खड़गे की बात पर खिलखिलाए पीएम मोदी, जाने कांग्रेस सांसद की किस बात पर रोक नहीं पाए हंसी

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लोकसभा और राज्यसभा में इन दिनों माहौल काफी गर्म है। अडानी मुद्दे के कारण आरोपों-प्रत्यारोपों का दौर चल रहा है। लगातार हो रहे हंगामे के बीच बुधवार को सदन में एक ऐसा पल आया जब धनकड़, पीएम और खरड़े सहित पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा।राज्यसभा में राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी से संसद की ओर ध्यान देने की अपील कर डाली। इस दौरान खड़गे ने इस लहजे में शिकायत की, जिससे पीएम मोदी समेत पूरा सदन खिलखिलाकर हंस पड़ा।

राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मल्लिकार्जुन खरगे ने शिकायती लहजे में कहा कि पीएम मोदी सदन में कम दिखते हैं। उन्होंने कहा, संसद जब चलती है, तो वह इधर ज्यादा ध्यान दें, तो ज्यादा अच्छा रहेगा।खरगे ने आगे कहा कि पीएम मोदी हमेशा चुनावी मोड में दिखाई देते हैं। इधर संसद चलती रहती है, उधर मेरे संसदीय क्षेत्र में गए हैं कलबुर्गा। अरे भई मेरा ही संसदीय क्षेत्र मिल रहा है आपको। और एक संसदीय क्षेत्र में दो-दो मीटिंग। खरगे के इतना कहते ही सदन में ठहाके गूंज उठे। पीएम मोदी भी खिलखिलाकर हंस पड़े।

खरगे के बयान पर आसन पर बैठे सभापति धनखड़ ने भी चुटकी ली और कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए। इसमें जरूर कोई न कोई संबंध हैं। इस पर खरगे ने कहा कि आज पहली बार प्रधानमंत्री सदन में हंस रहे हैं।आप उनको हंसने भी नहीं दे रहे हैं।

राहुल के बाद खड़गे का सरकार पर तीखा हमला, पीएम मोदी से पूछा-नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते?

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देश में इन दिनों अडानी समूह को लेकर बवाल मचा हुआ है। हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है। इसका असर सदन में भी दिख रहा है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद विपक्ष इस पूरे मामले की जांच जेपीसी से कराने की मांग कर रहा है। अडानी मामले में मंगलवार को राहुल के जोरदार हमले के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने भाषण में पीएम मोदी पर जमकर सियासी तीर छोड़े।

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कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने पीएम मोदी को निशाने में लेते हुए आरोप लगाया कि जिम्मेदार मंत्री एवं सांसद 'हिंदू-मुस्लिम कर रहे हैं, वे अन्य किसी विषय पर चर्चा नहीं कर रहे।' कांग्रेस नेता ने कहा कि मंदिरों में प्रवेश करने पर दलितों को मारा-पीटा जा रहा है। खड़गे ने पूछा कि दलितों को यदि हिंदू समझा जाता है तो उन्हें मंदिरों में प्रवेश करने से रोका क्यों जाता है? 

खड़गे ने पूछा-नफरत फैलाने वालों को क्यों नहीं डराते?

खड़गे ने कहा कि कई मंत्री ऐसे हैं जो दलितों के यहां खाना-खाकर दिखावा करते हैं। खरगे ने कहा- आखिर दलितों का सियासी इस्तेमाल क्यों किया जा रहा है? खरगे ने कहा कि इन सब पर पीएम चुप क्यों रहते हैं आप हर एक को डराते हो तो नफरत फैलाने वालों को आप क्यों नहीं डराते। आप मौनी बाबा मत बनिए। ऐसा बोलने वालों को आप टिकट मत दीजिये तो अपने आप ये सब सही हो जाएंगे।

