चांडिल अनुमंडल स्थित नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह परिसर में आज छत्रपति शिवाजी जी की जयंती मनाई गई


सरायकेला : जिला के चांडिल अनुमंडल स्थित नारायण प्राइवेट आईटीआई लूपुंगडीह परिसर में आज छत्रपति शिवाजी जी की जयंती मनाई गई ।

 जिसमे कॉलेज संस्थान के संस्थापक डॉ जटाशंकर पांडे जी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी जी का जन्म 19 फरवरी1630 ई. को शिवनेरी दुर्ग में हुआ था।

उनके पिता शहाजी राजे तथा माता जीजा बाई थे। भारत के एक महान राजा एवं रणनीतिकार थे। जिन्होंने 1674 ई. में पश्चिम भारत में मराठा साम्राज्य की नींव रखी इसके लिए उन्होंने मुगल साम्राज्य के शासक औरंगज़ेब से संघर्ष किया।

 6 जून1674 को रायगढ़ में उनका राज्याभिषेक हुआ और वह "छत्रपति" बने।इस अवसर पर कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी में श्री शांति राम महतो, श्री जयंत बनर्जी,श्री पवन कुमार , श्री अजय मंडल,गौरव कुमार, निमाय मंडल एवं शिशुमती दास उपस्थित थे।

जूना अखाड़ा के महंत विद्यानंद सरस्वती और उसके समर्थकों ने टोल प्लाजा पर मचाया उपद्रव


पातकोम दिशोम मांझी परगना महाल के महासचिव श्यामल मार्डी ने किया आलोचना

सरायकेला : साधु संत का अर्थ अबतक हमलोग यही जानते थे कि वे बड़े ही दयालु होते हैं, शांत स्वभाव के होते हैं। समाज के कल्याण के लिए चिंतन करते हैं लेकिन बीते दिनों जूना अखाड़ा के महंत विद्यानंद सरस्वती और उसके समर्थकों ने टोल प्लाजा में जिस तरह से उपद्रव मचाया है, यह अत्यंत निंदनीय है 

इस घटना के बाद साधु संतों को लेकर हमारी सोच बदल गई हैं। हमारी सोच बदलने के लिए स्वयं विद्यानंद सरस्वती ही जिम्मेदार हैं। उक्त बातें पातकोम दिशोम मांझी परगना महाल के महासचिव श्यामल मार्डी ने कहा।

 श्यामल मार्डी ने अपने बयान में कहा है कि बीते दिनों चांडिल क्षेत्र के पाटा टोल प्लाजा में महंत विद्यानंद सरस्वती और उसके समर्थकों ने टोल प्लाजा में उपद्रव मचाया है, पुलिस की मौजूदगी में टोल प्लाजा के मजदूरों की पिटाई की गई, तोड़फोड़ किया गया है। 

इस घटना के बाद भी पुलिस ने अबतक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की, यह आश्चर्यजनक बात है।

 उन्होंने कहा कि किसी भी जाति धर्म में हिंसा का स्थान नहीं है। लेकिन महंत विद्यानंद सरस्वती ने अपना शक्ति प्रदर्शन करने की नीयत से गरीब मजदूरों को पिटवाया है और समाज को कलंकित करने का काम किया है। श्यामल मार्डी ने कहा कि जिस व्यक्ति को महंत की उपाधि प्राप्त है, यदि वह इस तरह का कुकृत्य करेंगे तो समाज में इस दुष्प्रभाव पड़ना निश्चित है। 

उन्होंने कहा कि महंत विद्यानंद सरस्वती ने निरीह टोल कर्मियों के साथ मारपीट कर अपराध किया। यहां तक की वहां से गुजरने वाले आदिवासी युवक संजय मुर्मु के साथ भी मारपीट और जाति सूचक गाली गलौज किया गया है। पातकोम दिशोम मांझी पारगाना महाल मांग करती हैं कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करें। पूरे घटनाक्रम के वीडियो फुटेज उपलब्ध हैं, जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा हैं। उन वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस को अविलंब दोषियों को चिन्हित कर कार्रवाई करना होगा। अन्यथा चांडिल को रणक्षेत्र बनने से कोई नहीं रोक पाएगा, जिसके लिए पुलिस प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होंगे। 

