सरपंच द्वारा फैसला दिए जाने के बाद प्रतिशोध में आकर एससी-एसटी एक्ट में फंसाया, एसएसपी से न्याय की गुहार
गया जिले के मुफस्सिल थाना कांड संख्या 611/23 में नौरंगा पंचायत की सरपंच प्रेमलता देवी को फंसाए जाने को लेकर पंच-सरपंच संघ गया जिला ने एसएसपी को आवेदन सौंपा है.
एसएसपी को आवेदन सौंप कर न्याय की गुहार लगाई है. साथ ही आए दिन पंच सरपंच के साथ मारपीट की घटना रोकने तथा बगैर जांच के मुकदमा दर्ज नहीं किए जाने की मांग की है. नौरंगा पंचायत की सरपंच प्रेमलता देवी को सरपंच की कचहरी में फैसला सुनाए जाने के बाद प्रतिशोध में एससी-एसटी एक्ट में फसाए जाने की बात एसएसपी को बताई गई है.
एसएसपी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आश्वस्त किया है कि हर हाल में न्याय मिलेगा. इसे लेकर उन्होंने मुफस्सिल थानाध्यक्ष से भी फोन कर जानकारी ली. गौरतलब हो कि ग्राम कचहरी नौरंगा में वाद संख्या 9/2022 दर्ज किया गया था, जिसमें ग्राम कचहरी के द्वारा फैसला में केदार चौधरी वगैरह दोषी पाए गए थे. उसी के प्रतिशोध में केदार चौधरी के द्वारा एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर नौरंगा पंचायत की सरपंच प्रेमलता देवी को फसाया गया है.
एसएसपी से मिला पंच-सरपंच संघ का शिष्टमंडल, मिला आश्वासन
पंच सरपंच संघ गया जिला का शिष्टमंडल वरीय पुलिस अधीक्षक गया से मिला और एसएसपी को उक्त शिष्टमंडल द्वारा बताया गया कि मुफस्सिल थाना में कांड संख्या 611/23 दर्ज है, जिसमें नौरंगा पंचायत की सरपंच प्रेमलता देवी पर परिवार समेत मुकदमा दर्ज है. इसमें एससी/एसटी एक्ट भी दर्ज है. किंतु सरपंच प्रेमलता देवी के द्वारा पंच-सरपंच संघ जिला गया में लिखित सूचना दिया गया है, जिसमें आवेदन के साथ कुछ दस्तावेज भी दिए गए हैं. उस दस्तावेज से पता चल चल रहा है, कि एसएसपी महोदय के यहां भी पूर्व में पीड़िता सरपंच के द्वारा आवेदन दिया गया है. इसमें बताया गया है कि सरपंच प्रेमलता देवी के द्वारा मुफस्सिल थाना कांड संख्या 610/23 दर्ज है. केस दर्ज रहने के बावजूद भी आरोपित थाना में जाकर आवेदन दिया तथा थानाध्यक्ष के द्वारा उस पर पूर्व से केस दर्ज रहने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं किया गया. ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल है. एसएसपी का ध्यान आकर्षित करते हुए पंच -सरपंच के शिष्टमंडल ने बताया है कि केदार चौधरी के विरुद्ध ग्राम कचहरी नौरंगा में वाद संख्या 9/2022 दर्ज किया गया था, जिसमें ग्राम कचहरी के द्वारा फैसला में केदार चौधरी वगैरह को दोषी पाया गया था.
उसी के प्रतिशोध में सरपंच प्रेमलता देवी के घर पर आकर केदार चौधरी व अन्य ने गाली गलौज तथा लूटपाट किया. केदार चौधरी वगैरह दबंग तथा असामाजिक तत्व के लोग हैं जो कांड संख्या 74/2006 में भी आरोपित हैं. कहा है कि आए दिन सरपंच- पंच के साथ घटना होती है. ऐसे में पंच सरपंच संघ ने आग्रह किया है कि सरपंच, उपसरपंच पंच पर मुकदमा दर्ज के पहले जांच किया जाए. इसके बाद ही प्राथमिकी दर्ज की जाए अन्यथा इस तरह के लचर रवैया से सरपंच पंच उपसरपंच का काम करना मुश्किल होगा और उन्हें ही परेशानी झेलनी पड़ेगी. शिष्टमंडल ने एसएसपी से सरपंच के घर पर पहुंचकर लूटपाट और गाली गलौज करने वाले केेदार चौधरी व अन्य दबंग की गिरफ्तारी करने की मांग की है. वहीं झूठा केस जो कि एससी एसटी/एक्ट के तहत दर्ज किया गया है, उसे खारिज करने की मांग की गई है. वही, इसकी प्रतिलिपि मगध प्रक्षेत्र के आईजी, डीएम गया को भी प्रेषित की गई है.
Jun 17 2023, 09:13