कांग्रेस पार्टी की दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए सीएम नीतीश कुमार, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश सिंह ने गुलदस्ता, टोपी एवं साफा भेंटकर किया अभिनंदन

डेस्क : रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। इस मौके पर राजनीतिक पार्टियों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते बुधवार को बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटि की ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। 

बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से सदाकत आश्रम में आयोजित इस दावत-ए-इफ्तार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए। जहां मुख्यमंत्री को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने गुलदस्ता, टोपी एवं साफा भेंटकर उनका अभिनंदन किया। 

इफ्तार के बाद रोजे की नमाज आदा की गई। दावत-ए-इफ्तार में शरीक मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी।

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहार चौधरी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री आफाक आलम, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्तचरण दास, जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा, पूर्व मंत्री तारिक अनवर, जाप प्रमुख पप्पू यादव, पूर्व सांसद शिवानंद तिवारी समेत अजय कपूर, मदन मोहन झा, अजीत शर्मा, राजेश राठौड़, असितनाथ तिवारी, हरखू झा, सत्येंद्र बहादुर आदि नेता-कार्यकर्ता उपस्थित थे।

सीएम नीतीश कुमार ने संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की, दिए कई जरुरी निर्देश

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 01 अणे मार्ग स्थित 'लोक संवाद' में संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के निदेशक ने इस वर्ष मॉनसून सत्र के दौरान वर्षापात के पूर्वानुमान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई महीने में देश के अधिकांश हिस्सों, जिसमें बिहार राज्य भी शामिल है, जहां अधिकतम एवं न्यूनतम तापमान सामान्य स्तर / औसत से अधिक रहने की संभावना है। इस अवधि में लू चलने की संभावना बताई गई है। मॉनसून ऋतु में 96 प्रतिशत औसत वर्षा होने तथा बिहार में 952 मिली मीटर वर्षा होने का पूर्वानुमान है।

बैठक में आपदा प्रबंधन सह जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं की पूर्व तैयारियों से संबंधित मुख्य बातों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मानक संचालन प्रक्रिया (एस0ओ0पी0) के अनुसार बाढ़ पूर्व सभी आवश्यक तैयारियां की जा रही हैं। सभी जिलों एवं संबद्ध विभागों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने नाव संचालन, पॉलिथिन शीट, राहत सामग्री की उपलब्धता, दवा, पशुचारा, बाढ़ आश्रय स्थल, सामुदायिक रसोई, ड्राई राशन पैकेट्स / फूड पैकेट्स, जिला आपातकालीन संचालन केंद्र आदि के संबंध में भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाढ़ के दौरान बाढ़ राहत शिविरों में बाढ़ पीड़ितों को सभी प्रकार की सुविधायें उपलब्ध करायी जाती है। सामुदायिक रसोई का संचालन बेहतर ढंग से किया जाता है और लोगों को गुणवतापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाता है। लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव संजीव हंस, कृषि सह पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के प्रधान सचिव डॉ० बी० राजेन्दर, नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरूनीश चावला, पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, लघु जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव रवि मनु भाई परमार, जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा ने अपने-अपने विभागों द्वारा संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं की स्थिति से निपटने को लेकर की गई तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।

समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉनसून के आगमन के पूर्व सभी तैयारियां ससमय पूरी कर लें। अभी से इसको लेकर एक-एक चीज पर नजर रखें। आपदा प्रबंधन विभाग सतत् इसका अनुश्रवण करते रहे कि और क्या-क्या करने की जरूरत है ताकि लोगों को कोई दिक्कत नहीं हो। जिन जिलों में बाढ़ आश्रय स्थल का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हुआ है, वहाँ तेजी से इस पर कार्य करें। पिछले वर्ष सामुदायिक रसोई का संचालन बेहतर ढंग से किया गया था। इस वर्ष भी बाढ़ की स्थिति में सामुदायिक रसोई का संचालन बेहतर ढंग से किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ से सुरक्षा हेतु बचे हुए सभी कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को मॉनसून के पहले पूर्ण करें। नदियों के गाद की उड़ाही एवं शिल्ट हटाने को लेकर तेजी से कार्य करें। इससे बाढ़ का खतरा भी कम रहेगा और नदियों की जल संग्रहण क्षमता भी बढ़ेगी, जिससे सिंचाई कार्य में और सुविधा होगी। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत सात अवयवों में जल संरक्षण को लेकर कार्य किए जा रहे हैं, इसकी भी सतत् निगरानी करें। वृक्षारोपण के कार्य को और बढ़ाया जाय। नगर विकास एवं आवास विभाग नगर निकायों के नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों को जल्द से जल्द प्रशिक्षण करा दें ताकि उन्हें सभी दायित्वों की जानकारी हो और बेहतर समन्वय स्थापित हो सके। उन्होंने कहा कि पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष गर्मी ज्यादा है। इसे ध्यान में रखते हुये सभी प्रकार की तैयारी रखें और लोगों को सचेत करें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हर चीज पर नजर रखनी है और पूरी तरह से सतर्क रहना है। मुस्तैदी के साथ सभी लोग लगे रहेंगे तो आपदा की स्थिति में लोगों को राहत मिलेगी। सभी संबद्ध विभाग जिलाधिकारियों के साथ बैठक कर वस्तु स्थिति की जानकारी ले और उसके आधार पर कार्य करे। उन्होंने कहा कि भू-जलस्तर पर नजर रखें और पेयजल का इंतजाम रखें। हर घर नल का जल से लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, इसे पूरी तरह मेंटेन रखें। जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों की स्थिति का आकलन करें, क्षेत्रों में जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी लें, उसके अनुसार सभी प्रकार की तैयारियां पूर्ण रखें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति में प्रभावितों को हरसंभव मदद करती है, इसे ध्यान में रखते हुये सभी संबद्ध विभाग और अधिकारी सतर्क रहें।

बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्यमंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मो० आफाक आलम, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष उदयकांत मिश्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य पी0एन0 राय, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य सह मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर०एस० भट्ठी, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, संबद्ध विभाग के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह अन्य वरीय पदाधिकारीगण एवं एन०डी०आर०एफ० और एस०डी०आर०एफ० के पदाधिकारी उपस्थित थे, जबकि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस उपमहानिरीक्षक, सभी जिलों के जिलाधिकारी, वरीय पुलिस अधीक्षक / पुलिस अधीक्षक जुड़े हुए थे।

बिहार में बालू माफिया का आतंक नहीं हो रहा कम, मुजफ्फरपुर में बालू लदे ट्रक ने गश्ती दल को रौंदने की कोशिश की

डेस्क : बिहार में बालू माफिया का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। पटना के बाद अब मुजफ्फरपुर में बालू माफिया की दबंगई देखने को मिली है। सदर थाना इलाके के गोलंबर पर बालू लदे ट्रक ने गश्ती दल को रौंदने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने मुस्तैदी दिखाते हुए ट्रक को जब्त कर ड्राइवर को हिरासत में ले लिया। हाल ही में पटना के बिहटा में भी बालू माफिया ने महिला खनन पदाधिकारी की जमकर पिटाई की।

जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर के सदर थाने के दारोगा नसीम अंसारी सोमवार देर रात गश्ती दल के साथ भगवानपुर चौक पर थे। तभी गोबरसही की ओर से आ रहे बालू लदे ट्रक ने तेजी से निकलने की कोशिश की। इस दौरान पुल पर खड़े गश्ती दल के सिपाही पर ट्रक चढ़ाने की कोशिश की गई। सिपाही कूदकर सामने से हट गया। आसपास भी कई पुलिसकर्मी खड़े थे। गश्ती दल ने रोकने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ट्रक लेकर भागने लगा।

