दिल्ली में गूंजेगी पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण की आवाज, जंतर मंतर पर धरना और संसद मार्च के लिए सैकड़ों लोग दिल्ली के लिए रवाना, जोरदार विदाई ने बढ़ाया उत्साह 


पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को लेकर जारी जन आंदोलन की आवाज अब दिल्ली में सुनाई देगी। एयरपोर्ट निर्माण को लेकर आगामी 19 मार्च को जंतर मंतर पर होने वाली एक दिवसीय धरना प्रदर्शन और संसद मार्च के लिए सैकड़ों लोग सीमांचल एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हुए। हवाईअड्डा निर्माण की मांग को लेकर दिल्ली के लिए कूच करने से पहले पूर्णिया जंक्शन पर मौजूद युवाओं को 

पूर्णिया एयरपोर्ट सयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों ने जोरदार विदाई दी।

मसला सीमांचल और कोसी के करोड़ों की आबादी से जुड़ा है, लिहाजा पूर्णिया, अररिया,कटिहार, किशनगंज ,सुपौल ,सहरसा और दरभंगा से धरना प्रदर्शन में शामिल होने जा रहे युवाओं को फूलों की माला पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। इस खास मौके पर उन्हें विदाई देने पूर्णिया एयरपोर्ट संघर्ष समिति के सदस्यों के अलावा बड़ी तादाद में स्थानीय मौजूद रहे। सफर और आंदोलन के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी न हो इसे लेकर पूर्णिया एयरपोर्ट सयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों ने खाद्य सामग्री और फल भेंट किया। साथ ही किसी भी प्रकार की दिक्कत महसूस होने पर अविलंब संपर्क करने को कहा। साथ ही सफलता हासिल कर पूर्णिया लौटने की शुभकामनाएं दी। 

 

एयरपोर्ट एक्टिविस्ट  ने बताया कि आगामी 19 मार्च को पूर्णिया एयरपोर्ट निर्माण की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर पर होने वाले एक दिवसीय धरना और संसद मार्च में 250 लोग शामिल होंगे। 

सीमांचल , कोसी और दरभंगा के युवा इसे सफल बनाने के लिए आज सीमांचल एक्सप्रेस से दिल्ली रवाना हो रहे हैं। वहीं पूर्णिया एयरपोर्ट सयुक्त संघर्ष समिति के सदस्य दिलीप कुमार दीपक व गौतम वर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच पूर्णिया एयरपोर्ट का मसला लंबे समय से अधर में अटका है। आंदोलन के जरिए सीमांचल की ये आवाज अब दिल्ली में बैठे हुक्मरानों तक पहुंचेगी। 

वहीं पूर्णिया एयरपोर्ट सयुक्त संघर्ष समिति के सदस्य पंकज नायक और नंदकिशोर सिंह ने कहा कि पूर्णिया एयरपोर्ट का मुद्दा किसी एक व्यक्ति या किसी एक समुदाय से जुड़ा हुआ नहीं है। इस मुद्दे से सीमांचल और कोसी के करोड़ों की आबादी जुड़ी है। ऐसे में लंबे समय से जिस आवाज को दबाया जाता रहा है, किसी भी कीमत पर सीमांचल और कोसी को उनका हक पूर्णिया एयरपोर्ट मिलना चाहिए।

जे पी मिश्रा

पूर्णिया.

दो दिवसीय दौरे पर पूर्णिया पहुंचे राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर, सीनेट की बैठक समेत कई कार्यक्रम में होंगे शामिल

पूर्णिया : बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर दो दिवसीय दौरे पर आज पूर्णिया पहुंचे। जहां सबसे पहले उन्हें इंदिरा गांधी स्टेडियम में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। 

उसके बाद महामहिम ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। साथी 10 लाभार्थियों को बासगीत परचा दिया। 

महामहिम राज्यपाल आज जैविक खेती कर रहे रानी पतरा के किसान शशि भूषण सिंह के खेतों का भी निरीक्षण करेंगे। 

वही कल वे पूर्णिया विश्विद्यालय के सीनेट की बैठक में शामिल होंगे। 

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

अधिवक्ता स्व० राज किशोर सिंह को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि, बीते बुधवार को हुआ था निधन

