*बिहार दिवस के मौके पर ग्रामीणों ने राजकीय कन्या मध्य विद्यालय में जड़ा ताला, धरना पर बैठे*
औरंगाबाद : एक तरफ जहां आज पूरे बिहार में बिहार दिवस के मौके पर तीन दिवसीय उत्सव मनाया जा रहा है। जिला मुख्यालय से लेकर प्रखंड मुख्यालय तक कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किये गये है। वहीं दूसरी ओर जिले में एक ऐसा विद्यालय है जहां के शिक्षकों की उदासीन रवैया को देखकर आज ग्रामीणों ने उच्च मध्य विद्यालय में ताला जड़ दिया और मुख्य दरवाजे पर धरने पर बैठ गए।
जी हां आज हम बात कर रहे हैं औरंगाबाद जिला के मदनपुर प्रखंड के हाजीपुर ग्राम में स्थित राजकीय कन्या मध्य विद्यालय की। जहां मेन गेट पर ग्रामीणों ने ताला जड़ दिया और सभी ग्रामीण गेट के सामने ही धरना पे बैठ गये है।
इस बावत ग्रामीणों से पूछा गया तो ग्रामीणों ने बताया कि आज इस विद्यालय के शिक्षक की उदासीन रवैया के कारण शिक्षा व्यवस्था बिल्कुल चौपट हो गई है तथा कोई भी शिक्षक समय से स्कूल नहीं आ पाते हैं। कई बार ग्रामीणों के द्वारा शिक्षक से ससमय विद्यालय आने को कहा गया, लेकिन इसके बावजूद भी इस विद्यालय के शिक्षकों का रवैया नहीं बदल सका। जिसके बाद आज हम सभी ग्रामीण बनिया पंचायत के मुखिया तथा पंचायत समिति प्रतिनिधियों को सूचना दिया।
सूचना के उपरांत 9: बज कर 25 मिनट तक जब शिक्षक उपस्थित नहीं हुए तो स्कूल के मेन गेट पर सभी ग्रामीण मिलकर पंचायत प्रतिनिधियों के नेतृत्व में ताला लगा दिया गया और शिक्षकों को स्कूल मैं प्रवेश करने से वर्जित कर दिया गया। जिसकी सूचना शिक्षा विभाग से संबंधित जिला के वरीय अधिकारी को यह सूचना भेज दिया गया है। आए दिन हमेशा शिक्षक समय से नहीं आते है जिसको लेकर यह कार्य किया गया है।
ग्रामीणों ने कहा कि इस स्कूल का शिक्षक का यह हाल है की 11: बजे भी स्कूल पहुँचे शिक्षक तो कोई लेट नहीं ,, और एक बजे बाद शिक्षक से किसी को भेट नहीं। यदि शिक्षक स्कूल आते भी है तो वह भवन के दूसरे तले पर ऑफिस में रहते है और बच्चो यहां बाहर खेलते रहते है। यानी कहे तो शिक्षकों की लारवाही से यहां के बच्चों का भविष्य अंधकार में जा रहा है जिसे लेकर विद्यालय में आज तालाबंदी तथा धरना दी जा रही है।
इस धरना में पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि डॉ. रामानंद रविदास,पंचायत समिति सदस्य उमेश यादव एवं दर्जनों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे जब इस बिंदु पर विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि विद्यालय में कई ऐसे शिक्षक हैं जो मेरे बात को मानने को तैयार नहीं है। जिसके कारण विद्यालय की शिक्षा का स्थिति गिर गई है।
हालांकि पंचायत स्तरीय प्रतिनिधियों ने बताया कि हम लोग मामले की जानकारी जिला के बरिये अधिकारीयो को भी दिया गया है अब यह देखना लाजमी होगा की क्या वरीय अधिकारियों के पहल पर विद्यालय की स्थिति में सुधार हो पाती है या फिर यह विद्यालय भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
औरंगाबाद से धीरेन्द्र
Mar 24 2023, 15:04