जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के बिदाई समारोह का हुआ आयोजन।


जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री प्रणव शंकर का माननीय उच्च न्यायालय द्वारा औरंगाबाद जिले में ही अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, तृतीय के पद पर स्थानान्तरण हो जाने के उपरान्त आज जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव श्री प्रणव शंकर के प्रकोष्ठ में बिदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभी कर्मी सहित जिला विधि संघ के अध्यक्ष श्री रसिक बिहारी सिंह, जिला विधिक सेवा प्राधिकार के पैनल अधिवकता सहित अन्य लोगो द्वारा बिदाई दिया गया। सर्वप्रथम जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मीगण सुनील कुमार सिन्हा एवं अर्पणा सहाय, परशुराम कुमार सिंह, सुनील कुमार सिंह, संजय कुमार, नवरत्न कुमार, कुन्दन कुमार मनोज कुमार चैधरी द्वारा पुष्प गुच्छ तथा माल्यार्पण करते हुए सचिव प्रणव शंकर द्वारा सचिव के रूप में बिताये गये लगभग दो साल आठ माह के अपने कार्यकाल में सचिव के रूप में किये गये कार्य तथा सहयोग के लिए आभार जताया गया तथा सचिव के रूप में किये गये कई स्मरण्ीाय कार्यो को याद किया गया।

इस भावुक कर देने वाले पल में भी सचिव द्वारा कहा गया कि आप सभी का सचिव के रूप में कार्य करते हुए मुझे महत्वपूर्ण सहयोग मिला है । उनके द्वारा यह भी कहा गया कि मैं आशा करता हू कि अगले सचिव भी आप सभी को पूर्णय सहयोग करेंगें और यह जो कार्य करने का वातावरण बनाया गया है उसे जारी रखेंगें।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कर्मीगण द्वारा विदाई समारोह के उपरान्त जिला विधि संघ के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार से जुड़े सभी पैनल अधिवक्ताओं द्वारा अलग से विदाई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें पैनल अधिवक्त नवीन कुमार सिंह, सतीश कुमार स्नेही, अभिनन्दन कुमार, सुजीत कुमार सिंह, स्नेहलता, मो0 निजामृद्दीन, संतोष कुमार, अंजनी कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, चन्द्रकान्ता कुमार, निवेदिता कुमारी, प्रभावती राय, दिलीप सिंह, राणा सरोज कुमार सिंह, हरेन्द्र कुमार, राम दुलार मिश्रा, मुन्ना सहित अन्य लोगो ने पुष्प-गुच्छ एवं अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह् देकर उन्हें भावपूर्ण बिदाई दिया तथा अपने नये दायित्व हेतु शुभकामनाऐं एवं बधाई दिया। इस अवसर पर जिला विधि संघ के अध्यक्ष के अध्यक्ष श्री रसिक बिहारी सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम में श्री प्रणव शंकर के नेतृत्व में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के कार्यो को याद करते हुए कहा गया कि उनके नेतृत्व में कई ऐसे यादगार कार्य किये गये जो वर्षो तक आने वाले लोगो के लिए प्रेरणाश्रोत रहेंगें जिनमें हक हमारा भी तो हैं, आजादी के अमृत जैसे कई दीर्घावधि तक चलने वाले कार्यक्रम को हमेशा याद किया जायेगा। इसके अतिरिक्त शैक्षणिक संस्थानों एवं अन्य सामाजिक स्तरो पर उनके द्वारा किये गये कार्यो एवं राष्ट्रीय लोक अदालत की अभूतपूर्व उपलब्धि को हमेशा याद किया जायेगा। इस अवसर पर निवर्तमान सचिव प्रणव शंकर के द्वारा पैनल अधिवक्ताओं से कहा गया कि आपका सहयोग हमेशा अविष्मरणीय रहा है उम्मीद करता हू आगे भी आपका सहयोग जिला विधिक सेवा प्राधिकार के प्रति उसी भाव एवं उत्साह से बना रहेगा।

रामचरित मानस पर शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए बयान पर भड़के भाजपा के प्रदेश मंत्री पीयूष शर्मा, किए यह तल्ख टिप्पणी


