सीएम नीतीश कुमार की अध्यक्षता में कैबिनेट की हुई बैठक, इन 6 महत्वपूर्ण एजेंडो पर लगी मुहर

डेस्क ; मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज कैबिनेट की बैठक हुई। कैबिनेट की इस बैठक में 6 महत्वपूर्ण एजेंडों मंजूरी दी गई। शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। शिक्षक नियमावली 2023 पर मुहर लगा दी गई है। 

नए फैसले के अनुसार अब शिक्षक राज्य कर्मी होंगे। बिहार राज्य विद्यालय अध्यापक (नियुक्ति स्थानांतरण अनुशासनिक कार्रवाई) सेवा शर्त नियमावली 2023 की स्वीकृति दी गई है। अब आयोग के माध्यम से शिक्षकों की बहाली होगी। 

राज्य सरकार के कर्मियों के लिए खुशखबरी है। वेतन एवं पेंशन प्राप्त कर रहे हैं लोगों को 1 जनवरी 2023 के प्रभाव से 38 फ़ीसदी की जगह 42 फिर भी महंगाई भत्ता की स्वीकृति दी गई है। नीतीश कैबिनेट ने आज इस पर मुहर लगा दी। 

शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर आज कैबिनेट ने मुहर लगा दी। शिक्षक बहाली नियमावली के गठन के बाद बिहार सरकार के नियंत्रण में विद्यालय अध्यापक का एक नया संवर्ग गठन होगा। यह संवर्ग राज्य कर्मी का होगा। यानि शिक्षक अब राज्यकर्मी होंगे। 

इसके अलावे वर्तमान में पंचायती राज्य संस्था एवं नगर निकाय अंतर्गत नियुक्त कर्मी भी इस नियमावली की नियुक्ति प्रक्रिया के माध्यम से राज्य कर्मी के इस नए संवर्ग में नियुक्त हो सकेंगे।

जनता के दरबार में शामिल हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, लोगों की समस्याएं सुन कार्रवाई का दिया निर्देश

डेस्क ; मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4 देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। आज के 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनिता देवी, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री संतोष कुमार सुमन, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो० जमा खान, विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह, सूचना प्रावैधिकी मंत्री मो0 इसराईल मंसूरी, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र कुमार राय, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर०एस० भट्टी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 47 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। आज 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुई।

भोजपुर जिला से आयी एक महिला ने कहा कि विद्यालय में कार्यरत मेरे पति की मृत्यु होने के बाद अनुकंपा के आधार पर नौकरी अभी तक नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों को जांच कर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पूर्वी चंपारण जिला से आये एक व्यक्ति ने बाढ़ के दौरान राहत कार्य में हुयी अनियमितता की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीवान जिला से आये एक व्यक्ति ने महादलित टोला में सामुदायिक भवन के निर्माण के संबंध में मुख्यमंत्री से गुहार लगाई। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सारण जिला से आये एक छात्र ने स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से लिये गये ऋण में बैंक द्वारा ज्यादा ब्याजदर चार्ज किये जाने की शिकायत मुख्यमंत्री से की। मुख्यमंत्री ने वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

मधेपुरा जिला से आए एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में विशेष चिकित्सकों की कमी है, इसको लेकर इलाज में दिक्कत होती है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। गोपालगंज जिला से आये एक छात्र ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैंने वर्ष 2018 में मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास किया था। लेकिन अभी तक प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। मुजफ्फरपुर जिला से आयी एक छात्रा ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मैंने वर्ष 2018 में मैट्रिक की परीक्षा प्रथम श्रेणी से पास की है। लेकिन प्रोत्साहान राशि अभी तक नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। बांका जिला से आयी एक महिला ने कहा कि मेरे पति का निधन वर्ष 2021 में कोरोना से हो गया था लेकिन अनुग्रह राशि अभी तक नहीं मिली है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को इस पर समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

अररिया जिला से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका की बहाली में अनियमितता की शिकायत की। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। दरभंगा जिला से आयी एक महिला ने अपने दिवंगत पति के एरियर बकाया राशि के लंबित भुगतान को लेकर मुख्यमंत्री से गुहार लगायी। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। दरभंगा जिला से आये एक अन्य व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुये कहा कि पटना के पी०एम०सी०एच० में कार्यरत उनके पिता के निधन के बाद उनके स्थान पर दूसरे व्यक्ति द्वारा फर्जीवाड़ा कर नौकरी की जा रही है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। औरंगाबाद जिला से आयी एक महिला ने कहा कि मैं एक दिव्यांग महिला हूँ, आवागमन में काफी दिक्कत होती है, मुझे ट्राई साइकिल उपलब्ध करायी जाय। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को शीघ्र ट्राई साइकिल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

