*ईश्वर के प्रति भक्त प्रहलाद का प्रेम एवं आस्था अनुकरणीय : भागवताचार्य ओमप्रकाशानंद*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। संत महात्माओं ऋषि-मुनि वैदिक विद्वानों ने श्रीमद् भागवत कथा के माध्यम से समस्त संसार को प्रकृति से प्रेम करने का संदेश दिया। क्षेत्र के ग्राम धौरहरा में चल रही श्रीमद् भागवत कथा की पंचम दिवस बेला पर भागवताचार्य ओमप्रकाशानंद सरस्वती जी महाराज ने भक्त प्रहलाद की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि ईश्वर के प्रति भक्त प्रहलाद का प्रेम एवं आस्था अनुकरणीय है।
जिन्होंने छोटी आयु में कठोर तपस्या कर प्रभु की कृपा को प्राप्त किया, कथा व्यास ने कहा कि भगवान तो प्रेम के सागर हैं, भगवान हर जगह विद्यमान है ब्रह्मांड के कण-कण में प्रभु की लीला सर्वत्र व्यापक है। भागवत आचार्य जी ने कहा कि मनुष्य को हर रोज गृहस्थ जीवन का पालन करते हुए थोड़ा सा समय निकाल कर प्रभु श्री राम नाम भजन कीर्तन करना चाहिए।
उन्होंने उपस्थित सभी श्रद्धालुओं को सत्कर्म करते हुए प्रभु की आराधना करने दीन दुखियों की सेवा करने के लिए जागृत किया। इस मौके पर मुख्य यजमान विशंभर दयाल दीक्षित कमलेश दीक्षित, पीयूष दीक्षित व भारी संख्या में महिलाएं बच्चे व श्रद्धालु उपस्थित रहे।
Jun 09 2023, 18:34