राजधानी में दो दिनों तक बिखरेगी आदिवासी लोक नृत्यों की छटा, जनजाति गौरव दिवस पर पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार अपनी संस्कृति की दिखाएंगे झलक

रायपुर-   राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के भव्य आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार भी अपनी संस्कृति की झलक बिखेरेंगे। 14-15 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम में प्रस्तुति देने पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों मेघालय, मिजोरम, असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के कलाकार रायपुर पहुंच चुके हैं। रायपुर रेलवे स्टेशन पर कलाकारों का पुष्पाहार और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पूर्वोत्तर राज्यों से आए ये कलाकार वांगला-रुंगला, रेट-किनॉन्ग, गेह पदम ए ना-न्यी ई, सोलकिया जैसे लोक नृत्यों की प्रस्तुति से अपनी संस्कृति के विविध रंग बिखेरेंगे।

फसल कटाई के बाद गारो आदिवासी करते हैं वांगला-रुंगला नृत्य, देवता मिस्सी सालजोंग का करते हैं धन्यवाद

जनजातीय गौरव दिवस पर प्रस्तुति देने मेघालय से 20 सदस्यों की टीम रायपुर आई है। यह दल गारो जनजाति द्वारा फसल कटाई के बाद किया जाने वाला वांगला-रुंगला लोक नृत्य प्रस्तुत करेगी। इसके कलाकार मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 200 किलोमीटर दूर नॉर्थ कर्व हिल्स (North Curve Hills) से आए हैं। दल का नेतृत्व कर रहे मानसेन मोमिन ने बताया कि वांगला गारो जनजाति का लोकप्रिय त्योहार है। यह जनजाति कृषि अर्थव्यवस्था पर निर्भर है। फसल कटाई के बाद उर्वरता (Fertility) के देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने के लिए वे यह नृत्य करते हैं। वे फसल उपलब्ध कराने के लिए भगवान को धन्यवाद देते हैं, उनकी पूजा कर नाच-गाकर प्रार्थना करते हैं और नई फसल का भोग लगाते हैं। देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने से पहले किसी भी कृषि उत्पाद का उपयोग नहीं किया जाता है।

वांगला-रुंगला आदिवासी लोक नृत्य में महिला और पुरुष दोनों हिस्सेदारी करते हैं। पुरुष नर्तक अपना परंपरागत ढोल लेकर नृत्य करते हैं जिसे दामा कहा जाता है। वांगला-रुंगला लोक नृत्य में नर्तकों का नेतृत्व करने वाले को ग्रिकगिपा या तोरेगिपा कहा जाता है। इसमें महिलाएं संगीत की धुन पर अपने हाथ हिलाती हैं, जबकि पुरुष अपने परंपरागत ढोल को बजाकर नृत्य करते हैं।

दुश्मनों पर जीत के जश्न का नृत्य है सोलकिया, मंत्रोच्चार जैसे स्वर संगीत के साथ होता है नृत्य

मिजोरम की राजधानी आईजोल से रायपुर पहुंची लोक नृत्य दल यहां सोलकिया नृत्य की प्रस्तुति देगी। इसके 20 सदस्यों के दल में 11 पुरूष और नौ महिलाएं शामिल हैं। यह नृत्य मुख्यतः मिजोरम की मारा जनजाति द्वारा किया जाता है। ‘सोलकिया’ का अर्थ दुश्मन के कटे हुए सिर से है। सोलकिया नृत्य मूल रूप से दुश्मनों पर जीत का जश्न मनाने के लिए किया जाता था। खासकर उस मौके पर जब विजेता द्वारा दुश्मन का सिर ट्रॉफी के रूप में घर लाया जाता था। लेकिन अब यह सभी महत्वपूर्ण अवसरों पर मिजो समुदायों के पुरुषों और महिलाओं द्वारा किया जाता है।

मिजोरम के कलाकारों के दल का नेतृत्व कर रहे श्री जोथमजामा ने बताया कि सोलकिया नृत्य की शुरुआत पिवी और लाखेर समुदायों द्वारा की गई थी। इस लोक नृत्य के साथ आने वाला स्वर संगीत गायन की तुलना में मंत्रोच्चार के अधिक निकट है। ताल संगीत एक जोड़ी घडि़यों द्वारा प्रदान किया जाता है, जो एक दूसरे से बड़े होते हैं, जिन्हें डार्कहुआंग कहा जाता है। संगीत को बेहतर बनाने के लिए कई जोड़ी झांझ भी बजाए जाते हैं।

श्री जोथमजामा ने इस नृत्य को करने वाली मारा जनजाति के बारे में बताया कि यह एक कुकी जनजाति है जो मिजोरम की लुशाई पहाड़ियों और म्यांमार की चिन पहाड़ियों में रहती है। इन्हें लाखेर, शेंदु, मारिंग, ज़ु, त्लोसाई और खोंगज़ई नामों से भी जाना जाता है।

South 24-PGS Tiger vs Nadia Super Dazzler in 1st semifinal of Inter District T20
*Sports News*




*Khabar kolkata sports Desk:*  South 24-PGS Tiger will take on Nadia Super Dazzler in the first semifinal of the Inter District Senior Men's T20 Open Tournament after the both teams registered comfortable victories in their respective quarterfinal matches on Saturday.