पीएम के एक नजदीकी दोस्त की संपत्ति कुछ ही सालों में 13 गुना बढ़ गई-खड़गे

खरगे ने राज्यसभा में आगे कहा कि मैंने 2014 में कहा था कि न मैं खाऊंगा न मैं खाने दूंगा लेकिन पीएम मोदी के एक नजदीकी दोस्त की संपत्ति कुछ ही सालों में 13 गुना बढ़ गई, आखिर उन्होंने ऐसा क्या जादू कर दिया? खरगे ने कहा, इस व्यक्ति (गौतम अदाणी) को जो प्रोत्साहन मिला है। बैंकों ने 82 हजार करोड़ लोन दिया। मोदीजी को मालूम होगा कि गुजरात में एक किसान को 31 पैसे बकाया के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट नहीं मिला। पैसा भी हमारा, पोर्ट, एयरपोर्ट भी हमारे। हमारे ही पैसे से ये सेक्टर खरीद रहे हैं। अगर पब्लिक सेक्टर जिंदा होते तो उसमें रिजर्वेशन होता, नौकरियां होतीं। बीएसएनल होता, या ऐसे पब्लिक सेक्टर होते तो 30 लाख रोजगार होता और 15 लाख रिजर्वेशन मिलता। 10 फीसदी इकोनॉमिकली वीकर सेक्शन को मिलता। सब प्राईवेट कर दे रहे हैं। जो रोजगार था, वो खत्म कर दे रहे हैं। 10 लाख रोजगार यहां पर है। अडाणी को 82 हजार करोड़ दे दिए और उसके पास 20 हजार लोग काम करते हैं।

बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर भी उठाए सवाल

खरगे ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान कहा कि बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर रोक की क्या जरूरत है। बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री चलने दीजिए जितना आप उसे छिपाएंगे उतना लोग उसे देखने की कोशिश करेंगे। मैं ये कोट अटल बिहारी वाजपेयी जी का करूंगा। ये तो कर सकता हूं न? खरगे ने कहा कि अटल ने अहमदाबाद में कहा था कि सांप्रदायिक हिंसा से विदेशों में भारत की छवि खराब हुई है। क्या मुंह लेकर विदेश जाऊंगा, राजधर्म का पालन नहीं हुआ। ये मेरा नहीं है, अटल का है।

*यूएस-इंडिया ही नहीं कई देशों के ऊपर मंडरा रहा है “चीनी जासूस”, द वाशिंगटन पोस्ट का बड़ा दावा, अमेरिका ने किया आगाह*

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चीन अपनी दखलअंदाजी की आदत से बाज आने वाला नहीं है। दूसरों की सीमाओं में घुसपैठ का ड्रैगन ने नया तरीका ढूंढ निकाला है। इन दिनों चीन के जासूसी गुब्बारों की खबर सुर्खियों में हैं। अमेरिकी क्षेत्र में चीन के कथित जासूसी बैलून के उड़ने और उसे अमेरिका की ओर से नष्ट किए जाने के बाद मामला तूल पकड़ता दिख रहा है। इस बीच खबर आ रही है कि चीन ने भारत और अमेरिका ही नहीं कई देशों में जासूसी बैलून के जरिए निगरानी की है।

जापान, भारत, ताइवान समेत कई देशों पर निगाहें

अमेरिका का दावा है कि चीन ने केवल अमेरिका और भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी अपने जासूसी गुब्बारे छोड़े थे।वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन गुब्बारे के जरिए कई साल से जापान, भारत, वियतनाम, ताइवान, फिलीपींस सहित उन तमाम देशों की जासूसी कर रहा है, जो तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और जिनका चीन से विवाद है। 

अमेरिका ने करीब 40 दूतावासों को दी जानकारी

अमेरिकी अधिकारियों ने भारत समेत अपने मित्रों एवं सहयोगियों को चीनी गुब्बारे संबंधी जानकारी से अवगत कराया है। अमेरिका की उप विदेश मंत्री वेंडी शर्मन ने सोमवार को यहां करीब 40 दूतावासों के अधिकारियों को इस बारे में जानकारी दी।

जासूसी बैलून को पांच महाद्वीपों में देखा गया

द वाशिंगटन पोस्ट में प्रकाशित रिपोर्ट कई अनाम रक्षा एवं खुफिया अधिकारियों से साक्षात्कार पर आधारित है। रिपोर्ट के अनुसार, अधिकारियों ने कहा है कि चीन की पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) वायु सेना की ओर से संचालित इन निगरानी यान को पांच महाद्वीपों में देखा गया है। 

देशों की संप्रभुता का किया गया उल्लंघन

रिपोर्ट में एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी के हवाले से कहा गया है, ये गुब्बारे पीआरसी (पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना) के गुब्बारों के बेड़े का हिस्सा हैं, जिन्हें निगरानी अभियान चलाने के लिए विकसित किया गया है, जिसने अन्य देशों की संप्रभुता का भी उल्लंघन किया है।