पूर्णिया : जिले के अधिवक्ता स्व० राज किशोर सिंह को दी गई भाव-भीनी श्रद्धांजलि। उनका असामयिक निधन 15 मार्च 2023 की रात्रि 55 वर्ष की अवस्था में हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। परंपरा के अनुसार 17 मार्च 2023 को उनके सम्मान में शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए अधिवक्ता संघ के तमाम अधिवक्ताओं ने अपने-आप को न्यायिक कार्यों से अलग रखा। 

संघ के अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी की अध्यक्षता में दिन के 01.30 बजे संघ के प्रशाल में एक शोक-सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर संघ के महासचिव कन्हैया सिंह एवं अन्य वरीय और कनीय अधिवक्ता उपस्थित थे। अध्यक्ष अवधेश कुमार तिवारी ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 1996 में संघ की सदस्यता ली थी । वे अपने पीछे विधवा पत्नी रिंकू देवी को छोड़ गाए। मूलरूप से वे मधेपुरा जिले के रहने वाले थे। वे मृदुभाषी एवं व्यवहार कुशल थे। 

इस मौके पर वरीय अधिवक्ता सह संघ के पूर्व अध्यक्ष बिभाकर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा की स्वर्गीय सिंह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका एक हाथ बचपन में ही दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण कट गया था। परंतु वे बहुत ही मिलनसार और जुझारु किस्म के व्यक्ति थे। स्वर्गीय सिंह के बारे में जानकारी देते हुए वे काफी भावुक हो गए।  

उधर संध्या 04.00 बजे जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायिक कक्ष में भी एक संयुक्त शोक-सभा का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में न्यायिक पदाधिकारी और अधिवक्ता शामिल हुए और 2 मिनट का मौन रखकर स्व० राज किशोर सिंह के आत्मा की शांति हेतु श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

कुलपति की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय सिंडिकेट की बैठक हुई संपन्न, फाइनल बजट को दी गई मंजूरी

पूर्णिया : आज पूर्णिया विश्वविद्यालय पूर्णिया में कुलपति प्रोफेसर राजनाथ यादव की अध्यक्षता में सिंडिकेट की मीटिंग संपन्न हुई l इस सिंडिकेट में सर्वप्रथम विश्वविद्यालय बजट का फाइनल अप्रूवल द्वारा दिया गया l विश्व विद्यालय में कार्यरत 136 अनुकंपा पालयो मैं से 64 लोगों की सेवा संपुष्टि का को अप्रूव किया गया तथा 29 लोगों का सेवा समंजन कर अगले सिंडिकेट में अप्रूवल की जाएगी 24 लोगों की गोपनीय अभियुक्ति नहीं होने के कारण उनके महाविद्यालय के प्रधानाचार्य से मांगी जाएगी एवं अन्य उन सभी कर्मियों के सेवा संबंधित कागजात भी प्रधानाचार्य से मांगी जाएगी l 

चार ऐसे कर्मचारी जिनका स्थानांतरण फारबिसगंज कॉलेज से पूर्णिया महिला कॉलेज कर दिया गया था उनको वापस पैतृक महाविद्यालय कर संपुष्टि की जाएगी उपरोक्त सारे निर्णय का पालन होने के बाद अगले सिंडिकेट की बैठक में सेवा संपुष्टि कर दी जाएगी l 

एफिलिएटिड कॉलेज में दानदाता के बारे में निर्णय लिया गया के तीन सदस्य एक कमेटी गठित कर इस मामले का निष्पादन किया जाएगा अग्रवाल कमीशन द्वारा नियुक्त 37 शिक्षकों का डेट 15 को अनुमोदित किया गया l 

श्री दिलीप कुमार यादव के बी झा कॉलेज को आरडीएस कॉलेज सलमारी का प्रभारी प्रधानाचार्य तथा दिलीप श्री दिलीप कुमार जागेश्वर को सरकारी कॉलेज धमदाहा का प्रभारी प्रधानाचार्य नियुक्त करती का अनुमोदन किया गया l 

