निलेश राणे के ट्वीट के खिलाफ एनसीपी का महाराष्ट्र में प्रदर्शन जारी, पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने शुरू किया जेल भरो आंदोलन, BJP नेता ने शर
भाजपा नेता निलेश राणे ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) चीफ शरद पवार को औरंगजेब का अवतार कहा था। इसके विरोध में शुक्रवार को एनसीपी नेताओं कार्यकर्ताओं का महाराष्ट्र में जेल भरो आंदोलन को लेकर धरना प्रदर्शन जारी है।
NCP प्रवक्ता महेश तापसे का कहना है कि निलेश को अपने ट्वीट के लिए महाराष्ट्र की जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्हें 24 घंटे के भीतर अपना ट्वीट हटाना होगा।
साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्षजेपी नड्डा और महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वे राणे से सहमत हैं।
महेश ने कहा कि अगर राणे ने ट्वीट डिलीट नहीं किए तो NCP शुक्रवार (9 जून) सुबह 11 बजे दक्षिण मुंबई के एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन में जेल भरो आंदोलन के साथ विरोध करेगी। NCP ने निलेश के ट्वीट पर ट्विटर से भी कार्रवाई करने की मांग की है।
अब जान लीजिए निलेश राणे ने ट्विटर पर क्या लिखा था
भाजपा नेता निलेश राणे ने 7 जून को ट्विटर पर लिखा था- कभी-कभी लगता है कि शरद पवार औरंगजेब के अवतार हैं। जब चुनाव नजदीक आते हैं तो पवार साहब को मुस्लिम समुदाय की चिंता हो जाती है।
निलेश ने शरद पवार को औरंगजेब क्यों कहा
दरअसल, महाराष्ट्र में कुछ मुस्लिम युवकों ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब और टीपू सुल्तान की तस्वीरें स्टेटस पर लगाई थी। इसके बाद 7 जून को कोल्हापुर में हिंदुत्ववादी संगठनों ने इसके विरोध में मार्च निकाला।
इस दौरान कई जगहों पर हिंसा और पथराव हुआ, जिसे काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करनी पड़ी। हिंसा की इन घटनाओं में 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
इसके बाद NCP चीफ शरद पवार ने कहा था कि अभी ऐसी स्थिति है कि हमें मुस्लिम और क्रिश्चन धर्म के लोगों की चिंता करनी चाहिए। पवार के इसी बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए निलेश ने उन्हें औरंगजेब का अवतार बताया था।
औरंगजेब की तारीफ में मंगलवार को पोस्ट वायरल की गई थी। इसके बाद दो गुटों में मारपीट हुई।
औरंगजेब की तारीफ में मंगलवार को पोस्ट वायरल की गई थी। इसके बाद दो गुटों में मारपीट हुई।
महाराष्ट्र के कोल्हापुर में औरंगजेब की तारीफ में एक सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर 7 जून को दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई। इसमें दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे चले और पत्थरबाजी हुई। हालात काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
Jun 09 2023, 12:45