औरंगाबाद : रामचरित मानस पर बयानबाजी को लेकर विवादों के पर्याय बने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री पर भाजपा के प्रदेश मंत्री पीयूष शर्मा ने बेहद तल्ख और व्यक्तिगत स्तर की टिपप्णी की है।

श्री शर्मा ने मंगलवार को यहां प्रेसवार्ता में कहा कि रामचरित मानस में पिता-पुत्र, मां-बेटे, पति-पत्नी, भाई-भाई और अन्य सभी रिश्तों में कैसे संबंध होने चाहिए, का विशद वर्णन है।

कहा कि इस मामले में वें दावे के साथ कह सकते है कि शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का न अपने पिता, अपनी पत्नी, न अपने पुत्र और न ही अपने भाई से संबंध अच्छा होगा और न ही व्यवहार अच्छा होगा। इतना ही नही उनमें न सभ्यता है, न संस्कार है, न श्रद्धा है और न उनकी कोई संस्कृति है।

कहा कि शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरित मानस को लेकर लगातार बयान देना घटिया राजनीति और उनके मानसिक दिवालिएपन को प्रदर्शित करती है। उनका न चाल है और न ही चरित्र है। बार बार इस तरह का बयान वें राजनीति में बने रहने के लिए दे रहे है ताकि लोग उन्हे जानते रहे।

लोग यह भी जानते है कि शिक्षा मंत्री की सरकार में क्या हैसियत है, यह सर्वविदित है। शिक्षा विभाग में केके पाठक ने उन्हे कहां से कहां पहुंचा दिया, इसे भी शिक्षा मंत्री बखूबी जानते है। उन्हे न गाड़ी मिल रही है, गाड़ी मिल रही है तो तेल नही मिल रहा है और न ही सरकार में उनके पर्सनल सेक्रेटरी को काम दिया जा रहा और न ही सुनी जा रही है। इतना तक कि उन्हे सचिवालय से भी दूर करने का काम शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव और अपर सचिव ने कर दिया है।

इतना कुछ होने के बावजूद शिक्षा मंत्री रामचरित मानस पर लगातार बयान दे रहे है तो इसके पीछे कही न कही से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की स्वीकृति और सहमति हासिल है। इसी स्वीकृति और सहमति से वें रामचरित मानस के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रहे है। उनकी बयानबाजी 110 करोड़ हिंदुओं का अपमान है। हिंदु समाज इस अपमान को कतई बर्दाश्त नही करेगा और समय पर उन्हे सजा भी देगा।

प्रेसवार्ता में भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य अशोक सिंह, पार्टी के जिला महामंत्री मुकेश सिंह, देव के पूर्व उप प्रमुख मनीष राज पाठक, मीडिया प्रभारी मितेंद्र कुमार सिंह एवं जिला कोषाध्यक्ष आलोक सिंह आदि भी मौजूद रहे।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद में जदयू कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांध कर भाजपा के खिलाफ किया प्रदर्शन

औरंगाबाद : जिले के औरंगाबाद सहित प्रखंड एवं विभिन्न पंचायतों में राज्यव्यापी अभियान के तहत जदयू कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर भाजपा के खिलाफ पोल खोलो अभियान चलाया। जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने बताया कि राज्य के महागठबंधन की सरकार द्वारा किये जा रहे जाति गणना के दौरान भाजपा के इशारे पर हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गणना को रोकवाने का साजिश किया जा रहा है। इसी साजिश को बेनकाब करने के लिए 20 सितम्बर तक गांव गांव जदयू कार्यकर्ताओं काली पट्टी बांधकर,काला झंडा लगाकर भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन एवं उसके दोहरे चरित्र का पोल खोल रही है।

वहीं औरंगाबाद के पूर्व सांसद सह नबीनगर के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा कि भाजपा पर पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित, महादलित, अल्पसंख्यक विरोधी होने का आरोप लगाया। है मोदी के नौ साल के शासनकाल में मंदिर, मस्जिद, गाय, गंगा, हिन्दू मुस्लिम कर नफरत फैलाकर लड़ाने के सिवा और कुछ नहीं किया गया है।