इस सिंडिकेट के कुलपति प्रोफेसर राजनाथ यादव के साथ-साथ प्रति कुलपति प्रोफेसर पवन कुमार झा डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर महबूब आलम प्रॉक्टर श्री दिलीप कुमार झा प्रोफेसर अरविंद कुमार वर्मा इतिहास विभाग विभागाध्यक्ष डॉ तूहीना विजय गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर पवन कुमार मल्लिक प्रधानाचार्य फारबिसगंज कॉलेज फारबिसगंज प्रोफेसर संजीव कुमार प्रधानाचार्य मारवाड़ी कॉलेज और सिंडिकेट सदस्य मौजूद रहे।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

कालाजार से आक्रांत गांवों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड का छिड़काव शुरू, 60 कार्य दिवस तक चलेगा छिड़काव कार्य


पूर्णिया : ज़िले को कालाजार से मुक्त करने के लिए कालाजार छिड़काव अभियान शुरू हो गया है। इस कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन रानीपतरा स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी, जिला वेक्टर बॉर्न पदाधिकारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद मंडल, पूर्णिया पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शरद कुमार, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी रवि नंदन सिंह, जिला वेक्टर जनित सलाहकार सोनिया मंडल, बीएचएम विभव कुमार, केयर इंडिया के डीटीएल आलोक पटनायक एवं डीपीओ चंदन कुमार सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। 

इस अवसर पर राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़े राम कृष्ण परमहंस सहित कई अन्य कर्मी भी उपस्थित थे।

आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा विभागीय स्तर पर किया जा चुका है जागरूक: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले से कालाजार जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने के लिए 13 प्रखंडों का चयन किया गया है। क्योंकि बायसी प्रखंड में विगत तीन वर्षों से एक भी कालाजार के रोगियों की पहचान नही हुई है। जिस कारण बायसी को कालाजार मुक्त घोषित कर दिया गया है। 

कहा कि कालाजार से आक्रांत गांवों में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड (एसपी) कीटनाशक दवा का छिड़काव कार्य का शुभारंभ कर दिया गया है। हालांकि इसके साथ ही बचाव को लेकर भी जिलेवासियों को जागरूक करने के उदेश्य से विशेष रूप से प्रचार प्रसार भी चलाया जाएगा। छिड़काव से पहले आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा विभागीय स्तर पर जागरूक किया जा चुका है। 

जिले से कालाजार बीमारी को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग एवं अन्य विभागीय अधिकारियों के अलावा केयर इंडिया व पीसीआई के अधिकारी अपने-अपने स्तर से लगे हुए हैं।

60 कार्य दिवस तक चलेगा छिड़काव कार्य 

जिला वेक्टर जनित सलाहकार सोनिया मंडल ने बताया कि सिंथेटिक पाइरोथाइराइड छिड़काव के लिए 79 टीम को छिड़काव कार्य में लगाया गया है। जिसमें एक टीम में 6 सदस्यों को शामिल किया गया है। छिड़काव अभियान 16 मार्च से शुरू होकर आगामी 05 जून तक चलेगा। जिसके लिए 134 स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 104 पंचायतों के 215 आक्रांत राजस्व गांवों का चयन किया गया हैं। 

वहीं 14, 38, 589 जनसंख्या वाले 2, 87, 018 घरों के 7, 14, 638 कमरे में सिंथेटिक पाइरोथाइराइड कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जाना है। जहां पर कालाजार के मरीज़ पाए गए हैं। जिले में वर्ष 2020 में 88, वर्ष 2021 में 79, वर्ष 2022 में 31 जबकि 15 मार्च 2023 तक 02 विसरल लिशमैनियासिस (वीएल) एवं 01 पोस्ट कालाजार डरमल लिशमैनियासिस (पीकेडीएल) के मरीज की पहचान हुई है।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

हत्या के तीन आरोपियों को कोर्ट ने दिया दोषी करार, सुनाया उम्र कैद की सजा

पूर्णियां : हत्या के मामले में दोषी पाए गए तीन अभियुक्तों को कोर्ट ने उम्र कैद एवं आर्थिक दंड की सजा सुनाई है। सजा पाने वाले अभियुक्त हैं अमोद कुमार, अंगद कुमार और मुन्ना कुमार शर्मा। इन तीनों को उम्र कैद की सजा के साथ-साथ प्रत्येक को 25-25 हजार रूपए जुर्माने की सजा सुनाई गई। 

