रामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान पर भड़के भाजपा के प्रदेश मंत्री पीयूष शर्मा, किए यह तल्ख टिप्पणी
औरंगाबाद : रामचरित मानस पर बयानबाजी को लेकर विवादों के पर्याय बने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री पर भाजपा के प्रदेश मंत्री पीयूष शर्मा ने बेहद तल्ख और व्यक्तिगत स्तर की टिपप्णी की है।
श्री शर्मा ने मंगलवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि रामचरित मानस में पिता-पुत्र, मां-बेटे, पति-पत्नी, भाई-भाई और अन्य सभी रिश्तों में कैसे संबंध होने चाहिए, का विशद वर्णन है।
कहा कि इस मामले में वें दावे के साथ कह सकते है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का न अपने पिता, अपनी पत्नी, न अपने पुत्र और न ही अपने भाई से संबंध अच्छा होगा और न ही व्यवहार अच्छा होगा। इतना ही नही उनमें न सभ्यता है, न संस्कार है, न श्रद्धा है और न उनकी कोई संस्कृति है।
कहा कि शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरित मानस को लेकर लगातार बयान देना घटिया राजनीति और उनके मानसिक दिवालिएपन को प्रदर्शित करती है। उनका न चाल है और न ही चरित्र है। बार बार इस तरह का बयान वें राजनीति में बने रहने के लिए दे रहे है ताकि लोग उन्हे जानते रहे।
लोग यह भी जानते है कि शिक्षा मंत्री की सरकार में क्या हैसियत है, यह सर्वविदित है। शिक्षा विभाग में केके पाठक ने उन्हे कहां से कहां पहुंचा दिया, इसे भी शिक्षा मंत्री बखूबी जानते है। उन्हे न गाड़ी मिल रही है, गाड़ी मिल रही है तो तेल नही मिल रहा है और न ही सरकार में उनके पर्सनल सेक्रेटरी को काम दिया जा रहा और न ही सुनी जा रही है। इतना तक कि उन्हे सचिवालय से भी दूर करने का काम शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव और अपर सचिव ने कर दिया है।
इतना कुछ होने के बावजूद शिक्षा मंत्री रामचरित मानस पर लगातार बयान दे रहे है तो इसके पीछे कही न कही से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की स्वीकृति और सहमति हासिल है। इसी स्वीकृति और सहमति से वें रामचरित मानस के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे है। उनकी बयानबाजी 110 करोड़ हिंदुओं का अपमान है। हिंदु समाज इस अपमान को कतई बर्दाश्त नही करेगा और समय पर उन्हे सजा भी देगा।
प्रेसवार्ता में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अशोक सिंह, पार्टी के जिला महामंत्री मुकेश सिंह, देव के पूर्व उप प्रमुख मनीष राज पाठक, मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार सिंह एवं जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह आदि भी मौजूद रहे।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Sep 19 2023, 16:59