In the first quarterfinal, South 24-PGS Tiger beat North 24-PGS Champs by 4 runs. Toufik Uddin Mondal scored a fine 59 off 25 balls while Sandipan Dey bagged 3 for 31, also scoring crucial 39. Toufik also bagged 1 for 20.

Batting first, South 24-PGS Tiger scored 166/7 in 20 overs. In reply, North 24-PGS Champs scored 162/7 in 20 overs. Raju Halder bagged 3 for 16 for North 24-PGS.

In the second quarterfinal, Nadia Super Dazzler beat Gour Badsha Malda by 9 wickets. Rajkumar Pal (4-4) and Shiladitya (3-4) impressed with the ball while Arnab Sikder scored a fine 35.

Batting first, Gour Badsha Malda were bundled out for 45 in 13.3 overs. In reply, Nadia Super Dazzler chased it down scoring 46/1 in 4 overs.

*Pic Courtesy by:CAB*
Top 8 teams to clash in quarterfinals of CAB Inter District Senior T20 meet
*Sports News*

*Khabar kolkata sports Desk:*  After a hard-fought league-stage battle, the top eight teams of the CAB Inter District Senior Men's Open Tournament will clash in the quarterfinals on Saturday.

Prior to the start of the J.C. Mukherjee T20 tournament, all the top players got a chance to prepare themselves perfectly in the Inter District T20 meet. All players were thrilled to get their dress-rehersal for the J.C Mukherjee meet done.

In the last-eight clash of the Inter District T20 meet, North 24-PGS Champs will take on South 24-PGS Tiger, Gour Badsha Malda will face Nadia Super Dazzler, Birbhum Ironman will play against Howrah Diamonds while Bipabi Chandernagore will take on Burdwan Blues.

The semifinals will take place on Sunday while the final and third-place match will take place on Tuesday.

>Quarterfinals (2-11-2024)
- North 24-PGS Champs vs South 24-PGS Tiger
- Gour Badsha Malda vs Nadia Super Dazzler
- Birbhum Ironman vs Howrah Diamonds
- Biplabi Chandernagore vs Burdwan Blues
>Semifinals (3-11-2024)
>Final & Third Place (5-11-2024)

*Pic Courtesy by: CAB*
रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया की एंट्री, जेलेंस्की ने चीन की चुप्पी पर उठाए सवाल

#north_korean_soldiers_preparing_to_fight_against_ukraine

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में लड़ने के लिए अपने सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में भेजा है। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने इसकी पुष्टि की है। नाटो महासचिव मार्क रट ने सोमवार को कहा कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरियाई सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।ये सैनिक यूक्रेन के साथ लड़ाई में रूस की मदद करने की तैयारी कर रहे है।यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में उत्तर कोरिया की भागीदारी को लेकर चेतावनी जारी की है।जेलेंस्की ने इस मुद्दे पर चीन की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। जेलेंस्की ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट पर एक पोस्ट भी साझा किया है।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'मैंने दक्षिणी कोरिया के केबीएस को एक साक्षात्कार दिया, जिसमें इस युद्ध में उत्तर कोरिया की अधिकारिक भूमिका पर जोर दिया गया। यह सिर्फ हथियारों या रूसी कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की बात नहीं है। उत्तर कोरियाई सैनिक हमारे कब्जे वाले क्षेत्र कुर्स्क में यूक्रेन से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। यानी एक के खिलाफ दो देशों का युद्ध।'

यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में कोरियाई सैनिकों को शामिल करने के फैसले को लेकर जेलेंस्की ने रूस की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस ने उत्तर कोरिया के साथ खुलेआम साझेदारी की है और लगभग 3.5 मिलियन तोपें खरीदी हैं।'इतना नहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, 'उन तोपों और मिसाइलों का इस्तेमाल हमारे लोगों के खिलाफ किया गया था, लेकिन अब यह महज हथियार नहीं रह गए हैं। हमारे पास जानकारी है कि 3,000 उत्तर कोरियाई सैनिक वर्तमान में एक प्रशिक्षण शिविर में हैं और जल्द ही यह संख्या बढ़कर 12,000 सैनिकों और अधिकारियों तक पहुंचने की उम्मीद है।

जेलेंस्की ने मौजूदा स्थिति पर चीन के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया की हरकतें बेतरतीब नहीं हैं। उनके रणनीतिक लक्ष्य हैं। मैं चीन की चुप्पी से हैरान हूं। मैं यह नहीं कह सकता कि चीन हमारे पक्ष में है, लेकिन क्षेत्रीय सुरक्षा गारंटर के रूप में उसकी चुप्पी चौंकाने वाली है। यह एशियाई सुरक्षा गठबंधन का समय हो सकता है। जापान और दक्षिण कोरिया दोनों ही मजबूत, सभ्य राष्ट्र हैं और उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए चीन से संपर्क करना जरूरी हो सकता है, क्योंकि उत्तर कोरिया सक्रिय रूप से उस क्षेत्र को युद्ध में धकेल रहा है। उनकी हरकतें संयोग नहीं हैं, वे बदले में रूस का समर्थन चाहते हैं।'