 यदि घटना के दोषियों पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती हैं तो आदिवासी मूलवासी समाज शांत बैठने वाले नहीं है, हमलोग बाध्य होकर अंततः सेंदरा करने के लिए सड़कों पर उतरेंगे।

महा शिवरात्रि के अवसर पर दलमा बूढ़ा बाबा मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं की भीड़

सरायकेला : महाशिवरात्रि पूरे देश में हर्षोल्लास व धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के जंगल के चोटी पर विराजमान गुफा में दलमा बूढ़ा बाबा नाम से प्रचलित है । जहां का नजारा भी अद्भुत है। 17 फरबरी के सुबह से श्रद्धालूओं जंगल होते मंदिर में पूजा के लिए जुटने लगे ।

 आज सुबह से श्रद्धालु द्वारा पूजा अर्चना किया गया ।सैकड़ों श्रद्धालू दलमा बूढ़ा बाबा धाम पहुंचे ।चांडिल के सुवर्णरेखा नदी के तट पर दलमा जंगल से सटे जंगल की तराई में बसे विराजमान प्राचीन काल से राजा बिक्रमादित्य देव के कार्यकाल से चला आ रहा है।

प्राचीन जयदा बूढ़ा बाबा नाम से प्रचलित शिव मंदिर में भक्तो व श्रद्धालुओं का उमड़ी भीड़ की लंबी कतारें बंद होकर सभी भक्तो ने किया पूजा अर्चना कोल्हान के प्रत्येक शिवालय में भक्तो का हुजूम लगा रहा ।

 आज अहले सुबह स्वर्णरेखा के संगम पर नागा साधुओं ने शाही स्नान की जहां झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी शामिल हुए। 

उधर शाही स्नान के बाद बोल बम के नारों से पूरा शहर गूंज उठा शहर के सभी शिवालयों में भक्तों की हुजूम उमड़ परी ।सुबह से ही भक्त शिवालय पहुंचकर जलाभिषेक करते नजर आए।

 भगवान शिव की आराधना और माता पार्वती की आराधना करते लोग सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं।वहीं शहर के सभी शिवालयों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है । 

पूरा शहर गेरुआ रंग में रंग गया है। वहीं सभी शिवालयों को दुल्हन की तरह सजाया गया।

उपायुक्त ने कहा-विभिन्न माध्यम से प्राप्त शिकायतों/सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करे पदाधिकारी


सरायकेला : जिला दंडाधिकारी -सह- उपायुक्त श्री अरवा राजकमल ने आज सप्ताहिक जनता दरबार में जिले के दूर-दराज गांव शहर से आए लगभग 70-80 फरियादियों क़ी समस्याओं से अवगत हुए। 

क्रमवार आवेदन के माध्यम से फरियादियों की समस्याओं से अवगत हो उपायुक्त ने संबंधित विभागीय पदाधिकारी को उक्त मामलो के त्वरित निष्पादन के निर्देश दिए। 

बताते चलें कि योजना सम्बन्धित कई मामलों का ऑन द स्पॉट निष्पादन हुआ वहीं कई मामलों त्वरित निष्पादन हेतु उपायुक्त ने संबंधित विभागीय पदाधिकारी को आवेदन हस्तांतरित कर मामले के त्वरित निष्पादन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

आज आयोजित जनता दरबार में मुख्य रूप से भूमि संबंधित मामले, राशन वितरण मे गड़बड़ी, राशन कार्ड मे नाम जोड़ने, चांडिल विस्थापित क्षेत्र मे बेरोजगार युवाओ को स्वरोजगार से जोड़ने समेत अन्य मामले आए।

गम्हरिया प्रझंड के तिरला पंचायत मे कम राशन वितरण पर जाँच के दिए गए आदेश

बताते चले की आज आयोजित जनता दरबार मे गम्हरिया प्रखंड के तिरला पंचायत मे पीडीएस डीलर के द्वारा राशन वितरण में कम राशन देने से अवगत कराया जिसपर उपायुक्त ने जिला आपूर्ति पदाधिकारी को उक्त मामले में अंचलाधिकारी के साथ जांच करने के निदेश दिए। उपायुक्त ने कहा की जानचोपरान्त किसी भी प्रकार से गड़बड़ी पाए जाने या शिकायत सत्य पाए जाने पर नियमसंगत करवाई सुनिश्चित करे। वही प्रतिनिधियों से भी अपील करते हुए कहा कि यदि कोई पीडीएस डीलर राशन कम दे और हस्ताक्षर या आधार सिडिंग करने को कहे तो मामले को प्रशासन के संज्ञान में ले हस्ताक्षर कदापि ना करें।

