ईडी के गिरफ्तार करते ही तमिलनाडु के मंत्री की तबीयत बिगड़ी, अब डॉक्टरों ने दी तुरंत सर्जरी की सलाह, सेंथिल बालाजी के हार्ट में मिले 3 ब्लॉकेज

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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से गिरफ्तार तमिलनाडु के बिजली और आबकारी मंत्री वी सेंथिल बालाजी को तत्काल सर्जरी की सलाह दी गई है। सेंथिल के हार्ट में तीन ब्लॉकेज मिले हैं। बुधवार सुबह ईडी की ओर से गिरफ्तार किए जाने के कुछ घंटे बाद ही सेंथिल की तबीयत खराब हो गई थी। सीने में दर्द की शिकायत के बाद आनन-फानन में उन्हें चेन्नई के ओमानदुरार सरकारी अस्पताल में भर्ती कर दिया गया था।

अस्पताल ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन

तमिलनाडु के मंत्री वी. सेंथिल बालाजी को धनशोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ के एक लंबे सत्र के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। मंगलवार को उन्‍हें बेचैनी की शिकायत के बाद शहर के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां डॉक्टरों ने उनको बाईपास सर्जरी करवाने की सलाह दी है।तमिलनाडु की सरकारी मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, चेन्नई ने मेडिकल बुलेटिन जारी की। इसके मुताबिक, विद्युत मंत्री सेंथिल बालाजी का कोरोनरी एंजियोग्राफी कराया गया है। उन्हें जल्द से जल्द बाईपास सर्जरी कराने के लिए सलाह दी गई है।

स्टालिन ने ईडी के इस एक्शन को केंद्र की बदले की कार्रवाई कहा

फिलहाल सेंथिल बालाजी बिजली मंत्री हैं। लेकिन इससे पूर्व एआईएडीएमके की सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री थे। उसी दौर में हुए कैश फॉर जॉब स्कैम के मामले में उन्हें ईडी ने गिरफ्तार किया है। इसको लेकर तमिलनाडु में बवाल मचा हुआ है। पार्टी के नेता की गिरफ्तारी को डीएमके ने असंवैधानिक करार दिया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने ईडी के इस एक्शन को केंद्र सरकार की तरफ से बदले की कार्रवाई करार दिया है। वहीं, डीएमके नेताओं केंद्र की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी पर निशाना साधते डराने-धमकाने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा कि वो इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई का सहारा लेगी।

ईडी पर गिरफ्तारी के दौरान दिशा-निर्देशों का पालन नहीं करने का आरोप

डीएमके सांसद और एडवोकेट एनआर एलांगो ने मद्रास हाईकोर्ट में कहा कि तमिलनाडु के मंत्री वी सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय ने हिरासत में लिया है। हमें गिरफ्तारी की कोई जानकारी नहीं है। ईडी ने गिरफ्तारी के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है। एलांगो की दलीलों पर कोर्ट ने कहा कि प्रत्यक्षीकरण याचिकाओं की औपचारिकताएं पूरी होने के बाद मामले को देखा जाएगा

पिता त्याग और समर्पण का उदाहरण है विश्वभर में इस रविवार को मनाया जाएगा फादर्स डे*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव 

कहते है कि दुनिया में मां और बच्चे का रिश्ता सबसे बड़ा होता है। मां बच्चे को जन्म देती है, उसे बड़ा करती है। लेकिन एक पिता बच्चे को सभ्य बनाने के साथ ही उसके भविष्य को संवारने में अहम भूमिका निभाता है। बच्चे के जीवन में पिता का रोल मां जितना ही है। पिता त्याग और समर्पण का उदाहरण है। एक पिता ही बच्चे को समाज की हर बुराई से बचाता है। पिता बच्चों की जरूरतों को पूरा करने के लिए खुद संघर्ष करते हैं। उनके भविष्य को संवारने के लिए दिशा निर्देशन करते हैं। मां तो मातृत्व न्योछावर कर देती है लेकिन बच्चे को सही मार्ग दिखाने के लिए पिता को कठोर बनना पड़ता है। पिता अक्सर बच्चे के प्रति उस तरह का प्यार जता नहीं पाते, जैसे मां जताती हैं लेकिन बिना दिखाए या जताए जीवन भर की खुशियां बच्चे को देने का काम एक पिता ही कर सकता है। पिता के इसी प्रेम, त्याग को सम्मान देने के लिए दुनिया के तमाम देशों में फादर्स डे मनाया जाता है। इस बार फादर्स डे 18 जून को मनाया जाएगा।

कब है फादर्स डे?