बता दें कि नॉर्थ कोरिया के 8000 सैनिक इस समय यूक्रेन की सीमा के पास रूस के कुर्स्क क्षेत्र में मौजूद हैं। ये सैनिक यूक्रेन के साथ लड़ाई में रूस की मदद करने की तैयारी कर रहे है। इसी बीच नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में रूस को 1000 से ज्यादा मिसाइलें दी हैं। इस बात की जानकारी साउथ कोरिया के रक्षा मंत्री ने दी है।साउथ कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने गुरुवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन में लड़ने के लिए सैनिकों के अलावा रूस को 1,000 से अधिक मिसाइलें भेजी हैं।

इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल में ही अपने बयान में कहा था कि इस समय रूस में नॉर्थ कोरिया के 10000 सैनिक मौजूद हैं। उनमें से लगभग 8000 से ज्यादा सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किया गया है। उन्होंने आशंका जताई है कि रूस आने वाले दिनों में इन सैनिकों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर सकता है।

कुर्स्क रूसी इलाका है, जहां अगस्त महीने यूक्रेन की सेना घुस गई थी और बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद रूस को यहां पर अपनी सेना भेजनी पड़ी थी।पिछले कुछ सप्ताह में रूसी सेना ने कुर्स्क क्षेत्र के आधे हिस्से पर फिर से कब्जा पाने में सफलता हासिल की है, लेकिन यूक्रेनी सेना अभी इलाके में मौजूद है और रूस को कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि किम जोंग उन के सैनिकों के शामिल होने से रूस को बढ़ मिल सकती है।

*क्या फिर होगा बंगाल का बंटवारा? उत्तर बंगाल और नॉर्थ ईस्ट के विलय का सुकांत मजूमदार ने दिया प्रस्ताव

#propasaltomakenorthbengalaseparate_state

अगर आप इतिहास के पन्नों को पलटें, तो देश के इतिहास में बंगाल विभाजन एक बड़ी घटना है। ब्रिटिश काल में साल 1905 में लार्ड कर्जन ने बंगाल विभाजन की घोषणा की थी। एक मुस्लिम बहुल प्रान्त का सृजन करने के उद्देश्य सेलार्ड कर्जन की घोषणा के बाद पूरा बंगाल जल उठा था और इसके खिलाफ पूरे बंगाल में उग्र प्रदर्शन हुए थे और अंततः लार्ड कर्जन को विभाजन का प्रस्ताव वापस लेना पड़ा था। बड़े पैमाने पर राजनीतिक विरोध के कारण 1911 में विभाजन रद्द कर दिया गया। हालांकि, 1936 में धार्मिक आधार पर नहीं बल्कि भाषाई आधार पर बंगाल बंट गया।बिहार और उड़ीसा प्रांत बंगाल से अलग करके बनाया गया। 1947 में बंगाल दूसरी बार, इस बार धार्मिक आधार पर, विभाजित हुआ। यह पूर्वी पाकिस्तान बन गया। 

ये बातें पृष्भूमि में हैं। असम मसला ये है कि एक बार फिर बंगाल को विभाजित करने की बातें होने लगी हैं।भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने बंगाल के बंटवारे की बात कहकर हलचल मचा दिया है।मजूमदार का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर कहा है कि राज्य के उत्तरी हिस्सों को उत्तर पूर्व क्षेत्र में शामिल करने की मांग की है।बुधवार को भाजपा के बंगाल ईकाई के अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री सुकांत मजूमदार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्होंने उत्तर बंगाल के आठ राज्यों को पूर्वोत्तर राज्यों के साथ विलय का प्रस्ताव दिया।

मजूमदार के इस बयान को लेकर नया राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसदों ने इसे अलगाववादी कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि इसे लागू नहीं किया जा सकता। वहीं भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने मजूमदार के इस प्रस्ताव का बचाव किया। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रमुख मजूमदार ने बुधवार को कहा था कि उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए उत्तर पश्चिम बंगाल को डोनर मंत्रालय के अंतर्गत शामिल करने का प्रस्ताव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दिया है। 

सुकांत मजूमदार ने उत्तर बंगाल को नॉर्थ ईस्टर्न काउंसिल में शामिल करने का प्रस्ताव दिया है, ताकि उत्तर बंगाल को भी सिक्किम की तरह उत्तर पूर्वी राज्यों के विकास के मद में मिलने वाले आवंटन का लाभ मिल सके।मजूमदार पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास से संबंधित मंत्रालय के राज्य मंत्री हैं। ऐसे में उनका यह प्रस्ताव महत्वपूर्ण हो जाता है। वे पश्चिम बंगाल भाजपा के अध्यक्ष भी हैं, जिससे मांग का राजनीतिक महत्व बढ़ जाता है।