इस दौरान उपायुक्त ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए आज आयोजित जनता दरबार कार्यक्रम से अवगत कराया इस दौरान उन्होंने प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि सप्ताह के प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को जनता दरबार आयोजित किया जाता है जिनमें आप बेझिझक आकर अपनी समस्याओं से प्रशासन को अवगत कराएं। 

वही योजना संबंधित विभागीय पदाधिकारियों को विभिन्न माध्यम जैसे- शोसल मीडिया, प्रिंट मीडिया तथा स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अन्य माध्यम से प्राप्त शिकायतों/सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित कर उक्त मामलो के निष्पादन करने की बात कही।

चुहाड़ विद्रोह के महानायक वीर शहीद रघुनाथ सिंह भूमिज का 228 वां जन्म जयंती मनाया गया


सरायकेला : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा एवं चुहाड़ विद्रोह के महानायक वीर शहीद रघुनाथ सिंह भूमिज का 228 वां जन्म जयंती चांडिल प्रखंड के रामगढ़ गांव में उनके तस्वीर पर माल्यार्पण एवं श्रद्धांसुमन अर्पित करते हुए मनाया गया। 

उनके जयंती के अवसर पर युवाओं के द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम व ब्रिटिशओं के खिलाफ चुहाड़ विद्रोह में उनके उल्लेखनीय योगदान एवं उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए संकल्प लिए की भूमिजों का चुहाड़ विद्रोह जैसे गौरवशाली इतिहास को स्मरण करते हुए संरक्षण करना है, वीर शहीद रघुनाथ सिंह का जन्म 17 फरवरी 1795 को हुआ था, एवं 23 सितंबर 1834 को उन्हें ब्रिटिशों के द्वारा फांसी दी गई थी।

अंग्रेजों के नींव हिलाने वाले वीर शहीद रघुनाथ सिंह मूल रूप से घाटशिला क्षेत्र के दाम पाड़ा के रहने वाले थे, और 60 मौजा के जमिंदार थे, उनके दादा जी वीर शहीद जगन्नाथ सिंह प्रथम भारतीय स्वतंत्रता सेनानी एवं उनके पिता वीर शहीद वैधनाथ सिंह भी अंग्रेजों से लड़ते हुए शहीद हुए हैं ,इसी तरह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भूमिज समुदाय के अनेकों वीर योद्धाओं ने बलिदान दिएं है,और चुहाड़ विद्रोह जैसे गौरवशाली इतिहास भूमिजों के नाम रहा है, जहां सैकड़ों गजेटियर एवं ब्रिटिश लेखकों के किताबों में दर्ज है,आज के इस माल्यार्पण कार्य क्रम में उपस्थित थे।

 भारतीय आदिवासी भूमिज समाज जिला सचिव सरायकेला खरसावां व रघुनाथ सिंह भूमिज चुहाड़ सेना के कार्यकारिणी सदस्य श्री रविन्द्र नाथ सिंह, सुखदेव सिंह,अजय सिंह, सुशील सिंह, सचिन सिंह, सौरभ सिंह, शशिकांत सिंह, लतिका सिंह, सुमित्रा सिंह, अनिल महाली, विशाल महाली,कालु लोहार, आदि थे।

सराईकेला: सी०आर०पी०एफ० द्वारा चलाया गया सिविक एक्शन प्रोग्राम,ग्रमीणों में बांटा गया कई समान,किया नक्सल के विरुद्ध जागरूक


सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिला के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्र के चौका थाना अन्तर्गत गांव मतकमडीह मे आज 

17 फरबरी को एफ / 133 बटा० सी०आर०पी०एफ० द्वारा चलाया गया सिविक एक्शन प्रोग्राम ।

इस प्रोग्राम के तहत कमाण्डेन्ट श्री अमित कुमार के निर्देशन में सी०आर०पी०एफ० 133 वीं