हाल के सालों में चार गुब्बारे देखे गए

न्यूज पेपर के अनुसार, हाल के वर्षों में हवाई, फ्लोरिडा, टेक्सास और गुआम में कम से कम चार गुब्बारे देखे गए और इसके अलावा पिछले सप्ताह एक गुब्बारा देखा गया। इन चार में से तीन घटनाएं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन के दौरान हुईं, लेकिन चीनी निगरानी यान के रूप में इनकी पहचान हाल में हुई। पेंटागन ने मंगलवार को गुब्बारे की तस्वीरें जारी कीं।

वैश्विक मंदी का असर, टेक कंपनी Zoom ने 1300 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया, सीईओ एरिक युआन ने कंपनी की वेबसाइट पर दी जानकारी


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पूरी दुनिया में मंदी का असर दिखने लगा है। यही वजह है कि दुनियाभर में कई कंपनियां अपने यहां स्टाफ की छंटनी करने में जुटी हैं। अब इस लिस्ट में नया नाम टेक कंपनी Zoom का भी जुड़ गया है। बता दें कि जूम ने 1300 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। यह कंपनी के कुल कार्यबल का 15 फीसदी है। कंपनी के सीईओ एरिक युआन (Eric Yuan) ने कंपनी की वेबसाइट पर एक ब्लॉग पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। एरिक युआन के इस एलान का असर भी दिखा और मंगलवार को नैस्डेक पर जूम के शेयरों में 8 फीसदी की तेजी आई है।

कोरोना महामारी के दौरान कई तकनीकी कंपनियों को गजब की ग्रोथ मिली और जूम भी उनमें से एक थी। कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान जब पूरी दुनिया घरों में कैद थी, तब जूम का बिजनेस पर चरम पर था और घरों-ऑफिस वगैरह में जूम का खूब इस्तेमाल हो रहा था। हालांकि अब जब हालात सामान्य हैं तो कंपनी को मंदी का सामना करना पड़ रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सर्विस कंपनी जूम के सीईओ एरिक युआन ने ब्लॉग में लिखा कि 'वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनियमितता और ग्राहकों के इस पर असर के चलते हमें कड़े लेकिन कदम उठाने पड़ रहे हैं।'

युआन ने लिखा कि 'हम लगातार काम कर रहे हैं ताकि जूम को इसके ग्राहकों के लिए और बेहतर बनाया जा सके लेकिन हमसे भी गलतियां हुई हैं। हमने अपनी टीम की समीक्षा की और ज्यादा वक्त नहीं लिया। हम ये देख रहे हैं कि कारोबार को कैसे ज्यादा सस्टेनेबल बनाया जा सके'। बता दें कि जूम जिन कर्मचारियों को निकाल रही है, उन्हें चार महीने की सैलरी और हेल्थ कवरेज देने की बात कही गई है। बता दें कि कंपनी के सीईओ एरिक युआन ने भी आने वाले वित्तीय वर्ष में अपनी सैलरी में 98 फीसदी की कटौती करने का फैसला किया है। साथ ही 2023 का कॉरपोरेट बोनस भी ना लेने की बात कही है। 

उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के बाद अब दुनियाभर में मंदी का असर बढ़ रहा है और सिर्फ जनवरी माह में ही विभिन्न टेक कंपनियों ने करीब 50 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है। डेल ने भी सोमवार को 6600 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का एलान किया है। गूगल ने भी 12 हजार लोगों की छंटनी का एलान किया है। वहीं माइक्रोसॉफ्ट भी 10 हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की योजना बना रही है।

यूपी में प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की पहली किस्त खाते में आते ही चार महिलाएं अपने पतियों को छोड़कर प्रेमी संग फरार


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प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की पहली किस्त खाते में पहुंचने के बाद चार महिलाएं अपने पतियों को छोड़कर प्रेमी संग फरार हो गईं।

किस्त जारी करने के एक साल बाद भी निर्माण शुरू नहीं करने पर जब नोटिस जारी की गई तो पतियों ने डूडा कार्यालय पहुंचकर इसका खुलासा किया और दूसरे किस्त भेजने पर रोक लगाए जाने की मांग की। जिस पर इन्हें 15 दिनों की मोहलत दी गई है यदि इसके बाद भी ये लोग पत्नियों को वापस नहीं ला सके तो रिकवरी का नोटिस जारी किया जाएगा।

