग की गई है।

उन्होंने बताया कि उनका पुत्र 16 सितंबर को ट्रेन से घर लौटने के क्रम में नशाखुरानी का शिकार हो गया था और तारेगना रेलवे स्टेशन पर बेहोशी की हालत में पड़ा हुआ था। इसकी सूचना मिलने पर मैं वहां पहुंचा और तत्काल मसौढ़ी में प्राथमिक उपचार कराकर अपने घर औरंगाबाद लेकर आ गया।

इसके बाद औरंगाबाद में भी उसका इलाज कराया गया लेकिन नशा का असर खत्म नहीं होने के कारण 17 सितंबर की रात्रि करीब 8 बजे वह अपने घर से भाग गया। उसकी काफी खोजबीन की गई लेकिन अब तक उसका कोई पता नहीं चल सका है।

युवराज की उम्र क़रीब 19 वर्ष, ऊंचाई लगभग 6 फीट एवं रंग गोरा है। वह काला टी-शर्ट और ब्लू जींस पहने हुए हैं। युवक के पिता ने नगर थानाध्यक्ष से उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

पोखर में डूबने से किसान की मौत, परिवार मे मचा कोहराम

औरंगाबाद - पोखर में डूबने से एक किसान की मौत हो गई। मृतक की पहचान दाउदनगर थाना क्षेत्र के अरई गांव निवासी 70 वर्षीय बिंदेश्वर सिंह के रूप में की गई है। घटना की सूचना पर स्थानीय पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। वहीं मामले की छानबीन की जा रही है।

मृतक के परिजनों ने बताया कि सोमवार की रात बुजुर्ग शौच के लिए पोखर की तरफ गए थे। काफी देर तक वापास नहीं लौटने पर परिजनों ने जाकर देखा तो उनका शव पोखर में पड़ा हुआ था। इस घटना की सूचना परिजनों एवं आसपास के लोगों को दी गई और शव को पानी से बाहर निकाला गया। वही मामले की सूचना पुलिस को दी गई।

ऐसी आशंका जताई जा रही है कि रात्रि में पैर फिसलने से बुजुर्ग गहरे पानी में चले गए जिसमें उनकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही परिजनों के बीच कोहराम मच गया। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

ग्रामीणों ने बताया कि उस जगह जेसीबी से मिट्टी काटकर गड्ढा किया गया है, अब जो पोखर बन गया है जिसमें गिरने से उनकी मौत हो गई।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सीआरपीफ 47वीं बटालियन देव ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का किया गया आयोजन

औरंगाबाद – जिले के देव के भवानीपुर,अन्नदपुरा और सढकर गांव में सीआरपीफ 47वीं बटालियन देव ने मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

यह कार्यक्रम सीआरपीएफ के कमांडेंट जियाऊ के निर्देशानुसार सहायक कमांडेंट सुशील जोशी के नेतृत्व में कलश यात्रा निकाली गई। कलश में गांव की महिलाओं ने अपने घरों से मिटी लाकर डाला।

सहायक कमांडेंट सुशील जोशी ने बताया कि भारत अपने आजादी के 75वर्ष पूरा कर चुका है। इस उपलक्ष में पूरा देश अमृत उत्सव के रूप में मना रहा है।इसी के तहत गांव गांव में जाकर घर घर से मिटी संग्रह की जा रही है।

इस दौरान इंस्पेक्टर जुगी लाल,सब इंस्पेक्टर संजय कुमार के साथ सीआरपीफ के दर्जनों जवान उपस्थित रहें।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

शराब के नशे में पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट , दहेज के लिए पीट-पीटकर ले ली जान।


औरंगाबाद जिले के ओबरा थाना क्षेत्र के भरूब गांव से दिल दहला देनेवाली घटना सामने आई है जहां शराब के नशे में धुत्त होकर आए पति ने अपनी ही पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। मृतिका की पहचान भरूब गांव के निवासी पप्पू यादव की 30 वर्षीय पत्नी मुन्नी देवी के रूप में हुई है। मुन्नी देवी का मायके मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के ओरा गांव है। मुन्नी देवी की शादी 2018 में बड़ी ही धूमधाम से भरुब निवासी पप्पू यादव से हुई थी। जो भी बन पड़ा था वो सब शादी में उपहारा स्वरूप दिया था।

