*डीएम के आदेश पर कब्रिस्तान में दफन शिक्षक के कंकाल को निकालकर किया गया पत्नी के सुपुर्द*
फर्रुखाबाद l सेंट एंथोनी स्कूल की शिक्षिका श्रीमती जॉली पॉल पत्नी स्व० मि० पॉल ई जे ने डीएम को प्रार्थना पत्र दिया है कि वह मूलतः निवासी ईमरायल हाउस, पोस्ट कोरोपणा जिला कोट्टयम केरल की है l
वर्तमान में सेन्ट एन्थोनी स्कूल फतेहगढ़ में कार्यरत उनके पति मि० पॉल ई जे पुत्र जैकव का निधन कोविड-19 में 24 अप्रैल 2021 को हो गया था तथा उनका अन्तिम संस्कार ईसाई धर्म के तहत शीशमबाग फतेहगढ़ कैन्टोमेंट क्षेत्र में कर दिया गया था। उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि उन्हें उनके पति के अवशेषो को कब्रिस्तान से निकलवाकर केरल ले जाने की अनुमति प्रदान की जाये।
डीएम ने ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी से आख्या मांगी तो ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी ने विधिक सलाह लेकर कहा है कि आवेदिका का मामला किसी आपराधिक प्रकरण से सम्बंधित नहीं है. इसलिये यदि ईसाई धार्मिक परम्पराओं में दफन किये गये शव को खोदकर अवशेष किसी अन्य स्थान पर पहुंचाये जाने की व्यवस्था हो तथा किसी की धार्मिक मान्यता को ठेस न पहुंचती हो तो ऐसी स्थिति में आवेदिका अपने पति के अवशेषों को केरला ले जा सकती है।
इस सम्बन्ध में ईसाई धर्मगुरू से परामर्श लेना भी जरूरी है
ज्येष्ठ अभियोजन अधिकारी ने फादर सीजू जार्ज से परामर्श ले ने के बाद कहा है कि स्व० पॉल ई जे पुत्र जेकब मूल निवासी ईमरायल हाउस, पोस्ट कोरोपणा जिला कोट्टयम केरल का देहांत कोरोना के कारण हो गया था। चूंकि स्व० पॉल सेन्ट एथोनी स्कूल फतेहगढ़ में कार्यरत थे तथा इनके पार्थिव शरीर को कोरोना काल में प्रतिबन्ध के चलते इनके मूल निवास पर नहीं ले जाया जा सका तथा ईसाई धर्म की मान्यता के अनुरूप शीशमबाग, फतेहगढ़ स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया था।
स्व० पॉल व इनके परिवार की इच्छा के चलते इनकी पत्नी श्रीमती जोली पॉल इनके अवशेषों को इनके मूल निवास केरल में परिवार के पूर्वजों के कब्रिस्तान में दफन करना चाह रही है lअनुमति के लिये एक प्रार्थनापत्र दिया है।
फादर सीजू जार्ज एक ईसाई पादरी है। इसलिए ईसाई धर्म की परम्पराओं व मान्यताओं के अनुसार स्व० पॉल के अवशेषों को एक कब्रिस्तान से निकालकर दूसरे कब्रिस्तान में दफन करने से ईसाई धर्म समाज व किसी भी व्यक्ति विशेष की कोई भी धार्मिक भावनाऐं न ही आहत होगी और न ही कुछ भी गलत होगा।
फादर सीजू जार्ज ने स्व० पॉल की इच्छा व उनके परिवार की संवेदनाओं को दृष्टिगत रखते हुए उनके अवशेषों को केरल ले जाने की अनुमति प्रदान की जाए lचूँकि स्व० पॉल की मृत्यु कोविड-19 के दौरान हुई थी। इस प्रकरण में मुख्य चिकित्साधिकारी से भी आख्या ली गई l
सी एम ओ ने श्रीमती जॉली पाल द्वारा अपने पति स्व० पॉल ई जे के अवशेषों को शीशमवाग सेमेट्री फतेहगढ़ कैन्टोमेंट एरिया से निकलवाने के लिए अनुरोध किया है l डीएम ने अपने स्तर से नामित चिकित्साधिकारी के साथ एक उप जिलाधिकारी को नामित किया जो मृतक के अवशेषों को भूमि से निकालने तथा उनके अवशेषों को सील बन्द पालीथीन में बन्द करके सम्बन्धित को प्राप्त कराने की कार्यवाही अपनी देखरेख में करेंगे। इसलिए स्व० पॉल ई जे के अवशेषों को शीशमबाग सेमेट्री फतेहगढ़ कैन्टोमेंट एरिया से निकलवाने के लिए एक उप जिलाधिकारी को नामित कर किया गया l

May 25 2023, 15:09