इसके बाद चांदनी चौक ओवरब्रिज के पास ब्रह्मपुरा के पास भी उसे रोकने की कोशिश की गई। मगर ट्रक ड्राइवर चकमा देकर वहां से भाग निकला। फिर वह बैरिया गोलंबर पहुंचा तो वहां पहले से एक बस खड़ी थी, इसलिए ड्राइवर को ट्रक रोकना पड़ा। पुलिस भी वहां पहुंची और ड्राइवर को हिरासत में लेकर ट्रक जब्त कर लिया। 

खनन निरीक्षक की रिपोर्ट पर एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे आशीष के रेस्टोरेंट में अचानक लगी आग, रेस्टोरेंट और पड़ोस के 6 घरों को भी पहुंचा नुकसान

डेस्क : भागलपुर जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे आशीष के रेस्टोरेंट में बुधवार सुबह अचानक आग लग गई। आग लगने से रेस्टोरेंट जलकर राख हो गया। आग इतनी भीषण थी कि आसपास के घर भी चपेट में आ गए। पड़ोस के 6 घरों को भी आग से नुकसान पहुंचा है। दमकल की टीम ने बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार तड़के करीब साढ़े तीन बजे रेस्टोरेंट के पास अचानक आग लग गई। आनन-फानन में लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन इसने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते जेडीयू विधायक के बेटे का रेस्टोरेंट और कई घर आग की चपेट में आ गए। 

सूचना पर दमकल की सात गाड़ियां पहुंची और आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक आग से लाखों रुपये का नुकसान हो गया। रेस्टोरेंट के पास स्थित घरों में रहने वाले लोग सड़क पर आ गए हैं। उनका घरेलू सामान, जेवरात और वाहन, सबकुछ आग में स्वाहा हो गया। 

रेस्टोरेंट में हुई थी गोलीबारी

जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बेटे आशीष का बिग डैडी रेस्टोरेंट भागलपुर में जीरोमाइल स्थित एलआईसी दफ्तर के पास है। आशीष खुद इस रेस्टोरेंट को चलाता था। बीते 12 दिसंबर को इसी रेस्टोरेंट में गोलीबारी हुई थी। यह मामला काफी चर्चित रहा था। आशीष को गिरफ्तार भी किया गया। बाद में उसे पटना हाई कोर्ट से जमानत मिल गई।

*राजधानी पटना में अप्रैल महीने में गर्मी का टूटा 43 साल पुराना रिकॉर्ड, पारा पहुंचा 44 डिग्री के पार, आज भी रहेगी है वैसी स्थिति*

डेस्क : डेस्क : अप्रैल महीने में ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में धरती तप रही है। आलम यह है कि पटना में अप्रैल महीने में गर्मी का 43 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। मंगलवार को यहां का अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं तीन जिलों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार चला गया। जबकि 18 जिलों में हीट वेव (लू) या प्रचंड हीट वेव का असर रहा। 

मौसम विभाग ने कहा कि मंगलवार को पिछले चार दशक में अप्रैल में सबसे अधिक गर्मी रिकॉर्ड की गई। पिछले 43 साल में इस स्तर पर पटना का तापमान अप्रैल माह में नहीं पहुंचा था। इससे पहले अप्रैल महीने में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 29 अप्रैल 1980 में 44.6 डिग्री दर्ज किया गया था। यह पटना में अप्रैल में अधिकतम तापमान का ऑल टाइम रिकॉर्ड है। वहीं आज बुधवार को भी ऐसी ही परिस्थितियां रहेंगी। 

मौसम विभाग ने कहा है कि कई जिलों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। हालांकि मौसम विभाग के अनुसार, दो दिनों बाद मौसम के तल्ख तेवर से राहत की उम्मीद है। 21 अप्रैल से अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री तक की गिरावट का पूर्वानुमान जताया गया है। इस दौरान राज्य के कुछ हिस्सों में आंशिक बारिश हो सकती है।

