*19 हजार किसानों की सम्मान निधि पर संकट*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने वाले 19 हजार किसानों ने एक साल बाद भी ई-केवाईसी नहीं कराई है।

कृषि विभाग के गांवों में चलाए गए विशेष अभियान में भी इन्होंने दिलचस्पी नहीं दिखाई। इससे विभाग अब इनका नाम पोर्टल से हटाने की कवायद में जुट गया है। 15 सितंबर तक ई-केवाईसी कराने पर ही किसान 15वीं किस्त पाने के हकदार होंगे।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की पहली किस्त दिसंबर 2019 में जारी हुई थी। शुरुआती दौर में जिले में 1.71 लाख किसानों को योजना का लाभ मिला था। इसके बाद से किसानों की संख्या लगातार बढ़ती गई।

मार्च 2022 तक किसानों की संख्या 2,26,280 तक पहुंच गई, हालांकि सत्यापन शुरू होने पर 45 हजार से अधिक अपात्र मिले। इनको 12वीं किस्त के बाद योजना का लाभ नहीं दिया गया। पात्रों के चयन के लिए एक साल में कृषि विभाग ने ब्लॉक, गांव, तहसील स्तर पर शिविर लगाकर नए लोगों का नाम जोड़ा। इस अभियान में भी 19 हजार किसानों ने ई-केवाईसी नहीं कराया।

उप निदेशक कृषि डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने बताया कि ई- केवाईसी कराना अनिवार्य हो गया है। 19 हजार लाभार्थियों ने अब भी ई-केवाईसी नहीं कराया है। इससे आगामी किस्त से पूर्व इनका नाम हटा दिया जाएगा।

*तीन कस्तूरबा गांधी विद्यालय भी बनेंगे परीक्षा केंद्र*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के तीन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में साल 2024 की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र बनाए जाएंगे।

187 माध्यमिक और इंटर कॉलेजों संग इन विद्यालयों को भी आधारभूत सूचनाओं को परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश दिए गए हैं। कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में वर्ष 2023 के सत्र में नौवीं कक्षा में अब तक 500 विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया है।

आगामी सत्र से इंटर की कक्षाएं भी शुरू हो जाएंगी।वर्ष 2024 के फरवरी-मार्च में संभावित यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू हो गई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद के निर्देश पर 187 माध्यमिक व इंटर कॉलेजों की आधारभूत सूचनाएं वेबसाइट पर अपलोड कराई जा रही हैं।

कस्तूरबा गांधी आवसीय विद्यालय सुरियावां, ज्ञानपुर और भदोही में नौवीं की कक्षा शुरू होने से अब वहां की आधारभूत सूचनाओं को वेबसाइट पर अपडेट करना है। इससे केंद्र निर्धारण में सहूलियत होगी।

जिला विद्यालय निरीक्षक विकायल भारती ने बताया कि संसाधनों को देखकर परिषद केंद्र का निर्धारण करता है। उसके बाद जिला कमेटी से केंद्रों को फाइनल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उच्चीकृ़त कस्तूरबा विद्यालय में आगामी सत्र से इंटर की कक्षाएं भी चलने लगेंगी। जिले में 187 राजकीय, वित्तपोषित और वित्तविहीन विद्यालय संचालित हैं।

माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से वरीयता क्रम में पहले राजकीय माध्यमिक विद्यालय, फिर सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय और इसके बाद वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों को परीक्षा केंद्र निर्धारित करने का नियम है।यूपी बोर्ड परीक्षा के केंद्र निर्धारित करने के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने नया मोबाइल एप विकसित किया है।

इसके माध्यम से विद्यालय का फोटो क्लिक करते ही स्कूल की जियो लोकेशन, विद्यालयों के मध्य दूरी आदि परिषद की वेबसाइट पर दर्ज हो जाएंगी। इससे जियो लोकेशन में की जाने वाली हेराफेरी नहीं हो सकेगी।

परीक्षा के केंद्रों के निर्धारण में पारदर्शिता लाने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने नया एपीआई युक्त मोबाइल एप विकसित कराया है। इसके प्रयोग से अब केंद्र निर्धारण में होने वाली हीलाहवाली पर अंकुश लग सकेगा। केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया को अधिक सुदृढ़ और पारदर्शी बनाने के लिए इस एप का उपयोग किया जाएगा।

*एमबीएस चिकित्सालय में टूटा रिकॉर्ड, अगस्त में 16 हजार मरीजों की ओपीडी*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बदलते मौसम का असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि ओपीडी में मरीजों की बाढ़ आ गई है। उमस, भीषण गर्मी और अनियमित खान-पान के कारण बड़ी संख्या में लोग बीमार पड़ रहे हैं।

महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय में बीते तीन महीने के मुकालबे में अगस्त महीने में 35 फीसदी अधिक ओपीडी हुई। सोमवार को भी 897 नए मरीजों की ओपीडी हुई। इसके अलावा 400 मरीज दोबारा चिकित्सक को दिखाने पहुंचे थे।

इस प्रकार सोमवार को कुल 1297 में लोगों की ओपीडी हुई।जिले में बीते दस दिनों से भी अधिक समय से उमस भरी गर्मी का मौसम बना हुआ है। दिन में तीखी धूप और दिनभर उसम भरे मौसम के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। जिसका सीधा असर लोगों की सेहत पर देखने को मिल रहा है।

भदोही के कई इलाकों में संक्रामक बीमारियों की भी आशंका है। दूसरी तरफ चिकित्सालय प्रशासन लगातार बढ़ते मरीजों की संख्या को लेकर कहना है कि चिकित्सालय में सुविधाएं बढ़ने और मौसम तथा खानपान के असर के कारण मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है।

आंकड़ों पर गौर करें तो मई में 11834, जून में 12282, जुलाई में 12095 ओपीडी हुई थी। दूसरी तरफ अगस्त माह में ओपीडी में अचानक इजाफा हुआ और यह संख्या 16 हजार तक पहुंच गई। अगस्त महीने में 16073 लोगों की ओपीडी हुई। इसी तरह आईपीडी (इन पेशेंट डिपार्टमेंट) में कोई खास फर्क नहीं दर्ज की गई है।

मई में 488, जून में 614, जुलाई में 601 आईपीडी के मुकाबले अगस्त माह में 421 आईपीडी ही हुई। इससे साफ है कि भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अभी भी सामान्य ही है। बुखार, उल्टी, सर दर्द, दस्त, पेट दर्द, अपच, ऐंठन आदि से पीड़ित ही आ रहे हैं।

सीएमएस डॉ. संजय तिवारी ने कहा कि गर्मी, उमस में खानपान में सावधानी बरतना भी जरूरी है। बीमारी बताकर नहीं आएकी, लेकिन उचित खानपान से खुद को और बच्चों को स्वस्थ रखा जा सकता है। दावा किया कि अस्पताल में सुविधाएं बेहतर हुई है। इसलिए यह संख्या बढ़ी दिखाई दे रही है।नहीं हैं कई प्रमुख विशेषज्ञ चिकित्सक

भदोही। भदोही क्षेत्र बुनकर और मजदूर बहुल क्षेत्र है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यहां की बड़ी आबादी महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल पर आश्रित है, लेकिन समस्या यह है कि यहां कई प्रमुख विशेषज्ञ चिकित्सकों के पद खाली हैं।

यदि यहां कुछ चिकित्सक बढ़ा दिया जाएं तो निश्चित रूप से हजारों लोग लाभान्वित होंगे। सीएमएस ने बताया कि चर्म रोग, स्त्री रोग, ईएनटी और कार्डियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है।

इस संबंध में शासन से समय समय पर पत्राचार होता है, लेकिन अब तक किसी को भेजा नहीं गया है। संवाद

*जिले में 50 किमी के दायरे में बनेगा डबल सेफ्टी डिवाइडर*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में रेल खंड की पूर्वी-पश्चिमी सीमा में लगभग 50 किमी का दायरा शामिल होगा। वहीं वाराणसी से प्रयागराज तक कुल 120 किमी तक डबल सेफ्टी डिवाइडर बनाया जाएगा।

संयुक्त तकनीकी टीम ने एक सप्ताह पहले सर्वे पूरा कर वाराणसी रेल मंडल प्रशासन को रिपोर्ट सौंपी है।

मुख्यालय गोरखपुर की स्वीकृति मिलने पर लगभग 50 करोड़ की लागत से डबल सेफ्टी डिवाइडर बनाया जाएगा।माधोसिंह-प्रयागराज रेल खंड दोहरीकरण-विद्युतीकरण परियोजना का लगभग 80 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। इस रेलखंड पर हर दिन 25 जोड़ी के आसपास अप-डाउन ट्रेनें गुजरती हैं।