दुनियाभर के सभी पिता को सम्मान देने के लिए हर साल फादर्स डे मनाया जाता है। जून के तीसरे रविवार के दिन फादर्स डे मनाने की परंपरा है। इस साल 18 जून 2023 को फादर्स डे मनाया जाएगा। इस दिन को मनाने की शुरुआत 1910 से हुई थी।

कब और कहां मनाया गया पहला फादर्स डे?

फादर्स डे मनाने की शुरुआत 19 जून 1910 से हुई थी। वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में पहली बार फादर्स डे मनाया गया था। पिता को सम्मान देने के लिए इस दिन की शुरुआत एक बेटी ने की। वाशिंगटन में रहने वाली इस बेटी के लिए उनके पिता मां से भी बढ़कर थे। फादर्स डे को मनाने के पीछे एक बेटी और पिता के प्यार की रोचक कहानी है।

क्यों हुई फादर्स डे मनाने की शुरुआत?

वाशिंगटन में रहने वाली सोनोरा नाम की लड़की की मां के निधन के बाद पिता ने ही अकेले उनकी परवरिश की। पिता ने एक मां की तरह बेटी को प्यार दिया तो एक पिता की तरह उसकी सुरक्षा और फिक्र की। सोनोरा को अपने पिता से बहुत प्यार था, जिनके कारण उन्हें मां की कमी महसूस नहीं होती थी।

फादर्स डे पर आधिकारिक घोषणा

बाद में साल 1916 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने फादर्स डे मनाने के प्रस्ताव को स्वीकार किया। साल 1924 में राष्ट्रपति कैल्विन कूलिज ने फादर्स डे को राष्ट्रीय आयोजन घोषित कर दिया। बाद में 1966 में राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे को जून के तीसरे रविवार को मनाने का ऐलान किया। 1972 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने इस दिन अवकाश की घोषणा की।

बहुत गंभीर तूफान में बदलाबिपरजॉय, सौराष्ट्र-कच्छ के तटवर्ती इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी, 37 हजार लोगों को निकाला गया सुरक्षित

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अरब सागर के पूर्वोत्तर इलाके में उठा चक्रवाती तूफान अब बहुत गंभीर हो चला है। पिछले 6 घंटों के दौरान यह 3 किमी प्रति घंटे की रफ्तार साथ उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। आज सुबह यह तूफान जखाऊ पोर्ट (गुजरात) से 280 किमी दूर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। वहीं देवभूमि द्वारका से यह 290 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है।यह तूफान गुजरात के तटवर्ती इलाके नलिया से 350 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में, पोरबंदर से 350 किमी पश्चिम-उत्तर पश्चिम में और पाकिस्तान के कराची से करीब 340 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। यह तूफान लगातार आगे की ओर बढ़ रहा है। यह तूफान उत्तर पूर्व की ओर बढ़ते हुए सौराष्ट्र और कच्छ को पार करेगा। 15 जून की शाम को मांडवी (गुजरात) और कराची (पाकिस्तान) के बीच जखाऊ पोर्ट (गुजरात) पर इस तूफान का लैंडफॉल होने की संभावना है।

सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग ने एक बार फिर सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए चेतावनी दी है। उन्होंने चक्रवात के बढ़ते खतरे को देखते हुए सौराष्ट्र-कच्छ के तटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, खतरे को देखते हुए मंगलवार शाम तक, गुजरात के आठ तटीय जिलों से 37,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित दूसरी जगह पहुंचाया गया है। चक्रवात का सबसे ज्यादा असर कच्छ में देखा जा रहा है।यहां 17,739 लोगों को शिफ्ट किया गया है। इनके अलावा जामनगर में भी 8,542 लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा। गुजरात सरकार ने विस्थापित लोगों के लिए सैकड़ों राहत शिविर स्थापित किए हैं। कुल 47,113 लोग विस्थापित हुए हैं। जूनागढ़ - 4,462, पोरबंदर - 3,469, द्वारका - 4,863, मोरबी - 1,936, राजकोट - 4,497 लोग शिफ्ट किए गए हैं।

गुजरात में दिख रहा गंभीर असर

चक्रवात बिपारजॉय का सूरत में गंभीर असर देखा जा रहा है। सूरत में कई स्थानों पर तेज हवा की वजह से पेड़ उखड़ गए। चक्रवात तूफान में अंजना फार्म के पास कई पेड़ गिरे हैं।कच्छ में पिंग्लश्वर बीच पर ऊंची लहरें उठ रही हैं। आसपास के गांवों में पानी घुसना शुरू हो गया है। आईएमडी ने भी बाढ़ की आशंका जताई है। इस बीच भारी बारिश की आशंका है।

उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती पर 22 जून तक रोक

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख़्त रुख के बाद वाराणसी, लखनऊ सहित समेत प्रदेश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार किए क‌ई अहम फैसले किए गए। जिससे तहत अब 22 जून तक पूरे प्रदेश में पूर्व निर्धारित शट‌डाउन पर रोक लगा दी गई है। सुधार कार्य के नाम पर स्थानीय स्तर पर अनावश्यक बिजली नहीं कटेगी

मानसून के लिए अभी एक हफ्ते का इंतजार

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

दक्षिणी - पश्चिमी मानसून पूर्वी बिहार में दस्तक दे दी है। मगर बिहार के रास्ते मानसून के गोरखपुर में दाखिल होने के लिए अभी करीब एक सप्ताह और इंतजार करना होगा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में मानसून की सामान्य तारीख 18 जून है, पर नियत समय पर आने के आसार कम हैं। चक्रवातीय तूफान आगे मानसून के साथ प्रदेश का मौसम प्रभावित कर भी सकता है।

मणिपुर में फिर भड़की हिंसा, गोलीबारी में 9 लोगों की मौत, 10 घायल

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मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटों में ताजा हिंसा भड़कने के बाद एक महिला समेत नौ लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गये।इंफाल पूर्व और कांगपोकपी जिले के बीच सीमा पर मौजूद अजिगंज गांव में मंगलवार रात 10 से 10:30 बजे के बीच हुई गोलीबारी हुई।

रात एक बजे हथियारबंद उग्रवादियों ने किया हमला

जानकारी के मुताबिक हिंसा प्रभावित खामेनलोक इलाके के एक गांव में संदिग्ध उग्रवादियों ने हमला कर दिया। इस हमले में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस के मुताबिक यह हमला अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने रात करीब एक बजे इंफाल पूर्वी जिले और कांगपोकी जिले की सीमा से लगे खामेनलोक इलाके में किया।घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह क्षेत्र मेइती-बहुल इंफाल ईस्ट जिले और आदिवासी बहुल कांगपोकपी जिले की सीमाओं से लगा है। 

अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने बोला हमला

समाचार एजेंसी एएनआई ने इंफाल ईस्ट के पुलिस अधीक्षक (एसपी) शिवकांत सिंह के हवाले से बताया कि ताजा हिंसा में 10 लोग जख्मी भी हुए है। उन्होंने कहा कि मृतकों का पोस्टमॉर्टम किया जा रहा है, ताकि इस बात का सही से पता लगाया जा सके कि उनकी मौत किस वजह से हुई है। पुलिस ने बताया कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों ने रात करीब एक बजे इंफाल पूर्वी जिले और कांगपोकी जिले की सीमा से लगे खामेनलोक इलाके में ग्रामीणों को घेर लिया और हमला कर दिया। घायलों को इंफाल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह क्षेत्र मेइती-बहुल इंफाल ईस्ट जिले और आदिवासी बहुल कांगपोकपी जिले की सीमाओं से लगा है।

सोमवार को भी हुई थी गोलीबारी

वहीं, सोमवार को भी इसी इलाके में एक गोलीबारी की एक घटना हुई थी, जिसमें नौ लोग घायल हुए थे। यहां विद्रोही संगठन के लोगों और ग्रामीणों में सोमवार देर रात गोलीबारी हुई थी, जिसमें दोनों तरफ से नौ लोग घायल हुए थे। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि पहले तीन लोगों के घायल होने की खबर थी। हालांकि, गोलीबारी जारी रहने के कारण घायलों की संख्या बढ़कर नौ हो गई थी।

मंगलवार को भी मुठभेड़

पुलिस के अनुसार, बिष्णुपुर जिले के फौगाकचाओ इखाई में मंगलवार को सुरक्षा बलों की कुकी उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हुई। दरअसल, कुकी उग्रवादी मैतेई इलाकों के पास बंकर बनाने की कोशिश कर रहे थे, तभी सुरक्षा बलों ने उन्हें चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप दोनों ओर से गोलीबारी हुई। इस बीच, जिला अधिकारियों ने कुछ घंटों के लिए कर्फ्यू में ढील दी है।