टीएमसी ने साधा निशाना

टीएमसी नेता ने कहा, 'सुकांत मजूमदार को याद रखना चाहिए कि बंगाल के लोग ऐसी मांग बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर वे इस तरह से बात करेंगे तो जिस तरह से मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) और कांग्रेस शून्य हो गए ठीक उसी तरह बंगाल में भाजपा भी शून्य हो जाएगी।'

पहले भी उठी है उत्तर बंगाल को अलग राज्य की मांग

हालांकि, ऐसा नहीं है कि पश्चिम बंगाल में अभी उत्तर बंगाल को अलग राज्य की मांग उठी है। इसके पहले भी उत्तर बंगाल में अलग राज्य की मांग उठती रही है। केवल उत्तर बंगाल में ही दार्जिलिंग में अलग गोरखालैंड की मांग, कूचबिहार में ग्रेटर कूचबिहार की मांग, कामतापुरी अलग राज्य की मांग और दक्षिण बंगाल में अलग राज्य रार बंगाल गठित करने की मांग उठती रही है।

सुकांत मजूमदार से पहले साल 2021में पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और अलीपुरद्वार से पूर्व सांसद जॉन बारला सहित कुछ भाजपा नेताओं ने उत्तर बंगाल के आठ जिलों कूचबिहार, दार्जिलिंग, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर, जलपाईगुड़ी, मालदा, अलीपुरद्वार और कलिम्पोंग को मिलाकर एक केंद्र शासित प्रदेश बनाने का सुझाव दिया था। जॉन बारला की मांग पर जब हंगामा मचने लगा था, उस समय प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने उस मांग से किनारा कर लिया था।

"Navi Mumbai's Culinary Gem: Shikara Restaurant Garners High Praise for Its Exquisite Food and Exceptional Service from Renowned Influencers."

Mumbai, June 28, 2024 - Shikara Restaurant, positioned in the vibrant locality of Sanpada, Vashi-Turbhe, has solidified its position as the leading epicurean sanctuary for North Indian cuisine in Navi Mumbai. 

In an exclusive conversation with Rajveer Singh, well-known bloggers including Shreya Sneh, Irfan Shaukat, Roshan Kamble and a cohort of influential individuals from the thriving entrepreneurial scene in Navi Mumbai, recounted their extraordinary experiences at Shikara Restaurant. These influential voices expressed their profound satisfaction with the monsoon-inspired menu, extolling the establishment's unwavering commitment to authenticity and use of premium ingredients. With unanimous accord, these discerning gourmands attested that Shikara Restaurant stands as a culinary gem, captivating patrons with the tantalizing fusion of North Indian and Chinese culinary traditions.

Shikara Restaurant has garnered widespread acclaim for its enticing selection of North Indian and Chinese culinary treasures, seamlessly integrated with an opulent ambiance that offers a lavish dining experience at accessible prices. Upon entering Shikara Restaurant, guests are enveloped in an atmosphere of sophistication and warmth, instantly transported to the cultural grandeur of Kashmir. The interior, adorned with intricately carved wooden furnishings, live melodic tunes, and captivating artwork, weaves an immersive and visually captivating tapestry for patrons to dine amidst.

The heart of Shikara Restaurant's acclaim resides in its meticulously crafted monsoon menu, thoughtfully designed to showcase the diverse flavors and distinctive spices synonymous with North Indian cuisine. Guided by the culinary expertise of Mr. Ashok Mehra and Mr. Vishal Mehra, the menu at Shikara Restaurant offers an extensive range of delectable choices catering to both vegetarian and non-vegetarian preferences.

Connoisseurs of succulent delights can revel in mouthwatering starters, including exquisite seekh kebabs, flavorful paneer tikka, and tender chicken kebabs marinated in fragrant spices. Vegetarian enthusiasts can indulge in options such as paneer tikka and veg crispy, skillfully crafted to gratify even the most discerning palates.

For the main course, Shikara Restaurant takes immense pride in presenting its signature creations. Meat enthusiasts can savor the impeccably prepared Rogan Josh, a timeless lamb curry infused with an authentic blend of Kashmiri spices. On the other hand, vegetarians can delight in the exquisite Dum Aloo, featuring baby potatoes bathed in a creamy tomato-based gravy, intricately seasoned with Kashmiri spices.

A pinnacle of the menu is the tandoori platter, a splendid medley of India's culinary treasures, encompassing fragrant biryanis, succulent meat curries, and aromatic saffron-infused rice. This grand assemblage pays homage to the rich flavors and time-honored traditions of North Indian cuisine, whisking diners away on a delightful gastronomic journey.

To complement the lavish feast, Shikara Restaurant offers a meticulously curated selection of beverages, allowing patrons to select the perfect accompaniment to their culinary voyage. Additionally, the restaurant presents an array of delectable desserts, including the iconic Phirni, a velvety rice pudding, and the indulgent gulab jamun with rabdi, providing a gratifying conclusion to the culinary odyssey.

