डीपीआरसी भवन: बोर्ड पर डीएम का नाम, शिलान्यास किया डीडीसी ने, विवाद बढ़ने लगा तो उखाड़ ले गए
सदर प्रखंड के सामने पांच करोड़ 21 लाख की लागत से बनने वाले डीपीआरसी भवन निर्माण से पहले ही विवाद में आ गया है।
शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय के सामने स्थित उक्त स्थल पर डीएम द्वारा शिलान्यास करने का बोर्ड लगा, फिर डीएम रौशन कुशवाहा के बदले डीडीसी सुशांत कुमार ने नारियल फोड़कर शिलान्यास के बदले भूमि पूजन किया। वहीं दोपहर बाद कार्य स्थल पर लगा शिलापट्ट उखाड़ कर हटा लिया गया। अब जहां शिलान्यास का बोर्ड लगाया गया था वह जगह खाली है।
बता दें कि सवा पांच करोड़ की राशि से बनने वाले डीपीआरसी भवन के शिलान्यास का कार्य जनप्रतिनिधि के बदले प्रशासनिक अधिकारी से कराने का सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर ने विरोध किया था।
बताया जाता है कि डीएम ने विवाद से बचने के लिए उक्त समारोह से किनारा कर लिया। बाद में डीडीसी ने भूमिपूजन तो किया लेकिन डीएम द्वारा शिलान्यास किए जाने का शिलापट्ट हटा लिया गया।
डीपीआरसी भवन: बोर्ड पर डीएम का नाम, शिलान्यास किया डीडीसी ने, विवाद बढ़ने लगा तो उखाड़ ले गए
बेगूसराय4 घंटे पहले
बिग कन्ट्रोवर्सी . जिप अध्यक्ष ने कहा- बिना प्रोसीडिंग के योजना का हुआ है चयन मुझे पता भी नहीं
सदर प्रखंड के सामने पांच करोड़ 21 लाख की लागत से बनने वाले डीपीआरसी भवन निर्माण से पहले ही विवाद में आ गया है। शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय के सामने स्थित उक्त स्थल पर डीएम द्वारा शिलान्यास करने का बोर्ड लगा, फिर डीएम रौशन कुशवाहा के बदले डीडीसी सुशांत कुमार ने नारियल फोड़कर शिलान्यास के बदले भूमि पूजन किया। वहीं दोपहर बाद कार्य स्थल पर लगा शिलापट्ट उखाड़ कर हटा लिया गया। अब जहां शिलान्यास का बोर्ड लगाया गया था वह जगह खाली है।
बता दें कि सवा पांच करोड़ की राशि से बनने वाले डीपीआरसी भवन के शिलान्यास का कार्य जनप्रतिनिधि के बदले प्रशासनिक अधिकारी से कराने का सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर ने विरोध किया था। बताया जाता है कि डीएम ने विवाद से बचने के लिए उक्त समारोह से किनारा कर लिया। बाद में डीडीसी ने भूमिपूजन तो किया लेकिन डीएम द्वारा शिलान्यास किए जाने का शिलापट्ट हटा लिया गया।
सांसद प्रतिनिधि ने कहा- प्रोटोकॉल का हो रहा है उल्लंघन सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर इस संबंध में डीएम से शिकायत की कि जिला स्तरीय जिला पंचायत संसाधन केंद्र का आनन फानन में शिलान्यास बिना जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किये, सम्पन्न कराना क्या उचित है। जिला परिषद को इतना निरीह और दीन हीन बनाकर प्रस्तुत क्यों किया जा रहा है, जहां सभी प्रोटोकॉल तथा मर्यादा तार तार होता दिखाई दे रहा हो। शुक्रवार की सुबह लगभग 8 बजे तय था कि डीएम शिलान्यास करेंगे । जिसकी जनसंपर्क विभाग द्वारा आधिकारिक रूप से सूचना भी जारी की गई थी । लेकिन डीएम रोशन कुशवाहा ने शिलान्यास नहीं किया बाद में डीडीसी सुशांत कुमार ने नारियल फोड़कर भूमिपूजन किया।
डीएम ने कहा जमीन की एनओसी नहीं रहने के कारण काम में हो रही थी देरी ^इस मामले में डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि नया डीपीआरसी बिल्डिंग का काम जिला परिषद बेगूसराय की टीम आज से करने वाली थी। बहुत दिन से यह प्रोजेक्ट जमीन के अभाव के कारण रुका हुआ था अभी कुछ दिन पहले ही जमीन का एनओसी मिला था। जिसके बाद काम शुरु की जाने वाली थी। उन्होंने शिला पट्ट हटाये जाने के संदर्भ में कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही।
शिलान्यास का समय तय होगा तो शिलापट्ट लगेगा शिलान्यास बोर्ड हटा लिए जाने के संबंध में जब डीडीसी सुशांत कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसका शिलान्यास नहीं भूमि पूजन हुआ है। शिलान्यास के लिए जो शिलापट्ट लगाया गया था उस पर 7 जुलाई की तारीख अंकित थी। इसलिए उस बोर्ड को हटा लिया गया है। बाद में जब शिलान्यास का समय निश्चित किया जाएगा तो नया शिलापट्ट लगाया जाएगा।
