शाम्हो में अस्पताल के लिए दान दी गई भूमि बीडीओ के नाम से होने से निर्माण में बढ़ी परेशानी, सीओ ने मांगा दिशा निर्देश
बेगूसराय : जिले के शाम्हो में अस्पताल के नाम से दान में दी गई जमीन के स्वामित्व को लेकर विवाद थम नहीं रहा है। जबकि दान में दी गई जमीन की रजिस्ट्री तत्कालीन बीडीओ के नाम से है जिसका म्यूटेशन भी तत्कालीन मटिहानी बीडीओ के नाम से हुआ। वहीं दूसरी ओर भ्रम फैलाया गया कि अस्पताल को दान में दी गई भूमि की चोरी हो गई। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शाम्हो अंचल कार्यालय में दान में दी गई डेढ़ बीघा जमीन की जमाबंदी स्वास्थ्य विभाग के नाम करने का आवेदन दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, 1987 में सरलाही के रामेश्वर शर्मा उर्फ लड्डू लाल ने वर्तमान में चल रहे प्रखंड सह अंचल कार्यालय और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नजदीक एक बीघा और इससे हटकर 9 कट्ठा जमीन अस्पताल भवन निर्माण के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी मटिहानी के नाम अस्पताल भवन निर्माण के लिए दान दिया। इसी कागज के आधार पर उक्त जमीन का म्यूटेशन प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम से किया गया। उक्त जमीन की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि शाम्हो में 30 बेड का अस्पताल भवन निर्माण के लिए बिहार सरकार ने स्वीकृति देकर राशि भी आवंटित कर दी।
इस संबंध में अंचलाधिकारी प्रभात कुमार ने बताया कि अस्पताल को दान में दी गई जमीन के स्वामित्व को लेकर विवाद चल रहा है। जिला स्तर से उन्हें इस संबंध में जानकारी मांगी गई। अंचलाधिकारी ने कहा कि दान में दी गई जमीन प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम अस्पताल भवन निर्माण के लिए ही दी गई है।
उन्होंने कहा कि वह वरीय पदाधिकारी को जमीन के कागजात भेज रहे हैं निर्णय वरीय अधिकारी को करना है कि इस जमीन का म्यूटेशन स्वास्थ्य विभाग के नाम से होगा या नहीं। इस संबंध में शाम्हो प्रखंड विकास पदाधिकारी मोहम्मद नौशाद आलम सिद्दीकी ने कहा कि दान पत्र का म्यूटेशन प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम से है, यह सही है। लेकिन उक्त जमीन जो अभी खाली है। इस पर हर हाल में 30 बेड का अस्पताल भवन का निर्माण होगा। जल्द ही इसे कार्य रूप दिया जाएगा।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Apr 03 2023, 09:19