अभियुक्त मुन्ना शर्मा हत्या के अलावे आर्म्स एक्ट की धारा में भी दोषी पाया गया। आर्म्स एक्ट में उसे 7 वर्षों का कैद एवं 05 हजार रुपए आर्थिक दंड की सजा सुनाई गई। सभी सजाएं साथ साथ चलेंगी। यह सजा दशम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश महावीर प्रसाद ने सुनाई है। मामला जानकीनगर थाना कांड संख्या 118/2017 पर आधारित था। इस मुकदमे को अभियोजन पक्ष की ओर से संचालित कर रहे थे, अपर लोक अभियोजक आतऊर् रहमान। 

उन्होंने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बतलाया की घटना 10 जून 2017 की है। पिकप चालक मृतक रंजीत कुमार यादव सिमरी बख्तियारपुर से किराने का सामान लेकर गुलाब बाग अपनी बहन मंजू देवी और व्यापारी विकसित भगत के साथ आया था। गुलाब बाग से वापस लौटने समय तीनों चाय पीने के लिए जानकी नगर में रुके और चाय का आदेश दिया। ठीक उसी समय 3 लड़के (अभियुक्त गण) एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए और पहले चाय मांगने लगे। इसी बात पर तीनों के साथ मृतक से विवाद, गाली-गलौज और हाथापाई होने लगा, परंतु लोगों ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कर दिया। 

तीनों अभियुक्तों ने जाते-जाते धमकी दिया कि आगे देख लेंगे। पिकअप वैन जैसे ही मुरलीगंज से लगभग 200 मीटर आगे बढ़ा की तीनों लड़कों ने घेर लिया और मुन्ना शर्मा ने गोली चला दिया। चालक रंजीत कुमार यादव की गोली लगने से घटनास्थल पर ही मौत हो गई। शेष व्यापारी एवं मृतक की बहन बाल-बाल बच गए। 

मृतक की बहन मंजू देवी ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया। इस मुकदमे में अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत गवाह एवं अभिलेख पर उपलब्ध अन्य साक्ष्यों के आधार पर उपरोक्त तीनों अभियुक्तों को दोषी पाते हुए न्यायालय द्वारा सजा सुनाया गया।

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

ओवैसी के दौरे से फिर चढ़ा सीमांचल का पारा, किसके सियासी समीकरण पर है AIMIM की पानी फेरने की तैयारी

पूर्णिया : सीमांचल के सियासी समर में गृहमंत्री अमित शाह की सद्भावना रैली, महागठबंधन की महारैली के बाद अब एआईएमआईएम प्रमुख असदुदीन ओवैसी एंट्री होने वाली है। 18-19 मार्च को असदुदीन ओवैसी पूर्णिया में पदयात्रा करेंगे साथ ही कई हिस्सों का दौरा करेंगे।

गौरतलब हो कि एआईएमआईएम की मुस्लिम बहुल सीमांचल में गहरी पकड़ है। 2020 के विधानसभा चुनाव में अपनी पहली चुनावी पारी खेलते हुए एआईएमआईएम ने 5 सीटें जीतकर सभी पार्टियों को चौंका दिया था. लिहाजा एआईएमआईएम प्रमुख असदुदीन ओवैसी के सीमांचल दौरे को सियासी पंडित काफी अहम मान रहे हैं। ओवैसी का सीमांचल आगमन सभी सियासी पार्टियों के बने बनाए सियासी समीकरण को बिखेड़ सकता है।

ओवैसी के दौरे को लेकर राजद प्रवक्ता डॉ आलोक राज कहते हैं कि भले ही 2020 के विधानसभा चुनाव में सीमांचल मुस्लिम बहुल इलाके की भोली-भाली जनता एआईएमआईएम चिकनी चुपड़ी बातों में आ गई थी लेकिन अब जब आई एमआईएमआईएम के 5 में से चार विधायक आरजेडी के खेमे में आ चुके हैं। जनता एआईएमआईएम का प्रपंच समझ चुकी है कि ओवैसी की पार्टी चुनाव में भाजपा के लिए काम करती है। इसलिए जनता पहले की तरह एआईएमआईएम के झांसे में नहीं आएगी। असदुद्दीन ओवैसी के लिए सीमांचल दौरे के दौरान भीड़ जुटाना भी मुश्किल हो जाएगा।