*पटना में आज से सुबह 10.45 तक ही खुले रहेंगे सभी स्कूल, गर्मी को देखते हुए जिलाधिकारी ने जारी का आदेश*

डेस्क : अप्रैल महीने में ही गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरु कर दिया है। राजधानी पटना समेत पूरे प्रदेश में धरती तप रही है। आलम यह है कि पटना में अप्रैल महीने में गर्मी का 43 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया। मंगलवार को यहां का अधिकतम तापमान 44.1 डिग्री सेल्सियस रहा। 

वहीं तीन जिलों में अधिकतम तापमान 42 डिग्री के पार चला गया। जबकि 18 जिलों में हीट वेव (लू) या प्रचंड हीट वेव का असर रहा। मौसम विभाग के अनुसार ऐसी परिस्थिति अभी बनेगी रहेगी। 

इधर भीषण गर्मी और लू को देखते हुए पटना जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने जिले के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को सुबह 10. 45 तक ही खुला रखने का आदेश दिया है। इस आदेश में कहा गया है कि गर्मी के कारण बच्चों की सेहत पर असर पड़ सकता है। ऐसे में स्कूल का संचालन सुबह पौने 11 बजे तक ही करें। आदेश का अनुपालन कराने के लिए सभी अनुमंडल पदाधिकारी और जिला शिक्षा पदाधिकारी को आदेश दिया गया है।

*शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष के आवास पर आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शरीक हुए सीएम नीतीश कुमार, गुलदस्ता, टोपी एवं साफा भेंटकर किया गया अभिनंदन*

डेस्क : रमजान का पवित्र महीना चल रहा है। इस मौके पर राजनीतिक पार्टियों एवं अन्य संस्थाओं द्वारा दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में बीते मंगलवार को पटना स्थित बिहार राज्य शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अफजल अब्बास के आवास पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इस पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में शरीक हुए।

मुख्यमंत्री को मौके पर गुलदस्ता, टोपी एवं साफा भेंटकर उनका अभिनंदन किया गया। जोया मेंशन हारुन नगर सेक्टर-2, खोजा इमली मजार में आयोजित इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई, जिसमें दावत-ए-इफ्तार में शरीक मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारा का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी।

इस अवसर पर वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, मेयर पटना सीता साहू, बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशादुल्लाह, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त परामर्शी मनीष कुमार वर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में रोजेदार उपस्थित थे।

बिहार में बालू, दारु और जमीन माफियाओं का कायम हो गया है गुंडाराज : नेता प्रतिपक्ष

डेस्क : पटना के बिहटा स्थित परेवपुल के पास डी.टी.ओ पटना, जिला खनन पदाधिकारी पटना एवं अन्य खनन कर्मचारियों पर बालू माफियाओं द्वारा हमला एवं उनकी बेरहमी से पिटाई की गई है। स्थिति यह रही कि एक महिला अधिकारी को बालू माफियाओं ने दौड़ा-दौड़ाकर बेरहमी से पिटाई की। इधर इस मामले को लेकर प्रदेश की राजनीति गरम हो गई है। मामले को लेकर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने प्रदेश की नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला है।

बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गया है। यहां बालू, दारु और जमीन माफिया का गुंडाराज कायम हो गया ह ।

नेता प्रतिपक्ष सिन्हा ने कहा कि बिहटा के परेवपुल की पास हुई यह घटना महागठबंधन सरकार बनने के 8 महीने के भीतर बालू माफियाओं द्वारा पुलिस कर्मियों पर यह तीसरी घटना है। इसके पूर्व में 29 सितम्बर 2022 को बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद में मनेर दियारा के बालू घाटों के वर्चस्व की लड़ाई में 5 हत्या की गयी थी और उसी जगह जब पुलिस टीम माफियाओं के घर पर रेड करने पहुँची तो 30 सितम्बर 2022 को बालू माफिया के पुत्रों द्वारा पुलिस टीम पर हमला किया गया। उस पुलिस टीम का नेतृत्व पटना जिला के ASP (West) कर रहे थे।