राजद की इफ्तार पार्टी में दूर हुए सीएम नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच जारी तल्खी, चिराग ने सीएम का पैर छूकर लिया आशीवार्द

डेस्क : रमजान के पवित्र महीने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो चिराग पासवान के बीच जारी तल्खी कम होती नजर आई है। एक कार्यक्रम के दौरान दोनो का आमना-सामना हुआ। सबसे बड़ी बात यह रही कि चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। 

दरअसल बीते रविवार को रमजान के महीने के मौके पर राजद की ओर से दावत ए इफ्तार का आयोजन किया गया। इस दावत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत महागठबंधन के सभी नेता के साथ-साथ चिराग पासवान भी शामिल हुए। 

लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान जब इफ्तार कार्यक्रम में पहुंचे तो युवाओं में तेजस्वी-चिराग को लेकर काफी उत्साह रहा और जमकर नारेबाजी की। तेजस्वी-चिराग जिंदाबाद और भाजपा को सत्ता में नहीं आने देंगे के नारे भी लगे। हालांकि, इस नारेबाजी के बीच चिराग पासवान झेंपते हुए नजर आए।

वहीं इस दौरान चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। हालांकि रविवार को आयोजित इस कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब भी मिलता हूं, पैर छूता हूं। विरोध नीतियों का करता हूं, व्यक्ति विशेष से कोई लेना-देना नहीं है। 

कहा कि लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एकता एक भ्रम मात्र है। एक मंच पर प्रधानमंत्री पद के इतने दावेदार हैं, तो व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाएं इतनी हावी हो जाती है कि ऐसे में किसी एक को कोई नेता मान लें, ऐसा नहीं होता।

राजद की दावत-ए-इफ्तार में सीएम नीतीश कुमार समेत महागठबंधन के नेताओं का हुआ जुटान, आमंत्रण के बावजूद नहीं शामिल हुए भाजपा के कोई नेता

डेस्क : बीते रविवार को रमजान के महीने के मौके पर राजद की ओर से दावत ए इफ्तार का आयोजन किया गया। इस दावत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत महागठबंधन के सभी नेता शामिल हुए। 

मुख्यमंत्री के आगमन पर पूर्व सीएम राबड़ी देवी, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पर्यटन मंत्री तेजप्रताप यादव व अन्य नेताओं ने उनकी आगवानी की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। वह तेजस्वी यादव के साथ बैठे। 

रविवार की शाम को दस सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव द्वारा किया गया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विधान परिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर, पूर्व सीएम जीतनराम मांझी, वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, मंत्री संजय झा, विजेंद्र प्रसाद यादव, शिवानंद तिवारी, आलोक कुमार मेहता, वृशिण पटेल, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, अजित शर्मा, भाकपा माले के महबूब आलम सहित महागठबंधन सरकार के सभी मंत्री व घटक दलों के विधायक व प्रमुख नेता राजद के दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए। 

हालांकि राजद की ओर से भाजपा नेताओं को भी आमंत्रित किया गया था पर वे नहीं आए। इस मौके पर लोजपा (रा) के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजू तिवारी भी मौजूद थे। कार्यक्रम में जाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि रमजान तो डर व नफरत के खिलाफ एक संदेश है।

27 साल तक नवादा की विधायक व बिहार सरकार में मंत्री रही गायत्री देवी का निधन, सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक

डेस्क : बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व नवादा और गोविंदपुर विधानसभा क्षेत्र के 27 सालों तक विधायक रही चर्चित राजनीतिक हस्ती रहीं गायत्री देवी का निधन हो गया है। 80 वर्षीय गायत्री देवी पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थी और आज रविवार की सुबह पटना के एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांसें ली। उनका शव नवादा लाया जाएगा।

उनके निधन की खबर के बाद से राजनीतिक जगत और उनके समर्थकों में शोक का लहर व्याप्त है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि गायत्री देवी का निधन राजनीतिक और समाजिक जगत के लिए अपूर्णिय क्षति है। वे एक कुशल राजनेता और समाजसेवी के साथ-साथ सरल स्वाभाव और मृदुभाषी महिला थी। उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जायेगा।  