The attentive and affable staff at Shikara Restaurant ensure that each visit becomes a memorable experience, offering impeccable service and tailored recommendations to enhance the overall dining journey.

The information contained in this news piece is derived from insights shared by distinguished bloggers in Mumbai and enterprising entrepreneurs during their discussion with Rajveer Singh (RV). For comprehensive news coverage, inquiries can be directed to +917710030004.

Hospice India initiative eye examination camp, happy common man

*Khabar kolkata:* Thinking about the poor people of the area, Hospice India organized a free eye treatment camp in Garia near Kolkata. MLA Ferdousi Begum of Sonarpur North Assembly Constituency and Councilor Jayant Sengupta of Ward No. 3 of Rajpur-Sonarpur Municipality attended this camp on Sunday.

The camp starts from 9 am and lasts till 3:30 pm. After eye examination of 164 patients, 29 were decided to undergo cataract surgery. Rotary Dakshin Barasat Eye Hospital and Ramakrishna Diagnostic Center Private Limited promised to provide glasses to 92 people.
Why this thought? Najma Roy, editor of Hospice India, said, 'There are no health centers in the vast areas like Panchpota, Katipota, Nadudiara, Gangajoara, Khiyadah, which are near the Garia railway station. We are trying in various ways to deliver health services to the poor people of the area. That journey started with the pre-opening ceremony of the eye camp like salt before lighting the lamp.' MLA Ferdowsi Begum appreciated this initiative of Hospice India.

Dr. Shubojit Roy, on behalf of Hospice India, said, 'No one lives forever. But to relieve their pain before death, that is our main task. Hospice care aims to provide comprehensive services at the critical time of life with the help of modern medical science. What has been developed in Gariya's Panchpota after many days of tireless work.'

Delhi: ఢిల్లీలో వేడి గాలులకు పిట్టల్లా రాలిపోతున్న ప్రజలు

ఢిల్లీ: ఉత్తర భారతదేశం(North India)లో భానుడు నిప్పులు కురిపిస్తున్నాడు. దేశ రాజధాని ఢిల్లీ(Delhi) సహా ఉత్తర్ ప్రదేశ్, హరియాణా, పంజాబ్, ఉత్తరాఖండ్, జమ్మూ కశ్మీర్‌, ఝార్ఖండ్, బిహార్ రాష్ట్రాల్లో వాతావరణం నిప్పుల కుంపటిలా మారింది..

45 నుంచి 50డిగ్రీల మధ్య గరిష్ఠ ఉష్ణోగ్రతలు (High temperature) నమోదు అవుతుండడంతో వేడిగాలులకు ప్రజలు అల్లాడిపోతున్నారు. పలు రాష్ట్రాల్లో రోజుకు పదుల సంఖ్యలో ప్రాణాలు పోతున్నాయి. దీంతో ఆయా రాష్ట్రాలకు భారత వాతావరణ విభాగం(IMD) ఇప్పటికే రెడ్ అలర్ట్ ప్రకటించింది.

గడిచిన 72గంటల్లో వడదెబ్బతో 15మంది మృతి..

ఢిల్లీలో గరిష్ఠంగా 45డిగ్రీలపైనే ఉష్ణోగ్రతలు నమోదవుతున్నాయి. జూన్‌ నెల సగటుతో పోలిస్తే ఇది 6డిగ్రీల అధికం. దీంతో ఎండ వేడిమి, వేడిగాలుల ధాటికి ప్రజలు పిట్టల్లా రాలిపోతున్నారు. ఢిల్లీ ఎన్సీఆర్ పరిధిలో గడిచిన 72గంటల్లో వడదెబ్బతో 15మంది మృతిచెందారు.

వీరిలో ఢిల్లీ ఆర్ఎంఎల్, సఫ్డర్ జంగ్, LNJP ఆస్పత్రుల్లో చికిత్సపొందుతూ ఐదుగురు మృత్యువాత పడ్డారు. నోయిడాలో 10మంది ప్రాణాలు కోల్పోయారు. ఢిల్లీ RML ఆస్పత్రిలో ఇప్పటికే వడదెబ్బతో 36మంది చికిత్స పొందుతుండగా.. వారిలో లైఫ్ సపోర్ట్‌పై 12మంది రోగులు ఉన్నారు. ఇలాగే వేడిగాలులు కొనసాగితే పరిస్థితులు మరింత దిగజారే అవకాశం ఉండడంతో ఉత్తరాది రాష్ట్రాల ప్రజలు భయంతో వణికిపోతున్నారు.

Submission of nominations of BJP candidate for Bashirhat PC
SB News Bureau: Submission of nominations of Smt. Rekha Patra of Bharatiya Janata Party (BJP)  for Bashirhat PC for the 18th Parliament General Election 2o24. Pic Courtesy by: I & CA(North 24 Parganas).
Chef Saransh's Culinary Marvels: Goila Butter Chicken Unveils New Menu in Noida

Indians across regions, from the bustling lanes of Delhi to the verdant landscapes of Uttar Pradesh, share a profound love for authentic Indian cuisine. 