मृतिका के भाई ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद से बहनोई पप्पू यादव सोने की चेन और मोटरसाइकिल के लिए मेरी बहन के साथ हमेशा मारपीट करते रहता था। इसको लेकर कई बार हम लोग उसे समझाएं बुझाए थे, लेकिन वह अपनी हरकत से बाज नहीं आता था। मगर आज तो हद ही हो गई जब संध्या करीब 5 बजे वह शराब के नशे में टूल होकर अपने घर आया और मेरी बहन के साथ जमकर मारपीट की। मारपीट के दौरान गंभीर चोट लगने से मेरी बहन बेहोश हो गई।

बहनोई व उसके परिजन गांव के ही डॉक्टर से इलाज करवाया। स्थिति गंभीर देखते हुए डॉक्टर ने बाहर जाने की सलाह दी। बहनोई पप्पू यादव और उसके ससुर बिरजु यादव दाउदनगर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गए। घटना की सूचना मेरी भगिनी ने चुपके से दूसरे के मोबाइल से हम लोग को दी। सूचना पाकर हम सभी दाउदनगर के निजी अस्पताल में पहुंचे जहां मेरी बहन का हालत गंभीर था। इसी क्रम में उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना ओबरा थाने की पुलिस को दी ।

सूचना पर ओबरा थानाध्यक्ष सुशील कुमार शर्मा अपने पूरे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, औरंगाबाद भेज दिया है। वही पुलिस ने त्वरित कारवाई करते हुए मृतका के पति पप्पू यादव और ससुर को गिरफ्तार कर लिया है। मृतिका के भाई मनोज कुमार के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। मृतिका की दो बेटी है। मौत की खबर सुनकर परिजनो में कोहराम मच गया और सबका रो-रोकर बुरा हाल है।

औरंगाबाद बिहार से दीनानाथ मौआर की रिपोर्ट

संविधान और समाज को बचाने के लिए बहन मायावती को करें मजबूत : अनिल कुमार

नबीनगर/औरंगाबाद : बहुजन समाज पार्टी, औरंगाबाद के तत्वाधान में रविवार को नगर भवन, नबीनगर में विशाल कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की विधिवत शुरूआत बसपा के बिहार प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार, केन्द्रीय प्रदेश प्रभारी लाल जी मेघांकर एवं प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर एवं कांशीराम के तैल्यचित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष प्रेमचंद राम एवं संचालन महेंद्र गुप्ता ने किया।

कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने कहा की कांशीराम ने "जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी" का नारा दिया था। भारत में मंडल आयोग तो लागू हुआ लेकिन 52% पिछडे अति पिछड़ों को मात्र 27% ही आरक्षण प्राप्त हुआ। पिछड़े समाज में जन्में ज्योतिया राय फूले, छत्रपति शाहूजी महाराज, पेरियार रामास्वामी नायकर इत्यादि महापुरुषों के आदर्श पर चलकर उत्तर प्रदेश में बहन कुमारी मायावती ने अपने शासनकाल में दलितों, पिछड़ों - अतिपिछड़ों को शत-प्रतिशत राजनीतिक हिस्सेदारी देने का सफल प्रयास किया। लेकिन सम्पूर्ण भारत में दलित, पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज अपने अधिकारों से आज भी वंचित है।

उन्होंने कहा की पिछड़े समाज में पैदा हुए कुछ नेताओं को सरकार बनाने व चलाने का अवसर तो प्राप्त हुआ परन्तु ये नेतागण अपने स्वार्थ सिद्धि में ही लगे रहे। बिहार में अभी तक दलितों, पिछड़े अति पिछड़े समाज को शोषण दमन व उत्पीड़न का शिकार बनाया गया। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार व सुरक्षा संरक्षा इत्यादि प्रदान नहीं किया गया। वर्तमान केन्द्र सरकार जहाँ मनुवादियों की गोद में बैठकर मनुस्मृति के कानूनों को लागू कर रही है,

वहीं बिहार में पिछड़े का शासन होने के बावजूद पिछड़े-अतिपिछड़ों एवं दलितों का न केवल राजनैतिक हिस्सेदारी में कमी आई है, बल्कि मनुवादियों के इशारों पर पिछड़े-अतिपिछड़ों एवं दलितों की हत्या- अपहरण, बलात्कार हुई है। वर्तमान सरकार मूकदर्शक बनी है। इनके परिवार न्याय के लिए आज भी भटक रहे हैं, उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। ऐसे सैकड़ों पिछड़ों - अतिपिछड़ों एवं दलितों की हत्या, अपहरण एवं बलात्कार की घटनाएँ हो रही है, लेकिन वर्तमान सरकार उन्हें न्याय नहीं दिला पा रही है।

