*जिले में पीपीपी मॉडल पर स्थापित होगा मेडिकल कॉलेज*
भदोही। कालीन नगरी में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर मेडिकल कालेज स्थापित होगा। इसके लिए दो बड़ी चिकित्सकीय संस्थाओं ने संचालन की इच्छा जताई है। लोस चुनाव से पूर्व इसकी आधारशिला रखे जाने की उम्मीद स्वास्थ्य विभाग ने जताई है।
साल 2020 में चिकित्सा सुविधा बढ़ाने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिले में मेडिकल कालेज के निर्माण की घोषणा तो कर दी, पर उसके लिए जमीन ही नहीं मिली। तीन चरणों में अलग-अलग स्थानों पर 18 एकड़ जमीन मिली, लेकिन उसे शासन ने अस्वीकृत कर दिया। करीब एक साल तक मामला ठंडे बस्ते में ही रहा।
अब पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेज चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शासन के निर्देश पर कालेज के अस्पताल के लिए सरपतहां में निर्माणाधीन 100 बेड के अस्पताल को फाइनल कर दिया है। मेडिकल कालेज खोले जाने के कारण यहां रहने वाले लोगों को इलाज के लिए अब बड़े शहरों की ओर दौड़ नहीं लगानी होगी। मेडिकल कालेज बनने के बाद यहां आसानी से इलाज की सुविधा मिलेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संतोष कुमार चक ने कहा कि शासन स्तर से पीपीपी मॉडल से मेडिकल कॉलेज स्थापित करने में जिले को भी शामिल किया गया है। दो बड़ी चिकित्सकीय संस्थाओं ने इसके लिए आवेदन किया है। केंद्र सरकार की तरफ से टेंडर जारी होना है। उन्होंने उम्मीद जताई कि लोक सभा चुनाव से पूर्व इसकी आधारशिला रख दी जाएगी।
मेडिकल कालेज स्थापित करने के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली जमीन पर उप्र औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति-2017 के तहत स्टांप ड्यूटी में छूट दी जाएगी। वहीं, मेडिकल डिवाइस पार्क की इकाई स्थापित करने के लिए भी भूमि पर स्टांप ड्यूटी पर छूट दी जाएगी।
जिले में मेडिकल कॉलेज बनने से रेफरल केस में कमी आएगी। सैकेंडरी केयर एंड टेरिटरी केयर सेवाओं को नागरिकों के करीब लाया जाएगा। जिससे अब वहां के लोगों को इलाज के लिए दूसरे जिलों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।
Sep 11 2023, 12:01