वहीं जदयू मुख्य प्रवक्ता सह काराकाट सांसद प्रतिनिधि राजीव कुमार सिंह उर्फ राजा बाबू ने कहा कि ,वन नेशन वन इलेक्शन का नारा देकर भारत के संघीय ढांचे को नस्तनाबूत करने की साजिश की जा रही है। लोकतंत्र बचाने, संविधान बचाने के लिए,आमलोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए2024 के लोकसभा चुनाव में इसे सत्ता से बाहर करने के लिए आमलोगों से अपील की।

इस कार्यक्रम को पूर्व सांसद औरंगाबाद सह पूर्व विधायक नबीनगर श्री वीरेंद्र कुमार सिंह, पूर्व विधायक रफीगंज सह जदयू जिला अध्यक्ष औरंगाबाद अशोक कुमार सिंह, जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद सह सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जदयू जिला उपाध्यक्ष रिंकू सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष ओंकारनाथ सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह, दाउदनगर प्रखंड अध्यक्ष दीपक पटेल , देव प्रखंड अध्यक्ष बृजेश सिंह, हसपुरा प्रखंड अध्यक्ष चंदेश पटेल , नवीनगर प्रखंड अध्यक्ष कमलेश सिंह, मदनपुर प्रखंड अध्यक्ष प्रवीण सिंह, रफीगंज प्रखंड अध्यक्ष सुनील वर्मा, गोह प्रखंड अध्यक्ष ओमप्रकाश कुमार, कुटुंबा प्रखंड अध्यक्ष विजय कुमार वर्मा , नगर अध्यक्ष औरंगाबाद शाहिद मुजफ्फर कादरी,महिला प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मंजरी सिंह, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जितेंद्र चंद्रवंशी, जिला सचिव रामानुज सिंह, जिला महासचिव धर्मेंद्र वर्मा, कोषाध्यक्ष उदय सिंह, जिला महासचिव प्रभाकर कुमार सिंह, जिला महासचिव संजय राणा सिंह, प्रखंड प्रवक्ता औरंगाबाद शशिकांत, अरुण सिंह, जिला उपाध्यक्ष प्रकाश सिंह सोलंकी, वीरेंद्र मेहता, जिला सचिव वीरेंद्र पांडे, धनंजय कुमार, उमेश सिंह भंडारी, अरविंद कुमार, राकेश कुमार, हीरा सिंह, जमीर इकबाल, जिला उपाध्यक्ष इलियास खान, उप प्रमुख देव भोले शंकर, फारूक केसर, आमोद चंद्रवंशी,के अगुवाई में अभियान चलाया गया।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद मे आसमान से बरसी मौत, वज्रपात से 6 की गई जान

औरंगाबाद : जिले में बीते रविवार शाम को बारिश का कहर देखने को मिला। 6 लोगों की मौत हो गई, जिसमें मनीष कुमार (12), प्रिंस कुमार (16), रोहित कुमार (15), सिधेश्वर यादव (55), हरेंद्र सिंह (30) और युगल राम (60) शामिल हैं। वहीं तीन लोग बलेंद्र यादव, जीरामणि देवी और मुसाफिर राम घायल हो गए।

पेड़ के नीचे छिपा था मनीष

वज्रपात की पहली घटना रफीगंज थाना क्षेत्र शारदा बिगहा गांव में हुई। जहां वज्रपात की चपेट में आकर पिंटू यादव के बेटे मनीष कुमार (12) की मौत हो गई। मनीष खेत की तरफ जा रहा था और बारिश होने के कारण पेड़ के नीचे छिप गया, लेकिन तेज आवाज के साथ बिजली कड़की और पेड़ पर ही आ गिरी। इसके चपेट में मनीष आ गया। सूचना पर पहुंचे परिजन उसे उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।

भैंस चराने के दौरान 3 की गई जान

वज्रपात की दूसरी घटना बन्देया थाना क्षेत्र के बक्सर और प्रतापपुर गांव की है, जहां दो किशोर और एक अधेड़ की मौत हो गई। बक्सर गांव में रंजीत पासवान के बेटे प्रिंस कुमार (16), रवि रंजन ठाकुर के बेटे रोहित कुमार (15) और प्रतापपुर गांव के सिधेश्वर यादव (55) की मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गई। सभी अपने अपने गांव स्थित बधार में भैंस चरा रहे थे और तेज आवाज के साथ आई वज्रपात ने उनकी जान ले ली।