खास बात है कि इस रेलखंड से वंदेभारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेन भी रफ्तार भरती है। रेलखंड पर जिले की पूर्वी सीमा कटका से पश्चिमी सीमा अतरौरा हॉल्ट तक है। बीच में माधोसिंह, ज्ञानपुर रोड, अहिमनपुर, अलमऊ, सरायजगदीश, जंगीगंज हॉल्ट का क्षेत्र पूरी तरह से खुला है। जहां अक्सर दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ती रहती है।

कई बार ट्रैकों पर बेजुबान जानवरों के आने से दुर्घटनाओं की आशंका बढ़ जाती है। वहीं कई बार रेलखंड से गुजरने वाले वंदेभारत जैसी महत्वपूर्ण ट्रेनों पर पथराव इत्यादि की भी शिकायत मिलती है। ऐसे में रेलखंड पर डबल सेफ्टी डिवाइडर बनने से इस तरह की घटनाएं रुक सकेंगी।

वंदेभारत पर अक्सर होती है पथराव की घटना

माधोसिंह-प्रयागराज रेलखंड से होकर गुजरने वाले वंदेभारत एक्सप्रेस पर अक्सर पथराव का मामला सामने आता है। इसको लेकर रेलवे की ओर से एसआईबी व आरपीएफ की संयुक्त टीम का गठन हुआ है, जो वंदेभारत के अप-डाउन के दौरान सक्रिय रहती है।

लगभग चार माह पहले ऊंज मुंगरहा के पास रेलवे ट्रैक पर किसी अराजक तत्व ने लोहे की कुर्सी रख दी थी। इससे वंदेभारत दुर्घटनाग्रस्त होने से बची थी। इस मामले में आरपीएफ ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया था।

*संतान की दीर्घायु के लिए महिलाओं ने की ललही छठ की पूजा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ललही छठ का का पर्व क्षेत्र में मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। इस मौके पर महिलाओं ने व्रत रख पुत्र के दीर्घायु होने की कामना की। कृष्ण पर्व की षष्ठी के दिन होने वाले इस त्योहार पर व्रती महिलाएं दिनभर व्रत कर पूजा आरती करने के बाद नदी या तालाब में उगने वाले, बिना हल चलाए पैदा होने वाले चावल और दही खाकर व्रत तोड़ती हैं। जन्माष्टमी से पहले हर साल हलषष्ठी या ललही छठ का त्योहार मंगलवार को जिले में धूमधाम से मनाया गया।जगह-जगह छीउल व कुस को जमीन में गाड़कर सामूहिक रूप से पूजा की गई।

 पुत्रों की दीर्घायु व पुत्र प्राप्ति के लिए विवाहिता महिलाओं ने व्रत भी रखा। आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि भाद्रप्रद कृष्ण पक्ष की षष्ठी को मनाए जाने वाले इस पर्व के दिन भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। इस दिन महिलाएं व्रत रखते हुए कथा सुनती हैं। आचार्य संतोष महाराज ने बताया कि इसके पीछे मान्यता है कि जब कंस को पता चला कि वासुदेव और देवकी की संतान उसकी मृत्यु का कारण बनेगी तो उसने उन्हें कारागार में डाल दिया। छह संतानों का कंस ने वध कर डाला। सातवां पुत्र होना था, तब उनकी रक्षा के लिए नारद मुनि ने उन्हें हलष्ठी माता की व्रत करने की सलाह दी, जिससे उनका पुत्र कंस के कोप से सुरक्षित हो जाए।

देवकी ने व्रत किया और इसके प्रभाव से भगवान ने योगमाया से कहकर देवकी के गर्भ में पल रहे बच्चे को रानी के गर्भ में स्थानांतरित कर दिया। इससे कंस भी धोखा खा गया। उसने समझा कि देवकी का सातवां पुत्र जिंदा नहीं है। उधर, रोहिणी के गर्भ से बलराम का जन्म हुआ। देवकी को आठवें पुत्र के रूप में श्रीकृष्ण की प्राप्ति हुई। देवकी के व्रत से दोनों पुत्रों की रक्षा हुई। तभी से ललही छठ त्योहार पर महिलाएं व्रत रखकर कथा सुनती है।

*60 फीसदी मरीजों को बुखार की शिकायत,बदले मौसम का लोगों की सेहत पर दिख रहा असर*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम में अचानक से बदालव हुआ है। इसका असर तेजी से लोगों की सेहत पर पड़ा है। इससे जिले के विभिन्न विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में 60 फीसदी मरीज वायरल बुखार के पहुंच रहे हैं।