नोटिस जारी होने के बाद उत्तरप्रदेश के बाराबनकी के फतेहपुर कस्बे के दो पतियों ने मंगलवार को डूडा कार्यालय में परियोजना अधिकारी के सामने पेश होकर बताया कि पहली किस्त का पैसा 50 हजार रुपये जैसे ही पत्नियों के खाते में पहुंचा उसके कुछ दिन बाद ही दोनों अपने प्रेमियों के संग फरार हो गईं। 

काफी खोजबीन की गई लेकिन दोनों कोई पता नहीं चल सका है। जिस पर इन लोगों ने प्रार्थना पत्र देकर दूसरी किस्त न भेजने का अनुरोध किया है। 

डूडा कार्यालय से बेलहरा, बंकी, जैदपुर और सिद्वौर की चार महिला लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 50 हजार रुपये भेजे गए थे। निर्माण कार्य शुरू न होने पर पीओ डूडा सौरभ त्रिपाठी ने सभी को नोटिस जारी करते हुए जवाब तलब किया। 

पीओ ने बताया कि मंगलवार को इन सभी के पति कार्यालय में पेश हुए थे और बताया कि इनकी पत्नियां प्रेमी संग चली गई हैं। जिस पर इन्हें 15 दिन की मोहलत दी गई है इसके बाद भी निर्माण शुरू नहीं होता है तो रिकवरी की नोटिस जारी किया जाएगा।

सीरिया में भूकम्प के कहर के बीच मलबे में दबी एक मां ने बच्ची को दिया जन्म, 30 घंटे बाद गर्भनाल सहित सुरक्षित निकाली गई नवजात


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 तुर्किये और सीरिया में भूकंप के चलते अब तक 8000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। 30 हजार से ज्यादा लोगों के घायल होने की सूचना भी मिल रही है। भारत समेत दुनिया के कई देशों ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है। भारत से राहत-बचाव दल तुर्किये पहुंच चुका है। मेडिकल टीम भी मौजूद है।

सीरिया में मलबे के नीचे फंसी एक गर्भवती महिला ने नवजात को जन्म दिया। उत्तरी सीरिया में एक घर के मलबे से एक नवजात शिशु को जीवित निकाला गया। इस दौरान नवजात अपनी मां की गर्भनाल से बंधा हुआ था। बता दें कि उसकी मां की सोमवार को आए भूकंप के दौरान मौत हो गई थी। इसकी जानकारी परिवार के एक रिश्तेदार ने दी है।

न्यूयॉर्क टाइम्स को 34 वर्षीय खलील अल शमी ने बताया कि सोमवार को सीरिया के जिंदयारिस शहर में भूकंप के चलते उनके भाई का घर भी तबाह हो गया। पूरी इमारत मलबे के ढेर में तब्दील हो गई। वह अपने भाई और अन्य परिजनों को तलाशने के लिए मलबे की खुदाई कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने अपनी भाभी के गर्भनाल से एक नजवात बच्ची को जुड़े हुए देखा। जिसके बाद उन्होंने तुरंत गर्भनाल को काट दिया और बच्ची रोने लगी, उसे बाहर निकाला। मलबा को पूरी तरह से हटाया तो पता चला कि बच्ची की मां मर चुकी है। बच्ची अभी अस्पताल में है और सुरक्षित है।

खलील के अनुसार, उनकी भाभी गर्भवती थीं और एक-दो दिन बाद वह बच्चे को जन्म देने वाली थीं, लेकिन भूकंप आने के बाद सदमे के चलते उन्होंने मलबे के अंदर ही बच्ची को जन्म दे दिया। करीब 30 घंटे बाद बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

गर्भनाल के साथ बरामद हुई बच्ची

सुवाड़ी ने मंगलवार को एएफपी को बताया, जब हम खुदाई कर रहे थे तो हमें एक आवाज सुनाई दी। हमने धूल साफ की और बच्चे को गर्भनाल (बरकरार) के साथ पाया, इसलिए हमने उसे काट दिया और मेरे चचेरे भाई उसे अस्पताल ले गए। रेस्क्यू का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

फुटेज में दिख रहा है कि एक व्यक्ति चार मंजिला इमारत के मलबे से धूल से ढके एक छोटे बच्चे को पकड़ कर दौड़ता हुआ आ रहा है।