बधार की तरफ चर रहे मवेशियों को लाने गए हरेंद्र

वज्रपात की तीसरी घटना देव थाना क्षेत्र के बारा गांव की है, जहां एक युवा किसान की मौत हो गई और एक व्यक्ति जख्मी हो गया। मृतक की पहचान गांव के ही राजकुमार सिंह के पुत्र हरेंद्र सिंह (30) के रूप में की गई है। हरेंद्र सिंह अपने घर का इकलौते संतान था। वो अपने पीछे एक तीन वर्ष और एक डेढ़ वर्षीय पुत्र को छोड़ गया है। रविवार की शाम बारिश को देखते हुए हरेंद्र गांव के ही ग्रामीण बलेंद्र यादव के साथ बधार की तरफ चर रहे मवेशियों को लाने गए, जैसे ही वे बधार की तरफ बढ़े अचानक तेज गति से बिजली कड़की और वे वज्रपात की चपेट में आ गए। साथ में रहे बलेंद्र यादव थोड़ी दूर होने के कारण इस हादसे से बाल बाल बच गए, जिनका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है।

धान की खेत में सोहनी कर रहे थे युगल राम सोहनी के दौरान एक की मौत 2 घायल

वज्रपात की चौथी घटना माली थाना क्षेत्र के सोरी गांव में घटी, जहां वज्रपात की चपेट में आने से किसान युगल राम (60) की मौत हो गई और एक महिला समेत दो लोग घायल हो गए।घायलों की पहचान जीरामणि देवी और मुसाफिर राम के रूप में की गई है, जिनका इलाज सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। 

बताया जाता है कि युगल राम अपने धान की खेत में सोहनी कर रहे थे, तभी बिजली कड़की और वो वज्रपात की चपेट में आ गए। घटना स्थल पर ही उनकी मौत हो गई।

वज्रपात से हुई मौत के बाद स्थानीय पुलिस ने शवों को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की करवाई में जुट गई है। वहीं नगर थाना की पुलिस ने बारा गांव निवासी हरेंद्र सिंह की मौत के बाद उनके शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

*पति की लंबी उम्र के लिए महिलाओ ने किया कहै तीज का व्रत, 24 घंटा का कर रही निर्जला

 औरंगाबाद : भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत रखा जाता है। महिलाएं आज अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए निर्जला व्रत रखी हैं।

मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा करने से सुखद वैवाहिक जीवन और संतान की प्राप्ति होती है।

हरतालिका तीज व्रत कुंवारी और सौभाग्यवती स्त्रियां करती हैं। इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था।

सुहागिनों और कुंवारी कन्याओं के सबसे बड़े पर्व में से हरतालिका तीज भी है।ये पर्व भगवान शिव और माता पार्वती से जुड़ा है। इस दिन भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा करते हैं। 

महिलाएं तीज में निर्जला व्रत रखती हैं और पति की लंबी उम्र की कामना करती हैं।

 

 तीज के दिन सुहागिन महिलाएं भगवान शिव, माता पार्वती और उनके पूरे परिवार की मिट्टी की मूर्तियां बनाकर घर में मंदिर में स्थापित करते हैं। माता का श्रृंगार किया जाता है। महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, हाथों पर मेहंदी रचाती हैं और रात में माता गौरी की पूजा करती हैं। सुहागिनों के साथ ही कुंवारी लड़कियां भी इस दिन उपवास करती हैं। 

पौराणिक कथाओं के अनुसार अगर किसी लड़की की शादी में देरी हो रही है तो उसे तीज का व्रत जरूर करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि तीज का व्रत करने से जल्द विवाह के योग बनते हैं।तीज के दिन ही देवों के देव महादेव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया। 

माता पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए 107 जन्मों तक तप किया था।भगवान भोलेनाथ माता पार्वती के कठिन तप से प्रसन्न हुए। उन्होंने 108 वें जन्म में पार्वती जी से विवाह रचाया।