अब तक 115 लोगों की मौत

बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें हुई थीं। इस हिंसा में अब तक 115 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 40 हजार लोगों को विस्थापित होना पड़ा है। पूर्वोत्तर के इस राज्य में पहाड़ी जिलों में रहने वाले कुकी और इंफाल घाटी में रहने वाले मैतई समुदाय के बीच मई में हुई थी। इसके बाद से ही रुक-रुक कर हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं। हिंसा को काबू में करने के लिए पुलिस के साथ यहां पर सेना और असम राइफल्स के जवान भी तैनात हैं। इससे कुछ हद तक हिंसा को काबू करने में कामयाबी भी हासिल हुई है।

तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी पर कसा ईडी का शिकंजा, हिरासत में बिगड़ी हालत, आईसीयू में भर्ती

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तमिलनाडु के ऊर्जा मंत्री वी सेंथिल बालाजी एक मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच का सामना कर रहे हैं। बुधवार सुबह वी सेंथिल बालाजी के घर पर प्रवर्तन निदेशालय की छापेमारी के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जैसे ही अधिकारियों उनको अपने साथ ले जाने लगे वैसे ही वो फफक कर रो पड़े। इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ गई। ईडी के अधिकारी तुरंत उनको अस्पताल ले गए। डीएमके सांसद और वकील एनआर एलांगों ने बताया कि सेंथिल बालाजी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डिसके बाद डीएमके ने सेंथिल के साथ मारपीट और टॉर्चर करने का आरोप लगाया है।

डीएमके ने लगाया टॉर्टर करने का आरोप

डीएमके के नेताओं का आरोप है कि बालाजी ने अपने परिसरों पर छापेमारी के बाद बेचैनी की शिकायत की थी। राज्य के मंत्री पीके सेकर बाबू ने कहा कि बालाजी की हालत देखकर ऐसा लग रहा था जैसे उन्हें टॉर्चर किया गया हो। पी सेकर बाबू ने सेंथिल बालाजी के हालात को लेकर मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि विद्युत मंत्री को अभी आईसीयू में रखा गया है। वह बेहोशी की हालत में हैं और अपना नाम पुकारे जाने पर भी प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। उनके कान के पास सूजन है। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी ईसीजी में भी काफी उतार-चढ़ाव हैं। बाबू ने आरोप लगाया कि बालाजी को टॉर्चर किया गया है। 

डीएमके सांसद और वकील एनआर एलांगों ने बताया कि सेंथिल बालाजी को आईसीयू में शिफ्ट किया गया है। डीएमके नेता ने कहा कि ईडी ने आधिकारिक तौर पर बालाजी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की। उन्होंने बताया कि जब वो अस्पताल पहुंचे थे तो देखा कि सेंथिल बालाजी को आईसीयू में ट्रांसफर किया गया था। डॉक्टर इलाज कर रहे हैं। उनकी स्थिति क्या है वो डॉक्टर ही बता सकते हैं। डीएमके सांसद ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि जैसे उनके साथ मारपीट की गई हो। डॉक्टर को अच्छे से रिपोर्ट तैयार करना चाहिए।सभी चोटों के निशान भी नोट करने की आवश्यकता है। आधिकारिक तौर पर तो रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल पाएगा।

ईडी पर आरोप लगाते हुए सांसद ने कहा कि कल सुबह सात बजे मंत्री को उनके घर पर ही नजरबंद कर दिया गया। सुबह से लेकर 14 जून की रात 2.30 बजे तक किसी भी दोस्त, रिलेटिव, वकील से मिलने नहीं दिय गया। दो बजे अचानक से उनको हॉस्पिटल ले गए। सांसद ने कहा कि ऐसा लग रहा था कि जब उनको एडमिट कराया गया था तो उनको होश नहीं था।

क्या है मामला?

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने धनशोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में करूर जिले से ताल्लुक रखने वाले द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के कद्दावर नेता बालाजी से जुड़े परिसरों पर मंगलवार को छापेमारी की थी। उच्चतम न्यायालय ने बालाजी के खिलाफ कथित ‘नौकरी के बदले नकदी’ घोटाले में पुलिस और ईडी को जांच की अनुमति दी थी, जिसके कुछ महीने बाद यह कार्रवाई की गई। ईडी ने धन शोधन मामले की जांच के तहत मंगलवार को चेन्नई, करूर और इरोड में बालाजी से जुड़े परिसरों पर छापेमारी की है।

*भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर अजीत डोभाल के मुरीद हुए अमेरिकी राजदूत, बताया- अंतरराष्ट्रीय संपदा*

