*श्री विष्णु महायज्ञ एवं संत सम्मेलन में हवन पूजन का आयोजन*
कमलेश मेहरोत्रा
सीतापुर-वैदिक काल से ही सनातन धर्म का प्रमुख स्तंभ है यज्ञ। संत-महात्माओं,ऋषियों,महर्षियों और वैदिक विद्वानों ने यज्ञ के माध्यम से समस्त संसार को प्रकृति से प्रेम करने का संदेश दिया है । क्षेत्र के ग्राम मिदानिया मे चल रहे दशम श्री विष्णु महायज्ञ एवं संत सम्मेलन में शनिवार को विश्व विधान हवन पूजन कर अरणी मंथन किया गया।
संत पवनेश जी महाराज ने कहा कि प्रकृति का पूजन ही यज्ञ की परिकल्पना है, यज्ञ मंडप में सभी तीर्थों का जल लाया जाता हैं, विभिन्न वनस्पतियों का प्रयोग होता है,विद्वान आचार्यों के द्वारा वैदिक मंत्रों से सभी देवी देवताओ का आवाहन किया जाता है । यज्ञ मंडप की प्रदक्षिणा करने का यही उद्देश्य है कि जो अशक्त असमर्थ है वह भी एक जगह सभी तीर्थों और देवताओ का दर्शन करके अपने जीवन को धन्य बना लें, पवनेश जी महाराज ने कहा कि यज्ञ करने से वायुमंडल शुद्ध होता है और वातावरण प्रदूषण मुक्त हो जाता है उन्होंने कहा कि सभी को यज्ञ अवश्य करना चाहिए।
इस मौके पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा करें अपनी मनोकामना पूर्ण होने की कामना की। इस पावन अवसर पर वृंदावन धाम से आए कलाकारों द्वारा भगवान की विभिन्न लीलाओं का सजीव मंचन कर भगवान से विभिन्न स्वरूपों की आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
Jun 10 2023, 18:31