वहीं भाजपा के जिला महामंत्री राजेश रंजन ने कहा कि सीमांचल में भाजपा भूत स्तर पर काम कर रही है इसलिए ओवैसी का या पैदल मार्च फेल साबित होगा। भाजपा सबसे पहले तो तमाम सियासी पार्टियों को यह नसीहत देता है कि वह भाजपा के चुनावी स्टाइल की कॉपी करना बंद करें। 

कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने सीमांचल में सद्भावना रैली की, इसे देखते हुए महागठबंधन ने अपनी रैली हाल में आयोजित की और अब ओवैसी का सीमांचल के चुनावी मैदान में कूदना भाजपा के चुनावी स्टाइल की कॉपी है। सियासी पार्टी इस मुगालते में ना रहे कि सीमांचल की भोली-भाली जनता इस बार फिर उनके झांसे में आ जाएगी। आगामी लोकसभा और विधानसभा दोनों ही चुनावों में सीमांचल में भाजपा और मोदी का जादू चलेगा।

एआईएमआईएम अमौर विधानसभा अध्यक्ष मुकर्रम हुसैन ने सियासी पार्टियों पर पलटवार करते हुए कहा कि सियासी पार्टियां लाख गरज ले, सीमांचल में किसी का जादू चलेगा तो बस उसका नाम है आईएमआईएम। असुद्दीन ओवैसी सीमांचल की जनता की आवाज शुरुआत से ही उठाते रहे हैं। पूर्णिया एयरपोर्ट की मांग को लेकर चलाया जा रहे ट्विटर अभियान में भी असदुद्दीन ओवैसी ने सीमांचल की जनता की आवाज बुलंद की। आगामी 18 और 19 मार्च को होने वाले ओवैसी की पदयात्रा में सड़कों पर सीमांचल का विशाल हुजूर उमड़ेगा। सीमांचल की जनता अपने मसीहा को प्यार देने के लिए पलके बिछाए बैठी है।

सीटों के हिसाब से मुस्लिम बहुल सीमांचल के सियासी समीकरण पर गौर करें तो पूर्णिया, अररिया, कटिहार और किशनगंज को मिलाकर लोकसभा की 4 और विधानसभा की 24 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान जदयू ने 2 जबकि बीजेपी और कांग्रेस ने 1 -1 सीट जीती थी। 24 विधानसभा सीटों वाली सीमांचल में बीजेपी ने 2020 के चुनावों में 8, कांग्रेस ने 5 और जेडीयू ने 4 सीटें हासिल की थी। राजद और भाकपा माले के खेमे में 1 -1 सीट गई थी। जबकि 2020 के विधानसभा चुनाव में अपनी पहली चुनावी पारी खेलते हुए एआईएमआईएम ने पांच सीटें जीती थीं। जिसने सभी सियासी पार्टियों को चौंका दिया था। हालांकि इनमें से 4 विधायक पिछले साल राजद में शामिल हो गए थे, जिसने एआईएमआईएम को जोर का झटका दिया। लिहाजा ओवैसी के सीमांचल दौरे में इस झटके को पाटने की कवायद भी शामिल होगी।

दरअसल सीमांचल के मुस्लिम बाहुल वोटरों में अपनी पकड़ दोबारा से मजबूत करने को लेकर वे पूर्णिया के बैसी, अमौर और किशनगंज के कुछ हिस्सों का दौरा करेंगे। जाहिर तौर पर ओवैसी का सीमांचल दौरा न सिर्फ भाजपा बल्की महागठबंधन के बने -बनाए सियासी समीकरण को बिगाड़ सकता है। महागठबंधन के मुस्लिम फैक्टर फार्मूले को मात देने के लिहाज से भी ओवैसी का यह दौरा अहम माना जा रहा है। एआईएमआईएम ने 2020 विधानसभा चुनाव में कुल 20 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारे थे। इनमे से 5 सीटें पार्टी की खेमे में आई थी। उनकी पार्टी को कुल 523,279 वोट मिले थे। 