तीज के दिन महिलाए 16 श्रृंगार करती है। प्रसाद के रूप में पेडकिया, केला, सेव, अनरसा भगवान शिव को चढ़ती है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गोह में आकाशीय बिजली गिरने से दो युवक की मौत

औरंगाबाद (बिहार) बंदेया थाना क्षेत्र में अचानक बारिश के दौरान आकाशीय बिजली की चपेट में आने से रविवार की संध्या दो युवक बुरी तरह से झुलस गए। घटना की सूचना मिलते ही परिजनों एवं ग्रामीण के सहयोग से दोनों युवक को समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोह में लाया गया।

जहां चिकित्सक ने इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया।बताते चलें कि बक्सर गांव निवासी रंजीत पासवान का 16 वर्षीय पुत्र प्रिंस कुमार एवं रंजन ठाकुर का 15 वर्षीय पुत्र रोहित कुमार के उपर अचानक वज्रपात होने से मौत हो गई। ये दोनों युवक अपने गांव से दक्षिण की ओर आहर पर भैंस चराकर घर लौट रहे थे।

घटना की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई है । सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए,कागज़ी प्रकिया पुरी कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल औरंगाबाद भेज दी है। वहीं ग्रामीणों में हाहाकार मचा हुआ है,

दो युवक की मौत होने से गांव में मातम का माहौल कायम है। तो वहीं पीड़ित परिवारों के घर में मां बहनों का रो रो कर बुरा हाल है। इस दुख की घड़ी में पंचायत के मुखिया अशोक प्रसाद ने पीड़ित परिवारों को संतावना देते हुए सरकार से मुआवजा दिलाने की बात कहीं हैं।

गोह से गौतम कुमार की रिपोर्ट 

औरंगाबाद में करंट लगने से कर्मचारी की मौत:मृतक सिंचाई विभाग में काम करता था, बिजली के तार पर पैर पड़ते ही गिर पड़ा

औरंगाबाद : जिले में करंट लगने से सिंचाई विभाग के कर्मचारी की मौत हो गई। मृतक की पहचान नरारी कला खुर्द थाना क्षेत्र के देवरिया गांव निवासी धर्मदेव सिंह (50) के रूप में की गई है। 

मृतक सिंचाई विभाग में मौसमी कर्मचारी था। उनकी ड्यूटी गोपी बिगहा स्थित 13 आरडी पर नहर के पानी को देखने के लिए लगाई गई थी।

धर्मदेव सिंह रविवार की सुबह 7 बजे घर से ड्यूटी के लिए निकले थे। हर दिन की तरह खेत की तरफ धान के फसल को देखने गए थे। इस दौरान बधार में 440 वोल्ट का तार टूटकर गिरा हुआ था, जिसे वह देख नहीं सके। बिजली के तार पर पैर पड़ते ही वो झटके के साथ गिर पड़े। 

आसपास मौजूद लोग उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बिजली के तारों की स्थिति काफी जर्जर

सदर अस्पताल पहुंचे लोगों ने बताया कि ग्रामीण इलाकों में बिजली के तारों की स्थिति काफी जर्जर है। कई बार विभाग से शिकायत भी की गई है, लेकिन आज दिन तक उनकी बात को किसी ने नहीं सुनी। अगर समय रहते जर्जर तारों को बदल दिया गया रहता, तो आज किसी की मौत नहीं होती।

धर्मदेव सिंह की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। मामले की सूचना पर नगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। शव का पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया गया है। बयान के आधार पर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। 

वहीं स्थानीय लोगों ने मृतक के आश्रितों को नौकरी और मुआवजा देने की मांग की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

अगर केवल बुखार है तो डेंगू से डरने की जरूरत नहीं, जानिए अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर से डेंगू के लक्षण और बचाव के उपाय

औरंगाबाद : जिले में डेंगू का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है।अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ किशोर कुमार ने बताया कि अगर केवल बुखार है तो डेंगू खतरनाक नहीं है, लेकिन कुछ लक्षण ऐसे भी होते हैं जिनको समय पर पहचान और इलाज कराना जरूरी है। समय पर ट्रीटमेंट न कराने से मरीज की मौत तक हो सकती है। ऐसे में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। 