गायत्री देवी के पति युगल किशोर यादव भी बिहार सरकार में मंत्री रहे थे। वहीं उनके बड़े बेटे कौशल यादव जदयू नेता और पूर्व विधायक हैं। कौशल यादव के सहयोगी नारायण स्वामी मोहन ने उनके निधन की सूचना दी। 

बता दें की 3 दशक से ज्यादा वक्त तक वह नवादा की राजनीत का केंद्र बनीं रही थी। 27 वर्षों तक विधायक, बिहार सरकार में मंत्री और कांग्रेस की जिलाध्यक्ष रहीं।

गायत्री देवी का राजनीतिक सफर 1970 से शुरू हुआ। 1969 में इनके पति युगल किशोर सिंह यादव लोकतांत्रिक कांग्रेस के टिकट पर गोविंदपुर विधानसभा से एमएलए बने थे। उस वक्त दरोगा राय मंत्रिमंडल में मंत्री भी बने थे। असमय उनका निधन हो गया था। पति की मौत के बाद उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाते हुए विधानसभा का चुनाव लड़ी और 1970 में पहली मर्तबा गोविंदपुर विधानसभा से निर्दलीय चुनाव जीती। 

उसके बाद 1972-77 तक कांग्रेस के टिकट पर नवादा की विधायक रहीं। फिर 1980, 85, 90 यानि लगातार 15 साल तक गोविंदपुर से कांग्रेस की विधायक रहीं। 95 में हार मिली। 2000 के चुनाव में राजद के टिकट पर गोविंदपुर विधानसभा से ही चुनाव जीती। 2005 तक विधायक रहने के बाद उनकी राजनीतिक पारी का अंत हुआ।

बड़ी खबर : बक्सर के पास बेपटरी हुई मालगाड़ी, मुगलसराय-पटना-हावड़ा रेल लाइन पर परिचालन ठप

डेस्क : दिल्ली-हावड़ा मेन लाइन पर आज रविवार को एक मालगाड़ी के बेपटरी हो जाने से बक्सर और मुगलसराय- पटना-हावड़ा के बीच रेल परिचाल ठप हो गया। हादसा डुमराव के पास हुआ। यहां एक मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए। उससे डाउन लाइन पर रेल सेवा बाधित है। 

पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) वीरेंद्र कुमार ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि दानापुर मंडल के आरा बक्सर रेलखंड के बीच डुमराव स्टेशन के पास डाउनलोड लाइन पर 11:52 पर एक मालगाड़ी के तीन वैगन बेपटरी हो गए। इस कारण डाउन लाइन पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया।

डुमरांव स्टेशन के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग पर डाउन लाइन में एक मालगाड़ी बेपटरी हो गई है। जिससे डाउन लाइन में रेल तथा सड़क परिचालन दोनों ठप हो गया है। इसकी जानकारी मिलते ही रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्टेशन प्रबंधक सचिंद्र कुमार ने तत्काल इसकी सूचना दानापुर डीआरएम ऑफिस को दी। खबर मिलते ही दानापुर से रेलवे तकनीशियनो की टीम निकल चुकी है। वहीं स्थानीय रेल प्रशासन स्थिति से निपटने में मुस्तैदी से लगा है।

मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली की तरफ से एक मालगाड़ी कोलकाता की ओर जा रही थी। रेलवे क्रॉसिंग पर मालगाड़ी के बेपटरी होने से डुमरांव बिक्रमगंज पथ पर दोपहर 12:00 बजे से ही परिचालन पूरी तरह से ठप हो गया। इस वजह से भरी दोपहरी में रेल यात्रियों के साथ ही सड़क मार्ग से यात्रा करने वालों की मुश्किलें भी बढ़ गई। पश्चिमी फाटक से थोड़ा पहले मेन लाइन से लूप लाइन में आने के दौरान माल गाड़ी का बोगी नंबर एक्स 98413, एक्स 99228 पूरी तरह से जबकि बोगी नंबर एक्स 019058 आंशिक रूप से पटरी से उतर गया।

इस दौरान तेज आवाज होने से आस पास में मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई थी। माजरा समझने के बाद लोग राहत की सांस ली है। राहत की बात यह रही कि यह मालगाड़ी थी, यात्री ट्रेन होती तो जान माल की भी भारी क्षति हो सकती थी।

जदयू की ओर से आयोजित दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुए सीएम समेत महागठबंधन में शामिल दलों के नेता, सभी ने देश और प्रदेश के लिए मांगी अमन-चैन की दुआ