पिछले साल गोपालगंज और कुरहानी सीटों के लिए हुए विधानसभा उपचुनाव में भी एआईएमआईएम उम्मीदवार ने महागठबंधन के मुस्लिम वोट पर सेंध लगाई। नतीजा रहा बीजेपी ने आसानी से दो सीटें जीत ली। ऐसे में सीमांचल में औवेसी की एंट्री महागठबंधन के बने बनाए सियासी समीकरण पर पानी फेर सकता है।

पूर्णिया से जे पी मिश्रा

पूर्णिया: पीसीसी सड़क सहित नाला का शिलान्यास कार्यक्रम संपन्न

पूर्णिया: वार्ड नंबर 24 नगर निगम पूर्णिया अमरूद बागान शांतिनिकेतन चंद्रमणि सिंह के घर से कैलाश साह के घर तक पीसीसी सड़क नाला सहित का शिलान्यास का कार्यक्रम संपन्न हुआ l

इस कार्यक्रम का शिलान्यास मैं मुख्य रूप से पूर्णिया नगर निगम की महापौर श्रीमती विभा कुमारी उप महापौर श्रीमती पल्लवी गुप्ता वार्ड नंबर 24 के वार्ड पार्षद श्रीमती राखी देवी ने संयुक्त रूप से किया इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से समाजसेवी श्री भोला शाह ,भोला चौधरी, प्रधानाध्यापक श्री राम देवदास ,श्री गोपाल दास ,श्री प्रवीण कुमार झा ,अमरेंद्र कुमार कुशवाहा समाजसेवी सुशील कुमार सिंह ,रंजन कुणाल सिंह, चंद्रमणि सिंह ,डॉक्टर शंभू मेहता ,अजय कुमार दास, विप्लव दा ,महेश शर्मा, रमेश कुमार सिंह ,डॉक्टर उमेश दास ,संजय रजक ,पवन कुमार साह ,आशीष राजपूत, केदार चौधरी ,डॉक्टर विकास कुमार ,सुशांत सिंह सहित कई समाज के प्रमुख लोग शामिल हुए l

संकल्प से सिद्धि: न टीम का अता और न ग्राउंड पता, घर -घर घूमकर स्कूल गर्ल सिमरन ने वॉलीबॉल विमेंस टीम बनाई, अब स्टेट टीम की बनी हिस्सा

पूर्णिया : जिद और जुनून कुछ कर गुजरने की हो, तो फिर मंजिल खुद रास्ता दिखाती है. इन पंक्तियों को सच कर दिखाया है पूर्णिया की रहने वाली सिमरन ने. 

जिद वॉलीबॉल प्लेयर बनाने का था, लिहाजा खेल की बारीकियां सीखने के लिए वह खुद अपनी ट्रेनर बन गई. जुनून खुद को बेहतर वॉलीबॉल प्लेयर बनाने का था, सो जी तोड़ मेहनत की और अब वॉलीबॉल स्टेट अंडर-14 टीम में अपनी जगह बना ली है. 

 ये कहानी है उस स्कूल गर्ल सिमरन की. जिसके जुनून और जज्बे के आगे मुश्किलों ने घुटने टेक दिए. 14 वर्षीय सिमरन कहती है कि मुझे बस खेलना था. इसके अलावा मुझे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. इस सपने को पूरा करने के लिए एक टीम की जरूरत थी. पूर्णिया में अंडर 14 की टीम नहीं थी. मैंने अपनी मां से कहा की मुझे वॉलीबॉल में अपना करियर बनाना है. मां ने उसके इस जिद को पूरा करने के लिए बखूबी साथ दिया. इसके बाद वे घर-घर जाकर टीम के लिए खिलाड़ियों को इक्ट्ठा करने निकल गई. 

कई दरवाजे बंद हुए, साथ ही कई लोगों ने मुझे गले लगाया. जहां असफल होती वहां मेरी मां साथ खड़ी होती. लड़कियों को मां को समझाती, कि मेरी बेटी खेल रही है, उन्हे किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी. मैं इसकी गारेंटी लेती हूं. वॉलीबॉल टीम की चेकलिस्ट में शामिल लड़कियों ने उनसे जुड़ना शुरू किया. 