ऐसे मरीजों को चिकित्स जांच कर दवा उपलब्ध करा रहे। डेंगू, मलेरिया,के खतरे को लेकर भी चिकित्सक पहले से ही अलर्ट है। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए जिले में तीन बड़े चिकित्सालय सरपतहा स्थित सौ शैय्या अस्पताल, महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय ज्ञानपुर और महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय भदोही हर दिन 1500 से 2000 लोगों को ओपीडी होती है।

इसके अलावा छह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी बड़ी संख्या में लोग लाभ उठाते हैं। जिला चिकित्सालय के चिकित्सक डॉ आशुतोष सिंह ने बताया कि हर दिन तापमान में उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। जरा सी लापरवाही बरतने पर लोग वायरल बुखार की चपेट में आ रहे हैं।

उन्होंने लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि कहीं बाहर से आने के बाद तुरंत पानी न पिएं इसके अलावा बाजार के ठंडा पदार्थों का सेवन करने से बचें। बताया कि वायरल बुखार का असर तीन दिन तक रहता है,यदी समय से दवा नही लिया गया तो डेंगू मलेरिया की चेपट में आने का डर रहता है।

*सात अंतरराज्यीय तस्करों पर लगा गैंगस्टर*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। संगठित व पेशेवर अपराधियों के खिलाफ पुलिस की सख्ती जारी है। सात अंतरराज्यीय गांजा तस्करों के खिलाफ पुलिस ने दुर्गागंज थाने में गैंगेस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया।

महीने भर पूर्व दुर्गागंज के कुढ़वा से एक क्विंटल गांजा के साथ पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था।जिले की पुलिस अपराधियों के खिलाफ जीरो टोलेरेंस के तहत पुलिस कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन के निर्देश पर शातिर व पेशेवर अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा है।

दुर्गागंज थाने की पुलिस ने संगठित होकर समाज में वर्चस्व कायम करने और भौतिक-आर्थिक व अनुचित लौकिक लाभ के लिए अंतरराज्यीय स्तर पर गांजा तस्करी करने वाले सात शातिर तस्करों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की है। इसमें गैंगलीडर राम कुमार यादव निवासी खरगसेनपट्टी, सौरभ चौबे निवासी सेऊर औराई, राजमणि गौतम निवासी कुसौड़ा, रविंद्र मिश्रा निवासी धनीपुर जंगीगंज, रविंद्र कुमार सिंह निवासी उमरहां चौबेपुर वाराणसी, विकास कुमार गौतम निवासी जोगीबीर और राहुल यादव निवासी घमहापुर शामिल हैं।

थाना प्रभारी विनोद दूबे ने बताया कि महीने भर पहले कुढ़वा के पास से सातों तस्करों को एक क्विंटल गांजा संग गिरफ्तार किया था। लग्जरी कार से तस्कर गांजा कहीं अन्यत्र लेकर जा रहे थे। उन्होंने बताया कि सातों जेल में बंद हैं।

*सरगना समेत तीन आरोपी गिरफ्तार*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में चोरों की घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के सगरना समेत तीन शातिर चोरों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से चोरी के सामान बरामद किए गए।

पूछताछ के बाद तीनों को जेल भेजा गया। 24 जुलाई को गोपीगंज के अंजही मोहाल निवासी मनोज कुमार गुप्ता ने प्रार्थना पत्र दिया कि जंगीगंज स्थित उनके दुकान का ताला तोड़कर नकदी समेत हजारों का सामना चोरी हो गया।

दो सितंबर को जटाशंकर निवासी उचेठा ने औराई कोतवाली में तहरीर दी कि घर में घुसकर घरेलू कीमती सामान चोरी कर लिया गया है।। दोनों मामलों में मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू की।

पुलिस अधीक्षक डॉ मीनाक्षी कात्यायन के निर्देश पर पुलिस टीम घटना के खुलासे में जुट गई। देर रात सरोई औराई बार्डर स्थित मोरवा नदी की पुलिया पर चेकिंग के दौरान गिरोह के लीडर प्रमोद दूबे, दिनेश उपाध्याय सहित तीन को गिरफ्तार कर लिया।

निशानदेही पर तीन गैस सिलेंडर, एक फ्रीज, एक कूलर, एक बैटरी,एक इन्वर्टर सहित अन्य सामान बरामद किया। पूछताछ में प्रमोद कुमार दूबे ने बताया कि मेरा एक संगठित गिरोह है।

गोपीगंज के जंगीगंज और उचेठा में चोरी की घटना को अंजाम दिया। चोरी के सामान बेचकर उससे मिले पैसे से आराम करते हैं।