उन्होंने बताया कि डीएसएस डेंगू का सबसे खतरनाक स्टेज माना जाता है। डॉक्टरों की मानें तो डेंगू शॉक सिंड्रोम लाखों में एक को होता है।जिसे बचा पाना थोड़ा मुश्किल होता है।

डेंगू के मरीज को अचानक से तेज बुखार आता है, पूरे बदन और आंखो के नीचे में दर्द होता है, चक्कर आता है। अगर तेज बुखार के साथ उल्टी-मतली आ रही है और मांसपेशियों में भी दर्द हो रहा है तो इस स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर चिकित्सक से दिखाए। इसका संकेत है कि शरीर में प्लेटलेट्स का लेवल अचानक से गिर रहा है। 

बुखार आने के दो से तीन दिन के बाद शरीर में डेंगू के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। अगर केवल बुखार ही है तो ज्यादा चिंता की बात नहीं है, लेकिन अगर ये सब लक्षण भी दिख रहे हैं तो इनको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

अगर प्लेटलेट्स का लेवल अचानक गिरने लगता है और 20 हजार से कम हो जाता है तो जान का खतरा रहता है। अभी बरसात का मौसम है और डेंगू फैलने की संभावना अधिक होती है तो डॉक्टर को सस्पेक्ट करना पड़ेगा कि यह डेंगू का केस है या नहीं तो वैसे कंडीशन में थोड़ा सा भी अगर शंका होता है तो वैसे केस में हम लोग एनएस वन किट से टेस्ट करवाते हैं उसमें अगर पॉजिटिव आ जाता है तो उसको हम लोग फरदर जांच करवाते हैं। अगर पॉजिटिव नहीं पाया जाता है तो उसको हम लोग नॉर्मल जो वायरल फीवर का इलाज होता है वह करते हैं। इसमें बहुत कुछ ज्यादा इलाज की जरूरत नहीं होती है। जिसमें पेरासिटामोल सबसे प्रमुख हथियार है। चुकी बुखार तेज होता है बदन में दर्द होता है।

उन्होंने मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील की है की दर्द की अन्य गोली कभी भी बिना डॉक्टर के राय से ना लें। पेरासिटामोल ही सबसे सुरक्षित दवा है। अगर तेज बुखार होता है तो पेरासिटामोल से ही उतारने की कोशिश करें। ठंडे पानी से पूरे शरीर को पोछे ।इससे भी अगर बुखार कम नहीं होता है तो अस्पताल ले जाकर डॉक्टर को दिखाएं ।

जैसे ही हम लोगों को जिला स्तर से पता चलता है कि कोई व्यक्ति पीड़ित है तो उसके घर के करीब 500 मीटर के दायरे में फागिंग करवाते हैंऔर उसके बाद लार्वा को नष्ट करने के लिए डेंगू फोर्स का छिड़काव करवाते हैं। 

उन्होंने कहा कि घरों के आसपास साफ-सफाई रखें और मच्छरों को पनपने नहीं दें। अगर कही पानी जमा है तो या तो मिट्टी का तेल डाल दे या उस पानी को फेंक दे।

बताते चले कि औरंगाबाद में अब तक डेंगू के कुल 28 मरीज मिले हैं। जिसमें 20 मरीज की रिपोर्टिंग पटना से हुई है। जबकि रहनेवाले औरंगाबाद के हैं। जिनका इलाज पटना के अस्पतालों में चल रहा है। डेंगू के आठ मरीज की पहचान सदर अस्पताल में हुई है। जिसमें दो मरीजों को एडमिट कर इलाज किया जा रहा है। बाकी बचे 6 मरीजों का इलाज कर घर भेज दिया गया। 

जबकि ओबरा प्रखंड की देवकली गांव के रहनेवाले जदयू नेता अशोक पाण्डेय की 65 वर्षीय पत्नी सरस्वती देवी की मौत डेंगू से इलाज के दौरान वाराणसी में हो गई। डेंगू के मरीजों को परेशानी न हो इसके लिए जिले में डेंगू के मरीजों के लिए अलग से वार्ड बनाया गया है, जिसमें पूरे जिले भर में 55 बेड का मच्छरदानी लगा वार्ड बनाया गया है। वहीं, सदर अस्पताल में 10 बेड का डेंगू वार्ड भी बनाया गया है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