श्री सिन्हा ने कहा कि फिर 3 नवम्बर 2022 को जमुई जिला के टीम पुलिस थाना के छटटू धनामा में अवैध बालू का ट्रेक्टर पकड़ने गये मजिस्ट्रेट और सिपाहियों पर माफियाओं द्वारा हमला किया गया। सिन्हा ने कहा कि कल की घटना में अफसरों पर हमला और महिला अधिकारी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जाना यह दर्शाता है कि बालू माफियाओं के मन से सरकार का खौफ खत्म हो गया है। अब वे सोचते हैं कि हमारे बदौलत ही सरकार चल रही है तो हमारा कौन क्या बिगाड़ लेंगा। इस दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थिति के लिये सीधे मुख्यमंत्री जिम्मेवार है। प्रशासन एवं सरकार ने सितम्बर 2022 में उसी इलाके में गेंगवार, हत्या और पुलिस पर आक्रमण से कोई सबक नहीं लिया।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा है कि बिहार में आज दारू माफिया भी पुलिस पर हमला कर रहा है कई जिलों से रोज समाचार आ रहा है, जमीन माफिया भी लोगों को गोली मार रहा है। यह सारा खेल शासन प्रशासन की मिलीभगत से भय मुक्त होकर अंजाम दिया जा रहा है।

बड़ी खबर : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म, इन 11 एजेंडो पर लगी मुहर


डेस्क : मुख्य सचिवालय में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में चल रही कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है। कैबिनेट की इस बैठक में कुल 11 एजेंडों पर मुहर लगाई गई है। कैबिनेट की बैठक में सरकार ने गृह विभाग, सामान्य प्रशासन विभाग, परिवहन विभाग, वित्त विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग और स्वास्थ्य विभाग के महत्वपूर्ण प्रस्तावों को अपनी मंजूरी दी है।

बिहार सरकार ने मोटरयान अधिनियम में संशोधन के प्रस्ताव को मजूरी दी है। वहीं सरकार ने भामाशाह की जयंती राजकीय समरोह के तौर पर हर साल 29 अप्रैल को मानने का फैसला लिया है। जबकि कैबिनेट ने दरभंगा एम्स से जुड़े प्रोजेक्ट के लिए तीन अरब से ज्यादा की राशि खर्च के लिए प्रशासनिक स्वीकृति को मंजूरी दे दी है। बिहार सरकार राज्य प्रोटोकॉल संवर्ग के विभिन्न कोटि के 15 पदों के सृजन एवं बिहार प्रोटोकॉल संवर्ग नियमावली, 2023 को स्वीकृति दी है।

बिहार पुलिस के पीटीसी प्रशिक्षण उतीर्ण सिपाही रैंक के पुलिस अधिकारियों को अन्य राज्यों की तर्ज पर अनुसंधान की शक्ति दी गई है। तत्कालीन सब जज अशोक कुमार-2 वर्तमान में निलंबित को गंभीर कदाचार के आरोप में सेवा से बर्खास्त किया गया है। बिहार राज्य प्रोटोकॉल संवर्ग के विभिन्न कोटि के 15 पदों के सृजन एवं बिहार प्रोटोकॉल संवर्ग नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है। भामाशाह की जयंती हर साल 29 अप्रैल को पटना के पुनाइचाक पार्क में राजकीय समारोह के रूप में मनाए जाने की स्वीकृति दी गई है।

यौन शोषण से संबंधित घटनाओं, मृतक की पहचान स्थापित करने, बच्चों की चोरी-अदला-बदली एवं पितृत्व-मातृत्व जांच के लिए बिहार में क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला भागलपुर तथा मुजफ्फरपुर में डीएनए प्रशाखा का एक-एक यूनिट स्थापित करने के लिए कुल 14 पदों के सृजन की स्वीकृति दी गई है।