Leading this culinary renaissance is Celebrity MasterChef Saransh Goila, a visionary entrepreneur whose passion for authentic Indian flavours has elevated Butter Chicken into a symbol of culinary innovation and excellence. The journey of Goila Butter Chicken commenced with MasterChef Saransh Goila's ingenious reinvention of the classic Butter Chicken recipe, establishing a dish that now defines the brand's identity. From humble beginnings as a passionate home cook to achieving celebrity chef status and being invited as a judge in Masterchef Australia, Saransh Goila's culinary journey has been nothing short of remarkable.

At an event hosted by Goila Butter Chicken on March 20, 2024, in Noida, Chef Saransh Goila captivated guests with live demonstrations of his famous smoky butter chicken recipe. Amidst the festivities, Chef Saransh Goila took the opportunity to introduce the latest menu innovations, emphasising the brand's commitment to culinary excellence and innovation.

The new menu at Goila Butter Chicken presents an enticing array of dishes, ranging from the aromatic delight of Mutton Rogan Josh to the vegetarian indulgence of Soya Chaap and Hara Bhara Kebab. The menu now boasts the beloved street food classic, Amritsari Chole Kulche, alongside creamy delights like Paneer Lababdar and Dal Tadka Desi Ghee. Not to be missed are the tantalising Tawa Chaap Chatkara and the robust flavours of Kadhai Chicken, while starters such as Tandoori Soya Chaap and Malai Chaap tantalise the taste buds. Vegetarian options like Dahi Ke Kebab and hearty bread choices like Tawa Roti and Amritsari Stuffed Kulcha complete the ensemble. 

Goila Butter Chicken has positioned itself as the Premium North Indian/Mughlai Cuisine with a total of 80+ stores Pan-India .Furthermore, in a move aimed at enhancing accessibility, Goila Butter Chicken now offers new website delivery services, available across Delhi NCR. Whether craving the indulgent flavours of butter chicken or eager to explore the new menu offerings, food enthusiasts can now enjoy the signature taste of Goila Butter Chicken from the comfort of their homes. For those looking to embark on a culinary journey with Goila Butter Chicken, visit www.goilabutterchicken.com to explore the menu and place delivery orders in Delhi NCR.

राजधानी में दो दिनों तक बिखरेगी आदिवासी लोक नृत्यों की छटा, जनजाति गौरव दिवस पर पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार अपनी संस्कृति की दिखाएंगे झलक

रायपुर-   राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में दो दिवसीय जनजातीय गौरव दिवस के भव्य आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों के साथ पूर्वोत्तर राज्यों के कलाकार भी अपनी संस्कृति की झलक बिखेरेंगे। 14-15 नवम्बर को आयोजित कार्यक्रम में प्रस्तुति देने पूर्वोत्तर भारत के पांच राज्यों मेघालय, मिजोरम, असम, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के कलाकार रायपुर पहुंच चुके हैं। रायपुर रेलवे स्टेशन पर कलाकारों का पुष्पाहार और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। पूर्वोत्तर राज्यों से आए ये कलाकार वांगला-रुंगला, रेट-किनॉन्ग, गेह पदम ए ना-न्यी ई, सोलकिया जैसे लोक नृत्यों की प्रस्तुति से अपनी संस्कृति के विविध रंग बिखेरेंगे।

फसल कटाई के बाद गारो आदिवासी करते हैं वांगला-रुंगला नृत्य, देवता मिस्सी सालजोंग का करते हैं धन्यवाद

जनजातीय गौरव दिवस पर प्रस्तुति देने मेघालय से 20 सदस्यों की टीम रायपुर आई है। यह दल गारो जनजाति द्वारा फसल कटाई के बाद किया जाने वाला वांगला-रुंगला लोक नृत्य प्रस्तुत करेगी। इसके कलाकार मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 200 किलोमीटर दूर नॉर्थ कर्व हिल्स (North Curve Hills) से आए हैं। दल का नेतृत्व कर रहे मानसेन मोमिन ने बताया कि वांगला गारो जनजाति का लोकप्रिय त्योहार है। यह जनजाति कृषि अर्थव्यवस्था पर निर्भर है। फसल कटाई के बाद उर्वरता (Fertility) के देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने के लिए वे यह नृत्य करते हैं। वे फसल उपलब्ध कराने के लिए भगवान को धन्यवाद देते हैं, उनकी पूजा कर नाच-गाकर प्रार्थना करते हैं और नई फसल का भोग लगाते हैं। देवता मिसी सालजोंग को धन्यवाद देने से पहले किसी भी कृषि उत्पाद का उपयोग नहीं किया जाता है।

वांगला-रुंगला आदिवासी लोक नृत्य में महिला और पुरुष दोनों हिस्सेदारी करते हैं। पुरुष नर्तक अपना परंपरागत ढोल लेकर नृत्य करते हैं जिसे दामा कहा जाता है। वांगला-रुंगला लोक नृत्य में नर्तकों का नेतृत्व करने वाले को ग्रिकगिपा या तोरेगिपा कहा जाता है। इसमें महिलाएं संगीत की धुन पर अपने हाथ हिलाती हैं, जबकि पुरुष अपने परंपरागत ढोल को बजाकर नृत्य करते हैं।