स्कूल ग्राउंड से लेकर पुलिस लाइन स्थित प्ले ग्राउंड में उन्होंने प्रैक्टिस शुरू की. उनकी मेहनत और कोशिश सफल हुई. वॉलीबॉल स्टेट अंडर-14 टीम में उनका चयनित हुआ. अब सिमरन नेशनल खेलेंगी.

सिमरन कहती हैं कि जब मैं पांचवी में पढ़ती थी, तभी से मुझे इस खेल को लेकर जबरदस्त दिलचस्पी थी. मैं टीवी पर इसके मूव्स देखा करती थी. यूट्यूब से इसकी बारीकियां सीखती रही. इसी का नतीजा रहा कि स्कूल के कलस्टर गेम में सिमरन ने बेहतरीन प्रदर्शन किया. 

बितते वक्त के साथ उसने प्रशिक्षण के लिए प्ले ग्राउंड का चयन किया. ट्रेनर से मिली और फिर जिलास्तर पर लड़कियों की टीम खड़ी की. बेगूसराय में जिलास्तरीय मैच में उनका प्रदर्शन जबरदस्त रहा. जिसके बाद उनका सिलेक्शन नेशनल के लिए हुआ. वहां से वह जम्मू काश्मीर गई और वहां लाजवाब प्रदर्शन किया. 

वहीं अब सिमरन का सिलेक्शन वॉलीबॉल स्टेट अंडर-14 टीम के लिए हुआ है. जिसके बाद न सिर्फ सिमरन बल्कि उनका परिवार फूला नहीं समा रहा.

पूर्णिया से जेपी मिश्रा

स्कूल प्रबंधन की क्रूरता: टेस्ट में फेल होने पर छात्र को घंटों कमरे में रखा बंद, चाइल्ड लाइन ने बाहर निकाला

पूर्णिया : शहर के एक निजी विद्यालय से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां स्कूल टेस्ट में फेल हो जाने पर एक 5वी कक्षा के एक छात्र को स्कूल के निर्देशक ने घंटों कमरे में बंद रखा। कमरे में बंद छात्र स्कूल निर्देशक के आगे गुहार लगाता रहा, मगर स्कूल निर्देशक ने उसकी एक न सुनी। 

वहीं स्कूल के कमरे के अंदर से बच्चे की रोने बिलखने की आवाज सुन ग्रामीण स्कूल की ओर दौड़े। बच्चे को कमरे में बंद पाकर चाइल्ड लाइन और स्थानीय पुलिस को मामले की सूचना दी। जिसके बाद छात्र को बंद कमरे के अंदर से बाहर निकाला गया।

समूचा मामला कसबा नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड संख्या 5 के हजारीबाग इलाके में स्थित नॉलेज पब्लिक स्कूल से जुड़ी है। वहीं कक्षा 5वी में पढ़ने वाले छात्र का नाम नितेश कुमार बताया जा रहा है। 

स्कूल के निर्देशक नीरज आनंद पर आरोप लगाते हुए छात्र नितेश ने बताया कि वह विद्यालय में आयोजित टेस्ट परीक्षा में फेल हो गया था। जिसके बाद स्कूल के निर्देशक नीरज आनंद ने उसे घंटो स्कूल के अंदर बंद रखा। इस दौरान वे रोते बिलखते रहे। स्कूल निर्देशक से बख्श देने की गुहार भी लगाई। मगर उसकी एक नहीं सुनी गई।

मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने बताया विद्यालय के कमरे से बच्चे की रोने की तेज आवाज सुनाई दी। जिसके बाद वे स्कूल के उस कमरे की ओर दौड़े। बंद कमरे में छात्र को रोता हुआ पाया। इसकी सूचना उन्होंने फौरन स्थानीय पुलिस और चाइल्ड लाइन को दी। 

इधर सूचना पाकर पहुंचे बच्चे का पिता मांगन राम व मां पिंकी देवी ने स्कूल के निर्देशक को बुलाकर अपने बच्चे को स्कूल से बाहर निकाला। वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद पहुंची चाइल्ड लाइन के समन्वयक जय कृष्ण गुरुंग ने स्कूल निर्देशक से एकरारनामा बनवाया।

पूर्णिया से जे पी मिश्रा