वाहिनी द्वारा सरायकेला- खरसावां जिला के चौका पुलिस स्टेशन के अन्तर्गत गांव 

मतकमडिह में सी०आर०पी०एफ० कैम्प परिसर में ग्रामिणों के बीच विभन्न प्रकार के सामग्री का वितरण किया गया।

मतकमडीह गांव में सी०आर०पी०एफ० कमाण्डेन्ट श्री अमित कुमार व अन्य

अधिकारी श्री प्रभा शंकर ठाकुर, सहा0 कमा० एफ / 133 बटा०, ने ग्रामिणों से सीधा

संवाद स्थापित करते हुए जरूरतमंद ग्रामिणों को साडी, छाता और किसानों 

को विभिन्न प्रकार के बीज जैसे हरा मटर, लहसुन, सरसों, आदि व फलदार पौधा जैसे की अवला, कटहल, निम्बू, आम आदि वितरण किया गया।

 गांव के प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से युवाओं को खेल कूद की सामग्री जैसे फुटबॉल, वॉलीवॉल, क्रिकेट

सामग्री फुल किट के साथ तथा छात्रों को स्कुल बैग, पेन, पेंसिल, बुक्स और पाठन की अन्य सामग्रीयाँ भी वितरीत की गई।

 कमाण्डेन्ट श्री अमित कुमार ने कहा कि गाव के विकास में नक्सली उग्रवादी बाधक है। उन्होंने कहा कि सी०आ०पी०एफ० का उद्देश्य ग्रामीणों

कि सुरक्षा के साथ-साथ गांव का विकास करना भी है । ताकि ग्रामीण खुशहाल जिंदगी

जी सके। 

उन्होनें ग्रामीणों से अपील किया कि नक्सलियों को अपने गांव में पनाह नहीं दें ऐसे लोग गांव में आते हैं तो आप सूचित करे। 

आगे उन्होंने ग्रामीणों को भयमुक्त

होकर जीवन जीने कि बात कही। उन्होने कहा कि इस तरह की जनकल्याणकारी

योजानाओ का मुख्य उदेश्य समाज के युवाओं एवं समाज के कमजोर वर्गों को

विकसित करना, समाज से जोड़ना एवं जनता कि मदद करना है। जिससे कि आम

जनता अधिक से अधिक लाभ मिल सके हमारा उधेश्य है ।

जो ग्रामीण भूले भटके नक्सल से जुड़े हैं वह मुख्यधारा में आकर जुड़े और समाज का कार्य करें।

सरकार उन लोगो के लिए आत्म समर्थन के लिए आधार बनाए गए जिसका लाभ उठाए ।इस अवसर सैकडो की संख्या में ग्रामीणों उपस्थित रहे ।

कोल्हान में हार्डकोर नक्सली सारंडा पोड़ाहाट क्षेत्रों में जमाये हुए है अपनी पैठ,आज उड़ाया पंचायत भवन


सरायकेला : कोल्हान में नक्सलियों के शीर्ष नेता मिसिर बेशरा, मोछु अंनल दा जैसे कई हार्डकोर नक्सली इन दिनों सारंडा पोड़ाहाट क्षेत्रों में अपनी पैठ जमाए हुए हैं । 

वे इस क्षेत्र में शरण ले रखी है । जो समय-समय पर अपनी मौजूदगी का एहसास दिलाने के लिए घटनाओं को अंजाम देते हैं । इसी कड़ी में आज नक्सलियों ने पंचायत भवन को उड़ा दिया है। नक्सलियों की खोज के लिए पुलिस और सीआरपीएफ जगह-जगह सर्च ऑपरेशन चला रही है

बुंडू प्रखंड के कई गांवों में कई एकड़ो में लगे अफीम की खेती को बुंडू पुलिस ने किया नष्ट

बुंडू :- बुंडू प्रखंड के कई गांवों में अफीम की खेती को पुलिस ने किया नष्ट इस संबंध में बुंडू थाना प्रभारी पंकज भूषण ने बताया कि क्षेत्र जंगलों से घिरा है । ग्रामीण जंगलों में वन विभाग की ज़मीन पर, जहां पानी की व्यवस्था है, अफ़ीम की खेती कर रहे हैं। 