एक दूसरा आदमी उप-शून्य तापमान में नवजात शिशु को गर्म करने की कोशिश करने के लिए कंबल लेकर दौड़ता हुआ दिखाई दे रहा है जबकि तीसरा व्यक्ति उसे अस्पताल ले जाने के लिए कार के लिए चिल्लाता है।

परिवार के अन्य सदस्यों की हुई मौत

बच्ची को पास के शहर अफरीन में इलाज के लिए ले जाया गया, जबकि परिवार के सदस्यों ने उसके पिता अब्दुल्ला, मां अफरा, चार भाई-बहनों और एक चाची के शवों को बरामद किया।

मंगलवार को आयोजित एक संयुक्त अंतिम संस्कार से पहले उनके शवों को एक रिश्तेदार के घर पर रखा गया था।

एएफपी के एक संवाददाता ने बताया कि जिंदयारिस में करीब 50 परिवारों में से एक परिवार का घर भूकंप से तबाह हो गया था।

अधिकारियों ने कहा कि पूरे सीरिया में 1,600 से अधिक लोग मारे गए, जबकि तुर्की में 3,400 से अधिक लोग मारे गए हैं। विद्रोहियों के कब्जे वाले कस्बों और शहरों में लगभग 800 लोग मारे गए हैं।

बच्ची के शरीर पर थे चोटों के निशान

अफरीन के अस्पताल में एक इनक्यूबेटर के अंदर, नवजात को एक ड्रिप से जोड़ा गया था, उसके शरीर पर चोटों के निशान थे और उसकी बाईं मुट्ठी के चारों ओर एक पट्टी बंधी हुई थी। कड़कड़ाती ठंड के कारण उसका माथा और उंगलियां अभी भी नीली थीं।

मारूफ ने एएफपी को बताया, वह अब स्थिर है। उन्होंने एएफपी को बताया कि नवजात के पूरे शरीर पर चोट के कई निशान थे।

कड़ी ठंड के कारण उसे हाइपोथर्मिया भी था। हमें उसे गर्म रखना था और कैल्शियम देना था। जिंदयारिस को तुर्की और उसके सीरियाई विद्रोही प्रतिनिधियों ने 2018 में आक्रामक तरीके से जब्त कर लिया था, जिसने कुर्द बलों को अफ्रिन क्षेत्र से खदेड़ दिया था।

आरबीआई ने फिर दिया झटका, लगातार छठी बार बढ़ाया रेपो रेट, महंगा होगा लोन

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रिजर्व बैंक ने एक बार फिर रेपो रेट में इजाफा किया है।रिजर्व बैंक ने अब रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ा दिया है। जिसके बाद रेपो रेट 6.50 प्रतिशत हो गया है। आरबीआ गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) की बैठक खत्म होने के बाद पॉलिसी का ऐलान किया।

महंगाई पर नियंत्रण के लिए ये कठिन फैसले जरूरी थे- आरबीआई गवर्नर

आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को एमपीसी की बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी दी। इससे पहले तीन दिनों तक आरबीआई की एमपीसी की अहम बैठक चली। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, पिछले तीन वर्षों की अभूतपूर्व घटनाओं ने दुनिया भर में मौद्रिक नीति की परीक्षा ली है। केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कहा कि बीते तीन वर्षो के दौरान वैश्विक परिस्थितियों के कारण दुनिया भर के बैंकों को ब्याज दरों में बढ़ोतरी का फैसला लेना पड़ा है। महंगाई पर नियंत्रण के लिए ये कठिन फैसले जरूरी थे।

एमपीसी के 6 में से 4 सदस्‍य रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद कहा कि एमपीसी के 6 में से 4 सदस्‍य रेपो रेट बढ़ाने के पक्ष में थे। उन्होंने कहा कि वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही में महंगाई दर 5.9 फीसदी से घटकर 5.6 फीसदी पर रहने की उम्‍मीद है। वहीं, आरबीआई गवर्नर ने कहा कि वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 7.8 फीसदी होने की संभवना है।बकौल दास, अप्रैल-जून 2023 में यह पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 7.1 फीसदी से बढ़कर 7.8 फीसदी पर पहुंच जाएगी. इसके अलावा जुलाई-सिंतबर में 5.9 फीसदी के मुकाबले 6.2 फीसदी, अक्टूबर-दिसंबर में 6 फीसदी और जनवरी-मार्च 2024 में इसके 5.8 फीसदी की गति से बढ़ने का अनुमान है।

लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ा

बता दें कि आरबीआई ने लगातार छठी बार रेपो रेट बढ़ाया है। इसके पहले भारतीय रिजर्व बैंक ने महंगाई पर काबू पाने के लिए दिसंबर 2022 में रेपो रेट में 35 बेसिस प्‍वॉइंट की बढ़ोतरी का ऐलान किया था। वहीं, रेपो रेट में सितंबर 2022 में 50 बेसिस प्‍वॉइंट, अगस्‍त 2002 में 50 बेसिस प्‍वॉइंट, जून में 50 बेसिस प्वॉइंट और मई में 40 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया गया था।

क्या होता है रेपो रेट?

रेपो रेट वह रेट होता है, जिस रेट पर भारतीय रिजर्व बैंक कमर्शियल बैंकों और दूसरे बैंकों को लोन देता है। उसे रिप्रोडक्शन रेट या रेपो रेट कहते हैं।

*राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस, बीजेपी सांसद ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखा पत्र*

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बजट सत्र के दौरान आज फिर हंगामे के आसार है। मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में जोरदार बहस हुई। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने संसद में सरकार को अदानी के मुद्दे पर घेरा। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपना जवाब देंगे। इस बीच बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस मामले में पत्र लिखा है।

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने राहुल गांधी के खिलाफ दिया ये नोटिस

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने विशेषाधिकार हनन नोटिस में आरोप लगाया गया है कि पीएम मोदी के खिलाफ राहुल गांधी के दिए बयान नियमों के विरुद्ध हैं क्योंकि उन्होंने इसके लिए अध्यक्ष और पीएम को नोटिस नहीं दिया था। निशिकांत दुबे ने आगे कहा, ये बयान भटकाने वाले, असंसदीय, शालीनता से परे और छवि बिगाड़ने वाले हैं। राहुल ने आरोपों को साबित करने वाले कोई डॉक्यूमेंट या लिखित सबूत नहीं दिए। ये सीधे तौर पर सांसद के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का मामला है क्योंकि सदन का अपमान हुआ है। 

राहुल गांधी के खिलाफ जल्द कारवाई करने की मांग

निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को दिए पत्र में राहुल गांधी पर सदन के नियम 223 के उल्लंघन का आरोप लगाया है। इसके साथ ही उन्होंने स्पीकर से राहुल गांधी के खिलाफ जल्द कारवाई करने की मांग की है। 

राहुल गांधी ने लगाया था ये आरोप

बता दें कि मंगलवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को घेरते हुए प्रधानमंत्री पर आरोपों की झड़ी लगा दी थी। राहुल गांधी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए आरोप लगाया था कि नियम है जिसके पास हवाई अड्डों का पूर्व अनुभव नहीं है वह हवाई अड्डों के विकास में शामिल नहीं हो सकता है। भारत सरकार ने यह नियम बदला है। इस नियम को बदल दिया गया और अडानी को छह हवाई अड्डे दिए गए। राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसके बाद भारत का सबसे ज्यादा प्रोफिट में चलने वाले एयरपोर्ट को ईडी का दबाव बनाकर अदाणी के हाथों में दे दिया है।

केसीआर की बेटी का पूर्व सीए गिरफ्तार, दिल्ली शराब घोटाला मामले में कार्रवाई

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सीबीआई ने दिल्ली आबकारी नीति मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता के पूर्व चार्टर्ड अकाउंटेंट को गिरफ्तार किया है। सीबीआई ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली के एक्साइज पॉलिसी केस में हैदराबाद के चार्टर्ड अकाउंटेंट बुचि बाबू गोरंटला को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था, उन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा।

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई ने दावा किया है कि 'साउथ ग्रुप' के नाम से जानी जाने वाली एक लॉबी की मिलीभगत और रिश्वत लेकर दिल्ली की उत्पाद शुल्क नीति को संशोधित करते हुए अनियमितताएं की गईं।सीबीआई ने कहा कि के कविता के पूर्व ऑडिटर बुची बाबू ने मामले में 'साउथ ग्रुप' का प्रतिनिधित्व किया। एजेंसी ने कहा कि सहयोगी नहीं करने के कारण उसे मंगलवार शाम को गिरफ्तार कर लिया गया और उसकी प्रतिक्रिया टालमटोल वाली पाई गई।

