क्रिकेटर ईशान किशन 2023 के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के 13वें संस्करण को खेलने के बाद औरंगाबाद के दाउदनगर आएंगे
औरंगाबाद: भारतीय क्रिकेट टीम के बहुचर्चित युवा क्रिकेटर ईशान किशन 2023 के आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप के 13वें संस्करण को खेलने के बाद बिहार के औरंगाबाद जिले के दाउदनगर आएंगे।
यह घोषणा ईशान के पिता प्रणव पांडेय उर्फ चुन्नू बाबू ने दाउदनगर के भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कॉलेज में सत्र 2020-22 के स्टूडेंट्स के विदाई समारोह में की।
कॉलेज के सचिव व लोजपा(रामविलास) के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. प्रकाश चंद्रा को जन्मदिन की बधाई देने आए ईशान के पिता ने ईशान को यहां बुलाने के स्टूडेंट्स के आग्रह पर कहा कि 2023 का वर्ल्ड कप 5 अक्टूबर से आरंभ होने जा रहा है, जिसका फाईनल 19 नवम्बर को होगा। फाईनल खेलकर लौटने के बाद ईशान यहां जरूर आएंगे। वही कॉलेज के सचिव डॉ. चंद्रा ने कहा कि हम दाउदनगरवासियों को ईशान किशन पर गर्व है। वें स्टार क्रिकेटर है और हमारे हीं प्रखंड के गोरडीहा गांव के है। उनका दाउदनगर प्रखंड का होना ही हमारा गौरव की बात है। हम सब खुद को खुद को और अधिक गौरवान्वित इसलिए भी महसूस करते हैं कि अपने गांव, शहर के बच्चे ने पूरे विश्व में हमारे शहर और हमारे राज्य का नाम रौशन किया है।
उन्होने ईशान के पिता प्रणव बाबू की ओर से मिली जन्मदिन की शभकामना को सहर्ष स्वीकार करते हुए कहा कि हम प्रणव बाबू जैसे पिता को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने अपने बच्चे के सपने को पूरा करने में हरसंभव साथ दिया और उनके आर्शीवाद और ईशान किशन की मेहनत का प्रतिफल है जो हमारे देश को ऐसा कोहिनूर मिला। कहा कि जब प्रणव बाबू ने कह दिया कि वर्ल्ड कप खेलने के बाद ईशान यहां आएंगे, तो उनका आना तय मानिएं। प्रणव बाबू वर्ल्ड कप समाप्त होते ही ईशान किशन के यहां आने की तारीख भी बता देंगे। उनके आने का दिन हम सबके लिए गौरव के दिन होंगे। हम सब उनका तहेदिल से सम्मान और स्वागत करेंगे।
इसके पूर्व कॉलेज के सचिव डॉ. प्रकाश चंद्रा ने कार्यक्रम में क्रिकेटर ईशान किशन के पिता प्रणव पांडेय को अंगवस्त्र, पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। कॉलेज के स्टूडेंट्स भी उन्हें अपने बीच पा कर बेहद खुश हुए। गौरतलब है कि ईशान किशन प्रदेश की राजधानी पटना में रहते है और वहां उनके पिता प्रणव पांडेय मेडिकल स्टोर चलाते है।
ईशान किशन का पैतृक गांव दाउदनगर प्रखंड का गोरडीहा है, जहां उनके दादा राम उग्रह सिंह रहकर खेती किसानी कराते है। उनकी दादी डॉ. सावित्री देवी नवादा की सिविल सर्जन रही है और रिटायर होने के बाद वही बनाए घर पर रहती है। ईशान का अपने दादा से गहरा लगाव है।
इसी वजह से जब भी मौका मिलता है, वें दाउदनगर आ जाते है। ईशान किशन के पटना स्थित घर के पास ही कॉलेज के सचिव प्रकाश चंद्रा का भी घर है।
Sep 23 2023, 18:28