अनिल कुमार ने कहा की बिहार में सत्ताधारी पार्टियों ने पिछड़े अति पिछड़े समाज के हक अधिकार को कुचलने का लगातार प्रयास किया है। उन्हें हर स्तर पर कुचलने का कोशिश किया गया है। अब समय आ गया है की बहन कुमारी मायावती को देश का प्रधानमंत्री बनाकर अतिपिछड़ों को राजनैतिक एवं सामाजिक अधिकार दिलाया जा सके। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं समर्थकों से अपील करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा बहुजन समाज पार्टी से जुड़े और इस बार बिहार से ज्यादा से ज्यादा सांसद बनाकर बहन मायावती को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बैठाने का काम करें।

सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए केंद्रीय प्रदेश प्रभारी लालजी मेधानकर ने कहा कि देश की भाजपा सरकार गरीबों, किसानों, मजदूरों, शोषितों, दलितों के साथ लगातार अन्याय कर रही है। आए दिन दलितों की हत्याएं हो रही है, गरीबों को सताया जा रहा है, बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही है लेकिन बिहार सरकार और केंद्र सरकार इसपर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती। इसलिए आप सभी को यह फ़ैसला लेना होगा कि बहन कुमारी मायावती को हमलोग किसी भी कीमत पर प्रधानमंत्री बनाए तभी बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी का संविधान बचेगा और हमारे समाज को न्याय मिलेगा।

प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने कहा कि पूरे देश के बहुजन समाज की नजर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष बहन कुमारी मायावती जी पर है। समय बहुत कम है कि सभी लोग अपने अपने जगह पर पूरी निष्ठा के साथ 2024 लोकसभा चुनाव के लिए लग जाए और इस बेपरवाह सरकार को उखाड़ फेंके। बसपा के हर एक समर्पित कार्यकर्ताओं में जोश और उत्साह भरा हुआ है और सभी कर्तव्यनिष्ठ है, अतः यह निश्चित है कि आने वाले 2024 में बहन मायावती जी देश की बागडोर संभालेंगी और समाज के हर एक वर्ग को न्याय दिलाएगी।

कार्यक्रम को ई सुनेश कुमार, अरुण कुमार, रंजन पटेल, योगेंद्र कुमार वर्मा, दिनेश राम, कौशल कुमार सिंह, विमल राम, घनश्याम गुप्ता, संजय राम, एकलाख खान, कृष्णा पासवान, हरिनंदन कुशवाहा, सुधीर पांडेय, छबीला राम, ध्रुव कुशवाहा, दिल्केश्वर राम, दशरथ भारती, जितेंद्र राम, सुभाष चंद्रवंशी ने भी संबोधित किया।

मौके पर खुर्शीद आलम, मुरली ठाकुर, सुरेश भारती, ओविन्द राम, रामजन्म राम, रामजीवन दास, राजकुमार बौद्ध, बाबूराम, डॉ डोमन दास, महेंद्र गुप्ता, सुदर्शन बौद्ध, प्रवीण कुमार, श्याम किशोर, आनंद कुमार आनंदी, मनोज राम, शिवनंदन, डॉ शिवशंकर, दिनेश राम, लक्ष्मण दास, अनंत कुमार, जुदागीर राम, रवि प्रकाश सिन्हा, नागेश्वर राम, चंद्रमा कुमार, बृजनंदन पासवान, अरविंद कुमार, बीगन मेहता, सूर्यकांत प्रजापति, दिनेश राम इत्यादि मौजूद थे।

गोह में गौतम बुद्ध नगर भवन में जननायक कर्पूरी का किया गया कार्यक्रम का आयोजन

आज गोह में गौतम बुद्ध नगर भवन में आयोजित जननायक कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम की अध्यक्षता गोह के प्प्रखंड अध्यक्ष ओमप्रकाश जी एवं संचालन हसपुरा प्रखंड के प्रखंड अध्यक्ष अमरेश पटेल जी ने किया ।