औरंगाबाद: स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत 01 दिवसीय कार्यशाला का किया गया आयोजन

औरंगाबाद: योजना भवन के सभागार में जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, औरंगाबाद के अंतर्गत स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत 01 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

गौरतलब हो कि पूर्व वर्षों की तरह इस वर्ष भी राष्ट्रव्यापी 'स्वच्छता ही सेवा' (SHS) अभियान - 2023 का संचालन दिनांक 15 सितंबर, 2023 से 02 अक्तूबर, 2023 तक किया जाना है। 

इस वर्ष का विषय “कचरा मुक्त भारत (Garbage Free India)' है, जिसके अंतर्गत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के विभिन्न घटकों के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम, गांव एवं सार्वजनिक स्थलों पर सफाई अभियान, स्वच्छता कर्मियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, दिवाल चित्रण, स्वच्छता चौपाल इत्यादि गतिविधियों का संचालन किया जाएगा।

समुदाय को अपने गांव को 'ओडीएफ-प्लस मॉडल" बनाने के लिए जन-भागीदारी, अपशिष्ट प्रबंधन के उपायों को अपनाने एवं उपयोगिता शुल्क संग्रहण के प्रति विशेष रूप से उत्प्रेरित किया जाएगा।

'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के संचालन हेतु निम्न निदेशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाना है -हर दिन एक गांव अभियान के तहत जिला/अखंड स्तर से प्रतिदिन एक गांव में विशेष अभियान का संचालन किया जाएगा। 

इसके अंतर्गत खुले में शौच वाले स्थान पर सुबह-सुबह निगरानी, छूटे हुए परिवारों को शौचालय सुलभता, समुदाय को अपशिष्ट प्रबंधन में भागीदारी हेतु उत्प्रेरण, गतिविधियों तथा स्वच्छता चौपाल का आयोजन किया जाएगा। मेरा वार्ड मेरी जिम्मेदारी के तहत ग्राम पंचायत के सभी वार्डों में चरणबद्ध तरीके से जन जागरूकता अभियान का संचालन किया जाएगा। 

सफाई मित्र सुरक्षा शिविर लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान द्वितीय चरण अंतर्गत कार्य कर रहे सभी स्वच्छता कर्मियों को केंद्र एवं राज्य सरकार की स्वास्थ्य, बीमा इत्यादि से संबंधित योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा एवं ग्राम पंचायत/प्रखंड स्तर पर सुविधा अनुसार दिनांक 17 सितंबर 2023 एवं इसके उपरांत सफाई कर्मियों के लिए स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। भारतीय स्वच्छता लीग 2.0 जिला के प्रमुख पर्यटन स्थल, ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक स्थलों पर दिनांक 17 सितंबर 2023 को स्वच्छता अभियान का संचालन किया जाएगा।

 जीविका आधारित सामुदायिक उत्प्रेरण के तहत स्वच्छता ही सेवा अभियान में जीविका के समुदाय आधारित संगठनों एवं जीविका दीदियों का सहयोग प्राप्त किया जाएगा। स्कूल आधारित गतिविधियां बच्चे, व्यवहार परिवर्तन के प्रमुख संदेशवाहक है। बच्चों को ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के प्रति जन जागरूकता की गतिविधियों का हिस्सा बनाया जाना है।

 स्कूलों में  "स्वच्छता की कक्षा"का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल/कॉलेज में किशोरी एवं युवतियों को माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में जागरूक किया जाएगा।

 अभिसरण* अभियान के सफल संचालन हेतु संबंधित विभाग तथा ग्राम पंचायत स्तर पर मुखिया, वार्ड सदस्य, आशा, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, विकास मित्र, रोजगार सेवक, किसान सलाहकार, जीविका दीदी इत्यादि का सहयोग प्राप्त किया जाएगा। उपयोगिता शुल्क - ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत प्रत्येक घर से एक रुपए प्रतिदिन के हिसाब से 30-30 रुपया प्रति महीना उपयोगिता शुल्क लिया जाएगा।