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अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल की जमकर तारीफ की है।गार्सेटी ने एनएसए डोभाल को अंतरराष्ट्रीय संपदा बताया है। एरिक ने उत्तराखंड से आने वाले अजीत डोभाल की ग्रामीण पृष्ठभूमि का भी जिक्र किया।अमेरिकी राजदूत का बयान ऐसे समय में आया है, जब प्रधानमंत्री नरेनद्र मोदी इसी महीने के आखिर में अमेरिका की राजकीय यात्रा पर जाने वाले हैं।

भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में मंगलवार को अमेरिकी राजदूत ने हिस्सा लिया।इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के एक गांव का लड़का डोभाल न केवल एक राष्ट्रीय खजाना, बल्कि एक अंतरराष्ट्रीय खजाना बन गया है। उन्होंने आगे भारत—अमेरिका संबंध पर बोलते हुए कहा, जब मैं अमेरिका और भारत के बीच की नींव को देखता हूं तो मुझे यह बहुत मजबूत दिखती है। यह इतना स्पष्ट है कि इसकी वजह से भारतीय अमेरिकियों से और अमेरिकी भारतीयों से प्यार करते हैं।

भारत की डिजिटल क्रांति के मुरीद हुए गार्सेटी

इतना ही नहीं, अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने भारत की डिजिटल क्रांति की भी खूब तारीफ की। उन्होंने दिल्ली में यूनाइटेड स्टेट्स-इंडिया इनिशिएटिव ऑन क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज मीट में डिजिटल पेमेंट और वित्तिय प्रौद्योगिकी में भारत की प्रगति की जमकर तारीफ की। कार्यक्रम में बोलते हुए एरिक ने कहा कि जब मैं भारत में डिजिटल पेमेंट और वित्तिय तकनीक को देखता हूं, तो मैं मानता हूं कि हमने दुनिया को हैरान कर दिया है। एक गांव में एक चाय वाला भी अपने फोन में सरकार से सीधे रुपये लेता है…वो भी पूरे के पूरे 100 फीसदी रुपये उसे मिलते हैं। 

भारत में 4G-5G से ज्यादा शक्तिशाली गुरुजी

एरिक ने कहा कि उन्होंने हाल ही में भारत के कई नेताओं के एक ग्रुप के साथ डिनर किया था। डिनर में शामिल नेताओं में से एक ने कहा, हम 4जी, 5जी और 6जी के बारे में सभी बातें सुनते हैं, लेकिन यहां भारत में हमारे पास उससे कही अधिक शक्तिशाली कुछ है तो वो गुरुजी।एरिक ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन यह देखकर उत्साहित है कि भारत में क्या हो रहा है। हम पीएम मोदी की राजकीय यात्रा के लिए तत्पर हैं। 

दो दिवसीय भारत यात्रा पर आए अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल से मुलाकात की और पारस्परिक हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने पहले ही दिन आम लोगों से जुड़े हितों पर बात की।भारत दौरे पर आए सुलिवन विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत सरकार से जुड़े अन्य लोगों से मुलाकात करेंगे।

चक्रवाती तूफान बिपोर्जॉय का दिखने लगा असर, मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में उठ रही ऊंची-ऊंची लहरें, लोगों को घरों में रहने की सलाह*

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चक्रवातीय तूफान बिपरजॉय अभी से अपना असर दिखा रहा है। मुंबई से लेकर केरल के तट तक समंदर में तूफानी लहरें उठ रही हैं। चक्रवात बिपारजॉय भुज में गुजरात तट से गुजरने की संभावना है। बिपरजॉय अरब सागर में केंद्रित है। तूफान बेहद गंभीर चक्रवात से कमजोर होकर मंगलवार को बहुत गंभीर चक्रवात बन गया है, लेकिन यह गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ तट पर बना रहा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक यह 15 जून की दोपहर तक कच्छ के तट को पार करेगा, जिसकी रफ्तार 125-135 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। आईएमडी ने बताया कि चक्रवात अभी जखाऊ तट से 280 किलोमीटर पश्चिम दक्षिण पश्चिम में है। देवभूमि द्वारका से 290 किलोमीटर पश्चिम दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है। मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट के बदले अब रेड अलर्ट जारी किया है। 

गुजरात के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात का असर दिखने लगा है। द्वारका के गोमती घाट पर समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। सौराष्ट्र में कल भारी बारिश के साथ 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। कच्छ में धारा 144 लागू किया गया है। कल 15 जून तक तटीय क्षेत्रों में स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया गया है। लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।