सात निश्चय कार्यक्रम अंतर्गत पटना के बख्तियारपुर अभियंत्रण महाविद्यालय में निशुल्क हस्तांतरित 5 एकड़ भूमि पर अतिरिक्त प्रशासनिक भवन, बालिका छात्रावास व अन्य कार्य के लिए 49 करोड़ 72 लाख 78 हजार रुपए की स्वीकृति दी गई है। दरभंगा एम्स की 189।7 एकड़ जमीन में मिटटी भराई कार्य कर समतल बनाने के लिए बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम से मिले प्राक्कलन के अनुसार 3 अरब 9 करोड़ 29 लाख ₹59000 की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा एलान, जहरीली शराब से मौत के शिकार लोगों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा

डेस्क : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा ऐलान किया है। नीतीश कुमार ने कहा है कि, हम जहरीली शराब से मरे लोगों के परिवारों को मुआवजा देंगे। CM रिलीफ फंड से परिवारों को मदद दी जाएगी। यह मदद 2016 के बाद से शराब से हुई सभी मौतों पर दिया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट भी मांगी है। 

पटना में मीडिया से बात करते हुए सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जहरीली शराब से कई लोगों की जान गई है। उसको मुआवजा मिलेगा। उन्होंने कहा कि शराब के कारोबार करने वालों को अरेस्ट किया जाता है। बिहार में शराबबंदी एक बार पहले भी हुआ था, फिर रुक गया ।फिर हमने किया। शराबबंदी के सात साल हो गए हैं। अभ आठवां साल है। हम लोग लगातार काम कर रहे। जो गलत करेगा उस पर कार्रवाई होगी। लेकिन जिस तरह से लोग मर रहा है।।। हम तो बराबर कहते हैं कि शराब बहुत बुरी चीज है। इसके बाद भी अपने बिहार में लोग इस तरह से हो रहे हैं। हम तो हम मदद तो कर देंगे। लेकिन हमें परिवार वाले-गांव वाले आश्वत करें। अगल-बगल वाले लोग भी आश्वस्त करें कि शराब नहीं पियेंगे।

उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 2016 से हमने शराब बंदी लागू किया। उसके बाद इसको लेकर निरंतर अभियान चलाते रहे हैं। इसके बाद आप जानते हैं कि कितना ज्यादा लोग शराब पीना छोड़ दिए। लेकिन इधर जो कुछ घटनाएं घट रही है। अभी कुछ दिन पहले और उसके बाद 2021 के लास्ट में घटना हुई। इसके बाद उसको लेकर हम लोग 2022 में अब लोगों के बीच गए भी। उसके बाद किधर जो घटना घटी है कि जहरीली शराब से कई लोगों की मौत हो गई है। ई बड़ा दुःखद बात है।

बताते चलें कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। लेकिन इसी ड्राई प्रदेश में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी है। पिछले तीन दिनों में पूर्वी चंपारण जिले में जहरीली शराब पीने से तीस से अधिक लोगों की मौत हो गई है। शराबकांड के बार सीएम नीतीश विपक्षी दलों के निशाने पर हैं। भाजपा ने सदन से लेकर सड़क तक मांग किया है कि शराबबंदी को सख्ती से लागू करें। लेकिन जहरीली शराब से अगर किसी की मौत होती है तब परिजनों को सरकारी सहायता मिलनी चाहिए। जहरीली शराब कांड में मृतक के परिजनों को सरकारी सहायता देने को लेकर मुख्यमंत्री घिर गए हैं। अब उन्होंने कहा है कि शराब पीकर मौतें हो रही है। यह काफी दुःखद है। हम पीड़ित परिवारों को सहायता तो कर देंगे लेकिन परिवार व गांव वाले हमें आश्वस्त करें।