 इस कार्यशाला में जिला जल एवं स्वच्छता समिति के सभी सदस्य,सभी माननीय प्रखंड प्रमुख,माननीय मुखिया ,सभी प्रखंड समन्वयक,प्रखंड परियोजना प्रबंधक एवं बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उपस्थित हुए।

मनचलों ने विद्यालय से खींचकर की छात्र की जमकर पीटाई, पुलिस ने मौके पर पहुँच छात्र की बचाई जान

औरंगाबाद से सनसनी फैला देने वाली मामला प्रकाश में आया है जहाँ कुछ मनचलों ने एक विद्यालय से खींचकर छात्र का जमकर पीटाई कर दिया है ,पुलिस ने मौके पर पहुँच छात्र की बचाई जान।  

कोचिंग में स्याही लगाने को लेकर हुई थी विवाद                          

गौरतलब है कि बिहार सरकार ने जहाँ सरकारी विद्यालय की व्यवस्था में सुधार लाने को लेकर शिक्षा विभाग मुख्य सचिव एक कर्मठी अधिकारी के के पाठक को बनाया है और उनके द्वारा लगातार निरीक्षण कर नए नए आदेश जारी किया जा रहा है ताकि सरकारी विद्यालय का स्थिति सुदृढ़ और बेहतर हो सके। परंतु विद्यालय से छात्र को खींचकर पिटाई का मामला ने एक बार फिर छात्र छात्राओं के सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है।

यह घटना है मदनपुर राजकीय अनुग्रह + टू हाई स्कूल मदनपुर की जहां सुबह विद्यालय में पढ़ने आए छात्र बंगरे निवासी गोलू कुमार नामक छात्र को आठ से दस की संख्या में दबंगों ने आकर विद्यालय से उठाकर ले गए और उसके साथ मारपीट करना सुरु कर दिया।

जिसकी सूचना विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेम लता सिंह ने स्थानीय पुलिस को दी।जिसके बाद पुलिस को मौके पर पहुंचते ही मनचले फरार हो गया है, लेकिन पुलिस मामले की तहकीकात जुट गई है।

जानकारी के अनुसार दो दिन पूर्व मदनपुर संघत रोड स्थित एक निजी कोचिंग सेंटर के छात्रों के दो गुटों में स्याही लगाने को लेकर तू तू मै मै के बाद मारपीट हुई जिसके बाद मामला शांत हो गया था।

 आज उसी बात को लेकर कोचिंग में विवाद हुआ और छुट्टी के बाद छात्र के दोनों गुटों में मारपीट हुई जिसमें एक पक्ष से दो छात्र गंभीर रुप जख्मी हो गया। जख्मीयो में राजू यादव के 16 वर्षीय बेटा विपुल कुमार और भानु रजक 17 वर्षीय बेटा अभिषेक कुमार शामिल है उक्त दोनों गया।

 जिले के आमस थाना क्षेत्र के मांझौलिया टु गांव के रहने वाला है घटना के बाद जख्मी छात्र को मदनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचाया गया जहां चिकित्सकों के द्वारा उपचार किया गया। 

तभी इस मामले को लेकर जख्मी पक्ष से कुछ छात्र विद्यालय में जाकर एक छात्र को खींचकर बाइक पर बैठा लिया और बाहर ले जाकर जमकर पिटाई करने सुरु कर दिया मौके पर जब मदनपुर पुलिस को देखते सभी मनचले छात्र को छोड़ कर फरार होगये। 

 इस संबंध में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक हेमलता सिंह ने बताया की विद्यालय में क्लास चल रही थी।

इसी दौरान आठ से दस की संख्या में अज्ञात लोग आए और एक छात्र गोलू कुमार को जबरन घसीटते हुए बाहर लेकर चला गया जिसकी सूचना हमने स्थानीय पुलिस को दी मौके पर पुलिस पहुंचकर मामला को शांत करा दिया है उन्होंने बताया की उनलोगों में कोचिंग से विवाद चल रहा था।

जबकि थानाध्यक्ष शशी कुमार ने घटना के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कहा है। इस घटना से सभी प्रधानाध्यापक छात्र छात्राओं की सुरक्षा को लेकर चिंतित है