डीपीआरसी भवन: बोर्ड पर डीएम का नाम, शिलान्यास किया डीडीसी ने, विवाद बढ़ने लगा तो उखाड़ ले गए
बेगूसराय4 घंटे पहले
बिग कन्ट्रोवर्सी . जिप अध्यक्ष ने कहा- बिना प्रोसीडिंग के योजना का हुआ है चयन मुझे पता भी नहीं
सदर प्रखंड के सामने पांच करोड़ 21 लाख की लागत से बनने वाले डीपीआरसी भवन निर्माण से पहले ही विवाद में आ गया है। शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय के सामने स्थित उक्त स्थल पर डीएम द्वारा शिलान्यास करने का बोर्ड लगा, फिर डीएम रौशन कुशवाहा के बदले डीडीसी सुशांत कुमार ने नारियल फोड़कर शिलान्यास के बदले भूमि पूजन किया। वहीं दोपहर बाद कार्य स्थल पर लगा शिलापट्ट उखाड़ कर हटा लिया गया। अब जहां शिलान्यास का बोर्ड लगाया गया था वह जगह खाली है।
बता दें कि सवा पांच करोड़ की राशि से बनने वाले डीपीआरसी भवन के शिलान्यास का कार्य जनप्रतिनिधि के बदले प्रशासनिक अधिकारी से कराने का सांसद प्रतिनिधि अमरेन्द्र कुमार अमर ने विरोध किया था। बताया जाता है कि डीएम ने विवाद से बचने के लिए उक्त समारोह से किनारा कर लिया। बाद में डीडीसी ने भूमिपूजन तो किया लेकिन डीएम द्वारा शिलान्यास किए जाने का शिलापट्ट हटा लिया गया।
सांसद प्रतिनिधि ने कहा- प्रोटोकॉल का हो रहा है उल्लंघन सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर इस संबंध में डीएम से शिकायत की कि जिला स्तरीय जिला पंचायत संसाधन केंद्र का आनन फानन में शिलान्यास बिना जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किये, सम्पन्न कराना क्या उचित है।
जिला परिषद को इतना निरीह और दीन हीन बनाकर प्रस्तुत क्यों किया जा रहा है, जहां सभी प्रोटोकॉल तथा मर्यादा तार तार होता दिखाई दे रहा हो। शुक्रवार की सुबह लगभग 8 बजे तय था कि डीएम शिलान्यास करेंगे । जिसकी जनसंपर्क विभाग द्वारा आधिकारिक रूप से सूचना भी जारी की गई थी । लेकिन डीएम रोशन कुशवाहा ने शिलान्यास नहीं किया बाद में डीडीसी सुशांत कुमार ने नारियल फोड़कर भूमिपूजन किया।
डीएम ने कहा जमीन की एनओसी नहीं रहने के कारण काम में हो रही थी देरी ^इस मामले में डीएम रोशन कुशवाहा ने कहा कि नया डीपीआरसी बिल्डिंग का काम जिला परिषद बेगूसराय की टीम आज से करने वाली थी। बहुत दिन से यह प्रोजेक्ट जमीन के अभाव के कारण रुका हुआ था अभी कुछ दिन पहले ही जमीन का एनओसी मिला था। जिसके बाद काम शुरु की जाने वाली थी। उन्होंने शिला पट्ट हटाये जाने के संदर्भ में कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही।
शिलान्यास का समय तय होगा तो शिलापट्ट लगेगा शिलान्यास बोर्ड हटा लिए जाने के संबंध में जब डीडीसी सुशांत कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इसका शिलान्यास नहीं भूमि पूजन हुआ है।
शिलान्यास के लिए जो शिलापट्ट लगाया गया था उस पर 7 जुलाई की तारीख अंकित थी। इसलिए उस बोर्ड को हटा लिया गया है। बाद में जब शिलान्यास का समय निश्चित किया जाएगा तो नया शिलापट्ट लगाया जाएगा।
स्थानीय जिप सदस्य को नहीं थी कार्यक्रम की सूचना वहीं इस मामले में जिला परिषद के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष सहित अन्य सदस्यों ने नाराजगी जाहिर की। जिप अध्यक्ष सुरेंद्र पासवान ने कहा कि जिला परिषद बोर्ड के बिना प्रोसिडिंग के ही उक्त योजना का चयन और टेंडरिंग किया गया है। साथ ही शुक्रवार को जब शिलान्यास होना था तब कुछ देर पहले मुझे कॉल आया कि शिलान्यास कार्यक्रम में आपको शामिल होना है।
डीएम शिलान्यास करने नहीं गए। डीडीसी ने शिलान्यास किया। स्थानीय जिला परिषद क्षेत्र संख्या 23 के सदस्य चंदन कुमार ने कहा कि स्थानीय सदस्य होने के बावजूद भी मुझे किसी भी प्रकार की कोई जानकारी नहीं दी गई । शिलान्यास किया गया ठीक है पर पत्थर लगाया फिर हटाया क्यों गया। यह जांच का विषय है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jul 09 2023, 21:11