मछुआरों को समंदर में जाने की मनाही

चक्रवात बिपारजॉय भुज में जखाऊ तट से होकर गुजरेगा। तूफान के संभावित खतरों को देखते हुए मछुआरों को समंदर में जाने से मना किया गया है। तट पर जाने की भी सख्त मनाही है। मछुआरों ने अपनी नौकाएं तट के किनारे पर पार्क कर दिया है। इस तरह के तूफान से मछुआरों का बड़ा नुकसान होता है।उनकी नौकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती है।मछुआरों ने इस खतरे से निपटने की तैयारी कर ली है।

भारी बारिश की आशंका

मौसम विभाग की चेतावनी के बाद कच्छ, जामनगर, मोरबी, गिर सोमनाथ, पोरबंदर और देवभूमि द्वारका जिलों को अलर्ट पर रखा गया है। इन जिलों में 13-15 जून के दौरान भारी बारिश और बहुत तेज हवा की गति वाले चक्रवात से प्रभावित होने की आशंका है, जो 150 किमी प्रति घंटे तक जा सकती है। 

एनडीआरएफ ने संभाला मोर्चा

गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय से निपटने के लिए एनडीआरएफ की कई टीमें ग्राउंड पर तैनात की गई हैं। तूफान का सबसे ज्यादा असर कच्छ, राजकोट, द्वारका में दिख सकता है। कच्छ में चार, राजकोट और द्वारका में 3-3 टीमें तैनात की गई हैं। इनके अलावा जामनगर में दो, पोरबंदर, सोमनाथ, मोरबी, वलसाड और जूनागढ़ में 1-1 टीमें तैनात की गई हैं. गुजरात के अलग-अलग हिस्सों में कुल 18 टीमें तैनात की गई हैं। कुछ टीमें रिजर्व में भी रखी गई हैं।

बिपारजॉय का मुंबई में भी असर

चक्रवात बिपारजॉय का मुंबई में भी असर दिख रहा है। यहां समंदर में ऊंची लहरें उठ रही हैं। चक्रवाती तूफान लगातार मजबूत हो रहा है। मुंबई गेटवे ऑफ इंडिया के इस वीडियो में समंदर की ऊंची लहरें देख सकते हैं। मुंबई में तेज हवाओं ने धूल कणों के कारण हवा की गुणवत्ता और दृश्यता को भी प्रभावित किया। चक्रवात के कारण यहां ज्वार की ऊंची-ऊंची लहरें देखी जा रही हैं। इस बीच, खराब मौसम के कारण कई उड़ानें विलंबित या रद्द हो गईं हैं। आईएमडी के अनुसार, रत्नागिरी, रायगढ़, ठाणे, पालघर और कोल्हापुर जिलों में अगले तीन-चार दिन के दौरान अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली कड़कने और हल्की से मध्यम बारिश के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है। 15 जून तक मुंबई के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है।

महाराष्ट्र के मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर बड़ा हादसा, ऑयल टैंकर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसमें लगी भीषण आग, हाईवे भी जला, तीन की मौत, चार घा


महाराष्ट्र के मुंबई-पुणे एक्सप्रेस-वे पर मंगलवार को बड़ा हादसा हुआ। यहां एक ऑयल टैंकर दुर्घटना का शिकार हो गया, जिसके बाद उसमें आग लग गई। यह दुर्घटना कितनी भीषण थी, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हादसे के बाद हाईवे में ही आग लग गई। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई है, वहीं तीन लोग घायल हैं। हाईवे के एक साइड पर ट्रैफिक को रोक दिया गया है और सिर्फ एक ही तरफ से वाहनों को निकाला जा रहा है।

एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना लोनावाला और खंडाला के बीच घटी। टैंकर में कोई रासायनिक पदार्थ भरा था। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने के बाद टैंकर में आग लगी और रसायन में विस्फोट होने से निकले अंगारे सड़क पर चल रहे वाहनों पर गिरने लगे। लोनावाला थाने के एक अधिकारी ने बताया कि सड़क पर चल रहे चार वाहन चालक इस घटना में घायल हो गये और तीन की मौत हो गई।

उन्होंने कहा कि मृतकों में एक व्यक्ति टैंकर में सवार था। वहीं टैंकर में सवार दो लोग घायल हो गये। अफसरों ने बताया कि घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है और आग पर काबू पा लिया गया है।