दुश्मनों पर जीत के जश्न का नृत्य है सोलकिया, मंत्रोच्चार जैसे स्वर संगीत के साथ होता है नृत्य

मिजोरम की राजधानी आईजोल से रायपुर पहुंची लोक नृत्य दल यहां सोलकिया नृत्य की प्रस्तुति देगी। इसके 20 सदस्यों के दल में 11 पुरूष और नौ महिलाएं शामिल हैं। यह नृत्य मुख्यतः मिजोरम की मारा जनजाति द्वारा किया जाता है। ‘सोलकिया’ का अर्थ दुश्मन के कटे हुए सिर से है। सोलकिया नृत्य मूल रूप से दुश्मनों पर जीत का जश्न मनाने के लिए किया जाता था। खासकर उस मौके पर जब विजेता द्वारा दुश्मन का सिर ट्रॉफी के रूप में घर लाया जाता था। लेकिन अब यह सभी महत्वपूर्ण अवसरों पर मिजो समुदायों के पुरुषों और महिलाओं द्वारा किया जाता है।

मिजोरम के कलाकारों के दल का नेतृत्व कर रहे श्री जोथमजामा ने बताया कि सोलकिया नृत्य की शुरुआत पिवी और लाखेर समुदायों द्वारा की गई थी। इस लोक नृत्य के साथ आने वाला स्वर संगीत गायन की तुलना में मंत्रोच्चार के अधिक निकट है। ताल संगीत एक जोड़ी घडि़यों द्वारा प्रदान किया जाता है, जो एक दूसरे से बड़े होते हैं, जिन्हें डार्कहुआंग कहा जाता है। संगीत को बेहतर बनाने के लिए कई जोड़ी झांझ भी बजाए जाते हैं।

श्री जोथमजामा ने इस नृत्य को करने वाली मारा जनजाति के बारे में बताया कि यह एक कुकी जनजाति है जो मिजोरम की लुशाई पहाड़ियों और म्यांमार की चिन पहाड़ियों में रहती है। इन्हें लाखेर, शेंदु, मारिंग, ज़ु, त्लोसाई और खोंगज़ई नामों से भी जाना जाता है।

South 24-PGS Tiger vs Nadia Super Dazzler in 1st semifinal of Inter District T20
*Sports News*




*Khabar kolkata sports Desk:*  South 24-PGS Tiger will take on Nadia Super Dazzler in the first semifinal of the Inter District Senior Men's T20 Open Tournament after the both teams registered comfortable victories in their respective quarterfinal matches on Saturday.

In the first quarterfinal, South 24-PGS Tiger beat North 24-PGS Champs by 4 runs. Toufik Uddin Mondal scored a fine 59 off 25 balls while Sandipan Dey bagged 3 for 31, also scoring crucial 39. Toufik also bagged 1 for 20.

Batting first, South 24-PGS Tiger scored 166/7 in 20 overs. In reply, North 24-PGS Champs scored 162/7 in 20 overs. Raju Halder bagged 3 for 16 for North 24-PGS.

In the second quarterfinal, Nadia Super Dazzler beat Gour Badsha Malda by 9 wickets. Rajkumar Pal (4-4) and Shiladitya (3-4) impressed with the ball while Arnab Sikder scored a fine 35.

Batting first, Gour Badsha Malda were bundled out for 45 in 13.3 overs. In reply, Nadia Super Dazzler chased it down scoring 46/1 in 4 overs.

*Pic Courtesy by:CAB*
Top 8 teams to clash in quarterfinals of CAB Inter District Senior T20 meet
*Sports News*

*Khabar kolkata sports Desk:*  After a hard-fought league-stage battle, the top eight teams of the CAB Inter District Senior Men's Open Tournament will clash in the quarterfinals on Saturday.

Prior to the start of the J.C. Mukherjee T20 tournament, all the top players got a chance to prepare themselves perfectly in the Inter District T20 meet. All players were thrilled to get their dress-rehersal for the J.C Mukherjee meet done.

In the last-eight clash of the Inter District T20 meet, North 24-PGS Champs will take on South 24-PGS Tiger, Gour Badsha Malda will face Nadia Super Dazzler, Birbhum Ironman will play against Howrah Diamonds while Bipabi Chandernagore will take on Burdwan Blues.

The semifinals will take place on Sunday while the final and third-place match will take place on Tuesday.