डेस्क : बीते शनिवार शाम राजधानी पटना के हज भवन में जदयू की ओर से दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया गया। इस आयोजन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत महागठबंधन शामिल सभी दलों के नेता शामिल हुए। 

इफ्तार के बाद रोजे की नमाज अदा की गई, इसमें मुख्यमंत्री सहित सभी रोजेदारों ने प्रदेश, समाज और देश में अमन-चैन, शांति एवं भाईचारे का माहौल कायम रहने की दुआ मांगी। मुख्यमंत्री ने दावत-ए-इफ्तार में शामिल हुये विभिन्न दलों के नेताओं का स्वागत किया। पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था के बीच उन्होंने वहां मौजूद सभी रोजेदारों सहित अन्य लोगों के करीब जाकर उनसे मुलाकात की।

इस मौके पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, मंत्री विजय कुमार चौधरी, संजय कुमार झा, शमीम अहमद, आलोक मेहता, अनिता देवी, लेशी सिंह, मो जमा खान, शाहनवाज, विस अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, सभापति देवेश चन्द्र ठाकुर, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह, जीतन राम मांझी, संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, खालिद अनवर, उमेश कुशवाहा, बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड के चेयरमैन इरशादुल्लाह, बिहार स्टेट शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद अफजल अब्बास, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सलीम परवेज, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की प्रधान सचिव डॉ सफिना आदि उपस्थित थे।

इफ्तार के बाद पत्रकारों से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने दावा किया है कि 2024 लोकसभा चुनाव में बिहार में भाजपा का सूपड़ा साफ हो जाएगा।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा एलान, रामनवमी की दौरान सासाराम और बिहारशरीफ मे हुई घटना के दौरान हुए नुकसान की भरपाई करेगी सरकार

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा एलान किया है। उन्होंने कहा है कि सासाराम और बिहारशरीफ में रामनवमी के दौरान हुई घटना में जो नुकसान पहुंचाया गया है, उसके लिए भी कुछ किया जायेगा। दोनों जगह जो नुकसान कर दिया है, उन सब चीजों को भी देखा जा रहा है। लोगों के हित में जो कुछ करना है वह सब किया जायेगा। ये सब बात हो रही है। 

मुख्यमंत्री शनिवार शाम हज भवन में जदयू के दावत-ए-इफ्तार में शामिल होने के बाद पत्रकारों से रू-ब-रू थे।

नवादा और सासाराम हिंसा मामले में आरोपियों के घर की हो रही कुर्की जब्ती के सवाल पर सीएम ने कहा कि दोनों जगहों पर प्रशासन के लोग लगे हुए हैं। वे लोग अपना काम कर रहे हैं। 

बताते चले कि बीते मार्च महीने में रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम और बिहारशरीफ में दो समुदायों के बीच झड़प हुई थी। जिसके बाद दोनों जगहों पर स्थिति बिगड़ गई थी। वहीं घटना में कुछ लोग घायल हुए थे और उनकी संपत्ति को भी नुकसान पहुंचा था। प्रशासन की ओर से दोनो जगहों पर कई दिनों तक धारा 144 लगाई गई थी। वहीं इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई थी। हालांकि अब दोनो जगहों स्थिति सामान्य हो गई है।

बिहार में बढ़ रहा कोरोना का खतरा, 10 जिलों में मिले 46 नये मरीज

डेस्क : बिहारवासियों के लिए सावधान होने वाली खबर है। राजधानी पटना समेत अन्य जिलों में एक बार फिर कोरोना का संक्रमण बढ़ने लगा है। राज्य के 10 जिलों में कोरोना के 46 नये मरीज मिले हैं। पिछले एक सप्ताह में कोरोना के नये केस की तादाद लगातार बढ़ रही है। साथ ही, अधिक जिलों में इसका विस्तार हुआ है। 

बीते शुक्रवार को राज्यभर के आठ जिलों में 20 कोरोना के मरीज मिले थे। इसके पहले लगातार दो दिनों तक 17-17 केस मिले थे। इस तरह देखें तो तीन दिनों में कोरोना के नये केस की संख्या करीब तीन गुनी तक बढ़ी है। राज्यभर में शनिवार को 43 हजार 357 कोरोना की जांच हुई।