*श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां हुई तेज सजी दुकानें,कृष्ण जन्माष्टमी पर बुधवार का भी योग*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की तैयारियां तेज हो गई है। मंदिरों व भवनों में साफ - सफाई के साथ रंगाई-पुताई का काम शुरू हो गया है। दुकानों से आकर्षक, मुकुट,मोर पंख, मूर्ति व वस्त्र की बिक्री बढ़ गई है।

मथुरा वृन्दावन से आए सजावटी सामनों की खरीदारी भक्तों को खास आकर्षित कर रहा है। जन्मोत्सव पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों को लेकर कलाकारों की बुकिंग भी हो रही है।

कालीन नगरों में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने को लेकर पूजनोत्सव समितियों में खास उत्साह है। जन्माष्टमी के साथ मटकी फोड़ प्रतियोगिता भी आयोजित करने पर पूरा फोकस किया है।

दुकानों पर लट्टू गोपाल की मूर्ति व सजावटी सामान सज ग‌ए है। व्यापारियों की माने तो इस वर्ष श्रीकृष्ण ने पर अच्छी आमदनी की उम्मीद है। निजी स्कूलों में भी बच्चों को श्रीकृष्ण के रुप में झांकी निकालने का अभ्यास कराया जा रहा है। सजावटी सामनों पर महंगाई की मार है।

दुकानों पर इन दिनों के मोर के पंख 10 से 15 रुपए, मुकुट दो से पांच सौ रुपए,माला पांच से 50 रुपए, चूड़ी 10 से 60 रुपए, बिंदी पांच से 20 रुपए, कुंडल 20 से 50 रुपए, बांसुरी 20 से सौ रुपए व श्रीकृष्ण का वस्त्र सौ से पांच सौ रुपए तक बिक रहा है। पर्व की तैयारी को लेकर आस्थाओं में खास उत्साह देखने को मिल रहा है। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 6 सितंबर को मनायी जाएगी। श्रीकृष्ण का अवतार द्वापर युग के अंतिम चरण में भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर मध्यरात्रि 12 बजे वृषभ लग्न में हुआ था।

इस दिन बुधवार व रोहिणी नक्षत्र से बना जयंती योग था। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर रोहिणी नक्षत्र के साथ बुधवार का योग भी भक्तों को प्राप्त होगा। अष्टमी तिथि 6 सितंबर को दिन में 3.38 बजे लगेगी। 7 सितंबर की शाम 4.15 बजे तक रहेगी। वहीं रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव 6 को दिन में 9.20 बजे आरंभ होगा।

*1.55 लाख बच्चों का होगा निपुण असेसमेंट टेस्ट*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले में 11 से 16 सितंबर के मध्य परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले एक लाख 55 हजार बच्चों का निपुण असेसमेंट टेस्ट (नेट) कराया जाएगा। जिसकी तैयारी शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है। पूर्व की तरह इस बार भी ओएमआर सीट पर ही टेस्ट होगा। डायट में प्रश्नपत्र तैयार किया जा रहा है।परिषदीय स्कूलों में बच्चों की शैक्षिक दक्षता का आकलन अर्धवार्षिक और वार्षिक परीक्षा के माध्यम से वर्ष में दो बार करने की व्यवस्था है।

परीक्षा के बाद बच्चों की उत्तर पुस्तिकाएं एकत्र कर ब्लाॅक संसाधन केंद्र पर भेजी जाती हैं। वहां मूल्यांकन होता है। इसके बाद बच्चों के रिजल्ट की डाटा फीडिंग होती है। इन परीक्षाओं के आयोजन में काफी समय लगता है। बच्चों के सीखने समझने के स्तर का मूल्यांकन के लिए निपुण असेसमेंट टेस्ट भी साल 2022 से शुरू हो गया है। 11 से 16 सितंबर तक होने वाले नेट के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है।

इसमें जिले के 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, कंपोजिट और कस्तूरबा विद्यालय के पहली से आठवीं तक के एक लाख 55 हजार बच्चे शामिल होंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि छमाही परीक्षा से पहले निपुण एसेसमेंट टेस्ट कराया जाएगा, जो ओएमआर शीट पर होगा। छात्रों से बहु विकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। परिणाम भी तुरंत पता चल जाएगा।

परीक्षा में कक्षा एक से आठ तक के बच्चे शामिल होंगे। शिक्षकों को एप के जरिए अपने स्मार्टफोन से ओएमआर शीट को स्कैन करना होगा। एप स्कैन कर तुरंत बता देगा कि छात्र के कितने प्रश्न सही हैं और कितने गलत। सभी छात्रों का असेसमेंट तुरंत हो जाएगा।

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