>Quarterfinals (2-11-2024)
- North 24-PGS Champs vs South 24-PGS Tiger
- Gour Badsha Malda vs Nadia Super Dazzler
- Birbhum Ironman vs Howrah Diamonds
- Biplabi Chandernagore vs Burdwan Blues
>Semifinals (3-11-2024)
>Final & Third Place (5-11-2024)

*Pic Courtesy by: CAB*
रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया की एंट्री, जेलेंस्की ने चीन की चुप्पी पर उठाए सवाल

#north_korean_soldiers_preparing_to_fight_against_ukraine

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने यूक्रेन के खिलाफ जंग में लड़ने के लिए अपने सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में भेजा है। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने इसकी पुष्टि की है। नाटो महासचिव मार्क रट ने सोमवार को कहा कि रूस के कुर्स्क क्षेत्र में उत्तर कोरियाई सेना की टुकड़ियां तैनात की गई हैं।ये सैनिक यूक्रेन के साथ लड़ाई में रूस की मदद करने की तैयारी कर रहे है।यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष में उत्तर कोरिया की भागीदारी को लेकर चेतावनी जारी की है।जेलेंस्की ने इस मुद्दे पर चीन की चुप्पी पर भी सवाल उठाया। जेलेंस्की ने इसे लेकर सोशल मीडिया साइट पर एक पोस्ट भी साझा किया है।

जेलेंस्की ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, 'मैंने दक्षिणी कोरिया के केबीएस को एक साक्षात्कार दिया, जिसमें इस युद्ध में उत्तर कोरिया की अधिकारिक भूमिका पर जोर दिया गया। यह सिर्फ हथियारों या रूसी कारखानों में काम करने वाले मजदूरों की बात नहीं है। उत्तर कोरियाई सैनिक हमारे कब्जे वाले क्षेत्र कुर्स्क में यूक्रेन से लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। यानी एक के खिलाफ दो देशों का युद्ध।'

यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में कोरियाई सैनिकों को शामिल करने के फैसले को लेकर जेलेंस्की ने रूस की कड़ी निंदा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रूस ने उत्तर कोरिया के साथ खुलेआम साझेदारी की है और लगभग 3.5 मिलियन तोपें खरीदी हैं।'इतना नहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, 'उन तोपों और मिसाइलों का इस्तेमाल हमारे लोगों के खिलाफ किया गया था, लेकिन अब यह महज हथियार नहीं रह गए हैं। हमारे पास जानकारी है कि 3,000 उत्तर कोरियाई सैनिक वर्तमान में एक प्रशिक्षण शिविर में हैं और जल्द ही यह संख्या बढ़कर 12,000 सैनिकों और अधिकारियों तक पहुंचने की उम्मीद है।

जेलेंस्की ने मौजूदा स्थिति पर चीन के बारे में भी बात की। उन्होंने कहा, 'उत्तर कोरिया की हरकतें बेतरतीब नहीं हैं। उनके रणनीतिक लक्ष्य हैं। मैं चीन की चुप्पी से हैरान हूं। मैं यह नहीं कह सकता कि चीन हमारे पक्ष में है, लेकिन क्षेत्रीय सुरक्षा गारंटर के रूप में उसकी चुप्पी चौंकाने वाली है। यह एशियाई सुरक्षा गठबंधन का समय हो सकता है। जापान और दक्षिण कोरिया दोनों ही मजबूत, सभ्य राष्ट्र हैं और उत्तर कोरिया की आक्रामकता का मुकाबला करने के लिए चीन से संपर्क करना जरूरी हो सकता है, क्योंकि उत्तर कोरिया सक्रिय रूप से उस क्षेत्र को युद्ध में धकेल रहा है। उनकी हरकतें संयोग नहीं हैं, वे बदले में रूस का समर्थन चाहते हैं।'

बता दें कि नॉर्थ कोरिया के 8000 सैनिक इस समय यूक्रेन की सीमा के पास रूस के कुर्स्क क्षेत्र में मौजूद हैं। ये सैनिक यूक्रेन के साथ लड़ाई में रूस की मदद करने की तैयारी कर रहे है। इसी बीच नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ाई में रूस को 1000 से ज्यादा मिसाइलें दी हैं। इस बात की जानकारी साउथ कोरिया के रक्षा मंत्री ने दी है।साउथ कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने गुरुवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया ने यूक्रेन में लड़ने के लिए सैनिकों के अलावा रूस को 1,000 से अधिक मिसाइलें भेजी हैं।

इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने हाल में ही अपने बयान में कहा था कि इस समय रूस में नॉर्थ कोरिया के 10000 सैनिक मौजूद हैं। उनमें से लगभग 8000 से ज्यादा सैनिकों को रूस के कुर्स्क क्षेत्र में तैनात किया गया है। उन्होंने आशंका जताई है कि रूस आने वाले दिनों में इन सैनिकों का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में कर सकता है।

कुर्स्क रूसी इलाका है, जहां अगस्त महीने यूक्रेन की सेना घुस गई थी और बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद रूस को यहां पर अपनी सेना भेजनी पड़ी थी।पिछले कुछ सप्ताह में रूसी सेना ने कुर्स्क क्षेत्र के आधे हिस्से पर फिर से कब्जा पाने में सफलता हासिल की है, लेकिन यूक्रेनी सेना अभी इलाके में मौजूद है और रूस को कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। माना जा रहा है कि किम जोंग उन के सैनिकों के शामिल होने से रूस को बढ़ मिल सकती है।