 इ नस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जहानाबाद के सांसद चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने कहा के नीतीश कुमार के पद चिन्हों पर चलकर ही अत्यंत पिछड़ा वर्ग का भलाई होगा। विधान परिषद सदस्य गुलाम गौस ने कहा की महिलाओं के आरक्षण में पिछड़ा और ओबीसी के अलावा मुसलमान को भी आरक्षण मिलना चाहिए । मगध प्रमंडल के संगठन प्रभारी विद्यानंद विकल जी ने कहा की जननायक कर्पूरी ठाकुर के विचारों की विरासत की रक्षा करने और उसे बिस्तार देने की ईमानदार कोशिश श्री नीतीश कुमार ने की है। पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह ने कहा कि केंद्र के भाजपा सरकार अति पिछड़ों के प्रति राजनीतिक अपमान का व्यवहार रखती है इसीलिए जननायक कपूरी ठाकुर को अब तक भारत रत्न नहीं दिया। 

जननायक कर्पूरी चर्चा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए औरंगाबाद के पूर्व सांसद और नबीनगर के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि जन नायक कर्पूरी ठाकुर का जन्म 24 जनवरी 1924 को ब्रिटिश शासन काल के दौरान समस्तीपुर के पितौंझिया गांव में हुआ था। इसे अब कर्पूरी ग्राम कहा जाता है। 

उनके पिता का नाम गोकुल ठाकुर व माता का नाम राम दुलारी देवी था। वे भारत के स्वतंत्रता सेनानी, शिक्षक एवं कुशल राजनीतिज्ञ थे। उन्हें बिहार के दूसरे उप मुख्यमंत्री और दो बार मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला। वह कुशल राजनीतिज्ञ थे। जिसके कारण ही वे बिहार के पहले गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। अपनी लोकप्रियता के कारण उन्हें जननायक की उपाधि मिली थी। वे सादा जीवन उच्च विचार की प्रति मूर्ति थे। उनका नाम महान समाजवादी नेताओं की सूची में आता है। जिन्होंने निजी और सार्वजनिक जीवन के आचरण के ऊंचे मानदंड स्थापित किया था।

पूर्व सांसद ने कहा कि वे सरल और सरस हृदय के राजनेता माने जाते थे। सामाजिक रूप से पिछड़े किंतु सेवा भाव के महान लक्ष्य को चरितार्थ करती नाई जाति में जन्म लेने वाले इस महानायक ने राजनीति को भी जन सेवा की भावना के साथ जिया। उनकी सेवा भावना के कारण ही उन्हें जननायक कहा जाता था। वे सदा गरीबों के अधिकार के लिए लड़ते रहे। मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने गरीबों के लिए अनेकों काम किया । 

पूर्व सांसद ने कहा कि कर्पुरी ठाकुर अपमान का घूँट पीकर भी बदलाव की इबादत लिखी। कर्पूरी ठाकुर के मुख्यमंत्री रहते हुए ही बिहार अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए आरक्षण लागू करने वाला देश का पहला सुबा बना था । पूर्व सांसद ने कहा की अति पिछड़ा वर्ग के हित में मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार द्वारा उनके सामाजिक राजनीतिक शैक्षणिक एवं आर्थिक प्रगति के लिए उठाए गए कदम अत्यंत महत्वपूर्ण है। पंचायत चुनाव में आरक्षण लागू करने से सामाजिक बदलाव का नया अध्याय शुरू हुआ जिससे विकास मूलक समृद्ध समाज का मॉडल सामने आया और ग्रामीण इलाकों में तनाव और उग्रवाद की घटनाओं पर व्यायाम लगा

 कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष विश्वनाथ सिंह, पूर्व प्रमुख मुना चंद्रवंशी , अत्यंत पिछड़ा के वरिष्ठ नेता सीताराम दुखारी ,अति पिछड़ा के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चंद्रवंशी, पूर्व जिला परिषद मंजू जी ,विजय पासवान, राज्य परिषद सदस्य अनिल कुमार यादव, दाउदनगर के सांसद प्रतिनिधि डॉक्टर आर. यू . गुप्ता ,मुखिया राजेश चंद्रवंशी, मुखिया मनोज चंद्रवंशी, शशि चौरसिया प्रदेश महासचिव अति पिछड़ा, सत्येंद्र चौधरी, अत्यंत पिछड़ा के प्रखंड अध्यक्ष लालू चंद्रवंशी, सुरेंद्र चंद्रवंशी, विजय विश्वकर्मा सोनम दास, राधा देवी इत्यादि लोग उपस्थित रहे।