नशे के गिरफ्त में औरंगाबाद के युवा, खंडहरनुमा जगहों पर करते हैं नशा का सेवन
औरंगाबाद: युवा वर्ग नशे की गिरफ्त में है और इनके द्वारा नशा सेवन के लिए ऐसे जगहों की तलाश की जाती है जो सुनसान हो या फिर कोई स्कूल कॉलेज का भवन जो टूटकर खंडहर में तब्दील हो चुका हो और वहां किसी का भी आना जाना न हो।
इन जगहों पर युवाओं की बैठकी सुबह होते ही शुरू हो जाती है जो देर रात तक चलती है।इन जगहों पर युवाओं द्वारा नशे की सुई ली जाती है और बोनफिक्स या इसी से संबंधित ट्यूब का प्रयोग सूंघने के लिए जाते हैं।युवाओं में बढ़ रही इस प्रवृत्ति से उनके मां पिता परेशान हैं।
औरंगाबाद शहर के सभी मंडी के समीप के एक अभिभावक इस नशे के कारोबार से परेशान है क्योंकि उनका युवा पुत्र बर्बाद हो रहा है और वे कुछ भी कर पाने की स्थिति में नहीं हैं। शहर के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान गेट स्कूल जहां प्रतिदिन सैकड़े बच्चे कक्षा आठ से दस तक की शिक्षा प्राप्त करते हैं।विद्यालय से सटे ही विद्यालय का छात्रावास है जिसे कई वर्ष पूर्व खंडहर घोषित किया जा चुका है और वह एक तरह से जंगल में तब्दील हो चुका है।
खंडहर बन चुके इस छात्रावास में आदमी तो दूर जानवर भी रहना पसंद नही करते।लेकिन नशे के गिरफ्त में हुए युवाओं के लिए ये जगह काफी उपयुक्त है क्योंकि उन्हें वहां कोई देखने और टोकने वाला नही मिलता।खंडहरनुमा छात्रावास में हर तरफ नशे की पुड़िया एवं सामग्री नजर आए।
इस संबंध में जब गेट स्कूल के प्रधानाचार्य बीरेंद्र राम से बात की गई तो उन्होंने विद्यालय के परिसर में स्थित खंडहर छात्रावास को नशेड़ियों के कब्जे में हो जाने पर दुख जताया और कहा कि मना करने पर नशा करनेवाले युवा आक्रामक हो जाते हैं।जिससे यह डर लगता है कि कही उनके द्वारा मना करने के दौरान आक्रमण न कर दिया जाए।
प्रधानाचार्य ने बताया कि गेट स्कूल जिले का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित विद्यालय है।लेकिन नशेड़ियों के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि यह विद्यालय सह शिक्षा वाला विद्यालय है ऐसी अवस्था में उधर जाने में छात्राएं भयभीत हो जाती हैं।उन्होंने कहा कि जल्द ही इसको लेकर वरीय अधिकारियों को पत्र लिखा जाएगा।
ताकि यहां का शैक्षणिक माहौल प्रभावित न हो। वही इस संबंध में विद्यालय के सहायक शिक्षक सह एनसीसी इंचार्ज जिल्लूश शमी ने बताया कि वर्षो पूर्व इस छात्रावास को खंडहर घोषित किया जा चुका है और अब वह असामाजिक तत्वों के हवाले हो चुका है।
यहां सुबह से लेकर रात तक उनकी ही हुकूमत है और वे इस जगह को नशा सेवन के रूप में प्रयोग करते हैं।उन्होंने कहा कि मना करने पर वे एकजुट होकर शिक्षक पर भी अटैक भी कर सकते है।
इसलिए शिक्षक उन्हे कुछ भी नही बोल पाते।इस संबंध में औरंगाबाद के एसपी हृदयकांत ने कहा कि जल्द ही स्थल का निरीक्षण कर कारवाई की जायेगी।उन्होंने कहा कि नशे के गिरफ्त में आए युवाओं को इससे मुक्त करने के प्रयास में लगी हुई है।
Sep 16 2023, 17:46