सीबीआई ने आरोप लगाया गया है कि अब रद्द की जा चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के निर्माण और कार्यान्वयन में बुची बाबू की कथित भूमिका की वजह से हैदराबाद स्थित थोक और खुदरा लाइसेंसधारियों और उनके लाभार्थी मालिकों को गलत तरीके से लाभ पहुंचाया गया। 

बता दें कि इस मामले में सीबीआई तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी कविता से भी पूछताछ कर चुकी है। सीबीआई की एक टीम ने 12 दिसंबर 2022 को हैदराबाद में इस सिलसिले में सात घंटे से अधिक समय तक कविता से पूछताछ की थी।प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप लगाया था कि के कविता साउथ कार्टेल का हिस्सा थीं, जिसे शराब नीति मामले में रिश्वत से फायदा हुआ था।

केन्द्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया कि इस ग्रुप में तेलंगाना की सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति की कविता, आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस के सांसद मगुंटा श्रीनिवासलु रेड्डी और अरबिंदो फार्मा के सारथ रेड्डी शामिल हैं। एजेंसियों ने दावा किया है कि इसके तहत लाइसेंस शुल्क माफ या कम किया गया था और शराब लाइसेंस धारकों को अनुचित लाभ दिया गया था

*राहुल गांधी के आरोपों से बौखलाई बीजेपी का पलटवार, रविशंकर प्रसाद ने याद दिलाई मां और बहनोई के बेल की बात*

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मंगलवार को लोकसभा में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखे हमले किए। राहुल गांधी ने अडानी को लेकर बीजेपी को कटघरे में खड़ा किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के मोदी सरकार पर हमले को लेकर बीजेपी ने भी कड़ा पलटवार किया है। बीजेपी सांसद रवि शंकर प्रसाद ने राहुल गांधी के हर सवाल का जवाब दिया है। 

कांग्रेस सभी बड़े घोटालों में शामिल-रविशंकर प्रसाद

भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।रविशंकर प्रसाद ने कहा कि देश की आदिवासी, योग्य राष्ट्रपति का पहला अभिभाषण था।लेकिन आज उन्होंने जिस बेशर्मी से बेबुनियाद आरोप लगाया, यह सब गलत है। बीजेपी नेता ने कहा कि मुझे उन्हें याद दिलाने की आवश्यकता है कि वह, उनकी मां और उनके बहनोई जमानत पर हैं। एक बैंकर ने आपकी बहन से गिफ्ट खरीदा। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि राजीव गांधी ट्रस्ट, नेशनल हेराल्ड और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले क्या हैं? प्रसाद ने कहा, 'कांग्रेस और उसके नेता उन सभी बड़े घोटालों में शामिल थे, जिन्होंने भारत की छवि को धूमिल किया।

गांधी परिवार की सच्चाई बताना जरूरी-रविशंकर प्रसाद

रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए कहा कि,आज राहुल गांधी के परिवार की सच्चाई बताना भी जरूरी है। ये वाड्रा डीएलएफ घोटाले में क्या हुआ। आपको डीएलएफ से कैसे 65 करोड़ का ब्याज मुक्त ऋण मिल गया। और जमीन भी मिल गई। आपने सस्ती जमीन ली और महंगे दामों में बेच दी। 

आपकी सरकार डील और कमीशन पर चलती थी-रविशंकर

बीजेपी नेता ने आगे कहा कि,आपके पिता के नाम से चलने वाले ट्रस्ट को चीन से जाकिर नायक और मेहुल चौकसी से पैसा मिला। आप और आपके परिवार पर बीकानेर, डीएलएफ आदर्श घोटाला, कोयला जैसे एक दर्जन से ज्यादा घोटाला के आऱोप रहे हैं।उन्होंने आगे कहा, आपको भारत में समान बनने से परेशानी होती है। उसका कारण स्वाभविक है। आपकी सरकार डील और कमीशन पर चलती थी। अब बंद हो गया इसलिए आपको परेशानी है। नीरव मोदी के इवेंट में आप जाते थे। आज भागे हुए लोगो से वसूली हो रही है। हमने कानून को भी सख्त किया। हम आपसे उम्मीद कर रहे थे कि आप गम्भीर बात करेगे। पर आपने लफ़ाज़ी की।