अभी फसलों में फूल व फल आना शुरू हुआ है । इसी कारण पुलिस अभी अफ़ीम की खेती को नष्ट करने के का अभियान चला रही । जब तक सारे फसलों को नष्ट न किया जाए पुलिस का अभियान जारी रहेगा।

उन्होंने बताया कि बुंडू थाना क्षेत्र के गितीलडीह, रेदा, कोड़दा, हुमटा, अराडीह आदि गाँवों में अफ़ीम की खेती को नष्ट किया जा चुका है।

उन्होंने बताया कि खेती वन विभाग की ज़मीन में किए जाने के कारण किसी व्यक्ति पर कार्रवाई नहीं की जा सकी है अफीम की खेती करने वाले तस्करों की तलाश जारी है और अफीम की खेती नष्ट करने का बुंडू पुलिस की अभियान जारी रहेगा।

सराईकेला: रांका, कालियापात्थर में बनभूमि पर अवैध रूप से अफीम का खेती को चौका पुलिस ने किया नष्ट

सरायकेला : सरायकेला खरसावां जिला के चौका थाना अंतर्गत हेसाकोचा पंचायत के गांव हेसाकोचा, रांका, कालियापात्थर में बनभूमि पर अवैध रूप से अफीम का खेती को चौका पुलिस ने लगभग 15 से 20 एकड़ जमीन पर पोस्ता खेती को नष्ट किया।

पोस्ता के खेती से अफिम, डोडा उत्पाद होता है। यह पोस्ता खेती वन विभाग एवं जंगल क्षेत्र के जमीन पर नक्सली का संरक्षण से पोस्ता की खेती कर प्रति साल लाखों रुपया आमदनी करता है।

वहीं अफीम, डोडा से नव युवक पीढ़ी नशेड़ी बन रहा है।

जिला पुलिस के लिए पोस्ता खेती एक चुनौती बना हुआ है।

लाख कोशीश करने पर भी पोस्ता खेती बन्द नहीं करा पा रहा है ।

चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती के साथ टोल प्लाजा कर्मी पर दुर्व्यवहार का आरोप

सरायकेला : चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती के साथ गुरुवार शाम चांडिल पाटा डाउन टोल प्लाजा कर्मियों के द्वारा टोल नाका पर बदतमीजी किए जाने का मामला प्रकाश में आया है।

घटना को लेकर महंत विद्यानंद सरस्वती के शिष्य इंदिरानंद सरस्वती ने भी टोल कर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम 5 बजे पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती अपने शिष्य इंदिरानंद सरस्वती के साथ नए और बिना नंबर प्लेट सफेद रंग की मारुति ब्रेजा कार में सवार होकर साधु बाबा मठिया से वापस फदलुगोडा काली मंदिर जा रहे थे।

इस बीच नए बिना नंबर प्लेट के कार को टोल कर्मियों द्वारा टोल वसूली के लिए रोका गया। जिसमें महंत इंदिरा नंद सरस्वती के साथ टोल कर्मियों की बहस शुरू हुई। जिसके बाद महंत इंदिरा नंद सरस्वती ने टोल कर्मियों पर मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया।

घटना के बाद महंत के समर्थक बड़ी संख्या में पाटा डाउन टोल प्लाजा पहुंचे और जमकर विरोध किया। बाद में मामले की जानकारी चांडिल पुलिस और एसडीपीओ संजय सिंह को हुई। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ ने उग्र समर्थकों को समझा-बुझाकर वापस भेजा तब स्थिति नियंत्रण में हुई।

मामले के संबंध में एसडीपीओ संजय सिंह ने बताया कि महंत विद्यानंद सरस्वती और शिष्य इंदिरा नंद सरस्वती द्वारा टोल कर्मियों द्वारा मारपीट और दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगाया गया है। पुलिस घटना के पहलुओं की जांच कर रही है। एसडीपीओ ने बताया कि टोल नाका में लगे सीसीटीवी कैमरे की भी जांच की जाएगी। फिलहाल किसी पक्ष द्वारा लिखित शिकायत नहीं की गई है।

उन्होंने बताया कि उग्र लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत करा दिया गया है।