सबसे अधिक पटना में 27 और गया में आठ संक्रमित मिले हैं। एक दिन में राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 76 से बढ़कर 109 हो गई है। शनिवार को अन्य जिलों में एक या दो केस सामने आये हैं। अन्य जिलों में भागलपुर, जहानाबाद, पूर्वी चंपारण, मधुबनी और सीवान में एक-एक तथा खगड़िया, मुंगेर और सहरसा में दो-दो केस मिले हैं। वहीं, देशभर में कोरोना के 6168 कोरोना मरीज मिले हैं। देश में सक्रिया मरीजों की संख्या 31,226 हो गई है।

बड़ी खबर : बिहार प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेर-बदल, बड़ी संख्या में आईएएस और आईपीएस अधिकारियों को किया गया इधर से उधर

डेस्क : बिहार में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक फेर-बदल किया गया है। राज्य सरकार ने बड़ी संख्या में पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों को इधर से ऊधर कर दिया है। इसके तहत 35 आईएएस और 26 आईपीएस को नई जिम्मेदारी दी गई है। 15 जिलों के डीएम और 5 जिलों के एसपी का भी स्थानांतरण किया गया हैं। वहीं भारतीय वन सेवा के दो अधिकारियों को भी नई तैनाती मिली है। सामान्य प्रशासन विभाग ने आईएएस और गृह विभाग ने आईपीएस के तबादले से संबंधित अधिसूचना शनिवार को जारी कर दी है।

बीते वर्ष 31 दिसंबर, 2022 को 50 से ज्यादा आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया था, लेकिन इसमें एसपी की संख्या कम थी। चार महीने बाद फिर ये तबादले हुए हैं। राज्य में दो वर्ष से ज्यादा समय के बाद इतनी बड़ी संख्या में आईएएस अधिकारियों का स्थानांतरण किया गया है। 

जिन आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया है। उनमें राम शंकर, दिनश कुमार राय, कुंदन कुमार, अमित कुमार पांडेय, सौरभ जोरवाल, सुहर्ष भगत, अमन समीर, सावन कुमार, जे प्रियदर्शनी, वर्षा सिंह, मुकुल कुमार गुप्ता, रवि प्रकाश, अंशुल अग्रवाल, विजय प्रकाश मीणा, वैभव चौधरी शामिल है। 

इन अधिकारियों का बनाया गया जिलाधिकारी

राम शंकर सामान्य प्रशासन के संयुक्त सचिव शिवहर

दिनेश कुमार राय गृह विभाग के संयुक्त सचिव पश्चिम चंपारण (बेतिया)

कुंदन कुमार पश्चिम चंपारण (बेतिया) पूर्णिया

अमित कुमार पांडेय सीवान खगड़िया

सौरभ जोरवाल औरंगाबाद पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)

सुहर्ष भगत पूर्णिया औरंगाबाद

अमन समीर बक्सर सारण

सावन कुमार शेखपुरा कैमूर (भभुआ)

जे प्रियदर्शिनी अरवल शेखपुरा

वर्षा सिंह भवन निर्माणकी संयुक्त सचिव अरवल

मुकुल कुमार गुप्ता शिवहर सीवान

रवि प्रकाश प्राथमिक शिक्षा निदेशक कटिहार

अंशुल अग्रवाल स्वास्थ्य के संयुक्त सचिव बक्सर

विजय प्रकाश मीणा पशुपालन निदेशक मधेपुरा

वैभव चौधरी विज्ञान एवं प्रावैधिकी निदेशक सहरसा

वही अधिसूचना के मुताबिक, आरा सदर के एसडीपीओ हिमांशु को गया का सिटी एसपी, पटना सिटी के एसडीपीओ अमित रंजन को भागलपुर सिटी एसपी और बाढ़ एसडीपीओ अरविंद प्रताप सिंह को मुजफ्फरपुर का सिटी एसपी बनाया गया है

पुलिस मुख्यालय में तैनात डीआईजी (कल्याण) रमण कुमार चौधरी जमालपुर रेल एसपी बनाए गए। (बीएसएपी-9 के समादेष्टा का अतिरिक्त प्रभार)

इनका किया गया स्थानांतरण 

रवि रंजन कुमार बीएसएपी-12 सुपौल वैशाली

मनोज तिवारी बीएसएपी-8 बेगूसराय सीतामढ़ी

डी अमरकेश सुपौल पश्चिम चंपारण

उपेंद्र नाथ वर्मा पश्चिम चंपारण सहरसा

शैशव यादव बीएसएपी-13 दरभंगा सुपौल